Tumgik
#सैयद अली शाह गिलानी न्यूज
tezlivenews · 3 years
Text
Syed Ali Shah Geelani: दिल्ली के वसंत कुंज से श्रीनगर के बाग-ए-महताब...जानिए गिलानी की 'बेहिसाब' दौलत का बहीखाता
Syed Ali Shah Geelani: दिल्ली के वसंत कुंज से श्रीनगर के बाग-ए-महताब…जानिए गिलानी की ‘बेहिसाब’ दौलत का बहीखाता
श्रीनगरसैयद अली शाह गिलानी। कश्मीर में पाकिस्तान परस्ती की अलगाववादी आवाज अब खामोश हो गई है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता गिलानी के बारे में एक तथ्य आपको हैरान कर देगा। कश्मीर से भारत विरोध का जहर उगलने वाले हुर्रियत नेता ने अपने जीवनकाल में श्रीनगर से दिल्ली तक अकूत मिल्कियत बनाई। चार साल पहले कश्मीर टेरर फंडिंग केस की जांच के दौरान एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने गिलानी पर…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
lok-shakti · 3 years
Text
सैयद अली शाह गिलानी को दफनाया गया, पुलिस ने परिवार के दावों को खारिज किया
सैयद अली शाह गिलानी को दफनाया गया, पुलिस ने परिवार के दावों को खारिज किया
हुर्रियत के कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी की बुधवार की रात मौत के बाद कश्मीर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार तड़के उनके घर के पास एक कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार किया गया। गिलानी के छोटे बेटे सैयद नसीम गिलानी ने आरोप लगाया कि कुछ पुलिस कर्मी रात में उनके घर में घुसे, शव ले गए और अपने दम पर अंतिम संस्कार किया। इससे इनकार करते हुए, जम्मू और कश्मीर (J & K) पुलिस ने कहा कि गिलानी के…
View On WordPress
0 notes
Reality Of That Letter Issued In Name Of Gilani, In Which It Was Said That Tribute To Terrorists - जानिए गिलानी के नाम से जारी उस पत्र की हकीकत, जिसमें कही गई आतंकियों को श्रद्धांजलि की बात
Reality Of That Letter Issued In Name Of Gilani, In Which It Was Said That Tribute To Terrorists – जानिए गिलानी के नाम से जारी उस पत्र की हकीकत, जिसमें कही गई आतंकियों को श्रद्धांजलि की बात
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Updated Wed, 08 Jul 2020 01:44 PM IST
सैयद अली शाह गिलानी – फोटो : सोशल मीडिया
Tumblr media
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹249 + Free Coupon worth ₹200
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
हुर्रियत छोड़ चुके अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के नाम से सोशल मीडिया में पत्र जारी होने पर पुलिस अलर्ट हो गई है। बडगाम पुलिस स्टेशन में केस…
View On WordPress
0 notes
casualrebelpainter · 4 years
Text
जम्मू-कश्मीरः सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से दिया इस्तीफा
जम्मू-कश्मीरः सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से दिया इस्तीफा
[ad_1]
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Updated Mon, 29 Jun 2020 12:52 PM IST
Tumblr media
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर Free में कहीं भी, कभी भी।
70 वर्षों से करोड़ों पाठकों की पसंद
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा दे दिया है। एक ऑडियो बयान के जरिए उन्होंने कहा कि संगठन की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। ऑडियो संदेश में गिलानी ने कहा है कि…
View On WordPress
0 notes
hindidailynews2020 · 4 years
Text
आतंक पर प्रहारः नायकू के बाद ताहिर और आज ढेर हुआ जुनैद, हुर्रियत चेयरमैन का बेटा था ये आतंकी
आतंक ��र प्रहारः नायकू के बाद ताहिर और आज ढेर हुआ जुनैद, हुर्रियत चेयरमैन का बेटा था ये आतंकी
[ad_1]
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू, Updated Tue, 19 May 2020 03:28 PM IST
रियाज नायकू, ताहिर मोहम्मद भट, जुनैद सहराई – फोटो : अमर उजाला
श्रीनगर के कानेमजार नवाकदल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में जुनैद सहराई और पुलवामा निवासी तारिक अहमद शेख मारा गया है। 29 वर्षीय जुनैद सहराई सैयद अली शाह गिलानी के बाद तहरीक ए हुर्रियत के चेयरमैन बने मोहम्मद अशरफ सहराई का बेटा था।…
View On WordPress
0 notes
indianscooper · 4 years
Text
 हुर्रियत के दिग्गज सैयद अली शाह गिलानी का रसोइया, वीपीएन के दुरुपयोग के लिए हिरासत में लिया गया मदद ’| इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
 हुर्रियत के दिग्गज सैयद अली शाह गिलानी का रसोइया, वीपीएन के दुरुपयोग के लिए हिरासत में लिया गया मदद ’| इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
SRINAGAR: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत के बुजुर्ग के श्रीनगर घर पर छापा मारा सैयद अली शाह गिलानी मंगलवार को देर से और हिरासत में लिया रसोइया और फायरवॉल को बायपास करने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करके सोशल मीडिया पर बीमार अलगाववादी का वीडियो अपलोड करने के लिए घरेलू मदद। पकाने के लिए छापेमारी सिराजुद्दीन गनिया, जो से है त्राल में पुलवामा जिला, और घरेलू मदद इम्तियाज अहमदइंस्…
View On WordPress
0 notes
jainyupdates · 4 years
Text
गिलानी की मौत की अफवाह पर सुरक्षा कड़ी, जगह-जगह सुरक्षाबलों का पहरा
गिलानी की मौत की अफवाह पर सुरक्षा कड़ी, जगह-जगह सुरक्षाबलों का पहरा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Updated Mon, 17 Feb 2020 11:56 AM IST
अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मौत की अफवाहों पर रविवार को उनके हैदरपोरा स्थित आवास और शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। इस बीच चिकित्सकों ने बताया कि उनके सेहत में सुधार हो रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि अब भी उनकी छाती में संक्रमण है, लेकिन हालत में सुधार हो रहा है।
जीएमसी के चेस्ट विभाग के डाक्टर नवीद की सलाह पर वह…
View On WordPress
0 notes
Text
Published by SM News- जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं पर शिकंजा कसने से आएंगे कश्मीर के अच्छे दिन जम्मू कश्मीर। हुर्रियत नेताओं पर जिस तरह का कानूनी शिकंजा अभी कसा गया है, वैसा इनके खिलाफ कभी नहीं हुआ। हुर्रियत कांफ्रेस के महासचिव शब्बीर शाह तो प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में आए ही हैं, सात अलगाववादी नेताओं को राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआइए ने गिरफ्तार किया है, कुछ नेताओं की आगे गिरफ्तारी... https://www.shreemanglamnews.com/archives/595
Published by SM News https://www.shreemanglamnews.com/archives/595
जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं पर शिकंजा कसने से आएंगे कश्मीर के अच्छे दिन
जम्मू कश्मीर। हुर्रियत नेताओं पर जिस तरह का कानूनी शिकंजा अभी कसा गया है, वैसा इनके खिलाफ कभी नहीं हुआ। हुर्रियत कांफ्रेस के महासचिव शब्बीर शाह तो प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में आए ही हैं, सात अलगाववादी नेताओं को राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआइए ने गिरफ्तार किया है, कुछ नेताओं की आगे गिरफ्तारी हो सकती है। एनआइए ने सैयद अली शाह गिलानी के पुत्रों से भी पूछताछ करने की घोषणा कर दी है तथा 48 पत्थरबाजों की पहचान की है जिन्हें कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि हाल के महीनों में कश्मीर में हिंसा और अशांति के समानांतर केंद्र सरकार ने एनआइए एवं अन्य एजेंसियों को इनके पीछे की ताकतों की ठीक से पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को हरी झंडी दे दी थी। बिना सरकार की अनुमति के इतनी बड़ी कार्रवाई संभव नहीं थी। कहा जा सकता है कि हुर्रियत नेताओं के अलगाववाद का हीरो बनने के दिन जाने वाले हैं। अभी तक वे हिरासत में लिए जाते या गिरफ्तार होते थे और छूटते थे। यह उनके लिए यह सामान्य था, लेकिन उनका यह मुगालता अब खत्म होने वाला है।
शब्बीर शाह को हवाला के जिस मामले में गिरफ्तार किया है वह 2005 का है। यदि कश्मीर में अशांति और तोड़फोड़ के लिए पाकिस्तान का धन हवाला के जरिए लिया तो यह केवल हवाला का मामला नहीं रह जाता। संभव है इनका मामला आने वाले समय में एनआइए को सौंप दिया जाए। मगर जिन सात नेताओं की गिरफ्तारी एनआइए ने की है उन पर आरोप ही अवैध तरीके से धन लेकर आतंकवाद का वित्तपोषण करने का है। इनमें जिन नेताओं की गिरफ्तारी हुई उनके बारे में जानकारी न होने से पहली नजर में लगता है कि ये शायद अत्यंत साधारण एवं निचले स्तर के कार्यकर्ता होंगे। ऐसा नहीं है।
बिट्टा कराटे, नईम खान, अल्ताफ अहमद शाह (अल्ताफ फंटूश), अयाज अकबर, टी. सैफुल्लाह, मेराज कलवल और शहीद-उल-इस्लाम इन सब पर कोई न कोई आरोप हैं। बिट्टा कराटे एक समय आतंकवादी था और अभी यासिन मलिक के संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट से जुड़ा हुआ है। अल्ताफ हुर्रियत कांफ्रेंस के एक धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के दामाद हैं। अयाज अकबर भी सैयद अली शाह गिलानी के करीबी और तहरीक-ए-हुर्रियत के प्रवक्ता हैं। शहीद-उल-इस्लाम भी मीरवाइज उमर फारुख वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के धड़े का प्रवक्ता है। जब से आतंकवाद के वित्त पोषण या पत्थरबाजों को धन देने का मामला सामने आया, उसकी जांच शुरू हुई और एनआइए का हाथ इन तक पहुंचा।
मई के अंत में एनआइए ने नईम खान, गाजी जावेद बाबा और बिट्टा कराटे को दिल्ली बुलाकार पूछताछ की थी। पता नहीं पूछताछ में उन्होंने क्या कहा। खबर यह आई कि उन्होंने पाकिस्तान से धन आने की बात मानी थी। मई में ही एनआइए ने तहरीक-ए-हुर्रियत के नेता बाबा और कराटे से श्रीनगर में लगातार 4 दिनों तक पूछताछ की थी। उनसे कश्मीर में हिंसा के लिए हवाला से धन आने संबंधी प्रश्न किए गए थे। एनआइए ने प्राथमिकी में जो आरोप इन पर लगए हैं उनमें कश्मीर में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, स्कूलों और अन्य सरकारी संस्थानों को जलाने, पत्थरबाजों से हमले करवाने सहित अन्य विध्वंसक गतिविधियों के लिए लश्कर ए तैयबा के प्रमख हाफिज सईद, अन्य आतंकवादी संगठनों एवं आइएस से धन मिलने की बात है।
एक न्यूज चैनल ने भी 16 मई को स्टिंग ऑपरेशन प्रसारित किया था। हुर्रियत नेता नईम खान को स्टिंग ऑपरेशन में लश्कर से पैसे लेने की बात कबूल करते दिखाया गया था। खान रिपोर्टर से यह कहते नजर आए थे कि पाकिस्तान से आने वाला पैसा सैकड़ों करोड़ से ज्यादा है, लेकिन हम और ज्यादा की उम्मीद करते हैं। हालांकि बाद में खान ने स्टिंग को फर्जी करार दिया था। ध्यान रखिए एनआइए ने 19 मई को ही मामला दर्ज किया था। उसके बाद 3 जून को देश में 24 जगहों कश्मीर में 14, दिल्ली में 8 और हरियाणा के सोनीपत में 2 जगहों पर छापे मारे गए थे। जिनके ठिकानों पर छापे मारे गए उनमें गिलानी के दामाद अल्ताफ फंटू्श, बिजनेसमैन जहूर वटाली, अवामी एक्शन कमेटी के नेता शाहिद-उल-इस्लाम, नईम खान, राजा कालवाल और दिल्ली में ग्रेटर कैलाश पार्ट-2 में रहने वाले मेवा व्यापारी मानव अरोड़ा आदि शामिल हैं। इनके घरों, कार्यालयों के अलावा उनके वाणिज्यिक ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। वस्तुत: पिछले वर्ष आठ जुलाई को बुरहान वानी के मुठभेड़ में मरे जाने के बाद घाटी में पथराव और हिंसा के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई थी। इसकी विस्तृत जांच की गई और निष्कर्ष में जो तथ्य आए उसके आधार पर आगे की कार्रवाई हो रही है।
एनआइए को अलगाववादी नेताओं और जांच में घेरे में रहे आदतन पत्थरबाज चार दर्जन कश्मीरी युवाओं के बीच बातचीत के ठोस सबूत मिले हैं। टेलीफोन पर हुई बातचीत से पता चलता है कि कुल 48 आदतन पत्थरबाज स्थानीय हुर्रियत नेताओं के संपर्क में थे और ये नेता भी इस दौरान बड़े अलगाववादी नेताओं के संपर्क में थे। जांच में आतंकवादी फंडिंग के मॉड्यूल का भी पता चला है। बड़े अलगाववादी नेता स्थानीय नेताओं को फंड देते थे। इसके बाद, ये नेता पत्थरबाजी और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को पैसे देते थे।
पत्थरबाजी वाली जगहों पर ऐक्टिव रहे फोन नंबरों की जांच करने पर पता चलता है कि इनका इस्तेमाल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में बाधा डालने के लिए किया गया। एनआइए ने अपनी जांच में पाया है कि सभी घटनाओं में कुछ सामान्य लोग ही शामिल थे। कुछ ऐसे लोग भी थे, जो अलग-अलग आठ जगह हुई घटनाओं के दौरान मौजूद थे। पुलवामा, अनंतनाग, बड़गाम, कुलगाम, त्रल, अवंतिपुरा, शोपियां और बारामूला जैसी जगहों पर मौजूद रहे युवाओं की जांच करने के बाद एनआइए ने 48 आदतन पत्थरबाजों की सूची तैयार की। एनआइए के पास इन पत्थरबाजों के नाम, मोबाइल नंबर, वर्तमान पता, ट्रू कॉलर पहचान आदि की पूरी जानकारी है। छानबीन की जो जानकारी बाहर आई है उसके अनुसार बुरहान के अंत के बाद घाटी में संगठि�� तरीके से भीड़ के जरिए हिंसक वारदात को अंजाम दिया गया।
देश में हुर्रियत के खिलाफ वातावरण है और लोग कार्रवाई चाहते हैं। एनआइए जिस ढंग से आगे बढ़ रही है उससे लगता है कि पाकिस्तानी धन पर कश्मीर में हिंसा और अलगाववाद फैलाने वाले नेता बुरी तरह घिर चुके हैं। यह कोई सामान्य पुलिस कार्रवाई नही है जिससे इनके छूटने की संभावना बने। आतंकवादी संगठनों या आइएसआइ से धन लेकर देश में ऐसी गतिविधियां चलाने वाले लोगों की जगह जनता के बीच नहीं बल्कि जेल है।
0 notes
tezlivenews · 3 years
Text
कश्मीर में बदलाव की आहट, अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का मातम नहीं मना रही घाटी!
कश्मीर में बदलाव की आहट, अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का मातम नहीं मना रही घाटी!
गोविंद चौहान, श्रीनगरजम्मू-कश्मीर में माहौल पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। सैयद अली शाह गिलानी की मौत के बाद कश्मीर में माहौल पूरी तरह से शांत है। कश्मीर के किसी जिले में कोई हिंसक प्रदर्शन या फिर घटना नहीं हुई है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि अब कश्मीर की अवाम को शांति पसंद आ रही है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने भी दो दिन पहले एक बयान में कहा था कि वह जनता का शुक्रिया करते हैं कि उन्होंने…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
Syed Ali Shah Geelani Resigns From Hurriyat Conference - जम्मू-कश्मीरः सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से दिया इस्तीफा
Syed Ali Shah Geelani Resigns From Hurriyat Conference – जम्मू-कश्मीरः सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से दिया इस्तीफा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Updated Mon, 29 Jun 2020 12:52 PM IST
सैयद अली शाह गिलानी – फोटो : फाइल फोटो
Tumblr media
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर Free में कहीं भी, कभी भी।
70 वर्षों से करोड़ों पाठकों की पसंद
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा द�� दिया है। एक ऑडियो बयान के जरिए उन्होंने कहा कि संगठन की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मैं इस्तीफा देता रहा…
View On WordPress
0 notes
Syed Ali Shah Geelani Separation, Story Of Biggest Separatist Face And Well Wisher Of Pakistan - पाकिस्तान परस्त सबसे बड़े अलगाववादी चेहरे की पूरी कहानी, तो इस वजह से नाराज थे गिलानी?
Syed Ali Shah Geelani Separation, Story Of Biggest Separatist Face And Well Wisher Of Pakistan – पाकिस्तान परस्त सबसे बड़े अलगाववादी चेहरे की पूरी कहानी, तो इस वजह से नाराज थे गिलानी?
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू, Updated Tue, 30 Jun 2020 03:15 PM IST
नब्बे साल के सैयद अली शाह गिलानी जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान परस्त सबसे बड़ा अलगाववादी चेहरा हैं। यह कश्मीर में रहकर पाकिस्तान का भारत विरोधी एजेंडा चलाते रहे हैं। अलगाववादी समूहों का नेतृत्व करने वाली ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष रहते कश्मीर में आतंकियों को उनका समर्थन रहा है। शुरुआती दौर में वह जमात-ए-इस्लाम नाम…
View On WordPress
0 notes
Former Jammu Kashmir Dgp Raised Questions After Resignation Of Separatist Leader Syed Ali Shah Geelani - एसपी वैद ने खोला गिलानी पर सियासी मेहरबानी का चिट्ठा, घाटी के कुछ नेताओं को दिखाया आईना
Former Jammu Kashmir Dgp Raised Questions After Resignation Of Separatist Leader Syed Ali Shah Geelani – एसपी वैद ने खोला गिलानी पर सियासी मेहरबानी का चिट्ठा, घाटी के कुछ नेताओं को दिखाया आईना
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू, Updated Tue, 30 Jun 2020 05:29 PM IST
अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के हुर्रियत से अलग होने पर पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने अलगावादियों पर पूर्व सरकारों की मेहरबानी को बयां किया। वैद ने लिखा कि 23 मार्च 1999 को मैं डीआईजी बारामुला रहते आतंकी हमले में बुरी तरह से घायल हो गया था। मुझे और मेरे परिवार को दिल्ली में इलाज के लिए अपने स्तर पर व्यवस्थाएं करनी पड़ीं,…
View On WordPress
0 notes
Akka Of Separatism Motivator Of Terrorists Resigns From Hurriyat Said Former Jammu Kashmir Dgp Sp Vaid - कौन हैं गिलानी? जिन्हें जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने बताया आतंकियों का प्रेरक
Akka Of Separatism Motivator Of Terrorists Resigns From Hurriyat Said Former Jammu Kashmir Dgp Sp Vaid – कौन हैं गिलानी? जिन्हें जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने बताया आतंकियों का प्रेरक
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू, Updated Mon, 29 Jun 2020 05:02 PM IST
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी डॉ. एसपी वैद, सैयद अली शाह गिलानी – फोटो : अमर उजाला
सैयद अली शाह गिलानी के हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने उन पर निशाना साधा है। वैद ने कहा कि सब कुछ लुटाकर होश में आए तो क्या हुआ। इतना ही नहीं उन्होंने गिलानी को अलगाववाद का आका और आतंकियों का…
View On WordPress
0 notes
jainyupdates · 4 years
Text
गिलानी के निधन की अफवाह, कश्मीर में एक बार फिर इंटरनेट सेवा बंद
गिलानी के निधन की अफवाह, कश्मीर में एक बार फिर इंटरनेट सेवा बंद
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Updated Thu, 13 Feb 2020 10:47 AM IST
हुर्रियत कांफ्रेंस (जी) के चेयरमैन नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन की अफवाह फैलने के बाद बुधवार देर रात कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। कश्मीर के आयुक्त बशीर अहमद खान ने बताया कि गिलानी के पुत्र नसीम गिलानी ने फोन पर बताया कि बताया कि सैयद अली शाह गिलानी स्वस्थ और घर पर हैं। स्किम्स के चिकित्सक ने उनका स्वास्थ्य…
View On WordPress
0 notes