कोटपूतली : एक्शन में रसद विभाग, 18 घरेलू गैस सिलेंडर किए जप्त
न्यूज़ चक्र। कोटपूतली- बहरोड़ जिला रसद अधिकारी संदीप माथुर के नेतृत्व में गठित टीम ने जिला मुख्यालय के नजदीक सांगटेड़ा ग्राम में बड़ी कार्यवाही करते हुए 18 घरेलू गैस सिलेंडर जप्त किए हैं। घरेलू गैस सिलेंडर ई- मित्र व किराना की दुकान में रखे हुए थे।
जिला रसद अधिकारी संदीप माथुर ने बताया, लगातार शिकायत मिल रही थी। घरेलू गैस सिलेंडर का व्यवसायिक रूप में उपयोग लिया जा रहा है। ऐसे में कोटपूतली के…
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Bsnews, saturday,07 january 0022,09 AM
मानवीय स्वभाव का विकास और संस्कृति
संस्कृति मानवीय स्वभाव के विकास की संवाहक है। और मानवीय स्वभाव ही राष्ट्रीय अवधारणाओं को संगठित और मजबूत बना सकते हैं। जो लोग देश (भूमि क्षेत्र) काल ( सामयिक घटना चक्र) की गिरफ्त में आ जाते हैं। उनकी सांस्कृतिक समझ क्षीण हो जाती हैं। और वहीं से राष्ट्रीय अवधारणाएं कमजोर पड़ने लग जाती हैं। संस्कृति सदैव जैव भौतिकी और जैव रसायन के आधार का अनुसरण करती है। और व्यक्तिवाद को नहीं बल्कि प्रतीकात्मकता को प्रश्रय देती है। क्योंकि जैविक प्रक्रियाएं ही प्रकृति को शीघ्र और सबसे अधिक प्रभावित करतीं हैं। इनमें मानवीय स्वभाव का विकास सबसे अधिक महत्वपूर्ण विषय हैं।
क्या भारत में मानवीय स्वभाव के विकास की संभावनाएं हैं अथवा नहीं हैं?
सच यह है कि विश्व में भारत मानवीय संस्कृति का सदैव संवाहक रहा है। लेकिन वर्तमान भारत में मानवीय स्वभाव के विकास की संभावनाएं बहुत ही क्षीण हैं।
भाषाओं और शब्दों का सदैव अस्तित्व होता है। सभी छोटी और बड़ी सामयिक घटनाओं में भावनाएं भाषाओं के लिबास पहनकर कब निकल जातीं हैं। यह पता भी नहीं चल पाता है। सामयिक व्यवहार में आने वाली घटनाएं पिछली घटनाओं को भुला देती हैं। लेकिन शब्द और भाषाओं के रूप में अपने अवशेष छोड़ जातीं हैं।
प्रश्न: भारत में मानवीय स्वभाव के विकास के लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं?
बोहरा संदेश न्यूज़ द्वारा प्रकाशित
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अपराधियों की क्रिमिनल रिकॉर्ड के लिए बनाया गया चक्र एप, अपराधिक घटनाओं को रोकने मिलेगी मदद
अपराधियों की क्रिमिनल रिकॉर्ड के लिए बनाया गया चक्र एप, अपराधिक घटनाओं को रोकने मिलेगी मदद
Bihar: बिहार पुलिस खुद को तकनीकी रूप से डेवलप करने की दिशा में लगी हुई है, इसी क्रम में बिहार पुलिस ने एक मोबाइल एप डेवलप किया है, जिस पर अपराधियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड उपलब्ध रहेंगे सिर्फ एक क्लिक से संबंधित क्रिमिनल का सारा रिकॉर्ड सामने आ जाएगा, इस ऐप को ‘चक्र’ नाम दिया गया है, इस ऐप के उपलब्ध होने से पुलिस को अपराधिक घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी, साथ ही जमानत पर जेल से बाहर आने वाले क्रिमिनल…
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कोविड -19 के तहत, दुनिया को करुणा, दया के उपचार की जरूरत है: राष्ट्रपति
कोविड -19 के तहत, दुनिया को करुणा, दया के उपचार की जरूरत है: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि दुनिया कोविड -19 के प्रभाव से जूझ रही है और पहले से कहीं अधिक करुणा, दया और निस्वार्थता के उपचार की जरूरत है।
उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि बौद्ध धर्म द्वारा प्रचारित इन सार्वभौमिक मूल्यों को सभी को अपने विचारों और कार्यों में अपनाने की जरूरत है।
कोविंद ने कहा, “वैश्विक चिंता के मुद्दों को संबोधित करने में बौद्ध मूल्यों और सिद्धांतों को लागू करने…
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३१ दिसंबर से १ बल्ले जनवरी तक ये राशि वाले लोगों की बल्ले-बल्ले होंगी, जानिए क्या करेंगे
३१ दिसंबर से १ बल्ले जनवरी तक ये राशि वाले लोगों की बल्ले-बल्ले होंगी, जानिए क्या करेंगे
पूरी दुनिया के लिए अब तक का सबसे खराब साल रहा 2020 का आज आखिरी दिन है। हर कोई यही मन्नत मांग रहा है कि मेरी जिंदगी में फिर से इतने खराब साल कभी नहीं आए। लेकिन आने वाले नए साल 2021 में भी 18 जनवरी तक ऐसे योग बन रहे हैं कि आपको सर्तक रहना जरूरी है …।
पूरी दुनिया के लिए अब तक का सबसे खराब साल रहा 2020 का आज आखिरी दिन है। हर कोई यही मन्नत मांग रहा है कि मेरी जिंदगी में फिर से इतने खराब साल कभी नहीं…
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सनातन धर्म का अर्थ क्या है What is the meaning of sanatan dharma ?
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Horoscope Today 30 July 2020 mesh kark mithun dhanu kumbh meen singh Dainik Horoscope Aaj Ka Rashifal: राशिफल 30 जुलााई: मेष और कर्क राशि वालों का दिन रहेगा लकी, जानिए बाकी का हाल
Horoscope Today 30 July 2020 mesh kark mithun dhanu kumbh meen singh Dainik Horoscope Aaj Ka Rashifal: राशिफल 30 जुलााई: मेष और कर्क राशि वालों का दिन रहेगा लकी, जानिए बाकी का हाल
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चित्र स्रोत: INDIA TV
राशिफल 30 जुलाई
श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और गुरुवार का दिन है। एकादशी तिथि रात 11 बजकर 50 मिनट तक रहेगी। आज के दिन श्रीहरि भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रख विधि-विधान से पूजा करने का विधान है। साथ ही दोपहर 1 बजकर 16 मिनट तक ब्रह्म योग रहेगा। इसके साथ ही सुबह 7 बजकर 41 मिनट तक अनुराधा नक्षत्र रहेगा। उसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र शुरू हो…
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Indiabulls Group asks nearly 2,000 employees to resign, says part of annual attrition cycle छवि स्रोत: फ़ाइल इंडियाबुल्स समूह ने लगभग 2,000 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा है, जो वार्षिक चक्रवात चक्र का हिस्सा है
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सुरक्षा का उपयोग किए बिना गर्भावस्था से बचने के लिए क्या करें? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ - पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट आज
सुरक्षा का उपयोग किए बिना गर्भावस्था से बचने के लिए क्या करें? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ – पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट आज
अगर आप मां बनने के लिए तैयार नहीं हैं और प्रेग्नेंसी के स्ट्रेस के बिना सेक्स लाइफ का मजा लेना चाहती हैं, तो आपको अपने पीरियड साइकल को ट्रैक करना होगा। अपने मासिक धर्म चक्र पर नज़र रखने से आपको अपने सुरक्षित दिनों को ट्रैक करने में मदद मिल सकती है, जिनमें सेक्स के बाद गर्भवती होने की सबसे कम संभावना होती है।
प्रश्न: मैं 26 साल का हूं और काम कर रहा हूं। मेरी शादी को दो साल हो चुके हैं और मैं अगले…
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कोटपूतली: 25 फूट गहरे सूखे कुएं में मिले युवक व युवती, मौके पर पहुंची पुलिस भी देख कर रह गई दंग
न्यूज़ चक्र, पावटा। कस्बे के निकटवर्ती जोधपुरा में आज उस समय हड़कंप मच गया। जब पुलिस को सूचना मिली कि एक कुएं में युवक- युवती गिर गए हैं। सूचना पर तुरंत प्रागपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के जवानों ने आसपास ग्रामीणों की सहायता से युवक युवती को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया।
पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है, लेकिन बगैर युवक – युवती के बयानों के कुछ भी कहना…
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पर्युषण पर्व: जानिए कैसे जैन धर्म के अहिंसा महापर्व से दुनिया बहुत कुछ सीख सकती है न्यूज़ डेस्क।। त्यौहार और रीति रिवाज़ ही भारत की विविध संस्कृति को सुसज्जित करते हैं। दिवाली, दशहरा, नौदुर्गा, गणेश चतुर्थी, रमज़ान और क्रिसमस के बारे में तो हम बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन जैन धर्म के पर्युषण पर्व के बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी है। जैन धर्म में पर्युषण पर्व का सबसे अधिक महत्व है, इसीलिए इसे पर्वाधिराज यानी त्योहारों का राजा कहा जाता है। दस दिनों तक चलने वाला यह पर्व भक्ति में सराबोर होकर अहिंसा के मार्ग पर चलने को प्रेरित करता है। इस दौरान जैन धर्म के अनुयायी तप, त्याग, सयंम और साधना के साथ इस बात का ध्यान रखते हैं की उनके द्वारा छोटे से छोटे जीव, प्रकृति और व्यक्ति को मन, वचन और कर्म से किसी तरह की हानि न पहुंचे। कठिन व्रत चर्या और नियमों का पालन कर लोग अहिंसा के इस महापर्व को खुशी और उल्लास से मनाते हैं। दिगंबर और श्वेतांबर पंथ में विभाजित जैन धर्म में यह पर्व अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। दिगंबर जैन समाज इस पर्व को दस दिनों तक मनाता है इसलिए इसे दसलक्षण पर्व कहा जाता है, वहीं श्वेतांबर जैन में यह पर्व आठ दिन का होता है। अध्यात्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन के विकारों, बुरी आदतों का त्याग कर सहज, सरल और संयमित जीवन जीने का वचन लेता है। जैन धर्म में माना जाता है कि व्यक्ति द्वारा किए गए बुरे कर्म उसके मोक्ष मार्ग में बाधा बनते हैं, और उसे जीवन मरण के इस चक्र से मुक्ति नहीं मिल पाती इसीलिए पर्युषण पर्व के दौरान उन सभी बुरे कर्मों का प्रायश्चित किया जाता है। दिवाली की तरह ही घरों की सफाई की जाती है, मंदिरों को सजाया जाता है। इस दौरान भोजन बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीज़ों को भी शुद्ध किया जाता है। खाने में इस्तेमाल होने वाली हर चीज़ को धोकर या साफ कर ही प्रयोग में लाया जाता है। बहुत ही सात्विक ढंग से रसोई बनाई जाती है, इसका उद्देश्य होता किसी भी क्रिया में छोटे से छोटे जीव की हिंसा से बचना। मंदिरों में भक्तिमय वातावरण में पूजा-अर्चना की जाती है, तो संध्या काल में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। पर्युषण पर्व के अंतिम दिन सभी एक दूसरे से उत्तम क्षमा बोलकर साल भर में हुई किसी भी तरह की गलती के लिए माफी मांगते हैं। और कहते हैं इस दिन सालों के मन-मुटाव, दुश्मनी और बैर-भाव क्षण भर में खत्म हो जाते हैं, क्योंकि इस दिन माफी मांगने की उर्जा स्वत: ही मिल जाती है। आज हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां एक धर्म दूसरे धर्म का दुश्मन बना बैठा है, लोगों में जाति, धर्म, संप्रदाय को लेकर एक दूसरे के प्रति कटुता का भाव है। मानव ही मानव का दुश्मन बना बैठा है, विश्व में कई देश युद्ध की आंच झेल रहे हैं। धार्मिक हिंसा, जातीय हिंसा आम बात हो गई है, प्रकृति का हम बेतहाशा दोहन कर रहे हैं। अपने सुख के लिए हम बेज़ुबान जानवरों की हत्या कर रहे हैं और उस हत्या के लिए एक दूसरे की हत्या कर रहे हैं। अफवाहों को सच मानकर भीड़ बेगुनाह इंसानों को मारने से भी नहीं हिचक रही। ऐसे में जैन धर्म का यह त्यौहार हमें प्रकृति और जीवों से प्रेम करना सिखाता है। हमें प्रेरणा देता है किस तरह अहिंसा हमारे जीवन को सुखी और समृद्ध बना सकती है। जियो और जीने दो का विचार अगर हर व्यक्ति अपने जीवन में उतार ले तो यह दुनिया जीने के लिए एक बेहतर जगह बन सकती है। ज़रुरत है तो बस सहिष्णुता, आत्मीयता और हर व्यक्ति को स्वीकारने की।
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काली माता के परम भक्त परमहंस रामकृष्ण देव की मृत्यु कैसे हुआ था How Paramahansa Ramakrishna Dev, the supreme devotee of Kali Mata, died ?
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Horoscope Today 28 July 2020 mesh kark mithun dhanu kumbh meen singh Dainik Horoscope Aaj Ka Rashifal: राशिफल 28 जुलाई: मंगलवार को लग रहे हैं खास योग, मेष सहित इन राशियों को मिलेगा धनलाभ
Horoscope Today 28 July 2020 mesh kark mithun dhanu kumbh meen singh Dainik Horoscope Aaj Ka Rashifal: राशिफल 28 जुलाई: मंगलवार को लग रहे हैं खास योग, मेष सहित इन राशियों को मिलेगा धनलाभ
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चित्र स्रोत: INDIA TV
राशिफल 28 जुलाई: मंगलवार को लग रहे हैं खास योग, मेष सहित इन राशियों को मिलेगा धनलाभ
श्रावण शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और मंगलवार का दिन है। नवमी तिथि देर रात 3 बजे तक रहेगी। श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को भौम व्रत किया जाता है। इसके साथ ही शाम 6 बजकर 6 मिनट तक शुभ योग रहेगा। इसके अलावा सुबह 9 बजकर 42 मिनट से शुरू होकर बुधवार की सुबह 7 बजकर 41…
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67वें वुल्फ 777 न्यूज़ फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड्स 2022: रणवीर सिंह से लेकर कृति सनोन तक, सितारों से भरे गाला के बेहतरीन उद्धरण | टाइम्स ऑफ इंडिया
67वें वुल्फ 777 न्यूज़ फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड्स 2022: रणवीर सिंह से लेकर कृति सनोन तक, सितारों से भरे गाला के बेहतरीन उद्धरण | टाइम्स ऑफ इंडिया
67वें वुल्फ 777 न्यूज फिल्मफेयर अवार्ड्स में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त करने वाले सुभाष घई ने कहा, “1965 में, इस कार्यक्रम में, मैं एक पुरस्कार के लिए फाइनलिस्ट के रूप में यहां आया था। जीवन पूर्ण चक्र में आता है। आज, मुझे यह पुरस्कार मिला है। बकाया। मेरी माँ। उस समय, मैं कोई कानूनी नहीं था। मैंने आसपास के अवसरों के लिए निर्देशकों और निर्माताओं के दरवाजे खटखटाना शुरू कर दिया। मैं आसपास किसी…
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