राजधानी ट्रेन के मॉर्डन डब्बों में यात्रा करना निष्फल होगा, जानें कैसा होगा किराया
राजधानी ट्रेन के मॉर्डन डब्बों में यात्रा करना निष्फल होगा, जानें कैसा होगा किराया
मॉर्डन तेजस की तरह के डिब्बों वाली राजधानी ट्रेनों में यात्रा करने पर यात्रियों को ज्यादा खर्च करना होगा। दरअसल भारतीय रेलवे ने दिल्ली-अगरतला तेजस-राजधानी ट्रेन के बेस फेयर में 5% की वृद्धि कर दी है। इस ट्रेन का परिचालन फरवरी में शुरू किया गया था ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी राजधानी ट्रेनों में धीरे-धीरे तेजस-राजधानी ट्रेनों बनगी और उठाई गई बेस फेयर फ्लेक्सी किराया के अलावा और भी…
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Amarnath Yatra अमरनाथ यात्रा:
जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में पवित्र अमरनाथ गुफा स्थित है । इस पवित्र गुफा को तीर्थों का तीर्थ भी कहा जाता है । यहाँ बर्फ का शिवलिंग अपने आप प्राकृतिक रूप से हर साल बनता है ।
अमरनाथ यात्रा हर साल आषाढ़ पूर्णिमा से लेकर रक्षाबंधन तक चलती है जो कि लगभग दो महीने तक होती है। अमरनाथ गुफा में 10 फिट ऊँचा बर्फ़ का शिवलिंग बनता है जिसके दर्शन करने लाखों भक्त यात्रा करते हैं। ऐसा मानना है कि यहाँ पर शिवजी ने माता पार्वती को अमरकथा सुनाई थी। इस गुफा में कबूतरों का एक जोड़ा भी है जिन्होंने भी ये कथा सुन ली थी और अमर हो गए ।
Permit For Amarnath Yatra अमरनाथ यात्रा के लिए पास (परमिट) :
अमरनाथ यात्रा करने के लिए हमें एक पास की आवश्यकता होती है जो कि हम ऑनलाइन या फिर ऑफ़लाइन ले सकते हैं। ऑनलाइन ये पास आवेदन करने के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर ये आवेदन कर सकते हैं । इसके लिए हमें एक मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है जो की हम जहा रह रहे हैं वहाँ के मेडिकल इंस्टीट्यूट से ले सकते हैं । कौन से मेडिकल इंस्टीट्यूट का सर्टिफिकेट चलेगा ये श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध रहती है उसके बाद हमें श्राइन बोर्ड द्वारा अंकित बैंक में जाकर फॉर्म भरना होता है जिसमें चार फोटो, मेडिकल सर्टिफिकेट और श्राइन बोर्ड द्वारा कुछ फीस जमा करके ये पास हम प्राप्त कर सकते हैं । इस पास में हमें हमारी यात्रा के रूट को भी बताना होता है कि हम बालटाल बेस कैंप से जाएंगे या फिर पहलगांव बेस कैंप से । 7 दिन के भीतर-भीतर तीन लेयर का पास हमें मिल जाता है जिससे हमें साथ में लेकर यात्रा करनी होती है ।
How to Reach At Amarnath अमरनाथ कैसे पहुंचें :
Amarnath By Flight हवाई जहाज द्वारा :
हवाईजहाज से यात्रा करने के लिए हमें श्री नगर हवाई अड्डे पर पहुंचना होता है वहाँ से हम अमरनाथ बेस कैम्प मैं पहुँचकर आगे की यात्रा करते हैं।
Amarnath By Train ट्रेन द्वारा :
ट्रेन द्वारा हमें जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पहुंचना होता है वहाँ से भगवती नगर बेस कैम्प जो की स्टेशन से सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहाँ बस या टैक्सी से जाना होता है।
हवाई जहाज या ट्रेन द्वारा हम बेस कैंप पहुंचने के बाद वहाँ से आगे की यात्रा कैसे करनी है उसके बारे में आगे यहाँ बताते हैं
Amarnath Yatra From Pahlagam पहलगाम से यात्रा :
बस या ट्रेन से जम्मू तवी पहुचने के बाद हमे भगवती नगर पहुचना होता है । यहां से हमे बस पकड़नी होती है । भगवती नगर बेस कैंप से बस हमें पहलगाम तक ले जाती है जिसमे हमे लगभग 8 घंटे का सफर तय करना होता है । पहलगाम पहुँचकर हमें 1 दिन का विश्राम करना होता है ।
पहलगाम से अमरनाथ की यात्रा 48 किलोमीटर होती है सबसे पहले पहलगाम से 16 किलोमीटर दूर चंदन वाणी तक हम मिनी बस से ये सफर तय करते हैं इस 16 किलोमीटर का किराया लगभग ₹100 होता है । चंदनवाड़ी पहुंचने के बाद यहाँ से शेषनाग जो कि 12 किलोमीटर दूर है , वहाँ तक हम उसी दिन पैदल पिट्टू या फिर पालकी लेकर चल सकते हैं । यहाँ पहुंचने के बाद हमें रात्रि विश्राम यही करना होता है । यहाँ पर हमे टेंट मिल जाते हैं जहाँ पर आप ₹150 प्रतिव्यक्ति के हिसाब से अपना टेंट बुक कर सकते हैं अगर आप परिवार के साथ है तो 400 से 500 रुपये के बीच में पूरा टेंट किराये पर ले सकते हैं । इस पूरी यात्रा के दौरान पूरे रास्ते में भंडारे की व्यवस्था रहती है जहाँ पर आपको खाना पूरी तरह से फ्री मिलता है।
दूसरे दिन का प्लान :
दूसरे दिन आपको सवेरे जल्दी उठकर शेषनाग से पंचतरणी के लिए निकलना होता है जो की 14 किलोमीटर का सफर होता है इस सफर को भी आपको पैदल या फिर पालकी से तय करना होता है यहाँ पहुंचने के बाद आपको विश्राम करना होता है, लेकिन अगर आप यहाँ पर दिन के 2:00 बजे से पहले पहुँच जाते हैं और आगे की यात्रा करना चाहते हैं तो आप आगे बढ़ सकते हैं । लेकिन 2:00 बजे के बाद पहुंचते हैं तो आपको यहीं पर विश्राम करना होता है।
तीसरे दिन का प्लान :
तीसरे दिन पंचतरणी से अमरनाथ की यात्रा शुरू करते हैं यह यात्रा लगभग 5 से 6 किलोमीटर की होती है यहाँ पर आप बाबा बर्फानी के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालुओं के झुंड को देखते हुए और हमारे सैनिक जो हर हरपल हमारी सेवा के लिए तत्पर खड़े हैं उनका जोश देखते हुए अमरनाथ गुफा की तरफ आगे बढ़ते हैं। अमरनाथ जी के दर्शन करने में आपको 1-2 घंटे का समय लग जाता है। यहां आप सुकून से उनके मनोबल से और श्रद्धा से भगवान शिव के दर्शन करिए और अपनी जिंदगी के सबसे हसनी पलो में से एक को सँजोइये ।
दर्शन करने के बाद आप वापस इसी रास्ते पर जा सकते हैं या फिर बालटाल वाले रास्ते से भी जा सकते हैं।
हमारे दूसरे पोस्ट यहाँ पढ़िए
केदारनाथ यात्रा
हमारे 12 ज्योतिर्लिङ्ग
Amarnath Yatra From Baltal बालटाल बेस कैंप से :
बालटाल से अमरनाथ यात्रा 14 किलोमीटर पड़ती है । यहाँ से अमरनाथ यात्रा थोड़ी मुश्किल भरी रहती है इसके पीछे खड़ी पहाड़ी का होना है ।
अगर आप तंदुरुस्त है तो ये यात्रा 1 दिन में भी पूर्ण कर सकते हैं जो कि आना और जाना मिलाकर लगभग 28 किलोमीटर पड़ता है। बालटाल से आप को सबसे पहले दो किलोमीटर दूर डोमाल पोस्ट पर जाना होता है
यहाँ पर आपके सामान और आपकी सुरक्षा जांच होती है इसके बाद आप जयकारे लगाते हुए 14 किलोमीटर का सफर तय करते हैं इस सफर में भी आपको पिट्टू और पालकियां मिल जाती है ।
पालकी और पिट्ठू का किराया आप श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से देख सकते हैं ।
जो भक्त पैदल यात्रा नहीं करना चाहते हैं वो पिट्टू या पालकी ले सकते हैं लेकिन इनमें किराया ज्यादा होता है जो कि लगभग 7000 से लेकर 20,000 के बीच में होता है चाहे आप बालटाल से जाए या फिर पहलगाम से । ऐसे लोग जो इसके अलावा सफर तय करना चाहते हैं उनके लिए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था भी की गई है।
Amarnath, Kashmir, India
हेलिकॉप्टर की यात्रा :
हेलिकॉप्टर की यात्रा करने के लिए आपको पहलगाम और बालटाल दोनों जगह से हेलिकॉप्टर मिल जाते हैं हेलिकॉप्टर पंचमनी तक जाता है उसके बाद आपको 5 किलोमीटर की यात्रा पैदल , पिट्टू या फिर पालकी से तय करनी होती है। हेलिकॉप्टर का किराया लगभग ₹4000 से 5000 के बीच पड़ता है आने और जाने का। अगर आप आने और जाने के लिए हेलिकॉप्टर बुक करते हैं तो आपको 3:00 बजे तक यात्रा करके वापिस हेलिकॉप्टर पकड़ना होता है।
दोस्तों हमारी वेबसाइट पर सभी तरह की यात्रा के बारे में विस्तार से बताया जाता है इसे समय समय पर देख सकते हैं धन्यवाद ।
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रेल मोटरकार का कालका से शिमला का किराया 800 रुपये #news4
कालका-शिमला हैरिटेज ��ेलवे ट्रैक पर 18 मार्च से शुरू होने वाली रेल मोटरकार का किराया 800 रुपये निर्धारित किया है। रविवार से मोटरकार की एडवांस ऑनलाइन और काउंटर बुकिंग भी शुरू हो जाएगी। कालका-शिमला ट्रैक पर जनवरी 2019 से रेल मोटरकार का संचालन बंद था। रेलवे ने मोटरकार की टाइमिंग पर एक अन्य गाड़ी का संचालन शुरू कर दिया था। रेल मोटरकार फर्स्ट क्लास का बेस फेयर 710 रुपये, रिजर्वेशन चार्ज 50 रुपये,…
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Delhi election 2020: Hurry Delhi election 2020 voters! SpiceJet offers free flight tickets to fly home- Delhi Election 2020: दिल्ली में मतदान करने आ रहे लोगों को मुफ्त में टिकट दे रहा है स्पाइसजेट
Delhi election 2020: Hurry Delhi election 2020 voters! SpiceJet offers free flight tickets to fly home- Delhi Election 2020: दिल्ली में मतदान करने आ रहे लोगों को मुफ्त में टिकट दे रहा है स्पाइसजेट
किफायती विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने सोमवार को कहा कि वह आठ फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट डालने जा रहे कुछ लोगों को ‘‘सैकड़ों फ्री टिकट’ देगी। कंपनी का कहना है कि इन यात्रियों को बेस किराया नहीं देना होगा, उन्हें सिर्फ कर और अन्य उपकर देने होंगे।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि लोगों को इन टिकटों के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा और उनका चुनाव कंपनी का आंतरिक पैनल करेगा। चुने गए यात्रियों को सभी…
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180 किमी/प्रतिघंटे रफ्तार व 360 डिग्री तक घूमने वाली कुर्सियां, जानें वंदेभारत एक्सप्रेस की खास खूबियां और किराया
चैतन्य भारत न्यूज
माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले भक्तों को गुरुवार को भारतीय रेलवे ने बड़ा तोहफा दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली से कटरा जाने के लिए नई ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को 3 अक्टूबर को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया है। वंदे भारत एक्सप्रेस आम यात्रियों के लिए 5 अक्टूबर से शुरू होगी। इसके टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर पहले ही शुरू हो गई है। आइए जानते हैं इस हाईस्पीड ट्रेन की खासियत के बारे में-
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वंदे भारत एक्सप्रेस की 10 खासियत
वंदे भारत एक्सप्रेस को बुलेट ट्रेन के आकार में डिजाइन किया गया है।
इस ट्रेन में शताब्दी ट्रेनों जैसी कई बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस में 16 एसी कोच हैं। इनमें दो एग्जीक्यूटिव क्लॉस के हैं।
एग्जीक्यूटिव क्लास में 360 डिग्री पर घूमने वाली कुर्सी भी दी गई है।
इस ट्रेन में करीब 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। यानी कि एक बार में 1 हजार से ज्यादा लोग सफर कर सकते हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस में शताब्दी के बराबर ही कोच की संख्या है, लेकिन फिर भ��� इसमें शताब्दी से कहीं अधिक सीटें हैं।
इस आधुनिक ट्रेन के सभी कोच में स्वचालित दरवाजे हैं। साथ ही इसमें जीपीएस आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली भी है।
ट्रेन के अंदर यात्रियों के मनोरंजन के उद्देश्य से हॉटस्पॉट, वाईफाई और बेहद आरामदायक सीटें दी गई हैं।
यात्रियों को स्वादिष्ट गर्म खाना और शीतल जल प्राप्त हो, इसके लिए हर कोच में पेंट्री (रसोई) की सुविधा है। ट्रेन के सभी शौचालय बायो-वैक्यूम फीचर वाले हैं।
यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसे देखते हुए हर कोच में गर्मी और आवाज से बचाव की विशेष व्यवस्था की गई है।
दिल्ली से कटरा का सफर 8 घंटे में
वंदे भारत एक्सप्रेस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि, इसके जरिए यात्री महज 8 घंटे में ही दिल्ली से कटरा के बीच का सफर तय कर लेंगे। बता दें फिलहाल दिल्ली से कटरा जाने में ट्रेन को करीब 12 घंटे लगते हैं। ऐसे में वंदे भारत एक्सप्रेस के सफर करने में 4 घंटे का समय कम लगेगा।
सुबह 6 बजे नई दिल्ली से होगी रवाना
वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 6 बजे नई दिल्ली स्टेशन से कटरा के लिए रवाना होगी। यह दोपहर 2 बजे कटरा रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाएगी। फिर उसी दिन कटरा से वापसी में यह ट्रेन दोपहर 3 बजे चलेगी और रात 11 बजे नई दिल्ली पहुंच जाएगी। बता दें यह सुपरफास्ट ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में सभी 6 दिन चलेगी।
इन स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन
नई दिल्ली से कटरा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस सिर्फ अंबाला कैंट, लुधियाना और जम्मूतवी स्टेशन पर रुकेगी। यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल सकती है।
इतना होगा वंदे भारत ट्रेन का किराया
नई दिल्ली से कटरा तक चेयरकार में सफर करने के लिए इस ट्रेन का किराया 1630 रुपए है। इसमें 1120 रुपए बेस फेयर, 40 रुपए रिवर्जेशन चार्ज, 45 रुपए सुपरफास्ट चार्ज और 61 रुपए जीएसटी का चार्ज है। बता दें कैटरिंग के लिए यात्रियों को 364 रुपए अलग से देना होंगे।
Delhi: Union Home Minister Amit Shah and Union Railway Minister Piyush Goyal along with Union Ministers Dr Jitendra Singh and Dr Harsh Vardhan flag-off the Vande Bharat Express from New Delhi to Shri Mata Vaishno Devi Katra. pic.twitter.com/IfODd6Jljr
— ANI (@ANI) October 3, 2019
EC क्लास के लिए इतना होगा किराया
वंदे भारत एक्सप्रेस में एक्जीक्यूटिव चेयरकार के किराए की बात करें तो इसमें सफर करने के लिए यात्री को करीब 3015 रुपए चुकाने होंगे। इसमें 2337 रुपए बेस फेयर, 60 रुपए रिजर्वेशन चार्ज, 75 रुपए सुपरफास्ट चार्ज और 124 रुपए जीएसटी का चार्ज है। कैटरिंग के लिए यात्रियों को 419 रुपए अलग से देने होंगे।
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Petrol Diesel Price Hike/Latest OLD Video Updates; Narendra Modi, Rajnath Singh, Nitin Gadkari, Smriti Irani To Ravi Shankar Prasad | बीजेपी के जो नेता डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने पर सड़कों पर उतर जाते थे, उन्हीं की सरकार डीजल पर 66% टैक्स वसूल रही है
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Petrol Diesel Price Hike/Latest OLD Video Updates; Narendra Modi, Rajnath Singh, Nitin Gadkari, Smriti Irani To Ravi Shankar Prasad | बीजेपी के जो नेता डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने पर सड़कों पर उतर जाते थे, उन्हीं की सरकार डीजल पर 66% टैक्स वसूल रही है
प्रधानमंत्री मोदी समेत कई मंत्री यूपीए सरकार खिलाफ डीजल-पेट्रोल के मुद्दे पर आंदोलन कर चुके हैं
यूपीए सरकार डीजल पर 18% टैक्स वसूलती थी, जबकि मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर 66% कर दिया
दैनिक भास्कर
Jun 29, 2020, 08:10 PM IST
नई दिल्ली. देशभर में डीजल-पेट्रोल के ऊंचे दाम लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। लेकिन जो लोग आज केंद्र में सरकार चला रहे हैं, विपक्ष में रहते हुए वही डीजल-पेट्रोल के दाम में इजाफा होने पर प्रदर्शन करने निकल पड़ते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उनके कई मंत्री डीजल पेट्रोल की कीमतें बढ़ने पर कांग्रेस सरकार को जी भरकर कोसते थे। हम आपको ���िखाते हैं कि साल 2010 से लेकर 2014 में सत्ता पर काबिज होने तक क्या कुछ कहते रहे हैं बीजेपी के नेता…
नरेंद्र मोदी
तारीख: 24 मई 2012
बयान: पेट्रोल-डीजल के दाम जिस तरह बढ़ाए गए थे, वो दिल्ली में बैठी सरकार की नाकामी का जीता-जागता सबूत है।
नितिन गडकरी
तारीख: 16 मई, 2010
बयान: जब दाम बढ़ते हैं, तो सरकार का टैक्स भी बढ़ता है। टैक्स में राहत देकर दाम कम किए जा सकते हैं।
राजनाथ सिंह
तारीख : 6 सितंबर, 2011
बयान: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी मध्यमवर्गीय लोगों के लिए तो परेशानी है ही, इससे गरीबों के सामने जीने-मरने का सवाल खड़ा हो गया है।
प्रकाश जावड़ेकर
तारीख: 7 नवंबर, 2011
बयान: पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाने का कोई आधार नहीं है। जिस दिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम कम हुए, उसी दिन सरकार ने दाम बढ़ाए।
मुख्तार अब्बास नकवी
तारीख: 1 अप्रैल 2012
बयान: बाजार माफिया पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाकर मंहगाई में इजाफा कर रहा है और सरकार माफिया से मिली हुई है।
स्मृति ईरानी
तारीख: 20 सितंबर, 2012
बयान: मंहगाई कम करने की बात कही थी, लेकिन सरकार क्यों बार-बार पेट्रोल-डीजल की कीमत क्यों बढ़ाती है?
रविशंकर प्रसाद
तारीख: 20 सितंबर, 2012
बयान: सरकार ने डीजल की कीमतें फिर बढ़ा दी हैं। इसका असर गरीबों के खाने की कीमतों तक पर पड़ेगा।
डीजल की कीमत का 66% हिस्सा सरकार की जेब में
सोमवार को पेट्रोल 5 पैसे और डीजल 13 पैसे महंगा हुआ। इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में डीजल का रेट 80.53 रुपए प्रति लीटर के नए स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली में डीजल, पेट्रोल से भी महंगा चल रहा है। 7 जून से अब तक डीजल के रेट में 22 बार इजाफा हो चुका। इस दौरान डीजल 11.14 रुपए महंगा हुआ है। तेल कंपनियों ने 7 जून से रेट बढ़ाने शुरू किए थे। तब से अब तक पेट्रोल के रेट में 21 दिन इजाफा किया गया। इस दौरान पेट्रोल 9.17 रुपए महंगा हुआ है। अभी क्रूड ऑयल 40 डॉलर प्रति बैरल पर है। 16 जून के प्राइस ब्रेकअप के मुताबिक, दिल्ली में डीजल 75.19 रुपए पर था। इसमें बेस प्राइस, किराया भाड़ा और डीलर कमीशन 25.76 रुपया था। इसके ऊपर 50 रुपए सरकार टैक्स के तौर पर वसूल रही है। यानी एक लीटर डीजल के लिए आप जितना पैसा दे रहे हैं, उसका 66% हिस्सा सरकार टैक्स वसूल रही है।
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एयर एशिया डॉक्टरों से नहीं लेगी बेस फेयर, 50,000 टिकटों की पेशकश
एयर एशिया डॉक्टरों से नहीं लेगी बेस फेयर, 50,000 टिकटों की पेशकश
मुंबई। सस्ती उड़ान सेवा देने वाली कंपनी एयरएशिया इंडिया ने डॉक्टरों के लिए विशेष 50,000 टिकटों की पेशकश की है। इन टिकटों पर कोई आधार किराया नहीं लिया जाएगा। एयरएशिया इंडिया के मुख्य वाणिज्य अधिकारी अंकुर गर्ग ने कहा, ‘‘ हमारे डॉक्टरों और पिछले कुछ महीने में उनके द्वारा किए गए प्रशंसनीय कामों के लिए हम एयरएशिया इंडिया में उनका सम्मान करना चाहते थे।
देश को स्वस्थ रखने में उन्होंने बिना रुके जो काम…
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घरेलू हवाई यात्रा आज से शुरू, क्वारेंटीन व दूसरे को नियमों लेकर भ्रम की स्थिति, 10 बड़ी बातें
यात्रियों को अपने मोबाइल हैंडसेट पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दी गई है.
नई दिल्ली:
देश में घरेलू हवाई यात्रा करीब दो महीने तक बंद रहने के बाद आज से शुरू होने जा रही है, लेकिन विमानों से यात्रा करने वालों के लिए क्वारेंटीन के नियमों को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है. हालांकि, उड़ानें आज से शुरू हो रही हैं लेकिन फिलहाल प्रत्येक शहर के लिए न्यूनतम उड़ानें निर्धारित की गई हैं और कुछ हवाई अड्डे ऐसे भी हैं जहां से परिचालन सोमवार को शुरू नहीं होगा. सरकारी अधिकारियों ने रविवार की रात बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ से प्रभावित पश्चिम बंगाल के कोलकाता और बागडोगरा हवाई अ���्डे से 25 से 27 मई के बीच विमानों का कोई परिचालन नहीं होगा, लेकिन 28 मई से वहां से 20 उड़ानों का परिचालन होगा. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के मुंबई और तेलंगाना के हैदराबाद हवाई अड्डों से सोमवार से क्रमश: 50 और 30 उड़ानों का परिचालन होगा. महाराष्ट्र सरकार ने केन्द्र से अनुरोध किया है कि वह राज्य के लिए हवाई सेवा को फिलहाल न्यूनतम रखे.
10 बड़ी बातें
तमिलनाडु के चेन्नई हवाई अड्डे के संबंध में नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि सोमवार से दिन में वहां अधिकतम 25 विमान लैंड कर सकेंगे लेकिन वहां से उड़ान भरने वाले विमानों की संख्या निर्धारित नहीं की गई है. अधिकारियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम हवाईअड्डे सोमवार से किसी भी उड़ान का परिचालन नहीं होगा, बल्कि मंगलवार से सेवा शुरू होगी.
घरेलू उड़ानें शुरू करने संबंधी संशोधित कार्यक्रम जारी होने के बाद कुछ राज्यों ने इसका विरोध भी किया है क्योंकि उनके सामने समस्या है कि वे विमानों से आने वाले हजारों यात्रियों से कैसे निपटेंगे. आज से शुरू हो रही 1,050 उड़ानों के लिए बुकिंग शुरू हो गई थी, लेकिन संशोधित कार्यक्रम आने के बाद कई उड़ानें रद्द हो गई हैं, जिससे सैकड़ों यात्रियों को निराशा हाथ लगी है. विमानन कंपनियों को पहले अपनी क्षमता का एक-तिहाई परिचालन करने की अनुमति थी.
देश में 25 मार्च से जारी लॉकडाउन के चौथे चरण के अंतिम सप्ताह में घरेलू हवाई सेवा को बहाल करने का फैसला ऐसे समय में लिया जा रहा है जबकि पिछले तीन दिन से लगातार देश में कोविड-19 के 6,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. रविवार को देश में 6,767 लोग के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. चार चरणों वाला 68 दिन का लॉकडाउन 31 मई को समाप्त होने वाला है.
अलग-अलग राज्यों द्वारा हवाई यात्रियों के लिए लागू किए गए पृथक-वास के अलग-अलग नियमों को लेकर भी विमानों के चालक दलों में भ्रम की स्थिति है. इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों, रेल तथा सड़क यातायात को लेकर अपनी ओर से दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि सभी राज्य अपने हिसाब से पृथक-वास को लेकर अपना प्रोटोकॉल तय कर सकते हैं. यात्रियों को अपने मोबाइल हैंडसेट पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दी गई है. मंत्रालय ने अन्य नियमों के साथ-साथ पृथक-वास संबंधी अपना प्रोटोकॉल जारी करते हुए सलाह दी है कि प्रत्येक प्रवेश और निकास बिन्दु पर शरीर के तापमान की जांच की जाए, और जिन लोगों में लक्षण नजर नहीं आते हैं उन्हें यह सलाह देते हुए घर जाने दिया जाएगा कि वे 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें.
एयरएशिया ने ट्वीट किया है कि सभी यात्री अपने गंतव्य राज्य के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल जरुर पढ़ें और वह ‘‘किसी भी यात्री को वापस लाने या उनके पृथक-वास या अन्य खर्च उठाने के लिए बाध्य नहीं होगा.”महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अपने हवाई अड्डे खोले जाने का विरोध किया था. हालांकि, देर रात करीब 10 बजे तमिलनाडु ने अपने यहां हवाई यात्रियों के पृथक-वास आदि संबंधी एसओपी जारी करके मामले को स्पष्ट कर दिया.
पीटीआई-भाषा ने विमान सेवाएं दोबारा चालू होने की तैयारियों के बारे में कई पायलटों और सह-पायलटों (फर्स्ट ऑफिसर) से बात की.इनमें से अधिकतर की चिंता बाहर से आने वालों को पृथक रखे जाने के नियम, स्वयं एवं परिवार की सुरक्षा और कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में उनके उड़ान भरने को लेकर हैं. एक पायलट ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, ‘‘ इस बात को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि सोमवार को उन्हें उड़ान भरने के लिए अपने बेस स्टेशन पर रपट करना है या अपने गृह नगर से लौटकर बेस स्टेशन पर पहुंचने के बाद 14 दिन के लिए घर पर पृथक रहना हैय” उन्होंने कहा कि उसकी तरह कई अन्य पायलट भी लॉकडाउन की वजह से अपने घरों को लौट गए थे.
कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बिहार, पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गोवा और जम्मू-कश्मीर उन कुछ राज्यों में से हैं, जिन्होंने उनके राज्य के हवाई अड्डों पर उतरने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग पृथक-वास के नियम तय किए हैं. कुछ राज्यों ने जहां यात्रियों को अनिवार्य संस्थागत पृथक-वास केन्द्रों में रखने का फैसला लिया है, वहीं कई अन्य ने उन्हें घर और पृथक-वास केन्द्रों में रखने की बात कही है. हालांकि, पुरी ने शनिवार को राज्यों के इन नियमों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यदि कोई यात्री आरोग्य सेतु एप पर अपने आप के सही होने की रपट करता है तो इसका मतलब यात्री सुरक्षित है. राज्यों का रुख इस पर अड़ियल है और केंद्र सरकार पायलट और चालक दल के लिए एक समान पृथक रहने के नियम बनाने की कोशिश कर रही है.
दिल्ली सरकार ने घरेलू यात्रा पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का फैसला लिया है..नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 20 मई को घरेलू यात्री उड़ानें 25 मई से सशर्त फिर चालू करने की घोषणा की थी। देश में करीब दो महीने बाद यात्री उड़ान सेवाएं शुरू होने जा रही है। कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से देश में 25 मार्च से विमानन सेवाओं पर रोक थी. पिछले हफ्ते सरकार ने विशिष्ट नियमों के तहत उड़ानें शुरू करने की अनुमति दी है। इसमें उड़ान के लिए अधिकतम किराया, यात्रियों के लिए मास्क पहनने की अनिवार्यता, आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की अनिवार्यता, ��ात्रा के दौरान खाने-पीने की चीजों के वितरण पर रोक और गंतव्य पर पहुंचकर 14 दिन पृथक रहने का स्वघोषणा पत्र देना शामिल है.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शनिवार को कहा कि राज्य में आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन की प्रशासनिक निगरानी में पृथक रहना होगा. केरल और पंजाब सरकार ने कहा कि राज्य में आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए घरों पर पृथक रहना होगा. वहीं, बिहार सरकार ने कहा है कि सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए पृथक रहना होगा, जिसका उन्हें भुगतान करना पड़ेगा.
असम सरकार ने सभी चालक दल और पायलटों को 14 दिन पृथक रहने का नियम बनाया है. जबकि यात्रियों को वह घर और सरकारी पृथक केंद्रों पर बराबर-बराबर बांट देगी. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि यदि कोई यात्री बुरी तरह कोविड-19 प्रभावित राज्य से यात्रा कर रहा है तो उसे सात दिन के लिए अनिवार्य तौर पर प्रशासनिक निगरानी में रखा जाएगा. बाद में उसका कोविड-19 परीक्षण नकारात्मक आने पर उसे बाकी सात दिन घर पर पृथक रहना होगा. कर्नाटक ने महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्यप्रदेश को कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित राज्य के तौर पर वर्गीकृत किया है.
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चुनिंदा रूट पर 899 रुपए में हवाई सफर का मौका, स्पाइसजेट ने लांन्च किया 1 + 1 ऑफर, फ्री में मिलेगा फ्लाइट वाउचरDainik Bhaskar
चुनिंदा रूट पर 899 रुपए में हवाई सफर का मौका, स्पाइसजेट ने लांन्च किया 1 + 1 ऑफर, फ्री में मिलेगा फ्लाइट वाउचरDainik Bhaskar
एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट अपने यात्रियों के लिए शानदार ऑफर लेकर आई है। कंपनी ने आज 1 + 1 ऑफर की घोषणा की है। इसके तहत देश भर में कई शहरों की यात्रा के लिए एकतरफा बेसिक किराया 899 रुपए होगा। हालांकि यह कुछ शहरों के लिए ही है। साथ ही कंपनी यात्रियों को टिकट खरीदने पर एक फ्लाइट वाउचर मुफ्त दे रही है।
कंपनी ने बताया कि फ्लाइट वाउचर की कीमत बुक किए गए टिकट के बेस किराए के जितनी होगी। ग्राहक जब भी इस…
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वोटरों की फ्री उड़ान - दिल्ली में वोट देने वालो को स्पाइसजेट की फ्री टिकिट।
वोटरों की फ्री उड़ान – दिल्ली में वोट देने वालो को स्पाइसजेट की फ्री टिकिट।
Harkanwal Jeet Singh,नई दिल्ली :- विमानन कंपनी स्पाइसजेट दिल्ली में वोट डालने आ रहे मतदाताओं को ‘सैकड़ों फ्री टिकट’ देगी। 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट डाले जा रहे हैं। दिल्ली चुनाव में बाहर से वोट डालने आ रहे वोटरों के लिए कंपनी का कहना है कि इन यात्रियों को बेस किराया नहीं देना होगा, उन्हें सिर्फ कर और अन्य उपकर देने होंगे।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि लोगों को इन टिकटों के लिए ऑनलाइन…
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Delhi Petrol Diesel Price Today | Narendra Modi Arvind Kejriwal Update | Government increased petrol by 5 paise to Rs 80.43 and diesel price by 13 paise to Rs 80.53 | दिल्ली में डीजल का रेट 13 पैसे बढ़कर 80.53 रुपए के रिकॉर्ड पर, 3 हफ्ते में 22 बार कीमत बढ़ी, 7 जून से अब तक 11.14 रु महंगा
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Delhi Petrol Diesel Price Today | Narendra Modi Arvind Kejriwal Update | Government increased petrol by 5 paise to Rs 80.43 and diesel price by 13 paise to Rs 80.53 | दिल्ली में डीजल का रेट 13 पैसे बढ़कर 80.53 रुपए के रिकॉर्ड पर, 3 हफ्ते में 22 बार कीमत बढ़ी, 7 जून से अब तक 11.14 रु महंगा
इस दौरान पेट्रोल के रेट में 21 बार इजाफा हुआ, कुल 9.17 रुपए महंगा हुआ
पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ने के खिलाफ कांग्रेस आज देशभर में प्रदर्शन कर रही
दैनिक भास्कर
Jun 29, 2020, 01:48 PM IST
नई दिल्ली. सोमवार को पेट्रोल 5 पैसे और डीजल 13 पैसे महंगा हुआ। इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में डीजल का रेट 80.53 रुपए प्रति लीटर के नए स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली में डीजल पेट्रोल से भी महंगा चल रहा है। 7 जून से अब तक डीजल के रेट में 22 बार इजाफा हो चुका। इस दौरान डीजल 11.14 रुपए महंगा हुआ है।
मेट्रो शहरों में आज पेट्रोल-डीजल के रेट
शहर पेट्रोल (रुपए/लीटर) इजाफा (पैसे) डीजल (रुपए/लीटर) इजाफा (पैसे) दिल्ली 80.43 5 80.53 13 मुंबई 87.19 5 78.83 12 कोलकाता 82.10 5 75.64 12 चेन्नई 83.63 4 77.72 11
पेट्रोल 3 हफ्ते में 9.17 पैसे महंगा हुआ
तेल कंपनियों ने 7 जून से रेट बढ़ाने शुरू किए थे। तब से अब तक पेट्रोल के र���ट में 21 दिन इजाफा किया गया। इस दौरान पेट्रोल 9.17 रुपए महंगा हुआ है। कोरोना के बीच पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ने पर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस आज देशभर में प्रदर्शन कर रही है।
6 साल में क्रूड घटा, एक्साइज ड्यूटी बढ़ी और आम आदमी ज्यादा टैक्स चुकाता रहा
पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी लगाती है और राज्य सरकारें वैल्यू एडेड टैक्स यानी वैट वसूलती हैं। अप्रैल 2014 में जब क्रूड ऑयल 105 डॉलर प्रति बैरल के आसपास था, तब दिल्ली में डीजल करीब 55 रुपए प्रति लीटर बिकता था। इसमें बेस प्राइस, किराया भाड़ा और डीलर कमीशन 45.5 रुपया था। इसके ऊपर सरकार 10 रुपए टैक्स के तौर पर वसूलती थी। यानी एक लीटर डीजल के लिए आप जितना पैसा देते थे, उसका 18% हिस्सा सरकार टैक्स वसूल लेती थी।
अब मौजूदा स्थिति की बात करते हैं। अभी क्रूड ऑयल 40 डॉलर प्रति बैरल पर है। 16 जून के प्राइस ब्रेकअप के मुताबिक, दिल्ली में डीजल 75.19 रुपए पर था। इसमें बेस प्राइस, किराया भाड़ा और डीलर कमीशन 25.76 रुपया था। इसके ऊपर 50 रुपए सरकार टैक्स के तौर पर वसूल रही है। यानी एक लीटर डीजल के लिए आप जितना पैसा दे रहे हैं, उसका 66% हिस्सा सरकार टैक्स वसूल रही है।
पेट्रोल-डीजल पर आप ये खबरें भी पढ़ सकते हैं-
1. पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने के विरोध में कांग्रेस का देशभर में प्रदर्शन, दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
2. महंगाई का ऑनलाइन विरोध: कांग्रेस ने ट्विटर पर झोंकी पूरी ताकत, पहली बार हर मिनट मोदी सरकार के खिलाफ पोस्ट कर रही पार्टी
3. सरकार ने 6 साल में एक्साइज ड्यूटी 28 रुपए बढ़ाई, आम आदमी पर टैक्स का भार 5 गुना हुआ
4.मार्च में टैक्स 97% था, मई में बढ़कर 226% हुआ; इसलिए ग्राहकों को क्रूड ऑयल सस्ता होने का फायदा नहीं मिला
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एयर एशिया ने डॉक्टरों से नहीं लेगी बेस फेयर, 50,000 टिकटों की पेशकश
एयर एशिया ने डॉक्टरों से नहीं लेगी बेस फेयर, 50,000 टिकटों की पेशकश
मुंबई। सस्ती उड़ान सेवा देने वाली कंपनी एयरएशिया इंडिया ने डॉक्टरों के लिए विशेष 50,000 टिकटों की पेशकश की है। इन टिकटों पर कोई आधार किराया नहीं लिया जाएगा। एयरएशिया इंडिया के मुख्य वाणिज्य अधिकारी अंकुर गर्ग ने कहा, ‘‘ हमारे डॉक्टरों और पिछले कुछ महीने में उनके द्वारा किए गए प्रशंसनीय कामों के लिए हम एयरएशिया इंडिया में उनका सम्मान करना चाहते थे।
देश को स्वस्थ रखने में उन्होंने बिना रुके जो काम…
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IRCTC: जब अचानक फ्री हो गई लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस की टिकट, बाद में यात्रियों को लगा झटका Divya Sandesh
#Divyasandesh
IRCTC: जब अचानक फ्री हो गई लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस की टिकट, बाद में यात्रियों को लगा झटका
नई दिल्ली
() में टिकट बुक करने वालों को मंगलवार शाम को एक बड़ा झटका लगा। मंगलवार को अचानक से तेजस एक्सप्रेस का लखनऊ से नई दिल्ली का किराया शून्य हो गया। इस दौरान बेस फेयर, रिजर्वेशन चार्ज और कैटरिंग चार्ज सभी कुछ मुफ्त हो गया। इतना बड़ा ऑफर देखकर कई लोगों ने तेजस में टिकट बुक कर डाली। लेकिन जब वास्तविकता सामने आई तो झटका लगा। की वेबसाइट पर यात्रियों द्वारा यात्रा की डिटेल तक भर देने के बाद जब पेमेंट करने की बारी आई तो IRCTC ऐप पर जो टिकट फ्री दिख रहा था, वह 1160 रुपये का हो गया।
दरअसल हुआ यूं कि तेजस एक्सप्रेस की 14 फरवरी की यात्रा की बुकिंग करते वक्त अचानक टिकट फ्री दिखाई देने लगा। यह एक तकनीकी चूक के कारण हुआ। इसके चलते यात्रियों को कभी तेजस के एसी चेयरकार का किराया 4060 रुपये तो एग्जीक्यूटिव क्लास का मात्र 2680 रुपये ही दिखायी दिया। वहीं दोबारा IRCTC की वेबसाइट और ऐप पर बुकिंग करते समय एसी चेयरकार का किराया शून्य और एग्जी���्यूटिव क्लास का किराया 2006 रुपये दिख रहा था। IRCTC की तकनीकी टीम को जब चूक की भनक लगी तो फिर इसे दूर करने की कवायद शुरू हुई और वास्तविक किराया शो होने लगा।
यह भी पढ़ें:
IRCTC की वेबसाइट पर अगली सभी यात्रा तिथि पर किराया सही दर्शाया गया। तेजस एक्सप्रेस में एसी चेयरकार की 770 सीटों में से मंगलवार देर शाम तक 390 सीटें बुक हो गईं थी। पहले ही दिन 14 फरवरी के लिए इकोनॉमी दर्जे की एसी चेयरकार की पहली 300 सीटें बुक हो गई हैं। अब ट्रेन का किराया प्रति सीट बढ़ रहा है।
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IRCTC: जब अचानक फ्री हो गई लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस की टिकट, बाद में यात्रियों को लगा झटका Divya Sandesh
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नई दिल्ली
() में टिकट बुक करने वालों को मंगलवार शाम को एक बड़ा झटका लगा। मंगलवार को अचानक से तेजस एक्सप्रेस का लखनऊ से नई दिल्ली का किराया शून्य हो गया। इस दौरान बेस फेयर, रिजर्वेशन चार्ज और कैटरिंग चार्ज सभी कुछ मुफ्त हो गया। इतना बड़ा ऑफर देखकर कई लोगों ने तेजस में टिकट बुक कर डाली। लेकिन जब वास्तविकता सामने आई तो झटका लगा। की वेबसाइट पर यात्रियों द्वारा यात्रा की डिटेल तक भर देने के बाद जब पेमेंट करने की बारी आई तो IRCTC ऐप पर जो टिकट फ्री दिख रहा था, वह 1160 रुपये का हो गया।
दरअसल हुआ यूं कि तेजस एक्सप्रेस की 14 फरवरी की यात्रा की बुकिंग करते वक्त अचानक टिकट फ्री दिखाई देने लगा। यह एक तकनीकी चूक के कारण हुआ। इसके चलते यात्रियों को कभी तेजस के एसी चेयरकार का किराया 4060 रुपये तो एग्जीक्यूटिव क्लास का मात्र 2680 रुपये ही दिखायी दिया। वहीं दोबारा IRCTC की वेबसाइट और ऐप पर बुकिंग करते समय एसी चेयरकार का किराया शून्य और एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 2006 रुपये दिख रहा था। की तकनीकी टीम को जब चूक की भनक लगी तो फिर इसे दूर करने की कवायद शुरू हुई और वास्तविक किराया शो होने लगा।
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IRCTC की वेबसाइट पर अगली सभी यात्रा तिथि पर किराया सही दर्शाया गया। तेजस एक्सप्रेस में एसी चेयरकार की 770 सीटों में से मंगलवार देर शाम तक 390 सीटें बुक हो गईं थी। पहले ही दिन 14 फरवरी के लिए इकोनॉमी दर्जे की एसी चेयरकार की पहली 300 सीटें बुक हो गई हैं। अब ट्रेन का किराया प्रति सीट बढ़ रहा है।
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देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन "तेजस एक्सप्रेस" 14 फरवरी से फिर चलेगी
नई दिल्ली। भारतीय रेल की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन ‘तेजस एक्सप्रेस’ एक बार फिर 14 फरवरी से लखनऊ-नई दिल्ली और अहमदाबाद-मुंबई के बीच दौड़ेगी। रेल मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम भारतीय रेलवे पर्यटन एवं खानपान निगम (आईआरसीटीसी) ने शनिवार को एक बयान में कहा, लखनऊ-नई दिल्ली (82501/82502) तेजस एक्सप्रेस और अहमदाबाद-मुंबई (82901/82902) तेजस एक्सप्रेस का संचालन 14 फरवरी से पुनः किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि दोनोंं तेजस ट्रेनों का कोरोना महामारी के बीच में भी संचालन किया था, लेकिन तब यात्रियों की कमी से जूझना पड़ा था। उसके बाद इसे बंद कर दिया गया था। तब यह ट्रेन 17 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच चलाई गई थी। इससे पहले कोरोना के चलते 19 मार्च से दोनों ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया था।
आईआरसीटीसी के अनुसार अब यात्रीगण शताब्दी एक्सप्रेस के किराये के समान ही व्यय करते हुए तेजस एक्सप्रेस की खानपान एवं समस्त सुविधाओं का लाभ उठाते हुए यात्रा कर सकेंगे। इस ट्रेन का संचालन सभी सीट की बुकिंग करते हुए सप्ताह में 4 दिन शुक्रवार, शनिवार, रविवार एवं सोमवार होगा। लखनऊ ज. से नई दिल्ली का एसी. चेयर कार श्रेणी का किराया 870 रुपये होगा जबकि कानपुर से नई दिल्ली का किराया 780 रुपये होगा। ए.सी चेयर कार के किराये में 40 प्रतिशत (273) यात्री बुकिंग तक, यात्री किराये में बेस फेयर से कोई वृद्धि नहीं होगी उसके पश्चात् डायनमिक फेयर प्रणाली के अंतर्गत किराये में प्रत्येक 10 प्रतिशत की वृद्धि होगी जो कि किराये का अधिकतम 30 प्रतिशत तक ही होगा इसके पश्चात् किराये में कोई वृद्धि नहीं होगी। इस ट्रेन की एआरपी 30 दिनों की होगी।
आईआरसीटीसी का यही प्रयास है कि हम यात्रियों को स्टेशन आगमन पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत थर्मल स्कैनिंग, लगेज सैनेटाइजेशन के साथ-साथ उत्कृष्ठ सुविधाये जैसे आतिथ्य सत्कार के लिए रेल होसटेस, सुरक्षा गार्ड एवं सीसीटीवी कैमरा, प्रत्येक यात्री को सेफ्टी किट(फेस शील्ड, मारक, ग्लब्स, हैण्ड रौन्टाइज़र ट्यूब व शैसे), खानपान सुविधा के लिए क्षेत्रीय व्यंजनों के साथ स्वादिष्ट भोजन, शुद्ध पानी के लिए ऑन-बोर्ड आर.ओ वाटर की अतिरिक्त व्यवस्था एवं चाय काफी की असीमित सुविधा, पूरी यात्रा के दौरान ऑन-बोर्ड मनोरंजन सेवायें, ऑन-बोर्ड ट्रेवल एवं टूरिज्म पत्रिका, समाचार पत्र, यात्रा की अवधि के दौरान घर में चोरी व डकैती के लिए 1 लाख रुपये के कवरेज के साथ प्रत्येक यात्री के लिए 25 लाख रुपये का मुफ्त यात्रा बीमा प्रदान करते हुए तेजस एक्सप्रेस में यात्रा करायें।
आईआरसीटीसी ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए दोनों कॉरपोरेट ट्रेनों को चलाने के लिए काफी तैयारी की थीं। कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एक मानक ऑपरेशन प्रक्रिया (एसओपी) जारी थी। इसमें प्रत्येक वैकल्पिक सीट को प्रारंभिक अवधि के लिए सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों के कारण खाली रखा जाना। यात्रियों को एक बार बैठने के बाद अपनी सीटों को बदलने की अनुमति नहीं होना। यात्रियों और कर्मचारियों के लिए फेस कवर व मास्क का उपयोग अनिवार्य बनाना। सभी यात्रियों को मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना आदि।
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घरेलू हवाई यात्रा आज से शुरू, क्वारेंटीन व दूसरे को नियमों लेकर भ्रम की स्थिति, 10 बड़ी बातें
यात्रियों को अपने मोबाइल हैंडसेट पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दी गई है.
नई दिल्ली:
देश में घरेलू हवाई यात्रा करीब दो महीने तक बंद रहने के बाद आज से शुरू होने जा रही है, लेकिन विमानों से यात्रा करने वालों के लिए क्वारेंटीन के नियमों को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है. हालांकि, उड़ानें आज से शुरू हो रही हैं लेकिन फिलहाल प्रत्येक शहर के लिए न्यूनतम उड़ानें निर्धारित की गई हैं और कुछ हवाई अड्डे ऐसे भी हैं जहां से परिचालन सोमवार को शुरू नहीं होगा. सरकारी अधिकारियों ने रविवार की रात बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ से प्रभावित पश्चिम बंगाल के कोलकाता और बागडोगरा हवाई अड्डे से 25 से 27 मई के बीच विमानों का कोई परिचालन नहीं होगा, लेकिन 28 मई से वहां से 20 उड़ानों का परिचालन होगा. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के मुंबई और तेलंगाना के हैदराबाद हवाई अड्डों से सोमवार से क्रमश: 50 और 30 उड़ानों का परिचालन होगा. महाराष्ट्र सरकार ने केन्द्र से अनुरोध किया है कि वह राज्य के लिए हवाई सेवा को फिलहाल न्यूनतम रखे.
10 बड़ी बातें
तमिलनाडु के चेन्नई हवाई अड्डे के संबंध में नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि सोमवार से दिन में वहां अधिकतम 25 विमान लैंड कर सकेंगे लेकिन वहां से उड़ान भरने वाले विमानों की संख्या निर्धारित नहीं की गई है. अधिकारियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम हवाईअड्डे सोमवार से किसी भी उड़ान का परिचालन नहीं होगा, बल्कि मंगलवार से सेवा शुरू होगी.
घरेलू उड़ानें शुरू करने संबंधी संशोधित कार्यक्रम जारी होने के बाद कुछ राज्यों ने इसका विरोध भी किया है क्योंकि उनके सामने समस्या है कि वे विमानों से आने वाले हजारों यात्रियों से कैसे निपटेंगे. आज से शुरू हो रही 1,050 उड़ानों के लिए बुकिंग शुरू हो गई थी, लेकिन संशोधित कार्यक्रम आने के बाद कई उड़ानें रद्द हो गई हैं, जिससे सैकड़ों यात्रियों को निराशा हाथ लगी है. विमानन कंपनियों को पहले अपनी क्षमता का एक-तिहाई परिचालन करने की अनुमति थी.
देश में 25 मार्च से जारी लॉकडाउन के चौथे चरण के अंतिम सप्ताह में घरेलू हवाई सेवा को बहाल करने का फैसला ऐसे समय में लिया जा रहा है जबकि पिछले तीन दिन से लगातार देश में कोविड-19 के 6,000 से ज्यादा न�� मामले सामने आए हैं. रविवार को देश में 6,767 लोग के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. चार चरणों वाला 68 दिन का लॉकडाउन 31 मई को समाप्त होने वाला है.
अलग-अलग राज्यों द्वारा हवाई यात्रियों के लिए लागू किए गए पृथक-वास के अलग-अलग नियमों को लेकर भी विमानों के चालक दलों में भ्रम की स्थिति है. इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों, रेल तथा सड़क यातायात को लेकर अपनी ओर से दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि सभी राज्य अपने हिसाब से पृथक-वास को लेकर अपना प्रोटोकॉल तय कर सकते हैं. यात्रियों को अपने मोबाइल हैंडसेट पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दी गई है. मंत्रालय ने अन्य नियमों के साथ-साथ पृथक-वास संबंधी अपना प्रोटोकॉल जारी करते हुए सलाह दी है कि प्रत्येक प्रवेश और निकास बिन्दु पर शरीर के तापमान की जांच की जाए, और जिन लोगों में लक्षण नजर नहीं आते हैं उन्हें यह सलाह देते हुए घर जाने दिया जाएगा कि वे 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें.
एयरएशिया ने ट्वीट किया है कि सभी यात्री अपने गंतव्य राज्य के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल जरुर पढ़ें और वह ‘‘किसी भी यात्री को वापस लाने या उनके पृथक-वास या अन्य खर्च उठाने के लिए बाध्य नहीं होगा.”महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अपने हवाई अड्डे खोले जाने का विरोध किया था. हालांकि, देर रात करीब 10 बजे तमिलनाडु ने अपने यहां हवाई यात्रियों के पृथक-वास आदि संबंधी एसओपी जारी करके मामले को स्पष्ट कर दिया.
पीटीआई-भाषा ने विमान सेवाएं दोबारा चालू होने की तैयारियों के बारे में कई पायलटों और सह-पायलटों (फर्स्ट ऑफिसर) से बात की.इनमें से अधिकतर की चिंता बाहर से आने वालों को पृथक रखे जाने के नियम, स्वयं एवं परिवार की सुरक्षा और कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में उनके उड़ान भरने को लेकर हैं. एक पायलट ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, ‘‘ इस बात को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि सोमवार को उन्हें उड़ान भरने के लिए अपने बेस स्टेशन पर रपट करना है या अपने गृह नगर से लौटकर बेस स्टेशन पर पहुंचने के बाद 14 दिन के लिए घर पर पृथक रहना हैय” उन्होंने कहा कि उसकी तरह कई अन्य पायलट भी लॉकडाउन की वजह से अपने घरों को लौट गए थे.
कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बिहार, पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गोवा और जम्मू-कश्मीर उन कुछ राज्यों में से हैं, जिन्होंने उनके राज्य के हवाई अड्डों पर उतरने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग पृथक-वास के नियम तय किए हैं. कुछ राज्यों ने जहां यात्रियों को अनिवार्य संस्थागत पृथक-वास केन्द्रों में रखने का फैसला लिया है, वहीं कई अन्य ने उन्हें घर और पृथक-वास केन्द्रों में रखने की बात कही है. हालांकि, पुरी ने शनिवार को राज्यों के इन नियमों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यदि कोई यात्री आरोग्य सेतु एप पर अपने आप के सही होने की रपट करता है तो इसका मतलब यात्री सुरक्षित है. राज्यों का रुख इस पर अड़ियल है और केंद्र सरकार पायलट और चालक दल के लिए एक समान पृथक रहने के नियम बनाने की कोशिश कर रही है.
दिल्ली सरकार ने घरेलू यात्रा पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का फैसला लिया है..नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 20 मई को घरेलू यात्री उड़ानें 25 मई से सशर्त फिर चालू करने की घोषणा की थी। देश में करीब दो महीने बाद यात्री उड़ान सेवाएं शुरू होने जा रही है। कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से देश में 25 मार्च से विमानन सेवाओं पर रोक थी. पिछले हफ्ते सरकार ने विशिष्ट नियमों के तहत उड़ानें शुरू करने की अनुमति दी है। इसमें उड़ान के लिए अधिकतम किराया, यात्रियों के लिए मास्क पहनने की अनिवार्यता, आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की अनिवार्यता, यात्रा के दौरान खाने-पीने की चीजों के वितरण पर रोक और गंतव्य पर पहुंचकर 14 दिन पृथक रहने का स्वघोषणा पत्र देना शामिल है.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शनिवार को कहा कि राज्य में आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन की प्रशासनिक निगरानी में पृथक रहना होगा. केरल और पंजाब सरकार ने कहा कि राज्य में आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए घरों पर पृथक रहना होगा. वहीं, बिहार सरकार ने कहा है कि सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए पृथक रहना होगा, जिसका उन्हें भुगतान करना पड़ेगा.
असम सरकार ने सभी चालक दल और पायलटों को 14 दिन पृथक रहने का नियम बनाया है. जबकि यात्रियों को वह घर और सरकारी पृथक केंद्रों पर बराबर-बराबर बांट देगी. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि यदि कोई यात्री बुरी तरह कोविड-19 प्रभावित राज्य से यात्रा कर रहा है तो उसे सात दिन के लिए अनिवार्य तौर पर प्रशासनिक निगरानी में रखा जाएगा. बाद में उसका कोविड-19 परीक्षण नकारात्मक आने पर उसे बाकी सात दिन घर पर पृथक रहना होगा. कर्नाटक ने महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्यप्रदेश को कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित राज्य के तौर पर वर्गीकृत किया है.
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