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#ग्राहक
todaypostlive · 2 years
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समस्तीपुर में हीरा ज्वेलर्स से दिनदहाड़े एक करोड़ की लूट,बोरे में सोना भरकर ले गए
समस्तीपुर में हीरा ज्वेलर्स से दिनदहाड़े एक करोड़ की लूट,बोरे में सोना भरकर ले गए
समस्तीपुर। शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के व्यस्तम इलाके मोहनपुर के हीरा ज्वेलर्स में में मंगलवार को अपराधियों ने 10 मिनट के भीतर एक करोड़ की बड़ी लूट को अंजाम दिया। बताया जाता है कि चार बदमाश ग्राहक बनकर दुकान में घुसे और सोने की अंगूठी दिखाने को कहा। उनके पीछे चार और बदमाश आए, जिनके हाथ में बंदूक थी। हथियार के बल पर उन्होंने लूटपाट की। वारदात में आठ की संख्या में आए हथियारबंद बदमाशों ने धावा…
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vlogrush · 3 months
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सरकारी नौकरी मिलने के बाद क्या करें, जाने जीवन में सफल होने का मंत्र
सरकारी नौकरी सरकारी नौकरी पाने के बाद सफलता कैसे पाएं? जानें करियर और व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण टिप्स। अपने जीवन को सफल बनाने का मार्गदर्शन पाएं।सरकारी नौकरी पाना एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन यह सफलता की यात्रा का केवल पहला कदम है। नौकरी मिलने के बाद आपके सामने नए अवसर और चुनौतियां आती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं और अपने जीवन को सफल बना सकते…
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angrezzzz · 9 months
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दुकान में ग्राहक बुलाने का मंत्र : Dukan Me Grahak Bulane Ka Mantra
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दुकान में ग्राहक बुलाने का मंत्र(Dukan Me Grahak Bulane Ka Mantra): दोस्तों अगर आप भी एक दुकानदार हैं और दुकान में कस्टमर न आने की समस्या से जूझ रहे हैं तो आज की ये पोस्ट सिर्फ आपके लिए ही है। आजकल यहाँ पर हर तीसरा इंसान इस समस्या से जूझ रहा है लेकिन व्ही दूसरी ओर कुछ लोग इससे काफी मुनाफा भी कमा रहे हैं इसके पीछे क्या राज हैं आज हम आपको बताएंगे।
मैं आपको बता दूँ की जितने भी बड़े दुकानदार होने हैं जिनकी एक दिन की बिक्री हज़ारों लाखों में होती है ये सब एक बात का ध्यान रखते हैं। वो है भगवान पे आस्था और सही टोटके या उपाए। ये लोगजब भी कोई काम शुरू करते हैं उससे पहले ये वहां का वास्तु जाँच करते हैं। जो बहुत आवश्यक है और आप देख सकते हैं उन्हें कभी भी ग्राहकों की कमी नहीं होती।
लेकिन आप घबराइए मत, आज हम आपके लिए दुकान में ग्राहक बुलाने का मंत्र लेकर आये हैं। जिसका प्रतिदिन जाप करने मात्र से आप थोड़े दिनों में ही इसके परिणाम देखने लगोगे। तो चलिए जानते हैं कौन से वो मंत्र। और पढ़ें…
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lovingninjablaze · 2 years
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ग्राहक कैसे बढ़ाये | how to increase customer in hindi
grahak kaise badhaye : चाहे आपने कोई भी बिज़नस ही क्यों  न किया हो लेकिन यदि आपके पास ग्राहक नहीं आ रहे है तो आपका बिज़नस काफी लंबा नहीं चल सकता है | बिना कस्टमर के आपका बिज़नस नहीं चल सकता ऐसे में  एक उद्यमी होने के नाते आपको यह समझना चाहिए की ग्राहक ही आपके बिज़नस के आधार होते है | ग्राहक बढ़ेंगे   तो आपकी  बिक्री बढ़ेगी  और जब बिक्री बढ़ेगी तो आपका मुनाफा भी बढेगा , और मुनाफ़ा बढेगा तो आपका बिज़नस…
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mwsnewshindi · 2 years
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चौंका देने वाला! अमेज़न ग्राहक ने 1.5 लाख रुपये से अधिक मैकबुक प्रो का ऑर्डर दिया, बॉक्स के अंदर कुत्ते का भोजन प्राप्त करें
चौंका देने वाला! अमेज़न ग्राहक ने 1.5 लाख रुपये से अधिक मैकबुक प्रो का ऑर्डर दिया, बॉक्स के अंदर कुत्ते का भोजन प्राप्त करें
नई दिल्ली: एक अमेज़ॅन ग्राहक जिसने ई-कॉमर्स वेबसाइट से 1.5 लाख रुपये से अधिक की कीमत का मैकबुक प्रो ऑर्डर किया था, जब पैकेज उसके दरवाजे पर पहुंचा तो वह चौंक गया। हम जिस ग्राहक की बात कर रहे हैं उसने मैकबुक प्रो ऑर्डर किया था। हालांकि, जब उन्हें स्मार्टफोन की डिलीवरी मिली, तो उन्हें आश्चर्य हुआ, उन्होंने ऑर्डर किए गए डिवाइस के बजाय बॉक्स के अंदर कुत्ते का खाना पाया। डर्बीशायर, इंग्लैंड के 61…
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deepjams4 · 10 months
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नारियल पानी ठेले वाला!
बात चाहे पुरानी है मगर अब भी वक्त की कसौटी पे
खरी उतरती संघर्ष की सार्थकता की यह निशानी है
हँसी ठट्ठा नहीं ये तो संघर्षों भरे जीवन की कहानी है!
एक दिन नारियल पानी बेचने वाले के ठेले पर खड़ा
विरोधाभास से भरा एक अजब नज़ारा देख रहा था
एक तरफ़ नारियल पानी के गुणों का बखान करता
खड़ी भीड़ को ठेले वाला नारियल पानी बेच रहा था
दूसरी तरफ़ स्वयं हाथ में गर्म चाय की प्याली लिए
बड़े मज़े से चुसकियाँ लेता चाय अंदर उड़ेल रहा था!
ख़ुद को रोक न सका तो जिज्ञासा वश मैं बोल उठा
क्यों भाई औरों के लिए गुणों से भरा नारियल पानी
मगर अपने लिए ये गर्मागर्म कड़क चाय की प्याली
कहाँ नारियल के ढेरों गुण कहाँ चाय में भरे अवगुण!
कलेजा जलाकर तुम अपने जीवन से बस खेलते हो
खुद के पोषण की सोचो क्यों जहर अंदर उड़ेलते हो
ठेले वाला बोला बाबू छोड़ो लम्बी लम्बी हाँकते हो
ग़रीबी क्या है उसके अंदर भी क्या कभी झाँकते हो!
परिवार के भरण पोषण की ख़ातिर ही श्रम करता हूँ
सब जी सकें उसी यत्न में रात दिन वक्त से लड़ता हूँ
बड़ा ना सही मगर व्यापारी हूँ मुनाफ़ा खूब जानता हूँ
पाँच और पचास रूपये में अंतर मैं ख़ूब पहचानता हूँ!
चाय पर पाँच खर्चता हूँ नारियल पर पचास कमाता हूँ
नारियल पानी खुद पियूँगा तो एक पे पचास गवाऊँगा
अगर पैंतालीस ना मिले तो सब धंधा चौपट कराऊँगा
यह नुक़सान कहाँ से भरूँगा अपना घर कैसे चलाऊँगा!
ज़हर अमृत गुण अवगुण ऊँचे आदर्श कौन पालता है
यह भूखा पेट नैतिकता अनैतिकता कहाँ पहचानता है
गुणगान बखान तो बस मेरा धंधा करने का तरीक़ा है
बाक़ी ग्राहक की मर्ज़ी पे छोड़ा सच्च वो ही जानता है!
उसकी बातों से उसके दिल में दबी पीड़ा झलक गयी
उसकी आँखों से अश्रु धारा बनके वो सारी टपक गयी
वहाँ विचलित मन लिए मैं निशब्द सोचता ही रह गया
ज़िन्दगी की कड़वी सच्चाई देखकर नारियल पानी की
मिठास में छुपे कड़वे सच्च में मैं यकायक ही बह गया!
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top-leaders-in-india · 2 months
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निम्न लागत, व्यवसाय करने की सुविधा हमारी प्राथमिकता — कर्नल राज्यवर्धन राठौर
निम्न लागत, व्यवसाय करने की सुविधा हमारी प्राथमिकता — कर्नल राज्यवर्धन राठौर
परिचय
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निम्न लागत का महत्व
आज की दुनिया में व्यापारिक माहौल में निम्न लागत का महत्व अत्यंत बढ़ गया है। व्यवसायिक संचालन में कम लागत से कार्य ��रना व्यवसायिक स्थिरता और वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। हमारा प्रयास है कि हम निम्न लागत में व्यवसाय करने के लिए संगठित तरीके से समर्थन प्रदान करें, जिससे व्यापारिक संचालन में छोटे व्यय से काम किया जा सके।
व्यवसाय करने की सुविधा
व्यवसाय करने की सुविधा में सुधार करने के लिए हम निरंतर प्रयासरत रहते हैं। एक सुचारु और पारदर्शी व्यवस्था से हम सुनिश्चित करते हैं कि व्यवसायिक संचालन में कोई भी कठिनाई न हो, और सभी प्रक्रियाएँ स्मूद रहें।
तकनीकी उपकरणों का उपयोग
हम व्यवसाय करने की सुविधा में सुधार करने के लिए उच्च-तकनीकी उपकरणों का उपयोग करते हैं। इससे हमारे ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान कर सकते हैं और व्यवसाय के संचालन में आसानी होती है।
संचालन में आधारभूत सुधार
हमारा लक्ष्य होता है कि व्यवसायिक संचालन में आधारभूत सुधार करके व्यवसायिक प्रक्रियाओं को और भी सरल और अधिक अनुकूल बनाएं। इससे हमारे ग्राहक और सहयोगी अधिक उत्साहित होते हैं और हमारे व्यवसाय की स्थिरता में सुधार होता है।
समाप्ति
इस प्रक्रिया के माध्यम से हम निम्न लागत और व्यवसाय करने की सुविधा में सुधार करने के प्रति समर्थन प्रदान करते हैं। हम इसे हमारे व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण मानक बनाते हैं और व्यापारिक प्रक्रियाओं में अधिक सरलता और पारदर्शिता लाते हैं।
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hindisoup · 2 years
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This is the final 30/30 vocab list for this November challenge. I made it! Thank you @guillemelgat so much for inspiring this challenge! 🧡🧡
Office Vocabulary
कार्यालय, दफ़्तर - office, bureau (masculine) * and office can be निजी (private) or साझा (shared). कार्यस्थान - workspace, workplace (masculine) रोज़गार - employment (masculine) कार्य, काम - work, task (masculine) नौकरी - job (feminine) * work or job can be for example लिपीकीय (clerical), प्रशासनिक (administrative) or प्रबंधकीय (managerial), अंशकालिक (part time) or पूर्णकालिक (full time). * मोजूदा नौकरी - current job (feminine) काम करना - to work (transitive) संगठन - organization (masculine) संस्था - institution (feminine) कंपनी - company (feminine) व्यवसाय - business, occupation (masculine) व्यवसायी - businessman (masculine) नियोक्ता - employer (masculine) ओहदा - position, post (masculine) कर्तव्य - role, duty (masculine) कनिष्ठ - junior (adjective) वरिष्ठ - senior (adjective) आधिकारिक - official, governmental (adjective) अधिकारी - officer, officials (masculine) विभाग - department (masculine) * बिक्री विभाग - sales department सहकर्मी, काम साथी - coworker, colleague (masculine) कर्मचारी - employee, staff member (masculine) कार्यकर्ता - worker (masculine) कार्यकारी - executive, working (adjective) निदेशक - director, administrator (masculine) प्रबंधक - manager, administrator (masculine) प्रबंधन - management (masculine) प्रशासन - administration (masculine) अधीक्षण - supervision (masculine) मालिक, पर्यवेक्षक - boss, supervisor (masculine) मुख्य कार्यकारी अधिकारी - CEO (masculine) प्रतिनिधि - 1. representative, 2. substitute (masculine) समूह के नेता - team leader (masculine) समूह का सदस्य - team member (masculine) लिपिक - clerk (masculine) सचिव - secretary (masculine or feminine) सुरक्षा प्रहरी - security guard (masculine) ग्राहक - client, customer (masculine) आगंतुक - visitor (masculine)
Getting and Leaving a Job
नौकरी की तलाश में होना - to look for a job (intransitive) नौकरी का आवेदन - job application (masculine) नौकरी के लिए आवेदन करना - to apply for a job (transitive) कार्य अनुभव - work experience (masculine) नौकरी के लिए साक्षात्कार - job interview (masculine) दबाव संभालना - to handle pressure (transitive) वेतन - salary, wages (masculine), also तनख़्वाह (feminine) अधिलाभ - bonus (masculine) कमाना - to earn (transitive) समझौता - agreement, negotiation (masculine) हाथ मिलाना - to shake hands (transitive) नौकरी का प्रस्ताव - job offer (masculine) नौकरी हासिल करना - to get a job (transitive) नौकरी देना - to hire, employ (transitive) हड़ताल - strike (feminine) संघ - union (masculine) इस्तीफ़ा, त्यागपत्र - resignation (masculine) * नौकरी से इस्तीफा देना - to resign from a job (transitive) नौकरी छोड़ना - to leave a job सेवानिवृत्त हो जाना - to retire (intransitive)
At Work
कार्यालय की इमारत - office building (feminine) मंज़िल - floor, storey (feminine) बहुमंजिला - multi-storey (adjective) परिचय पत्र - ID card (masculine) कुंजी कार्ड - key card (masculine) लॉबी - lobby, waiting area (feminine), also प्रतीक्षा क्षेत्र (masculine) लिफ़्ट - elevator, lift (feminine) मुख्यालय, मुख्य कार्यालय - headquarters, head office (masculine) शाखा - branch (feminine) बैठक, सम्मेलन - meeting (masculine), also मीटिंग, सभा (feminine) * बैठक का कमरा - meeting room * फ़ोन सम्मेलन - conference call, phone conference * ऑनलाइन बैठक - online meeting * बैठक निर्धारित करना - to schedule a meeting (transitive), also मीटिंग शेड्यूल करना विश्राम कक्ष - lounge (masculine) घन कक्ष - cubicle (masculine) समय पर पहुंचना - to arrive on time (intransitive) ब्रेक लेना - to take a break (transitive) कॉफी ब्रेक पर होना - to be on a coffee break (intransitive) भोजनावकाश - lunch break (masculine) दस्तावेज - document (masculine) हस्ताक्षर करना - to sign, to write a signature (transitive) अभिलेख - records (masculine) फाइल - file (feminine) फाइलें रखने की अलमारी - filing cabinet (feminine) ईमेल लिखना - to write an email (transitive) भेजना - to send (transitive) फ़ोन उठाना - to answer the phone (transitive) फ़ोन करना - to make a call (transitive) प्रिंट करना - to print (transitive) प्रति बनाना - to make a copy (transitive) मंथन करना - to brainstorm (transitive) परियोजना - project (feminine) * परियोजना ख़त्म करना - to finish a project (transitive)
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wayfurer81 · 1 year
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Youtube subscriber kaise badhaye
Welcome to post about youtube subscriber kaise badhaye free क्या आप एक यूट्यूबर हैं? या आप एक बड़े यूट्यूबर बनना चाहते हैं? यदि आप एक बड़े YouTuber बनना चाहते हैं, तो आपको बहुत सारे सब्सक्राइबर की आवश्यकता है! क्या आपके पास बहुत सारे ग्राहक हैं? कोई बात नहीं, अगर नहीं तो आप हमारे बताए तरीके से आसानी से अपने यूट्यूब सब्सक्राइबर्स बढ़ा सकते हैं!
Youtube subscriber kaise badhaye
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somnathpall · 1 year
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प्रशन :- ओशो, क्या कुछ आत्माएं शरीर छोड़ने के बाद भटकती रह जाती हैं?
कुछ आत्माएं निश्चित ही शरीर छोड़ने के बाद एकदम से दूसरा शरीर ग्रहण नहीं कर पाती हैं। उसका कारण ? उसका कारण है। और उसका कारण शायद आपने कभी न सोचा होगा कि यह कारण हो सकता है।
दुनिया में अगर हम सारी आत्माओं को विभाजित करें, सारे व्यक्तित्वों को, तो वे तीन तरह के मालूम पड़ेंगे। एक तो अत्यंत निकृष्ट, अत्यंत हीन चित्त के लोग; एक अत्यंत उच्च, अत्यंत श्रेष्ठ, अत्यंत पवित्र किस्म के लोग; और फिर बीच की एक भीड़ जो दोनों का तालमेल है, जो बुरे और भले को मेल-मिलाकर चलती है।
जैसे कि अगर डमरू हम देखें, तो डमरू दोनों तरफ चौड़ा है और बीच में पतला होता है। डमरू को उलटा कर लें। दोनों तरफ पतला और बीच में चौड़ा हो जाए, तो हम दुनिया की स्थिति समझ लेंगे। दोनों तरफ छोर और बीच में मोटा - डमरू उलटा । इन छोरों पर थोड़ी-सी आत्माएं हैं। निकृष्टतम आत्माओं को भी मुश्किल हो जाती है नया शरीर खोजने में और श्रेष्ठ आत्माओं को भी मुश्किल हो जाती है नया शरीर खोजने में। बीच की आत्माओं को जरा भी देर नहीं लगती। यहां मरे नहीं, वहां नई यात्रा शुरू हो गई। उसके कारण हैं। उसका कारण यह है कि साधारण, मीडियाकर, मध्य की जो आत्माएं हैं, उनके योग्य गर्भ सदा उपलब्ध रहते हैं।
मैं आपको कहना चाहूंगा कि जैसे ही आदमी मरता है, मरते ही उसके सामने सैकड़ों लोग संभोग करते हुए, सैकड़ों जोड़े दिखाई पड़ते हैं, मरते ही । और जिस जोड़े के प्रति वह आकर्षित हो जाता है, वहां गर्भ में प्रवेश कर जाता है। लेकिन बहुत श्रेष्ठ आत्माएं साधारण गर्भ में प्रवेश नहीं कर सकतीं। उनके लिए असाधारण गर्भ की जरूरत है, जहां असाधारण संभावनाएं व्यक्तित्व की मिल सकें। तो श्रेष्ठ आत्माओं को रुक जाना पड़ता है। निकृष्ट आत्माओं को भी रुक जाना पड़ता है, क्योंकि उनके योग्य भी गर्भ नहीं मिलता। क्योंकि उनके योग्य मतलब अत्यंत अयोग्य गर्भ मिलना चाहिए, वह भी साधारण नहीं है। तो श्रेष्ठ और निकृष्ट, दोनों को रुक जाना पड़ता है। साधारण जन एकदम जन्म ले लेता है, उसके लिए कोई कठिनाई नहीं है। उसके लिए निरंतर बाजार में गर्भ उपलब्ध हैं। वह तत्काल किसी गर्भ के प्रति आकर्षित हो जाता है।
सुबह मैंने बारदो की बात की थी। बारदो की प्रक्रिया में मरते हुए आदमी को यह भी कहा जाता है कि अभी तुझे सैकड़ों जोड़े भोग करते हुए, संभोग करते हुए दिखाई पड़ेंगे। तू जरा सोचकर, जरा रुककर, जरा ठहरकर गर्भ में प्रवेश करना। जल्दी मत करना, ठहर, थोड़ा ठहर ! थोड़ा ठहरकर किसी गर्भ में जाना। एकदम मत चले जाना।
जैसे कोई आदमी बाजार में खरीदने गया है सामान। पहली दुकान पर ही प्रवेश कर जाता है। शो रूम में जो भी लटका हुआ दिखाई पड़ जाता है, वही आकर्षित कर लेता है। लेकिन बुद्धिमान ग्राहक दस दुकान भी देखता है उलट-पलट करता है, भाव-ताव करता है, खोजबीन करता है, , फिर निर्णय करता है। नासमझ जल्दी से पहले ही जो उसकी आंख में पड़ जाती है चीज, वहीं चला जाता है।
तो बारदो की प्रक्रिया में मरते हुए आदमी से कहा जाता है कि सावधान! जल्दी मत करना। जल्दी मत करना। खोजना, सोचना, विचारना, जल्दी मत करना। क्योंकि सैकड़ों लोग निरंतर संभोग में हैं। सैकड़ों जोड़े उसे स्पष्ट दिखाई पड़ते हैं। और जो जोड़ा उसे आकर्षित कर लेता है - और वह जोड़ा उसे आकर्षित करता है जो उसके योग्य गर्भ देने के लिए क्षमतावान होता है।
तो श्रेष्ठ और निकृष्ट आत्माएं रुक जाती हैं। उनके लिए प्रतीक्षा करनी पड़ती है कि जब उनके योग्य गर्भ मिले। निकृष्ट आत्माओं को उतना निकृष्ट गर्भ दिखाई नहीं पड़ता, जहां वे अपनी संभावनाएं पूरी कर सकें। श्रेष्ठ आत्मा को भी नहीं दिखाई पड़ता !
निकृष्ट आत्माएं जो रुक जाती हैं, उनको हम प्रेत कहते हैं। और श्रेष्ठ आत्माएं जो रुक जाती हैं, उनको हम देवता कहते हैं। देवता का अर्थ है, वे श्रेष्ठ आत्माएं जो रुक गई। और प्रेत का अर्थ, भूत का अर्थ है, वे आत्माएं जो निकृष्ट होने के कारण रुक गई। साधारण जन के लिए निरंतर गर्भ उपलब्ध है। वह तत्काल मरा और प्रवेश कर जाता है। क्षण भर की भी देरी नहीं लगती। यहां समाप्त नहीं हुआ, और वहां वह प्रवेश करने लगता है।
जो आत्माएं रुक जाती हैं, क्या वे किसी के शरीर में प्रवेश करके उसे परेशान कर सकती हैं?
इसकी भी संभावना है। क्योंकि वे आत्माएं, जिनको शरीर नहीं मिलता, शरीर के बिना बहुत पीड़ित होने लगती हैं । निकृष्ट आत्माएं शरीर के बिना बहुत पीड़ित होने लगती हैं। श्रेष्ठ आत्माएं शरीर के बिना अत्यंत प्रफुल्लित हो जाती हैं। यह फर्क ध्यान में रखना चाहिए। क्योंकि श्रेष्ठ आत्मा शरीर को निरंतर ही किसी न किसी रूप में बंधन अनुभव करती है और चाहती है कि इतनी हलकी हो जाए कि शरीर का बोझ भी न रह जाए। अंततः वह शरीर से भी मुक्त हो जाना चाहती है, क्योंकि शरीर भी एक कारागृह मालूम होता है। अंततः उसे लगता है कि शरीर भी कुछ ऐसे काम करवा लेता है, जो न करने योग्य हैं। इसलिए वह शरीर के लिए बहुत मोहग्रस्त नहीं होता। निकृष्ट आत्मा शरीर के बिना एक क्षण नहीं जी सकती है। क्योंकि उसका सारा रस, सारा सुख शरीर से ही बंधा होता है।
शरीर के बिना कुछ आनंद लिए जा सकते हैं। जैसे समझें, एक विचारक है। तो विचारक का जो आनंद है, वह शरीर के बिना भी उपलब्ध हो जाता है। क्योंकि विचार का शरीर से कोई संबंध नहीं है। तो अगर एक विचारक की आत्मा भटक जाए, शरीर न मिले, तो उस आत्मा को शरीर लेने की कोई तीव्रता नहीं होती, क्योंकि विचार का आनंद तब भी लिया जा सकता है। लेकिन समझो कि एक भोजन करने में रस लेने वाला आदमी है, तो शरीर के बिना भोजन करने का रस असंभव है। तो उसके प्राण बड़े छटपटाने लगते हैं कि वह कैसे प्रवेश कर जाए। और उसके योग्य गर्भ न मिलता हो, तो वह किसी कमजोर आत्मा में— कमजोर आत्मा से मतलब है ऐसी आत्मा, जो अपने शरीर की मालिक नहीं है—उस शरीर में वह प्रवेश कर सकता है, किसी कमजोर आत्मा की भय की स्थिति में।
और ध्यान रहे, भय का एक बहुत गहरा अर्थ है। भय का अर्थ है जो सिकोड़ दे। जब आप भयभीत होते हैं, तो आप सिकुड़ जाते हैं। जब आप प्रफुल्लित होते हैं, तो आप फैल जाते हैं। जब कोई व्यक्ति भयभीत होता है, तो उसकी आत्मा सिकुड़ जाती है और उसके शरीर में बहुत जगह छूट जाती है, जहां कोई दूसरी आत्मा प्रवेश कर सकती है। एक नहीं बहुत आत्माएं भी एकदम से प्रवेश कर सकती हैं। इसलिए भय की स्थिति में कोई आत्मा किसी शरीर में प्रवेश कर सकती है। और करने का कुल कारण इतना होता है कि उसके जो रस हैं, वे शरीर से बंधे हैं। वे दूसरे के शरीर मैं प्रवेश करके लेने की वह कोशिश करती है। इसकी पूरी संभावना है, इसके पूरे तथ्य हैं, इसकी पूरी वास्तविकता है। इसका यह मतलब हुआ कि एक तो भयभीत व्यक्ति हमेशा खतरे में है। जो भयभीत है, उसे खतरा हो सकता है। क्योंकि वह सिकुड़ी हुई हालत में होता है। वह अपने मकान में, अपने घर के एक कमरे में रहता है, बाकी कमरे उसके खाली पड़े रहते हैं। बाकी कमरों में दूसरे लोग मेहमान बन सकते हैं।
कभी-कभी श्रेष्ठ आत्माएं भी शरीर में प्रवेश करती हैं, कभी-कभी। लेकिन उनका प्रवेश बहुत दूसरे कारणों से होता है। कुछ कृत्य हैं करुणा के, जो शरीर के बिना नहीं किए जा सकते। जैसे समझें, एक घर में आग लगी है, एक घर में आग लग गई है। और कोई उस घर में आग को बचाने को नहीं जा रहा है। भीड़ बाहर घिरी खड़ी है, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती कि आग में बढ़ जाए। और तब अचानक एक आदमी बढ़ जाता है। और वह आदमी बाद में बताता है कि मुझे समझ में नहीं आया कि मैं किस ताकत के प्रभाव में बढ़ गया। मेरी तो हिम्मत न थी और वह बढ़ जाता है, और आग बुझाने लगता है, और आग बुझा लेता है, और किसी को बचाकर बाहर निकल आता है। और वह आदमी खुद कहता है कि ऐसा लगता है कि मेरे हाथ की बात नहीं है यह, कुछ किसी और ने मुझसे करवा लिया है। ऐसी किसी घड़ी में जहां कि किसी शुभ कार्य के लिए आदमी हिम्मत न जुटा पाता हो, कोई श्रेष्ठ आत्मा भी प्रवेश कर सकती है। लेकिन ये घटनाएं कम होती हैं।
निकृष्ट आत्मा निरंतर शरीर के लिए आतुर रहती है। उसके सारे रस उनसे बंधे हैं और यह बात भी ध्यान में रख लेनी चाहिए कि मध्य की आत्माओं के लिए कोई बाधा नहीं है, उनके लिए निरंतर गर्भ उपलब्ध हैं।
इसीलिए श्रेष्ठ आत्माएं कभी-कभी सैकड़ों वर्षों के बाद ही पैदा हो पाती हैं। और यह भी जानकर हैरानी होगी कि जब श्रेष्ठ आत्माएं पैदा होती हैं, तो करीब-करीब पूरी पृथ्वी पर श्रेष्ठ आत्माएं एक साथ पैदा हो जाती हैं। जैसे कि बुद्ध और महावीर भारत में पैदा हुए आज से पच्चीस सौ वर्ष पहले। बुद्ध, महावीर दोनों बिहार में पैदा हुए। और उसी समय बिहार में छह और अदभुत विचारक थे। उनका नाम शेष नहीं रह सका, क्योंकि उन्होंने कोई अनुयायी नहीं बनाए और कोई कारण न था, वे बुद्ध और महावीर की ही हैसियत के लोग थे। लेकिन उन्होंने बड़े हिम्मत का प्रयोग किया। उन्होंने कोई अनुयायी नहीं बनाए। उनमें एक आदमी था प्रबुद्ध कात्यायन, एक आदमी था अजित सकंबल, एक था संजय वेलट्ठीपुत्त, एक था मक्खली गोशाल, और लोग थे। उस समय ठीक बिहार में एक साथ आठ आदमी एक ही प्रतिभा के, एक ही क्षमता के पैदा हो गए। और सिर्फ बिहार में, एक छोटे-से इलाके में सारी दुनिया के। ये आठों आत्माएं बहुत देर से प्रतीक्षारत थीं और मौका मिल सका तो एकदम से भी मिल गया।
और अक्सर ऐसा होता है कि एक श्रृंखला होती है अच्छे की भी और बुरे की भी उसी समय यूनान में सुकरात पैदा हुआ थोड़े समय के बाद, अरस्तू पैदा हुआ, प्लेटो पैदा हुआ। उसी समय चीन में कनफ्यूशियस पैदा हुआ, लाओत्से पैदा हुआ, मेन्शियस पैदा हुआ, च्वांगत्से पैदा उसी समय सारी दुनिया के कोने-कोने में कुछ अद्भुत लोग एकदम से पैदा हुए। सारा पृथ्वी कुछ अदभुत लोगों से भर गई। ऐसा प्रतीत होता है कि ये सारे लोग प्रतीक्षारत थे, प्रतीक्षारत थीं उनकी आत्माएं: और एक मौका आया और गर्भ उपलब्ध हो सके, और जब गर्भ उपलब्ध होने का मौका आता है, तो बहुत से गर्भ एक साथ उपलब्ध हो जाते हैं। जैसे कि फूल खिलता है एक फूल का मौसम आया है, एक फूल खिला; और आप पाते हैं कि दूसरा खिला और तीसरा खिला फूल प्रतीक्षा कर रहे थे और खिल गए। सुबह हुई, सूरज निकलने की प्रतीक्षा थी और कुछ फूल खिलने शुरू हुए, कलियां टूटी, इधर फूल खिला, उधर फूल खिला । रात भर से फूल प्रतीक्षा कर रहे थे, सूरज निकला और फूल खिल गए।
ठीक ऐसा ही निकृष्ट आत्माओं के लिए भी होता है। जब पृथ्वी पर उनके लिए योग्य वातावरण मिलता है, तो एक साथ एक श्रृंखला में वे पैदा हो जाते हैं। जैसे हमारे इस युग ने भी हिटलर और स्टेलिन और माओ जैसे लोग एकदम से पैदा किए। एकदम से ऐसे खतरनाक लोग पैदा हुए, जिनको हजारों साल तक प्रतीक्षा करनी पड़ी होगी। क्योंकि स्टैलिन या हिटलर या माओ जैसे आदमियों को भी जल्दी पैदा नहीं किया जा सकता.....
अकेले स्टैलिन ने रूस में कोई साठ लाख लोगों की हत्या की अकेले एक आदमी ने और हिटलर ने अकेले एक आदमी ने कोई एक करोड़ लोगों की हत्या की हिटलर ने हत्या के ऐसे साधन ईजाद किए, जैसे पृथ्वी पर कभी किसी ने नहीं किए थे। हिटलर ने इतनी सामूहिक हत्या की, जैसी कभी किसी आदमी ने नहीं की थी। तैमूरलंग और चंगीजखान सब बचकाने सिद्ध हो गए।
हिटलर ने गैस चेंबर्स बनाए उसने कहा, एक-एक आदमी को मारना तो बहुत महंगा है। एक-एक आदमी को मारो, तो गोली बहुत महंगी पड़ती है। एक-एक आदमी को मारना महंगा है, एक-एक आदमी को कब्र में दफनाना महंगा है। एक-एक आदमी की लाश को उठाकर गांव के बाहर फेंकना बहुत महंगा है। तो कलेक्टिव मर्डर, सामूहिक हत्या कैसे की जाए!
लेकिन सामूहिक हत्या भी करने के उपाय हैं। अभी अहमदाबाद में कर दी या कहीं और की, लेकिन ये बहुत महंगे उपाय हैं। एक-एक आदमी को मारो, बहुत तकलीफ होती है, बहुत परेशानी होती है, और बहुत देर भी लगती है। ऐसे एक-एक को मारोगे, तो काम ही नहीं चल सकता। इधर एक मारो, उधर एक पैदा हो जाता है। ऐसे मारने से कोई फायदा नहीं होता।
तो हिटलर ने गैस चैंबर बनाए। एक-एक चैंबर में पांच-पांच हजार लोगों को इकट्ठा खड़ा करके बिजली का ब���न दबाकर एकदम वाष्पीभूत किया जा सकता है। बस पांच हजार लोग खड़े किए, बटन दवा, वे गए। एकदम गए, इसके बाद हॉल खाली। वे गैस बन गए। इतनी तेज चारों तरफ से बिजली गई कि वे गैस हो गए न उनकी कब्र बनानी पड़ी, न उनको कहीं मारकर खून गिराना पड़ा। खून-वून गिराने का जुर्म हिटलर पर कोई नहीं लगा सकता ! अगर पुरानी किताबों से भगवान चलता होगा, तो हिटलर को बिलकुल निर्दोष पाएगा। उसने खून किसी का गिराया नहीं, किसी की छाती में छुरा मारा नहीं, उसने ऐसी तरकीब निकाली जिसका कहीं वर्णन ही नहीं था। उसने बिलकुल नई तरकीब निकाली, गैस चैंबर जिसमें आदमी को खड़ा करो, बिजली की गर्मी तेज करो, एकदम वाष्पीभूत हो जाए, एकदम हवा हो जाए, बात खतम हो गई। उस आदमी का फिर नामोल्लेख भी खोजना मुश्किल है, हड्डी खोजना मुश्किल है, उस आदमी की चमड़ी खोजना मुश्किल है। वह गया। , पहली दफा हिटलर ने इस तरह आदमी उड़ाए जैसे पानी को गर्म करके भाप बनाया जाता है। पानी कहां गया, पता लगाना मुश्किल है। ऐसा खो गया आदमी। ऐसे गैस चैंबर बनाकर उसने अंदाजन एक करोड़ आदमियों को गैस चेंबर में उड़ा दिया।
ऐसे आदमी को जल्दी जन्म मिलना बड़ा मुश्किल है। और अच्छा ही है कि नहीं मिलता। नहीं तो बहुत कठिनाई हो जाए। अब हिटलर को बहुत प्रतीक्षा करनी पड़ेगी फिर बहुत समय लग सकता है अब हिटलर को दोबारा वापस लौटने के लिए। बहुत कठिन मामला है। क्योंकि इतना निकृष्ट गर्भ अब फिर से उपलब्ध हो। और गर्भ उपलब्ध होने का मतलब क्या है? गर्भ उपलब्ध होने का मतलब है उस मां और पिता की लंबी श्रृंखला दुष्टता का पोषण कर रही है-लंबी श्रृंखला । एकाध जीवन में कोई आदमी इतनी दुष्टता पैदा नहीं कर सकता कि उसका गर्भ हिटलर के योग्य हो जाए। एक आदमी कितनी दुष्टता करेगा? एक आदमी कितनी हत्याएं करेगा ? हिटलर जैसा बेटा पैदा करने के लिए, हिटलर जैसा बेटा किसी को अपना मां-बाप चुने इसके लिए सैकड़ों, हजारों, लाखों वर्षों की लंबी कठोरता की परंपरा ही कारगर हो सकती है। यानी सैकड़ों, हजारों वर्ष तक कोई आदमी बूचड़खाने में काम करते ही रहे हों, तब नस्ल इस योग्य हो पाएगी, बीजाणु इस योग्य हो पाएगा कि हिटलर जैसा बेटा उसको पसंद करे और उसमें प्रवेश करे।
ठीक वैसा ही भली आत्मा के लिए भी है। लेकिन सामान्य आत्मा के लिए कोई कठिनाई नहीं है। उसके लिए रोज गर्भ उपलब्ध है। क्योंकि उसकी इतनी भीड़ है और इतने गर्भ चारों तरफ उसके लिए तैयार हैं; और उसकी कोई विशेष, कोई विशेष उसकी मांगें नहीं हैं। उसकी मांगें बड़ी साधारण हैं। वही खाने की, पीने की, पैसा कमाने की, काम-भोग की, इज्जत की, आदर की, पद की, मिनिस्टर हो जाने की, इस तरह की सामान्य इच्छाएं हैं। इस तरह की इच्छाओं वाला गर्भ कहीं भी मिल सकता है, क्योंकि इतनी साधारण कामनाएं हैं कि सभी की हैं। हर मां-बाप ऐसे बेटे को चुनाव के लिए अवसर दे सकता है।
लेकिन अब किसी आदमी को एक करोड़ आदमी मारने हैं, तो ऐसी आत्माओं को प्रतीक्षा करनी पड़ेगी ! और यदि किसी आदमी को ऐसी पवित्रता से जीना है कि उसके पैर का दबाव भी पृथ्वी पर न पड़े, इतने प्रेम से जीना है कि उसका प्रेम भी किसी को कष्ट न दे पाए, उसका प्रेम भी किसी के लिए बोझिल न हो जाए, तो फिर ऐसी आत्माओं को भी प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।
(मैं मृत्यु सिखाता हूं )
||osho||
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vlogrush · 3 months
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सरकारी नौकरी मिलने के बाद क्या करें, जाने जीवन में सफल होने का मंत्र
सरकारी नौकरी सरकारी नौकरी पाने के बाद सफलता कैसे पाएं? जानें करियर और व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण टिप्स। अपने जीवन को सफल बनाने का मार्गदर्शन पाएं।सरकारी नौकरी पाना एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन यह सफलता की यात्रा का केवल पहला कदम है। नौकरी मिलने के बाद आपके सामने नए अवसर और चुनौतियां आती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं और अपने जीवन को सफल बना सकते…
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angrezzzz · 9 months
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दुकान में ग्राहक नहीं आ रहे हैं तो करें ये उपाए, 100% दुकान रहेगी फुल
दुकान में ग्राहक नहीं आ रहे हैं, ऐसी समस्या की शिकायत अक्सर बहुत से लोग करते हैं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाता। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे उपाय या टोटके जिनकी मदद से आपकी दुकान में कस्टमर आना शुरू हो जायेंगे।
मार्किट में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों की सफलता से जलते हैं और उन्हें निचे गिराने के लिए कोई न कोई टोन टोटके करते हैं ताकि वे उनसे बड़े व्यापारी न बन जाये। ऐसे में इस प्रकार के लोगों से बचने के लिए बहुत से उपाय दिए गए हैं, जिन्हे हम आज आपके साथ साझा करेंगे। Read more…
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lovingninjablaze · 2 years
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दुकान का प्रचार कैसे करे | how to advertise a shop in hindi
dukan ka prachar kaise kare: बदलते दौर में किसी व्यवसाय के लिए मार्केटिंग यानी उसका प्रचार काफी अहमियत रखता है। खासकर तब जब आप किसी व्यवसाय में नए होते है । आजकल किसी व्यवसाय के लिए मार्केटिंग करना बहुत आसान हो चुका है पहले  ज्यादातर मार्केटिंग ऑफलाइन ही हुआ करती थी जैसे कि न्यूज पेपर में विज्ञापन देकर , पॉम्पलेट के माध्यम से इत्यादि । आज दौर इंटरनेट का है और ज्यादातर लोग इसी के माध्यम से अपने…
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marathinewslive24 · 1 year
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Zerodha Review 2023
यावेळी झिरोधा हा सर्वोत्तम स्टॉक ब्रोकर आहे. ते एक उत्कृष्ट ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लॅटफॉर्म ऑफर करतात, कमी ब्रोकरेज फी आकारतात आणि सर्वात पारदर्शक स्टॉक ब्रोकर म्हणून ओळखले जातात. सतत सुधारणा आणि नावीन्यपूर्णतेने त्यांना भारतातील सर्वात वेगाने वाढणारी फिनटेक कंपनी बनवली. Zerodha ची मुख्य शक्ती येथे आहेतः
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यापैकी एक सर्वात सुरक्षित, सर्वात विश्वासार्ह आणि विश्वासार्ह दलाल.
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इक्विटी डिलिव्हरी आणि म्युच्युअल फंडांसाठी शून्य ब्रोकरेज शुल्क आकारते.
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Zerodha review 2023
Zerodha भारतातील सर्वात तांत्रिकदृष्ट्या प्रगत स्टॉक ब्रोकर आहे. त्याने आपल्या ग्राहकांसाठी एकाधिक ट्रेडिंग सॉफ्टवेअर तयार केले आहेत. हे आहेत:Zerodha Kite (वेब आणि मोबाइल ट्रेडिंग अॅप),नाणे (म्युच्युअल फंड गुंतवणूक व्यासपीठ), विद्यापीठ (गुंतवणूकदार शिक्षण कार्यक्रम), ट्रेडिंग प्रश्नोत्तरे आणि इतर अनेक साधने. Zerodha स्मॉलकेस (थीमॅटिक इन्व्हेस्टमेंट प्लॅटफॉर्म), स्ट्रीक (अल्गो आणि स्ट्रॅटेजी प्लॅटफॉर्म), सेन्सिबुल (ऑप्शन ट्रेडिंग प्लॅटफॉर्म), गोल्डनपी (बॉन्ड ट्रेडिंग प्लॅटफॉर्म) आणि डिट्टो (विमा) देखील ऑफर करते.
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sonuonlinetechnical · 2 years
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मैं नीचे दिए गए सभी कार्यों में निपुण और राष्ट्रीय पंजीकृत हूं इसमें जो भी काम दिए गए हैं मैं उसे अच्छे तौर तरीका से ग्राहकों के साथ अच्छे शब्द व्यवहार के साथ अपनी दुकान को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सेवाएं को मुहैया कराते हैं तथा सारे ग्राहकों का सभी डाटा सुरक्षित तरीके से यहां संरक्षित या कहें उसे स्टोर कर रखा जाता है और ग्राहकों को किसी प्रकार की समस्याओं उत्पन्न होने पर उन्हें तत्काल स्टोर से डाटा मैच की मैचिंग कर उन्हें तत्काल समस्याओं को समाधान कर दिए जाते हैं इस दुकान में या कहें इस ग्राहक सेवा केंद्र में आपको छोटे से छोटे काम फोटोकॉपी से लेकर आधार कार्ड पैन कार्ड वोटर कार्ड हेल्थ कार्ड आयुष्मान कार्ड राशन कार्ड नया बिजली कनेक्शन सभी प्रकार के डाटा को डाउनलोडिंग एवं अपलोडिंग एवं नया जेनरेट डाटा यानी नए कार्डों का निर्माण तथा बैंकों का बैलेंस की जानकारी एवं सभी बैंकों का मनी ट्रांसफर जहां तक कहा जाए छोटे-मोटे प्रक्रिया रिचार्ज से लेकर बिल पेमेंट तक के यानी यहां सब प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है इसमें किसी प्रकार की समस्या नहीं है और अगर समस्या कोई उत्पन्न भी होती है तो एक हो सकती है आर्थिक समस्या जो कि कस्टमर को उस समय वेट करने के बाद उन्हें उनकी सारे प्रॉब्लम स्कोर सारे सुविधा में से जो उनकी सुविधा चाहिए मुहैया करा दी जाती है यहां पर फिनो पेमेंट बैंक के सीएसपी के साथ-साथ अन्य बैंकों का सीएसपी जैसे कि यस बैंक का सीएसपी मतलब पेनियर बाय के साथ काम करना और इंडिया पे स्पाइस मनी तथा नोवोपय एवं इसके अल्टरनेटिव कई साइटों को लगातार कस्टमर के कस्टमर के जरूरतों के हिसाब से खाता खोलना हाथों हाथ एटीएम कार्ड उम्र कायदे को ध्यान में रखते हुए मुहैया कराना की सेवा उपलब्ध है ग्राहकों का विश्वास और हमारा ग्राहकों के प्रति कुशल व्यवहार कुशल व्यवहार रखना हमारी जिम्मेदारी है और ग्राहकों से आर्थिक मामलों में भी उतनी ही शुल्क लिए जाते हैं जितने में ना ग्राहकों को किसी प्रकार का परेशानी उठाना पड़े और ना ही दुकानदारों को परेशानियों का सामना झेलना पड़े एक उचित मूल्य के साथ कार्य निर्माण किया जाता है इससे मैं ज्यादा क्या लिखूं अगर कोई भी व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार की जरूरत या समस्या है तो हमसे बेहिचक कॉल इसमें ईमेल किसी भी प्रकार से कमेंट कर ऑनलाइन ऑफलाइन हम से तत्काल संपर्क कर अपनी समस्या का निदान पाए हम हर प्रकार की समस्याओं का निदान करने में सक्षम है और कम ही प्रोडक्ट को यूज करने के बाद विदाउट इन्वेस्टमेंट के बाद भी मैं समस्याओं का निदान कर देता हूं कुछ ऐसा ही कंडीशन होता है जिसमें कुछ चार्ज लेकर काम किए जाते हैं तो थैंक यू दोस्तों हम से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद हमारे ब्लॉग पोस्ट या यूट्यूब चैनल वीडियो या फेसबुक पेज जरूर देखें इससे मैं भी मोटिवेट हो सकूंगा और आपको भी मार्ग प्रशस्त कर सकूं धन्यवाद जय शिव गुरु
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