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"यह फागुनी हवा
मेरे दर्द की दवा ले के आई
कारी कोयलिया!
अग-जग अंगड़ाई लेकर जागा
भागा भय-भरम का भूत
दूत नूतन युग का आया
गाता गीत नित्य नया
यह फागुनी हवा...!"
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रभावशाली साहित्यकार, समाज सेवी एवं प्रसिद्ध साहित्य ‘मैला-आँचल’के लेखक व पद्मश्री से सम्मानित फणीश्वरनाथ रेणु जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि ।
#PhanishwarNathRenu
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
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"यह फागुनी हवा
मेरे दर्द की दवा ले के आई
कारी कोयलिया!
अग-जग अंगड़ाई लेकर जागा
भागा भय-भरम का भूत
दूत नूतन युग का आया
गाता गीत नित्य नया
यह फागुनी हवा...!"
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रभावशाली साहित्यकार, समाज सेवी एवं प्रसिद्ध साहित्य ‘मैला-आँचल’के लेखक व पद्मश्री से सम्मानित फणीश्वरनाथ रेणु जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि ।
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"यह फागुनी हवा
मेरे दर्द की दवा ले के आई
कारी कोयलिया!
अग-जग अंगड़ाई लेकर जागा
भागा भय-भरम का भूत
दूत नूतन युग का आया
गाता गीत नित्य नया
यह फागुनी हवा...!"
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रभावशाली साहित्यकार, समाज सेवी एवं प्रसिद्ध साहित्य ‘मैला-आँचल’के लेखक व पद्मश्री से सम्मानित फणीश्वरनाथ रेणु जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि ।
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"यह फागुनी हवा
मेरे दर्द की दवा ले के आई
कारी कोयलिया!
अग-जग अंगड़ाई लेकर जागा
भागा भय-भरम का भूत
दूत नूतन युग का आया
गाता गीत नित्य नया
यह फागुनी हवा...!"
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रभावशाली साहित्यकार, समाज सेवी एवं प्रसिद्ध साहित्य ‘मैला-आँचल’के लेखक व पद्मश्री से सम्मानित फणीश्वरनाथ रेणु जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि ।
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अरे सख्या, मी तर तुझ्यावर फक्त प्रेम करते
तुझी उमीद तुझी प्रतीक्षा करतेअरे सख्या, मी तर तुझ्यावर फक्त प्रेम करते
अग सखये, मी पण तुझ्यावर माझी जान कुर्बान करतोअरे सख्या, मी तर तुझ्यावर फक्त प्रेम करते
स्वप्ने नेत्रात आता येत नाहीतआता पापण्यात तू सामील आहेसहर क्षणी साथ साथ, तू राहत आहेसमनाच्या दुनियेत घर केले आहेस
तुझ्या हर वचनावर विश्वास करतेअरे सख्या, मी तर तुझ्यावर फक्त प्रेम करते
मला ज्याचा होता, तो शोध आहेस तूसुगंध श्वासाचा,मनाची…
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Sawan 2024: सावन में पाना चाहते हैं भोलेनाथ की कृपा, तो जरूर करें इन मंदिरों के दर्शनSawan 2024: सावन का पवित्र महीना हर आषाढ़ पूर्णिमा के बाद शुरू हो जाता है। इस पूरे महीने में भक्त भोलेनाथ की पूजा करते हैं। मान्यता है कि अगर भक्त सच्चे मन से महादेव की पूजा करते हैं तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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Pauraniyi Gijina AC Vala Kelarer, Ephraim Loovi VoL- or Idea Valva Pro Max
Jugaad Viral Video: Juga from Intercession Master Loyoupan from Cain. जुगाड े े ेराा देश्वबे अव ब व आई ि ࿈ ि आ आ यहजूगी अूर ु रर वर अर ंदीी हुर तीीीी उर तीीीी हुरर प प अअळी आदेई जुगदे Ongedekh Ongedekh Ongedekh देखदेख ददेख ेदेखर आदेख े देखकी आदेख उु श्ध इन आई उ ीी Matrov ीअग ती ततरिफ ीफ इमरे दैथफैंग, यह यगडा ेह गगड़ा आई विडु Mongis Nai Skfta Haqi, Nus Nus Zoba Qarni Africa ر منبدل دالا هي.
Old…
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#गरीबदास_वह_देश_हैं_दूर्लभ...
दृष्टि परै सो धोखा रे, खंड पिंड ब्रह्मण्ड चलैंगे,
थीर नहीं रहसी लोका रे।। टेक।।
रजगुण ब्रह्मा तमगुण शंकर, सतगुण बिष्णु कहावै रे।
चौथे पद का भेद न्यारा, कोई बिरला साधु पावै रे।।1।।
ऋग यजुर् हैं साम अथर्व, च्यारों बेद चित भंगी रे।
सूक्ष्म बेद बांचे साहिब का, सो हंसा सतसंगी रे।।2।।
अलंकार अग है अनुरागी, दृष्टि मुष्टि नहीं आवै रे।
अकह लोक का भेद न जानै, च्यार बेद क्या गावै रे।।3।।
आवै जाय सो हंसा कहिये, परमहंस नहीं आया रे।
पांच तत तीनों गुण तूरा, याह तो कहिये माया रे।।4।।
सुन्न मंडल सुखसागर दरिया, परमहंस प्रवाना रे।
सतगुरु महली भेद लखाया, है सतलोक निदाना रे।।5।।
अगमदीप अमरापुर कहिये, हिलमिल हंसा खेलै रे।
दास गरीब देश है दुर्लभ, साचा सतगुरु बेलै रे।।6।।
और अधिक जानकारी हेतु सपरिवार देखिए
साधना टीवी चैनल पर प्रसारित अनमोल सत्संग कार्यक्रम
सायं 07:30 pm. से
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*अपने निज स्थान सत्यलोक से चलकर आया हूँ।
शब्द
जग सारा रोगिया रे जिन सतगुरू भेद ना जान्या जग सारा रोगियारे । । टेक ।। जन्म मरण का रोग लगा है, तष्णा बढ़ रही खाँसी। आवा गमन की डोर गले में, पड़ी काल की फासी ।।। देखा देखी गुरू शिष्य बन गए, किया ना तत्त्व विचारा। गुरू शिष्य दोनों के सिर पर, काल साच्चा सतगुरू कोए ना पूजै, झूठे जग पतियासी। अन्चे की बांह गही अन्धे ने, मार्ग कौन बतासी ।।3
ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर रोगी, आवा गवन न जावे। ज्योति स्वरूपी मरे निरंजन, बिन सतगुरू कौन बचावै । 14 सार शब्द सरजीवन बूटी, घिस-घिस अग लाए। कह कबीर तुम सतकर नौ जन्म-मरण मिट जाए। 15
श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 4 श्लोक 5 तथा 9, गीता अध्याय 2 श्लोक 12, गीता अध्याय 10 श्लोक 2 में गीता ज्ञान दाता काल ब्रह्म ने बताया है जो श्री कष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके बोल रहा था। कहा कि अर्जुन! तेरे और मेरे बहुत जन्म हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता, में जानता हूँ। तू और में पहले भी जन्में थे, आगे भी जन्मते रहेंगे। मेरी उत्पत्ति को न तो ऋषिजन जानते हैं, न देवता जानते है क्योंकि ये सब मेरे से उत्पन्न हुए हैं। यह तो पवित्र ग्रन्थ गीता ने स्पष्ट कर दिया कि ज्योति निरंजन काल (क्षर पुरूष) नाशवान है, जन्म-मरण का रोगी है।
श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी के भी जन्म-मत्यु होते हैं:
प्रमाण: श्री देवी पुराण (गीता प्रेस गोरखपुर से प्रकाशित सचित्र मोटा टाईप केवल
हिन्दी) के तीसरे रकन्द में पष्ठ 123 पर लिखा है: श्री विष्णु जी ने अपनी माता दुर्गा जी से कहा कि "में, ब्रह्मा तथा शंकर तो नाशवान है,
हमारा तो अविर्भाव (जन्म) और तिरोभाव (मृत्यु) होता है।
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Jamshedpur dispute - उलीडीह में शमशान भूमि पर कब्जा को लेकर दो पक्षों में बवाल, देखिए - video
जमशेदपुर : जमशेदपुर के उलीडीह में शमशान भूमि पर कब्जा करने को लेकर सोमवार को बवाल हो गया. यहां गौड़ समाज के लोगों ने पहले जमीन पर घेराबंदी की बाउंड्रीवाल तोड़ी और बबुअ सिंह द्वारा कब्जे की नीयत से बनाई गई झोपड़ी पर अग लगा दी. सूचना पाकर उलीडीह पुलिस पहुंची. पुलिस ने दोनों पक्षों की बातों को सुना और फिर दो लोगों को पकड़कर थाना ले गई. थाना दोनों युवकों को छोड़़ने की मांग पर सोमवार की रात को लोग…
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स्कूल शिक्षक भर्ती परीक्षा की दूसरी अंतिम उत्तर कुंजी जारी
उत्तर कुंजी कब हुई थी जारी अनंतिम उत्तर कुंजी 2 सितंबर को प्रकाशित की गई थी, जिसके खिलाफ उम्मीदवारों को बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 पिछले महीने (24, 25 और 26 अगस्त को) आयोजित की गई थी। पहली 7 सितंबर तक आपत्तियां उठाने की अनुमति दी गई थी। अगर श्रेणी 1-5 में शामिल उम्मीदवारों ने … Read more
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Pinki - मी किती साधी होते.. तुम्हाला न पाहताच लग्नाचा निर्णय घेतला..
Pradip - म्हणजे..? फोटोही पाहिला नव्हतास..?
Pinki - नाही ना... फोटोही पाहिला नव्हता.. आई बाबांनी सांगितलं अन् लग्नाला तयार झाले...
Pradip - अग हे तर काहीच नाही.. मी तुझ्यापेक्षाही साधा होतो.. तुझा फोटो पाहिला असतानाही नकार दिला नाही...
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Pinki - मी किती साधी होते.. तुम्हाला न पाहताच लग्नाचा निर्णय घेतला..
Bandya - म्हणजे..? फोटोही पाहिला नव्हतास..?
Pinki - नाही ना... फोटोही पाहिला नव्हता.. आई बाबांनी सांगितलं अन् लग्नाला तयार झाले...
Bandya - अग हे तर काहीच नाही.. मी तुझ्यापेक्षाही साधा होतो.. तुझा फोटो पाहिला असतानाही नकार दिला नाही...
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