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#हवाई अड्डों वीडियो
parichaytimes · 2 years
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एएआई रांची हवाई अड्डे पर अपनी 'अवसर' पहल के साथ स्थानीय कारीगरों और उत्पादों को बढ़ावा देता है | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
एएआई रांची हवाई अड्डे पर अपनी ‘अवसर’ पहल के साथ स्थानीय कारीगरों और उत्पादों को बढ़ावा देता है | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
16 मई 2022, 11:42 PM ISTस्रोत: एएनआई कारीगरों की मदद करने के प्रयास में, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने अपने स्थानीय रूप से विकसित उत्पादों को बेचने के लिए विभिन्न हवाई अड्डों पर स्वयं सहायता समूहों के लिए जगह उपलब्ध कराने की पहल को अपनाया है। स्वयं सहायता समूह AVSAR (क्षेत्र के कुशल कारीगरों के लिए स्थान के रूप में हवाई अड्डा) पहल के तहत भोपाल, सूरत सहित विभिन्न हवाई अड्डों पर अपने उत्पादों का…
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karanaram · 4 years
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🚩सरकार के नियंत्रण में 37,000 मंदिर है, इनको मुक्त करना चाहिए : जग्गी वासुदेव- 30 जनवरी 2021
🚩मंदिरों पर सरकार का स्वामित्व या नियंत्रण देश में एक प्रमुख विषय रहा है। इस पर अब सद्गुरु जग्गी वासुदेव का एक वीडियो ट्विटर पर खूब शेयर किया जा रहा है। समाचार चैनल सीएनएन के रिपोर्टर आनंद नरसिम्हन के साथ इस बातचीत को सद्गुरु ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “हम ऐसे समय में रहते हैं जहाँ हम समझते हैं कि सरकार को एयरलाइंस, हवाई अड्डों, उद्योग, खनन, व्यापार का प्रबंधन नहीं करना चाहिए, लेकिन फिर यह कैसे है कि सरकार द्वारा पवित्र मंदिरों का प्रबंधन किया जा सकता है। ये किस तरह से सरकारी प्रबंधन योग्य हो गए?”
🚩इस वीडियो में सद्गुरु ईस्ट इण्डिया द्वारा लाए गए ‘मद्रास रेगुलेशन 1817’ का जिक्र करते हुए बताते हैं कि किस तरह मंदिरों पर अधिकार ज़माने के लिए मद्रास रेगुलेशन-111, 1817 लाया गया, लेकिन ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1840 में यह रेगुलेशन वापस ले लिया था। इसके बाद, 1863 में रिलिजियस एंडोवमेंट एक्ट लाया गया, जिसके अनुसार मंदिर ब्रिटिश ट्रस्टी को सौंप दिए गए।
🚩ये ट्रस्टी ही मंदिर चलाते थे, लेकिन सरकार की दखलअंदाज़ी इसमें न्यूनतम होती थी। मंदिर का पैसा ज़्यादातर मंदिर के कार्यों के लिए ही प्रयोग किया जाता था। सैकड़ों मंदिर इस एक्ट के अनुसार चलते थे। जग्गी वासुदेव बताते हैं कि फिर ब्रिटिश सरकार ‘द मद्रास रिलीजियस एंड चैरिटेबल एंडावमैंट एक्ट-1925’ ले आई, जिससे अब हिन्दुओं के अलावा मुस्लिम और ईसाई संस्थाएँ भी इस कानून के दायरे में आ गईं। ईसाइयों और मुस्लिमों ने इसका कड़ा विरोध किया, तो सरकार को ये कानून दोबारा लाना पड़ा था।
🚩विरोध के चलते ईसाई और मुस्लिमों को इस दायरे से बाहर करना पड़ा और नया कानून बनाया गया जिसका नाम था – ‘मद्रास हिन्दू रिलिजियस एंड एंडोवमेंट एक्ट-1927’। 1935 में इस एक्ट में बड़े बदलाव किए गए। आज़ादी के बाद तमिलनाडु सरकार ने वर्ष 1951 में एक कानून पारित किया- ‘हिन्दू रिलिजियस एंड एंडोवमेंट एक्ट’।
🚩इस कानून को मठों और मंदिरों ने मद्रास हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सरकार को बहुत सी धाराएँ हटानी पड़ीं और 1959 में तत्कालीन कांग्रेस राज्य सरकार ने हिन्दू रिलिजियस एंड चेरिटेबल एक्ट पास किया और बोर्ड भंग कर दिए गए। अब सरकारी ‘हिन्दू रिलिजियस एंड चेरिटेबल एंडावमेंट विभाग’ होता था, जिसका प्रमुख कमिश्नर होता है। तबसे मंदिरों में दान और चढ़ावे की 65 से 70% राशि प्रशासकीय कार्यों पर खर्च होती है।
सद्गुरु जग्गी कहते हैं, “अब 37,000 मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं। सिर्फ एक समुदाय के मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं। आप ऐसा किसी भी अन्य देश में नहीं सुनेंगे। हिन्दू मंदिरों की बात करते हुए अक्सर लोग कहते हैं कि चर्च, गुरुद्वारों और मस्जिदों का भी नियंत्रण किया जाना चाहिए। जबकि मैं कहता हूँ सेकुलर देश में सरकार को मंदिरों या धार्मिक स्थलों में हस्तक्षेप से दूर र��ना चाहिए चाहें वो किसी भी धर्म का हो।”
🚩“यह समाधान नहीं है, जरुरी चीज यह है कि इतने सारे लोग जहाँ अपनी आस्था लेकर जाते हैं उन्हें आजाद होना चाहिए। उनके मानवाधिकारों के लिए यह होना चाहिए। अब विवाद और तर्क कुछ लोग यह देते हैं कि ये राजा के नियंत्रण में थे, तब वो सरकार थे इसलिए अब भी ये सरकार के ही पास होने चाहिए। यह सच्चाई नहीं है। राजा श्रद्दालू होते थे। वो कुछ मामलों में इतने बड़े श्रद्दालू हुआ करते थे कि कुछ साम्राज्यों में देवताओं को ही राजा मान लिया जाता था। राजा देवता के दीवान के रूप में काम करते थे। यानी हमारे मंत्री, और इस तरह सिर्फ देवता के नाम पर देवता के प्रतिनिधि की तरह वह राज करते थे। इस कारण वो लोग हमेशा दूसरी तरह के लोग रहे हैं।”
🚩सरकारी नियंत्रण में मंदिरों की हो रही फजीहत का जिक्र करते हुए सद्गुरु कहते हैं, “यह खासकर दक्षिण भारतीय राज्यों में है। खासकर तमिलनाडु के मंदिरों का निर्माण बेहद खूबसूरती से हुआ है। उनकी इंजिनयरिंग और उनका आर्किटेक्चर.. अगर आप देखेंगे कि उन्होंने हजार-बारह सौ साल पहले किस तरह का निर्माण किया है, यह सब मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। लेकिन बाद में यह सब चुरा लिया गया। सब कुछ बर्बाद होता रहा क्योंकि लोगों की भावनाएँ मंदिरों के प्रति उतनी प्रबल नहीं रहीं।”
🚩“मेरी दिलचस्पी इन सब बातों में नहीं है। मेरी दिलचस्पी इस बात में है कि मौलिक रूप से अगर आप इस देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आपको सभी लोगों को साथ लेकर चलना होगा। आप लोगों के साथ भेदभाव नहीं कर सकते। सबके पास समान अधिकार होने चाहिए। तमिलनाडु के मंदिरों को स्वतंत्र करना ही होगा।”
बातचीत में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव (सद्गुरु) कहते हैं कि तमिलनाडु राज्य में यह मंदिर और आस्था पूरे नियंत्रण में है और अगर आप एक नया मंदिर बनाना चाहते हैं जो कि यदि प्रसिद्ध हो जाता है, तो फ़ौरन सरकार की ओर से इसे टेक ओवर करने का नोटिस आ जाएगा। वह सवाल करते हैं कि आखिर एक सेक्युलर देश में यह कैसे हो सकता है?
सद्गुरु आगे कहते हैं, “आप एक नई आस्था का निर्माण करिए अगर इतना जरुरी है, लेकिन चली आ रही आस्था के साथ बहुसंख्यक आबादी की आबादी की आस्था का संचालन सरकार के नियंत्रण में है। तमिलनाडु के कई मंदिरों में जो प्राचीन पत्थर थे, जिन पर खूबसूरत कला थी, उन पर सिल्वर पेंट लगा दिया गया।”
🚩“मंदिर निर्माण के विज्ञान को हाशिए पर रख दिया गया है। सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाया गया। मेरा सवाल ये है कि मौलिक अधिकारों का दमन क्यों किया जा रहा है? यह वो चीजें हैं जो दोबारा वापस नहीं आने वालीं। अब समय आ गया है इन्हें स्वतंत्र किया जाना चाहिए। लोग कहते हैं कि भ्रष्टाचार हो जाएगा। मैं इसे अपमानजनक मानता हूँ। क्या उन्हें लगता है कि बहुसंख्यक आबादी अपनी आस्था का प्रबंधन नहीं कर सकती? हम ऐसे समय में हैं, जब हमें लगता है कि सरकार को एयरलाइन, पोर्ट्स, बिजनेस, माइनिंग आदि को समाज के हाथों में देना चाहिए, तब मंदिरों को सरकार के नियंत्रण में देने की बात कैसे कर सकते हैं?”
https://twitter.com/SadhguruJV/status/1352297333770379265?s=19
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khabaruttarakhandki · 4 years
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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील करेगा राजस्थान, आवाजाही के लिए जरूरी होगा पास
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प्रतीकात्मक तस्वीर
खास बातें
राजस्थान ने अंतर्राज्यीय सीमाएं फिर सील कीं
आने जाने के लिए लेनी होगी अनुमति
अन्य राज्यों से व्यक्तियों को बिना अनुमति पत्र के नहीं आने दिया जाए
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान (Rajasthan) ने एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील करने का फैसला किया है. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान ने अन्य राज्यों के साथ अपनी सीमाएं (Rajasthan Border Seal) बुधवार को फिर सील कर दीं. अब राजस्थान में आने व बाहर जाने के लिए प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी होगी. इस दौरान, सिर्फ पास वाले लोगों को आवाजाही की अनुमति होगी. राजस्थान की सीमा चार राज्यों पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा के साथ लगती है. 
यह भी पढ़ें
राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आज सुबह 123 नए COVID-19 पॉज़िटिव मरीज़ मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या 11,300 के पार हो गई है. वायरस की वजह से 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.  इससे पहले छह मई को भी राज्य सरकार ने सीमाएं सील कर दी थीं.
पुलिस मह��निदेशक कानून व्यवस्था एम एल लाठर ने इस बारे में आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतर्राज्यीय आवागमन को नियंत्रित करने का फैसला किया है. इसमें संबंद्ध पुलिस आयुक्तों, रेंज महानिरीक्षकों व जिला पुलिस अधीक्षकों से कहा गया है कि पड़ोसी राज्यों से लगने वाले सड़क मार्गों व रास्तों पर तत्काल पुलिस चैक पोस्ट स्थापित की जाएं और अन्य राज्यों से व्यक्तियों को बिना अनुमति पत्र के नहीं आने दिया जाए.
इस व्यवस्था के तहत बाहरी राज्य से उसी व्यक्ति को आने दिया जाएगा जिसने अपने राज्य से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया हो. इसी तरह राज्य से बाहर जाने के लिए भी सक्षम अधिकारी से पास या अनुमति पत्र लेना होगा. इसमें कहा गया है कि सक्षम अधिकारी इलाज के लिए जाने या परिवार में किसी की मृत्यु होने जैसी आपात परिस्थितियों में ही पास जारी करें. अंतर्राज्यीय मार्गों के साथ साथ हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर भी तत्काल चैक पोस्ट स्थापित करने को गया है. फिलहाल यह व्यवस्था आगामी सात दिन के लिए की गयी है.
बता दें कि महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कोरोनावायरस लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद सभी राज्यों ने विभिन्न तरीकों से लॉकडाउन में रियायत दी है. 
वीडियो: गुजरात कांग्रेस के 26 विधायकों को राजस्थान के रिजॉर्ट में भेजा गया
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hindinewshub · 4 years
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Domestic Flights Set To Take Off From May 25: DGCA
Domestic Flights Set To Take Off From May 25: DGCA
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anki14542 · 4 years
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कोविद -19 लॉकडाउन के बीच यात्रियों की सेवा के लिए घरेलू हवाई अड्डे तैयार समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
कोविद -19 लॉकडाउन के बीच यात्रियों की सेवा के लिए घरेलू हवाई अड्डे तैयार समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
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22 मई, 2020, 09:46 PM ISTस्रोत: एएनआई
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण 25 मई से परिचालन शुरू करने के लिए सभी हवाई अड्डों पर व्यवस्था करने के लिए तैयार है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, यात्रियों को यात्रा की योजना नहीं बनाने की सलाह दी जाती है, यदि शरीर का तापमान उच्च है या वे कोविद -19 के लक्षण हैं। यात्रा शुरू करने से पहले उन्हें आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीकरण करना…
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vartha24-blog · 5 years
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वायुसेना ने बालाकोट हवाई हमले पर जारी किया वीडियो
वायुसेना ने बालाकोट हवाई हमले पर जारी किया वीडियो
पुलवामा में 14 फरवरी को CRPF पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों को तबाह किया था ।
भारत की तरफ से की गई इस कार्रवाई में आतंकी संगठन को भारी नुकसान पहुंचा था. शुक्रवार को वायुसेना की तरफ से इस एयरस्ट्राइक पर एक वीडियो जारी किया गया है । जिसमें एयरस्ट्राइक की पूरी प्रक्रिया को दिखाया गया है कि कैसे बालाकोट में आतंकी अड्डों पर बम बरसाए गए थे…
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ऑनलाइन तेजी से पैसा कमाने के शीर्ष thirty two तरीके।
The top thirty two ways to earn money fast online.
The top thirty two ways to earn money fast online.-Ajkl hum sb jada pese kmana jada pasand krte hai। दुर्भाग्य से, ज्यादातर पैसा बनाने वाले विचार किताबों में पाए जाते हैं और कभी-कभी ऑनलाइन बहुत व्यावहारिक नहीं होते हैं। कुछ को ऐसे समय में निवेश की आवश्यकता होती है जब हमारे पास पर्याप्त धन न हो। अन्य समय लेने वाले हैं और व्यापक श्रम को शामिल करते हैं।
लेकिन आप बहुत अधिक निवेश या काम पर रखने वाले श्रमिकों के बिना भारत में तेजी से पैसा कमा सकते हैं। वास्तव में, ये व्यवसाय सदाबहार हैं। इसलिए, आपको कुछ अतिरिक्त प्रयास और दृढ़ता के साथ, वर्ष भर पैसा मिलेगा।
पैसे जल्दी बनाने के 32 तरीकों की इस सूची में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफ़लाइन विचार भी शामिल हैं। हालांकि, उन्हें न्यूनतम निवेश की आवश्यकता होती है। दूसरों को निवेश की आवश्यकता नहीं है और इसमें आपके मौजूदा संसाधनों का ही उपयोग होता है।
Also read:HOW TO LEARN ETHICAL HACKING & BUILD A REWARDING CAREER.
1. Indian railway agent(भारतीय रेलवे एजेंट)
भारतीय रेलवे के लिए एक एजेंट के रूप में काम करना तेजी से पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका है। आपके पास यहां दो विकल्प हैं: 20,000 रुपये जमा करके भारतीय रेलवे के एजेंट के रूप में दाखिला लें। आपको एक दुकान की आवश्यकता होगी या घर से काम कर सकते हैं।
2. देखभाल करने वाला
देखभाल करने वाले विभिन्न प्रकार के होते हैं। हाल के वर्षों में, भारत के मेट्रो शहरों में देखभाल करना बड़ा व्यवसाय बन गया है।
आमतौर पर, देखभाल करने वाले आपके स्थान के आधार पर, प्रति माह लगभग रु। 20,000 बनाते हैं। यह पैसा कमाने का एक अच्छा तरीका है और परमाणु परिवारों को बुजुर्गों की देखभाल करने में मदद करता है।
3. Uber या ola के लिए ड्राइव करें
यदि आपके पास एक अच्छा वाहन है, तो उबेर या ओला के लिए अंशकालिक ड्राइव करें। इन विशालकाय कैब संचालकों द्वारा कुछ शहरों में घाटे के संचालन के कारण इस कार्य की लाभप्रदता के बारे में कुछ बहसें की जा रही हैं।
हालांकि, आप प्रतिदिन औसतन 500 रुपये कमा सकते हैं। लंबे समय तक गाड़ी चलाकर आप तेजी से पैसा कमा सकते हैं।
Also read:FACTORS TO CONSIDER BEFORE INVESTING IN A COMPANY
4. Sharing car(अपनी कार साझा करें)
साथ ही भारत में एक अच्छी कार रखने वालों के लिए, वाहन साझा करके पैसा तेजी से बनाना संभव है। आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म हैं जहां आप अपनी कार साझा करने के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
यह आपको घर से कार्यस्थल तक निजी परिवहन पर लागत में कटौती करने और अतिरिक्त पैसा बनाने की अनुमति देता है।
5. अपना लैपटॉप किराए पर दें
क्या आपके पास एक अच्छा लैपटॉप है जो घर पर अप्रयुक्त पड़ा हुआ है? इसे किराए पर देकर तेजी से पैसा कमाएं। कई कंपनियां हैं जो किराए पर लैपटॉप प्रदान करती हैं।
आप इन कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं या नि: शुल्क वर्गीकृत विज्ञापन पर खुद को पोस्ट कर सकते हैं। आमतौर पर, व्यवसायिक यात्री किसी शहर की संक्षिप्त यात्राओं के दौरान लैपटॉप किराए पर लेते हैं।
6. अपना कमरा किराए पर दें
दुनिया का सबसे बड़ा आवास एग्रीगेटर, एयरबीएनबी अपने घर पर उस खाली कमरे को कम अवधि के आगंतुकों के लिए किराए पर लेकर तेजी से पैसा कमाना संभव बनाता है।
हजारों पर्यटक और व्यवसायिक आगंतुक सुरक्षा और अन्य कारणों से होटलों के बजाय घरों में रहना पसंद करते हैं। यदि आपके पास एक है तो आप Airbnb में कमरा पंजीकृत कर सकते हैं।
7. फटे / पुराने नोट खरीदें और बेचें
कभी आपने सोचा है कि पुराने, गंदे, क्षतिग्रस्त और फटे हुए नोट क्या होते हैं? उन्हें आपके बैंक द्वारा वापस ले लिया जाता है और भारतीय रिज़र्व बैंक को वापस कर दिया जाता है।
भारतीय कानूनों के तहत, RBI करेंसी नोट स्वीकार करने से इनकार नहीं कर सकता क्योंकि यह भारत सरकार की गारंटी है। आप इन पुराने, फटे, क्षतिग्रस्त नोटों को कम कीमत पर खरीद सकते हैं और अपने खाते में जमा कर सकते हैं।
आमतौर पर पुराने नोटों को अंकित मूल्य से 15 से 20 प्रतिशत कम कीमत पर खरीदा जाता है, जबकि आपको अपने बैंक खाते में जमा करने के लिए पूरी राशि मिलती है।
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8. अचार और souce बेचें
ऑर्गेनिक और होममेड अचार, सॉस, केचप और जैम के लिए एक सनक है जिसमें कृत्रिम मिठास और रसायन शामिल नहीं हैं।
आप घर के अचार, सॉस और केचप, जाम और मुरब्बा बनाकर इस बूम में भाग ले सकते हैं। आमतौर पर, ये रविवार की सुबह चर्चों में गर्म केक की तरह बिकेंगे।
9. टिफिन सर्विस
मेट्रो शहरों में रहने वालों के लिए, टिफिन सेवा शुरू करना भारत में तेजी से पैसा कमाने का सबसे सुरक्षित तरीका है। लंबे कामकाज और सामाजिक व्यस्तताओं के कारण हजारों कामकाजी महिलाएं और पुरुष खाना पकाने में असमर्थ हैं।
इसलिए, वे दोपहर और रात के खाने के लिए टिफिन सेवाओं पर निर्भर करते हैं। आप लॉन्च करने से पहले पता कर सकते हैं कि वे कितनी लोकप्रिय हैं। आपकी सेवा और स्थानीयता पर निर्भर करते हुए, आप प्रति भोजन 50 रुपये तक चार्ज कर सकते हैं।
10. ड्रॉपशीपिंग
आपने बूंदाबांदी के बारे में नहीं सुना होगा। तो यहाँ बुनियादी विवरण हैं। ड्रॉपशीपिंग का मतलब है कि आप ग्राहकों से ऑनलाइन ऑर्डर बुक करें। और dropshipping वेबसाइटों से सामान खरीद सकते हैं जैसे
बहुत कम कीमत में आपको बहुत सारे बढ़िया सामान मिलते हैं। मार्क-अप जोड़ें, उस निर्माता को भुगतान करें जो थोक दर पर बेचता है। निर्माता आपकी ओर से उत्पाद भी वितरित करेगा।
11. ब्लॉगिंग
ब्लॉगिंग ऑनलाइन पैसे कमाने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। ऐसे हजारों लोग हैं जिन्होंने ब्लॉगिंग करके बस एक बड़ा भाग्य बनाया है। निश्चित रूप से आप फिल्मों, क्रिकेट, पढ़ाई या फैशन जैसी किसी चीज के लिए भावुक हैं।
ब्लॉगर बनने के बारे में एक उत्कृष्ट गाइड पढ़ें। अपने विचार लिखें और ऑनलाइन पोस्ट करें। आप दूसरों के बीच Blogger.com और Wix.com पर मुफ्त ब्लॉग खोल सकते हैं। यदि आपके पास पैसा है, तो अपनी वेबसाइट पर जाएं और अपने लेख पोस्ट करें।
AdSense और एफिलिएट मार्केटिंग आपके ब्लॉग के साथ पैसे कमाने का सबसे अच्छा तरीका है।
12. YouTube चैनल
क्या आप PewDiePie के बारे में जानते हैं? वह दुनिया का सबसे अमीर YouTuber है, जिसकी कुल US $ 20 मिलियन नेट वर्थ है। उनका असली नाम फेलिक्स अरविद उल्फ केजेलबर्ग है और स्वीडन के नागरिक हैं। YouTube पर उनका PewDiePie चैनल सबसे अधिक सब्सक्राइब किया गया है।
कई भारतीय YouTubers हैं जो लाखों कमाते हैं। आप भी एक निशुल्क YouTube चैनल खोल सकते हैं और कुछ ट्रेंडिंग के बारे में वीडियो पोस्ट कर सकते हैं और YouTube वीडियो से पैसे कमा सकते हैं।
फिर, Google AdSense आपके वीडियो से पहले और बाद में प्रदर्शित विज्ञापनों के लिए भुगतान करता है और जब दर्शक किनारे पर बैनर पर क्लिक करते हैं।
13. हर्बल जूस बेचें
फिटनेस बग हर महिला और पुरुष, खासकर महानगरों के निवासियों को प्रभावित करता है। जॉगर्स पार्कों के बाहर हर्बल जूस बेचें जहां फिटनेस शौकीन लोग जॉगिंग के लिए जाते हैं या रोज सुबह टहलने जाते हैं।
आप नीम, लेमनग्रास, अदरक, आंवला और बहुत सारे अन्य फलों और पत्तियों को बेचने के लिए जूस बना सकते हैं। 100ml का प्रत्येक कप गर्म केक की तरह बिकता है और Rs.20 के लिए।
14. मल्टी-लेवल मार्केटिंग
भारत में तेजी से पैसा बनाने के लिए अपने सामाजिक नेटवर्क का उपयोग करें। अच्छे मल्टीलेवल मार्केटिंग (एमएलएम) कंपनी के साथ साइन-अप करें और उनके सहयोगी बनें।
यहां, आप निर्माता से सीधे पूरक पोषण, सौंदर्य उत्पाद और अन्य समान सामान खरीदेंगे। आप कंपनी की कीमत पर खरीदेंगे और मोटी मार्क-अप के साथ बेचेंगे।
15. ऑनलाइन सेवाओं के लिए भोजन वितरित करें
Box8, Swiggy, Zomato भारत में खाद्य वितरण सेवा में कुछ शीर्ष नाम हैं। ये कंपनियां ग्राहकों को भोजन की तेजी से वितरण सुनिश्चित करने के लिए फ्रीलांस और अंशकालिक डिलीवरी बॉयज किराए पर लेती हैं।
वे 10 रुपये और प्रति डिलीवरी 30 रुपये के बीच भुगतान करते हैं। अगर आपके पास मोटरसाइकिल है तो भारत में तेजी से पैसा कमाने का यह एक शानदार तरीका है। साथ ही आपको कस्टमर से टिप्स भी मिलते हैं।
16. अमेज़न आदि के लिए पार्सल वितरित करें।
भारत में ऑनलाइन खरीद तेजी से बढ़ने के साथ, अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे प्रमुख विक्रेता अक्सर ग्राहकों को समय पर डिलीवरी के साथ संघर्ष करते हैं।
आप इन कंपनियों के साथ फ्रीलांस डिलीवरी एजेंट के रूप में काम करने के लिए साइन-अप कर सकते हैं। वे आपको प्रयासों और ईंधन के लिए भुगतान करते हैं, इस पर निर्भर करता है कि आप प्रति दिन कितने प्रसव करते हैं।
17. Part time courier(अंशकालिक कूरियर) के रूप में काम करें.
भारत में छोटी कूरियर कंपनियों को भी स्थानीय साझेदारों की तलाश में ले जाया जा सकता है, जो पते पर पत्र और पार्सल की प्रक्रिया कर सकते हैं।
आम तौर पर, वे ऐसे लोगों की तलाश करते हैं जो एक दोपहिया वाहन के मालिक हों और धन कमाने ���े लिए अतिरिक्त घंटे काम करने को तैयार हों। खाली समय में अतिरिक्त पैसा कमाने का यह एक शानदार तरीका है।
18. एयरपोर्ट-होटल पिक अप सर्विस
हवाई अड्डों पर पहुंचने वाले भारतीय और विदेशी नागरिक अपने होटलों में तेजी से स्थानांतरण चाहते हैं। इसलिए, कई कंपनियां हैं जो विशेष रूप से इस सेवा की पेशकश करती हैं।
कुछ मामलों में आपको स्वयं के वाहन की आवश्यकता हो सकती है, जो आपको अधिक कमाने में मदद करता है। आप उन कंपनियों पर आवेदन कर सकते हैं जो हवाई अड्डे-होटल की पेशकश करती हैं
19. बीमा एजेंट
बीमा एजेंट बहुत पैसा बनाते हैं। वास्तव में, जीवन बीमा निगम के एजेंटों को जीवन भर की आय उन लोगों द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम के कारण मिलती है, जिन्हें उन्होंने जीवन बीमा पॉलिसी बेची थी।
एलआईसी द्वारा भुगतान किए गए प्रोत्साहन भी बहुत अधिक हैं। एलआईसी के साथ उनके एजेंट के रूप में काम करने के लिए आवेदन करें। यह एक प्रतिष्ठित काम है जो अंशकालिक आधार पर भी किया जा सकता है।
20. स्थानीय resturents के लिए crew प्रदान करें
कभी आपने सोचा है कि पड़ोस के रेस्तरां में आपका पसंदीदा, दोस्ताना वेटर इतनी जल्दी क्यों बदल जाता है? क्योंकि भारतीय रेस्तरां, बार और परमिट कमरों में बहुत अधिक दर है।
मतलब, उनके कर्मचारी छुट्टी पर जाते हैं, अक्सर बिना नोटिस दिए जब उन्हें कोई ऐसा काम मिलता है जो अधिक भुगतान करता है। यदि आप बेरोजगार व्यक्तियों को काम करने के लिए जानते हैं तो आप ऐसे रेस्तरां के लिए अस्थायी या स्थायी चालक दल प्रदान कर सकते हैं।
ये रेस्तरां आपको एक दिन का वेतन या रु। 250 से रु। 500 तक प्रति कर्मचारी आपको देंगे,
21. पैदल यात्राएं संचालित करें
थॉमस कुक, दुनिया की सबसे पुरानी और सम्मानित ट्रैवल एजेंसियों में से एक लंदन और ब्रिटेन में अन्य स्थानों पर पैदल यात्राएं आयोजित करके शुरू किया।
दशकों से, भारत घूमने वाले विदेशियों के बीच वॉकिंग टूर बहुत प्रसिद्ध हैं। आपको अपने शहर के प्रमुख स्थानों पर पैदल भ्रमण की पेशकश करने के लिए थॉमस कुक की आवश्यकता नहीं है। उन्हें स्वयं प्रस्ताव दें और फेसबुक पर विज्ञापन दें।
22. कस्टमाइज़्ड टी-शर्ट्स बेचें
व्यक्ति, परिवार और कंपनियां विभिन्न उद्देश्यों के लिए अनुकूलित टी-शर्ट चाहते हैं जैसे किसी के लिए अपने प्यार की घोषणा करना, या उत्पाद लॉन्च जैसे जन्मदिन, शादी और कॉर्पोरेट कार्यक्रम।
आप छोटे स्टोर, विशेषकर फोटोग्राफी की दुकानों के माध्यम से अनुकूलित टी-शर्ट बनाने और लोगों को बेचने की पेशकश कर सकते हैं।
23. पोशाक आभूषण बनाओ
पोशाक आभूषण बनाना एक बहुत ही लाभदायक व्यवसाय है जो आपको भारत में तेजी से पैसा बनाने में मदद कर सकता है। कारण सरल है: युवा आजकल अपने अनगिनत परिधानों के साथ जाने के लिए मोतियों और अन्य सामग्री से बने पोशाक आभूषण पसंद करते हैं।
आप इन कॉस्टयूम ज्वैलरी को अमेज�� और फ्लिपकार्ट पर दूसरों के बीच बेच सकते हैं। या आप उन्हें अपने घर से कॉलेज के छात्रों को बेच सकते हैं।
24. उबले अंडे बेचें
उबले हुए अंडे कई लोगों के पसंदीदा स्नैक्स हैं और विशेष रूप से मादक पेय के लिए संगत के रूप में। आपने बार और कार्यालय क्षेत्रों के पास उबले अंडे विक्रेताओं को देखा होगा।
स्थान के आधार पर रु। 4 और रु। 7 के बीच एकल उबले अंडे बेचने के लिए लाभ। यदि आप खुद को बेचना नहीं चाहते हैं, तो हमेशा किसी को किराए पर लेना संभव है जो जरूरतमंदों को काम देगा।
25. Part time Bartender(अंशकालिक बारटेंडर)
कॉरपोरेट और निजी पार्टियां जहां शराब परोसी जाएगी उन्हें बारटेंडर की सेवाओं की जरूरत होगी। भारत भर में कई एजेंसियां हैं जो ऐसे दलों में काम करने के लिए बारटेंडर को नियुक्त करती हैं और भेजती हैं।
यदि आप उत्कृष्ट कॉकटेल बनाने के बारे में जानते हैं, तो पेय और मिक्सर में नवीनतम रुझानों के बारे में जानें या बस पेय को मापने के लिए काम कर सकते हैं, अंशकालिक बारटेंडर के रूप में काम कर सकते हैं।
26. शादियों और पार्टियों में नौकर
कैटरिंग ठेकेदार जो शादियों, जन्मदिन समारोह, समुदाय और कॉर्पोरेट कार्यक्रमों के लिए सेवाएं प्रदान करते हैं वे अस्थायी कर्मचारियों की तलाश करते हैं जो मेहमानों और आमंत्रितों को भोजन प्रदान कर सकते हैं।
वे रु। 250 और रु। 500 प्रति पार्टी के बीच का भुगतान करते हैं, प्रत्येक तीन से चार घंटे तक चलता है। अपने क्षेत्र के किसी भी बैंक्वेटिंग हॉल से संपर्क करें और ऐसे कैटरिंग ठेकेदारों की तलाश करें, जिन्हें पार्ट टाइम सर्वर की जरूरत है।
27. पुरानी किताबें खरीदें और बेचें
अमेज़ॅन, सबसे बड़ी ऑनलाइन स्टोर प्रयुक्त पुस्तकों को खरीदने और बेचने के लिए एक छोटे व्यवसाय के रूप में शुरू हुआ। वास्तव में, स्टोर अपनी उत्पत्ति को एक विनम्र गैरेज में वापस करता है।
आप भी भारत में तेजी से पैसा कमाने के लिए पुरानी किताबें खरीद और बेच सकते हैं। इनमें स्कूली पाठ्य पुस्तकें शामिल हैं जो वर्तमान पाठ्यक्रम में हैं, पत्रिकाओं के पीछे के मुद्दे और निश्चित रूप से, कहानी की किताबें हैं।
28. Sell Your Companionship(अपने साथी को बेचो)
भारत के विदेशी पर्यटक स्थानीय यात्रा साथियों की तलाश करते हैं। वे चाहते हैं कि साथी गाइड के रूप में सेवा करें, स्थानीय संस्कृतियों और परंपराओं के बारे में जानें और विदेशी भूमि में यात्रा करते समय अकेलेपन की भावना को दूर करें।
कई ऐसी वेबसाइटें हैं, जहां लोग यात्रा साथी के लिए अपनी जरूरतों को पोस्ट करते हैं। ये पर्यटक अच्छी तरह से भुगतान करते हैं और आपको अपनी जेब से एक पैसा खर्च किए बिना नई जगहें देखने को मिलती हैं।
29. पेरोल सेवा प्रदान करें
मजदूरों, आकस्मिक कर्मचारियों और अंशकालिक श्रमिकों की मजदूरी की गणना अक्सर एक बोझिल प्रक्रिया होती है। इसलिए, ऐसे श्रमिकों की सेवा का उपयोग करने वाली मध्यम और बड़ी कंपनियां कार्य करने के लिए पेरोल सेवा को किराए पर लेती हैं।
आप प्रत्येक श्रमिक के कारण मजदूरी की गणना करके और कंपनी को निष्कर्ष प्रस्तुत करके पेरोल सेवाओं की पेशकश कर सकते हैं।
30. Amazon(अमेज़ॅन) पर बेचें
यदि आपके पास बेचने के लिए कुछ है, तो अमेज़ॅन के माध्यम से ऐसा करें। यह ऑनलाइन स्टोर भारत में सबसे ज्यादा ई-कॉमर्स रिटेलर के रूप में रैंक करता है। आप अमेज़न पर विक्रेता या विक्रेता के रूप में साइन अप कर सकते हैं और सामान बेचना शुरू कर सकते हैं।
साइन अप करने से पहले अमेज़न के भुगतान और रिटर्न पॉलिसी को पढ़ना न भूलें। अमेज़न आपके उत्पादों को भारत के भीतर और विदेशों में भी लाखों लोगों तक पहुँचाने में मदद करता है।
31. किराने का सामान खरीदना
थोक बाजार से थोक में किराने का सामान खरीदना और उन्हें बाजार दरों से सस्ती कीमतों पर बेचना भारत में तेजी से पैसा कमाने का एक बहुत ही वैध तरीका है।
यह उपभोक्ताओं को किराने के बिलों में थोड़ी बचत करने में मदद करता है, जबकि आप प्रयास के लिए उचित लाभ कमाते हैं। यह सेवा भारतीय गांवों और दूरदराज के इलाकों में लोकप्रिय है।
आप ऑनलाइन थोक दरों पर किराने का सामान खरीद सकते हैं और परिवहन खर्च को बचा सकते हैं। आपको पैकिंग सामग्री पर कुछ पैसे खर्च करने होंगे।
32. हस्तनिर्मित साबुन और प्रसाधन सामग्री
महिलाएं रसायनों और कृत्रिम सामग्रियों वाले साबुन और सौंदर्य उत्पादों का उपयोग करने के बारे में सावधान रहती हैं और हस्तनिर्मित साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों की तलाश करती हैं।
बालों की देखभाल, स्किनकेयर, शरीर और सुंदरता के लिए उन घरेलू नुस्खों और दादी के व्यंजनों का उपयोग करें और उत्कृष्ट हस्तनिर्मित साबुन और सौंदर्य प्रसाधन बनाएं। वे प्रीमियम पर बेचते हैं। आप इन उच्च मांग वाले उत्पादों को बेचने के लिए एक ऑनलाइन स्टोर भी खोल सकते हैं।
Wrap up also:-
हमारी उपरोक्त सूची आपको भारत में तेजी से पैसा बनाने में मदद करेगी। कुछ व्यवसायों और साइड गिग्स का हम उल्लेख करते हैं कि किसी भी निवेश की आवश्यकता नहीं है। दूसरों को बहुत कम निवेश की आवश्यकता होती है।
भारत में तेजी से पैसा कमाना किसी के लिए भी मूलभूत योग्यता और कुछ व्यवसायिक कौशल के लिए संभव है। आपके द्वारा किए जाने वाले धन की मात्रा उस समय पर निर्भर करती है, जिस दिन आप इस खोज पर खर्च करते हैं।
वास्तव में, लाखों भारतीय पहले से ही अपने खाली समय का उचित उपयोग करके भारत में तेजी से पैसा कमा रहे हैं। आप भी इनमें से किसी भी विचार को आजमा सकते हैं और जल्दी अमीर बन सकते हैं।
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elearnclasses · 6 years
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Input Device of Computer
Input Device of Computer
Input Device
Input Device वे Device होते है जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को Computer में Input करा सकते हैं| इनपुट डिवाइस कंप्यूटर तथा मानव के मध्य संपर्क की सुविधा प्रदान करते हैं| Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मस्तिष्क को निर्देशित करती है की वह क्या करे? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विशिष्ट उद्देश्य है टाइपिंग के लिये हमारे पास Keyboard होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं|
“Input Device वे Device है जो हमारे निर्देशों या आदेशों को Computer  के मष्तिष्क, सी.पी.यू. (C.P.U.) तक पहुचाते हैं|”
Input Device कई प्रकार के होते है जो निम्न प्रकार है –
Keyboard
Mouse
Joystick
Trackball
Light pen
Touch screen
Digital Camera
Scanner
Digitizer Tablet
Bar Code Reader
OMR
OCR
IMCR
ATM
Keyboard
की-बोर्ड कंप्यूटर का एक पेरिफेरल है जो आंशिक रूप से टाइपराइटर के की-बोर्ड की भांति होता हैं| की-बोर्ड को टेक्स्ट तथा कैरेक्टर इनपुट करने के लिये डिजाइन किया गया हैं| भौतिक रूप से, कंप्यूटर का की-बोर्ड आयताकार होता हैं| इसमें लगभग 108 Keys होती हैं| की-बोर्ड में कई प्रकार की कुंजियाँ (Keys) होती है जैसे- अक्षर (Alphabet), नंबर (Number), चिन्ह (Symbol), फंक्शन की (Function Key), एर्रो की (Arrow Key) व कुछ विशेष प्रकार की Keys भी होती हैं|
हम की-बोर्ड की संरचना के आधार पर इसकी कुंजियो को छ: भागो में बाँट सकते है-
एल्फानुमेरिक कुंजियाँ (Alphanumeric Keys)
न्यूमेरिक की-पैड (Numeric Keypad)
फंक्शन की (Function Keys)
विशिष्ट उददेशीय कुंजियाँ (Special Purpose Keys)
मॉडिफायर कुंजियाँ (Modifier Keys)
कर्सर कुंजियाँ (Curser Keys)
Alphanumeric Keys
Alphanumeric Keys की-बोर्ड के केन्द्र में स्थित होती हैं| Alphanumeric Keys में Alphabets (A-Z), Number (0-9), Symbol (@, #, $, %, ^, *, &, +, !, = ), होते हैं| इस खंड में अंको, चिन्हों, तथा वर्णमाला के अतिरिक्त चार कुंजियाँ Tab, Caps, Backspace तथा Enter कुछ विशिष्ट कार्यों के लिये होती हैं|
Numeric Keypad
न्यूमेरिक की-पैड (Numeric Keypad) में लगभग 17 कुंजियाँ होती हैं| जिनमे 0-9 तक के अंक, गणितीय ऑपरेटर (Mathematics operators) जैसे- +, -. *, / तथा Enter key होती हैं |
Function Keys
की-बोर्ड के सबसे ऊपर संभवतः ये 12 फंक्शन कुंजियाँ होती हैं| जो F1, F2……..F12 तक होती हैं| ये कुंजियाँ निर्देशों को शॉट-कट के रूप में प्रयोग करने में सहायक होती हैं| इन Keys के कार्य सॉफ्टवेयर के अनुरूप बदलते रहते हैं|
Special Purpose Keys
ये कुंजियाँ कुछ विशेष कार्यों को करने के लिये प्रयोग की जाती है| जैसे- Sleep, Power, Volume, Start, Shortcut, Esc, Tab, Insert, Home, End, Delete, इत्यादि| ये कुंजियाँ नये ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ विशेष कार्यों के अनुरूप होती हैं|
Modifier Keys
इसमें तीन कुंजियाँ होती हैं, जिनके नाम SHIFT, ALT, CTRL हैं| इनको अकेला दबाने पर कोई खास प्रयोग नहीं होता हैं, परन्तु जब अन्य किसी कुंजी के साथ इनका प्रयोग होता हैं तो ये उन कुंजियो के इनपुट को बदल देती हैं| इसलिए ये मॉडिफायर कुंजी कहलाती हैं|
Cursor Keys
ये चार प्रकार की Keys होती हैं UP, DOWN, LEFT तथा RIGHT | इनका प्रयोग कर्सर को स्क्रीन पर मूव कराने के लिए किया जाता है|
Keyboard के प्रकार
साधारण कीबोर्ड (Normal Keyboard)
तार रहित की-बोर्ड (Wireless Keyboard)
अरगानोमिक की-बोर्ड (Ergonomic Keyboard)
साधारण कीबोर्ड
साधारण कीबोर्ड वे कीबोर्ड होते हैं, जो सामान्य रूप से प्रयोग (Use) किये जाते हैं, जिसे User अपने PC में प्रयोग करता हैं | इसका आकार आयताकार होता है, इसमें लगभग 108 Keys होती हैं एवं इसे Computer से Connect करने के लिए एक Cable होती हैं जिसे CPU से जोडा  जाता हैं|
तार रहित की-बोर्ड
तार रहित की-बोर्ड (Wireless Keyboard) प्रयोक्ता (User) को की- बोर्ड में तार के प्रयोग से छुटकारा दिलाता है | कुछ कंपनियों ने तार रहित की-बोर्ड का बाजार में प्रवेश कराया है| यह की-बोर्ड सीमित दूरी तक कार्य करता है| यह तार रहित की-बोर्ड थोडा महँगा होता है तथा इसमें थोड़ी तकनीकी जटिलता होती है| इसमें तकनीकी जटिलता होने के कारण इसका प्रचलन बहुत अधिक नहीं हो पाया है|
अरगानोमि��� की-बोर्ड
बहुत सारी कंपनियों ने एक खास प्रकार के की-बोर्ड का निर्माण किया है, जो प्रयोक्ता (User) को टाइपिंग करने में दूसरे की-बोर्ड की अपेक्षा आराम देता है| ऐसे की-बोर्ड अरगानोमिक की-बोर्ड (Ergonomic Keyboard)  कहलाते है ऐसे की-बोर्ड विशेष तौर पर प्रयोक्ता (User) की कार्य क्षमता बढाने के साथ साथ लगातार टाइपिंग करने के कारण उत्पन्न होने वाले कलाई (Wrist) के दर्द को कम करने में सहायता देता है |
Mouse
वर्तमान समय में माउस सर्वाधिक प्रचलित Pointer Device है, जिसका प्रयोग चित्र या ग्राफिक्स (Graphics) बनाने के साथ साथ किसी बटन (Button) या मेन्यू (Menu) पर क्लिक करने के लिये किया जाता है | इसकी सहायता से हम की-बोर्ड का प्रयोग किये बिना अपने पी.सी. को नियंत्रित कर सकता है |
माउस में दो या तीन बटन होते है जिनकी सहायता से कंप्यूटर को निर्देश दिये जाते है| माउस को हिलाने पर स्क्रीन पर Pointer Move करता है| माउस के नीचे की ओर रबर की गेंद (Boll)  होती है| समतल सतह पर माउस को हिलाने पर यह गेंद घुमती है|
माउस के कार्य
क्लिकिंग (Clicking)
डबल क्लिकिंग (Double Clicking)
दायाँ क्लिकिंग (Right Clicking)
ड्रैगिंग (Dragging)
स्क्रोलिंग (Scrolling)
माउस के प्रकार
माउस प्रायः तीन प्रकार के होते है |
मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse)
प्रकाशीय माउस (Optical Mouse)
तार रहित माउस (Cordless Mouse)  
 Mechanical Mouse
मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse) वे माउस होते है| जिनके निचले भाग में एक रबर की गेंद लगी होती है जब माउस को सतह पर घुमाते है तो वह उस खोल के अंदर घुमती है माउस के अंदर गेंद के घूमने से उसके अंदर के सेन्सर्स (Censors) कंप्यूटर को संकेत (Signal) देते है|
Optical Mouse
प्रकाशीय माउस (Optical Mouse) एक नये प्रकार का नॉन मैकेनिकल (non-mechanical) माउस है | इसमें प्रकाश की एक पुंज (किरण) इसके नीचे की सतह से उत्सर्जित होती है जिसके परिवर्तन के आधार पर यह ऑब्जेक्ट (Object) की दूरी, तथा गति तय करता है |
Cordless Mouse
तार रहित माउस (Cordless Mouse) वे माउस है जो आपको तार के झंझट से मुक्ति देता है| यह रेडियो फ्रीक्वेंसी (Radio frequency) तकनीक की सहायता से आपके कंप्यूटर को सूचना कम्युनिकेट (Communicate) करता हैं| इसमें दो मुख्य कम्पोनेंट्स ट्रांसमीटर तथा रिसीवर होते है ट्रांसमीटर माउस में होता है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक (Electromagnetic) सिग्नल (Signal) के रूप में माउस की गति तथा इसके क्लिक किये जाने की सूचना भेजता है रिसीवर जो आपके कंप्यूटर से जुड़ा होता है उस सिग्नल को प्राप्त करता है |
Joystick
यह डिवाइस (Device) वीडियो गेम्स खेलने के काम आने वाला इनपुट डिवाइस (Input Device)  है इसका प्रयोग बच्चो द्वारा प्रायः कंप्यूटर पर खेल खेलने के लिये किया जाता है| क्योकि यह बच्चो को कंप्यूटर सिखाने का आसान तरीका है| वैसे तो कंप्यूटर के सारे खेल की-बोर्ड द्वारा खेले जा सकते है परन्तु कुछ खेल तेज गति से खेले जाते है उन खेलो में बच्चे अपने आप को सुबिधाजनक महसूस नहीं करते है इसलिए जॉयस्टिक का प्रयोग किया जाता है |
Trackball
ट्रैक बोंल एक Pointing input Device है| जो माउस (Mouse) की तरह ही कार्य करती है | इसमें एक उभरी हुई गेंद होती है तथा कुछ बटन होते है| सामान्यतः पकड़ते समय गेंद पर आपका अंगूठा होता है तथा आपकी उंगलियों उसके बटन पर होती है| स्क्रीन पर पॉइंटर (Pointer) को घुमाने के लिये अंगूठा से उस गेंद को घुमाते है ट्रैकबोंल (Trackball) को माउस की तरह घुमाने की आवश्यकता नहीं होती इसलिये यह अपेक्षाकृत कम जगह घेरता है | इसका प्रयोग Laptop, Mobile तथा Remold में किया जाता हैं |
Light Pen
लाइट पेन (Light Pen) का प्रयोग कंप्यूटर स्क्रीन पर कोई चित्र या ग्राफिक्स बनाने में किया जाता है लाइट पेन में एक प्रकाश संवेदनशील कलम की तरह एक युक्ति होती है| अतः लाइट पेन का प्रयोग ऑब्जेक्ट के चयन के लिये होता है| लाइट पेन की सहायता से बनाया गया कोई भी ग्राफिक्स कंप्यूटर पर संग्रहित किया जा सकता है तथा आवश्यकतानुसार इसमें सुधार किया जा सकता है |
Touch Screen
टच स्क्रीन (Touch Screen) एक Input Device है| इसमें एक प्रकार की Display होती है| जिसकी सहायता से User किसी Pointing Device की वजह अपनी अंगुलियों को स्थित कर स्क्रीन पर मेन्यू या किसी ऑब्जेक्ट का चयन करता है| किसी User को कंप्यूटर की बहुत अधिक जानकारी न हो तो भी इसे सरलता से प्रयोग किया जा सकता है | टच स्क्रीन (Touch Screen) का प्रयोग आजकल रेलवेस्टेशन, एअरपोर्ट, अस्पताल, शो��िंग मॉल, ए.टी.ऍम. इत्यादि में होने लगा है |
Bar code reader
बार-कोड रीडर (Bar code reader) का प्रयोग Product के ऊपर छपे हुए बार कोड को पढ़ने के लिये किया जाता है किसी Product के ऊपर जो Bar Code बार-कोड रीडर (Bar code reader) के द्वारा उत्पाद की कीमत तथा उससे सम्बंधित दूसरी सूचनाओ को प्राप्त किया जा सकता हैं|
Scanner
स्केनर (Scanner) एक Input Device है ये कंप्यूटर में किसी Page पर बनी आकृति या लिखित सूचना को सीधे Computer में Input करता है इसका मुख्य लाभ यह है कि User को सूचना टाइप नहीं करनी पड़ती हैं|
OMR
ओ.एम.आर. (OMR) या ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader) एक ऐसा डिवाइस है जो किसी कागज पर पेन्सिल या पेन के चिन्ह की उपस्थिति और अनुपस्थिति को जांचता है इसमें चिन्हित कागज पर प्रकाश डाला जाता है और परावर्तित प्रकाश को जांचा जाता है| जहाँ चिन्ह उपस्थित होगा कागज के उस भाग से परावर्तित प्रकाश की तीव्रता कम होगी | ओ.एम.आर. (OMR) किसी परीक्षा की उत्तरपुस्तिका को जाँचने के लिये प्रयोग की जाती है| इन परीक्षाओं के प्रश्नपत्र में वैकल्पिक प्रश्न होते हैं |
OCR
ऑप्टिकल कैरेक्टर रेकोग्निशन (Optical Character Recognition) अथवा ओ.सी.आर.(OCR) एक ऐसी तकनीक है | जिसका प्रयोग किसी विशेष प्रकार के चिन्ह, अक्षर, या नंबर को पढ़ने के लिये किया जाता है इन कैरेक्टर को प्रकाश स्त्रोत के द्वारा पढ़ा जा सकता हैं| ओ.सी.आर (OCR) उपकरण टाइपराइटर से छपे हुए कैरेक्टर्स, कैश रजिस्टर के कैरक्टर और क्रेडिट कार्ड के कैरेक्टर को पढ़ लेता हैं| ओ.सी.आर (OCR) के फॉण्ट कंप्यूटर में संग्रहित रहते है | जिन्हें ओ.सी.आर. (OCR) स्टैंडर्ड कहते हैं|
ATM
स्वचालित मुद्रा यंत्र या ए.टी.एम. (Automatic Teller Machine) ऐसा यंत्र है जो हमे प्रायः बैंक में, शॉपिंग मौल में, रेलवे स्टेशन पर, हवाई अड्डों पर, बस स्टैंड पर, तथा अन्य महत्वपूर्ण बाजारों तथा सार्वजनिक स्थानों पर मिल जाता हैं| ए.टी.एम. की सहायता से आप पैसे जमा भी कर सकते है, निकाल भी सकते है, और बैलेंस भी चेक कर सकते है| ए.टी.एम. की सुबिधा 24 घंटे उपलब्ध रहती है|
MICR
मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकोग्निशन (Magnetic Ink Character Recognition) व्यापक रूप से बैंकिंग में प्रयोग होता है, जहाँ लोगो को चेकों की बड़ी संख्या के साथ काम करना होता हैं| इसे संक्षेप में एम.आई.सी.आर.(MICR) कहाँ जाता हैं| एम.आई.सी.आर (MICR) का प्रयोग चुम्बकीय स्याही (Megnatic Ink) से छपे कैरेक्टर को पढ़ने के लिये किया जाता हैं| यह मशीन तेज व स्वचलित होतीहैं साथ ही इसमें गलतियां होने के अवसर बिल्कुल न के बराबर होते हैं|
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parichaytimes · 3 years
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
नवंबर 15, 2021, 06:40 अपराह्न ISTस्रोत: TOI.in प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन देश का पहला विश्व स्तरीय मॉडल स्टेशन है, जिसमें प्रमुख हवाई अड्डों पर सभी सुविधाएं देखी जाती हैं। यह एक निजी उद्यम द्वारा बनाया गया था और सार्वजनिक-निजी सहयोग के हिस्से के रूप में विकसित किया गया था। रेलवे स्टेशन का नाम…
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jayveer18330 · 7 years
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ड्रोन : तीसरी आँख , कितनी ख़तरनाक ?
ड्रोन: आसमान में आंख, कितनी ख़तरनाक?
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा का कहना है कि अगले एक-दो महीने में मानवरहित विमानों या ड्रोन के संबंध में नियम-क़ायदे तैयार कर लिए जाएंगे. उनका कहना है कि "उचित प्रतिबंधों के साथ ये 'बेस्ट इन क्लास' होंगे".
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में जयंत सिन्हा ने बताया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने ड्रोन खरीदने, चलाने और इसे बेचने या नष्ट करने के संबंध में मसौदा दस्तावेज पिछले महीने जारी किया था और इस पर लोगों से राय मांगी गई थी.
उन्होंने कहा कि जो सुझाव मिलेंगे, उन्हें शामिल करने के बाद ड्रोन विनियम अगले 30 से 60 दिनों में तैयार हो जाने चाहिए.
मौजूदा वक्त में हवाई जहाज़ खरीदने या इस्तेमाल करने से जुड़े नियमों में ड्रोन शामिल नहीं हैं. अक्तूबर 2014 में डीजीसीए ने आम नागरिकों के ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
ख़तरनाक हथियार बन सकता है ड्रोन
अमरीकी रक्षा मंत्रालय के अनुसार पेंटागन का कहना है कि यमन में मिला ये ड्रोन ईरान में बना है. फिलहाल वॉ़शिंगटन के सैन्य अड्डे में इसे लोगों के देखने के लिए रखा गया है.
साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में शोध कर रहे अजिन अब्राहम कहते हैं, "भारत ही नहीं कई अन्य देशों में आम नागरिकों को एक निश्चित ऊंचाई और कुछ ख़ास तरह के ड्रोन उड़ाने की ही इजाज़त दी जाती है. लेकिन भारत में इसे लेकर अब तक कोई नियम ही नहीं हैं, लेकिन अब इसमें लाइसेंस जारी करने की बात हो रही है."
"ड्रोन के साथ क्षमताओं की सीमाएं लगभग हैं ही नहीं. कुछ ड्रोन में आसमान से एक किलोमीटर तक के इलाके की वीडियो फ़िल्म बनाई जा सकती है या फिर लाइव स्ट्रीम भी किया जा सकता है. यहां तक कि मेमरी में भी वीडियो सेव किया जा सकता है जो इसे काफी खतरनाक भी बना सकता है."
वो कहते हैं, "साल 2015 में इंटरनेट पर एक वीडियो देखा गया था कि कैसे एक ड्रोन से गोलियां चलाई जा रही हैं. मुझे नहीं पता कि ये वीडियो सच है या नहीं या फिर मैं इसकी पुष्टि भी नहीं करता. लेकिन ऐसा हो सकता है और ऐसी आशंकाओं से इनकार नहीं किया जा सकता. ये बेहद ख़तरनाक है."
अजिन कहते हैं कि फिलहाल तो हमारी चिंता सुरक्षा को लेकर है लेकिन अगर हम ड्रोन के संबंध में अभी क़ानून नहीं लाएंगे तो भविष्य में चीज़ें काबू करने में दिक्कतें हो सकती हैं.
लकीर कहां पर खींचें?
जर्मनी की पुलिस को इस्तेमाल के लिए ड्रोन दिया गया है
साइबर सुरक्षा मामलों के जानकार विजय मुखी कहते हैं, "आज की तारीख में एक आम आदमी एक ड्रोन खरीद सकता है और इसके कई व्यवसायिक और निजी इस्तेमाल हो सकते हैं."
"सुरक्षा के लिहाज़ से देखें तो ड्रोन का इस्तेमाल दोधारी तलवार की तरह है- कई आधुनिक देशों में पुलिस ड्रोन का इस्तेमाल करती हैं. ड्रोन को 'आई इन द स्काई' कहते हैं. इसके ज़रिए आपको पता चलता है कि एक जगह पर कितने लोग हैं."
वो कहते हैं, "सुरक्षा की देखें तो इसका इस्तेमाल सही है. लेकिन जब इसका निजी इस्तेमाल होगा तो ये भी देखें कि अगर कोई बैंक चोरी में इसका इस्तेमाल करता है जो इसकी गुंजाइश रहती है वो इसके ज़रिए पुलिसकर्मियों की मौजूदगी और अपने निकल भागने के रास्ते का पता लगा सकता है "
"आज इसके बारे में कोई कानून नहीं हैं. कहीं इसका इस्तेमाल चिट्ठियां पहुंचाने के लिए किया जा सकता है तो कहीं बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुंचाने के लिए किया जा सकता है. ये सब इसके नए इस्तेमाल हैं और इसके लिए सरकार के सामने ये चुनौती है कि वो इसमें लकीर कहां पर ���ींचें."
गहरे समंदर में शार्क कहां पर है ये जानने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल होता है. इस ड्रोन के नीचे एक फ्लोटिंग पैकेट लगाया गया है ताकि पानी में गिरने पर ये डूबे नहीं.
वो कहते हैं कि इसके नियमन में दिक्कतें तो हैं, "भारत के आई एक्ट में भी किसी काम पर रोक नहीं है लेकिन करने पर सज़ा का प्रावधान है. ड्रोन का नियमन भी कुछ इसी तर्ज पर होना चाहिए."
अजिन अब्राहम कहते हैं, "ड्रोन पर शोध करने वालों के लिए ये नियम बड़ी समस्या बन सकते हैं. फिलहाल हम ड्रोन विदेश ने नहीं खरीद सकते लेकिन लोग अलग-अलग पुर्जे खरीदकर अपना शोध करते हैं."
प्रस्तावित मसौदे में क्या है?
मंत्रालय ने इसी साल नबंवर में ड्रोन नियमन से संबंधित मसौदे का प्रस्ताव पेश किया था. इस के अनुसार ड्रोन को चार श्रेणियों में रखा गया है- 250 ग्राम से कम नैनो, 250 ग्राम से ले कर 2 किलो तक माइक्रो, दो किलो से अधिक मिनी और मॉडल एयरक्राफ्ट जो दो किलो से अधिक होता है.
ड्रोन उड़ाने वाले को इसके लिए डीजीसीए एक यूनिक आइडेन्टिफिकेशन नंबर लेना होगा. ज़मीन से 50 फीट की ऊंचाई तक उड़ाए जाने वाले नैनो ड्रोन के लिए ये नंबर लेना ज़रूरी नहीं है.विमान के उड़ान क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की इजाज़त लेनी पड़ेगी. इसके लिए नज़दीकी पुलिस स्टेशन से भी जुड़े रहना होगा.राष्ट्रपति भवन के 30 किलोमीटर, अंतरराष्ट्रीय सीमा के 50 किलोमीटर और हवाई अड्डे के 5 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा. साथ ही संवेदनशील इलाके जैसे कि परमाणु स्टेशन, सैन्य अड्डों के आसपास और रणनीतिक तौर पर अहम इलाकों के आस-पास भी ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा.किसी ड्रोन से एयर ट्रैफिक में कोई रेडियो फ्रीक्वेंसी बाधित नहीं होनी चाहिए.इसे उड़ाने वाले व्यक्ति की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए और उसे प्रशिक्षिण प्राप्त होना चाहिए.डीजीसीए की इजाज़त के बिना ड्रोन को किसी को बेचा या नष्ट नहीं किया जा सकेगा.ड्रोन को सुरक्षित रखना इसके मालिक की ज़िम्मेदारी होगी. इसके खोने या चोरी हो जाने की सूरत में पुलिस और डीजीसीए को तुरंत सूचित करना होगा.
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chaitanyabharatnews · 5 years
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वायु सेना प्रमुख ने स्वीकारी गलती, कहा- अपने ही हेलिकॉप्टर को मार गिराना एक बहुत बड़ी चूक थी
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने शुक्रवार को कहा कि, पिछले एक साल में वायु सेना ने कई सफलताएं हासिल की। इसमें बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों पर एयर स्ट्राइक शामिल है। साथ ही भारत ने पाकिस्तान का एफ-16 विमान भी मार गिराया था। हालांकि, पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष के दौरान अपने ही Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर को मार गिराना हमारी बहुत बड़ी चूक थी। एयर चीफ मार्शल ने यह माना कि, वायु सेना की गलती की वजह से बडगाम हादसा हुआ था। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); बता दें 27 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में एक दुर्घटना हुई थी जिसमें भारतीय वायु सेना के 6 जवान और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी। इस दौरान एयर फोर्स चीफ ने भारत को आश्वस्त भी किया है कि भविष्य में कभी ऐसी चूक दोबारा नहीं होगी। वायुसेना की वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि, 'वायु सेना छोटे नोटिस में युद्ध लड़ने के लिए तैयार है। बडगाम हादसा हमारी गलती थी। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के जरिए हमें पता चला कि Mi 17 V5 हेलीकॉप्टर हमारी ही एक मिसाइल से टकरा गया था। इस मामले में अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।' वायुसेना प्रमुख ने बताया कि, इस मामले में दो अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। मृतकों को युद्ध हताहत माना जाएगा।
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कब हुआ था बडगाम हादसा 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया था, जिसमें 45 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद पाकिस्तान से बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी। इस एयर स्ट्राइक में वायुसेना के जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी अड्डों पर बम बरसाकर उन्हें तबाह कर दिया था। एयर फोर्स के बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान यह घटना हुई थी, जिसमें भारत का Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। ये भी पढ़े... बालाकोट में बम बरसाकर कैसे तबाह किए थे आतंकी अड्डे? वायुसेना ने जारी किया एयरस्ट्राइक का वीडियो नदी में फंसे 2 लोगों को वायुसेना ने इस तरह बचाया, धड़कनें बढ़ा देगा रेस्क्यू ऑपरेशन का यह वीडियो लापता विमान AN-32 में सवार सभी 13 यात्रियों की मौत, वायुसेना ने परिवार को दी जानकारी Read the full article
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khabaruttarakhandki · 4 years
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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील करेगा राजस्थान, आवाजाही के लिए जरूरी होगा पास
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प्रतीकात्मक तस्वीर
खास बातें
राजस्थान ने अंतर्राज्यीय सीमाएं फिर सील कीं
आने जाने के लिए लेनी होगी अनुमति
अन्य राज्यों से व्यक्तियों को बिना अनुमति पत्र के नहीं आने दिया जाए
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान (Rajasthan) ने एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील करने का फैसला किया है. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान ने अन्य राज्यों के साथ अपनी सीमाएं (Rajasthan Border Seal) बुधवार को फिर सील कर दीं. अब राजस्थान में आने व बाहर जाने के लिए प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी होगी. इस दौरान, सिर्फ पास वाले लोगों को आवाजाही की अनुमति होगी. राजस्थान की सीमा चार राज्यों पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा के साथ लगती है. 
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राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आज सुबह 123 नए COVID-19 पॉज़िटिव मरीज़ मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या 11,300 के पार हो गई है. वायरस की वजह से 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.  इससे पहले छह मई को भी राज्य सरकार ने सीमाएं सील कर दी थीं.
पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एम एल लाठर ने इस बारे में आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतर्राज्यीय आवागमन को नियंत्रित करने का फैसला किया है. इसमें संबंद्ध पुलिस आयुक्तों, रेंज महानिरीक्षकों व जिला पुलिस अधीक्षकों से कहा गया है कि पड़ोसी राज्यों से लगने वाले सड़क मार्गों व रास्तों पर तत्काल पुलिस चैक पोस्ट स्थापित की जाएं और अन्य राज्यों से व्यक्तियों को बिना अनुमति पत्र के नहीं आने दिया जाए.
इस व्यवस्था के तहत बाहरी राज्य से उसी व्यक्ति को आने दिया जाएगा जिसने अपने राज्य से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया हो. इसी तरह राज्य से बाहर जाने के लिए भी सक्षम अधिकारी से पास या अनुमति पत्र लेना होगा. इसमें कहा गया है कि सक्षम अधिकारी इलाज के लिए जाने या परिवार में किसी की मृत्यु होने जैसी आपात परिस्थितियों में ही पास जारी करें. अंतर्राज्यीय मार्गों के साथ साथ हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर भी तत्काल चैक पोस्ट स्थापित करने को गया है. फिलहाल यह व्यवस्था आगामी सात दिन के लिए की गयी है.
बता दें कि महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कोरोनावायरस लॉकडाउन में ढील ��िए जाने के बाद सभी राज्यों ने विभिन्न तरीकों से लॉकडाउन में रियायत दी है. 
वीडियो: गुजरात कांग्रेस के 26 विधायकों को राजस्थान के रिजॉर्ट में भेजा गया
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anki14542 · 4 years
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25 मई से कैलिब्रेटेड तरीके से शुरू होने वाला घरेलू नागर विमानन परिचालन | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
25 मई से कैलिब्रेटेड तरीके से शुरू होने वाला घरेलू नागर विमानन परिचालन | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
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20 मई, 2020, 06:09 PM ISTस्रोत: टाइम्स नाउ
घरेलू उड़ानें 25 मई से कैलिब्रेटेड तरीके से परिचालन शुरू कर देंगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया, “सोमवार से 25 मई 2020 तक घरेलू नागरिक उड्डयन परिचालन की सिफारिश की जाएगी। सभी हवाई अड्डों और हवाई जहाजों को सूचित किया जा रहा है। 25 मई से परिचालन के लिए तैयार। यात्री आंदोलन के लिए अलग से @MoCA_GoI द्वारा जारी किए जा…
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khabaruttarakhandki · 4 years
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PIA Crash: पहली जांच रिपोर्ट में पायलट के आखिरी फैसलों पर उठे नए सवाल
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यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या इसके पीछे पायलट की गलती थी या तकनीकी गड़बड़ी.
खास बातें
पायलट की गलती या तकनीकी गड़बड़ी?
जांच में पायलट के आखिरी फैसलों पर उठ रहे हैं सवाल
हादसे में 97 लोगों की हुई थी मौत, वहीं 2 सवार बच गए थे
कराची:
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) के प्लेन के साथ हुए हादसे की जांच की पहली रिपोर्ट में पायलट के विमान संचालन के बारे में गंभीर सवाल उठाए गए हैं. रिपोर्ट में सवाल उठे हैं कि क्या कॉकपिट में चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को जानकारी देने से रोका गया था. ‘Geo News’ की खबर के अनुसार पाकिस्तानी जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या फ्लाइट संख्या PK-8303 की दुर्घटना पायलट की गलती से हुई या किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई है. देश के सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, Airbus A-320 के इंजनों ने पायलट के विमान उतारने के पहले प्रयास में तीन बार रनवे को छुआ था जिससे एक्सपर्ट ने फ्रिक्शन यानी घर्षण दर्ज किया.
यह भी पढ़ें
‘The News International’ ने CAA के सूत्रों के हवाले से बताया कि इसके बाद पायलट ने फिर से उड़ान भरी जिससे अधिकारियों को यह काफी अजीब लगा कि कॉक���िट में चालक दल के सदस्यों ने जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ATC को ‘लैंडिंग गियर’ के संबंध में किसी समस्या के बारे में नहीं बताया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान ने लैंडिंग के पहले असफल प्रयास में जमीन को छुआ तो संभव है कि इंजन का तेल टैंक और ईंधन पंप क्षतिग्रस्त हो गए जिससे पायलट विमान को सुरक्षित नहीं कर पाया. रिपोर्ट में कहा गया है कि कई सवाल बहुत गंभीर हैं कि कॉकपिट में अलार्म सिस्टम पायलटों को अचानक आई इमरजेंसी के बारे में जानकारी देने में क्यों और कैसे विफल रहे.
PIA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरशद मलिक ने कहा कि विमान का ब्लैक बॉक्स जांच दल को सौंप दिया गया है. पीआईए के इंजीनियरिंग और रखरखाव विभाग के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त विमान की दो महीने पहले जांच की गई थी और इसने दुर्घटना से एक दिन पहले मस्कट से लाहौर के लिए उड़ान भरी थी.
PIA की फ्लाइट PK-8303 के शुक्रवार को यहां एयरपोर्ट के  पास एक घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त होने से नौ बच्चों समेत 97 लोगों की मौत हो गई थी और दो यात्री इस हादसे में चमत्कारिक ढंग से बच गए. कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार ने पांच प्रमुख हवाई अड्डों इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, पेशावर और क्वेटा से 16 मई से घरेलू उड़ानों के संचालन की अनुमति दी थी. इस विमान हादसे के बाद पीआईए ने अपनी घरेलू उड़ानों के संचालन को बंद कर दिया है.
वीडियो: PIA फ्लाइट के कॉकपिट से आखिरी पलों के ऑडियो में सुनाई दिया “मेडे, मेडे” का संकट संदेश
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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khabaruttarakhandki · 4 years
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PIA Crash: पहली जांच रिपोर्ट में पायलट के आखिरी फैसलों पर उठे नए सवाल
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यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या इसके पीछे पायलट की गलती थी या तकनीकी गड़बड़ी.
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पायलट की गलती या तकनीकी गड़बड़ी?
जांच में पायलट के आखिरी फैसलों पर उठ रहे हैं सवाल
हादसे में 97 लोगों की हुई थी मौत, वहीं 2 सवार बच गए थे
कराची:
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) के प्लेन के साथ हुए हादसे की जांच की पहली रिपोर्ट में पायलट के विमान संचालन के बारे में गंभीर सवाल उठाए गए हैं. रिपोर्ट में सवाल उठे हैं कि क्या कॉकपिट में चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को जानकारी देने से रोका गया था. ‘Geo News’ की खबर के अनुसार पाकिस्तानी जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या फ्लाइट संख्या PK-8303 की दुर्घटना पायलट की गलती से हुई या किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई है. देश के सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, Airbus A-320 के इंजनों ने पायलट के विमान उतारने के पहले प्रयास में तीन बार रनवे को छुआ था जिससे एक्सपर्ट ने फ्रिक्शन यानी घर्षण दर्ज किया.
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‘The News International’ ने CAA के सूत्रों के हवाले से बताया कि इसके बाद पायलट ने फिर से उड़ान भरी जिससे अधिकारियों को यह काफी अजीब लगा कि कॉकपिट में चालक दल के सदस्यों ने जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ATC को ‘लैंडिंग गियर’ के संबंध में किसी समस्या के बारे में नहीं बताया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान ने लैंडिंग के पहले असफल प्रयास में जमीन को छुआ तो संभव है कि इंजन का तेल टैंक और ईंधन पंप क्षतिग्रस्त हो गए जिससे पायलट विमान को सुरक्षित नहीं कर पाया. रिपोर्ट में कहा गया है कि कई सवाल बहुत गंभीर हैं कि कॉकपिट में अलार्म सिस्टम पायलटों को अचानक आई इमरजेंसी के बारे में जानकारी देने में क्यों और कैसे विफल रहे.
PIA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरशद मलिक ने कहा कि विमान का ब्लैक बॉक्स जांच दल को सौंप दिया गया है. पीआईए के इंजीनियरिंग और रखरखाव विभाग के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त विमान की दो महीने पहले जांच की गई थी और इसने दुर्घटना से एक दिन पहले मस्कट से लाहौर के लिए उड़ान भरी थी.
PIA की फ्लाइट PK-8303 के शुक्रवार को यहां एयरपोर्ट के  पास एक घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त होने से नौ बच्चों समेत 97 लोगों की मौत हो गई थी और दो यात्री इस हादसे में चमत्कारिक ढंग से बच गए. कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार ने पांच प्रमुख हवाई अड्डों इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, पेशावर और क्वेटा से 16 मई से घरेलू उड़ानों के संचालन की अनुमति दी थी. इस विमान हादसे के बाद पीआईए ने अपनी घरेलू उड़ानों के संचालन को बंद कर दिया है.
वीडियो: PIA फ्लाइट के कॉकपिट से आखिरी पलों के ऑडियो में सुनाई दिया “मेडे, मेडे” का संकट संदेश
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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khabaruttarakhandki · 4 years
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दिल्ली-मुंबई एयरपोर्ट पर पहले दिन का हाल : उड़ानें रद्द होने से परेशान मुसाफिर बोले – जानकारी नहीं दी गई
दिल्ली-मुंबई एयरपोर्ट पर पहले दिन कई उड़ानें रद्द
खास बातें
हवाई सेवा शुरू होने के पहले दिन ही कई उड़ानें रद्द
उड़ानें रद्द होने से यात्री परेशान और गुस्से में
फ्लाइट कैंसिल होने की सूचना नहीं देने की शिकायत
नई दिल्ली/ मुंबई:
कोरोनावायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) की वजह से बंद पड़ी उड़ान सेवा को दो महीने बाद आज फिर से शुरू किया गया है. देश के कई हवाई अड्डों के जरिये घरेलू उड़ान सेवा शुरू की गई है. इस दौरान, दिल्ली मुंबई और अन्य हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द होने से मुसाफिरों के बीच अफरातफरी की स्थिति बनी रही. यात्रियों की शिकायत की है कि उनकी फ्लाइटें रद्द कर दी गई है और एयरलाइंस की ओर से इसकी कोई जानकारी भी नहीं दी गई है. 
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 82 उड़ानें रद्द हुई हैं. इसमें दिल्ली आने और जाने वाली दोनों उड़ानें शामिल हैं. जिससे यात्री गुस्से में हैं. उनका दावा है कि उन्हें आखिरी तक उड़ान रद्द होने की जानकारी नहीं दी गई. कुछ ऐसा ही आलम मुंबई हवाई अड्डे पर भी देखने को मिला, जहां लोग फ्लाइट रद्द होने से परेशान रहे. 
 छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पहली उड़ान सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर पटना के लिए रवाना हुई. मुंबई एयरपोर्ट देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है. मुंबई हवाई अड्डा प्रतिदिन 50 उड़ानों का परिचालन करेगा. जिसमें से 25 आने वाली और 25 जाने वाली फ्लाइटें शामिल हैं. 
हवाई अड्डे पर सूटकेस लेकर बैठी एक महिला ने एनडीटीवी को बताया, “हमें दिल्ली जाना था. जब हम यहां आएं तो हमें बताया गया कि उड़ान रद्द हो गई है. कस्टमर केयर के एक कर्मचारी ने हमें बताया कि एक फ्लाइट है, जो आज रात में चलनी है. हो सकता है कि उसके समय में बदलाव किया गया हो, लेकिन अभी कुछ कंफर्म नहीं है.” महिला की फ्लाइट सुबह 11:05 बजे की थी.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता हवाई अड्डे का परिचालन नहीं होने से अगरतला, डिब्रूगढ़, आइजोल, सिलचर के लिए सभी  फ्लाइटें रद्द की गई हैं. 
मुंबई हवाई अड्डे पर यात्रियों की लंबी लाइन देखी गई. सुरक्षा कर्मियों के थर्मल स्क्रीनिंग और आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की वजह से यात्रियों को अंदर जाने में ज्यादा समय लग रहा है. इसी तरह का नजारा दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 में भी देखने को मिला. यहां एयरपोर्ट के अंदर जाने वालों की लंबी लाइन रही. 
वीडियो: हवाई सेवा का इस्तेमाल करने वाले यात्री नहीं होंगे क्वारंटाइन
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