आखिर बर्बरीक से इतना क्यों डरते थे श्रीकृष्ण। Lord Krishna। Barbarik। Mahabharat
महाभारत/Mahabharat का युद्ध शुरू होने को था। देशभर के योद्धा या तो कौरवों के साथ थे या फिर पांडवों के, इसी बीच महाबली भीम के पौत्र बर्बरीक भी कुरुक्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे।
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महाभारत युद्ध में श्री कृष्ण ने शस्त्र क्यों नहीं उठाये ? #mahabharatkatha
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तो इस कारण द्रोपदी के हुए पांच Husband, व���ह आपको हैरान कर देगी
हिन्दू धर्म में बहुत से पुराणों व ग्रंथों की रचना की गई है यदि हम इन पुराणों का गहराई से अध्ययन करें तो इनके पात्र से सम्बंधित कई रहस्यों को जान सकते है ऐसा ही एक रहस्य महाभारत के पात्र द्रोपदी का है. जो पांच पांडवों की पत्नी होने के बाद भी पवित्र थी. तो आइये जानते है द्रोपदी के पांच पति होने का कारण क्या था क्यों इन्हें पांच पतियों की पत्नी कहा जाता है.
कथा के अनुसार राजा
According to legend, the king
कथा के अनुसार राजा द्रुपद ने कौरवों व गुरु द्रोणाचार्य के सम्पूर्ण कुल का नाश करने के
उद्देश्य से एक यज्ञ का आयोजन किया जिससे की उन्हें एक पुत्र की प्राप्ति हो जो कौरवों व
गुरु द्रोणाचार्य के कुल का विनाश कर सके. यज्ञ प्रारंभ होने पर राजा द्रुपद ने यज्ञ में आहुति
देना प्रारंभ किया जिससे उस अग्नि कुंड से एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम धृष्टधुम्र रखा गया.
पुत्र उत्पन्न होने के बाद राजा यज्ञ बेदी से उठ गए. तब हवन कर रहे ऋषियों ने उन्हें एक पुत्री की
प्राप्ति के लिए यज्ञ में और आहुति देने को कहा किन्तु राजा को पुत्री नहीं चाहिए थी
इस कारण से उन्होंने आहुति देने से मन कर दिया.
पांच पुरुषों से हुआ विवाह
Married to five men
इसे अग्नि देव ने अपना अपमान समझा और राजा के समक्ष ज्वाला के रूप में राजा के मार्ग को अवरुद्ध किया जिससे राजा आहुति देने के लिए विवश हो गए आहुति देने के बाद राजा ने अग्निदेव से एक ऐसी पुत्री की कामना की जो जीवन भर दुःख उठाने के बाद भी मजबूती से उनका सामना करे, जिसके साथ सदा ही अन्याय होता रहे पर वह लोगों के समक्ष न्याय की मिसाल बने, वह हमेशा पवित्र हो किन्तु समाज उसे अपवित्र समझे, उसका विवाह पांच पुरुषों से हो पर फिर भी वह पतिव्रता मानी जाए.
इसलिए कहलायी द्रोपदी
So called Draupadi
राजा द्रुपद की इच्छा को पूर्ण करते हुए अग्निकुंड से एक युवती उत्पन्न हुई जिसका वर्ण शाम रंग था जिसके कारण उसका नाम कृष्णा रखा गया तथा बाद में इसी युवती को द्रौपदी के नाम से जाना जाने लगा. इस कथा के अनुसार द्रौपदी के पांच पति होने का कारण उनके पिता का क्रोध माना जाता है.
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