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#तेजाब कांड
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दो भाइयों की हत्या के केस में SC ने शहाबुद्दीन की उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा
दो भाइयों की हत्या के केस में SC ने शहाबुद्दीन की उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा
[ad_1] सीवान के बहुचर्चित तेजाब कांड में सीवान के डॉन कहे जाने वाले पूर्व राजद सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की आजीवन कारावास की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखा है। [ad_2] Source link
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mastereeester · 4 years
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मधुबनी में अधेड़ ने अपनी पत्नी और बेटी पर फेंका था तेजाब, DMCH में मां की हालत गंभीर [Source: Dainik Bhaskar]
मधुबनी में अधेड़ ने अपनी पत्नी और बेटी पर फेंका था तेजाब, DMCH में मां की हालत गंभीर [Source: Dainik Bhaskar]
मधुबनी के झंझारपुर में हुए तेजाब कांड में बुरी तरह झुलसी युवती ने DMCH में आज यानि मंगलवार की शाम को दम तोड़ दिया। जबकि DMCH में उसकी मां की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना झंझारपुर के अररिया संग्राम गांव की है। यहां सोमवार को एक अधेड़ ने अपनी 50 वर्षीया पत्नी और 30 वर्षीया विवाहित बेटी पर तेजाब फेंक दिया था। दोनों 90 फीसदी तक झुलस गई थीं। दोनों को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जिसके बाद…
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shaileshg · 4 years
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कुछ घंटों पहले ही बिहार के डीजीपी से पूर्व डीजीपी हुए गुप्तेश्वर पांडे इन दिनों छाए हुए हैं। अभी मंगलवार को ही उन्होंने रिटायरमेंट से पांच महीना पहले ही वीआरएस लिया है। अब राजनीतिक गलियारों में उनके चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। माना जा रहा है कि एनडीए की सीट पर वे विधानसभा चुनाव या वाल्मीकिनगर से लोकसभा उपचुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस पर अपने बयानों से लाइम लाइट में आए गुप्तेश्वर पांडे ने इससे पहले 2009 में भी इस्तीफा दिया था और बक्सर लोकसभा सीट से दावेदारी पेश की थी। हालांकि ऐन वक्त पर भाजपा ने सिटिंग कैंडिडेट लालमुनि चौबे को टिकट दे दिया था। जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया था।
गुप्तेश्वर पांडे के वीआरएस लेने की घटना को पॉलिटिकल माइलेज जरूर मिल रहा है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि पहली बार कोई डीजीपी राजनीति में एंट्री लिया है। इससे पहले भी दर्जनभर से ज्यादा डीजीपी राजनीति में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। कई सफल भी हुए हैं तो कइयों को निराशा भी हाथ लगी है।
1. विष्णु दयाल राम : आंख फोड़वा कांड को लेकर चर्चा में आए, 2019 में लगातार दूसरी बार चुने गए सांसद
1980 के दशक में बिहार में आंख फोड़वा कांड को लेकर सियासत काफी गरमाई थी। तब अपराधियों की आंख में तेजाब डाल दिया जाता था। 30 से ज्यादा अपराधियों के आंख फोड़ने की घटना सामने आई थी। ज्यादातर घटनाएं भागलपुर में हुई थी। तब भागलपुर के एसपी थे विष्णु दयाल राम यानी वीडी राम। इस घटना को लेकर उन पर आरोप लगे जिसकी सीबीआई जांच भी हुई। लेकिन, उनके खिलाफ सबूत नहीं मिल सका। ऐसा कहा जाता है कि साल 2003 में बनी गंगाजल फिल्म बहुत हद तक उसी घटना पर आधारित थी।
विष्णु दयाल राम झारखंड के पलामू से सांसद हैं। 1973 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे विष्णु दो बार झारखंड के डीजीपी रह चुके हैं। एक बार 2005 से 2006 और दूसरी बार 2007 से 2010 तक। बिहार के बक्सर जिले से ताल्लुक रखने वाले विष्णु रिटायरमेंट के करीब चार साल बाद 2014 में भाजपा में शामिल हुए और झारखंड की पलामू लोकसभा सीट से सांसद बने। इसके बाद 2019 में वे लगातार दूसरी बार सांसद बने। वे कई पार्लियामेंट्री कमेटी के सदस्य रह चुके हैं।
2. युमनाम जयकुमार सिंह : डीजीपी के बाद सीधे डिप्टी सीएम बने लेकिन दो साल बाद ही सरकार से बगावत कर दी
इस साल जून के महीने में जब पूरा देश कोरोना से लड़ रहा था तब मणिपुर में एनडीए अपनी सरकार बचाने के लिए जहोजद्द कर रही थी। गठबंधन के 9 विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत कर दिया था। इस बगावत के सूत्रधार थे यहां के डिप्टी सीएम युमनाम जयकुमार। जिसके बाद एनडीए सरकार अल्पमत में आ गई थी। जैसे तैसे सरकार तो बच गई लेकिन युमनाम की छुट्टी हो गई। हाल ही में एनपीपी ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से बर्खास्त कर दिया है।
65 साल के युमनाम जयकुमार सिंह की गिनती पूर्वोत्तर के बड़े नेताओं में होती है। अभी वे उरिपोक विधानसभा क्षेत्र से नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक हैं। इससे पहले वे मणिपुर के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।1976 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे युमनाम 2007 से 2012 तक मणिपुर के डीजीपी रहे। रिटायरमेंट के करीब 5 साल बाद उन्होंने उन्होंने राजनीति में एंट्री ली। 2017 में उरिपोक सीट से जीत दर्ज करने के बाद वे एन विरेन सिंह की सरकार में उपमुख्यमंत्री बने।
3. डीके पांडेय : रिटायरमेंट के भाजपा में शामिल हुए, टिकट के लिए दावेदारी की लेकिन चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला डीके पांडेय 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। वे सीआरपीएफ के एडीजी भी रह चुके हैं। 2015 में उन्हें झारखंड का डीजीपी बनाया गया था। वे मार्च 2019 तक झारखंड के डीजीपी रहे। रिटायरमेंट के बाद अक्टूबर 2019 में पांडेय भाजपा में शामिल हो गए।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास के करीबी माने जाने वाले डीके को उम्मीद थी कि इस बार के झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट मिलेगा। उन्होंने निरसा सीट से दावेदारी की थी लेकिन ऐन वक्त पर उनका टिकट कट गया। एक दिलचस्प किस्सा यह भी है कि उनका अपना टिकट तो कटा ही उन्होंने अपने समधी गणेश मिश्र का भी टिकट कटवा दिया। दोनों में से किसी को निरसा से टिकट नहीं मिला।
डीके पांडेय कांके इलाके में अपने बने हुए घर को लेकर हमेशा चर्चा में रहे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने गैरमजरूआ जमीन पर अपना घर बनाया है। इस मामले की जांच चल रही है। अभी कुछ दिन पहले उनकी बहू ने भी उनपर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
4. निखिल कुमार : एक बार सांसद और दो बार राज्यपाल बने, पिता रह चुके हैं बिहार के सीएम निखिल कुमार के परिवार का पुराना राजनीतिक इतिहास रहा है। उनके पिता सत्येन्द्र नारायण सिंह बिहार के मुख्यमंत्री और औरंगाबाद लोकसभा से छह बार सांसद रह रहे। बिहार के वैशाली जिले से ताल्लुक रखने वाले 1963 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे निखिल नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) आईटीबीपी और आरपीएफ के डीजीपी रह चुके हैं। वे 2001 में रिटायर हुए। इसके बाद 2004 में कांग्रेस में शामिल हो गए।
उन्होंने कांग्रेस से औरंगाबाद सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 2009 में नागालैंड और 2013 में केरल के राज्यपाल बने। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला। जिसके बाद कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने का भरोसा दिया था लेकिन, उन्हें मौका नहीं मिला।
5. प्रकाश मिश्रा : रिटायरमेंट के बाद भाजपा में शामिल हुए लेकिन एक लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा
1977 बैच के आईपीएस अधिकारी और ओडिशा के पूर्व डीजीपी प्रकाश मिश्रा का भी विवादों से नाता रहा है। वे 2012 से 2014 तक ओडिशा के डीजीपी रहे। सिंतबर 2014 में ओडिशा सरकार ने उन पर विजिलेंस का चार्ज लगा दिया और डीजीपी पद से हटा दिया। तब जमकर सियासत हुई थी। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने ओडिशा सरकार को घेरा था और साजिश के तहत परेशान करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पूरा मामला कोर्ट में गया। जून 2015 में कोर्ट ने सरकार के आरोपों को खारिज करते हुए प्रकाश मिश्रा को राहत दी थी।
इसके बाद 2014 से 2016 तक वे सीआरपीएफ के डीजीपी रहे। रिटायरमेंट के बाद 2019 में वे भाजपा में शामिल हो गए। कटक सीट से उन्हें लोकसभा का टिकट भी मिला, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली। उन्हें बीजद के उम्मीदवार भर्तृह���ि महताब के हाथों एक लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।
इन अधिकारियों के अलावा और भी ऐसे डीजीपी रहे जिन्होंने राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई। हालांकि इनमें से ज्यादातर को उतनी सफलता और शोहरत नहीं मिली जिसकी उन्होंने उम्मीद की थी।
6. सुनील कुमार 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे सुनील कुमार हाल ही में जदयू में शामिल हुए हैं। इस बार के विधानसभा में वे भी अपना किस्मत आजमा सकते हैं। सुनील कुमार होम गार्ड और फायर सर्विसेज के डीजीपी रह चुके हैं। इसी साल जुलाई में सुनील कुमार रिटायर हुए हैं। गोपालगंज से ताल्लुक रखने वाले पूर्व DGP सुनील कुमार के भाई अनिल कुमार कांग्रेस के विधायक हैं।
7. अजीत सिंह भटोटिया
1968 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे अजीत सिंह भटोटिया हरियाणा के पूर्व डीजीपी रह चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद 2005 में वे भाजपा में शामिल हुए। इसके बाद 2010 वे कांग्रेस में शामिल हो गए। हालांकि कांग्रेस में भी वे ज्यादा दिन टिक नहीं सके और 2014 में उन्होंने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली।
8. आर नटराज
आर नटराज तमिलनाडु की एक सीट से विधायक हैं। 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे नटराज की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती थी। तमिलनाडु के डीजीपी रह चुके नटराज 2014 में एआईडीएमके में शामिल हुए थे। इसके बाद 2016 में उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
9. एचआर स्वान
1957 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे एचआर स्वान की मौत इसी साल मई में हुई। हरियाणा के डीजीपी रह चुके स्वान 1996 में भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने 1996 और 98 में लोकसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली। 2004 में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था।
10.विकास नारायण राय
विकास नारायण राय हरियाणा के डीजीपी रह चुके हैं। 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे विकास 2012 में रिटायर हुए। इसके बाद 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। वे अक्सर भाजपा और केंद्र सरकार को लेकर प्रहार करते रहते हैं।
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निखिल कुमार, डीके पांडेय, प्रकाश मिश्रा , युमनाम जयकुमार सिंह और विष्णु दयाल राम (ऊपर से नीचे) ये सभी डीजीपी रह चुके हैं।
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trendsfashion27 · 4 years
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बिहार चुनाव से पहले बाहुबली शहाबुद्दीन ने मांगी परोल, पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अर्जी साल 2004 के तेजाब कांड समेत कुल 37 मामलों में शहाबुद्दीन आरोपी हैं और उसी के तहत तिहाड़ जेल में बंद हैं.
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newsaryavart · 4 years
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विशाखापट्टनम दुर्घटना के बाद गाजियाबाद प्रशासन हुआ सतर्क, औद्योगिक इकाइयों को निर्देश जारी
विशाखापट्टनम दुर्घटना के बाद गाजियाबाद प्रशासन हुआ सतर्क, औद्योगिक इकाइयों को निर्देश जारी
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Photo:PTI
guidelines for chemical plant safety
नई दिल्ली। विशाखापट्टनम गैस कांड के बाद अब पूरे देश भर में प्रशासन सतर्क हो गया है। आज गाजियाबाद में स्थित कैमिकल फैक्ट्री में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खास निर्देश जारी किए गए। ये निर्देश उन कारखानों के लिए जारी किए गए हैं जिसमें बड़ी मात्रा में एलपीजी गैस, थिनर सॉल्वेंट, तेजाब या इसी तरह के जहरीले रसायनों का भंडारण किया जाता है।
जिला…
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its-axplore · 4 years
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‘जून तक जिले में कुल 17 घटनाएं हो चुकी थीं। अपराध के आंकड़े नीचे उतरने लगे थे। पुलिस के ऑपरेशन गंगाजल के बारे में शहर से लेकर गांव-गांव तक मुंहामुंही बात फैलने लगी। लोगों को जब मालूम हुआ तो उन्होंने न सिर्फ प्रसन्नता व्यक्त की, बल्कि पुलिस को सहयोग भी करने लगे।’ किस्त : 16 जेल अधीक्षक बच्चूलाल दास ने पुन: जिला जज को पत्र लिखा और उन्हें अंधे बंदियों के बारे में जानकारी दी। मग��, जिला जज ने संज्ञान नहीं लिया। दूसरी ओर पुलिस मिशन में जुटी रही। इस दौरान एकोरिया (बांका) के वसीम मियां, बकचप्पर के सल्लो बेलदार और पीरपैंती के काशी मंडल भी पकड़े गए। पुलिस ने इन तीनों की आंखों को भी टेकुआ से भोंक उसमें तेजाब डाल अंधा कर दिया। एसपी बीडी राम ने पुलिस को ऑपरेशन जारी रखने का निर्देश दिया। जून तक जिले में कुल 17 घटनाएं हो चुकी थीं। अपराध के आंकड़े नीचे उतरने लगे थे। पुलिस के ऑपरेशन के बारे में गांव तक बात फैलने लगी। लोगों न सिर्फ प्रसन्न हुए, बल्कि पुलिस को सहयोग भी करने लगे। यह चर्चा खबरनवीसों तक पहुंची। कोलकाता से एक खबरनवीस भागलपुर आ पहुंचे। दिनभर जानकारी ली। शाम हो गई तो सोचा खबर कल भेज देंगे। रात का खाना-पीना एक स्थानीय मित्र के घर पर हुआ। मित्र अध्यापक थे। मगर, एक अंग्रेजी अखबार से भी जुड़े थे। खबरनवीस के मुंह से यह बात निकली, ‘कल भागलपुर की बड़ी खबर ब्रेक करनी है। ऐसी खबर है, जिससे सरकार की चूलें हिल जाएंगी।’ अध्यापक के कान खड़े हो गए। उन्होंने किसी तरह पूछ लिया कि आखिर मसला क्या है। जब उन्हें मालूम हुआ, तब वे चौंक गए। खबरनवीस जब खर्राटे भरने लगे तब अध्यापक ने फटाफट एक संक्षिप्त खबर बनाई और उसे रात को ही दिल्ली के उस अंग्रेजी अखबार को फैक्स कर दिया। अगले दिन वह खबर छपी, लेकिन छोटी-सी थी। भागलपुर तो अखबार आया नहीं, मगर दिल्ली में उसकी चर्चा होने लगी। संयोग से संपादक की नजर उस खबर पर पड़ी और उन्होंने पटना संवाददाता को कांड की कवरेज के लिए भेजा। लंबी-चौड़ी प्लानिंग दी। उसके मुताबिक दूसरे दिन की कवरेज ने दिल्ली सहित सरकार को झकझोर कर रख दिया। अंखफोड़वा कांड के साथ एसपी बीडी राम मीडिया की सुर्खियों में छाने लगे। उनके पूर्व के एसपी आरबी राम की चर्चा तक नहीं हुई, जिन्होंने ‘ऑपरेशन गंगाजल’ शुरू करवाया था। -सुजीत कुमार ‘पप्पू’ भागलपुर अंखफोड़वा कांड अगली किस्त : जुलाई में सात अपरा��ियों की फोड़ दी गईं आंखें।
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realtimesmedia · 5 years
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रायपुर: 'छपाक' देखने गए सीएम, जूनियर जोगी बोले राजनीतिक नौटंकी है
रायपुर: ‘छपाक’ देखने गए सीएम, जूनियर जोगी बोले राजनीतिक नौटंकी है
रायपुर: (Realtimes) राजधानी रायपुर के श्याम टॉकीज में सीएम भूपेश बघेल ने छपाक फिल्म देखी, ये फिल्म एक ऐसी लड़की की कहानी है, जिसपर तेजाब से अटैक होता है, औऱ उसका न सिर्फ चेहरा बदल जाता है, बल्कि उसकी पूरी जिंदगी, पूरी तरह बदल जाती है ।
सीएम भूपेश बघेल ने हालांकि ये फिल्म आज यानी 11 जनवरी की श्याम टॉकिज में जाकर देखी, लेकिन जेएनयू कांड से सुर्खियों में आई दीपिका पादुकोण की इस फिल्म को छत्तीसगढ़…
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स्पोर्ट्स न्यूज: धौनी के लिए आज का मैच है कुछ खास, अपने 300 वें वनडे को यादगार बनाने का लक्ष्य…पढ़ें ऐसी ही खेल की अन्य खबरें लग्जरी गाड़ियां होंगी महंगी, 10% सेस बढ़ाने को कैबिनेट ने दी मंजूरी#Bihar : आज सीवान के तेजाब कांड में शहाबुद्दीन पर आएगा हाईकोर्ट का फैसलामौसम दिनभरः दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, पटना, रांची में तेज हवाओं संग छाए रहेंगे हल्के बादल। देहरादून में बारिश का अनुमान गोरखपुर हादसाः बीआरडी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा को एसटीएफ ने किया गिरफ्तारपीएम मोदी चीन में 3 से 5 सितंबर तक होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे- विदेश मंत्रालयनागपुर-मुंबई दुरंतो हादसा अपडेट: सेंट्रल रेलवे ने कहा, हादसे में किसी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं, मौके पर डॉक्टर-वरिष्ठ अधिकारी हैं।महाराष्ट्र : नागपुर-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस टिटवाला के पास पटरी से उतरी
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viralnewsofindia · 7 years
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सीवान तेजाब कांड: पटना HC ने फैसला रखा बरकरार, शहाबुद्दीन को उम्रकैद
सीवान तेजाब कांड: पटना HC ने फैसला रखा बरकरार, शहाबुद्दीन को उम्रकैद
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via Jagran Hindi News - bihar:patna-city http://bit.ly/2n9Vxhn
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googlesamachar · 8 years
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नई मुसिबत में शहाबुद्दीन, एसिड बाथ मर्डर के गवाह हत्याकांड में आरोप तय - दैनिक जागरण
दैनिक जागरण नई मुसिबत में शहाबुद्दीन, एसिड बाथ मर्डर के गवाह हत्याकांड में आरोप तय दैनिक जागरण सिवान के बाहुबली पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन नई मुसिबत में हैं। विशेष अदालत ने उनके खिलाफ एसिड बाथ मर्डर के गवाह हत्याकांड में आरोप तय कर दिए हैं। सिवान [जेएनएन]। सिवान के चर्चित एसिड बाथ डबल मर्डर केस में उम्रकैद की सजा पाए राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। उक्त कांड के गवाह राजीव रौ शन मर्डर केस में स्पेशल कोर्ट ने शहाबुद्दीन के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। मो. शहाबुद्दीन के विरुद्ध हत्या व षड्यंत्र को लेकर आरोप गठित किए गए हैं। इस मामले में सुनवाई के दौरान विशेष सत्र न्यायाधीश वीके शुक्ला की कोर्ट में बचाव पक्ष के अधिवक्ता अभय ... शहाबुद्दीन पर कोर्ट ने राजीव रोशन हत्याकांड में आरोप गठित कियाप्रभात खबर राजीव रौशन हत्याकांड में शहाबुद्दीन पर आरोप गठितInext Live तेजाब कांड के गवाह की हत्या में शहाबुद्दीन के खिलाफ अदालत किए तयदैनिक भास्कर Live हिन्दुस्तान सभी ५ समाचार लेख » http://dlvr.it/N2tt09
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viralnewsofindia · 7 years
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तेजाब कांड: HC ने खारिज की में शहाबुद्दीन की याचिका, उम्र कैद बरकरार पटना: बिहार में सीवान जिले के चर्चित तेजाब हत्याकांड में निचली अदालत से उम्र कैद की सजा पाए पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन सहित चार लोगों को पटना उच्च न्यायालय स��� कोई राहत नहीं मिली। उच्च न्यायालय ने इस मामले में बुधवार को अपने फैसले में निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है। पटना उच्च न्यायालय ने तेजाब हत्याकांड में शहाबुद्दीन द्वारा दायर याचिका को खारिज करते हुए निचली अदालत की सजा को बरकरार रखा है। 
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SPORTS STAR: होप ने जड़ा करियर का पहल शतक, वेस्टइंडीज के खाते में आई ऐतिहासिक जीत…पढ़ें खेल जगत की 10 बड़ी खबरें और गॉसिप #Bihar : आज सीवान के तेजाब कांड में शहाबुद्दीन पर आएगा हाईकोर्ट का फैसलामौसम दिनभरः दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, पटना, रांची में तेज हवाओं संग छाए रहेंगे हल्के बादल। देहरादून में बारिश का अनुमान गोरखपुर हादसाः बीआरडी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा को एसटीएफ ने किया गिरफ्तारपीएम मोदी चीन में 3 से 5 सितंबर तक होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे- विदेश मंत्रालयनागपुर-मुंबई दुरंतो हादसा अपडेट: सेंट्रल रेलवे ने कहा, हादसे में किसी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं, मौके पर डॉक्टर-वरिष्ठ अधिकारी हैं।महाराष्ट्र : नागपुर-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस टिटवाला के पास पटरी से उतरीरोहतक LIVE: कोर्ट में कुर्सी पकड़ रो पड़े गुरमीत राम रहीम, दो साध्वियों से रेप मामले में मिली है 10 साल की सजा
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