Don't wanna be here? Send us removal request.
Text
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा –गुलज़ार
1 note
·
View note
Text
इस जाहां में सबको सब कुछ नहीं मिलता
नदी की हर लहर को साहिल नहीं मिलता
��े दिलवालों की दुनिया भी अजीब है दोस्त
किसी से दिल नहीं मिलता तो कोई दिल से नहीं मिलता
– credits due
0 notes