कहीं बादल फटा तो कहीं गिर गया मकान... दिल्ली-NCR से पहाड़ों तक, बारिश ने मचाया मौत का तांडव
नई दिल्ली: बुधवार को हुई भीषण बारिश ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में तबाही मचा दी, जिसमें 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग लापता हैं। दिल्ली-एनसीआर में कुछ घंटों तक हुई बारिश की वजह से जगह-जगह पर जलभराव हो गया। जबकि मकान ढहने और करंट लगने जैसी घटनाएं भी सामने आईं हैं। उत्तराखंड में भी बारिश ने काफी तबाही मचाई है। बारिश की वजह से उत्तराखंड में राजमार्ग बह गए। वहीं हिमाचल प्रदेश के निरमंड, मंडी और कुल्लू में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। पार्वती नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
दिल्ली-एनसीआर का हाल बेहाल
दिल्ली-NCR में बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण 10 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली के गाजीपुर क्षेत्र के खोदा कॉलोनी के पास एक जलभराव वाले नाले में एक महिला अपने बेटे के साथ डूब गई, जबकि द्वारका जिले के बिंदापुर इलाके में एक 12 वर्षीय लड़के की करंट लगने से मौत हो गई। सब्जी मंडी इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई और भारी बारिश के बाद इमारत ढहने की घटनाओं में तीन लोग घायल हो गए। गुरुग्राम में बुधवार रात करीब 10 बजे इफको चौक मेट्रो स्टेशन के पास भारी बारिश के कारण एक हाई-टेंशन तार टूटकर गिरने से तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई।
हिमाचल प्रदेश में तबाही का मंजर
बुधवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला और मंडी जिलों में बादल फटने से काफी तबाही हुई है। हिमाचल प्रदेश में दो अलग-अलग बादल फटने की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग लापता हो गए। बादल फटने की घटनाएं शिमला की रामपुर तहसील, मंडी जिले की पद्धर तहसील और कुल्लू के जौन और निर्मंड गांवों में हुईं। इस घटना पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड और फायर सेवा की टीमों को राहत, खोज और बचाव कार्यों में लगाया गया है। बता दें कि बादल फटने से कुल्लू में मलाना बिजली परियोजना का बैराज टूट गया, जिससे लोग फंस गए और सड़क संपर्क पूरी तरह से बंद हो गया।
उत्तराखंड में 11 की मौत
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई मकान ढह गए हैं। कई इलाकों में बाढ़ है। सड़कें बह गई है और कई नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। लगातार मूसलाधार बारिश को लेकर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव विनोद कुमार सुमन का कहना है कि भारी बारिश के कारण हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, सोनप्रयाग और नैनीताल में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, केदारनाथ में बादल फटने और मूसलाधार बारिश के चलते पैदल मार्ग में लिंचोली और भीम बली के पास 700 से ज्यादा श्रद्धालु फंसे हैं, जिनको रेस्क्यू करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। एसडीआरएफ ने बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा के विभिन्न हिस्सों में फंसे लगभग 1,000 तीर्थयात्रियों को निकाला है। अधिकारियों ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ मंदिर जाने वाला पैदल मार्ग नौ जगहों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
उत्तर प्रदेश में 8 लोगों की हुई मौत
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई। वर्तमान में, राज्य के 75 में से पांच जिले - बलिया, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, सीतापुर और बहराइच बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य राहत आयुक्त कार्यालय से बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा गया है कि बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण चित्रकूट में तीन लोगों की मौत हुई है जबकि कौशाम्बी, फर्रुखाबाद, आगरा, सोनभद्र और जालौन में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है। ये मौतें बिजली गिरने, डूबने और सांप के काटने से संबंधित हैं। राहत आयुक्त कार्यालय ने कहा कि सिंचाई विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, बदायूं में कछला पुल पर गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। http://dlvr.it/TBN5Sc
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गंगा माई फिर धुकधुकी बढ़ा रहीं हैं, जानिए गाजीपुर के साथ वाराणसी के जलस्तर का हाल
गंगा माई फिर धुकधुकी बढ़ा रहीं हैं, जानिए गाजीपुर के साथ वाराणसी के जलस्तर का हाल
गाजीपुर: लगातार पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हुई झमाझम बरसात के बाद अब गंगा का जलस्तर दोबारा बढ़ने लगा है. कई प्रमुख बांधों से पूर्व में भी पानी छोड़े जाने की वजह से गंगा का पानी दोबारा बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाकों में लोगों की चिंता बढ़ा रहा है.
सोमवार की सुबह गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की गति से बढ़ने तगा तो चिंता तटवर्ती इलाकों में दोबारा शुरू हो गई है। बीते 24 घंटों में डेढ़…
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बाढ़ की विभीषिका से बचाव हेतु जिलाधिकारी ने किया गंगा घाटों का निरीक्षण
बाढ़ की विभीषिका से बचाव हेतु जिलाधिकारी ने किया गंगा घाटों का निरीक्षण
Ghazipur: The District Magistrate inspected the Ganga Ghats to save from the horrors of flood
गाजीपुर(आज़ाद-समाचार)। बरसात के दिनो में गंगा के जल स्तर में बढाव होने के कारण जनपद में बाढ की समस्या आ जाती है। गंगा नदी में बाढ आने से गंगा की सहायक नदियां भी इससे प्रभावित होती है तथा सहायक नदियों का भी जलस्तर बढ जाता है जिससे जनपद के लगभग 100 गांव बाढ की चपेट में आज जाते है तथा वहां का जन-जीवन…
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राहत: गंगा की रौद्र लहरें शान्त, जलस्तर घटने लगा, प्रभावित क्षेत्र में जन जीवन बेहाल Divya Sandesh
#Divyasandesh
राहत: गंगा की रौद्र लहरें शान्त, जलस्तर घटने लगा, प्रभावित क्षेत्र में जन जीवन बेहाल
वाराणसी। जीवनदायिनी सदानीरा गंगा की रौद्र लहरें अब शान्त हो गई है। लगातार बढ़ने के बाद लहरें अब दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से घट रही है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों के साथ जिला प्रशासन ने भी अब राहत की सांस ली है। शुक्रवार सुबह सात बजे तक गंगा का जलस्तर 72.28 मीटर दर्ज किया गया। जलस्तर गुरूवार दोपहर बाद से ठहर गया।
इसके बाद एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर घटने लगा। अभी भी गंगा की लहरे खतरे के निशान से उपर बह रही है। गंगा में सामान्य जलस्तर 66.599 मीटर है। वाराणसी के साथ मिर्जापुर, भदोही और चंदौली में भी जलस्तर घटाव पर है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गाजीपुर और बलिया में गंगा फिलहाल स्थिर हैं।
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गंगा में आई बाढ़ के चलते तटवर्ती क्षेत्र के लोगों की मुश्किले भी बढ़ती जा रही है। प्रभावित क्षेत्र में लोगों को अपना मकान गिरने की आशंका भी सता रही है। गंगा के सभी 84 घाटों का सम्पर्क टूट गया है। दशाश्वमेध और शीतलाघाट,सामनेघाट,नगवा,मारूति नगर आदि इलाकों में बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों का काम धाम ठप है। जीवन भी ठहर सा गया है। लोगों को बाढ़ का पानी उतरने के बाद कीचड़ और गंदगी के साथ संक्रामक रोग का भय भी सताने लगा है। वरूणा नदी के तटवर्ती क्षेत्र में भी यहीं हाल हैं। लोग बाढ़ उतरने का इंतजार कर रहे है।
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सलारपुर, रसूलगढ़, पुलकोहना, दनियालपुर, सरैयां, शैलपुत्री, नक्खीघाट, हुकुलगंज, चौकाघाट, वरुणा पुल, इमिलिया घाट आदि मोहल्ले में बाढ़ पीड़ित लोग उंचे स्थानों के साथ राहत शिविरों में शरण लिए हुए है। राहत शिविर में रह रहे लोगों की मदद में जिला प्रशासन के अफसर लगे हुए हैं। लोग अब बाढ़ उतरने का इंतजार कर रहे है।
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बारिश का कहर : यूपी में ४४ की मौत हुई
यूपी से लेकर बिहार तक लगातार जारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है । यूपी में जहां बारिश से अलग-अलग हादसों में ४४ लोगों की जान चली गई है, वहीं बिहार में भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है । कई जगहों पर रेल और आवागमन की अन्य सुविधाएं बाधित हैं । गंगा-गंडक जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है । सीएम नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं । उधर, मौसम विभाग ने यूपी और बिहार में अगले दो दिन भारी बारिश की चेतावनी दी है । इसी क्रम में बिहार में १५ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है । बिहार सरकार ने अगले दो दिन तक सभी स्कूलों को बंद रखने का भी निर्देश दिया है । यूपी के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपाया है । मीरजापुर में घंटाघर में कच्चा मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई । वहीं, सुलतानपुर में कच्ची दीवार गिरने से एक मासूम की मौत हो गई । बलिया में भी अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत हो गई । उधर, शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चंदौली में ३, अमेठी और भदोही में २-२ लोग और वाराणसी व अयोध्या में भारिश बारिश से एक-एक लोगों की बारिश के कारण हुए हादसों में मौत हुई है । शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में रहकर बचाव और राहत कार्य पर नजर रखने का निर्देश दिया है । इसके साथ ही मृतक के परिवारवालों को ४ लाख रुपये मुआवजे का भी ऐलान किया । यूपी के राहत कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी का कहना है, 'हमने सभी कलेक्टरों (डीएम) को मौसम के बारे में पूर्वानुमान और चेतावनी जारी की है । आज पूर्वी यूपी के इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है, पश्चिमी यूपी में कम बारिश होगी । गाजीपुर और बलिया में गंगा और गोंडा मेंं एक नदी खतरे के निशान से ऊपर है । सुलतानपुर में लगातार हो रही बारिश के कारण कच्ची दीवार पड़ोसी के पक्के मकान पर गिर पड़ी । दीवार के मलबे में दबकर छह माह की मासूम की मौत हो गई । वहीं, तेरह वर्षीय किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया । उधर, मीरजापुर शहर कोतवाली क्षेत्र के घंटाघर में कच्चा मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई । जिसके मलबे में दबने से जानकारी के अनुसार सतीश कुमार, माधुरी देवी व किशन कुमार की मौत हो गई । घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया । आंबेडकरनगर में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से बुरा हाल है । मकान गिरने की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो चुकी है । शनिवार को राजेसुल्तानपुर थाना इलाके के बांसगांव में एक मकान गिरने पिता-पुत्री की मौत हो गई, जबकि इसी इलाके के तरौना गांव में मकान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई । शुक्रवार को भी दो लोगों की मकान ढहने से मौत हो गई थी । पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के भेलूपुर इलाके के सरस्वती नगर कॉलोनी में रहने वाले केंद्रीय कौशल विकास मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे के आवास में भी बरसात का पानी घुस गया है । जिस कॉलोनी में उनका निवास है वह पूरी तरह बारिश के पानी से भर चुका है, जिसके चलते लोगों के आने-जाने में काफी दिक्कत हो रही है । वाराणसी शहर के अधिकांश मुहल्ले व गलियों में इस समय पानी भरा है । जौनपुर में त्रिलोचन महादेव बाजार के समीप स्थित प्राचीन व ऐतिहासिक शिव मंदिर पर गुरुवार की रात से हो रहे भीषण बरसात के बीच आकाशीय बिजली गिरने के कारणवश मंदिर के गुम्बद कई भाग में क्षतिग्रस्त हो गए है । वहीं, अयोध्या में भारी बारिश से बेतवा नाले का पुल धंस जाने से आवागमन बाधित है । उधर, बिहार में मौसम विभाग ने आने वाले एक-दो दिनों में भारी बारिश को लेकर १५ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है । भारी बारिश की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने पटना सहित अधिकांश जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है ।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आने वाले एक-दो दिनों तक बिहार के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे तथा कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने की आशंका है । राजधानी पटना में बारिश की वजह से मुख्य सड़कों पर डेढ़ से २ फीट पानी भर गया है । पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, किशनगंज, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में खतरनाक बारिश की आशंका जताई जा रही है । मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी । राजधानी पटना समेत मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया, बेतिया, गया, जमुई, औरंगाबाद, जहानाबाद समेत कई अन्य जिलों में भी लगातार बारिश हो रही है । मौसम विभाग ने १५ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है । प्रदेश सरकार ने राज्य के कई जिलों में ऐहतियातन अगले दो दिनों तक स्कूलों में छुट्टी घोषित की है । पटना का शनिवार को अधिकतम पारा २८.० डिग्री सेल्सियस के करीब ही रहने के आसार हैं । गंगा-गंडक जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है । सीएम नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं । पटना में प्रमुख सचिव आपदा प्रबंधन, पटना नगर निगम कमिश्नर और डीएम ने बैठक में तैयारियों पर चर्चा की । आपदा प्रबंधन विभाग का कंट्रोल रूम २४ घंटे खुला रहेगा. कंट्रोल रूम नंबर- ०६१२-२२९४२०४, ०६१२-२२९४२०५, ०६१२-२२१९८१० ।
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उप्र में भारी बारिश के आसार, 10 जिलों में अलर्ट has been published on PRAGATI TIMES
उप्र में भारी बारिश के आसार, 10 जिलों में अलर्ट
लखनऊ, (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के बाद 10 जिलों में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर हाईअलर्ट जारी किए गए हैं।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
जिन 10 जिलों में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है, उनमें लखनऊ, प्रतापगढ़, फैजाबाद, गोंडा, रायबरेली, हरदोई, बाराबंकी, बदायूं, बरेली तथा मुरादाबाद शामिल हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण गंगा, यमुना, सरयू और घाघरा नदियां उफान पर हैं और इनके जलस्तर में आगे और वृद्धि की संभावना है। निचले इलाकों और नदी के किनारे रहने वाले लोगों को उच्चतर क्षेत्रों में जाने की सलाह दी गई है।
राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान गोरखपुर में सर्वाधिक 25.8 मिलीमीटर बारिश एक दिन में दर्ज की गई। वाराणसी में 15.2 मिलीमीटर, बरेली में 11.2 मिलीमीटर, गाजीपुर में 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
बारिश के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान में भी भारी गिरावट आई है।
उप्र मौसम विभाग के निदेशक जे. पी. गुप्ता ने बताया कि राज्य की राजधानी लखनऊ का शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किए गए जाने का अनुमान है।
वतावरण में आद्र्रता सुबह 100 प्रतिशत दर्ज की गई।
लखनऊ के अतिरिक्त गोरखपुर का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री, कानपुर का 18 डिग्री, इलाहाबाद का 20.3 डिग्री और झांसी का 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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बाढ़ के मद्देनजर किया गया दवाओं का वितरण
बाढ़ के मद्देनजर किया गया दवाओं का वितरण
ग़ाज़ीपुर।जनपद गाजीपुर के 5 तहसील गंगा के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित होते हैं। जिसको लेकर एक तरफ जहां जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयारियों में जुट गया है। वहीं स्वास्थ्य महकमा भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने को लेकर कार्य में जुट गया हैं। इसी कड़ी में बाढ़ प्रभावित इलाका मोहम्मदाबाद के अधीक्षक डॉ आशीष राय के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में आवश्यक दवाओं का वितरण करने के साथ ही…
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गाजीपुर: लगातार बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
गाजीपुर: लगातार बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
गाजीपुर(आज़ाद-समाचार)। ख़बर गाजीपुर से है, जहां ज��ले में इन दिनों गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है गंगा के जल स्तर में 1.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार दर्ज की गई हैं। अभी गंगा के जल स्तर में 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ने का अनुमान है।
उक्त बातें केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी मोहम्मद मेराजुद्दीन ने बताई है। वही गंगा के बढ़ते जल स्तर को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर…
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