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#rajivbajaj
mayovi · 4 years
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बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर Rajiv Bajaj ने कहा कि हमें चीन के साथ व्यापार जारी रखना चाहिए। बजाज ने यह भी कहा कि जहां भी वे प्रतिस्पर्धात्मक रूप से उपलब्ध हैं, वहां से माल मंगवा लेना चाहिए। Rajiv Bajaj, managing director of Bajaj Auto, said that we should continue to do trade with China. Bajaj also said that goods should be sourced from wherever they are available competitively. #indiachina #indiachinafaceoff #indiachinatrade #indiachinaborder #bajajauto #bajajautoindia #rajivbajaj #automobile #automobileindustry #tradewithme #tradewar #businessnews #mayovi (at India) https://www.instagram.com/p/CLzU-8dn1yi/?igshid=j9w8vuads5nl
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mukhtarahmed · 4 years
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जहर फैलाने वालों को एड नहीं देने का #RajivBajaj का फैसला, कहा- ‘नहीं चाहता मेरे बच्चों को नफरत वाला भारत मिले’ https://t.co/bwzfjsQUYS https://www.instagram.com/p/CGUVtn5HzaI/?igshid=resjmog9n3q1
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gujarati9-blog · 4 years
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टीआरपी का फर्जी कारोबार चलाने वाले तीनों चैनलों पर कंपनियों ने लिया अब एक्शन, बजाज ऑटो ने बंद किया एडवर्टाइजिंग Hindi NewsBusinessRepublic TV, TRP Rating Scam Update: Industrialist Rajiv Bajaj Blacklisted Three Channels For Advertising मुंबई29 मिनट पहले
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vilaspatelvlogs · 4 years
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टीआरपी का फर्जी कारोबार चलाने वाले तीनों चैनलों पर कंपनियों ने लिया अब एक्शन, बजाज ऑटो ने बंद किया एडवर्टाइजिंग Hindi News Business Republic TV, TRP Rating Scam Update: Industrialist Rajiv Bajaj Blacklisted Three Channels For Advertising…
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chaitanyabharatnews · 4 years
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राहुल गांधी से बातचीत के दौरान उद्योगपति बजाज ने की मोदी सरकार की कड़ी आलोचना, राहुल ने भी दिया साथ
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चैतन्य भारत न्यूज जाने-माने उद्योगपति और बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत के उठाए कदमों की तीखी आलोचना की है। गुरुवार को राजीव बजाज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ लॉकडाउन और कोरोना के मुद्दे पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। राजीव बजाज ने कहा कि, 'दुनिया के कई देशों में मेरे रिश्तेदार और दोस्त हैं और वहां भी लॉकडाउन हुआ लेकिन ऐसा कहीं नहीं था। वह बाहर घूमने जा सकते थे। सामाजिक और भावनात्मक पहलुओं के संदर्भ में वे लोग बेहतर परिस्थिति में थे।' बजाज ने कहा, 'कोरोना सनसनी इसलिए बना, क्योंकि विकसित देशों के अमीर इससे प्रभावित हैं। लोग कह रहे हैं कि टीबी, निमोनिया और डायरिया जैसी बीमारियों से भारत में लाखों बच्चों की मौत होती है, लेकिन कोरोना ने विकसित देशों को सीधे प्रभावित किया है।' उन्होंने आगे कहा कि, 'जब अमीर और मशहूर लोगों पर असर पड़ता है तो ये हमेशा हेडलाइन बनती है। कोरोना की शुरुआत में किसी ने कहा था कि अफ्रीका में हर दिन 8 हजार बच्चे भूख से मरते हैं, लेकिन कौन परवाह करता है?' बजाज का कहना है कि, 'दूसरे देशों के मुकाबले भारत में लॉकडाउन का तरीका बहुत सख्त था। ऐसा मैंने किसी देश के बारे में नहीं सुना। दुनियाभर में मेरे दोस्त घरों से निकलने को फ्री थे। एक पुलिस अफसर से मेरी चर्चा में ये जिक्र हुआ कि भारत में हेलमेट नहीं पहनने के 99.9% मामलों में कोई कार्रवाई नहीं होती, लेकिन लॉकडाउन में कोई ताजा हवा लेने के लिए बिना मास्क पहने निकला तो उसे डंडे मारे गए। हमने इटली, फ्रांस, यूके को फॉलो किया, लेकिन वे बेंचमार्क नहीं हैं। उन देशों की जन्मजात बीमारियों, तापमान, जनसंख्या और भौगोलिक परिस्थितियां अलग हैं। कोई भी ये बताने को तैयार नहीं था कि कितने लोग खतरे में हैं? नारायण मूर्ति जी हमेशा कहते हैं कि जब संदेह हो तो खुलासा करना चाहिए। मुझे लगता है कि हमारे यहां खुलासा, तर्क और सच्चाई के मामले में कमी रह गई है।' राजीव बजाज ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए भारत ने पूरब के बजाय पश्चिमी देशों की ओर देखा जबकि उनकी भौगोलिक स्थिति, जन्मजात प्रतिरोधक क्षमता, तापमान वगैरह बिल्कुल अलग हैं। भारत ने पश्चिम की नकल की। हमने सख्त लॉकडाउन को लागू करने की कोशिश की लेकिन उसे सही से लागू नहीं कर पाए। लेकिन इससे अर्थव्यवस्था को खत्म कर दिया। कोरोना के कर्व के बजाय जीडीपी के कर्व को फ्लैट कर दिया। राहुल ने कहा कि, 'नाकाम लॉकडाउन के बाद केंद्र सरकार ने अपने पैर पीछे खींच लिए। कठोर लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है। यह काफी अजीब है। मुझे नहीं लगता कि किसी ने कल्पना की थी कि दुनिया को इस तरह से बंद कर दिया जाएगा। मुझे नहीं लगता कि विश्व युद्ध के दौरान भी दुनिया बंद थी। तब भी चीजें खुली थीं। यह एक अनोखी और विनाशकारी घटना है।' ये भी पढ़े... राजीव बजाज ने लॉकडाउन पर उठाए सवाल, कहा- लॉकडाउन किसी स्वास्थ्य समस्या का समाधान नहीं, इससे भारत कमजोर हो रहा राहुल का मोदी सरकार पर हमला- हिन्दुस्तान ऐसा देश है जो कोरोना के मामले बढ़ते वक्त लॉकडाउन बंद कर रहा है सरकार पर बरसे राहुल गांधी- आरक्षण खत्म करना BJP-RSS की रणनीति, हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे Read the full article
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drujjwalpatni · 5 years
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डूबता Bajaj से सफल Pulsar की कहानी | राजीव बजाज, होमिओपेथी, योग का संबंध
In this Video Dr. Ujjwal Patni brings light on the strategies incorporated by Bajaj to transform itself from sinking ship to speed sailing ship.
#DrUjjwalPatni in this video discusses how Mr.  #RajivBajaj entered the Volatile and highly Competitive #BikeMarket in #India.
Mr. Rajiv with his Grit Determination and #Strategies not only brought the #Company back but also became #Leaders in the #Industry
Mr. Rajiv’s #Amazing #Transformation of #Hamara#Bajaj to a #Premium #Brand
Dr. Patni Speaks about:
1.      #Success despite #Failures
2.      #Acceptance of #Change
3.      #Walk #Ahead of #Time
4.      Becoming #Leaders instead of #Followers
There is a lot more that will most #Definitely #Help the #Entrepreneurs,  #Business #Owners, #MSME’s and #SME’s
To #Know more please watch the full video for #Clarity and if you find it beneficial then do #Like, #Share & #Subscribe Ujjwal Patni YouTube channel.
Please leave your #Comments below and continue fulfilling your #Binge. For more such #Informative Videos keep visiting #UjjwalPatni #Channel.
About the trainer: International Trainer and Motivational Author Dr. Ujjwal Patni is one of the finest motivational trainers in India who has led 3 Guinness World Records and is been listed in "Top 10 Indian Thinkers - 2014" by MTC Global. His 7 books have been published in 14 languages and are available in 28 countries. He has conducted more than 1500 motivational seminars in 100 cities in India and other international cities. He is followed by more than 1 million readers and audiences throughout the globe via different platforms. He has won 15 prestigious awards.
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chaitanyabharatnews · 4 years
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राजीव बजाज ने लॉकडाउन पर उठाए सवाल, कहा- लॉकडाउन किसी स्वास्थ्य समस्या का समाधान नहीं, इससे भारत कमजोर हो रहा
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. बजाज ऑटो लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज (Rajiv Bajaj) ने देश में चल रहे लॉक डाउन पर सवाल उठाया है। उन्होंने देश में लॉक डाउन को मनमाना करार दिया है, और कहा है कि इस पर पूर्णविचार की आवश्यकता है। राजीव बजाज ने कहा है कि भारत बहुत मजबूत होने के बावजूद कोरोना वायरस महामारी में लगाए गए लॉक डाउन के कारण कमजोर बनता जा रहा है। राजीव बजाज ने कहा कि, 'लॉकडाउन किसी भी स्वास्थ्य समस्या का लंबी अवधि तक के लिए समाधान नहीं है। यह बेमतलब का है और इससे किसी आर्थिक संकट का भी समाधान नहीं होने वाला है।' मंगलवार को उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि, 'लॉकडाउन की यह रणनीति समाधान के बदले समस्याओं की तलाश करने जैसी है। मैं इस ��ात से सहमति नहीं रखता कि सभी भारतीय अनपढ़, अज्ञानी और अनुशासनहीन का समूह है। जिसे एक मवेशी चरवाहे की जरूरत है। आगे की स्थिति अभी से साफ तौर पर दिख रही है, अगर कोई वायरस दोबारा से देश में लौटता है तो क्या फिर से पूरे देश में लॉक डाउन किया जाएगा।' उन्होंने लिखा, 'देश में लगभग सभी कंपनियों के प्रॉफिट आधे हो गए हैं, जो कर्ज से मुक्त हैं। सौभाग्य से बजाज ऑटो अभी तक अपेक्षाकृत लचिली स्थिति में है और मेकर ने डिलरों, आपूर्तिकर्ताओं और कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि यह फेस लॉक डाउन को 14 अप्रैल तक इन्हें प्रभावित करने की अनुमति देगा।' हालांकि, राजीव बजाज ने सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) की सरकार से मांगों को भी खारिज कर दिया। बता दें हाल ही में सियाम ने सरकार से मांग की थी कि ऑटो सेक्टर को जीएसटी दरों में राहत दी जाए और कंपनियों को परिचालन पूंजी उपलब्ध कराई जाए। लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार समस्याओं का तार्किक समाधान खोजेगी। बजाज ने कहा, 'लॉकडाउन किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए लंबी अवधि का समाधान नहीं है। युवाओं और स्वस्थ लोगों को वापस नौकरी पर जाना ही होगा। पहले ही बहुत छंटनी हो चुकी है। लेकिन सरकार ऐसा दिखा रही है जैसे कि न छंटनी हुई हो और न किसी की सैलरी में कटौती की गई हो।' बजाज ने यह भी बताया कि, परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए उनकी कंपनी ने अनुसंधान एवं विकास आरएंडडी को छोड़कर अन्य सभी तरह के खर्च को लगभग बंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि, 'हमारा तिमाही मार्केटिंग बजट करीब 200 करोड़ रुपये का हुआ करता था, जो इस वक्त लगभग शुन्य है। निवेश की सारी योजनाएं लगभग एक वर्ष के लिए स्थगित हैं। हाल ही बजाज कंपनी ने कहा था कि, वह लॉकडाउन की अवधि के लिए कर्मचारियों के वेतन में कटौती करेगी। कंपनी का कहना था कि, उनके कर्मचारी मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए अपनी इच्छा से घटी हुई सैलरी लेने को तैयार हैं। साथ ही बजाज कंपनी का तर्क था कि, 'सरकार को सप्लाई, निर्यात और डीलरशिप जैसे मोर्चों पर काम तत्काल शुरू करने देना चाहिए और उसके बाद सभी जरूरी सावधानियों के साथ उत्पादन संबंधी गतिविधियां शुरू करने की जिम्मेदारी कारोबारियों पर छोड़ देनी चाहिए।'   Read the full article
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