Text
Matsogi-Do Association Kaithal

2 notes
·
View notes
Photo

उनका मानना था कि यदि व्यक्ति अपनी कला के चरम पर है तो उसे अन्य किसी भी चीज की आवश्कता नहीं है। अपनी कला के चरम पर पहुंचने के लिए हमे गैर जरूरी चीजों को हटाना होगा। ली का कहना था कि यदि हम सच में अपने आप पर विश्वास करते हैं तो हम कभी दूसरों की कॉपी नहीं करेंगे। लोग दूसरों के जैसा बनने की कोशिश करते हैं, इसलिए उनके द्वारा किये गए काम भी अलग नहीं लगते। सिर्फ बातंे करने में मत लगे रहो, काम में जुटने में विश्वास रखो। ली यहां यह कहना चाह रहे हैं कि हमें बातचीत में समय जाया न करते हुए अपने लक्ष्य को पाने के काम पर जुट जाना चाहिए। ली का कहना था कि सफलता की राह में असफलता तो आएगी ही, लेकिन बुरा तो तब है जब हम असफलता के डर से सफलता की राह पर चलना ही छोड दें। छोटे लक्ष्य बनाना एक अपराध के समान है। बडा लक्ष्य पाने में भी असफल हुए तो भी यह शान की बात है। जब बु्रस ली ने एशियन, अमेरिकन, अफ्रिकन सभी को बिना किसी भेदभाव के सिखाना शुरू किया तो नस्लीय भेदभाव करने वाले चायनीज को यह अच्छा नहीं लगा। ब्रुस ली चीनी मार्शल-आर्ट के छुपे हुए रहस्य बताने वाले पहले अध्यापक बने। इसी वजह से कुछ चाइनीज मास्टर उनसे नाराज रहने लगे और उन्हें ऐसा न करने की धमकी देने लगे। उन्होंने कहा कि यदि तुम यह सब करना बंद नहीं करते तो तुम्हे हमारे बेस्ट फाइटर से लडना होगा। यदि तुम हार जाते हो तो तुम्हे यह सब सिखाना बंद करना होगा। यदि वे ब्रुस ली के बारे में सच में जानते तो कभी ऐसा नहीं करते। ब्रुस ली ने झट से चैलेज को स्वीकार कर लिया। जिसके बाद फाइट हुई। यह फाइट सिर्फ तीन मिनट चली। इसके बाद ली को किसी ने चैलेंज नहीं किया और वह बिना किसी रूकावट के अपना मार्शल-आर्ट स्कूल चलाते रहे। ली का ऐसा मानना था कि फाइट करने की कोई एक शैली नहीं हो सकती, यह भी जीवन की तरह बदलती रहती है, यह उस पानी की तरह है जो कि बहता रहता है। ली का कहना कि आपकी जिंदगी ही आपका सबसे बडा टीचर है। जिंदगी से बेहतर आपको कोई सिखा नहीं सकता। https://www.instagram.com/p/CKb8STzgLIg/?igshid=1f1465f65fxmm
1 note
·
View note
Photo

ब्रूस ली फादर ऑफ मिक्स मार्शल आर्ट Part-1 (Bruce Lee Father of Mixed Martial Arts) शानदार अभिनेता एवं जबरदस्त मार्शल आर्टिस्ट News Health First (डॉ.विक्रांत कुमार) : ब्रूस ली का जन्म 27 नवम्बर 1940 को हुआ था। मार्शल-आर्ट लवर इस दिन को एक त्यौहार के रूप में मनाते हैं और अपने आर्दश ब्रूस ली को याद करते हैं ओर उनके दिखाए रास्ते पर चलने का प्रण करते हैं। ब्रूस ली को फादर ऑफ मिक्स मार्शल-आर्ट भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने कई मार्शल-आर्ट कलाओं को मिक्स कर एक नई लडने की कला इजाद की, जिसे उन्होंने जीत कुंन-डो नाम दिया। जिसे आज मिक्स मार्शल-आर्ट भी कहा भी जाता है। ब्रूस ली के जैसा मार्शल आर्टिस्ट आजतक पैदा नहीं हुआ। ब्रूस ली मार्शल-आर्ट के बादशाह होने के साथ-साथ हॉलीवुड के बहुत बडे सुपर स्टार थे और उन्होंने अपने समय में कई सुपरहिट फिल्में भी दी। उन्होंने अपने छोटे से जीवन में इतनी अधिक सफलता प्राप्त की कि वह आज भी हर युवा के आर्दश बने हुए हैं। उनके निजी पुस्कालय में हजार से ज्यादा पुस्तकें थी। यह वह दौर था, जब ली आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे थे। ब्रूस ली की किक इतनी तेज थी कि फिल्माने के बाद उस सीन में ही कीक की स्पीड को कम किया जाता था, यह सब इसलिए किया जाता था कि फिल्म में ऐसा न लगे कि वह नकली एक्शन कर रहे हैं। ब्रूस ली बिजली की गति से अपने हाथ पैरों को मूव किया करते थे, यह किसी भी आम व्यक्ति के बस से बाहर की बात थी। ब्रूस ली अपने से तीन फुट की दूरी पर खडे इंसान को 0.05 सकेंट में किक या पंच मारकर धराशायी कर सकते थे। ब्रूस नाम उन्हें अस्पताल की एक नर्स ने दिया था। ब्रूस ली को बचपन से ही फिल्मों में काम मिलना शुरू हो गया था। जब ली 16 साल के थे, तब उनके शहर में लगातार नये गैंग पनप रहे थे, उन्हें दुबला पतला होने के कारण गुंडे परेशान किया करते थे। ब्रूस ली किसी से डरते नहीं थे, लेकिन उन्हें स्टरीट फाइट में कई बार हार का सामना करना पडा, जिसके बाद उनकी मां ने उन्हें मार्शल आर्ट सीखकर आत्म रक्षा करने की सलाह दी। https://www.instagram.com/p/CKb6FRig3W0/?igshid=tnfun4cesge3
0 notes
Photo

Salute Matsogi Do Federation JKD Fight Club of India #jkdfightclubofindia https://www.instagram.com/p/CJ06bgNAwn1/?igshid=vv7pvob0mt2g
0 notes
Photo

JKD Fight Club of India #jkdfightclubofindia https://www.instagram.com/p/CJqeV9EgfTt/?igshid=1mf9xqk8rcv50
0 notes