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writersbook-blog1 · 6 years
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. INTRO बचपन की खुशियां जिस पिटारे में बंद है अब मिलती नही उस पिटारे की चाबी, लगता है जैसे बरसो बीत गए देखे, मेरे चेहरे की मुस्कान जो थी खिलखिलाती। खो चुके है हम अब वो बचपन की यांदे समेटे पिटारे, बचपन की याद में तो मैं लिखना चाहू बहोत सी किताबे, लेकिन जब याद आती है बचपन की तो बहा देता है आंसू बहोत सारे, COUPLETS, (1) एक बचपन का वक़्त था बीता, वो ज़िन्दगी का पल था कितना मीठा, याद आती है जब दादी-नानी की कविता, तो याद आता है कि वो बचपन हमारा क्यो बीता ? (2) जहाँ खुशियां थी सस्ती और थी सपनो की बस्ती, हम सबके दिल मे खनकती वो भोलेपन सी मस्ती, आंखों में थी ज्योति और तन-बदन में तंदरुस्ती, बचपन की खुशियां ही थी हम सब की सृष्टि, (3) बचपन मे था शक्तिमान, जिसने किया सबका कल्याण, अब तो फिक्र होती है, कंही हो न जाये अपना अपमान, (4) जब चोट लग जाती थी, तो माँ बोलती की चींटी कांटी, अब तो चींटी की कहानी भी, फिर से सुनने में नही आती, POETRY जब छोटे थे तो शैतानियां बहोत करते थे, कभी माँ से रूठ जाते तो कभी पापा संग खेलते थे, बाजार घुमाने की ज़िद लिए, दादी का हाथ पडकते थे, तो कभी दादा जी के साथ सोते ,और साथ ही खाना खाते थे, कभी दीदी की डांट लगवाते तो कभी भैया को पिटवाते थे झूठी-मूठी बातो से मम्मी की सहानुभूति पाते थे, (थोड़े बड़े हुए तो किताबो से रिश्ता जुड़ गया), कभी ज़ोर ज़ोर से पढ़ते तो कभी पड़ने से ज़ी चुराते थे, लेकिन पापा के घर आते ही चुप चाप पढ़ने बैठ जाते थे, बचपन के तो दोस्त भी बड़े शरारती हुआ करते थे, कभी टॉफ़ी छीन ले जाते, तो कभी टीचर से डांट लगवाते थे, जिसका बल्ला उसकी बैटिंग , ऐसे रूल्स बनाते थे, दिन भर धूप में खेल कर भी, थकान महसूस नही करते थे, जैसे पंछी थे हम उन्मुक्त गगन के कभी हार नही मानते थे, अगले दिन फिर से खाना खाकर दोस्तो संग खेलने निकल जाते थे, अब लगता है जैसे बचपन की खुशियां किसी पिटारे में कैद है, अब लगता है उस पिटारे को खोलना भी एक जद्दोजहद है। बचपन की खुशियां जिस पिटारे में बंद है अब मिलती नही उस पिटारे की चाबी, लगता है जैसे बरसो बीत गए देखे, मेरे चेहरे की मुस्कान जो थी खिलखिलाती। . ❤️❤️❤️❤️❤️ ❤️❤️❤️❤️❤️ . . _________________________________ Written By :- @_writersbook_ _________________________________ Follow. :- @_writersbook_ Admin :- @aka.jaysharma Facebook :- Jay Sharma _________________________________ DM Compliments or Complaints _________________________________ Like 👍 Comment 🗨️ Share ➡️ _________________________________ Happy Reading . ❤️❤️❤️❤️❤️ (at Ajmer City, Rajasthan, India) https://www.instagram.com/p/Bq9HijthDjE/?utm_source=ig_tumblr_share&igshid=ab8dxrb6tnso
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