83 विदेशी जमातियों के खिलाफ चार्जशीट आज, मरकज में शामिल हुए थे 20 देश के नागरिक
83 विदेशी जमातियों के खिलाफ चार्जशीट आज, मरकज में शामिल हुए थे 20 देश के नागरिक
Image Source : PTI
Delhi crime branch to file chargesheet against 83 foreign Tablighi Jamaat members today
नई दिल्ली:दिल्ली क्राइम ब्रांच आज तबलीगी जमात के मरकज में आए 83 विदेशी जमातियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल करेगी। साकेत कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल होगी। इनमें 20 देशों के नागरिक हैं। इस बीच क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद…
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83 विदेशी जमातियों के खिलाफ चार्जशीट आज, मरकज में शामिल हुए थे 20 देश के नागरिक
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नई दिल्ली:दिल्ली क्राइम ब्रांच आज तबलीगी जमात के मरकज में आए 83 विदेशी जमातियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल करेगी। साकेत कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल होगी। इनमें 20 देशों के नागरिक हैं। इस बीच क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के 5…
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कोविद -19 बचे लोगों को रक्त प्लाज्मा दान करना चाहिए: तब्लीगी जमात नेता मौलाना साद तब्लीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने तालाबंदी के दौरान यहां एक धार्मिक मण्डली रखने के लिए बुक किया था, ने मंगलवार को कोरोनावायरस बचे लोगों से संक्रमित लोगों को रक्त प्लाज्मा दान करने की अपील की।
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मौलाना साद के 2 करीबी रिश्तेदारों को भी हुआ कोरोना, दक्षिण अफ्रीका से आकर रुके थे मरकज में, तबलीगी जमात के चीफ पर कई केस दर्ज
नई दिल्ली: तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के दो करीबी रिश्तेदार उतर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। मौलाना साद के दो रिश्तेदारों के नमूनों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने थाना मण्डी क्षेत्र के मोहल्ला मुफ्ती इलाके को सील कर दिया है और यहां के अन्य आठ लोगों को भी क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। पुलिस उन लोगों का भी पता लगा रही है, जो पिछले कुछ दिनों में इन दोनों के सम्पर्क में आए थे।दक्षिण अफ्रीका से आकर लॉकडाउन से पहले दोनों रिश्तेदार मरकज मे रुके थेदो संक्रमित व्यक्ति मौलाना साद के ससुराल के हैं। लॉकडाउन से पहले दोनों मरकज मे रुके थे। दोनों हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे, जिस आधार पर इन दोनों सहित चार लोगों को पृथकवास में रखा गया था। जांच में दोनों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
अब प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि ये लोग किन किन के सम्पर्क में रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि जो लोग भी इनके सम्पर्क में आये थे उन्हें पृथकवास में रखा जा रहा है। तबलीगी जमात के चीफ मौलाना साद पर गैर इरादतन हत्या का केस ���र्जदिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। यह हत्या के मामले में दूसरी सबसे बड़ी धारा है। दिल्ली पुलिस ने यह कदम निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों की कोरोना वायरस से मौत और जमात में शामिल लोगों में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैलने के बाद उठाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, साद और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 जोड़ी गई है।लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने को लेकर भी केस दर्जदिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी पर लॉकडाउन के आदेशों का कथित तौर पर उल्लंघन कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोप में भी प्राथमिकी दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस भी जारी किया था। नोटिस में 26 सवाल पूछे गए हैं, जिसमें नाम, पता, संगठन का पंजीकरण विवरण, उसके पदाधिकारियों का विवरण, पिछले तीन वर्षों में मरकज द्वारा भरे गए आयकर रिटर्न का विवरण, पैन नंबर, बैंक खाता संख्या और पिछले एक वर्ष के बैंक स्टेटमेंट उपलब्ध कराना शामिल हैं। दिल्ली पुलिस सूत्र ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद का पता लग गया है। निजामुद्दीन इलाके में पिछले महीने एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से वह फरार थे। पुलिस सूत्रों ने 8 अप्रैल को जानकारी दी कि दक्षिण पूर्वी दिल्ली के जाकिर नगर में मौलाना के मौजूद होने का पता चला।
हालांकि, इससे पहले मौलाना के वकील तौसीफ खान ने कहा था कि साद स्व पृथक वास में हैं और 14 दिनों की अवधि खत्म होने के बाद वह जांच में शामिल होंगे। देश में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमितमार्च महीने में निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 25,000 से अधिक सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों को पृथक वास में रखा गया है। निजामुद्दीन के धार्मिक कार्यक्रम में कम से कम 9,000 लोग शामिल हुए थे। बाद में इनमें से कई लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों की यात्राएं कीं। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस हुआ है और 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
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मुश्किल में तबलीगी जमात के मुखिया, मौलाना साद के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज नयी दिल्ली, 15 अप्रैल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ आज गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया ।
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दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद को 26 सवालों के जवाब दिए, बाद में जवाब दिया am मैं आत्मग्लानि में हूं ’
नई दिल्ली: तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद कांधलवी ने शनिवार को दिल्ली पुलिस के नोटिस पर जवाब दिया, जो पिछले महीने मरकज निजामुद्दीन में आयोजित मण्डली के संबंध में था, जो कि कोरोनोवायरस के सबसे बड़े केंद्रों में से एक के रूप में उभरा है।
कंधलावी के वकील एडवोकेट शाहिद अली ने कहा, “धारा 91 दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत नोटिस देने के लिए, हमने जवाब दाखिल किया है और दस्तावेजों के…
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कोरोनाः जो निजामुद्दीन दरगाह बनी निशाना वहां क्यों नहीं जाते तबलीगी जमात के लोग?
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कोरोनाः जो निजामुद्दीन दरगाह बनी निशाना वहां क्यों नहीं जाते तबलीगी जमात के लोग?
कोरोना के चलते देश भर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन
तबलीगी जमात के अमीर मौलाना साद के खिलाफ FIR
कोरोना संक्रमण के खतरों से निपटने के लिए देश भर में किए लॉकडाउन के बीच दिल्ली के तबलीगी जमात के मरकज में करीब 2000 लोग इकट्ठा थे, जिसके लिए मौलाना साद सहित 7 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. ऐसे में लोग तबलीगी जमात के मरकज से चंद कदम की दूरी पर स्थित निजामुद्दीन औलिया की दरगाह को भी निशाना बना रहे हैं जबकि तबलीगी जमात और निजामुद्दीन दरगाह को मानने वाली इस्लाम की दो विपरीत धाराएं हैं.
मुसलमानों में तबलीगी जमात के लोग देवबंदी विचाराधारा के करीब हैं, जिसके वजह से वे मजार और मकबरों पर नहीं जाते हैं. निजामुद्दीन औलिया की दरगाह सदियों से मुसलमानों के बीच खासी अहमियत रखती है, पर तबलीगी जमात के लोग वहां नहीं जाते हैं. इतना ही नहीं, अजमेर की ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह सहित तमाम औलियाओं की मजारों पर इन्हें जाते नहीं देखा जाता है. मजारों पर होने वाली कव्वाली और सजने वाली महफिलों को तबलीगी इस्लाम के खिलाफ बताते हैं और हराम करार देते हैं.
वहीं, बरेलवी और सूफी मत के लोग महज न केवल मजारों पर जाते हैं बल्कि वहां जियारत करने, चादर चढ़ाने से लेकर मन्नतें तक मांगते हैं. मुसलमानों के अलावा भी हिंदू, सिख सहित कई धर्मों के मानने वाले लोग दरगाह में आते और चढ़ावा भी चढ़ाते हैं. मजारों पर जाने वाले मुसलमान निजामुद्दीन औलिया ही नहीं तमाम मजारों में जाते हैं और उन्हें अल्लाह के करीबी मानते हैं. दरगाहों पर जाने को ये लोग रुहानी तस्कीम (आध्यात्मिक सुकून) मानते हैं.
हालांकि, फिक्ह (इस्लामिक विधि) के मामले तबलीगी जमात और बरेली या सूफीइजम दोनों हनफी मसलक से हैं. सुन्नी इस्लाम में चार बड़े संप्रदाय हैं, इन्हीं में एक इमाम अबू हनीफा थे. ऐसे में अबू हनीफा को मानने वाले हनफी मुस्लिम कहलाते हैं. भारतीय महाद्वीप में 90 फीसदी सुन्नी मुसलमान हनफी मसलक के मानने वाले हैं. इनके नमाज, रोजा, हज जैसे तरीके एक हैं, लेकिन बस मजारों पर जाने और न जाने को लेकर विवाद हैं.
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बता दें कि निजामुद्दीन औलिया की दरगाह की देखभाल और सारी जिम्मेदारी चिश्ती परिवार के पास है. यहां कई तरह के संगठन बने हुए हैं और वे सब मिलकर दरगाह की देखभाल करते हैं. मजार पर आने वाले शख्स को जियारत कराने से लेकर उसके द्वारा दिए जाने वाले चंदे का रखरखाव यही करते हैं. ऐसे में तबलीगी जमात की वजह से दरगाह को निशाने पर लिया गया तो चिश्ती परिवार ने सख्त ऐतराज जताया.
वहीं, तबलीगी जमात मरकज के सर्वेसर्वा संस्थापक मौलाना इलिहास कांधलवी के परपोते मौलाना साद हैं. तबलीगी जमात के अब तक कुल चार अमीर (प्रमुख) बने हैं, जिनमें तीन मौलाना इलिहास कांधलवी के परिवार के हैं. तबलीगी जमात के मरकज में सिर्फ मुसलमान आते हैं और इस्लाम के प्रचार प्रसार के लिए निकलते हैं. यहां चंदे का चलन नहीं है. जो लोग भी आते हैं सब अपनी जेब से खर्च करते हैं. ये इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए पूरी दुनिया में काम करते ��ैं.
दरअसल मोहम्मद इलियास का जन्म शामली जिले के कांधला गांव में हुआ था. कांधला गांव में जन्म होने की वजह से ही उनके नाम में कांधलवी लगाया जाता है. उनके पिता मोहम्मद इस्माइल थे और माता का नाम सफिया था. एक स्थानीय मदरसे में उन्होंने एक चौथाई कुरान को मौखिक तौर पर याद किया. वो अपने पिता के मार्गदर्शन में दिल्ली के निजामुद्दीन में कुरान को पूरा याद किया. इसके बाद उन्होंने अरबी और फारसी की शुरुआती किताबों को पढ़ा और बाद में वो मौलाना रशीद अहमद गंगोही के साथ रहने लगे. मौलाना गंगोही देवबंद विचारधारा के सबसे बड़े मौलानाओं में से एक हैं.
देवबंदी विचारधारा दरगाहों, मजारों पर जाने को लेकर साफ तौर पर मना तो नहीं करती है, लेकिन यह जरूर कहती है कि इससे पूजा पद्यति को बढ़ावा मिलता है. इतना ही नहीं, इनका कहना है कि जो मर गया है वो आपकी कोई मदद नहीं कर सकता है. ऐसे में उनसे किसी तरह की मन्नत नहीं मांगनी चाहिए. हालांकि, ये कहते हैं कि मजारों पर जाकर सिर्फ फातिहा पढ़िए और मरने वाले को बख्श कर चले आइए. न तो मजारों को चूमें और न ही किसी तरह की चादर वगैरह चढ़ाएं. यही वजह है कि तबलीगी जमात के मरकज से चंद कदमों से दूर निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर जमात के लोग नहीं जाते हैं.
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हालांकि, मुसलमानों का बरेलवी और सूफीइजम मत कहता है कि औलिया मरे नहीं बल्कि दुनिया से परदा हो गए हैं. वो आज भी हमारी बातों को सुनते हैं और अल्लाह तक हमारी सिफारिश करते हैं. हजरत निजामुद्दीन औलिया सहित तमाम मुस्लिम बुजुर्गों के जन्मदिन पर उनके मजारों पर उर्स लगते हैं और कव्वाली होती है. इसमें हर धर्म के लोग शरीक होते हैं. इसे एक रूहानी महफिल करार दिया जाता है.
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दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कांधला में मौलाना साद के अड्डे पर मारा छापा
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कांधला में मौलाना साद के अड्डे पर मारा छापा
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मौलाना साद
नई दिल्ली.दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने गुरुवार को मौलाना मो. साद कांधलवी मामले को लेकर एक्टिव मोड में आ गई। क्राइम ब्रांच की 6 सदस्यीय एक टीम ने गुरुवार को यूपी के शामली जिले के कांधला कस्बे में मौलाना साद के एक संभावित अड्डे पर छापा मार दिया। दोपहर बाद खबर लिखे जाने तक क्राइम ब्रांच की टीम मौलाना साद के कांधला…
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ED grills Tablighi Jamaat Maulana Saad's close aide Mursaleen who handled accounts, donations at Markaz
ED grills Tablighi Jamaat Maulana Saad’s close aide Mursaleen who handled accounts, donations at Markaz
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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार (16 मई) को तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के करीबी सहयोगी से पूछताछ की। खबरों के अनुसार, मुर्सलीन विदेशी तब्लीगी जमात के सदस्यों के साथ घनिष्ठ संपर्क में रहते थे और जमात के काम के लिए कई बार विदेश यात्रा पर जाते थे।
जांच एजेंसी का मानना है कि मुर्सलीन ने दान को संभालने के लिए इस्तेमाल किया और मार्काज़ में एक महत्वपूर्ण स्थान रखा।…
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तबलीगी जमात प्रमुख के 2 रिश्तेदारों ने उत्तर प्रदेश में कोविद -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के दो रिश्तेदारों ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कोरोनवायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया।
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होम क्वारंटाइन में रह रे तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी की कोरोना टेस्ट निगेटिव आई है। उसकी जांच एक प्राइवेट...
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मौलाना साद के 2 करीबी रिश्तेदारों को भी हुआ कोरोना, दक्षिण अफ्रीका से आकर रुके थे मरकज में, तबलीगी जमात के चीफ पर कई केस दर्ज
नई दिल्ली: तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के दो करीबी रिश्तेदार उतर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। मौलाना साद के दो रिश्तेदारों के नमूनों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने थाना मण्डी क्षेत्र के मोहल्ला मुफ्ती इलाके को सील कर दिया है और यहां के अन्य आठ लोगों को भी क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। पुलिस उन लोगों का भी पता लगा रही है, जो पिछले कुछ दिनों में इन दोनों के सम्पर्क में आए थे।दक्षिण अफ्रीका से आकर लॉकडाउन से पहले दोनों रिश्तेदार मरकज मे रुके थेदो संक्रमित व्यक्ति मौलाना साद के ससुराल के हैं। लॉकडाउन से पहले दोनों मरकज मे रुके थे। दोनों हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे, जिस आधार पर इन दोनों सहित चार लोगों को पृथकवास में रखा गया था। जांच में दोनों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
अब प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि ये लोग किन किन के सम्पर्क में रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि जो लोग भी इनके सम्पर्क में आये थे उन्हें पृथकवास में रखा जा रहा है। तबलीगी जमात के चीफ मौलाना साद पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्जदिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। यह हत्या के मामले में दूसरी सबसे बड़ी धारा है। दिल्ली पुलिस ने यह कदम निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों की कोरोना वायरस से मौत और जमात में शामिल लोगों में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैलने के बाद उठाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, साद और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 जोड़ी गई है।लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने को लेकर भी केस दर्जदिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी पर लॉकडाउन के आदेशों का कथित तौर पर उल्लंघन कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोप में भी प्राथमिकी दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस भी जारी किया था। नोटिस में 26 सवाल पूछे गए हैं, जिसमें नाम, पता, संगठन का पंजीकरण विवरण, उसके पदाधिकारियों का विवरण, पिछले तीन वर्षों में मरकज द्वारा भरे गए आयकर रिटर्न का विवरण, पैन नंबर, बैंक खाता संख्या और पिछले एक वर्ष के बैंक स्टेटमेंट उपलब्ध कराना शामिल हैं। दिल्ली पुलिस सूत्र ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद का पता लग गया है। निजामुद्दीन इलाके में पिछले महीने एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से वह फरार थे। पुलिस सूत्रों ने 8 अप्रैल को जानकारी दी कि दक्षिण पूर्वी दिल्ली के जाकिर नगर में मौलाना के मौजूद होने का पता चला।
हालांकि, इससे पहले मौलाना के वकील तौसीफ खान ने कहा था कि साद स्व पृथक वास में हैं और 14 दिनों की अवधि खत्म होने के बाद वह जांच में शामिल होंगे। देश में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमितमार्च महीने में निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 25,000 से अधिक सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों को पृथक वास में रखा गया है। निजामुद्दीन के धार्मिक कार्यक्रम में कम से कम 9,000 लोग शामिल हुए थे। बाद में इनमें से कई लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों की यात्राएं कीं। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस हुआ है और 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
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प्रवर्तन निदेशालय ने तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद के खिलाफ दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस
प्रवर्तन निदेशालय ने निजामुद्दीन मरकज, तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी और प्रबंधन कमेटी पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।
ईडी ने दिल्ली पुलिस की एफआईआर के आधार पर केस दर्ज किया है, इन पर बड़े पैमाने पर देश और विदेश से फंडिंग लेने और हवाला के जरिये पैसा जुटाने का आरोप है।
बता दें कि बीते महीने निजामुद्दीन मरकज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जो देश में कोरोना का बड़ा…
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Coronavirus से तबलीगी जमातियों की मौत के मामले में फंसे मौलाना साद, गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
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तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
नई दिल्ली: तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से कुछ की कोरोना वायरस से मौत हो जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। पुलिस के…
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तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की बढ़ी मुश्किलें, ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद कांधलवी पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। इस कार्रवाई के बाद अब मौलाना साद की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात के मरकज में मार्च के मध्य में एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ था, जो बाद में कोरोना वायरस का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना।
अधिकार…
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Delhi Police sent notice to seven people, including tabligi Jamaat leader Maulana Saad Kandhalvi – दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस भेजा दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस भेजा है.
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