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#राहुल गांधी बीजेपी से नफरत नहीं करते
mwsnewshindi · 2 years
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मैं आरएसएस और नरेंद्र मोदी से नफरत नहीं करता... जब राहुल गांधी ने कहा
मैं आरएसएस और नरेंद्र मोदी से नफरत नहीं करता… जब राहुल गांधी ने कहा
महू: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Rahul gandhi Bharat Jodo yatra Speech) शनिवार को इंदौर के महू पहुंची. सबसे पहले वे अंबेडकर स्मारक पहुंचे और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को नमन कर उन्हें नमन किया. उसके बाद उन्होंने ड्रीम लैंड चौराहे पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो प्यार करते हैं वो किसी से नहीं डरते और जो डरते हैं वो कभी प्यार नहीं करते इस दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और…
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dainiksamachar · 3 months
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अग्निवीर योजना से लेकर हिंदू समाज पर टिप्पणी तक, लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण की 10 बड़ी बातें
नई दिल्ली: सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने पहला भाषण दिया। इस दौरान उनके अग्निवीरों के शहीद होने पर मुआवजा न मिलने के दावों से लेकर उनकी हिंदू समाज पर की गई टिप्पणी तक पर खूब हंगामा हुआ। पीएम मोदी समेत बीजेपी के कई नेताओं ने राहुल गांधी का विरोध किया। इसके साथ ही आज संसद में फिर से राहुल गांधी ने माइक बंद होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि माइक का कंट्रोल किसके पास है? आज फिर से मेरा माइक ऑफ कर दिया गया। ऐसे में आज देर रात तक लोकसभा में खूब हंगामे हुए। आइए जानते हैं राहुल गांधी के भाषण की 10 बड़ी बातें * राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत जय संविधान के साथ की। उन्होंने कहा कि हमने और देश ने मिलकर संविधान की रक्षा की है। * इसके बाद राहुल गांधी कहा कि जिसने भी भाजपा के विचारों का विरोध किया उन पर व्यक्तिगत हमला किया गया। हमारे कुछ नेता अभी भी जेल में बंद हैं। उनमें से एक को अभी कुछ दिन पहले रिहाई मिली है। * मैं भी इनका पीड़ित रहा हूं। भारत के प्रधानमंत्री के आदेश से मुझपर 20 से अधिक मामले लगाए गए। मेरा घर तक मुझसे छीन लिया गया। ईड ने करीब 55 घंटे तक मुझसे पूछताछ की। * आज लोकसभा में राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान भगवान शिव की भी तस्वीर दिखाई। जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें नियम का पाठ भी पढ़ाया। जिसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि क्‍या सदन में हम शिवजी की तस्वीर भी नहीं दिखा सकते? मेरे पास और भी तस्वीरें हैं उसके बाद उन्‍होंने कई भगवानों की तस्‍वीरें दिखाई। * अग्निवीर योजना पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर एक अग्निवीर ने बारूदी सुरंग विस्फोट में अपनी जान गंवा दी, लेकिन उसे 'शहीद' नहीं कहा जाता। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया अग्निवीरों के शहीद होने पर उनके परिवार को मुआवजा भी नहीं मिलता है। हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका खूब विरोध किया। * इसके साथ ही आज नेता प्रतिपक्ष के तौर पर बोलते हुए राहुल गांधी ने अयोध्या का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या ने बीजेपी को एक संदेश दिया है। मैंने कल कॉफी पीते हुए इनसे (अवधेश पासी) पूछा कि हुआ क्या आपको कब पता लगा कि आप अयोध्या में जीत रहे हो। इन्होंने कहा कि पहले दिन से पता था। * राहुल गांधी ने आज लोकसभा में नीट पेपर लीक का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि वे चाहते थे कि नीट पर एक दिन सदन में अलग से चर्चा हो, 2 करोड़ युवाओं का नुकसान हुआ है। * राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम कहते हैं कि महात्मा गांधी मर चुके हैं और गांधी को एक फिल्म द्वारा पुनर्जीवित किया गया था। क्या आप अज्ञानता को समझ सकते हैं? * कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान माइक ऑफ होने की बात दोबारा दोहराई। राहुल ने कहा कि मैं क्या करूं, जब बोलता हूं माइक ऑफ हो जाता है, मैं स्पीकर सर आपकी बेहद इज्जत करता हूं लेकिन मैंने जैसे ही अयोध्या बोला मेरा माइक ऑफ कर दिया गया। इसपर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ऐसा कहना गलत है। * आज लोकसभा में राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वह 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा; नफरत, नफरत, नफरत; असत्य, असत्य, असत्य करते रहते हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी के भाषण की निंदा की। केंद्रीय मंत्री अश्व���नी वैष्णव ने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में संपूर्ण हिंदू समाज को हिंसक और असत्यवादी बताकर, हिंदू समाज का घोर अपमान किया है। http://dlvr.it/T925hr
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trendingwatch · 2 years
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आलोचनाओं से घिरे राहुल ने महा रैली में सावरकर का जिक्र नहीं किया, 'डर, नफरत' फैलाने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा
आलोचनाओं से घिरे राहुल ने महा रैली में सावरकर का जिक्र नहीं किया, ‘डर, नफरत’ फैलाने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भय, घृणा और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि देश इन परिस्थितियों में प्रगति नहीं कर सकता क्योंकि उन्होंने सरकार से किसानों की समस्याओं से निपटने में दया दिखाने को कहा ताकि आत्महत्या को रोका जा सके। देश को घृणा से कभी लाभ नहीं होगा और जो लोग निजी जीवन में हिंसा का अनुभव करते हैं वे निडर हैं और दूसरों को कभी चोट नहीं पहुंचाएंगे…
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mayindianews · 2 years
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आलोचनाओं से घिरे राहुल ने महा रैली में सावरकर का जिक्र नहीं किया, 'डर, नफरत' फैलाने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा
आलोचनाओं से घिरे राहुल ने महा रैली में सावरकर का जिक्र नहीं किया, ‘डर, नफरत’ फैलाने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भय, घृणा और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि इन परिस्थितियों में देश प्रगति नहीं कर सकता क्योंकि उन्होंने सरकार से किसानों की समस्याओं से निपटने में दया दिखाने को कहा ताकि आत्महत्या को रोका जा सके। देश को घृणा से कभी लाभ नहीं होगा और जो लोग निजी जीवन में हिंसा का अनुभव करते हैं वे निडर हैं और दूसरों को कभी चोट नहीं…
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vsplusonline · 4 years
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कांग्रेस विधायक का वीडियो ट्वीट कर संबित पात्रा ने राहुल गांधी से पूछे सवाल
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कांग्रेस विधायक का वीडियो ट्वीट कर संबित पात्रा ने राहुल गांधी से पूछे सवाल
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राजस्थान का एक वीडियो ट्वीट कर किया सवाल
वीडियो वाला शख्स बताया जा रहा कांग्रेस विधायक
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को घेरा है. इस वीडियो में एक शख्स राशन बांटने के दौरान एक महिला से पूछ रहा है कि कौन अच्छा है. मोदी या अशोक गहलोत. कहा जा रहा है कि वीडियो में दिखने वाले शख्स कांग्रेस के विधायक हैं, जो महिला से सवाल कर रहे हैं. हालांकि यह साफ कर दें कि ‘आजतक’ इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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बहरहाल, संबित पात्रा ने इसी वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा, ‘प्रिय राहुल गांधी जी, दो दिन पहले आपने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा था कि कोविड महामारी से निपटने के लिए क्या रणनीति है! क्या ये आपके मुख्यमंत्रियों को निर्देश हैं कि उन लोगों को ही राशन वितरित किया जाएगा जो मोदी से नफरत करते हैं? राहुल गांधी कोविड महामारी से निपटने का यह तरीका शर्मनाक है.’
Dear @RahulGandhi ji
2days ago in a PC you spoke about Strategically managing the COVID pandemic!
Is this your directions to your Cheif Ministers? ..to distribute Ration only to those who HATE MODI ?
What a Shameful STRATEGY Mr Gandhi to manage COVID pandemic pic.twitter.com/ZcS1XICfpk
— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 19, 2020
बताया जा रहा कि वीडियो में दिखने वाले शख्स राजस्थान में कांग्रेस नेता हैं. वीडियो में वह राशन वितरण के दौरान एक महिला से पूछ रहे हैं कि कौन अच्छा है? मोदी या अशोक गहलोत. बुजुर्ग महिला उत्तर देती है मोदी. इस पर कांग्रेस नेता महिला को राशन छोड़कर जाने की बात कह रहे हैं.
असल में, कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में कामकाज ठप होने की वजह से गरीब और श्रमिक समुदाय के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. ऐसे में सरकार ने गरीब लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराने का ऐलान किया है. मुफ्त राशन वितरण के दौरान का ही यह वीडियो बताया जा रहा है जिसे संबित पात्रा ने ट्वीट किया है.
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ashokgehlotofficial · 5 years
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Talked to media in Bhilwara earlier today. पब्लिक का रेस्पॉन्स भी बहुत शानदार है, हमारे कार्यकर्ताओं में उत्साह है और जिस प्रकार से 5 साल एनडीए गवर्नमेंट ने निकाले हैं और जो जुमलेबाजी की झूठे वादे किए, आज यह स्थिति बन गई है बीजेपी नेताओं की 5 साल की उपलब्धियां बताने को छोड़ कर के, अब वो राष्ट्रवाद की बात करते हैं, हिंदुत्व की बात करते हैं और चुनाव में ही इनको राम मंदिर याद आता है और जनता भी अब इनकी असलियत समझ चुकी है की चुनाव में सब अपने कार्यक्रम, सिद्धांत की बात कहें और अपनी उपलब्धियां बताएं कि 5 साल में हमने यह काम किए, यह वादे किए थे, यह निभाए और यह नहीं निभा पाए और आगे के लिए यह करना चाहेंगे। चुनाव मुद्दा आधारित नहीं हो रहा है देश के अंदर, हमारे नेता राहुल गांधी चाहते हैं कि आप इश्यू बेस्ड राजनीति करो, इश्यू बेस्ड कैंपेनिंग करो, इश्यूबेस्ड मेंडेट की अपील करो पर वह नहीं हो रहा देश के अंदर, यह डेमोक्रेसी के लिए अच्छी बात नहीं है। आप भावना भड़का करके और चुनाव जीतना चाहते हो। शौर्य और पराक्रम तो सैनिकों का है सेनाओं का है उस पर पूरे देश को गर्व रहा इतिहास के अंदर, चाहे हम लोग हैं 62 के वार के अंदर पूरी तरीके से कामयाब नहीं हो पाए होंगे तब भी सेनाओं पर गर्व रहा देश को, 65 के बाद में हम लोग विजय हुए, 71 के बाद में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए पर सेनाओं को सम्मान दिया गया देशवासियों के द्वारा और सेनाओं का हौसला बुलंद इसीलिए रहा 70 साल तक है कि हमें पूरा देश जिस सम्मान की दृष्टि से देखता है हमारे शौर्य को, हमारे पराक्रम को, हमारे साहस को यह हमारे लिए बहुत बड़ी पूंजी है जिंदगी की, हम देश के लिए मर मिटने वाले लोग हैं यह भावना उनकी रही उन्होंने कभी राजनीति की तरफ नहीं देखा और राजनीति ने कभी उनकी तरफ नहीं देखा। डेमोक्रेसी में चुनी हुई सरकार बनती गई और अपना काम करती गई और सेनाओं को सम्मान मिलता गया, पहला मौका आजादी के बाद में यह है जब आप सेनाओं का राजनीतिकरण करना चाहते हैं, उनके नाम से आप चुनाव जीतना चाहते हैं, पराक्रम उनका और श्रेय आप ले रहे हो, कभी इंदिरा गांधी ने नहीं लिया, लाल बहादुर शास्त्री ने नहीं लिया उन नेताओं ने सेनाओं को श्रेय दिया। मोदी जी और इनके लोग श्रेय खुद ले रहे हैं यह भावना जिस रूप में फैल रही है देश के अंदर यह बहुत खतरनाक है। आप ने आईएसआई को जो मेन पाकिस्तान की एजेंसी है, जो तय करती है कौन प्रधानमंत्री कब तक रहे, कब उसको हटाना है कब सेना का शासन आना चाहिए, उस एजेंसी को आपने बुला लिया हमारे यहां पठानकोट में, जांच करने के लिए, इतना मूर्खतापूर्ण कोई काम कर सकता है क्या? आज तक के इतिहास में नहीं किया गया किसी ने कि आप आईएसआई को बुला रहे हो, इनवाइट करो कि आकर देख लीजिए, अटैक हमारे ऊपर हुआ इनवाइट उनको कर रहे हो आप यह इनके अनुभव की कमी, इनके मूर्खता का परिणाम है गवर्नमेंट की, आजादी के बाद पहली बार देख रहे हैं उनको बुला रहे हो की देखो आप चेक कर लीजिए, किसको कह रहे हैं? आईएसआई को कह रहे हैं। यह इनकी स्थिति है यह क्या शासन करेंगे? अब यह सेना के पीछे छुप करके, उसके पराक्रम को जनता को बता कर के, जनता को भ्रमित करके गुमराह करके चुनाव जीतना चाहते हैं। योगी महाराज क्या कहते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कि यह मोदी की सेना है। कल भी कहा मैंने प्रदेशवासियों को मैं आगाह करना चाहूंगा, देशवासियों को, बहुत खतरनाक खेल चल रहा है इनकी बेवकूफियां ले डूबेगी देश को फिर कुछ नहीं होने वाला है, युवा पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं सोशल मीडिया के माध्यम से और जो डिक्टेटर बनते हैं वह यही काम करते हैं, डेमोक्रेसी का नाम लेते हैं, मुखौटा पहनते हैं, कामयाब होते हैं, तानाशाही दिखाते हैं यह तानाशाही की झलकियां है पूरे 5 साल देश को देखने को मिली है जिसमे घृणा का, नफरत का, हिंसा का माहौल बना है निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं, कानून का राज धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है यह स्थिति देश में बन गई है। और मेनिफेस्टो, आज भी मोदी जी और उनके नेता लोग कांग्रेस के मेनिफेस्टो की चर्चा कर रहे हैं, खुद का मेनिफेस्टो 2 दिन पहले आता है इनका पिछली बार भी ऐसे ही हुआ था 14 के अंदर, अभी ऐसे ही हुआ। इनका मेनिफेस्टो सिफर है कुछ नहीं उसके अंदर वहीं सेनाओं के शौर्य और पराक्रम को आगे रखकर कैंपेन कर रहे हैं, जो वादे पहले किए थे उनको इस बार रिपीट नहीं कर रहे हैं ना याद दिला रहे हैं। मोदी जी के मुंह से नहीं निकल रहा है नोटबंदी से हमने कितना बड़ा काम किया, अब बोलते नहीं हुआ। ना काला धन समाप्त हुआ, ना आतंकवाद समाप्त हुआ, ना नक्सलवाद समाप्त हुआ आप उपलब्धि के रूप में खुद नहीं बता रहे हैं कहीं जनता को याद नहीं आ जाए। GST 28 परसेंट पर ले गए फिर वापस आना पड़ा 18% पर वह भी अभी तक घालमेल ही है। जो इनके फैसले थे उनसे देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया, जीडीपी के आंकड़े फर्जी है जो खुद ही फॉर्मूला बदल बदल कर बता रहे हैं देश को। कल मैंने कहा वहां पर एनएसएसओ जो हमारी एजेंसी है देश की जो आंकड़े सर्वे करके प्रस्तुत करती है उसके आधार पर देश के पूरे विभाग केंद्र सरकार के आंकड़ों को देखकर के केंद्र सरकार और राज्य सरकारें आगे योजनाएं बनाती है, उन आंकड़ों को छुपा दिया इस बार आप तो मीडिया वाले लोग हो तमाम देश के करीब करीब अखबारों ने अपने संपादकीय लिखे हैं जैसा कभी नहीं हुआ। किस आधार पर आगे की योजनाएं बनाएंगे क्योंकि उनमें आंकड़े उनके खिलाफ जा रहे थे 5 साल के पूरी तरह गवर्नमेंट एक्सपोज हो जाती बचने के लिए वह भी रोक दिया आपने। बेरोजगारी की दरें आई है उसमें वह चौंकाने वाली है 40 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ जो अभी हो चुका है, युवाओं में आक्रोश अलग फैल रहा है पर यह जानबूझकर के सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं, यह माहौल बना रहे हैं पहले जो माहौल बना हुआ था वह समाप्त हो चुका है और पिछली बार जब मोदी जी जीते थे चुनाव तब भी 100 में से 31 वोट ही आए थे, 69 वोट इनके खिलाफ पड़े थे। अब यह घबरा गए हैं कि सरकार नहीं बनने वाली है राजस्थान में हम लोग मिशन 25 लेकर चल रहे हैं, सब जगह हमारे पक्ष में माहौल बनता जा रहा है आप देखेंगे कि हम लोग कामयाब होंगे।
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lepannganews-blog · 5 years
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राहुल ने मोदी ने आडवाणी जी को जूते मार कर उतार दिया तो सुषमा स्वराज ने कहा राहुल जी भाषा की मर्यादा रखनी चाहिए
ले पंगा न्यूज। देवेन्द्र कुमार। बीजेपी के दिग्गज लाल कृष्ण आडवाणी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का विवादित बयान अब सुर्खियों में है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आडवाणी पर दिए गए बयान को लेकर एक ट्विट के जरिए राहुल पर करारा प्रहार किया है। स्वराज ने ट्विट में लिका है कि राहुल के बयानों ने हमें आहत किया है, उन्हें भाषा की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। गौरतलब है कि राहुल ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के चन्द्रपुर की रैली में मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि मोदीजी ने अपने गुरु आडवाणी को जूता मारकर स्टेज से उतार दिया है।
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जानिए क्या कहा स्वराज में अपने ट्विट में राहुल गांधी को भाषा की मर्यादा बनाए रखने की नसीहत देते हुए सुषमा स्वराज ट्विट किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, ‘राहुलजी, आडवाणीजी हमारे पिता तुल्य हैं। आपके बयान ने हमें बहुत आहत किया है। कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें।’ आप भी जानिए क्या कहा था राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में शुक्रवार को चन्द्रपुर की रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘हिंदू धर्म में सबसे जरूरी होता है गुरु। गुरु-शिष्य का रिश्ता होता है न। मोदीजी के गुरु कौन हैं…आडवाणीजी। शिष्य गुरु के सामने हाथ भी नहीं जोड़ता। स्टेज से उठाकर फेंक दिया नीचे गुरु को। जूता मारके आडवाणीजी को उतारा स्टेज से और हिंदू धर्म की बात करते हैं। हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि लोगों को मारना चाहिए।’ राहुल ने कहा, ‘2019 का चुनाव विचारधाराओं की लड़ाई है। कांग्रेस की विचारधारा भाईचारा, प्रेम मोदी के नफरत, क्रोध और विभाजनकारी विचारधारा पर जीत हासिल करेगी।’ इसके अलावा राहुल ने शुक्रवार कोही वर्धा में ही चुनावी जनसभा के दौरान कहा कि ‘आपने सुना, मैं प्यार से बोलता हूं, नफरत मेरे भाषण में नहीं सुनाई पड़ेगी। हिंदू धर्म में सबसे बड़ी चीज क्या होती है?…गुरु-शिष्य का रिश्ता। आप बताइए, इससे बड़ी कोई चीज है। आडवाणीजी की आज क्या हालत है? आडवाणीजी नरेंद्र मोदी के गुरु हैं। स्टेज से उठाकर फेंक दिया। नमस्ते तक नहीं करते हैं, मैंने देखा है अपनी आंखों से। ये फिर धर्म की बात करते हैं।’
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bihardastak · 6 years
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मोदी जी से मेरी बहस करा दो, भाग जाएंगे, वह डरपोक आदमी हैं: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, 'आरएसएस का लक्ष्य है कि भारत का संविधान दूर करके इस देश को नागपुर से चलाया जाए. न्यायिक क्षेत्र में आरएसएस के आदमी, चुनाव आयोग में आरएसएस के लोग, सीबीआई चीफ आरएसएस का आदमी है.'
लोकसभा चुनाव 2019 (LoK Sabha Election) से ठीक पहले कांग्रेस (Congress) की नजर अल्पसंख्यक वोटरों पर है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पीएम मोदी ौर बीजेपी के साथ-साथ आरएसएस (RSS) संघ प्रमुख मोहन भागवत पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर हमला बोलते हुए कहा कि किसी भी देश के पीएम को तोड़ने वाला नहीं, जोड़ने वाला होना चाहिए, नहीं तो ऐसे पीएम को हटा देना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस नागपुर से देश चलाना चाहता है. राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोला और एक बार फिर से डिबेट करने की चुनौती दी. राहुल गांधी ने कहा कि 'मोदी जी से मेरी बहस करा दो, भाग जाएंगे, वह डरपोक आदमी हैं''.
BJP और RSS को कांग्रेस हराएगी
राहुल गांधी ने कहा कि आप नरेंद्र मोदी का चेहरा ध्यान से देखेंगे तो दिखेगा कि उनके चेहरे पर घबराहट है. नरेंद्र मोदी जी को पता लग गया है कि देश को बांटकर, नफरत फैलाकर हिन्दुस्तान पर राज नहीं कि जा सकता. हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री को देश को जोड़ने का काम कर करना चाहिए, अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें हटा देना चाहिए. पांच साल पहले कहा जाता था कि नरेंद्र मोदी जी की 56 इंच की छाती है, 15 साल राज करेंगे. आज कांग्रेस पार्टी ने नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा की धज्जियां उड़ा दी हैं. चाहे किसान की बात हो, मजदूर की बात हो, गरीब की बात हो, करप्शन की बात हो, जहां भी आप देखेंगे मोदी जी की सच्चाई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश को बताई है. 2019 में नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस को कांग्रेस हराने जा रही है।
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toldnews-blog · 6 years
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Priyanka Gandhi vadra: बहन प्रियंका का साथ मिलते ही गरजे राहुल गांधी, कहा- UP में बनाएंगे अपना CM - Rahul gandhi priyanka gandhi vadra general secretary up cm modi government
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लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में नई ऊर्जा का संचार हुआ है. बहन प्रियंका वाड्रा के औपचारिक रूप से पार्टी में आते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दहाड़ने लगे हैं. उन्होंने अमेठी में लोगों से मिलते हुए कहा कि वे केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार को उखाड़ फेकेंगे और यूपी में भी अपना मुख्यमंत्री बनाएंगे.
अनिल अंबानी की जेब में डाले 30 हजार करोड़
अमेठी की जनता से मिलते हुए राहुल ने फिर दोहराया कि आजकल नया नारा चल रहा है- चौकीदार चोर है. पीएम ने एयरफोर्स से 30 हजार करोड़ लेकर अनिल अंबानी की जेब में डाल दिया. राफेल जहाज फ्रांस की कंपनी बनाती है. फ्रांस में अनिल अंबानी उनके साथ गए. साफ है कि नरेंद्र मोदी ने ही सारे फैसले खुद लिए. अनिल अंबानी ने कभी कोई जहाज नहीं बनाया. वो खुद 45 हजार करोड़ के कर्ज में हैं. राहुल ने कहा कि 2019 के चुनाव में हम मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे. पीएम मोदी ने 15 लाख करोड़ रुपये देश के 15 प्रभावशाली लोगों में बांट दिए. चौकीदार ने अमेठी और यूपी से भी चोरी की है.
पीएम मोदी ने देश में नफरत फैलाई
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये देश सबका है. हर जाति और हर धर्म के लोग हैं यहां. हिन्दुस्तान ने पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया था कि सारे धर्म एक साथ आगे जा सकते हैं. मोदी ने सिर्फ देश में नफरत फैलाने का काम किया है. नॉर्थ इंडिया को साउथ इंडिया से और गुजरात में यूपी-बिहार के लोगों के प्रति नफरत फैलाते हैं. राहुल ने दावा किया कि इस चुनाव में मोदी की सरकार जाने वाली है. हम गरीबों की सरकार बनाएंगे.
यूपी में हम अपना मुख्यमंत्री बनाएंगे
राहुल ने आज अपने सबसे बड़े फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि हमने प्रियंका गांधी को महासचिव बनाया है. अब हम यहां अपना मुख्यमंत्री बनाएंगे. हम पूरी ताकत से लड़ेंगे. राहुल ने कहा कि अमेठी में फिर से विकास कार्य शुरू होंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने यहां फूड पार्क के काम को रोक दिया. बीजेपी सरकार ने कभी आपको ये नहीं बताया कि यहां हमने 6 नेशनल हाइवे बनाए हैं. राहुल ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते पूरे देश में घूम रहा हूं. दिल्ली में मैं आप लोगों के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं. मैं आप लोगों और किसानों की मदद के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा.
मोदी सरकार की एक भी योजना सफल नहीं
मोदी सरकार 24 घंटे में महज 450 लोगों को रोजगार दे रही है. मोदी सरकार देश की जनता का समय बर्बाद कर रही है. राहुल ने कहा कि ये सरकार स्वच्छ भारत और मेक इन इंडिया लेकर आई लेकिन एक भी योजना को सफलतापूर्वक नहीं चला सकी. राहुल ने अमेठी की जनता से पूछा कि क्या आपको 15 लाख रुपये मिले? राहुल ने कहा कि हमारी सरकार आने पर हम यहां इंटर कॉलेज बनवाएंगे.
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dainiksamachar · 3 months
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हिंदुओं पर बयान.. क्या सेल्फ गोल कर गए राहुल गांधी, समझिए सारे समीकरण
नई दिल्ली : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने सोमवार को बीजेपी पर देश में हिंसा, नफरत तथा डर फैलाने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि 'ये लोग हिंदू नहीं हैं क्योंकि 24 घंटे की हिंसा की बात करते हैं। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए यह बातें कहीं। राहुल के इस बयान पर अब बीजेपी आक्रामक है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल ने इस मुद्दे पर सेल्फ गोल बीजेपी को बड़ा मौका दे दिया है। मोदी, शाह ने जताई आपत्ति सदन में राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता। सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक के बीच राहुल गांधी ने कहा कि जो अपने आप को हिंदू कहते हैं कि वो 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं। आप (भाजपा) हिंदू नहीं हैं। राहुल गांधी ने जब भाजपा पर यह आरोप लगाया तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताते हुए यह कहा कि कांग्रेस नेता ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहा है। 'पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ठीक नहीं' इस पर प्रधानमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ठीक नहीं है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वो हिंसा करते हैं। इनको मालूम नहीं है कि करोड़ों लोग अपने आप को गर्व से हिंदू को कहते हैं, क्या वो सभी लोग हिंसा करते हैं। उन्हें (राहुल) माफी मांगनी चाहिए। सदन में दिखाई भगवान शिव की तस्वीर नेता प्रतिपक्ष ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई। राहुल ने कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है। उनका कहना था, भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत। उन्होंने भगवान शिव की ‘अभय मुद्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस मुद्रा का उल्लेख इस्लाम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन, सभी धर्मों में हैं। राहुल पर बरसे बीजेपी अध्यक्ष संसद में राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर अपनी बात रखी। नड्डा ने ट्वीट में लिखा पहला दिन, सबसे खराब प्रदर्शन! झूठ + हिंदू घृणा = संसद में राहुल गांधी जी। नड्डा ने आगे लिखा कि तीसरी बार असफल हुए को उत्तेजित, दोषपूर्ण तर्क करने की आदत है। नड्डा का कहना था कि उनके आज के भाषण से पता चला है कि न तो उन्होंने 2024 के जनादेश को समझा है (उनकी लगातार तीसरी हार) और न ही उनमें कोई विनम्रता है। माफी मांगे राहुल गांधी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी जी को सभी हिंदुओं को हिंसक कहने के लिए तुरंत उनसे माफ़ी मांगनी चाहिए। यह वही व्यक्ति है जो विदेशी राजनयिकों से कह रहा था कि हिंदू आतंकवादी हैं। हिंदुओं के प्रति यह अंतर्निहित नफरत बंद होनी चाहिए। विपक्ष के नेता ने हमारे मेहनती किसानों और बहादुर सशस्त्र बलों से जुड़े मामलों सहित कई मामलों में झूठ बोला है। हिंदुओं के सम्मान का मुद्दा बनेगा? लोकसभा में जिस तरह से राहुल गांधी ने हिंदू को लेकर टिप्पणी की है उस पर बीजेपी आक्रामक है। और अमित शाह की आपत्ति के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की भी प्रतिक्रिया आई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी इस मुद्दे को हिंदुओं के अपमान से जोड़कर कांग्रेस पर पलटवार कर सकती है। इतना ही नहीं बीजेपी इस मुद्दे पर सड़क पर भी उतरे तो लोगों को हैरानी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा पार्टी सदन में भी कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरती नजर आएगी। एनडीए का भी राहुल पर वार राहुल गांधी के बयान पर एनडीए के कई नेताओं ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा और लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान की प्रतिक्रिया सामने आई है। शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष तो बन गये पर परंतु संवैधानिक पद का सम्मान करना उनके चरित्र का हिस्सा नहीं है। उनका डीएनए दादी (इंदिरा गांधी) वाला है। राहुल के खून पर उठाया सवाल बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने बता दिया कि वह फिरोज खान के नाती हैं। राहुल गांधी के खून के अंदर हिंदू का खून होता तो वह कभी हिंदू को हिंसक नहीं कहते। उनके पूर्वजों ने हिन्दुओं को सौ-सौ घाव दिए हैं। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अपनी बातों को तथ्यों के साथ रखें। हर विषय पर जैसे वह चुनाव में भ्रम फैलाने का काम कर रहे थे, आज सदन में भी वही कर रहे हैं। राहुल गांधी गलत बयानबाजी कर रहे हैं, व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं। http://dlvr.it/T91Plw
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aapnugujarat1 · 5 years
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पत्रकार की गिरफ़्तारी पर राहुल का तंज- योगी सरकार का रवैया पूरी तरह से बेवकूफाना
उत्तर प्रदेश के पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट की। गिरफ्तार पत्रकार की रिहाई की मांग करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का रवैया पूरी तरह से बेवकूफाना है। राहुल ने मीडिया पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि अगर आपत्तिजनक पोस्ट के आधार पर गिरफ्तारी होती है तो उनके ऊपर की गई टिप्पणियों के लिए कई टीवी चैनल के आधे से अधिक पत्रकार गिरफ्तार हो सकते हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘अगर हर पत्रकार को गलत रिपोर्ट लिखने और फेक न्यूज फैलाने, मेरे खिलाफ आरएसएस/ बीजेपी के झूठे नफरत से भरे दुष्प्रचार के अजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए जेल में डाला जाए तो ज्यादातर अखबारों, न्यूज चैनलों के पास स्टाफ की कमी हो जाएगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बेवकूफाना काम कर रहे हैं। गिरफ्तार किए पत्रकार को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए। बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गिरफ्तार किए गए पत्रकार प्रशांत कनौजिया की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। कोर्ट ने यूपी सरकार को तत्काल प्रशांत कनौजिया को रिहा करने का आदेश देते हुए कहा कि यह कोई हत्या का केस नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार फौरन पत्रकार कनौजिया को रिहा करे। उत्तर प्रदेश के सीएम के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने पर प्रशांत किशोर को अरेस्ट किया गया था। इसके बाद कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों ने कनौजिया की रिहाई की मांग की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के बाद पत्रकार को तत्काल रिहा करने की मांग की है। Read the full article
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lazyupdates · 6 years
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शशि थरूर के ‘हिंदू पाकिस्तान’ वाले बयान से कांग्रेस ने किया किनारा, BJP ने बोला हमला कांग्रेस ने अपने पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के उस बयान को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगले साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत से भारत ‘हिंदू पाकिस्तान’ बन जाएगा। साथ ही कांग्रेस ने शशि थरूर को ऐसे बयान देने से बचने के लिए चेताया और कहा कि संयम बरतें। कांग्रेस ने यह भी कहा कि भारत का लोकतंत्र इतना मजबूत है कि यह देश कभी पाकिस्तान नहीं बन सकता। हालांकि शशि थरूर ने अपने बयान का बचाव किया है। FILE PHOTO: BCCL ABP न्यूज के मुताबिक कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा, ‘‘भारत का लोकतंत्र इतना मजबूत है कि सरकारें आती जाती रहें, लेकिन यह देश कभी पाकिस्तान नहीं बन सकता। भारत एक बहुभाषी और बहुधर्मी देश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मंच से कांग्रेस के हर नेता और कार्यकर्ता से आग्रह करूंगा कि वे इस बात का ध्यान रखें कि किस तरह के बयान देने हैं।’’ शेरगिल ने कहा, ‘‘चाहे बीजेपी अपने नेताओं के विवादित बयानों पर चुप्पी साध ले, चाहे बीजेपी आईएसआई को भारत बुलाए, चाहे बीजेपी जम्मू-कश्मीर के चुनाव के लिए पाकिस्तान का शुक्रिया अदा करे, चाहे बीजेपी के मंत्री अपराधियों को हार पहनाकर इस देश के संविधान को हरा दें, लेकिन हमें बोलने में सावधानी बरतनी चाहिए।’’ दरअसल खबरों के मुताबिक, थरूर ने तिरुवनंतपुरम में कहा कि बीजेपी अगर 2019 में जीतती है, तो वह नया संविधान लिखेगी, जिससे यह देश पाकिस्तान बनने की राह पर अग्रसर होगा जहां अल्पसंख्यकों के अधिकारों का कोई सम्मान नहीं किया जाता है। शशि थरूर ने कहा, “अगर बीजेपी दोबारा लोकसभा चुनाव जीतती है तो हमें लगता है कि हमारा लोकतांत्रिक संविधान नहीं बचेगा। वो संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को तहस-नहस करके एक नया संविधान लिखेंगे। उनका नया संविधान ‘हिंदू राष्ट्र’ के सिद्धांतों पर आधारित होगा। अल्पसंख्यकों को मिलने वाली बराबरी खत्म कर दी जाएगी और भारत ‘हिंदू पाकिस्तान’ बन जाएगा।” बीजेपी ने बोला हमला बीजेपी ने ‘हिंदू पाकिस्तान’ वाले बयान को लेकर शशि थरूर पर हमला बोला है। बीजेपी ने थरूर के बयान के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की है। बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने थरूर के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को घेरते हुए कहा कि उनके कहने के बाद ही पार्टी के नेता हिंदुओं का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी हिंदुओं से नफरत करते हैं और वह भी इस तरह के बयान दे चुके हैं। यूनिवार्ता के मुताबिक संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कल मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात के थोड़ी देर बाद थरूर के इस बयान से साबित हाे गया है कि राहुल गांधी मंदिर भ्रमण तथा जनेऊ धारण करने की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता से बाहर आ गए हैं और कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति के बिना उसी तरह से नहीं रह सकती है जैसे पानी के बिना मछली। उन्होंने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि इन रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मंदिर भ्रमण की राजनीति पर माफी मांगी है और तुष्टीकरण की राजनीति पर लौटने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वह मीडिया की रिपोर्टों को सच मानते हैं। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हिन्दू आतंकवाद का शब्द गढ़ा था और आज ‘हिन्दू पाकिस्तान’ का नया शब्द कहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बार बार हिन्दुओं पर आक्रमण कर रही है। पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश है और ‘हिन्दू पाकिस्तान’ कह कर हिन्दुओं पर परोक्ष रूप से फिर आतंकवादी होने का आरोप लगाया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं द्वारा बार बार ऐसे बयान दिये जा रहे हैं लेकिन राहुल गांधी के बया�� को छोड़कर दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, गुलाम नबी आज़ाद और सैफुद्दीन सोज़ के बयानों से कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया है और उनके निजी बयान करार दिया है। शशि थरूर ने अपने बयान का किया बचाव वहीं, एनडीटीवी से बात करते हुए शशि थरूर ने कहा, ‘मुझे क्यों माफी मांगनी चाहिए, जब वे खुद हिंदू राष्ट्र की विचारधारा को मानते हैं।’ थरूर ने कहा कि यह स्पष्ट है कि बीजेपी हिंदू राष्ट्र के लिए स्टैंड करती है। यह पार्टी की आधिकारिक विचारधारा है। पीएम ने पार्टी को दीनदयाल उपाध्याय के विचारों के बारे में पढ़ने के लिए कहा गया है, जो संविधान को नहीं मानते थे। पीएम ने कभी इस पर अपनी असहमति नहीं जताई। वहीं, थरूर ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए बीजेपी पर अपने हमले को आगे बढ़ाया। उन्होंने लिखा, ‘मैंने ऐसा पहले भी कहा है और एक बार फिर कहूंगा। पाकिस्तान का जन्म एक धर्म विशेष की आबादी के लिए हुआ था और जिसने अपने देश के अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव किया। अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान में उनके मौलिक अधिकारों से भी वंचित रखा गया। भारत ने उस तर्क को कभी स्वीकार नहीं किया जिसके आधार पर दो देशों का बंटवारा हुआ था।’ शशि थरूर के ‘हिंदू पाकिस्तान’ वाले बयान से कांग्रेस ने किया किनारा, BJP ने बोला हमला
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jayveer18330 · 7 years
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राहुल गांधी ने संभाली कांग्रेस की कमान
राहुल गांधी ने संभाली कांग्रेस की कमान
राहुल गांधी ने शनिवार को बतौर अध्यक्ष आखिरकार भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस की कमान संभाल ली. पिछले 19 साल से उनकी मां सोनिया गांधी इस पद पर थीं.
नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय 24 अकबर रोड में हुए समारोह में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने राहुल को निर्वाचन का प्रमाणपत्र सौंपा और इसी के साथ कांग्रेस के नए अध्यक्ष की ताजपोशी की प्रक्रिया पूरी हुई. रामचंद्रन ने कहा, "यह ऐतिहासिक पल है. यह देश और कांग्रेस के लिए खुशी का दिन भी है. यह भावनात्मक पल भी है."
राहुल गांधी ने बतौर कांग्रेस अध्यक्ष शनिवार को अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को वापस 'मध्ययुग' में ले जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भाजपा लोगों में बांट रही है और नफरत की भावना फैला रही है.
राहुल ने कहा, "हमारे समय की राजनीति के कारण आज बहुत-से लोग मायूस होंगे. राजनीति जनता के लिए होती है. लेकिन आज राजनीति का इस्तेमाल लोगों के उत्थान के लिए नहीं हो रहा है, बल्कि उन्हें दबाने के लिए हो रहा है."
राहुल गांधी ने सियासत की कब कौन सी सीढ़ी चढ़ी
गांधी परिवार की विरासत
राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को भारत के सबसे अहम राजनीतिक घराने में हुआ. वह राजीव गांधी और सोनिया गांधी की पहली संतान हैं. राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा उनसे दो साल छोटी हैं. उनके पिता, दादी और परनाना देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं.
सियासी परिवार
राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी को उनके प्रशंसक आयरन लेडी कहते हैं जो लंबे समय तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं. लेकिन 1984 में उनके अंग रक्षकों ने ही उनकी हत्या कर दी. इसके बाद कांग्रेस और प्रधानमंत्री के तौर पर देश की जिम्मेदारी राहुल के पिता राजीव गांधी के कंधों पर आयी.
पिता की मौत
1991 में एक चुनावी सभा के दौरान अपने पिता राजीव गांधी की हत्या राहुल गांधी और उनके परिवार के लिए एक बड़ा धक्का था. राजीव गांधी तमिलनाडु में एक सभा के दौरान श्रीलंकाई तमिल चरमपंथियों के आत्मघाती बम धमाके में मारे गये.
राजनीति से दूरी
चंद सालों के भीतर गांधी परिवार के दो सदस्य राजनीति की भेंट चढ़ गये. ऐसे में सोनिया गांधी और उनके दोनों बच्चों ने सियासत और कांग्रेस से दूरी बना ली. 1992 के आम चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रही. लेकिन पार्टी का आधार खिसकता गया.
सियासत में वापसी
पार्टी में नई जान फूंकने के लिए सोनिया गांधी ने आखिरकार 1998 में राजनीति में आने का फैसला किया. 13वीं लोकसभा में वह विपक्ष की नेता बनीं. राहुल गांधी 2004 में राजनीति में दाखिल हुए और अमेठी से लोकसभा पहुंचे.
अनिच्छुक राजनेता
आलोचक राहुल गांधी को एक 'अनिच्छुक राजनेता' कहते हैं, लेकिन कांग्रेस में उन्हें लगातार आगे बढ़ाया गया है. 2007 में उन्हें पार्टी महासचिव के तौर पर अहम जिम्मेदारी सौंपी गयी. 2009 के आम चुनावों में कांग्रेस ने 262 सीटों के साथ अपना आधार और मजबूत किया. लेकिन उसका श्रेय राहुल को नहीं दिया जा सकता.
कांग्रेस उपाध्यक्ष
2013 में राहुल गांधी को पार्टी उपाध्यक्ष बनाया गया. 2014 के चुनाव में उन्होंने पार्टी का नेतृत्व किया लेकिन कांग्रेस लोकसभा में सिर्फ 44 सीटों तक सिमट कर रह गयी. कई अहम राज्यों में भी कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा, इसलिए राहुल अकसर आलोचकों के निशाने पर रहे.
पार्टी की कमान
दूसरी तरफ, कांग्रेस के भीतर इन आलोचनाओं पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और राहुल गांधी को लगातार पार्टी का नेतृत्व सौंपने की तैयारियां जारी रहीं. आखिरकार अब वह घड़ी आ गयी जब राहुल गांधी पार्टी के प्रमुख बन रहे हैं. हालांकि इस दौरान एक तबका उनकी बहन प्रियंका को पार्टी में लाने की वकालत करता रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया है. भारत के स्वाधीनता संग्राम की विरासत से उपजी पार्टी को देश की सबसे पुराने राजनीतिक दल होने का गौरव भी हासिल है. राहुल गांधी नेहरू परिवार के छठे सदस्य हैं जो कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये हैं.
तंज और मजाक
राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी का स्थान लेंगे जो 17 साल से पार्टी की अध्यक्ष ह���ं. लेकिन यह भी सही है कि इतने सालों से राजनीति में रहने के बाजवूद अभी तक राहुल गांधी शायद जनता की नब्ज को नहीं पकड़ पाए हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर अकसर मजाक और तंज चलता रहता है.
बड़ी परीक्षा
2019 के आम चुनाव राहुल गांधी के लिए बड़ी परीक्षा होंगे. अर्थव्यवस्था, नोटबंदी और बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के आगे राहुल कहीं नहीं टिकते. इसलिए पार्टी में नई जान फूंकना राहुल गांधी के लिए भारी मशक्कत वाला काम होगा.
राहुल ने कहा, "कांग्रेस भारत को 21वीं सदी में ले आई. लेकिन प्रधानमंत्री आज हमें वापस मध्ययुग में ले जा रहे हैं. हमें अब यह कल्पना करने पर मजबूर किया जा रहा है कि सौहार्द्र के बिना हमारा कार्य-व्यापार चल सकता है और सिर्फ एक व्यक्ति खुद इसके लिए जिम्मेदार है, जो लोगों पर अपना प्रभाव डाल रहा है, और विशेषज्ञता, अनुभव व ज्ञान महज व्यक्तिगत गरिमा के लिए हो सकती है."
समारोह में जश्न का माहौल देखने को मिला. राहुल की ताजपोशी से खुश पार्टी कार्यकताओं व समर्थकों ने मिठाइयां बांटकर, नाच-गाकर अपनी खुशी जाहिर की. इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, प्रियंका वाड्रा, राबर्ट वाड्रा और कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. 
विरासत की नेतागिरी
राहुल गांधी
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी से पार्टी की बागडोर संभाली. सोनिया ने 19 साल तक पार्टी का नेतृत्व किया. हालांकि बहुत से लोग राहुल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हैं. पार्टी को लगातार वंशवाद के आरोपों को भी झेलना पड़ता है.
अखिलेश यादव
मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव बेटा होने के कारण पद पर आए. लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पिता के तिकड़म के विपरीत स्वच्छ और भविष्योन्मुखी प्रशासन देने की कोशिश की है.
तेजस्वी यादव
बिहार के मुख्यमंत्री माता-पिता की संतान तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं. नीतीश सरकार से अलग होने के बाद बिहार सरकार और बीजेपी पर खूब हमलावर रहते हैं. पिता लालू यादव भ्रष्टाचार के दोषी होने के कारण चुनाव लड़ नहीं सकते.
महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की मौजूदा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री सैयद मुफ्ती की बेटी हैं और पिता द्वारा बनाए गए राजनीतिक साम्राज्य को संभालने और पुख्ता करने की कोशिश में हैं.
उमर अब्दुल्लाह
उमर अब्दु्ल्लाह दादा शेख अब्दुल्लाह और पिता फारूक अब्दुल्लाह की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं. वे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे हैं और पिछला चुनाव हारने के बाद वे प्रांत में विपक्ष के नेता हैं.
सुप्रिया सूले
सुप्रिया सूले प्रमुख मराठा नेता शरद पवार की बेटी हैं और सांसद हैं. पिछले चुनाव तक पिता स्वयं सक्रिय राजनीति में थे, इसलिए अभी तक सुप्रिया को राजनीतिक प्रशासनिक अनुभव पाने का मौका नहीं मिला है.
एमके स्टालिन
द्रमुक नेता और तमिलनाडु के कई बार मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि ने अपने बेटे स्टालिन को अपना उत्तराधिकारी चुना है. 63 साल के स्टालिन पार्टी की युवा इकाई के प्रमुख हैं और युवा नेता माने जाते हैं.
अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं. उनके पिता प्रेम कुमार धूमल भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अनुराग ठाकुर बीसीसीआई के प्रमुख भी रह चुके हैं.
अशोक चव्हाण
अशोक चव्हाण महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वह राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उनके पिता शंकर राव चव्हाण ने भी दो बार बतौर मुख्यमंत्री राज्य की बागडोर संभाली थी.
चिराग पासवान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे हैं और सांसद हैं. बिहार में रामविलास पासवान की दलित राजनीति को चमकाना और उसे आधुनिक चेहरा देना उनकी जिम्मेदारी है.
दुष्यंत चौटाला
वे देश के उपप्रधानमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे देवी लाल की खानदानी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. उनके दादा ओमप्रकाश चौटाला भी मुख्यमंत्री थे, लेकिन अब भ्रष्टाचार के लिए जेल काट रहे हैं.
सुखबीर बादल
पिता प्रकाश सिंह बादल ने खानदानी राजनीति की नींव रखी. पिता बादल की सरकार में उनके बेटे सुखबीर ��ंजाब के उपमुख्यमंत्री रहे. बादल की राजनीतिक पूंजी को बचाना का भार उन पर है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने देश में भय के माहौल के बीच कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली है. उन्होंने कहा, "राहुल ऐसे समय में हमारी पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभाल रहे हैं, जब देश की राजनीति में अशांत माहौल है."
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, "राहुल जी हम उम्मीदों की राजनीति में परिवर्तन लाने और इसे बनाए रखने के लिए आप पर निर्भर हैं." उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लंबे समय तक प्रशिक्षित किया गया और वह कई सालों से कांग्रेस की कई राजनीतिक गतिविधियों की देखरेख करते आए हैं. 
मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास में यह एक अद्भुत दिन है कि सोनिया गांधी अपने बेटे को पार्टी की बागडोर सौंप रही हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 19 सालों के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी ने एक दमदार नेतृत्व दिया. 
मनमोहन सिंह ने कहा, "भारत के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है. अगर मैं कुछ भावुक हो जाऊं तो मुझे क्षमा कर देना." उन्होंने कहा, "चूंकि अब सोनिया जी पार्टी की कमान राहुल जी को सौंप रही हैं, हम पार्टी को एकजुट रखने के लिए सोनिया जी को सलाम करते हैं, वह पिछले 19 सालों से इस जिम्मेदारी को निभाती आई हैं." 
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vsplusonline · 5 years
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दिल्ली चुनाव में केजरीवाल का दबदबा कायम, AAP को 62, BJP को 8, कांग्रेस को 0 सीट
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दिल्ली चुनाव में केजरीवाल का दबदबा कायम, AAP को 62, BJP को 8, कांग्रेस को 0 सीट
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नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) के मंगलवार को आए नतीजों के मुताबिक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) नीत आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने सत्ता बरकरार रखने के साथ-साथ 2015 के प्रदर्शन को करीब-करीब दोहराया है. पार्टी को 70 सदस्यीय विधानसभा में 62 सीटों पर जीत मिली है जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की है.
आम आदमी पार्टी को 2015 में 67 सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव आयोग की ओर से घोषित अंतिम नतीजों के मुताबिक आप ने 53.57 फीसदी मतों के साथ कुल 62 सीटों पर जीत दर्ज की है. भाजपा को 38.51 प्रतिशत मत और आठ सीटों पर जीत मिली. वहीं, कांग्रेस लगातार दूसरी बार दिल्ली विधानसभा में अपना खाता नहीं खोल सकी.
सीएए विरोधी प्रदर्शनों के बीच कड़े मुकाबले में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जोरदार जीत हासिल करते हुए मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा को तगड़ा झटका दिया और कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो गया.
इन नेताओं ने दी जीत की बधाईनौकरशाह से नेता बने 51 साल के केजरीवाल ने विकास एजेंडा पर चलते हुए 2015 में मिली एकतरफा जीत को करीब-करीब दोहराया और राष्ट्रीय राजनीति के परिदृश्य में प्रमुख नेता के तौर पर उभरे. दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी की इस शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राकांपा नेता शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और द्रमुक के एम के स्टालिन समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल को बधाई दी.
कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे खराब आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में करीब 54 प्रतिशत मत हासिल किए हैं, जबकि भाजपा (BJP) को 38.5 फीसदी वोट मिले हैं. वहीं, कांग्रेस (Congress) ने चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया है और उसका मत प्रतिशत गिरकर चार फीसदी पर आ गया.निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, आप को दिल्ली विधानसभा चुनाव में 53.6 प्रतिशत वोट मिले हैं. पार्टी को 2015 के विधानसभा चुनाव में 54.34 फीसदी मत मिले थे. अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी अबतक 55 सीटें जीत चुकी है और सात पर आगे चल रही है. दूसरी तरफ, भाजपा ने अपनी सीटों की संख्या तीन से बढ़ाकर सात की है और एक सीट पर आगे चल रही है. भगवा दल को राष्ट्रीय राजधानी में 38.5 फीसदी वोट मिले हैं जो पिछली बार की तुलना में छह फीसदी ज्यादा हैं.
पिछले साल मई में हुए लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने दिल्ली में 56 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए थे जो कांग्रेस के (22.5 प्रतिशत) और आप (18.1 प्रतिशत) के संयुक्त मत प्रतिशत से अधिक थे. भाजपा ने दिल्ली की सभी सातों सीटें जीती थीं.
पिछले चुनावों में ऐसा रहा बीजेपी का प्रदर्शन दिल्ली में 1993 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में भगवा दल को 42.82 प्रतिशत वोट मिले थे. इसने 1998 में 34.02 फीसदी मत और 2003 में 35.22 प्रतिशत वोट हासिल किए. भाजपा ने 2008 में 36.34 फीसदी, 2013 में 33.07 प्रतिशत और 2015 में 32.19 फीसदी मत हासिल किए थे.
कांग्रेस 1998 से 2013 तक राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता पर काबिज थी. 1993 के विधानसभा चुनाव में, पार्टी को 34.48 प्रतिशत वोट मिले थे. 1998 में जब उसने दिल्ली में सत्ता पर कब्जा किया था, तब उसे 47.76 फीसदी वोट मिले थे. इसके बाद कांग्रेस को 2003 और 2008 में क्रमश: 48.13 फीसदी और 40.31 फीसदी वोट मिले थे. 2013 में उसका मत प्रतिशत लगभग आधा गिरकर 24.55 फीसदी पा आ गया और पार्टी केवल आठ सीटें जीत पाई.
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कांग्रेस का मत प्रतिशत 2015 में 9.65 फीसदी था और 2020 में पार्टी को मात्र 4.27 प्रतिशत वोट मिले हैं. दिल्ली में 0.46 प्रतिशत लोगों ने नोटा को वोट दिया है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की अगुवाई वाली बसपा ने दिल्ली में 68 उम्मीदवार उतारे थे और उसे 0.71 प्रतिशत वोट मिले हैं.
जीत के बाद ये बोले केजरीवाल अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने न्यूज18 से खास बातचीत में कहा कि ये दिल्ली और देश के लोगों के लिए बहुत बड़ा दिन है. एक नई किस्म की राजनीति का जन्म हुआ है- काम की राजनीति. स्कूल बनाने के लिए वोट मिल रहे हैं, अस्पताल बनाने से वोट मिल रहे हैं. उन्होंने कहा लोगों ने काम को सराहा है और काम की राजनीति को जिताया है इसके लिए मैं दिल्ली के लोगों का धन्यवाद करता हूं. आज काम की राजनीति ने बहुत बड़ी लकीर खींची है. अरविंद केजरीवाल ने कहा शपथ को लेकर बताया कि सभी मंत्री एक साथ शपथ लेंगे.
 मंत्रिमंडल पर टिकी निगाहें दिल्ली विधासभा चुनाव में आतिशी, राघव चड्ढा और दिलीप पांडे समेत आम आदमी पार्टी के सभी बड़े उम्मीदवारों की जीत के बाद अब सबकी निगाहें मंत्रिमंडल पर टिक गई हैं. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के निवर्तमान मंत्रियों ने भी जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी (आप) के एक पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी अपने आलाकमान के साथ विस्तृत चर्चा के बाद ही इस मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी.
केजरीवाल के करीबियों में शुमार आतिशी, चड्ढा और पांडे ने अपने पहले विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की है. तीनों नेता पिछले साल लोकसभा चुनाव में हार गए थे. ये तीनों फिलहाल आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता भी हैं.
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हार पर ये बोले मनोज तिवारी दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मंगलवार को कहा कि भविष्य में पार्टी में उनकी भूमिका पार्टी का आतंरिक मामला है. पिछले साल लोकसभा चुनाव और 2017 के निकाय चुनाव में दिल्ली भाजपा का नेतृत्व कर जीत दिलाने वाले तिवारी अग्निपरीक्षा में सफल नहीं हो पाए और उनकी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.
विधानसभा चुनाव में जिन आठ सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है उनमें से तीन तिवारी की लोकसभा सीट उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत आती हैं. भाजपा ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली चार विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली एक विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है.
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नए चेहरे को मिल सकता है मौका दिल्ली की प्रत्येक लोकसभा सीट में दस विधानसभा क्षेत्र होते हैं. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है और तिवारी अध्यक्ष पद पर यह अवधि पूरी कर चुके हैं और उनका कार्यकाल विस्तारित कर दिया गया था. पार्टी सूत्रों का कहना है कि तिवारी की जगह किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है और उन्हें केंद्र सरकार या पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी दी जा सकती है.
विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी की जबर्दस्त जीत को ध्रुवीकरण और नफरत की राजनीति की हार तथा समावेशी राजनीति की जीत बताते हुए इसका स्वागत किया. विपक्षी नेताओं ने साथ ही कहा कि देश में “बदलाव की बयार” चल रही है.
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ashokgehlotofficial · 6 years
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Talked to media In Ajmer.. लोकसभा चुनाव जीत रहे हैं राजस्थान के अंदर और मिशन 25 लेके चलेंगे हम लोग क्योंकि जनता का विश्वास हमारे साथ में हैं इसीलिए कुशासन का अंत भी हुआ और आज पूरे मुल्क में जो जुमलेबाजी हो रही है वो कब तक सहन करेगी जनता? जुमलेबाजी कब तक सहन करेगी? मोदीजी ने पिछले चुनाव में खूब जुमले बोले, खूब जुमले बोले और लोगो ने विश्वास भी किया और 30 साल के बाद में मोदीजी स्पष्ट बहुमत के साथ मेंसरकार में आए थे हालाँकि 100 में से 31 वोट ही आये थे उनके उस वक्त में भी, उस आंधी के अंदर भी, आंधी कहूँगा मैं सुनामी कहूँगा तब भी 100 में से प्रतिशत निकाले तो 31 वोट ही आये थे उनके, 69 वोट उनके खिलाफ पड़े थे पर लोकतंत्र हैं स्पष्ट बहुमत मिला उनको, उनको दिल बड़ा रखना चाहिए था। 56 इंच का सीना कहा तो 56 इंच का सीना रखना ही चाहिए था विपक्ष को साथ लेते, प्रेम की, मोहब्बत की, प्यार की सद्भावन की बात करते, भाईचारे की बात करते और सबको साथ लेके चलते तो मैं आज समझता हूँ कि देश का नक्शा दूसरा होता। लोग मानते थे कि मोदीजी आये हैं 10 साल भूल जाओ वो ही प्रधानमंत्री रहेंगे और वो ही जो चाहेगा होगा पर पांच साल में ही लोग समझ गए कि जुमलेबाजी है एक रुपया ब्लैकमनी नहीं आया दुनिया से एक रुपया नहीं आया कोई जवाब है उनके पास में? 15 लाख रूपये खाते में देंगे वो जुमलेबाजी हो गई, 2 करोड़ लोगो को रोजगार देंगे वो खुद ही भूल गए, ब्लैकमनी के बाद में आपने कहा की महंगाई बढ़ती जा रही है, पेट्रोल-डीजल के दाम बराबर हो गए, बढ़ते ही गए और जो वादे उन्होंने किये मेक इन इंडिया, मेड इन इंडिया और सब वो खाली कागजो में रह गए। आप बताये पूरे देश में लोग खोज रह��� है एक भी स्मार्टसिटी कहीं है क्या? एक भी स्मार्टसिटी बनी है क्या पांच साल में एक भी? एक भी गाँव बता दीजिए दो चार गाँवो की मैं बात नहीं करता हूँ 5% गाँव बन गए होंगे पर जो कहा था एक गाँव गोद लेंगे एक साल में मेम्बर पार्लियामेंट क्या वो स्कीम सफल हुई उनकी? लम्बी फेहरिस्त है जहाँ पे मैं दावा कर सकता हूँ ये पूरी तरह गवर्मेंट निक्कमी, नाकारा साबित हुई है। अब आप धर्म के नाम पर राजनीति करोगे, राष्ट्रवाद के नाम पर राजनीति करोगे इसके मायने है कि हम कोई राष्ट्रवादी नहीं है खाली मोदीजी या अमित शाह जी राष्ट्रवादी है या जो बीजेपी का फॉर्म भरेगा, बीजेपी ज्वाइन करेगा वो राष्ट्रवादी होगा देश के अंदर। हिंदुत्व की बात करते है, हिन्दू वो ही होगा वो बीजेपी का फॉर्म भरेगा बाकी लोग हिन्दू नहीं है, हम लोग हिन्दू नहीं है? ये जो उनकी चालें है इसलिए मैंने कहा इनको बॉलीवुड का एक्टर बनना चाहिए था, बॉलीवुड का एक्टर होता है, ऐक्ट्रेस होती है और वो विलेन होता है खूब एक्टिंग करते है, उछल कूद करते है, प्यार मोहब्बत की बाते करते है और सब लोग बहुत खुश होते है देखकर के फिल्म, पर फिल्मो में सच्चाई कुछ नहीं होती वो तमाम ना प्यार होता है, ना मोहब्बत होती है ना वैसी उछल कूद होती है, कुछ नहीं होता हैं यहाँ वो मैं समझता हूँ मोदीजी उस भूमिका में आते, पांच-छ: ड्रेसे बदलते है दिन में तो मैं समझता हूँ वो देश और दुनिया में कामयाब होते। एज ए प्रिमिनिस्टर मैं उनको कामयाब नहीं मानता हूँ चाहे दुनिया कुछ भी कहे। अब पाकिस्तान हमारा दुशमन देश है इंदिरा गांधी ने दो टुकड़े कर दिए पाकिस्तान के, दो टुकड़े कर दिए बांग्लादेश बना दिया कोई याद कर रहा है उन लोगो को? कभी मोदीजी के मुंह से बात निकली है ये? इंदिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया, पाकिस्तान अलग हो रहा था देश से, जान गँवा दी उनको मालूम था मेरी जान जाएगी तब भी उन्होंने वो एक्शन किया और जान चली गई, क्या मोदीजी के मुंह से के शब्द निकला इंदिरा गांधी के लिए? पंडित नेहरु 12 साल तक जेल में बंद रहे आजादी के लिए, 12 साल तक जेल में बंद रहे उनके बारे में क्या क्या सोशल मीडिया में दे रहे हैं ये लोग? आरएसएस और बीजेपी मिलके षड्यंत्र करके जो सोशल मीडिया में चला रहे है करोडो रूपये उसमे फूंक रहे है, पांच हजार लोगो की फौज बैठा रखी है जो काम बदनाम करने का ही करते रहते है और गांधीजी की विरासत, सरदार पटेल ने आरएसएस पर बैन लगाया था, आरएसएस ने माफ़ी मांगी थी और लिखके दिया था की हम कभी जिन्दगी में राजनीति में भाग नहीं लेंगे सांस्कृतिक दल के रूप में काम करेंगे क्या इनको अधिकार है उनकी विरासत को चुराने का? विरासत का उपयोग करने का, दुरपयोग करने का, लोगो को बेवकूफ बनाने का अधिकार है उनको? पर आज चल रहा है देश के अंदर और देशवासी भोले-भाले लोग होते है समझते है मोदीजी ने सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया, अरे सर्जिकल स्ट्राइक 15 हुई है पहले। कांग्रेस शासन में 15 बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई है पर कभी नहीं कहा की सर्जिकल स्ट्राइक हुई है ये कायदा होता भी नहीं है पर आप बड़ी बहादुरी दिखा रहे हो नए-नए प्रधानमंत्री बने गये इसरो के अंदर उपग्रह छोड़ा गया ऐसा पेश किया कि मेरे प्रधानमंत्री बनते ही उपग्रह छोड़ रहा है, अरे भैया 35 साल लगे इंदिरा गांधी को इसरो बनाने में 100-100 उपग्रह छोड़े जा रहे है एक साथ में, दुनियाभर के उपग्रह यहाँ से छोड़े जा रहे है ये उपलब्धि क्या तीन महीने की है? मोदीजी की... जिस रूप में आज दो चेहरे राज कर रहे है देश में मोदीजी और अमित शाह जी ये देश का दुर्भाग्य है कि दो लोग राज कर सकते है लोकतंत्र के अंदर? आज लोकतंत्र खतरे में है, संविधान भी खतरे में है, देश खतरे में है कोई माने या नहीं माने। किसान दुखी है, आत्महत्याए कर रहा है, रोजगार के लिए नौजवान भटक रहे है कोई नौकरियां मिल नहीं रही है, महंगाई बढती जा रही है और घृणा का माहौल, नफरत का माहौल है... लिंचिंग के नाम पर लोगो के मर्डर हो रहे है कोई पूछने वाला नहीं है देश के अंदर, क्या हो रहा है देश के अंदर? इसलिए मेरा मानना है जब तक देशवासी खुद इन बातों को नहीं समझेंगे, सच्चाई किस के पक्ष में है वो देखना चाहिए। राहुल गांधीजी ने कहा था हमारी कोई लड़ाई नहीं है, अदावत नहीं है किसी से भी वो कहते है हम कांग्रेस मुक्त भारत बनाएँगे पर हम नहीं चाहते कि बीजेपी मुक्त भारत बने बीजेपी रहेगी आरएसएस रहेगी वो एक विचारधारा है, एक हमारी विचारधारा है। लड़ाई विचारधारा की है हमारी नीतियाँ क्या है देश के लिए, कार्यक्रम क्या है देशवासियों के लिए उनके पास क्या है वो बताये देश को? चुनाव में इश्यु बेस राजनीति होनी चाहिए हम क्या करना चाहते है, पांच साल में हमारी उपल्बधियां ये थी ये वादे हमने निभाये, ये वादे हम नहीं निभा पाए हमारी मज़बूरी थी कोई बात नहीं और ये वादे हम करते हैं आगे के लिए, तीन बातें होनी चाहिए थी क्या मोदीजी बोलते है इन बातों को? वो तो कांग्रेस को और उनके खानदान को बदनाम करने में लगे हैं और राहुल गांधी को नेता बनाया देश का जो मुकाबला कर सकता है मोदी का और NDA गवर्मेंट का तो वो राहुल गांधी कर रहे हैं। राफेल मुद्दे का आजतक जवाब दिया था मोदीजी ने? 500 करोड़ का प्लेन अनपढ़ से अनपढ़ आदमी समझ सकता है 500 करोड़ का लड़ाकू विमान सरकार बदलते ही 1600 करोड़ का कैसे हो गया? कोई जवाब है इनके पास में? प्रोसेस जो अडॉप्ट करती है डिफेन्स मिनिस्ट्री खरीददारी करने का, PMO प्रोसेस अलग शुरू कर रहा है इतिहास में कभी हुआ है ऐसा? इस प्रकार के हालात बने है देश के अंदर सबको समझना पड़ेगा हम लोगो को ये कांग्रेसजनों को जिम्मेदारी है, ये हमारी कमजोरी है अगर हम जनता को कन्विंस नहीं कर पाते है तो कहीं ना कहीं हमारी चूक है, मीडिया की चूक तो है ही है, आप लोग तो पूरी तरीके से दबाव में हो आप मीडिया, मीडिया हाउसेज चाहे वो प्रिंट हो, टेलीविजन हो तमाम मोदीजी और उनकी गवर्मेंट के ED, इनकम टेक्स और सीबीआई के दबाव में है कब हमारे यहाँ छापा पड़ जाए इसलिए आपका मीडिया दवाब में है सही बात बता नहीं पा रहा है एक तरफा मोदीजी को उनकी गवर्मेंट की उपलब्धियों को बताने में लगा हुआ है। देशभक्ति उनके पास में है हमारे पास में देशभक्ति नहीं है, राष्ट्रप्रेम उनके पास में है हमारे पास में राष्ट्रप्रेम नहीं है, राष्ट्रीयता उनके पास में है हमारे पास में राष्ट्र्यिता नहीं है ये पूरा मीडिया बर्बाद कर रहा है पूरे मुल्क के लोगो को गुमराह करके...वो रवीश कुमार बोलता है ठीक बोलता है दो महीने के लिए आम जनता को टीवी देखना बंद कर देना चाहिए मैं उसकी बात को सपोर्ट करता हूँ....धन्यवाद, जय हिन्द।
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एक तरफ गांधी, दूसरी तरफ गोडसे पर माल्यार्पण का आडम्बर नहीं चलेगा : लालू यादव ने किया बीजेपी पर हमला
एक तरफ गांधी, दूसरी तरफ गोडसे पर माल्यार्पण का आडम्बर नहीं चलेगा : लालू यादव ने किया बीजेपी पर हमला
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पटना: बिहार की सत्ता में भागीदार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर हमला बोला, और कहा कि एक ओर महात्मा गांधी तथा दूसरी ओर नाथूराम गोडसे की तस्वीर पर माल्यार्पण करने का आडम्बर नहीं चलने दिया जाएगा. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की चम्पारण यात्रा के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान लालू के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा.
सोमवार को पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी ने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया, और इस कार्यक्रम में राज्य सरकार ने सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था, परंतु बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाले में सज़ायाफ्ता होने के आधार पर कार्यक्रम का बहिष्कार किया.
इसी बहिष्कार को आधार बनाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयमित लहज़े में, इशारों-इशारों में महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए कार्यक्रम में शामिल हुए अतिथियों को भी धन्यवाद दिया, और जो नहीं आए, उन्हें भी अलग से धन्यवाद कहा. नीतीश कुमार ने बीजेपी नेताओं पर व्यंग्य करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को पार्टी के नहीं, वैचारिक दृष्टिकोण से देखने की ज़रूरत थी. नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि जब देश में टकराव और असहिष्णुता का वातावरण बना हुआ है, उसमें गांधी के विचार को लेकर ही आगे बढ़ा जा सकता है. बिहार के मुख्यमंत्री ने बीजेपी और सहयोगी दलों द्वारा किए गए बहिष्कार पर कहा कि कार्यक्रम में आना या न आना उन पर निर्भर करता है, और उन्हें इस बात से कोई शिकायत नहीं है.
इस अवसर पर नीतीश कुमार ने यह घोषणा भी की कि राज्य सरकार आने वाले दिनों में ‘बापू तेरे द्वार’ कार्यक्रम चलाएगी, जिसमें घर-घर जाकर बापू के विचारों को फैलाया जाएगा. इसके अलावा अब हर स्कूल में प्रार्थना के बाद ‘बापू का दिया वचन’ पढ़ा जाएगा, जो उन्हीं की 50 कहानियों में से चुना जाएगा.
उनके बाद लालू प्रसाद यादव ने खुलकर बीजेपी को निशाने पर रखते हुए कहा कि एक तरफ बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे और दूसरी तरफ गांधी बाबा को माला पहनाने का आडम्बर नहीं चलने दिया जाएगा. लालू ने यहां तक सवाल किया कि हम लोगों से गांधी बाबा को किसने छीना…? लालू ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के एक भाषण का ज़िक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भी माना था कि अगर गांधी आज होते, तो वह लज्जित होते. लालू प्रसाद यादव ने कहा कि अगर केंद्रीय गृहमंत्री को इस कार्यक्रम में नहीं आना था, तो उन्होंने सहमति क्यों दी थी. आरजेडी प्रमुख ने अपने भाषण की समाप्ति ‘भारत माता की जय’ से करते हुए कहा, “रघुपति राघव राजा राम, जिन्होंने आपका अपमान और बहिष्कार किया, उन्हें सद्बुद्धि दे भगवान…”
इस अवसर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा, जिसके पास सत्ता होती हैं, वही अगर नफरत फैलाने, और डराने की कोशिश करेगा, तो देश के लोग उसे मानने के लिए तैयार नहीं हैं. राहुल गांधी ने सवाल करते हुए कहा, क्या जलियांवाला बाग में सिर्फ हिन्दू या सिर्फ सिख मारे गए थे. उन्होंने कहा कि वहां सिर्फ हिन्दुस्तानी मारे गए थे, और गांधीजी ने जो कुछ भी किया, सभी जोड़ने के लिए किया. देश में हिन्दू की नई परिभाषा पर भी राहुल ने कहा हिन्दू का मतलब सच्चाई की रक्षा करना होता है. उन्होंने कहा, हर किताब में लिखा है, हर व्यक्ति का आदर करो.
कार्यक्रम के बाद बीजेपी के सहयोगी तथा पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि उनकी इच्छा कार्यक्रम में शिरकत करने की थी, लेकिन बीजेपी के फैसले के बाद गठबंधन धर्म निभाने के लिए उन्होंने कार्यक्रम में नहीं जाना ही उचित समझा.
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