गरीब, ऐसा राम अगाध है, अपरंपार अथाह। उरमें किरतम ख्याल है, मौले अलख अल्लाह।।
अलख अल्लाह परमेश्वर अपरमपार अथाह यानि समन्दर की तरह अमित शक्ति संपन्न है। तत्त्वज्ञान के अभाव से प्रत्येक ऋषि-देव अपने हृदय में कृत्रिम (मल कलपत) ख्याल से मौला (परमात्मा) को अलख अल्लाह (निराकार-दिखाई न देने वाला) मानते हैं।
संत रामपाल जी महाराज
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