Tumgik
#sau saal pahle
सौ साल पहले हमें तुमपे नाज़ था … आज भी है और कल भी रहेगा !!!
शंकर जी (जयकिशन जी) को उनके जन्मशताब्दी वर्ष पर इन शब्द सुमनों द्वारा विनम्र अभिवादन ! ‘दो भटकते राही – ‘शंकर – जयकिशन’, बंबई मेंआ मिले मंज़िल पर – चंद्रवदन भट ऑफीस, मायानगरी बंबई,दो दिलों की कश्ती आ लगी साहिल पर – ‘पृथ्वी थिएटर्स’,मुस्कुराते जागे एक संग दो मुक़द्दर’ – राज साहब की फ़िल्म ‘बरसात’ में स्वतंत्र संगीत निर्देशन का मौका … फिर … ‘२१ अप्रेल १९४९’ को बंबई के सिनेमा घरों की ओर जानेवाली…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
tiny-pteranodon · 1 year
Text
so apparently theres people who dont believe in female orgasms, like they think it doesnt happen at all, women are just lying
i mean ik people have bonkers opinions but didnt know such things were still up for debate
10 notes · View notes