आरबीआई के कहने के बाद रुपया 10 पैसे बढ़कर 82.52 डॉलर प्रति डॉलर हो गया, मुद्रास्फीति की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है
आरबीआई के कहने के बाद रुपया 10 पैसे बढ़कर 82.52 डॉलर प्रति डॉलर हो गया, मुद्रास्फीति की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है
रुपया आज: एक लचीला डॉलर के मुकाबले रुपया लाभ के लिए ठीक हो गया
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा लगातार पाँचवीं बार दरों में वृद्धि करने और मुद्रास्फीति अभी भी उच्च होने की बात कहने के बाद मजबूत डॉलर के मुकाबले लाभ के लिए रुपये ने बुधवार को सत्र के पहले नुकसान को उलट दिया।
ब्लूमबर्ग ने दिखाया कि रुपया 82.7725 के दिन के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद 82.5150 प्रति डॉलर पर आखिरी बार हाथ बदल रहा था, जबकि…
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रुपया फ्लैट 82.75 डॉलर पर, जैसा कि आरबीआई ने किसी भी तीव्र नुकसान को सीमित करने के लिए कदम उठाए हैं
रुपया फ्लैट 82.75 डॉलर पर, जैसा कि आरबीआई ने किसी भी तीव्र नुकसान को सीमित करने के लिए कदम उठाए हैं
रुपया फ्लैट 82.75 प्रति डॉलर
किंग डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को सपाट हो गया, यहां तक कि ट्रेजरी की पैदावार में भी बढ़ोतरी हुई क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक ने कदम रखा और पिछले सत्र में मुद्रा के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद किसी भी तेज नुकसान को सीमित कर दिया।
ब्लूमबर्ग ने दिखाया कि रुपया 82.7538 के पिछले बंद की तुलना में 82.82 पर थोड़ा कमजोर खुलने के बाद 82.7437…
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वैश्विक स्तर पर भुगतान के माध्यम के रूप में स्थापित हो रहा है भारतीय ₹ रुपया
भारत में कच्चा तेल, स्वर्ण एवं रक्षा उपकरण जैसे उत्पादों का आयात सबसे अधिक होता है। आज भारत द्वारा सबसे अधिक तेल का आयात रूस से किया जा रहा है जिसका भुगतान रुपए अथवा रूबल में हो रहा है। “आत्मनिर्भर भारत” की घोषणा के बाद से रक्षा उपकरणों को भारत में ही निर्मित किए जाने के प्रयास तेजी से चल रहे हैं जिसके चलते रक्षा उपकरणों का आयात बहुत कम हो जाने की सम्भावना है। इसी प्रकार भारत यूनाइटेड अरब अमीरात…
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1947 में 13 रुपए के आते थे 4 डॉलर, अब तक 20 बार हुआ रुपए का अवमूल्यन; जानें कैसे कमजोर हुआ भारतीय रुपया
Independence Day 2024: अमेरिकी डॉलर (USD) दुनिया की सबसे शक्तिशाली मुद्राओं में से एक है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर सबसे ज़्यादा कारोबार में उपयोग की जाने वाली मुद्रा भी है। अगर भारत या कोई अन्य देश अपनी मुद्रा की मजबूती या कमजोरी जांचता है तो उसका बेंचमार्क अमेरिकी डॉलर होता है।
आजादी के 77 साल बाद आज, अगर हम एक अमेरिकी डॉलर की तुलना भारतीय रुपए से करें तो वह बहुत कम है। आज के दिन में 1…
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रुपया सर्वकालिक निचले स्तर से उबरा, 25 पैसे की बढ़त के साथ 83.84 प्रति डॉलर
मुंबई: छह अगस्त (भाषा) रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबर 25 पैसे की बढ़त के साथ 83.84 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। घरेलू बाजार में उछाल से स्थानीय मुद्रा को थोड़ा समर्थन मिला।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति, पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव में वृद्धि और विदेशी पूंजी की निकासी ने निवेशकों की भावनाओं को…
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रेड सी संकट से बढ़ गए फ्रिज, एसी के दाम, कंपनियों ने डीलर्स को भेजी नई रेट लिस्ट
नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच पसीने छुड़ाने वाली खबर है। उपभोक्ताओं को फ्रिज, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, पंखे, किचन अप्लायंस, वायर और पंप जैसे इलेक्ट्रिकल कंज्यूमर गुड्स खरीदने के लिए 2-5% अधिक खर्च करना पड़ेगा। इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव्ज के अनुसार, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, हैवेल्स, बजाज इलेक्ट्रिकल्स और वी-गार्ड इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख निर्माताओं ने या तो कीमतें बढ़ाई हैं या अपने डीलरों को सूचित किया है कि वे ऐसा करने वाले हैं। उनके मुताबिक, इसके पीछे कई कारण हैं। कॉपर और एल्यूमीनियम जैसी प्रमुख वस्तुओं के दामों में 20-25 फीसदी की बढ़ोतरी, पिछले दो-चार महीनों में के कारण माल ढुलाई लागत में तेजी के अलावा रुपये के अवमूल्यन से भाव बढ़ने का ताजा दौर लगभग नौ महीने बाद आया है।देश की दूसरी सबसे बड़े घरेलू उपकरण निर्माता कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने गुरुवार को अपने ट्रेड पार्टनर्स को व्हाट्सएप मैसेज के जरिये इस बारे में सूचित किया है। उसने बताया है कि रुपये के अवमूल्यन से इनपुट लागत में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए वह होम एप्लायंस कैटेगरी में जून से 2.5% की कीमत बढ़ोतरी पर विचार कर रही है।
केबल और वायर हुए महंगे
हैवेल्स के एमडी अनिल राय गुप्ता ने हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि कंपनी ने इस महीने केबल और तारों की कीमतें बढ़ाई हैं। पिछली तिमाही में दाम बढ़ाए गए थे। उन्होंने कहा कि तांबा और एल्यूमीनियम की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण एयर-कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर की कीमतें 5-7% तक बढ़ सकती हैं।गुप्ता ने कहा, 'कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री में मार्जिन बहुत कम होते हैं। लिहाजा, हमें इनपुट लागत में बढ़ोतरी को पास करना पड़ता है। केबल तार के लिए मार्जिन और भी कम होता है। इसलिए हमें कीमतें बढ़ानी पड़ती हैं।' हैवेल्स लॉयड अप्लायंसेस ब्रांड की भी मालिक है।कम्प्रेसर जैसे कंपोनेंट की कीमतें बढ़ी हैं। इसके अलावा टेलीविजन में इस्तेमाल होने वाले ओपन सेल पैनल के दामों में भी पिछले दो महीनों में 5-6% तक इजाफा हुआ है। जबकि माल ढुलाई लागत दो से तीन गुना बढ़ गई है। कंपनियों ने पहले विदेशी विनिमय दरों को रुपये 81-82 प्रति डॉलर पर कंपोनेंट के आयात के लिए स्टैंडर्ड बनाया था, लेकिन रुपया और अधिक टूट गया।
दाम बढ़ाने को मजबूर हैं कंपनियां
गोदरेज एप्लायंसेस के बिजनेस हेड, कमल नंदी ने कहा, 'इनपुट लागत पर कुल प्रभाव लगभग 2-3% है। कीमत बढ़ोतरी जरूरी है।' टेलीविजन निर्माता भी कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं। कुछ छोटे ब्रांड जून में 4-6% की बढ़ोतरी की योजना बना रहे हैं।ग्रेट ईस्टर्न रिटेल के निदेशक पुलकित बैद ने कहा, 'छोटी अवधि में बाजार मूल्य वृद्धि को बिना मांग पर प्रभाव डाले एडजस्ट कर लेगा। लेकिन, एक बार जब ग्रीष्मकालीन मांग धीमी हो जाएगी, तो ब्रांड्स को कीमतों को फिर से सुधारना पड़ सकता है।' बजाज इलेक्ट्रिकल्स के सीईओ अनुज पोद्दार ने 14 मई को विश्लेषकों से कहा था कि कंपनी 16 मई से कीमतें बढ़ाएगी। वी-गार्ड इंडस्ट्रीज ने इस महीने पंखे और पंप की कीमतें 2% बढ़ाई हैं। http://dlvr.it/T7k1yn
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रुपया टूटकर जमीन पर आया, आपकी जिंदगी पर कैसे डालेगा असर?
नई दिल्ली: डॉलर के मुकाबले रुपया अब अपने ऑल-टाइम लो लेवल पर आ चुका है. अगर करेंसी बाजार में आप इस समय एक डॉलर लेने जाएंगे, तो आपको 83.61 रुपए का पेमेंट करना होगा. शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी दिन डॉलर के मुकाबले जब 48 पैसे टूटकर बंद हुआ, तो यह अपने सर्वकालिक निम्न स्तर पर पहुंच गया.
रुपए में गिरावट के कई दूरगामी परिणाम होते हैं. इसका एक ही फायदा है कि इससे भारत के एक्सपोर्टर्स को अब पहले से बेहतर…
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Todays Gold Rate On 13 Nov 2023
भारत में आज सोने का भाव क्या है?
सोने की महंगाई दरें जब भी बदल सकती हैं, और इसकी प्रति ग्राम कीमत विभिन्न बाजारों और शहरों में भिन्न हो सकती है। इसलिए, भारत में सोने की दर को लेकर नवीनतम जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय ज्वेलर, बैंक, या वित्तीय समाचार वेबसाइट की जाँच करना अच्छा होता है।
सोने की दरें विभिन्न कारकों पर आधारित होती हैं, जैसे कि ग्लोबल वित्तीय घटक, सोने का मांग और पूर्ति, रुपये के मूल्य की तरह। 2023 के शुरुआत में, सोने की कीमतें चांदी की तरह विपरित दिशा में चल रही हैं, जब भी विश्व मार्केट में आर्थिक संकट और ग्लोबल घटकों के प्रभाव का सामना कर रही है।
वित्तीय सामग्रियों के मूल्य की तरह, सोने की कीमतें भी निवेशकों और सोने को खरीदने वालों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं, क्योंकि यह निवेशकों के लिए एक मान्य निवेश विकल्प हो सकता है।
यदि आप सोने की विस्तारित जानकारी चाहते हैं, तो आपको निवेश की नीतियों, सोने की मूल्यों के आधार पर निवेश करने के फायदों और हानियों की जानकारी के साथ एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना भी उपयुक्त हो सकता है।
याद रखें कि सोने के बाजार में मूल्य सुविधाजनक हैं और वे नियमित रूप से बदलते रह सकते हैं, इसलिए आपको निवेश या खरीदारी के फैसले से पहले अच्छे से जांच लेनी चाहिए।
कैरेट1 ग्राम10 ग्राम24 कैरेट₹ 6,024₹ 60,24022 कैरेट₹ 5,569₹ 55,69018 कैरेट₹ 4,915₹ 49,150
सोने की कीमत भारत में कैसे निर्धारित होती है?
भारत में सोने की कीमत कई कारकों से निर्धारित होती है, जिनमें शामिल हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत: भारत दुनिया में सबसे बड़े सोने के उपभोक्ताओं में से एक है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत का घरेलू बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत बढ़ती है, तो भारत में सोने की कीमत भी बढ़ती है, और इसके विपरीत।
- रुपये की विनिमय दर: सोने को अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर में खरीदा और बेचा जाता है। इसलिए, रुपये की विनिमय दर का सोने की कीमत पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। जब रुपया कमजोर होता है, तो सोने की कीमत बढ़ती है, और इसके विपरीत।
- आयात शुल्क: भारत में सोने पर आयात शुल्क लगाया जाता है। आयात शुल्क में किसी भी बदलाव का सोने की कीमत पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। आयात शुल्क बढ़ने से सोने की कीमत बढ़ जाती है, और इसके विपरीत।
- मांग और आपूर्ति: भारत में सोने की मांग और आपूर्ति भी सोने की कीमत निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब मांग बढ़ती है और आपूर्ति अपरिवर्तित रहती है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है। और जब आपूर्ति बढ़ती है और मांग अपरिवर्तित रहती है, तो सोने की कीमत घट जाती है।
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भारत में सोने की मांग
भारत में सोने की मांग बहुत अधिक है। सोने को भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इसे अक्सर शुभ माना जाता है और इसे निवेश के रूप में भी देखा जाता है। दिवाली, धनतेरस, और अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों के दौरान सोने की मांग विशेष रूप से अधिक होती है।
भारत में सोने की आपूर्ति
भारत में सोने की आपूर्ति काफी हद तक आयात पर निर्भर करती है। भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक है। भारत में सोने का उत्पादन बहुत कम है।
सोने की कीमत पर अन्य कारकों का प्रभाव
सोने की कीमत पर अन्य कारकों का भी प्रभाव पड़ता है, जैसे कि:
- केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: केंद्रीय बैंक सोने को अपने भंडार में रखते हैं। जब केंद्रीय बैंक सोना खरीदते हैं, तो यह सोने की कीमत को बढ़ाता है।
- आर्थिक अनिश्चितता: जब आर्थिक अनिश्चितता होती है, तो निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं, क्योंकि इसे एक सुरक्षित-संपत्ति माना जाता है। इससे सोने की कीमत बढ़ती है।
- भू-राजनीतिक तनाव: भू-राजनीतिक तनाव भी सोने की कीमत को बढ़ा सकते हैं।
सोने की कीमत कैसे निर्धारित की जाती है?
भारत में सोने की कीमत मुंबई और दिल्ली के दो प्रमुख बुलियन एक्सचेंजों में निर्धारित की जाती है। ये एक्सचेंज सोने की कीमतों को निर्धारित करने के लिए एक पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया का उपयोग करते हैं।
निष्कर्ष
भारत में सोने की कीमत कई कारकों से निर्धारित होती है, जिनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत, रुपये की विनिमय दर, आयात शुल्क और मांग और आपूर्ति शामिल हैं। अन्य कारकों जैसे कि केंद्रीय बैंकों की खरीदारी, आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव का भी सोने की कीमत पर प्रभाव पड़ता है।
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RBI की खबरों के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट
डॉलर के मुकाबले रुपया एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को यह 83.28 तक लुढ़क गया, जो 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर है। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और मध्य पूर्व देशों के साथ अन्य देशों में तनाव से निवेशक सावधानी बरत रहे हैं।
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डॉलर की तुलना में रुपया 13 पैसे मजबूत
डॉलर के मुकाबले रुपये शुक्रवार को 13 पैसे मजबूत होकर 83.06 पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और डॉलर में नरमी से रुपये को समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मजबूती के साथ 83.13 पर खुला। दिन में यह 83.03 से 83.13 के दायरे में रहा।
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डॉलर के तेजी से बढ़ने से रुपया करीब 80 पैसे गिरकर 82.59 पर आ गया
डॉलर के तेजी से बढ़ने से रुपया करीब 80 पैसे गिरकर 82.59 पर आ गया
रुपया आज: एक लचीला डॉलर के मुकाबले रुपया गिर गया
अमेरिकी सेवाओं की गतिविधियों में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि और फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक ब्याज दरों में बढ़ोतरी के साथ लंबे समय तक टिके रहने का सुझाव देने के बाद दो सप्ताह में डॉलर के सबसे बड़े उछाल के बाद मंगलवार को रुपये में गिरावट आई।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, 81.9150 प्रति डॉलर पर खुलने के बाद, सोमवार को 81.7975 के अपने पिछले बंद की तुलना में…
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रुपया सोमवार के रिकॉर्ड निचले स्तर से 81.54 डॉलर प्रति डॉलर की तेज वापसी के साथ
रुपया सोमवार के रिकॉर्ड निचले स्तर से 81.54 डॉलर प्रति डॉलर की तेज वापसी के साथ
रुपया सोमवार के 81.88 . के करीब से बढ़कर 81.54 डॉलर प्रति डॉलर हो गया
ब्रिटेन के अपने कर-कटौती प्रस्ताव पर यू-टर्न लेने के फैसले के बाद पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले तेजी से लाभ हुआ और आंकड़ों के आक्रामक दरों में बढ़ोतरी के बाद मजबूत केंद्रीय बैंक कार्रवाई के लिए थोड़ा कम उम्मीदें वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिबिंबित करना शुरू कर दिया है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, रुपया…
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Dollar vs Rupee: कारेबारी हफ्ते के आखिरी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ कमजोर, 8 पैसा गिरावट के साथ खुला
कारेबारी हफ्ते के आखिरी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ कमजोर, 8 पैसा गिरावट के साथ खुला
HIGHLIGHTS
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे गिरकर 82.74 पर आ गया।
आज शेयर मार्केट भी गिरावट के साथ खुला है।
गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की तेजी के साथ 82.66 पर बंद हुआ।
नई दिल्ली। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे गिरकर 82.74 पर आ गया। वहीं अमेरिकी डॉलर मजबूत हो गया। विश्लेषकों ने कहा शेयर बाजार में कमजोर धारणा और कच्चे तेल की…
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deoghar babadham mandir - देवघर के बाबाधाम बाबा मंदिर प्रांगण के सभी दानपात्रों को मंदिर प्रशासन की देखरेख में खोला गया, निकला इतना पैसा, विदेशी मुद्रा भी मिला
देवघर : देवगर के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि श्रावणी मेला आरंभ होने के बाद गुरुवार को बाबा मंदिर प्रांगण स्थित 19 दानपात्र को मंदिर प्रशासन की देखरेख में खोला गया. साथ ही गिनती के पश्चात दानपात्र से कुल आय 14,38,942 के अलावा नेपाली रुपया 725, ऑस्ट्रेलियन डॉलर 05, अमेरिकन डॉलर 11 दान में मिला.(नीचे भी पढ़े)
इससे अलावे मंदिर के दान पात्र को कड़ी सुरक्षा के बीच…
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