*Watch Factful Debates YouTube*रामचरित मानस के अनुसार मोक्ष द्वादश अक्षर मंत्र (प्रथम नाम), सतनाम और सारनाम के जाप से संभव है। जिसकी सम्पूर्ण जानकारी जानने के लिए Factful Debates Youtube Channel पर देखिए वीडियो असली रामायण सार।
संत रामपाल जी महाराज, सर्वसुख व पूर्णमोक्ष दायक शास्त्रानुकूल भक्ति साधना (धार्मिक अनुष्ठान) करवाते हैं, जिसके करने से साधक पितर, भूत नहीं बनता अपितु पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है तथा जो पूर्वज गलत साधना करके पित्तर भूत बने हैं, उनका भी छुटकारा हो जाता है।*#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि*
इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।#परमात्मा_दुखीको_सुखी_करताहै
*Sant RampalJi Dowry Free Mission*जीव हत्या महापाप!संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाएँ हमें यह सिखाती हैं कि विवाह पवित्र बंधन है और इसमें किसी प्रकार की लेन-देन की कोई आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। उनके शिष्य, इन शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए दहेज मुक्त शादियों के माध्यम से समाज सुधार का अनूठा उदाहरण पेश कर रहे हैं।
संत रामपाल जी म���ाराज की शिक्षाएँ हमें यह सिखाती हैं कि विवाह पवित्र बंधन है और इसमें किसी प्रकार की लेन-देन की कोई आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। उनके शिष्य, इन शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए दहेज मुक्त शादियों के माध्यम से समाज सुधार का अनूठा उदाहरण पेश कर रहे हैं।*#दहेज_लालची_के_मत_ब्याहो_बेटी*
संत रामपाल जी महाराज के सान्निध्य में सतलोक आश्रम, खमाणों (पंजाब) में 4 जोड़ों की दहेज मुक्त शादियाँ; गुरुवाणी द्वारा केवल 17 मिनट में संपन्न की गईं। ये शादियाँ संत रामपाल जी की शिक्षाओं पर आधारित थीं, जो कि समाज में बिना दहेज के विवाह की प्रेरणा देती हैं।