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vdesign-factory · 4 years
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#farmersprotest #farmerprotest #farmersprotestdelhi #farmersprotestdelhi2020 #supportfarmersprotest #farmersprotestchallenge #farmerprotestchallenge #protestfarmers #farmerprotestsindia #isupportfarmersprotest #farmersprotestindia #farmersprotestlive #supportfarmersprotest🚜 #farmersprotests #farmerprotests #farmersprotest2020 #farmerprotest2020 #farmersprotestinpunjab #farmersprotestingonfarmersday #farmerprotestdelhi #farmerprotests2020 #farmersprotest2021 #farmersprotestindelhi #farmersprotestinindia #protestfarmers🙏🙏 #farmerprotest2021 #farmersprotestchallange #indianfarmersprotests #farmerprotestdelhi2020 #farmerprotestindia https://www.instagram.com/p/CK-VIGjlps8/?igshid=s3v7lm8ddp6t
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bibliophile4u · 4 years
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labhheera13 · 4 years
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bharat bandh: किसान प्रकृति और राजनीति का खिलौना
bharat bandh: किसान प्रकृति और राजनीति का खिलौना bharat bandh farmers meeting bharat bandh kisan meeting किसानों द्वारा बुलाया गया भारत बंद सफल माना जाए या असफल, कुल मिलाकर किसान अपनी बात कहने ज़रूर सफल होते दिख रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह के शाह के साथ 13 किसान नेताओं की वार्ता हुई है। छठे दौर की वार्ता की भी चर्चा है। लेकिन इस सबके अलावा भी कई सवाल हैं जिन पर prime time news with azad khalid में आईए करते हैं बात। #bharat_bandh #farmers_meeting #kisanprotest #kisan_protest #primetime #prime_time #primetimenews #prime_time_news #prime_time_news_with_azad_khalid #primetimenewswithazadkhalid
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roserjnaturelove · 4 years
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Save farmers..   Save índia backbone..🇮🇳🙏🕊     Support farmers..#protestfarmers  #Farmers
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vdesign-factory · 4 years
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#kissanekta#kissanektazindabad#farmersmarkets##farmersprotest #farmerprotest #farmersprotestdelhi #farmersprotestdelhi2020 #supportfarmersprotest #farmersprotestchallenge #farmerprotestchallenge #protestfarmers #farmerprotestsindia #isupportfarmersprotest #farmersprotestindia #farmersprotestlive #supportfarmersprotest https://www.instagram.com/p/CK-UkBklrzQ/?igshid=11bodt7r1s0dc
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kisan protest: क्या राजनीतिक दलों को किसानों की ज़रूरत नहीं संभल के एक सरकारी अस्पताल में एक लड़की के शव को कुत्तों द्वारा नोचे जाने का विडियो सामने आ रहा है। इस मामले में सीएमओ जांच की बात कह रही हैं। prime time news with azad khalid में इसी तरह के कुछ मुद्दों पर आज आपसे करने के लिए हाज़िर है आपका मेज़बान azad khalid. किसान आंदोलन उग्र होने लगा है। पंजाब और हरियाणा के बाद किसान आंदोलनकारी दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने उनको रोकने और क़ाबू करने के लिए पानी की बौछार की है। इसके अलावा और भी मुद्दों पर आइए करते हैं बात। #kisanprotest #farmers_protest #farmers_bill #azadkhalid #news_with_azad_khalid #newswithazadkhalid
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farmers protest: रीया की गिरफ्तारी से लोग हैरान-भाड़ जाए किसान! https://youtu.be/ul8cQaUTLX4 #farmersprotest #haryanafarmersprotest #farmersprotestinharyana #haryanafarmers #kurukshetra #azadkhalid #newsithazadkhalid पता नहीं आजकल ये अफवाह कौन फैला रहा है कि कुछ लड़कियां जिनका कोई बॉय फ्रेंड है वो इस बात को लेकर परेशान हैं कि कहीं उनका दोस्त ड्रग्स तो नहीं लेता....जिसके चलते कहीं ऐसा न हो कि वो सुशांत की तरह कुछ कर बैठे और पुलिस उनके साथ भी रीया की तरह कुछ न करने लग जाए....खैर छोड़िये इस तरह की अफवाहों पर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। ये सब हाईप्रोफाइल सोसाइटी या फिर रील लाइफ की बातें हैं रीयल लाइफ में मामला कुछ और ही है। असल जीवन में बेरोजगार सोसाइट करने के बजाए, माता पिता या घरवालों या वाली की डांट खाकर नौकरी या रोजगार की तलाश में चप्पलें घिस मारते हैं। तो हम बात कर रहे थे। आज के हालात की।  कौन कहता है कि हमारा मेन स्ट्रीम मीडिया काम नहीं करता है। कौन कहता है कि हमारा मेन स्ट्रीम मीडिया के खोजी ...पत्रकारों की सूंघने की शक्ति कम हो गई है। आज मैं ऐसे लोगों को बताना चाहता हूं कि जो खबरे हमारे मेन स्ट्रीम मीडिया ने हाल ही में दिखाईं है। उससे इतना तो साफ हो गया है कि हमारे मीडिया की तेज़ तर्रार नज़रों से कुछ भी नहीं बच सकता है। बस शर्त ये है उस समय उसकी आंखें खुली हों। दरअसल इन दिनों कुछ लोग मेन स्ट्रीम मीडिया को लेकर भी काफी नाराज दिखते हैं। कुछ लोग तो सीधा सवाल पूछते हैं कि सबसे तेज़ और सबसे सटीक और सही खबरों को पेश करने का दावा करने वाले ये चैनल पुलवामा अटैक और दर्जनो भारतीय सैनिकों की मौत पर कोई विस्तृत रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं चला पाए। साथ ही इतनी सुरक्षा के बावजूद कुंटलों आरडीएक्स कैसे वहां तक पहुंचा। तो जनाब हर खबर को आपके लिए पेश करने का इस पर कोई दबाव या ज़िम्मेदारी नहीं है। ये निजी चैनल हैं इनमें दिखाई जाने वाली खबरों पर जनता को ज्यादा दिमाग देने की जरूरत नहीं है। उधर कुछ लोग हैं कि कभी पुछते हैं कि खोजी मीडिया ये क्यों नहीं बताता कि विशुद्ध रूप से विदेशी बीमारी कोरोना के कुछ सौ केस आने पर उसकी रोकथाम के लिए तालाबंदी यानि लॉकडॉउन कर स्कूल, कालिज, लाइब्रेरी, मॉल, ट्रेन, मैट्रो, बस, स्कूटर, कार, शादी, पूजा, नमाज, कीर्तन तक बंद करने के दौरान विदेशों से आने वाले लाखों यात्रियों के लिए एयरपोर्ट, वंदे भारत योजना सहित देशी विदेशों से आने वाले लाखों लोगों को एयरपोर्ट और वहां से अस्पताल लेजाकर आइसोलेट क्यों नहीं किया गया। इतना ही नहीं कुछ लोग तो मीडिया को मानों अंतर्यामी समझते हैं। पूछते हैं कि ताली बजाने, थाली बजाने और 9 बजकर 9 मिनट पर दीये जलाने से कोरोना कितना रुका। अगर रुका है तो देशभर लगभग 80 लाख के करीब संक्रमित और लगभग 80 हजार मरने वाले लोग कैसे हो गये। और अगर ताली न बजाई जाती , न थाली बजाई जाती और न ही दीये जलाए जाते तो संक्रमण कितना फैलने की आशंका थी। उधर कुछ लोग ये भी पूछने लगते हैं कि कंगना रनावत को रातों रात वाई ग्रेड के सुरक्षा देकर महिला सुरक्षा को कीर्तिमान बनाया गया वही कीर्तिमान उन्नाव रेप पीड़िता के परिवार के मामले में भी स्थापित हुआ था कि नहीं। इस पर मेन स्ट्रीम मीडिया एक विस्तृत रिपोर्ट या बड़ी बहस कब पेश करेगा। साथ ही कर्ज में डूबे किसानों और आर्थिक तंगी से जूझने वाले लाखों लोगों की आत्महत्या के मामले पर सुशांत सिंह राजपूत की तर्ज पर हल्ला बोल कब होगा।     तो जनाब हम बात कर रहे थे कि हमारा मेन स्ट्रीम मीडिया कितना तेज़ तर्रार हो गया है। आज आपसे सिर्फ तीन खबरों पर चर्चा करूंगा। आपको खुद अंदाजा हो जाएगा कि मेन स्ट्रीम मीडिया यानि स्यंव भू नंबर वन नंबर टूं और सबसे तेज होने का दावा करने वाला ये मेन स्ट्रीम मीडिया कितना मुस्तैद है।   सबसे पहले बात करते हैं बालवुड तारिका रीया की। कल के मेन स्ट्रीम मीडिया और कुछ हफ्ते पहले तक कथिततौर पर सबसे तेज़ माने जाने वाले एक चैनल की दो खबरों के मुताबिक रीया के बारे वो राज सामने आए जिनको सुनकर आपको मान लेना चाहिए कि ये खोजी पत्रकारिता का नया कीर्तिमान हैं। खबर के मुताबिक रीया पुरुलिया के पास के किसी गांव की रहने वाली हैं। उनके दादा यहां के 12 मौजाओं के दीवान थे। उनके यहां 323 साल से दुर्गा पूजा का आयोजन होता है। उनके पूर्वज झारखंड की माइनिगं में बड़े अफसर थे। जब हमारे कभी सबसे तेज़ तर्रार रहे चैनल के रिपोर्टर ने उनके गांव के लोगों और रिश्तेदारों से बात करने की कोशिश की तो उन्होने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। लेकिन एक अंजान इलाके में पहुंचे रिपोर्टर के सूत्रों ने बताया कि ये लोग रीया की गिरफ्तारी से हैरान हैं। देखा आपने कितनी बड़ी खबर तलाश की है। हमारे मेन स्ट्रीम मीडिया के किसी जमाने के सबसे तेज़ चैनल ने । सैंकड़ो मील दूर उसके रिपोर्टर ने ये पता लगाकर पूरे देश को आगाह कर दिया है कि भले ही रीया के रिश्तेदारों ने उससे बात करने से इंकार कर दिया हो लेकिन वो रीया की गिरफ्तारी से हैरान और ���ुस्से में हैं। देखिए अब ये आपको तय करना है कि रीया के की गिरफ्तारी से उसके गांव के लोगों के हैरान होने से आप पर देश पर कितना फर्क पड़ रहा है। आपकी नौकरी स्थिति, आपके रोजगार, देश जीडीपी, सीमा पर सुरक्षा, चीन और पाकिस्तान से सीमा विवाद, शिक्षा, विकास और करप्शन की रोकथाम पर कितना फायदा पहुंचेगा ये आपको समझना होगा। लेकिन इस बिग ब्रेकिंग को आप तक पहुंचाने के लिए चैनल के मालिक ने सरकार से लाइंसेस लिया। आपने इस चैनल को देखने के लिए आपने टीवी खरीदा और केबल ऑप्रेटर को पैसे दिये। तब कहीं जाकर आप को ये चौंकाने वाली खबर मिली कि भले ही रीया के रिश्तेदारों से रिपोर्टर से बात न की हो लेकिन वो हैरान थे। इसी खबर में एक दावा और किया गया है ...में आपको खबरे के शब्द सीधे तौर पर लफ्ज ब लफ्ज पढ़ कर सुना रहा हूं....बता दें कि कोविड, कोरोना, लॉकडाउन, इन सभी को पीछे छोड़ते हुए, देश के लोगों की निगाहें अब इस बात पर हैं कि सुशांत राजपूत की आत्महत्या के पीछे कौन है. दोष की उंगली कई लोगों पर जा रही हैं मगर कोई भी पुख्ता सबूत ना होने की वजह से सीबीआई को जांच में दिक्कतें आ रही हैं. बंगाली अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को एनसीबी ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. ...तो आपको अब यकीन आ ही गया होगा कि हमारे मेन स्ट्रीम मीडिया को हमारी सोच तक का कितना अंदाजा है। कोरोना से मरने वालों की तादाद 80 हजार होने वाली है 80-85 लाख लोग संक्रमित है। हर रोज किसी न किसी घर से किसे के पिता, किसी का बेटा किसी का भाई, किसी की बहन उससे बिछड़ रहे हैं। लेकिन कभी सबसे तेज़ का दम भरने वाला एक मेन स्ट्रीम मीडिया हाउस कह रहा है कि देश की जनता कोवि़ड, लाकडॉउन, स्कूल बंद होने, शराब की दुकाने खुलने मैट्रो, रेल और यातायात बंद होने की खबरो को छोड़कर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की गुत्थी के बारे में ही सोच रही है। अब आपको इससे भी ज्यादा खोजी पत्रकारिता चाहिए तो प्लीज कमेंट करके बताइए। इसी तरह से एक राज और सामने या है। रीया के घर सुशांत के लिए ड्रग्स पहुंचाने के लिए कोरियर के पैकेट में घर के सामान के साथ ड्रग्स भी भेजी गई। अरे जनाब पहली बात तो ये है कि मामले में एफआईआर दर्ज है आरोपी जेल मे है और जांच जारी है चार्जशीट अभी दाखिल नहीं हुई है। तो फिलहाल जांच में इसी तरह के और भी राज सामने आएंगे। लेकिन तमाम सबूतो और जांच के पहलुओं पर चार्जशीट के बाद कोर्ट गवाहों के से क्रास एग्जामिनेशन के बाद फैसला सुनाएगी। जिसमें कितना समय लगेगा कोई नहीं कह सकता। फिलहाल रीया जमानत के लिए कोशिश करेगी। इस खबर से रीया के अलावा देश और देश की 138 करोड़ की जनता का सीधे तौर पर कितना लेना देना है ये आप खुद ही तय करें। अब हम बात करते हैं तीसरी खबर की। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों का प्रदर्शन हुआ। हजारों लोग सड़को पर आ गये। पुलिस को लाठी चलानी पड़ी। कहते हैं वो किसी अध्यादेश का विरोध कर रहे थे। अगर किसी बात का हजारों लोग विरोध कर रहे थे। और वो पुलिस से टकराने को तैयार थे तो क्या हमारे मेन स्ट्रीम मीडिया को देश को ये नहीं बताना चाहिए कि आखिर मामला क्या है। लेकिन कुछ अखबारों और एक दो चैनल पर खबर के अलावा किसी भी खोजी पत्रकार की खबर आपने देखी हो तो हमको भी बताइए। दिल्ली से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया तक रीया के रिश्तेदारों की हैरानी को सूत्रों से जानने वाले चैनल को कुछ सौ किलोमीटर दूर हरियाणा के हजारों किसानों के सड़क प्रदर्शन पर भी उनकी हैरान से देश को आगाह किया जा सकता था। क्योंकि इन्ही किसानों को अपनी सुविधानुसार अक्सर कुछ लोग अन्न दाता भी कहते हैं। आज फिलहाल इतना ही।    
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