निशुल्क फेक्टर वितरण के अलावा फिजियो थेरेपी कीट,इंजेक्शन लगाने का प्रशिक्षण -हीमोफिलिया सोसायटी बीकानेर
*आज दिनांक 22।9।2024 वार रविवार को हीमोफिलिया सोसायटी बीकानेर व इंटास फाउदेशान सयुक्त निर्देशन पर हीमोफिलिया निशल्क फेक्टर वितरण का कार्य क्रम अग्रवाल धर्मशाला अनूपगढ़ में किया गया।*
*निशुल्क फेक्टर वितरण के अलावा फिजियो थ्रेफी कीट,इंजेक्शन लगाने का प्रशिक्षण भी दिया गया*
*इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रवि व्यास,अतिथि डॉ मुरलीधर ,डॉ इंद्रजीत सिहं फिजियो थ्रेपिट थे*
*कार्यक्रम में इंटास कंपनी की ओर…
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Financetime.in नोवो नॉर्डिस्क इंडिया ने 100वीं वैश्विक वर्षगांठ मनाई, स्वास्थ्य समाचार, ईटी हेल्थवर्ल्ड
बैंगलोर, 16 फरवरी, 2023: भारत में नोवो नॉर्डिस्क ने कंपनी की 100वीं वर्षगांठ मनाईइ आज एक प्रमुख कार्यक्रम में अपनी वैश्विक वर्षगांठ मनाई और अपने “ड्राइविंग चेंज फॉर जेनरेशन” अभियान के माध्यम से मधुमेह, हीमोफिलिया और अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों की देखभाल करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस अवसर पर, कंपनी ने एक डिजिटल कर्मचारी आउटरीच पोर्टल लॉन्च किया, जिसे कर्मचारियों को समुदाय के…
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Jamshedpur-haemophilia-workshop- डॉक्टरों व नर्सों को मिली हीमोफिलिया की पहचान व उपचार की जानकारी, सदर अस्पताल में हीमोफिलिया पर आयोजित हुई कार्यशाला, जिला एवं जिले के बाहर से आये विशेषज्ञों ने दी विषय की जानकारी
Jamshedpur-haemophilia-workshop- डॉक्टरों व नर्सों को मिली हीमोफिलिया की पहचान व उपचार की जानकारी, सदर अस्पताल में हीमोफिलिया पर आयोजित हुई कार्यशाला, जिला एवं जिले के बाहर से आये विशेषज्ञों ने दी विषय की जानकारी
जमशेदपुर : हीमोफिलिया सोसायटी की जमशेदपुर शाखा की ओर से खासमहाल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में शनिवार को हीमोफिलिया पर कार्यशाला आयोजित हुई. इसमें बाहर से आये विशेषज्ञों ने उपस्थित चिकित्सकों और नर्सों के साथ ही विभिन्न एनजीओ के सदस्यों को हीमोफिलिया उन्मूलन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी.
कहीं चोट लगने या कट डाने पर रक्तस्राव बंद नहीं होना हीमोफिलिया बीमारी का सबसे प्रमुख लक्षण है. बीमारी…
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At $3.5 Million A Dose, This Is The World's Most Expensive Medicine
At $3.5 Million A Dose, This Is The World’s Most Expensive Medicine
जीन उपचार उनके अंतर्निहित कारणों को संबोधित करके कई विनाशकारी स्थितियों में सुधार कर सकते हैं
अमेरिकी नियामकों ने सीएसएल बेहरिंग की हीमोफिलिया बी जीन थेरेपी को मंजूरी दे दी है, यह एक एकल जलसेक है जो रोगियों को नियमित उपचार से मुक्त करता है लेकिन प्रति खुराक $3.5 मिलियन खर्च करता है, जिससे यह दुनिया की सबसे महंगी दवा बन जाती है।
CSL Behring’s Hemgenix, जिसे केवल एक बार प्रशासित किया गया, ने एक…
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अगर प्रेग्नेंट हैं आप, तो न पियें अदरक की चाय... हो सकता है घातक
अगर प्रेग्नेंट हैं आप, तो न पियें अदरक की चाय… हो सकता है घातक
अक्सर सर्दियों में लोग अदरक की मसालेदार चाय पीना भी बहुत पसंद करते हैं. अदरक की चाय आपको लाभ तो देती है लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
यह वायरल इंफेक्शन से बचाव रखता है लेकिन गर्मियों में इसका सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है.
इसका ज्यादा सेवन करने से पेट व सीने में जलन, पाचन खराब आदि की परेशानी हो सकती है. इसके अलावा भी इसके कई नुकसान है.
अदरक वाली चाय के नुकसान
अदरक की चा��…
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हीमोफिलिया: सबसे अज्ञात रक्त स्राव विकार
हीमोफिलिया: सबसे अज्ञात रक्त स्राव विकार
हीमोफिलिया क्या है? यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्तस्राव काफी लंबे समय तक होता है और यह एक जन्मजात बीमारी है जो सामान्य रूप से वंशानुगत होती है। कुछ दुर्लभ मामलों में, यह जन्म के बाद भी विकसित हो सकती है (आमतौर पर 50+ आयु के लोगों को प्रभावित करती है)। महिलाओं की तुलना में ये पुरुषों को अधिक प्रभावित करती है। हीमोफिलिया की घटनाएँ काफी कम ह। हीमोफिलिया ए इस विकार का सबसे सामान्य रूप है, जो लगभग…
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हीमोफिलिया एक शाही बीमारी क्यों है? जानिए इस बीमारी का क्वीन विक्टोरिया से क्या है कनेक्शन - पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट आज
हीमोफिलिया एक शाही बीमारी क्यों है? जानिए इस बीमारी का क्वीन विक्टोरिया से क्या है कनेक्शन – पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट आज
हीमोफीलिया का इतिहासमहारानी विक्टोरिया ग्रेट ब्रिटेन की महारानी थीं। उसने दुनिया के एक चौथाई हिस्से पर राज किया। महारानी विक्टोरिया (1837-1901) के शासनकाल के दौरान ब्रिटेन एक विश्व शक्ति के रूप में उभरा। इनके अलावा महारानी विक्टोरिया को एक और खास वजह से जाना जाता है, वह है जानलेवा बीमारी। ऐसा माना जाता है कि महारानी विक्टोरिया इस बीमारी की पहली शिकार थीं, जिसके बाद यह बीमारी शाही परिवार में आई।…
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World Haemophilia Day Shayari in Hindi विश्व हीमोफिलिया दिवस शायरी
World Haemophilia Day Shayari in Hindi विश्व हीमोफिलिया दिवस शायरी
World Haemophilia Day Shayari in Hindi
“रक्तस्राव विकार दुनिया का अंत नहीं हैं; आप अभी भी एक सामान्य जीवन जी सकते हैं ”। – अनजान
“Bleeding disorders are not the end of the world; you could still lead a normal life”. – Unknown
World Haemophilia Day Shayari
“ब्लड बैंक के साथ खून बहने की प्रतियोगिता में शामिल होने की तरह।” — रिचर्ड ब्रैनसन
“Like getting into a bleeding competition with a blood…
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Genetic Disorder - आनुवंशिक रोग ( वर्णान्धता, हीमोफिलिया, रतौंधी )
Genetic Disorder – आनुवंशिक रोग ( वर्णान्धता, हीमोफिलिया, रतौंधी )
Genetic Disorder – आनुवंशिक रोग
1. वर्णान्धता (Colour Blindness) इसके रोगी ‘लाल’ एवं ‘हरे’ रंग में भेद नहीं कर पाते हैं। यह रोग ‘X गुणसूत्र पर उपस्थित रहता है। यदि वर्णान्ध पुरुष की शादी सामान्य महिला से होती है तो उसके बच्चों में लड़की वर्णान्ध होगी तथा लड़के सामान्य। यदि वर्णान्ध Genetic Disorder – आनुवंशिक रोग महिला कसी शादी सामान्य पुरुष से होती है तो उनकी सन्तानों में आधे वर्णान्ध एवं आधे…
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Financetime.in नोवो नॉर्डिस्क इंडिया ने 100वीं वैश्विक वर्षगांठ मनाई, हेल्थ न्यूज, ईटी हेल्थवर्ल्ड
बैंगलोर, 16 फरवरी, 2023: भारत में नोवो नॉर्डिस्क ने कंपनी की 100वीं वर्षगांठ मनाईइ आज एक प्रमुख कार्यक्रम में अपनी वैश्विक वर्षगांठ मनाई और अपने “ड्राइविंग चेंज फॉर जेनरेशन” अभियान के माध्यम से मधुमेह, हीमोफिलिया और अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों की देखभाल करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस अवसर पर, कंपनी ने एक डिजिटल कर्मचारी आउटरीच पोर्टल लॉन्च किया, जिसे कर्मचारियों को समुदाय के…
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सही मायने में कहा जाए तो वैश्विक महामारी कोरोना का भी सटीक इलाज आदिवासी समुदायों के जड़ी जंतर में ही है। इस महामारी की खासियत यह है, की इसमें आधी बीमारी और आधे से ज्यादा षड्यंत्र और अंतरराष्ट्रीय मकसद छुपा हुआ है जनसंख्या वृद्धि को रोकने का और कई प्रकार के षड्यंत्र जो सैकड़ों सालों से कुछ विनाशकारी विचारकों के दिमाग में पड़ा था इसलिए इस महामारी का सटीक इलाज विज्ञान नहीं ढूंढ पा रहा है, खैर हम आज 17 अप्रैल अंतरराष्ट्रीय हिमोफीलिया के बारे में कुछ जानते हैं.... (क्योंकि कोरोना महामारी के इस षड्यंत्र के बारे में उसके खिलाफथ में बोलना प्रतिबंध है कई प्रकार के नियम अनुशासन सोशल मीडिया में प्रशासन ने लगा दिया गया है अगर मैं इसके बारे में खुलकर बोलूंगा तो कोई ना कोई मेरा वैचारिक दुश्मन इसका फायदा उठा लेगा इसलिए मैं अभी चुप हूं।) किसी भी बीमारी के लक्षण मात्र बताने से आदिवासी समुदाय के जो बुजुर्ग हैं जड़ी जंतर के बारे में जानते हैं किसी बीमारी का सटीक इलाज और दवाई बता देते हैं आज भी आधुनिकता के समय मैंने ऐसे कई बड़ी बड़ी बीमारियों का इलाज करवाते हुए शहर के लोगों को गांव में आते देखा है जो बड़े-बड़े नाम चंद हॉस्पिटल से वापस लौट कर गांव में आकर जोड़ी जंतर के बारे में जानने वाले से आने बुजुर्ग से जड़ी-बूटी लेते हैं कुछ चंद परहेज करने के बाद आराम भी मुफ्त में लग जाता है अधिकतर आदिवासी समुदाय के सामने किसी भी बीमारी का जो इलाज होता है जड़ी होती है, उससे ठीक होने के बाद, उसकी कीमत कभी नहीं लेते, बुजुर्गों का कहना है कि "बीमारी से लाचार मजबूर व्यक्ति की उसकी लाचारी और मजबूरी का नाजायज फायदा हम नहीं उठाते" ठीक होने के पश्चात "सिरना"(नारियल,खारक, रार, धूप) भर बीमारी से ठीक हुआ व्यक्ति दवाई खेजड़ी देने वाले से आने के पास रखता है जिससे कि वह इस बीमारी का जो इलाज है जो भी गुरु ने बताया है उसको याद करके धन्यवाद देता है आगे अपने जो भी इलाज सीखने वाले शिष्य है उन तक पहुंचा था.... पैतृक रक्तस्राव या हीमोफिलिया (Haemophilia) एक आनुवांशिक (hereditary) विकार है जो आमतौर पर पुरुषों को होती है और औरतों द्वारा फैलती (transmit) होती है। XlinkRecessive.jpg हीमोफीलिया आनुवंशिक रोग है जिसमें शरीर के बाहर बहता हुआ रक्त जमता नहीं है। इसके कारण चोट या दुर्घटना में यह जानलेवा साबित होती है क्योंकि रक्त का बहना जल्द ही बंद नहीं होता। विशेषज्ञों के अनुसार इस रोग का कारण एक रक्त प्रोटीन की कमी होती है, जिसे 'क्लॉटिंग फैक्टर' कहा जाता है। इस फैक्टर की विशेषता यह है कि यह बहते हुए रक्त के थक् (at India) https://www.instagram.com/p/CNv3bmGhrql/?igshid=oz5cmcnl2m05
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सही मायने में कहा जाए तो वैश्विक महामारी कोरोना का भी सटीक इलाज आदिवासी समुदायों के जड़ी जंतर में ही है। इस महामारी की खासियत यह है, की इसमें आधी बीमारी और आधे से ज्यादा षड्यंत्र और अंतरराष्ट्रीय मकसद छुपा हुआ है जनसंख्या वृद्धि को रोकने का और कई प्रकार के षड्यंत्र जो सैकड़ों सालों से कुछ विनाशकारी विचारकों के दिमाग में पड़ा था इसलिए इस महामारी का सटीक इलाज विज्ञान नहीं ढूंढ पा रहा है, खैर हम आज 17 अप्रैल अंतरराष्ट्रीय हिमोफीलिया के बारे में कुछ जानते हैं.... (क्योंकि कोरोना महामारी के इस षड्यंत्र के बारे में उसके खिलाफथ में बोलना प्रतिबंध है कई प्रकार के नियम अनुशासन सोशल मीडिया में प्रशासन ने लगा दिया गया है अगर मैं इसके बारे में खुलकर बोलूंगा तो कोई ना कोई मेरा वैचारिक दुश्मन इसका फायदा उठा लेगा इसलिए मैं अभी चुप हूं।) किसी भी बीमारी के लक्षण मात्र बताने से आदिवासी समुदाय के जो बुजुर्ग हैं जड़ी जंतर के बारे में जानते हैं किसी बीमारी का सटीक इलाज और दवाई बता देते हैं आज भी आधुनिकता के समय मैंने ऐसे कई बड़ी बड़ी बीमारियों का इलाज करवाते हुए शहर के लोगों को गांव में आते देखा है जो बड़े-बड़े नाम चंद हॉस्पिटल से वापस लौट कर गांव में आकर जोड़ी जंतर के बारे में जानने वाले से आने बुजुर्ग से जड़ी-बूटी लेते हैं कुछ चंद परहेज करने के बाद आराम भी मुफ्त में लग जाता है अधिकतर आदिवासी समुदाय के सामने किसी भी बीमारी का जो इलाज होता है जड़ी होती है, उससे ठीक होने के बाद, उसकी कीमत कभी नहीं लेते, बुजुर्गों का कहना है कि "बीमारी से लाचार मजबूर व्यक्ति की उसकी लाचारी और मजबूरी का नाजायज फायदा हम नहीं उठाते" ठीक होने के पश्चात "सिरना"(नारियल,खारक, रार, धूप) भर बीमारी से ठीक हुआ व्यक्ति दवाई खेजड़ी देने वाले से आने के पास रखता है जिससे कि वह इस बीमारी का जो इलाज है जो भी गुरु ने बताया है उसको याद करके धन्यवाद देता है आगे अपने जो भी इलाज सीखने वाले शिष्य है उन तक पहुंचा था.... पैतृक रक्तस्राव या हीमोफिलिया (Haemophilia) एक आनुवांशिक (hereditary) विकार है जो आमतौर पर पुरुषों को होती है और औरतों द्वारा फैलती (transmit) होती है। XlinkRecessive.jpg हीमोफीलिया आनुवंशिक रोग है जिसमें शरीर के बाहर बहता हुआ रक्त जमता नहीं है। इसके कारण चोट या दुर्घटना में यह जानलेवा साबित होती है क्योंकि रक्त का बहना जल्द ही बंद नहीं होता। विशेषज्ञों के अनुसार इस रोग का कारण एक रक्त प्रोटीन की कमी होती है, जिसे 'क्लॉटिंग फैक्टर' कहा जाता है। इस फैक्टर की विशेषता यह है कि यह बहते हुए रक्त के थक् (at India) https://www.instagram.com/p/CNv29o_hCEZ/?igshid=1jfviq0uyn35r
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COVID-19 महामारी के कारण उपचार तक पहुंचने में हीमोफिलिया के रोगियों को कठिन समय का सामना करना पड़ता है https://tinyurl.com/y3kbjbqe #covid19 #उपचर #क #कठन #करण #करन #तक #पडत #पहचन #म #महमर #रगय #समन #समय #ह #हमफलय
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नमस्ते। अवगत कराते हुए प्रसन्नता है कि *श्रीमती डाक्टर पामेला नारायण जी,* एवं *श्री विकास गोयल जी* , 02 जून, 2020, मंगलवार को सक्षम सेवा पेज पर समय अपराह्न 5:00 बजे विशेष वार्ता के साथ सजीव प्रसारण की शोभा बढ़ाएंगे। विषय:- " *हीमोफिलिया के लक्षण एवं चिकित्सा पद्धति* "- श्रीमती डाक्टर पामेला नारायण जी एवं " **माता पिता की प्रशासक एवं एडवोकेसी के रूप में भूमिका तथा चुनौतियां"* श्री विकास गोयल द्वारा *श्रीमती डाक्टर पामेला नारायण जी* (फिजियथैरेपिस्ट) ने क्रिसश्चियन चिकित्सा महाविद्यालय वेल्लूर से 1991 में स्नातक तथा विज्ञान परास्नातक (फिजियोथेरेपी) ईस्ट लंदन विश्ववद्यालय यू के से 1997 में पूर्ण की। आप स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर " हीमोफीलिया में फिजियोथेरेपी की भूमिका" को लेकर जागरूक करने हेतु कटिबद्ध है। आप "डबल्यू एफ एच" की "एम एस के" समिति में ∆बड़े सदस्य: 2008-2010 ∆ सचिव : 2010-2014 ∆कार्यकारिणी सदस्य: एच एफ आई (वर्तमान में)। ∆सदस्य : चिकित्सा सलाहकार परिषद(2014 से) *श्री विकास गोयल जी* पूर्व उपाध्यक्ष एवं वर्तमान अध्यक्ष: भारतीय हीमोफीलिया संघ ( 4 वर्ष से अब तक) आपने " हीमोफिलिया सोसायटी" " बैंगलोर शाखा" को सक्रिय और सुदृढ़ करने में महती भूमिका निभाई है।आपने "एच एफ आई" और "नेशनल हेल्थ मिशन" के बीच केंद्र एवं राज्य स्तर पर उच्च कोटि के सम्बन्ध बनाया जिससे "हीमोफीलिया की चिकित्सा बजट" बढ़ा। आप हीमोफिलिया के क्षेत्र में 1999 से चिंता कर रहे है । आप 1998 में जन्मे हीमोफिलिया से ग्रसित बच्चे के पिता के रूप में रूप में सन 2010 तक रहे। ऐसे सुयोग्य विद्वत द्व्य दिनांक 02 जून 2020 दिन मंगलवार को अपराह्न 5.00 बजे मार्मिक मार्गदर्शन करके सशक्त करेंगे। अतः दिनांक 02जून,2020, दिन मंगलवार, को अपराह्न 5.00 बजे, 👇लिंक पर http://www.facebook.com/sakshamseva.org/ जुड़ने हेतु सादर आमन्त्रित है। निवेदक प्रचार विभाग सम दृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल" "सक्षम" सक्षम भारत! समर्थ भारत!! https://www.instagram.com/p/CA6-DAHjKql/?igshid=d71q0yovfk0x
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पीएमसीएच में थैलेसीमिया, हीमोफिलिया, सिकल सेल एनिमिया से पीड़ित बच्चों के लिए डे केयर सेंटर की सुविधा रविवार से बहाल हो गई है। इसका उद्घाटन राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने किया। इन बीमारियों से पीड़ित बच्चों को अब इलाज, जांच अादि के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
शिशु रोग विभाग में रजिस्ट्रेशन के बाद इसी सेंटर में इलाज होगा। बच्चे खून या फैक्टर चढ़वाकर उसी दिन घर लौट सकते हैं। गाइनी विभाग की पांचवीं मंजिल पर सेंटर बनाया गया है। राज्य के अन्य अस्पतालों के चिकित्सकों के लिए यह ट्रेनिंग सेंटर के रूप में भी कार्य करेगा। इसे राज्य स्वास्थ्य समिति और एडवांस ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन रिसर्च फाउंडेशन द्वारा तैयार किया गया है। यहां गर्भवती महिलाओं की भी थैलेसीमिया की जांच कराई जाएगी जिससे पता चले सके कि गर्भ में पलने वाला बच्चा ग्रसित है या नहीं। राज्य का यह पहला डे केयर सेंटर है। यहां बच्चों के खेलने की भी व्यवस्था की गई है।
चार और शहरों में होगी स्थापना
कार्यपालक निदेशक ने कहा कि इसी वित्तीय वर्ष में मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया और गया में भी इस तरह के केंद्र स्थापित किए जाएंगे। शिशु विभाग के हेड डॉ. एके जायसवाल ने कहा कि विश्व में थैलेसीमिया और हीमोफिलिया के मरीज सबसे अधिक भारत में हैं। इस दोनों बीमारी के लक्षणों के बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है। ये दोनों बीमारी अनुवांशिक होती हैं। इसलिए गर्भधारण के पहले माता-पिता को अपने संपूर्ण ब्लड प्रोफाइल की जांच करा लेनी चाहिए। मौके पर प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी, अधीक्षक डॉ. विमल कारक मौजूद थे।
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कार्यपालक निदेशक ने कहा कि इसी वित्तीय वर्ष में मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया और गया में भी इस तरह के केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
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हीमोफिलिया, सिकल सेल एनेमिया और थैलेसेमिया के मरीजों के लिए डे केयर सेंटर का हुआ पीएमसीएच में उद्घाटन
-कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति ने किया शुभारम्भ
-विश्व रक्तदान दिवस पर रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन
-कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख़ास ध्यान
पटना:राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को जनमानस तक हर स्तर पर पहुँचाने को प्रयासरत है. इसी क्रम में हीमोफिलिया, सिकल सेल एनीमिया और थैलेसेमिया के मरीजों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने हेतु रविवार को पी.एम.सी.एच…
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