खाटू श्याम जी मंदिर | इतिहास | भजन » Khatu Shyam Ji Temple
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खाटू श्याम जी मंदिर | इतिहास | भजन » Khatu Shyam Ji Temple
खाटू श्याम जी आरती | Khatu Shyam Ji Ki Aarti
ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे ।खाटू धाम विराजत,अनुपम रूप धरे॥ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे ।रतन जड़ित सिंहासन,सिर पर चंवर ढुरे ।तन केसरिया बागो,कुण्डल श्रवण पड़े ॥ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे…
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शीश दानी की कथा: खाटू श्याम का अद्भुत मंदिर
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम जी का मंदिर, कलयुग के आराध्य देव के रूप में पूजनीय है। यह मंदिर बाबा श्याम के नाम से भी जाना जाता है और हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। प्रति वर्ष लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए यहां आते हैं।
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर से जुड़ी कथा महाभारत से जुड़ी हुई है। कहते हैं कि महाभारत युद्ध में बर्बरीक, जो घटोत्कच और हिडिंबा के पुत्र थे, अपनी वीरता के लिए जाने जाते थे। युद्ध में उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी कि वे एक ही दिन में दोनों सेनाओं का नाश कर देंगे।
जब बर्बरीक दोनों सेनाओं को परास्त करने लगे, तब भगवान श्री कृष्ण ने उनका मार्ग रोक लिया। बर्बरीक ने भगवान कृष्ण से युद्ध करने का आग्रह किया, लेकिन भगवान कृष्ण ने उन्हें समझाया कि युद्ध का उद्देश्य केवल धर्म की रक्षा करना है, किसी को मारना नहीं।
बर्बरीक भगवान कृष्ण के प्रति समर्पित थे। उन्होंने अपनी वीरता और शक्ति का परिचय देने के लिए अपना शीश भगवान कृष्ण को दान कर दिया। भगवान कृष्ण ने उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें अमरत्व का वरदान दिया और कहा कि कलयुग में वे बाबा श्याम के रूप में पूजनीय होंगे।
मंदिर का महत्व
खाटू श्याम जी का मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और मनोरम वातावरण के लिए जाना जाता है। मंदिर में बाबा श्याम की मूर्ति स्थापित है, जो चांदी से बनी एक भव्य प्रतिमा है। मंदिर परिसर में कई अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं।
दर्शन और आरती:
खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए सुबह जल्दी जाना बेहतर होता है, क्योंकि दिन में श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत अधिक होती है। मंदिर में हर दिन कई आरतियां आयोजित की जाती हैं, जिनमें भक्त बड़े उत्साह से भाग लेते हैं।
खाटू श्याम जी के दर्शन करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि बाबा श्याम अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको खाटू श्याम जी की यात्रा करने से पहले पता होनी चाहिए:
मंदिर के लिए सीकर या जयपुर से बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
मंदिर में दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं है।
खाटू श्याम जी आरती के बाद मंदिर में प्रसाद और फूल आसानी से उपलब्ध हैं।
मंदिर परिसर में रहने के लिए धर्मशालाएं और होटल उपलब्ध हैं।
मंदिर की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है।
खाटू श्याम जी का मंदिर हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। यहां आकर आप आध्यात्मिक शांति और सुख का अनुभव कर सकते हैं।
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Khatu Shyam Mandir Ki Jankari
Khatu Shyam Mandir Ki Jankari
यदि आप khatu shyam mandir ki jankari की तलाश में हैं तो आपकी खोज यहीं समाप्त होती है। खाटू श्याम मंदिर भारत के राजस्थान के खाटू में एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिन्हें खाटू श्याम जी के नाम से भी जाना जाता है, और यह क्षेत्र के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों में से एक है। हर साल, सैकड़ों भक्त इस मंदिर में आते हैं, जो अपनी भव्य वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का एक समृद्ध इतिहास है और यह कई किंवदंतियों और मिथकों से जुड़ा हुआ है, जिससे हिंदू पौराणिक कथाओं और संस्कृति में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को इसे अवश्य देखना चाहिए।
खाटू श्याम मंदिर के अलावा, खाटू में घूमने के लिए कुछ अन्य स्थान भी हैं जिनका आप आनंद ले सकते हैं:
Shyam Kund
श्याम कुंड भारत के राजस्थान के सीकर में खाटू श्याम मंदिर के पास एक पवित्र तालाब या जलाशय है। माना जाता है कि तालाब के पानी में उपचारात्मक गुण हैं और खाटू श्याम के अनुयायियों द्वारा इसकी पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि तालाब में डुबकी लगाने से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और सौभाग्य प्राप्त होता है। यह भी कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के नायक बर्बरीक की राख इस ��ालाब में विसर्जित की गई थी, जिससे यह और भी पवित्र हो गया।
Doodh Talai:
दूध तलाई, जिसे अक्सर "मिल्क लेक" के नाम से जाना जाता है, भारत के राजस्थान में खाटू श्याम मंदिर के पास एक छोटी झील है। यह झील, जो अपने शुद्ध, नीले-हरे पानी के लिए प्रसिद्ध है, माना जाता है कि इसका पोषण भूमिगत झरनों से होता है। स्थानीय परंपरा के अनुसार, झील का निर्माण पौराणिक गाय के दूध से हुआ था और तब से इसे निवासियों द्वारा एक पवित्र स्थान माना जाता है।
Shyam Bagicha
यह खाटू श्याम मंदिर के पास एक बगीचा है जहां भगवान को दान करने के लिए फूलों का चयन किया जाता है। यह अच्छी तरह से रखे गए पौधों और शांत माहौल के साथ एक सुंदर स्थान है। फूलों की कटाई के अलावा, उद्यान भक्तों के लिए भक्ति भजन, या "भजन" गाने के लिए एक आम सभा स्थल है। इस उद्यान को जबरदस्त आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र माना जाता है, और कई लोग भगवान खाटू श्याम जी का आशीर्वाद लेने के लिए यहां आते हैं।
Phalodi Fort
फलोदी किला, खाटू श्याम से लगभग 24 किलोमीटर दूर, ऐतिहासिक महत्व वाला एक प्राचीन किला है। ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा किया गया था और इसके इतिहास में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। पिछले कुछ वर्षों में कई राजाओं ने इस किले को अपने कब्जे में ले लिया है और इसे खो दिया है, और इसने कई युद्धों का भी सामना किया है। यह वर्तमान में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है, लेकिन यदि आप राजस्थानी इतिहास और वास्तुकला में रुचि रखते हैं तो यह अभी भी देखने लायक है।
Salasar Balaji Temple
खाटू श्याम सालासर बालाजी मंदिर से 40 किलोमीटर दूर भारत के राजस्थान के सालासर में एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। इसे भगवान हनुमान का जन्मस्थान कहा जाता है और यह देश के सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण हनुमान मंदिरों में से एक है। यह मंदिर हिंदू पौराणिक कथाओं के विषयों को चित्रित करने वाली अपनी विस्तृत नक्काशी और भित्तिचित्रों के लिए प्रसिद्ध है। हर साल, हजारों भक्त आशीर्वाद लेने और भगवान हनुमान के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करने के लिए मंदिर में आते हैं। हनुमान जयंती और राम नवमी जैसी छुट्टियों के दौरान, जब विशिष्ट अनुष्ठान और समारोह किए जाते हैं, तो मंदिर असाधारण रूप से भरा रहता है।
खाटू श्याम शॉपिंग डेस्टिनेशन
खाटू श्याम अपनी खरीदारी के लिए नहीं जाना जाता है, हालाँकि शहर में कुछ दुकानें और बाज़ार हैं जहाँ से आप स्मृति चिन्ह और उपहार खरीद सकते हैं। मंदिर के पास, कुछ छोटी दुकानें हैं जो पारंपरिक हस्तशिल्प और धार्मिक कलाकृतियाँ जैसे मूर्तियाँ, पेंटिंग और आभूषण बेचती हैं। ये दुकानें मसाले, कैंडी और नमकीन स्नैक्स जैसे स्थानीय खाद्य पदार्थ भी बेचती हैं। पुराने बस टर्मिनल के पास व्यापार मंडल बाजार उपहार लेने और कुछ स्थानीय स्ट्रीट फूड का नमूना लेने के लिए एक उत्कृष्ट जगह है।
खाटू श्याम तक कैसे पहुंचे?
यहां तक पहुंचने के कई रास्ते हैं:
- हवाई मार्ग द्वारा: निकटतम हवाई अड्डा जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो खाटू श्याम मंदिर से लगभग 100 किमी दूर है।
- ट्रेन द्वारा: निकटतम रेलवे स्टेशन सीकर है, जो मंदिर से सिर्फ 10 किमी दूर है।
- सड़क मार्ग से: जयपुर और जोधपुर जैसे नजदीकी शहरों से नियमित बसें और टैक्सियाँ उपलब्ध हैं। आप निजी टैक्सी भी किराये पर ले सकते हैं या मंदिर तक ड्राइव कर सकते हैं।
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बाबा खाटू श्याम(Khatu Shyam Ji) का फाल्गुन मेला 2020(लक्खी मेला)
बाबा खाटू श्याम(Khatu Shyam Ji) का फाल्गुन मेला 2020(लक्खी मेला) #KhatuShyam #BabaKhatuShyam
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध धाम बाबा खाटू श्याम जी का फाल्गुन मेला(लक्खी मेला) हर साल जोरों शोरों से चलता है ।
फाल्गुन मेला बाबा श्याम का सबसे बड़ा मेला माना जाता है । इस मेले में रोजाना लाखों की संख्या में बाबा के दर्शन करने आते हैं । बाबा श्माम के इस मेले को लक्खी मेला भी कहा जाता है । इन दिनों बाबा के दरबार में आने वाले लोगों के लिए सरकार और मंदिर प्रशासन की ओर से भक्तों के लिए…
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हारे का सहारा बने खाटू श्यामजी, जानिए महाभारत की पौराणिक कथा
हारे का सहारा बने खाटू श्यामजी, जानिए महाभारत की पौराणिक कथा
कौरव व पांडव के युद्ध में देश-विदेश के जो भी राज्य व राजा थे वह सभी युद्ध में भाग लेने पहुंच चुके थे।राजाओं के साथ उनकी सेना भी उनके साथ युद्ध मे शामिल थे।
खाटू श्याम जी
बाबा श्याम। हरे का सहारा। लखदातार। खाटूश्यामजी। नील घोड़े का सवार। मोर्विनंदन। खाटू नरेश और शीश का दानी। जितनेबलले बाबा श्याम के नाम और भक्त हैं। समान ही आकर्षक इनका इतिहास है। आज आपको बताने जा रहा है कि आरक्षित के सीकर जिले के…
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खाटू श्याम जी मंदिर | इतिहास | भजन » Khatu Shyam Ji Temple
खाटू श्याम जी मंदिर | इतिहास | भजन » Khatu Shyam Ji Temple
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ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे ।खाटू धाम विराजत,अनुपम रूप धरे॥ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे ।रतन जड़ित सिंहासन,सिर पर चंवर ढुरे ।तन केसरिया बागो,कुण्डल श्रवण पड़े ॥ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे…
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