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#अपने दिन की शुरुआत करने के लिए स्वस्थ तरीके
gurujitmshastri · 3 months
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Today's Horoscope -
मेष (चु, चे, चो, ला, लि, लु, ले, लो, अ):-किसी वरिष्ठ व्यक्ति की राय आपके लिए भाग्योदय कारक साबित होगी। आपको अपने काम करने के तौर-तरीके में कुछ बदलाव लाने की आवश्यकता है। अपने लक्ष्यों पर आज के दिन अपना पूरा ध्यान केंद्रित करें। आपका दिन बढ़िया रहेगा। संबंधों में मधुरता आने से शादीशुदा लोगों को तनाव से मुक्ति मिलेगी। परिवार वालों के साथ धार्मिक स्थल पर दर्शन के लिए जायेंगे। बच्चों की ख्वाईशऐ पूरी करेंगे।
वृषभ (इ, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, वो) :-आपका आज का दिन सफलता दिलवाने वाला और प्रसन्नता दायक हैं। अच्छे लोगो से सम्पर्क होगा और जरुरी काम भी आसानी से बन जायेगें। मानसिक तनाव कम हो सकता हैं। कोई आपके विश्वास का अनुचित लाभ उठाने की कोशिश कर सकता हैं। कैरियर व नौकरी में परिवर्तन जैसे अवसरों के लिए, यह समय बहुत सकारात्मक नहीं है। आपको वांछित परिणाम मिलने पर विलंब हो सकता हैं।
मिथुन (का, कि, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा):-कार्यक्षेत्र में एक नई शुरुआत करेंगे और नई योजनाओं पर काम आरंभ भी करेंगे। बनते कार्यों में रुकावट आने से आप की झुंझलाहट बढ़ सकती है। स्वयं कोशिश करने से प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। राजनीति में कार्य कर रहे लोगों को शत्रु सामाजिक रुप से हानि पहुंचा सकते हैं। मांगलिक उत्सव में शामिल होंगे। पुराने मित्रों से बातचीत करके मन को सुकून मिलेगा।
कर्क (हि, हु, हे, हो, डा, डि, डु, डे, डो) :-ऑफ़िस में किसी बड़े अधिकारी का सहयोग मिलेगा। व्यापारियों को आय के नए स्रोत मिलेंगे। कोई काम मन-मुताबिक पूरा होने से आप प्रसन्न रहेंगे। आपके पराक्रम और हौसले में वृद्धि होगी। पुराने मित्रों से वार्ता होगी। भाग्य से हर संभव सहायता मिलेगी। दूसरों पर अच्छा प्रभाव बना रहेगा। धर्म-कर्म में आपकी रूचि बढ़ेगी। अधिक व्यस्त रहने के कारण थकान महसूस करेंगे।
सिंह (मा, मि, मु, मे, मो, टा, टि, टु, टे) :-सरकारी कामों में आप सावधानी बरतें, नहीं तो कोई समस्या हो सकती है। आपको आज अपने किसी मित्र की ओर से कोई शुभ सूचना सुनने को मिल सकती है। जनकल्याण के कार्यों में आप निरंतर आगे बढ़ेंगे और यदि आपको व्यापार संबंधी कोई फैसला लेना पड़े, तो उसमें अपने भाइयों से सलाह मशवरा अवश्य करें और आप छोटी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं, जो आपके लिए लाभदायक रहेगी।
कन्या (टो, पा, पि, पु, ष, ण, ठ, पे, पो) :-मानसिक तनाव कम होगा, आज आप बहुत हल्कापन महसूस कर सकते हैं। लंबे समय से किसी बात को लेकर आप चिंतित थे तो आपके मन पर छाए हुए चिंता के बादल हटने उत्साह में वृद्धि होगी। कुछ पुरानी बातों को लेकर मन में भावुकता रहेगी। अपने विचारों को स्पष्ट रखें। कार्यस्थल पर आज आप काम का दबाव महसूस करेंगे। कोशिश करें आज आपको आराम के लिए पूरा समय मिले।
तुला (रा, रि, रु, रे, रो, ता, ति, तु, ते):-अपने विचारों को स्पष्ट रखें। झूठा वादा करने से बचें। आर्थिक लाभ मिल सकता है। विरोधी आपकी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। मनमौजी रवैया नुकसानदायक हो सकता है। परिवार की तरफ से आपको सकारात्मक सहयोग मिलेगा। छोटी यात्राएं मन को स्वस्थ करेंगी। मित्रों से मेलजोल होगा। नई योजनाओं पर ध्यान आकर्षित होगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे।
वृश्चिक (तो, ना, नि, नु, ने, नो, या, यि, यु) :-आज का दिन आपके लिए ऊर्जावान रहने वाला है। आपको साझेदारी में किसी काम को करना बेहतर रहेगा, लेकिन निजी मामलों में आप सावधानी बरतें। व्यापार कर रहे लोगों को अच्छा लाभ मिलेगा, किसी बड़ी डील को फाइनल कर सकते हैं। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे। आपको छोटी दूरी की यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है, जो आपके लिए लाभदायक रहेगी।
धनु (ये, यो, भा, भि, भु, धा, फा, ढा, भे):-आज आपके लिए दिन की शुरुआत थोड़ा कमजोर रहेगी, इसलिए आप किसी जोखिम भरे काम में हाथ ना डालें। अकस्मात आपको किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है। आपके परिचित यदि आपको कोई सलाह दें, तो आपको उस पर बहुत ही सोच विचार कर चलना होगा और बिल्कुल कोई समझौता ना करें व अपने खान-पान की आदतों में बदलाव लाए, नहीं तो पेट संबंधी समस्या आपको घेर सकती है।
मकर(भो,जा,जि,जु,जे,जो,ख,खि,खु,खे,खो,गा,गि) :-आपके मन में अनेकों बातें चलती रहेंगी। योजनाएं तो बहुत सारी बनेंगी लेकिन साथ ही यह आपको भ्रमित भी करेंगी। इसलिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी ना करें। कामकाज संबंधी यात्राएं भी हो सकती हैं। आज अचानक चौंकाने वाला समाचार मिल सकता हैं। किसी पर भी आंखें मूंद कर भरोसा न करें। ससुराल पक्ष के किसी सदस्य को लेकर आपके और आपके परिवार के मन में चिंता के भाव रहेंगे।
कुम्भ (गु, गे, गो, सा, सि, सु, से, सो, दा) :-आप अपनी चतुर बुद्धि से शत्रुओं को मात देने में कामयाब रहेंगे। बड़ों के साथ आदर व सम्मान बनाए रखें, नहीं तो उन्हे आपकी कोई बात बुरी लग सकती है। आपके लिए आज का दिन किसी अच्छी योजना पर काम करने के लिए उपयुक्त हैं। खुद पर भरोसा करते हुए अपने कामकाज को बेहतर दिशा देने का प्रयत्न करें। भविष्य में आर्थिक लाभ बढ़ेगा। परिवार के किसी सदस्य से पुरानी शिकायतें दूर करने का प्रयास हो सकता है।
मीन (दि, दु, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, चि):-आज तनाव महसूस होगा। आप अतीत में अटके रहने के बजाय इन मौजूदा पलों का आनंद उठाने की भरपूर कोशिश कीजिए। आज भविष्य से जुड़ी तमाम नीतियां आज के दिन आप बना सकते हैं। आज काम और करियर से जुड़े कोई प्लानिंग करने के लिए आज का दिन आप���े लिए लाभकारी रहेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। धन संबंधी परेशानियां दूर होने में अभी कुछ समय लगने की संभावनाएं हैं।
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
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vegkhanakhazana · 6 months
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नंबर वन ब्रेकफास्ट: स्वादिष्ट मिक्स वेज उपमा
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ब्रेकफास्ट हमारे दिन की शुरुआत का सबसे महत्वपूर्ण भोजन होता है। एक स्वस्थ और पौष्टिक ब्रेकफास्ट न केवल हमें ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि हमारे दिन को भी सकारात्मक रूप में शुरू करता है। इसलिए, आज हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसा ब्रेकफास्ट आइडिया जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि पौष्टिकता का भी खजाना है - स्वादिष्ट मिक्स वेज उपमा।
उपमा एक पौष्टिक और लाइट व्यंजन है जो खासतौर पर दक्षिण भारतीय रेसिपी है। यह धान्य और सब्जियों का मिश्रण होता है जो साथ में मसालों के स्वाद को निखारता है। इसे बनाने में भी आसानी होती है और यह विभिन्न तरीकों से तैयार किया जा सकता है। आइए अब हम इसे बनाने के लिए कुछ सरल कदमों की ओर बढ़ें:
सामग्री:
1 कप सूजी
2 कप पानी
1 छोटा चम्मच तेल
1/2 छोटा चम्मच राई
1/2 छोटा चम्मच जीरा
1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
नमक स्वाद के अनुसार
1/2 कप शिमला मिर्च (बारीक कटा हुआ)
1/2 कप मटर
1/2 कप गाजर (बारीक कटा हुआ)
1/2 कप हरी मिर्च (बारीक कटा हुआ)
1/2 कप प्याज (बारीक कटा हुआ)
1/2 कप टमाटर (बारीक कटा हुआ)
हरा धनिया (बारीक कटा हुआ, सजाने के लिए)
तैयारी:
Yah Bhii Read Kare:- चुकंदर की टिक्की बनाने का अनोखा तरीका
सबसे पहले, एक कड़ाही में तेल गरम करें।
गरम तेल में राई और जीरा डालें और उन्हें सुंगने दें।
फिर, इसमें सूजी डालें और हल्का भूरा होने तक सेंकें।
अब पानी डालें और तैयारी के लिए छोड़ दें।
सूजी का पानी सूखने तक पकाएँ, ध्यान रखें कि यह गाढ़ा होना चाहिए।
अब इसमें हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक मिलाएं।
फिर, इसमें सभी कटी हुई सब्जियां (शिमला मिर्च, मटर, गाजर, हरी मिर्च, प्याज, टमाटर) मिलाएं और अच्छे से मिक्स करें।
उपमा तैयार होने पर उसे गरमा गरम हरा धनिया से सजाकर परोसें।
यहाँ आपका स्वादिष्ट मिक्स वेज उपमा तैयार है, जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि पौष्टिकता का भी खजाना है। इसे आप गरमा गरम पराठे, चटनी या दही के साथ सर्व कर सकते हैं। इसे तैयार करने में आपको ज्यादा समय भी नहीं लगेगा और यह एक संतुलित ब्रेकफास्ट विकल्प है जो आपके दिन को ऊर्जावान और सकारात्मक बनाएगा।
इस स्वादिष्ट वेज उपमा को अपने परिवार और मित्रों के साथ साझा करें और सुबह की तेज़ी से चलने वाली जिंदगी में एक नंबर वन ब्रेकफास्ट का आनंद उठाएं।
ये थे कुछ मजेदार और स्वादिष्ट वेज उपमा बनाने के तरीके, अब तैयार हो जाइए और अपने ब्रेकफास्ट को बनाइए इंटरेस्टिंग और पौष्टिक। ब्रेकफास्ट का आनंद लेने के लिए ये स्वादिष्ट उपाय बिलकुल बेहतर हैं। तो आज ही इन्हें बनाएं और अपने परिवार के साथ सेव करें।
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haruwrites21 · 1 year
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सफलता के लिए मनोबल को बढ़ाने के हिंदी में 10 मोटिवेशनल टिप्स
सफलता हमेशा एक चुनौतीपूर्ण अभिगमन रही है। इसे प्राप्त करने के लिए, हमें अपने मनोबल को बढ़ाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम सफलता के लिए मनोबल बढ़ाने के 10 मोटिवेशनल टिप्स की चर्चा करेंगे, जो आपको एक सफल और उत्तेजित जीवन जीने के लिए प्रेरित करेंगे।
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सकारात्मक सोच विकसित करें सकारात्मक सोच करने से हम अपनी प्रतिभा, संभावनाओं और कामयाबी की दिशा में विचार करने में सक्षम होते हैं। मुश्किल हालात में, सकारात्मक सोच अपने लक्ष्यों की तरफ अग्रसर होने की प्रेरणा देती है।
अपने समय को सही ढंग से प्रबंधित करें समय की कीमती होती है। अपने समय को सही तरीके से प्रबंधित करके, हम अधिक कामयाब हो सकते हैं। समय में प्राथमिकताओं का निर्धारण करें।
आत्म-विश्वास बढ़ाएँ आत्म-विश्वास हमें अपने बाहरी और आंतरिक दुनिया को स्वीकार करने के विचार करने के लिए प्रेरित करता है। अपनी क्षमताओं पर भरोसा करें और अपनी कमियों से सीखें।
धैर्य बनाए रखें धैर्य सफलता का कुंजी है। धैर्यपूर्वक काम करने से हम भविष्य में सकारात्मक परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं।
आपके सपनों को मान्यता दें स्वप्न को समर्पण, परिश्रम और निरंतर संघर्ष के साथ पीछा करने के लिए साहस जोड़ें। स्वप्न और हकीकत के बीच के संबंध को महसूस करें।
अपने आने वाले दिन की योजना बनाएं प्रतिदिन एक नई शुरुआत होती है। अपने आने वाले कल के लिए योजना बनाकर आपको अपने लक्ष्यों को बेहतर समझाने में मदद मिलेगी।
सतत प्रगति करें निरंतर प्रगति करने का संकल्प लें। छोटी-बड़ी सफलता के पल को परिपत्रित करें और विफलताओं से सीखें।
पर्यावरण में सकारात्मक परिवर्तन लाएं आपकी परिवेश आपके मनः स्थिति पर प्रभाव डालती है। एक सकारात्मक वातावरण में काम करने से मनोबल की अधिकतम वृद्धि होती है।
टेंशन और चिंता को कम करें चिंता और टेंशन से परिपत्रित होने के बजाय, उन्हें निर्मूल करें। आपकी सोच हमारे मनोबल को प्रभावित करती है।
योग और ध्यान का अभ्यास करें योग और ध्यान मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ एक बेहतर तनाव मुक्त और स्वस्थ जीवन व्यतीत करने में मदद करता है।
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5 Fitness Tips To Stay Life Long Healthy : आजीवन स्वस्थ और फिट रहना चाहते हैं तो आज ही अपना ले यह 5 आदतें
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5 Fitness Tips To Stay Life Long Healthy : जैसे-जसे व्यक्ति की आयु बढ़ती जाती है वैसे ही उसकी हेल्थ और फिटनेस भी कमजोर होने लगती है किंतु यदि कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए और अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ आदतों व चीजों को शामिल कर लिया जाए तो आप आजीवन स्वस्थ और फिट बने रह सकते हैं.
5 Fitness Tips To Stay Life Long Healthy : यद्यपि संसार में हर कोई चाहता है कि वह अधिक से अधिक आयु तक स्वस्थ और फिट बना रहे तथा बीमारियों से दूर रहे. यद्यपि यह थोड़ा कठिन जरूर है लेकिन असंभव बिल्कुल नहीं है. अगर हम अपने दैनिक जीवन में कुछ हेल्दी आदतें और कुछ हेल्थी खाद्य पदार्थ शामिल कर लेते हैं तो ऐसा बिल्कुल संभव हो सकता है. विशेषज्ञों का मानना है यदि आप नित्य थोड़ा व्यायाम करते हैं और पोषक तत्वों से युक्त भोजन लेते हैं तो आप अधिक दिनों तक अपने आप को हेल्थी और फिट बनाए रख सकते हैं किंतु आज की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में हेल्थी रह पाना और शरीर को फिट बनाए रख पाना काफी मुश्किल होता जा रहा है. क्योंकि इस सब के लिए आपके पास समय ही नहीं बच पाता. इसके अलावा तनाव और घर के अंदर बंद रहने की व्यवस्था ने लोगों को मानसिक रूप से बीमार बनाना प्रारंभ कर दिया है. ऐसी स्थिति में फिट रहने के लिए हमें अपने लाइफ स्टाइल में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता होगी. अगर हम इन बदलावों को अपने जीवन में शामिल कर लेते हैं तो लंबी उम्र तक फिट और स्वस्थ रह सकते हैं. तो आइए आज इस लेख में हम जानते हैं वह कौन सी आते हैं जिन्हें अपनाकर हम जीवन पर्यंत स्वस्थ और फिट रह सकते हैं-
1. सुबह खाली पेट चाय की जगह भरपूर पानी पिए
हम में से अधिक लोग सुबह सुबह उठकर चाय या कॉफी टीना ही पसंद करते हैं किंतु यदि चाय और कॉफी के स्थान पर आप सुबह-सुबह उठकर एक बड़े गिलास भरकर पानी पिए तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा वास्तव में पूरी रात सोने के पश्चात शरीर पूरी तरह से डिहाइड्रेटेड हो जाता है और जब खाली पेट चाय और कॉफी शरीर में जाती है तो इसका हमारे शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है ऐसे में यदि चाय काफी के स्थान पर आप सुबह-सुबह पानी पीने की आदत बना लेते हैं तो इससे आपके शरीर को काफी एनर्जी मिलेगी इसके साथ ही आपका मस्तिष्क और किडनी भी बेहतर तरीके से काम करेगी
2. नाश्ते में प्रोटीन युक्त पदार्थ ही खाएं
कहा जाता है कि व्यक्ति को नाश्ता सदैव राजा की तरह करना चाहिए और डिनर सदैव भिखारी की तरह. इसका अर्थ यह है सुबह की शुरुआत अगर आप अच्छे और पौष्टिकता से भरपूर भोजन से करते हैं तो आप दिन भर स्वयं को ऊर्जावान और फिट महसूस करेंगे. इसलिए अपने नाश्ते में ऐसी चीजें अवश्य शामिल करें जिनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद हो. नाश्ते में जब आप प्रोटीन की भरपूर मात्रा लेते हैं तो आपका ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है और आपके शरीर को एनर्जी मिलती है जिससे आपको जल्दी भूख नहीं लगती और आपका मूड अच्छा बना रहता है। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेने से आप अपने वजन को भी लेने से नियंत्रित रख सकते हैं
3. रोजाना कम से कम एक फल जरूर खाएं
आपको कम से कम एक फल रोजाना खाने की आदत बना लेनी चाहिए. इससे आपको अपने शरीर को स्वस्थ व फिट बनाए रख���े में बड़ी मदद मिलेगी. आप चाहे तो इसे स्नैक्स की तरह भी प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप  प्रतिदिनएक फल खाते हैं तो इससे आपके शरीर के लिए जरूरी फाइबर, विटामिन व मिनरल्स की पूर्ति हो जाती है, जिससे न केवल आप फिट व हेल्थी महसूस करते हैं बल्कि आपके पाचन भी अच्छा रहता है।
4. चढ़ने उतरने के लिए करें सीढ़ियों के प्रयोग
हाल ही में सामने आए एक शोध के अनुसार अगर आप दिन में तीन बार 20 सेकंड में कम से कम 60 सीढ़ियां चढ़ते हैं तो इससे आपको स्वस्थ तथा फिट रहने मदद मिलती है। इतना ही नहीं इससे आपकी कार्डियो फिटनेस भी बढ़ जाती है। आपको बताते चले आपके ओवर आल फिटनेस के लिए  कार्डियो फिटनेस बहुत जरूरी है। इससे हृदय सम्बन्धी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है और आपके मसल्स भी मजबूत हो जाते हैं।
5. ग्रीन टी का सेवन करें
अगर आप दिन भर में चाय कॉफ़ी पीने के स्थान पर ग्रीन टी का इस्तेमाल करते हैं तो निश्चित ही इससे आपको काफी फायदा मिलेगा। ग्रीन टी के सेवन से 
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trendingwatch · 2 years
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इस स्वस्थ अनुष्ठान के साथ अलाया एफ ने अपने दिन की शुरुआत की, एक नज़र डालें
इस स्वस्थ अनुष्ठान के साथ अलाया एफ ने अपने दिन की शुरुआत की, एक नज़र डालें
हमें अक्सर सलाह दी जाती है कि हम अपनी सुबह की शुरुआत स्वस्थ तरीके से करें क्योंकि यह बाकी दिनों के लिए टोन सेट करता है। हालांकि, हम में से अधिकांश ऐसा करने के लिए संघर्ष करते हैं – जो हमारी फिटनेस यात्रा में बाधा उत्पन्न करता है। क्या आप सहमत ���हीं हैं? अभिनेत्री अलाया एफ हमें अपना दिन शुरू करने का सही तरीका दिखा रही हैं। उसने हाल ही में अपनी सुबह की रस्म की एक झलक साझा की और यह हमें प्रमुख…
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karanaram · 3 years
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🚩अपना जीवन ऐसा बनाएं तो 126 साल तक भी स्वस्थ रह सकते हैं - 01 फरवरी 2022
🚩प्रत्येक मनुष्य के जीवन में इन तीन बातों की अत्यधिक आवश्यकता होती है– स्वस्थ जीवन, सुखी जीवन तथा सम्मानित जीवन। सुख का आधार स्वास्थ्य है तथा सुखी जीवन ही सम्मान के योग्य है।
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उत्तम स्वास्थ्य का आधार है- यथा योग्य आहार-विहार एवं विवेकपूर्ण व्यवस्थित जीवन। बाह्य चकाचौंध की ओर अधिक आकर्षित होकर हम प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं इसलिए हमारा शरीर रोगों का घर बनता जा रहा है।
🚩'चरक संहिता’ में कहा गया हैः
आहाराचारचेष्टासु सुखार्थी प्रेत्य चेह च।
परं प्रयत्नमातिष्ठेद् बुद्धिमान हित सेवने।।
'इस संसार में सुखी जीवन की इच्छा रखने वाले बुद्धिमान व्यक्ति आहार-विहार, आचार और चेष्टाएँ हितकारक रखने का प्रयत्न करें।'
उचित आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य – ये तीनों वात, पित्त और कफ को समान रखते हुए शरीर को स्वस्थ व निरोग बनाये रखते हैं, इसीलिए इन तीनों को उपस्तम्भ माना गया है। अतः आरोग्य के लिए इन तीनों का पालन अनिवार्य है।
🚩126 साल की उम्र में रहते हैं फिट
शिवानंद बाबा को पद्मश्री सम्मान मिला; वाराणसी के कबीरनगर इलाके के रहने वाले बाबा शिवानंद की उम्र 126 साल है और वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं। शिवानंद बाबा ने बताया कि वो फल और दूध नहीं बल्कि सिर्फ उबला हुआ खाना खाते हैं, सुबह तीन बजे उठ बिस्तर छोड़ देते हैं और योग करने में जुट जाते हैं। उसके बाद पूजा पाठ से अपने दिन की शुरुआत करते हैं।
वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं। आधार कार्ड और पासपोर्ट पर उनकी जन्मतिथि 8 अगस्त 1896 दर्ज है, इस लिहाज से वो दुनिया के सबसे बुजुर्ग इंसान हैं।
🚩शिवानंद बाबा संतुलित भोजन करते हैं
शिवानंद बाबा का कहना है कि जीवन में सामान्य तरीके से जीना चाहिए। शुद्ध और शाकाहारी भोजन करने की वजह से वो पूरी तरह से स्वस्थ और निरोग हैं। वहीं बाबा के वैद्य डॉक्टर एसके अग्रवाल ने बताया कि बाबा सात्विक भोजन करते हैं और पूरी तरह से डिसिप्लिन के साथ जिंदगी जीते हैं। उनके जीवन में योग का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। बाबा खाने में सिर्फ सेंधा नमक का प्रयोग करते हैं।
जो लोग मांसाहार, फास्टफूड और नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं, योगा नहीं करते हैं उनको इन बाबा से प्रेरणा लेनी चाहिए।
🚩सात्विक आहार लेना चाहिए, योग-प्राणायाम करना चाहिए, भगवान की पूजा करनी चाहिए; इससे स्वस्थ, सुखी और लंबी आयु तक जीवन जी सकते हैं।
🚩यह एक सुखद बात है कि आज समग्र विश्व में भारतीय आयुर्वेद के प्रति श्रद्धा, निष्ठा व जिज्ञासा बढ़ रही है क्योंकि श्रेष्ठ जीवन-पद्धति का जो ज्ञान आयुर्वेद ने इस विश्व को दिया है, वह अद्वितीय है। अन्य चिकित्सा पद्धतियाँ केवल रोग तक ही सीमित हैं लेकिन आयुर्वेद ने जीवन के सभी पहलुओं को छुआ है। धर्म, आत्मा, मन, शरीर, कर्म इत्यादि सभी विषय आयुर्वेद के क्षेत्रान्तर्गत आते हैं।
आयुर्वेद में निर्दिष्ट सिद्धान्तों का पालन करके हम रोगों से बच सकते हैं।
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abhay121996-blog · 3 years
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गोरखपुर : 'गोरक्ष' की धरती से खिलखिलायेगा 'आयुष' Divya Sandesh
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गोरखपुर : 'गोरक्ष' की धरती से खिलखिलायेगा 'आयुष'
गोरखपुर। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना भारतीय चिकित्सा पद्धति की खोई प्रतिष्ठा स्थापित करने का प्रयास है। न सिर्फ आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पुनर्जीवित होगी बल्कि योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा और होमियोपैथी को भी संजीवनी मिलेगी। प्राचीन काल की तरह स्थापित होकर ये चिकित्सा पद्धतियां एक बार फिर ‘लोक स्वास्थ्य’ में इजाफा की कारक बनेगीं। ‘आयुष’, एक बार फिर खिलखिलायेगा।
आयुष यानी जीवन। एक ऐसी विधा जो ‘लोक जीवन’ को ‘स्वास्थ्य’ संबंधी आयाम देती है। आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना से अब लोक स्वास्थ्य को पुष्टता मिलने की राह आसान होने वाली है। इन चिकित्सा पद्धतियों को अपनाने से ‘लोक जीवन’ सरल और सरस बनेगा। स्वास्थ्य, शिक्षा और अनुसंधान को लोक कल्याणकारी बनाने वाली इन विधाओं को नया आयाम मिलेगा। इसकी इबारत गुरु गोरक्षनाथ की धरती गोरखपुर से लिखने की शुरुआत होने जा रही है। गोरक्षपीठ के शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी प्रयासों को एक साथ ‘पंख’ लगेंगे।
बढ़ेंगे रोजगार के अवसर, औषधीय खेती को लगेंगे पंख आयुष विश्वविद्यालय खुलने के बाद यहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। स्थानीय लोगों के विकास की राह खुलेगी। वरिष्ठ पत्रकार राजीवदत्त पांडेय के मुताबिक तकरीबन तीन हजार लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलने की उम्मीद है। इनके स्वस्थ जीवन को आर्थिक संबल मिलने से खुशहाली आएगी। औषधीय खेती करने वाले किसानों के दिन बहुरेंगे। पढ़कर निकलने वाले चिकित्सक अब एक प्रोफेशनल तरीके को अख्तियार करेंगे। देश-दुनिया में इसकी स्वीकार्यता और अधिक बढ़ेगी।
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नियमित दिनचर्या बढ़ाएगा स्वास्थ्य योग के जानकार और उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा साहित्य भूषण से सम्मानित साहित्यकार प्रमोद कांत का कहना है कि विवि खुलने से स्थानीय व क्षेत्रीय लोगों में योग विद्या का प्रति समझ बढ़ेगी। दैनिकचर्या नियमित होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहने लगेगा। एक स्वस्थ मनुष्य ही विकास का साक्षी बनता है।
सेवा भारती अध्यक्ष ने कहा गोरक्ष प्रान्त के सेवा भारती के अध्यक्ष अतुल सर्राफ का कहना है कि भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को लेकर सेवा भारती काफी संजीदा है। कोविड काल में इस क्षेत्र में कार्य की गति बढ़ी। गरीब, असहाय और समाज के अंतिम व्यक्ति के स्वास्थ्य की चिंता आयुष औषधियों में ही ज्यादा दिखी। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने महज कुछ वर्षों में इसे धरातल पर उतार दिया। यह सराहनीय व लोकहितकारी कदम है।
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आसानी से मिलेगा कच्चा माल श्रीरामलीला एवं मेला न्यास, कुशीनगर के प्रबंधक शिवप्रताप नारायण सिंह का कहना है कि विवि को न सिर्फ पड़ोसी देश नेपाल में मिलने वाली औषधीय पौधों से शोध कार्य को गति मिलेगी, बल्कि दैवीय गुणों से युक्त ‘देवारण्य’ क्षेत्र में स्थापित इस विश्वविद्यालय को स्थानीय-क्षेत्रीय स्तर से भी पर्याप्त सहयोग मिलेगा। आयुर्वेद लोगों के मन-मस्तिष्क में रचा-बसा है। सिर्फ इसे याद दिलाने की जरूरत थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे समझा और लोक-कल्याण के कार्य को लपक लिया है। प्रदेश को अच्छा आर्थिक संबल मिलने का जरिया स्थापित किया। ये विधाएं न सिर्फ आसानी से सुलभ होंगी, बल्कि सस्ती भी होंगी।
कहते हैं आयुर्वेदाचार्य आयुर्वेदाचार्य पंडित (डॉ.) प्रेमनारायण मिश्र कहते हैं कि आयुष का अभिप्राय आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी से है। आयुष मंत्रालय इन सभी स्वास्थ्य प्रणालियों के संवर्द्धन एवं विकास के लिए कार्य कर रहा है। इनसे आमजन को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर इनसे संबंधित चिकित्सा शिक्षा के संचालन को बढ़ावा दे रहा है। अब गांव-देहात के लोगों को एक बार फिर प्राचीन चिकित्सा पद्धति पर विश्वास होगा। ‘जीवन’ स्वस्थ और खुशहाल होगा।
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aayuapp · 4 years
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9 Golden Running Tips in Hindi | बेस्ट रनिंग टिप्स एंड ट्रिक्स
रनिंग हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। वैसे तो एक्सरसाइज और योग से भी फायदा होता है लेकिन रनिंग हमारे लिए सबसे जरूरी है। रनिंग करने से आप फिजिकली फिट रहते है और यह आपके दिमाग को स्वस्थ रखता है चाहे आप जिम पर जाते हो तब भी आपको सबसे पहले रनिंग करनी चाहिए। आज हम आपको कुछ रनिंग टिप्स (Running Tips in Hindi) बताएंगे जिनसे आपके लिए रनिंग करना आसान हो जाएगा और इससे आपका स्टेमिना भी बढ़ता है। आज हम आपको यहाँ बेस्ट रनिंग टिप्स एंड ट्रिक्स बताएंगे।
बेस्ट रनिंग टिप्स: Best Running Tips in Hindi:
अगर आपने दौड़ना अभी शुरू किया है या आप दौड़ना चाहते हैं तो आपको कुछ बातें जान लेनी चाहिए जिससे रनिंग के दौरान होने वाली समस्याएं आपको ना हो या आपकी समस्याएं कम हो जाए।
Running tips in hindi: दूर तक दौड़े या देर तक दौड़े:
अगर आपने दौड़ना अभी-अभी शुरू किया है तो आपके दिमाग में यह सवाल जरूर आएगा कि लंबा दौड़ना ज्यादा जरूरी है या ज्यादा समय तक दौड़ना। हम किस तरह से दौड़ें जिससे हमें ज्यादा से ज्यादा फायदा हो तो आइये आपको यहाँ बताते है दौड़ने के लिए कौन-सी चीजें जरूरी है या आवश्यक है।
स्टैमिना
बॉडी स्ट्रेंथ
यह दोनों ही चीजें एकदम से नहीं विकसित होती। बॉडी को इनको विकसित करने के लिए समय की जरूरत होती है। जब तक बॉडी सही आकार में नहीं ढलती तब तक रनिंग के दौरान थकान जल्दी होती है और सांस भी जल्दी फूलती है और और दूसरी भी कई समस्याएं होती है। चाहे आप इसके लिए कितना भी धीरे या कम स्पीड में दौड़े लेकिन एक स्थिर स्पीड में दौड़ते हुए एक लंबी दूरी तक दौड़ना चाहिए समय को लेकर परेशान नहीं होना चाहिए।
जब एक बार शरीर की मसल्स बनने लगती है तब वह आपकी दौड़ने में मदद करते है। जब पैरों के calf बन जाते हैं यह पैरों के आसपास हड्डी को मजबूती देते हैं और जब पैर मजबूत हो जाते हैं तब आप कितना ही तेज या कितनी ही दूर दौड़ सकते हैं इसी तरह आपको पूरी बॉडी को मजबूत करना होगा जब एक बार यह बॉडी मजबूत हो जाती है तो आप अपने समय को भी कम कर सकते हैं।
Running tips in hindi: आराम का दिन भी ट्रेनिंग का है एक हिस्सा:
ट्रेनिंग करने के दौरान आराम करना बहुत जरूरी है जब हम मेहनत करते हुए दौड़ते हैं तो हमारी बहुत सारी मसल्स डैमेज हो जाती हैं जिनको रिपेयर करने के लिए उन्हें आराम देना होता है। अगर हम यह आराम नहीं देते है तो मसल्स वापस नहीं बन पाते जिससे धीरे-धीरे हमारा शरीर कमजोर होता जाता है और जब यह नई मसल्स बनती हैं
तब वह हमारे शरीर के जिस हिस्से पर मेहनत की थी वही सही शेप ले पाती हैं जिससे हमारी बॉडी को दौड़ने के लिए मदद मिलती है वहीं हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि अगर हम रनिंग करते हैं तो हफ्ते में कम से कम 2 दिन आराम जरूर लें जिससे बॉडी हमारी फिर से दौड़ने के लिए तैयार हो सके।
Running tips in hindi: कोशिश करें ग्रुप में दौड़े:
अगर आपने अभी-अभी दौड़ना शुरू किया है तो आप जहाँ दौड़ते हैं वहाँ किसी ग्रुप को जॉइन कर ले इससे आपको पुराने दौड़ने वाले लोगों से मोटिवेशन मिलेगा और उनसे आपको टिप्स भी मिलती रहेगी जिससे आपकी रनिंग आसान हो जाएगी।
Running tips in hindi: दौड़ने को अपनी एक आदत बनाए:
अगर आपको लंबे समय तक दौड़ना है तो रनिंग को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में जोड़े जिससे हम उसके लिए मोटिवेट रहें। रनिंग के बहुत सारे फायदे है इनमें से एक फायदा यह है कि रनिंग से डोपामाइन नाम का रसायन (Chemical) उत्पन्न होता है जिससे आपको खुशी का अनुभव होता है इसके अलावा और भी कई सारे फायदे हैं।
Running tips in hindi: प्रशिक्षण (Training) का रिकॉर्ड बनाए:
आप दौड़ना कभी भी शुरू करें आप उसका एक रिकॉर्ड बनाकर रखें। हर महीने उसके ग्राफ की तरफ नजर रखें कि किस एक्सरसाइज से आपकी परफॉर्मेंस बढ़ रही है और किनसे परफॉर्मेंस गिर रही है इन सभी चीजों पर नजर रखें जिससे आगे प्लानिंग कर सके।
Running tips in hindi: अलग अलग तरीके से प्रशिक्षण (Training) करें:
दौड़ने के लिए पूरे शरीर का मजबूत होना बहुत जरूरी है। आप जब दौड़ते हैं तो ना केवल आपके पैर बल्कि आपका पूरा शरीर उसमें सहयोग करता है और शरीर आगे तेजी की ओर बढ़ता है तो हमें पूरे शरीर को मजबूत करना है तो cross-training जरूर करें। सिर्फ रनिंग से काम नहीं चलता हमें शरीर के हर हिस्से के लिए एक्सरसाइज करनी पड़ती है जिससे आप सभी से मजबूत हो सके और आपकी रनिंग भी इससे अच्छी रहेगी।
Running tips in hindi: छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें:
दौड़ने के लिए एक लंबा टारगेट ना रखें। अपने टारगेट को छोटे-छोटे टारगेट्स में डिवाइड करें जिससे आपका कॉन्फिडेंस लेवल बना रहता है। जब हम एक छोटे टारगेट को छू लेते हैं तब दूसरे टारगेट की तरफ जाए और शुरुआत में ज्यादा लंबे टारगेट ना रखें अगर आप ज्यादा लंबे टारगेट रखेंगे तो आपके शरीर में चोट लग सकती है। जिस कारण आप रनिंग को छोड़ भी सकते हैं और आपका उसके लिए मनोबल भी कम हो सकता है।
Running tips in hindi: संतुलित भोजन खाए:
दौड़ने के लिए अच्छा भोजन करना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर एक रनर (Runner) अच्छी डाइट नहीं लेता तो उसकी बॉडी जल्दी रिकवर नहीं कर पाती जिसके कारण अगले कुछ दिनों के लिए रनिंग का परफॉर्मेंस गिर जाता है। अगर आप हर रोज रनिंग करना चाहते है और अपने परफॉर्मेंस को भी बढ़ाना चाहते है तो अच्छा खाना खाए। अच्छे खाने में कॉन्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन व मिनरल्स और फैट लेने चाहिए जिससे शरीर को अच्छा पोषण मिलें और वह जल्दी रिकवर हो सके।
Running tips in hindi: शरीर में पानी की कमी ना होने दें:
दौड़ने के लिए आपको आपकी बॉडी को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर पानी की कमी होती है तो डायरिया जैसी समस्या हो सकती है और इससे स्टैमिना गिरता है। इसके साथ-साथ अगर आप डिहाइड्रेशन की परेशानी में रनिंग करते हैं तो आपको मसल्स क्रैंप होने की संभावनाएं ज्यादा होती है तो इसलिए ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो इसके लिए अच्छी मात्रा में पानी पिएँ क्योंकि जब आप रनिंग करते हैं तो ज्यादातर पानी पसीना के रूप में बह जाता है जिसकी हमें भरपाई करनी चाहिए जिसके लिए अगर आपको पानी ना मिले तो आप जूस या कोई भी तरल पदार्थ पी सकते है।
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lokkesari · 4 years
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ग्रहो की वाणी, आज का राशिफल बुधवार 24 दिसम्बर 2020,मेष, वृष, मिथुन, कर्क राशि
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ग्रहो की वाणी, आज का राशिफल बुधवार 24 दिसम्बर 2020,मेष, वृष, मिथुन, कर्क राशि
मेष राशि- इस समय स्थिति फायदेमंद है, केवल कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। शुभचिंतकों की मदद से आपकी कोई महत्वाकांक्षा पूरी हो सकती है। छात्र भी अपेक्षित परिणाम से खुश होंगे। लेकिन ध्यान रखें कि जल्दबाजी और संवेदनशील निर्णय गलत होने की संभावना है। कोई भी खराब वाहन या महंगा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के लिए खर्चा हो सकता है। किसी से बात करते समय शब्दों का उचित उपयोग चुनें।व्यावसायिक गतिविधियों में सुधार होगा। आपको कानूनी लाभ होगा। कमीशन और बीमा से जुड़े व्यवसाय में लोग अधिक सफल होंगे। रोजगार लोगों के लिए एक आधिकारिक यात्रा कार्यक्रम बन सकता है।घर की व्यवस्था के संबंध में पति और पत्नी में कुछ मतभेद हो सकते हैं। प्रेम संबंधों में भावनात्मक अंतरंगता रहेगी आपकी सकारात्मक सोच और सुव्यवस्थित दिनचर्या आपको स्वस्थ रखेगी।
वृष राशि अपना ध्यान अनावश्यक गतिविधियों से दूर रखें और अपने महत्वपूर्ण काम पर ध्यान केंद्रित करें। आप अपने स्वयं के गुणों के द्वारा कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सक्षम होंगे। नई नई योजनाएँ मन में आएंगी। परिवार में वैवाहिक रिश्ते की बात भी हो सकती है। कभी-कभी कुछ निर्णय लेना मुश्किल होगा। लेकिन घर के बड़े लोगों की मदद से आप सफल हो सकते हैं। किसी के साथ छोटी-सी बात तनाव बढ़ा सकती है, यह आपकी नींद को भी प्रभावित करेगी।व्यापार और नौकरी दोनों में किसी प्रकार की राजनीति हो सकती है। इसलिए, दूसरों के शब्दों में प्रवेश न करें और केवल अपने काम के साथ सार्थक बनें। आर्थिक स्थिति इस समय बेहतर रहेगी। वैवाहिक संबंध मधुर रखने के लिए आपको विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है। प्यार पर अपना समय बर्बाद न करें। अपनी शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को सकारात्मक बनाए रखने के लिए आपको योग ध्यान का सहारा लेना चाहिए।
मिथुन राशि आज का अधिकांश दिन मनोरंजन और मौज-मस्ती में व्यतीत होगा। अपने करीबी रिश्तेदारों के साथ समय बिताने से रिश्ता मजबूत बना रहेगा। तनाव दूर करने से आप अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। आज जमीन से संबंधित कोई भी काम सावधानी से करें। थोड़ी सी चूक नुकसान पहुंचा सकती है। छात्र स्कूल से बाहर जाने और मस्ती करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। बच्चों में कोई लापरवाही समस्या पैदा कर सकती है।काम पर प्रणाली के बारे में विशिष्ट निर्णय लेना मुश्किल हो सकता है। लेकिन याद रखें कि कड़ी मेहनत से भाग्य बनेगा। यह निश्चित भुगतान प्राप्त करने का सबसे अच्छा समय है। जीवनसाथी से बड़ी उम्मीदें रिश्ते में दूरी ला सकती हैं। विवाहित युवाओं के लिए कोई अच्छा रिश्ता आ सकता है। काम के तनाव के कारण पैरों में सूजन और दर्द जैसी समस्याएं बनी रहेंगी। नींद की कमी जैसी समस्याएं भी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
कर्क राशि- आज आप अपनी बुद्धिमत्ता और सरलता से किसी भी समस्या का समाधान पा सकेंगे।समाज में आपकी क्षमता और शक्ति की सराहना की जाएगी। निवेश जैसे काम में व्यस्त रहेंगे। किसी मंदिर या धार्मिक स्थान की यात्रा को घर के बुजुर्गों के साथ भी किया जा सकता है। अन्य मामलों में हस्तक्षेप न करें, अन्यथा आपको भुगतान करना पड़ सकता है। महिलाओं को अपने ससुराल वालों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखने पर ध्यान रखना चाहिए। संपत्ति से संबंधित किसी भी बात पर बहस या विवाद से बचे।दिन की शुरुआत में कुछ व्यावसायिक परेशानियाँ रहेंगी। लेकिन आप उन्हें विवेकपूर्ण तरीके से हल करेंगे। काम में गोपनीयता का ध्यान रखना जरूरी है। नौकरी पेशा लोगों के लिए समय संतोषजनक है।पति-पत्नी के बीच की गलतफहमी दूर होगी और रिश्ता पहले जैसा मधुर होगा।आपकी दिनचर्या और आदतों में सकारात्मक बदलाव आपको फिट और स्वस्थ रखेंगे।
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घर पर बॉडी बनाने के तरीके
आज के समय में लोग आधुनिकीकरण की ओर बढ़ रहे हैं, जो कहीं ना कहीं सही भी है। हम जितना आधुनिक होंगे उतने ही खुद में भी कुछ बदलाव करने होंगे। आधुनिकीकरण की दौड़ में कोई भी किसी से पीछे नहीं होना चाहता फिर वह बच्चे हो, युवा वर्ग हो, या बुजुर्ग हो।
इस आधुनिक युग में खुद को फिट रखने की जद्दोजहद भी देखी जा सकती है। खासकर युवा वर्ग खुद की बॉडी बनाने या स्लिम ट्रिम करने में अपनी सारी मेहनत लगा देते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि  जब तक फिट नहीं होंगे तो हम पीछे रह जाएंगे। इसमें हम देखेंगे कि युवाओं में बॉडी बनाने की होड़ बनी है वहीं कहीं ना कहीं बॉलीवुड अभिनेताओं को देखकर भी होती है।
बॉडी बनाना है एक नया ट्रेंड
बॉडी बनाना एक ट्रेंड के रूप में सामने आया है। ऐसा देखा जाता है कि बॉडी बना लेने से लोगों  का ध्यान आसानी से ध्यान खींचा जा सकता है लेकिन यह पूर्ण रूप से सत्य नहीं है। बॉडी बनाना ही काफी नहीं होता लेकिन यह भी सत्य है कि लगातार बढ़ते इस  ट्रेंड से नए व्यवसाय जैसे जिम ट्रेनर, पर्सनल ट्रेनर की अवसर बढ़ जाते हैं।
अगर आप चाहे तो घर पर भी आसानी से बॉडी बनाई जा सकती है जो आपके लिए आसान भी है और सुरक्षित भी।
घर पर बॉडी बनाने के तरीके | Ghar Par Body Banane Ke Tarike
अगर आप घर से बाहर नहीं जा सकते और अपनी बॉडी बनाने के लिए उत्साहित हैं, तो ऐसे में आप घर में ही रहकर बॉडी बना सकते हैं। हमारे सुझाए तरीकों से महिला और पुरुष फिट हो सकते हैं। यह सभी तरीके आप सुबह के समय या शाम के समय भी कर सकते हैं इसके माध्यम से खुद को तरोताजा भी कर सकते हैं। सभी की इच्छा खुद को आकर्षित और खूबसूरत बनाने की होती है तो यह हसरत पूरी की जा सकती है घर पर ही।
1) लेग  ड्रॉप करें | Leg Drop Karye
यह सबसे आसान तरीका है, जो आप को फिट रखने में मददगार है। इसके लिए आप मैट पर लेट जाएं। अब अपने दोनों पैरों को धीरे-धीरे उठाते हुए सीधा करें और जैसे ही आप पैरों को ऊपर की ओर लाएं तो थोड़ी देर ऊपर ही छोड़ दें। इसको आप 10/ 15 बार करें शुरू में थोड़ा कम समय लीजिए बाद में समय बढ़ाया भी जा सकता है।
2) पुश अप करें | Push Ups kare
पुश अप से आप अपने व्यायाम की शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए पहले आप लेट जाएं वह भी पेट के बल अब दोनों हाथों को सामने जमीन की ओर रखें और हाथों के ही बल ऊपर जाएं उसी क्रम में नीचे भी जाएं। ऐसे हाथों के सहारे ऊपर नीचे करें तो आपके मसल्स को फायदा होगा। इसे आप 10 से 15 बार कर  सकते हैं।
3) क्रंच करें | karanch karen
इसमें आपको एकदम सीधे किसी मैट पर या जमीन पर लेटना होगा। अपने दोनों हाथों को पीछे की ओर कानों के पास रखें। अपने पैरों को मोड़ ले और फिर पीठ को ऊपर की ओर उठाएं। इसके बाद फिर से वापस लौट जाएं बार-बार उठ कर इसे दोहराएं हाथों को पीछे ही रहने दे। यह भी आपकी बाडी के लिए आवश्यक एक्सरसाइज है।
4) लेग लिफ्ट करे | Leg lift kare
यह एक्सरसाइज भी आसान ही है इसमें आपको पीठ के बल लेटना होगा। ऐसा आप एक पैर के साथ करें। पहले बाएं पैर को उठाए फिर दाएं पैर को। ऐसा करने से भी आपको बहुत ही फायदा होगा।
5) साइड प्लैंक करे | side plank kare
एक्सरसाइज को साइड में लेट कर किया जा सकता है। इसमें करवट के बल लेट जाएं अब हाथों को कमर में रखकर पैरों को एक साथ कर ले। अब धीरे-धीरे अपनी बॉडी को हटाएं थोड़ी देर के लिए बॉडी को उठाएं ही रखें।  एक्सरसाइज को कम से कम 10 बार दोहराएं इससे भी अपनी बॉडी को फिट रखा जा सकता है।
अपने खानपान का रखें विशेष ध्यान
आप अपने शरीर और खुद को फिट बनाए रखने के लिए जागरूक हैं यह तो अच्छी बात है। लेकिन इसके लिए अपने आहार पर विशेष ध्यान देना होगा ज्यादा से ज्यादा  ऐसा आहार लेना होगा जो वसायुक्त हो। जिसमे मक्खन ,जैतून का तेल, पनीर, हरी सब्जियां, मछली, मशरूम, दही, सोयाबीन, प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग करें। अगर आप ताजे फल और दूध, दही ले तो भी फायदेमंद है।
1) दही | Dahi
बॉडी बनाने के लिए दही के सेवन को अनिवार्य माना गया है। अगर आप नाश्ते में पराठे खाते हैं खासतौर से आलू के पराठे तो आप साथ मे दही जरूर ले। यह आपकी बॉडी को फिट बनाता है।
2) मूंगफली और गुड़ | mungfali or Gud
इन दोनों आहारों को उर्जा का अच्छा स्त्रोत माना गया है। इसमें आप 40 ग्राम मूंगफली को सेक कर रख ले और साथ में लगभग 20 ग्राम गुड़ मिलाकर उपयोग करें इससे अच्छा परिणाम प्राप्त होगा।
3) पनीर | Paneer
बॉडी बनाते समय आपके लिए दूध या दूध से बनी चीजें फायदेमंद होंगी। अगर आप खाने या नाश्ते में पनीर के साथ बने व्यंजन ले या फिर कच्चा पनीर भी खा ले तो इससे भी आपको बहुत ही ज्यादा फायदा होने वाला है।
4) फल |Fruits
हमेशा कोशिश करें कि ताजे व मौसमी फलों को लिया जाए ताकि शरीर में विटामिन, प्रोटीन या पर्याप्त शर्करा की कमी पूरी हो सके।
5) जंक फूड | Junk Food
अगर आप अपने सही शेप में बॉडी बनाना चाहते हैं, तो जंक फूड से दूरी बना ले। यह आपके शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं और बॉडी बनाने में अवरोध पैदा करते हैं।
6) पानी
ऐसा कहा जाता है कि दिन में 8/10 गिलास पानी पीना फायदेमंद है। अगर आप बॉडी बनाने के इच्छुक हैं, तो निश्चित रूप से आपको ज्यादा पानी पीना चाहिए यह शरीर के अंदर की सारी कमियों को दूर करेगा।
घर पर बॉडी बनाने के कारगर टिप्स
कभी-कभी कुछ लोगों को बाहर जाकर बॉडी बनाना आसान नहीं लगता है। ऐसे में हम आसानी से घर पर ही बॉडी बनाने के टिप्स बताने जा रहे हैं।
1) बॉडी बनाने के लिए लटकने वाली एक्सरसाइज भी की जाती है, जिससे स्टेमिना बढ़ता है। ऐसे में आप घर में ही किसी रोड से लटककर अपने शरीर को फिट बनाने का काम कर सकते हैं।
2) अगर आप सुबह-सुबह रनिंग का काम कर करें तो इससे भी आपका स्टेमिना बढ़ेगा। आप शुरुआत में दो-तीन किलोमीटर तक ही रनिंग कर सकते हैं।
3) अगर आप बॉक्सिंग करना चाहते हैं, तो किसी बैग में रेत भर लें और उसमें बॉक्सिंग, पंचिंग करें इससे आप आसानी से खुद को फिट कर पाएंगे।
4) आप घर में बनी सीढ़ियों के माध्यम से भी वर्कआउट कर सकते हैं। बार-बार सीढ़ियों में ऊपर नीचे करके भी शरीर को फिट किया जा सकता है। इससे ज्यादा कैलरी बर्न होती है इसलिए यह आपके लिए फायदेमंद है।
5) आप योग के माध्यम से भी खुद को स्वस्थ और फिट बना सकते हैं इसमें अनुलोम विलोम, कपालभाति, प्राणायाम मुख्य है।
धैर्य रखना भी है जरूरी
अगर आप बॉडी बनाने की सोच रहे हैं, तो एक बात पहले से ही समझ लीजिए कि आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा। बॉडी बनाना एक प्रकार से लंबे समय लेने वाली प्रक्रिया है जिसमें आपको लगातार प्रयत्न करते रहना होगा। अपने आहार, अपनी नींद, अपनी आदतों पर नियंत्रण रखना होगा। बुरी आदतों से भी खुद को दूर रखना होगा।
कई बार लोगों को ऐसा लगता है कि कितने दिन हो गए पर फर्क ही नहीं पड़ रहा है, तो ऐसे में बेचैन नहीं बल्कि धैर्य रखने की जरूरत होती है। अगर इंसान दृढ़ निश्चय कर ले तो कुछ भी आसानी से हासिल कर सकता है इसलिए आप ज्यादा सोचने नहीं बल्कि निरंतर रूप से अपना काम करते रहे।
इम्यूनिटी बूस्टर जूस बनाने के तरीके
कम बजट में घर में ही कैसे बनाएं जिम
इस कोरोना काल में बाहर निकलना मुश्किलों भरा है और आप अपनी बॉडी के लिए भी चिंतित हैं, तो ऐसे में आप कम बजट में ही छोटा सा जिम घर में बना सकते हैं।
1) रोप
रस्सी कूदने को सबसे काम की  एक्सरसाइज मानी जाती है जो बॉडी बनाने में सहायक होती है। आप बाजार से ही कम कीमत में इसे खरीद कर सुबह के समय रोपिंग का अभ्यास कर सकते हैं।
2)  रजिस्टेंस बैंड
ऐसा देखा गया है कि शरीर का संतुलन बनाए रखने के लिए रजिस्टेंस बेंड को जरूरी माना जाता है। आप बाजार से 800 से 1200 तक का बैण्ड लेकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
3) वेट मशीन
एक्सरसाइज होने पर इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि वजन पर क्या प्रभाव पड़ा? इसके लिए वेट मशीन का भी उपयोग करें इसे आप सस्ते दामों में ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकते है।
4) डम्बल्स
बॉडी बनाने के लिए डंबल्स का भी उपयोग किया जा सकता है। यह आपको सस्ते दामों में लोकल मार्केट से मिल जाता है। धीरे धीरे आप  डंबल का वजन भी बढ़ा सकते हैं और घर में ही आसानी से उपयोग किया जा सकता है।
5) हूप
हुप का उपयोग कमर से कैलोरी को कम करने में भी किया जाता है। इसे चर्बी भी कम की जा सकती है इसे आप अपने साइज के हिसाब से भी ले सकते हैं, जो सस्ते दामों में मिल सकता है।
इन सभी उपकरण से आसानी से ही घर में ही बॉडी बना सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि यह सब नियमित रूप से हो।
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डांस करना भी है फायदेमंद
अगर आप डांस करना पसंद करते हैं, तो सुबह या किसी भी समय इसे भी आजमा सकते हैं। आप इससे आपकी अतिरिक्त कैलोरी बर्न होगी। ऐसे किसी भी गतिविधि को करते समय जब पसीना आता है वह वजन घटाने या बॉडी बनाने में सहायक हो सकता है। आपने देखा होगा कि मशहूर अभिनेत्रियां हेमा मालिनी, माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी ने अपने क्लासिकल डांस के माध्यम से अपने आप को संतुलित रखा है। भले ही आप क्लासिकल डांस ना जानते हो पर किसी भी प्रकार का डांस आपके लिए फायदेमंद है। इसे जरूर आजमाएं।
निष्कर्ष
इस प्रकार से आपने देखा कि बॉडी बनाना बहुत मुश्किल काम नहीं और अगर घर से यह काम करना हो तो कोई दिक्कत नहीं है। आप घर के कामों के साथ-साथ भी इस काम को भी अंजाम दे सकते हैं। इसमें आपको थोड़ी मेहनत की आवश्यकता है। अगर आपके अंदर लगन हो, तो कोई भी कार्य आसानी से किया जा सकता है। प्रयत्न करते रहिए और अपने मार्ग में आगे  बढि़ए।
उम्मीद करते हैं हमारा लेख आपको पसंद आएगा।
Source : https://www.ghareluayurvedicupay.com/ghar-par-body-banane-ke-tarike/
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hindistoryblogsfan · 4 years
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टैरो कार्ड्स के मुताबिक मेष राशि के लिए शनिवार, 24 अक्टूबर का दिन मिश्रित फल देने वाला रहेगा। अच्छे-बुरे दोनों तरह के अनुभव हो सकते हैं। वृष राशि के लोगों की पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। टैरो रीडर प्रणिता देशमुख से जानिए मेष से मीन तक, सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा शनिवार का दिन...
मेष - TWO OF WANDS
आज का दिन मिश्रित फलदायक होगा। जितनी सकारात्मक घटनाएं होंगी उतनी ही नकारात्मक भी घटनाएं घटेगी। व्यक्तिगत जीवन और काम की जिम्मेदारियों में तालमेल बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। मन में दुविधा बनी रहने की वजह से योग्य निर्णय ले पाना कठिन होगा। इसलिए महत्वपूर्ण निर्णय आज ना ले।
करियर: इंपोर्ट एक्सपोर्ट से जुड़े व्यापार में नयापन लाने की आवश्यकता होगी।
लव: पार्टनर के साथ मेलजोल बढ़ेगा।
हेल्थ: मांसपेशियों में खिंचाव या सूजन हो सकती है।
लकी कलर: ब्राउन
लकी नंबर: 2
वृषभ - FIVE OF PENTACLES
पैसों की समस्या दूर करने के प्रयास को धीरे-धीरे प्रगति मिलेगी। काम के नए तरीके सीखने की आवश्यकता होगी। परिवार का साथ मनोबल बढ़ाने के लिए उपयुक्त होगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां और खुद के लिए देखे सपने दोनों बातों को संभल कर आगे बढ़ना आपका स्ट्रेस बढ़ा सकता है।
करियर: पार्टटाइम काम करने वालों को काम का बड़ा मौका मिल सकता है।
लव: वैवाहिक जीवन की समस्या का निवारण करने के लिए बुजुर्गों की राय महत्वपूर्ण होगी।
हेल्थ: हड्डी में फ्रैक्चर या दर्द हो सकता है।
लकी कलर: पीला
लकी नंबर: 4
मिथुन - THREE OF PENTACLES
प्रॉपर्टी या आप अभी जिस घर में रह रहे वहां पर रिनोवेशन का काम शुरू हो सकता है। काम की शुरुआत में थोड़ी दिक्कत आ सकती है। प्रॉपर्टी में किया निवेश फलदाई होगा ;या प्रॉपर्टी द्वारा आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।काम के लिए लोगों से मेलजोल बढ़ाए।
करियर: टीम मेंबर्स का साथ मिलने की वजह से काम दिए गए समय से पहले खत्म हो सकता है।
लव: विवाह का निर्णय लेते समय व्यक्ति की आर्थिक परिस्थिति के बारे में अधिक जानकारी हासिल करें।
हेल्थ: गले का दर्द या खांसी तकलीफ देगी।
लकी कलर : लाल
लकी नंबर: 8
कर्क - NINE OF PENTACLES
आर्थिक परिस्थिति आज ठीक रहने की वजह से भविष्य से जुड़े कुछ निर्णय आज लिए जाएंगे। काम को और बढ़ाने का आपका प्रयास है सफल रहेगा। लक्ष्य से जुड़ी प्रगति का बार-बार अवलोकन करना आपकी एकाग्रता भंग कर सकता है। परिवार से जुड़े निर्णय समझदारी से देख लें।
करियर: व्यापारियों को डिजिटल मार्केटिंग की सहायता से फायदा होगा।
लव: अविवाहित महिलाओं को अपेक्षा अनुसार साथीदार जल्दी मिलेगा।
हेल्थ: बालों से जुड़ी समस्या हल होगी।
लकी कलर: पीला
लकी नंबर :7
सिंह - TEN OF WANDS
काम के प्रति आप का उत्साह कम होने की वजह से छोटी जिम्मेदारियों का भी बोझ लग सकता है।रोजमर्रा की जिंदगी से हटकर कुछ नहीं काम करने की आवश्यकता ���ोगी या पूरी तरह से आराम करने पर ध्यान दें। एकांत में बिताया समय आपको मानसिक रूप से स्वस्थ बनाएगा।
करियर: नौकरीपेशा लोग काम को अपनी क्षमता अनुसार नहीं कर पाएंगे।
लव: पार्टनर का आपके प्रति आपके प्रति अविश्वास रिश्ते में कटुता ला सकता है।
हेल्थ: गर्दन और कंधों का दर्द सताएगा।
लकी कलर: लाल
लकी नंबर: 5
कन्या - PAGE OF SWORDS
करियर में बदलाव लाने का आपका विचार आज निश्चित हो सकता है। काम से जुड़े अलग-अलग विचारों की वजह से मन में तनाव रहेगा। किसी एक बात पर पूरी तरह से फोकस कर पाना आज आपके लिए कठिन हो सकता है। लेकिन थोड़ी प्रयास से आप काम में और विचारों में डिसिप्लिन ला सकते हैं।
करियर: नौकरी करने वालों का काम से मन उब सकता है।
लव: पार्टनर की मर्जी बनाए रखने के लिए आपके द्वारा लिए निर्णय और जटिल प्रश्न बना सकते हैं।
हेल्थ: शरीर में वात बढ़ने की वजह से अस्वस्थता महसूस होगी।
लकी कलर: नीला
लकी नंबर:4
तुला - THREE OF SWORDS
आज आप काफी प्रयास के बाद अपने काम में बदलाव और डिसिप्लिन लाने मैं कामयाब रहेंगे। जीवन में मिले अपयश का असर थोड़ा बहुत आपके ऊपर रह सकता है। फिर भी आप प्रश्नों के उत्तर ढूंढने का प्रयास जारी रखेंगे। परिवार के साथ मतभेद हो सकते हैं। अपनी बात को समझा पाना कठिन होगा।
करियर: डेंटिस्ट और मेडिकल शाखा के विद्यार्थी पढ़ाई पर ध्यान दे।
लव: पूर्व परिचित व्यक्ति से मतभेद मिटाकर रिश्ते की शुरुआत हो सकती है।
हेल्थ: हृदय संबंधित विकार सता सकते हैं।
लकी कलर: सफेद
लकी नंबर: 1
वृश्चिक - TEN OF SWORDS
मानसिक अस्वस्थता या डिप्रेशन आप पर हावी हो सकता है। नकारात्मक भावनाओं को मिटाने के लिए योग्य व्यक्ति का मार्गदर्शन और उचित आहार लेने की आवश्यकता होगी। जीवन शैली में किए गए बदलाव धीरे-धीरे असर दिखाएंगे। आज आपको महसूस होने वाली कोई भी भावनाओं को खुद हो कर सुलझाने की कोशिश ना करें। करियर: काम और व्यापार से जुड़े राजकारण की वजह से मनोबल कम हो सकता है।
लव: पार्टनर का बर्ताव अकेलापन लाएगा।
हेल्थ: सेहत में सुधार लाने के लिए पूरी तरह से बेड रेस्ट लेना जरूरी होगा।
लकी कलर : नीला
लकी नंबर: 6
धनु - KING OF PENTACLES
आपको मिले यश और अपयश दोनों की जिम्मेदारी आपको ही उठानी पड़ेगी। किसी और की से सहायता की अपेक्षा ना करें। आपकी आत्मनिर्भरता की वजह से पिताजी को गर्व महसूस हो सकता है। फिर भी एक दूसरे के अहंकार को समझ पाना या कम कर पाना मुश्किल होगा।
करियर: विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप के लिए अधिक प्रयत्न करने होंगे।
लव: उम्र में आप से बड़े व्यक्ति की तरफ आप आकर्षित हो सकते हैं।
हेल्थ: योग्य खान-पान का असर सेहत पर दिखेगा।
लकी कलर: ब्राउन
लकी नंबर:9
मकर - THE MOON
अधिक चिंता की वजह से जो परिस्थिति आपके पक्ष में है उस पर भी आप नकारात्मक असर कर सकते हैं। नकारात्मक ऊर्जा को कम करने के लिए मेडिटेशन और चक्रा हीलिंग द्वारा सहायता होगी। हर परिस्थिति के बारे में नकारात्मक बातें ही देखना आपका आत्मविश्वास कम करेगा और लोगों का आप के प्रति बना नजरिया भी बिगाड़ सकता है।
करियर: व्यापार को और आगे बढ़ाने के लिए भागीदारी न करें।
लव: काम की वजह से पार्टनर्स एक दूसरे को वक्त नहीं दे पाएंगे।
हेल्थ: सर्दी जुकाम जैसी छोटी तकलीफ होगी।
लकी कलर : ऑरेंज
लकी नंबर : 2
कुंभ - KNIGHT OF WANDS
काम को दिए वक्त पर पूरा करना आज आपके लिए चुनौती हो सकता है। लेकिन हर चुनौती का सामना करने के लिए आप पूरी तरह से तैयार रहेंगे। परिवार संबंधित कुछ कामों को एन वक्त पर प्राधान्य देना होगा जो आपकी काम की योजना में बदलाव ला सकता है। दिनभर इरिटेशन महसूस हो सकता है फिर भी अधिकतर कामों में आप को प्रगति दिखेगी।
करियर: महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पूरा होने की खुशियां मनाई जा सकती है।
लव: पार्टनर की तरफ से दूरियां मिटाने की कोशिश की जाएगी।
हेल्थ: त्वचा संबंधित विकार थोड़ी मात्रा में सता सकते हैं।
लकी कलर: सफेद
लकी नंबर: 5
मीन - THE LOVERS
आपका समय फिलहाल अच्छा चल रहा है फिर भी पुरानी गलतियों का असर थोड़ा दिखेगा। बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी खास करके मार्केटिंग क्षेत्र में। परिवार में खुशहाली का वातावरण रहेगा। भाई बहन साथ मिलकर कोई नया काम शुरू कर सकते हैं।
करियर : मीडिया संबंधित व्यक्ति प्रगति करेंगे।
लव : लव लाइफ में सकारात्मक बदलाव दिखेगा।
हेल्थ: एसिडिटी की तकलीफ की वजह से नींद पर असर हो सकता है।
लकी कलर: पर्पल
लकी नंबर: 3
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abhay121996-blog · 3 years
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असली है या नकली, किसे लेना चाहिए और किसे नहीं? जानिए कोरोना वैक्सीन की ABCD Divya Sandesh
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असली है या नकली, किसे लेना चाहिए और किसे नहीं? जानिए कोरोना वैक्सीन की ABCD
देश में कोरोना की वैक्सीन तेजी से लगाई जा रही है। अब कई कंपनियों की वैक्सीन मौजूद है। वैक्सीन को लेकर हममें से बहुत लोगों के मन में अभी तक कई तरह के भ्रम बने हुए हैं। कुछ गलतफमियां, कुछ सवाल और जरूरी बातें हैं जिनके जवाब मिलना जरूरी है। जैसे, कौन-सी वैक्सीन बेहतर है, क्या 100 फीसदी इम्यूनिटी मिल सकती है, कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो फिलहाल वैक्सीन लें या न लें, वैक्सीन के फ्रॉड से कैसे बचना है? एक्सपर्ट्स से बात करके ऐसे ही सवालों के जवाब दे रहे हैं लोकेश के. भारती
यहां कराएं रजिस्ट्रेशन
Aarogya Setu App Co-WIN Vaccinator App नजदीकी अस्पताल में सीधे जा सकते हैं, जहां वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चल रही हो। यह सुविधा उन लोगों के लिए अहम है जो तकनीक के मामले में थोड़ा पीछे हैं।
यहां से लें मदद वैक्सीनेशन के बाद 30 से 40 मिनट इंतजार करने के लिए कहा जाता है। इंतजार जरूर करें। अगर परेशानी होती है तो वहां के मेडिकल स्टाफ से मदद मांग सकते हैं।
हेल्पलाइन नंबर: 011-23978046 वॉट्सऐप पर मदद: 9013151515 टोल फ्री: 1075 ईमेल:
सबसे खास बातें
कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज में 12 से 16 हफ्ते का गैप होना चाहिए। कोवैक्सीन की दूसरी डोज लेने में 4 से 6 हफ्ते का गैप होना चाहिए। स्पूतनिक-वी की दूसरी डोज लेने में भी 4 से 6 हफ्ते का गैप होना चाहिए। स्पूतनिक-वी लाइट को मंजूरी मिलने के बाद एक ही डोज लगाने की बात कही गई है। जायडस-कैडिला की वैक्सीन ZyCoV-D कोरोना की पहली वैक्सीन होगी जिसे लगाते समय सुई का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। प्रेग्नेंट हों या दूध पिलाने वाली मां, कोरोना वैक्सीन लगवा सकती हैं।
जानें वैक्सीन से जुड़ी बेसिक जानकारी
वैक्सीन लें या न लें? वैक्सीन जरूर लेनी है। सभी को लेनी है। बिना वैक्सीन के इम्यूनिटी नहीं बनेगी। फिलहाल जो वैक्सीन पूरी दुनिया में मिल रही हैं, वे सभी आपातकालीन इस्तेमाल (इमरजेंसी यूज) के लिए हैं। इनमें से अभी तक किसी को भी कमर्शल प्रोडक्शन का अधिकार नहीं मिला है। देश में इस वक्त तीन वैक्सीन: कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पूतनिक-वी मिल रही हैं और जल्द ही फाइजर की वैक्सीन भी मिल सकती है। इन सभी को इमरजेंसी यूज (यह सिर्फ जान बचाने के लिए है, डेटा का विश्लेषण नहीं हुआ हैै) के लिए ही अधिकार दिया गया है। ज���ससे हर शख्स के शरीर में कोरोना के खिलाफ ऐंटिबॉडी विकसित हो सके।
कोविशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक-वी और फाइजर में से कौन-सी वैक्सीन बेहतर है? हर वैक्सीन की क्षमता अलग-अलग होती है। सभी के साइड इफेक्ट्स भी अलग-अलग होते हैं। जिस वैक्सीन की क्षमता 50 फीसदी से ज्यादा है, वह वैक्सीन अच्छी है। देश में मिल रही हर वैक्सीन की क्षमता 50 फीसदी से ज्यादा है। सिर्फ क्षमता ज्यादा होने से वैक्सीन की क्वॉलिटी निर्धारित नहीं की जा सकती है। वैक्सीन लगने के बाद उसके साइड इफेक्ट्स कितने कम उभर रहे हैं, इससे भी वैक्सीन की क्वॉलिटी समझी जाती है। इसलिए कोविशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक-वी और फाइजर में से किसी को भी लगाया जा सकता है।
देश में कौन-सी नई वैक्सीन आ रही है और कब तक? देश में मिल रही वैक्सीन: कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक-वी।
जल्द मिलेगी
1. अमेरिकी वैक्सीन फाइजर
यह आरएनए तकनीक पर काम करती है। इसकी क्षमता करीब 95 फीसदी कही गई है।
2. भारतीय वैक्सीन जायडस-कैडिला
यह पहली वैक्सीन होगी जिसे बिना इंजेक्शन शरीर में पहुंचाया जाएगा। इसे फार्माजेट तकनीक से लगाया जाएगा, जिसमें तेज गति से वैक्सीन को स्किन के अंदर पहुंचाया जाता है। इससे इंफेक्शन का खतरा भी कुछ कम होगा। इस वैक्सीन का नाम ZyCoV-D है। इसने भारत के औषधि महानियंत्रक (DGCI) से आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है। यह पहली प्लाज्मिड DNA वैक्सीन है। इस वैक्सीन के बारे में कहा जा रहा है कि यह 12 से 18 साल के किशोरों के लिए भी कारगर है। इस वैक्सीन की 3 डोज लगेंगी।
3. स्पूतनिक-वी लाइट
भारत की कंपनी डॉ. रेडीज ने इस वैक्सीन के लिए DGCI के पास आवेदन दिया था। DGCI ने वैक्सीन से संबंधित डेटा उपलब्ध कराने के लिए कहा है। तब तक के लिए मंजूरी नहीं दी गई है। इसे स्टोर करना आसान है। इसकी एक खुराक ही दी जाएगी। जबकि भारत में पहले से मिल रही स्पुतनिक-वी वैक्सीन की दो खुराकें दी जाती हैं।
देसी और विदेशी वैक्सीन में क्या खास अंतर है? देसी और विदेशी वैक्सीन में कोई फर्क नहीं है। दोनों का काम शरीर में कोरोना के खिलाफ ऐंटिबॉडी तैयार करना है। इस काम में देसी और विदेशी दोनों वैक्सीन कामयाब हैं।
क्या वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद भी बूस्टर डोज लगवानी होगी? कोरोना वायरस की शुरुआत हुए 2 साल भी नहीं बीते हैं। फिलहाल लोगों की जान बचाने के लिए इमरजेंसी में वैक्सीन दी जा रही है। अभी इस पर स्टडी करनी बाकी है। इस बात का अनुमान लगाना मुश्किल है कि बूस्टर डोज की जरूरत पड़ेगी या नहीं। स्टडी को पूरा होने में 3 से 5 साल या इससे ज्यादा का वक्त भी लग सकता है। जब तक वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां डेटा का सही तरीके से विश्लेषण नहीं कर लेतीं, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
रजिस्ट्रेशन कहां करवाना होगा? रजिस्ट्रेशन के बाद वैक्सीन लगवाने का नंबर आता है। पर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते है। इसके अलावा Aarogya Setu app या Co-WIN Vaccinator App पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। यह भी मुमकिन न हो तो नजदीकी अस्पताल में सीधे जा सकते हैं, जहां वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चल रही हो, वहां भी रजिस्ट्रेशन हो सकता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए बेहतर है जो टेक सेवी नहीं हैं।
वैक्सीन कितनी असरदार
क्या वैक्सीन लगवाने के बाद ज़िंदगीभर कोरोना नहीं होगा? इस बात की गारंटी नहीं दी जा सकती। कोरोना से पहले जितनी भी वैक्सीन अलग-अलग बीमारियों के खिलाफ लगाई जाती रही हैं बाद में उनके मामले भी देखे गए हैं। जैसे, MMR (मीजल्स, मम्स, रुबेला से बचाव के लिए), BCG (टीबी से बचाव के लिए)। इन्हें लगाने के बाद भी लोगों को ये बीमारियां हुई हैं। हां, यह जरूर है कि वैक्सीन लगने के बाद ऐसे मामले बहुत कम देखे गए। अगर किसी को बाद में ये बीमारियां हुई भी तो जानलेवा नहीं रहीं। कोरोना की वैक्सीन के साथ भी ऐसा ही है। जिन लोगों ने कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी हासिल कर ली है, भविष्य में दोबारा इंफेक्शन होने पर इसकी गंभीरता से काफी हद तक बच सकते हैं।
कोविशील्ड और कोवैक्सीन कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन जैसे, डेल्टा और डेल्टा प्लस के खिलाफ कितनी असरदार हैं? सिर्फ कोवैक्सीन और कोविशील्ड ही नहीं, स्पूतनिक-वी लगवा चुके लोगों में अभी तक डेल्टा या डेल्टा प्लस के गंभीर मामले न के बराबर ही हैं। तीनों वैक्सीन इनके खिलाफ भी कारगर हैं। हालांकि इनकी विस्तार से स्टडी करना बाकी है।
वैक्सीन लगवाने के कितने दिनों बाद तक शरीर में इम्यूनिटी रहती है? कोरोना वायरस को आए अभी डेढ़ साल ही हुआ है और वैक्सीन को तैयार हुए लगभग 6 महीने। अभी तक जिन्हें वैक्सीन लगी है, उनमें ऐंटिबॉडी की मौजूदगी देखी गई है। बीतते वक्त के साथ यह साबित होता जाएगा कि वैक्सीनेशन के बाद शरीर की इम्यूनिटी कितने दिनों तक रहती है। वैक्सीन लगवाने के बाद इम्यूनिटी कितने दिनों में विकसित होती है? वैक्सीन लगवाने के चौथे से पांचवें दिन अस्थायी ऐंटिबॉडी (IgM) बननी शुरू हो जाती है। यह अमूमन 15 से 20 दिन तक बनी रहती है। वहीं 15 से 20 दिन के बाद स्थायी ऐंटिबॉडी (IgG) बनने लगती है।
वैक्सीन की पहली डोज ही काफी नहीं? इस बारे में अब तक विस्तार में स्टडी नहीं हुई है। हालांकि यह देखा गया है कि कुछ लोगों में पहली डोज के बाद ही ऐंटिबॉडी विकसित हो जाती है, वहीं कुछ लोगों में दूसरी डोज के बाद विकसित होती है। इसलिए दोनों डोज लेना जरूरी है।
वैक्सीन 100 फीसदी असरदार क्यों नहीं है? पूरी दुनिया में आज तक ऐसी वैक्सीन नहीं बनी है जो 100 फीसदी असरदार हो। वैक्सीनेशन के बाद इम्यूनिटी की स्थिति क्या होगी, यह काफी हद तक उस शख्स के शरीर पर भी निर्भर करता है। अगर किसी को गंभीर बीमारी जैसे कि कैंसर हो, किडनी की बीमारी, ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ हो, डायबिटीज के पुराने मरीज हों और शुगर काबू में न हो, एलर्जी के गंभीर मरीज हों तो ऐसे लोगों में वैक्सीनेशन के बाद भी इम्यूनिटी कमजोर होती है। ऐंटिबॉडीज भी कम बनती हैं। स्वस्थ शरीर में वैक्सीन कारगर रहती है।
वैक्सीनेशन के बाद IgG ऐंटिबॉडी टेस्ट कराकर देखना चाहिए कि ऐंटिबॉडीज बनी हैं या नहीं?
वैक्सीन लेने के बाद शरीर में इम्यूनिटी दो तरीके से बनती है:
1. न दिखने वाली: यह सेल्युलर लेवल पर होता है। इस तरह की इम्यूनिटी होने पर वैक्सीनेशन के बाद भी IgG ऐंटिबॉडी टेस्ट नेगेटिव आ सकता है। लेकिन इम्यूनिटी बनाने वाली कोशिकाएं वायरस के आकार-प्रकार को याद कर लेती हैं। इसमें शरीर को इम्यूनिटी देने वाली T-हेल्पर सेल और T-किलर सेल अहम भूमिका निभाती हैं। ये सेल्स वायरस को अपनी मेमरी में स्टोर करती हैं। भविष्य में जब भी वायरस शरीर में पहुंचता है तो ऐंटिबॉडी बनने लगती है और वायरस को खत्म कर देती हैं। इसलिए वैक्सीन लेने के बाद या कोरोना से ठीक होने के बाद भी अगर किसी का ऐंटिबॉडी टेस्ट नेगेटिव हो तो परेशान नहीं होना चाहिए।
2. दिखने वाली: वैक्सीनेशन के बाद IgG ऐंटिबॉडी टेस्ट कराने पर रिजल्ट पॉजिटिव आता है। वैक्सीन लेने के 20 से 25 दिन में टेस्ट करा सकते हैं।
एक डोज ही लग पाए तो…
अगर किसी को वैक्सीन की पहली डोज लग गई है, लेकिन दूसरी डोज नहीं मिल पा रही है तो क्या वह दूसरी डोज को छोड़ सकता है? कुछ दिन पहले तक यह सवाल वाजिब हो सकता था कि वैक्सीन नहीं मिल पा रही है, लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं है। फिलहाल वैक्सीन की उपलब्धता में कोई कमी नहीं है। जहां तक दूसरी डोज छोड़ने की बात है तो ऐसा हरगिज नहीं करना चाहिए। कोरोना के खिलाफ पर्याप्त इम्यूनिटी के लिए दूसरी डोज लगवाना भी जरूरी है।
अगर कोई शख्स सरकार की ओर से तय वक्त में वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ले पाता है तो क्या उसे फिर से पहली डोज लेनी पड़ेगी? वैक्सीनेशन को हमें प्राथमिकता पर रखना चाहिए। वैक्सीन आने वाले समय में शरीर की सेहत, सामान्य कामकाज और यात्राओं के लिए पासपोर्ट का काम भी करेगी। सरकार ने जिस वैक्सीन के लिए जो समय सीमा निर्धारित किया है, उसी में वैक्सीन लगवानी चाहिए ताकि शरीर को सही इम्यूनिटी मिल सके।
अगर किसी को वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए स्लॉट और डेट मिल गई थी। लेकिन वह कोविड-19 से संक्रमित हो गया तो अब दूसरी डोज कब लेनी चाहिए? इस सवाल में एक बात साफ है कि उस शख्स ने पहली डोज ले ली थी। दूसरी डोज लगवाने से पहले ही उसे कोरोना हो गया। ऐसे में कोरोना से उबरने यानी लक्षण खत्म के बाद (यह अमूमन 15 दिनों का होता है) 3 महीने का अंतराल रखना चाहिए यानी जिस दिन पहला लक्षण आया उसे जोड़कर 105 (90+15) दिनों के बाद।
कोवैक्सीन कम मात्रा में बन रही है। दूसरी डोज के लिए कोवैक्सीन नहीं मिल रही है कोई दूसरी वैक्सीन की डोज लगवा लें? ऐसा नहीं है। कोवैक्सीन पहले जितनी मात्रा में बन रही थी, उतनी ही मात्रा में अब भी बन रही है। पहले जिस जगह कोवैक्सीन लगवाई थी, वहां पर फिर से कोवैक्सीन मिलने की गुंजाइश है। अभी तक सरकार ने दोनों वैक्सीन दो अलग-अलग कंपनियों की लगवाने के बारे में नहीं कहा है।
कौन न ले वैक्सीन
अगर कोई शख्स कैंसर, डायबिटीज या हाइपरटेंशन से पीड़ित है और दवाई ले रहा है तो क्या उसे वैक्सीन लगवानी चाहिए? सभी को वैक्सीन लेनी है चाहे वह कैंसर का मरीज हो, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट, किडनी का या फिर किसी दूसरी बीमारी का। अगर मन में कोई डर हो तो अपने डॉक्टर से जरूर बात कर लें। किसी को एलर्जी की गंभीर समस्या है तो उसे वैक्सीन नहीं लेनी है। एलर्जी की गंभीर परेशानी का मतलब यह है: एलर्जी की परेशानी शुरू होने पर 1. शरीर पर चकत्ते हो गए हों, 2. बीपी लो हो गया हो और 3. सांस लेने में परेशानी हो। एलर्जी की वजह से ये तीनों लक्षण मरीज में उभरते हों तो वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए और अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
किसी शख्स में कोरोना के लक्षण हैं तो वैक्सीन लेनी चाहिए? अगर किसी शख्स में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो पहले उसे कोरोना का इलाज करवाना चाहिए। 15 दिनों तक आइसोलेशन में रहना चाहिए। फिर लक्षण जाने के 3 महीने से अंदर वैक्सीन नहीं लगवानी है। दरअसल, कोरोना होने के बाद शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है। ऐसे में वैक्सीनेशन का फायदा भी ज्यादा नहीं होगा।
बच्चों के लिए वैक्सीन कब तक आएगी और यह कब तक उपलब्ध होगी? अभी तक कोरोना का असर बच्चों पर कम पड़ा है। बहुत ही कम मामलों में बच्चों की स्थिति गंभीर हुई है। फिर भी बच्चों को कोरोना से बचाना है। इसके लिए कई कंपनियां काम कर रही हैं। हमारे देश में जायडस-कैडिला 12 से 18 साल तक के किशोरों के लिए वैक्सीन ला रही है। उम्मीद है कि यह अगस्त तक मुहैया हो जाएगी। वहीं भारत बायोटेक भी बच्चों की वैक्सीन बना रही है। यह 2 से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए है। यह सितंबर तक मिल सकती है।
नेजल वैक्सीन कब तक आ सकती है? नाक से दी जाने ��ाली वैक्सीन को नेजल वैक्सीन या नेजल स्प्रे वैक्सीन भी कहते हैं। WHO के मुताबिक पूरी दुनिया में 7 कंपनियां नेजल वैक्सीन पर काम कर रही है। भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन अक्टूबर तक आ सकती है। इसके अलावा कोविशील्ड भी नेजल स्प्रे ला सकती है।
असली-नकली वैक्सीन की पहचान क्या है जो वैक्सीन लगाई जा रही है वह असली है या नकली, यह कैसे पता लगाएं? रजिस्टर्ड प्राइवेट अस्पतालों, सरकारी अस्पतालों और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान जो वैक्सीनेशन कर रहे हैं, उसमें संदेह की गुंजाइश न के बराबर है। लेकिन इन जगहों पर भी वैक्सीनेशन के तरीकों पर ध्यान दिया जा सकता है। मन में शंका हो तो उसे दूर कर लेना चाहिए। ऐसा नहीं है कि वैक्सीनेशन में फ्रॉड के मामले सिर्फ भारत में ही सामने आए हैं। इस तरह की घटनाएं अमेरिका, चीन, पोलैंड और मैक्सिको में भी हुई हैं। ये घटनाएं कैंप लगाकर दी जाने वाली वैक्सीन के मामले में ज्यादा हुई हैं।
अगर किसी कैंप में यह कहा जाता है कि आप अभी अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर दे दें, बाद में वैक्सीनेशन का मेसेज आएगा तो अलर्ट हो जाएं। अगर बाद में किसी का नाम या उनसे जुड़ी ऑनलाइन अपलोड करने में गलती हुई तो सर्टिफिकेट भी गलत आएगा। दरअसल कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीनेशन काफी अहम है। इसके लिए वक्त जरूर निकालना चाहिए। बेहतर होगा कि रजिस्ट्रेशन करवाकर स्लॉट लें और किसी अच्छे सरकारी या प्राइवेट अस्पताल या सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर ही वैक्सीनेशन करवाएं। वायल देखकर भी असली-नकली वैक्सीन की पहचान की जा सकती है।
वैक्सीन की वायल (शीशी) पुरानी दिखे या ऐसा लगे कि इसे दोबारा पैक की गई है तो सचेत हो जाएं। उस पर मैन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट आदि सही तरीके से नहीं दिख रही हो।
वैक्सीनेशन के दौरान इन बातों का भी रखें ध्यान
जहां वैक्सीन लेने गए हैं, वहां पर अगर हेल्थ वर्कर ने वायल से वैक्सीन निकालकर पहले ही सिरिंज में भर दी हो और आपके मन में कोई संदेह हो तो आप उन्हें सामने में भरने के लिए कह सकते हैं। जो मेडिकल स्टाफ वैक्सीन लगा रहा है, उसकी यह जिम्मेदारी है कि वह अपना नाम और जिस कंपनी की वैक्सीन लगाई जा रही है उसकी जानकारी दे। मोबाइल पर जब मेसेज से वैक्सीनेशन की जानकारी आती है तो मेडिकल स्टाफ ने जो जानकारी दी है, उससे मिलान कर लें। अगर अंतर दिख रहा है तो वहां के स्टाफ से जरूर बात करें। कोवैक्सीन, स्पूतनिक-वी और कोविशील्ड वैक्सीन को रखने के लिए 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत होती है। वहीं फाइजर की वैक्सीन को माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखना होता है। ऐसे में अगर किसी हेल्थ वर्कर ने 2 से 3 मिनट या इससे ज्यादा समय से पहले ही शीशी को बाहर निकाल लिया और सिरिंज में डालकर रख दिया है तो वैक्सीन की कोल्ड चेन टूट जाएगी और असर कम हो सकता है। वैक्सीनेशन वैक्सीनेशन के 5 मिनट के अंदर ही मेसेज से यह कंफर्म कर दिया जाता है कि उस शख्स को किस कंपनी की वैक्सीन लगी है। उस पर उसका नाम भी दर्ज होता है। कुछ मामलों में मेसेज देर से मिल सकता है, लेकिन यह भी पता करें कि जिस स्लॉट में हमें वैक्सीन लगी है, उस स्लॉट के बाकी लोगों के मेसेज कब आए। अगर उस स्लॉट में किसी का मेसेज नहीं आया है तो वहां के स्टाफ से जरूर बात करनी चाहिए। यह काम तब करें जब वैक्सीन लगाने के बाद आपको आनिवार्य रूप से आधा घंटा इंतजार करना होता है। वैक्सीन लगने के बाद 30 से 40 मिनट तक इंतजार करने के लिए कहा जाता है कि वैक्सीन का कोई गलत असर हो तो उनका इलाज किया जा सके। आमतौर पर बीपी लो होने की परेशानी हो सकती है।
फ्रॉड से बचने के लिए ऐसे कदम उठाएं
कैंप लगाकर वैक्सीनेशन अच्छा उपाय है लेकिन ऐसा करने के दौरान कुछ राज्यों में फ्रॉड के मामले सामने आए हैं। किसी खास जिले में कैंप लगाकर वैक्सीनेशन किया जा रहा हो तो पूरी जानकारी प्रशासन के पास भी जरूर होनी चाहिए। इनमें CMO/DM शामिल हों ताकि किसी को कैंप पर शक हो तो तत्काल ही इन अधिकारियों से पूछकर इसकी तसल्ली कर ले। CMO/DM ऐसे कैंप को मंजूरी देने के बाद अपनी सरकारी वेबसाइट पर पूरी जानकारी मुहैया कराएं। कैंप लगाने के लिए रजिस्टर्ड अस्पताल या सरकार से मान्यता प्राप्त संस्था को ही मंजूरी मिले। उसके पास अस्पताल का एक ऑफिशल लेटर भी जरूर होना चाहिए।कैंप पर एक डॉक्टर जरूर हो। हर डॉक्टर का एक रजिस्ट्रेशन नंबर होता है। उस नंबर को वहां लिखा जाना चाहिए। इसके अलावा वहां पर डॉक्टर और बाकी स्टाफ के नाम और फोटो के साथ लगे हों। अगर कोई कैंप किसी रजिस्टर्ड अस्पताल के नाम से लगा हो तो वहां का फोन नंबर जरूर हो। उस नंबर को इंटरनेट पर और उसकी वेबसाइट पर सर्च करके भी चेक करना चाहिए कि नंबर फर्जी है या असली। अगर वैक्सीन का उत्पादन करने वाली हर कंपनी अपने हर वायल पर बार कोड लगा दे तो उसे मोबाइल से स्कैन करके उस वायल के बारे में हर तरह जानकारी हासिल की जा सकती है कि कब उत्पादन हुआ, एक्सपायरी डेट क्या है आदि। इससे किसी भी तरह के फ्रॉड से बचा जा सकता है।
वैक्सीन सर्टिफिकेट कहां मिलता है और उसका फायदा
रजिस्ट्रेशन के सेंटर पर जाकर वैक्सीन लगवा रहे हैं तो सर्टिफिकेट कैसे मिलेगा? अगर सीधे सेंटर पर जाकर वैक्सीन लगवा रहे हैं तो वहां भी आधार कार्ड और मोबाइल नंबर देना होता है। वैक्सीन लगने के बाद मोबाइल नंबर पर मेसेज आता है और सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए लिंक भी। उस लिंक पर क्लिक करने के बाद सर्टिफिकेट मिल जाता है। इसे मोबाइल ऐप Digilocker में भी रख सकते हैं और प्रिंट भी निकालकर रख सकते हैं।
जो सर्टिफिकेट मिला है वह असली है, इस बात का कैसे पता लगाएं? सर्टिफिकेट सरकारी पोर्टल से हासिल किया गया है तो वह असली ही है।
वैक्सीन लगने के बाद अगर कोई शख्स बीमार हो जाता है या मर जाता है तो क्या कंपनी या सरकार कोई मुआवजा देगी? हमारे देश में ऐसे मामले बहुत ही कम आए हैं। चूंकि अभी वैक्सीन को इमरजेंसी यूज का ही अधिकार मिला है, इसलिए मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है। DGCI ने इसके लिए किसी भी तरह का जुर्माना नहीं रखा है। जब वैक्सीन का कमर्शल यूज शुरू होगा तब ऐसे मामलों के लिए मुआवजे की बात भी होगी।
क्या वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवाने के बाद मास्क हटा सकते हैं? अभी ऐसा नहीं करना चाहिए। जब तक पूरे देश में सबका वैक्सीनेशन न हो जाए और सरकार इसके लिए घोषणा न कर दे, न मास्क हटेगा और न ही सोशल डिस्टेंसिंग खत्म होगी। इसलिए अभी कई महीनों तक मास्क को लगाना पड़ेगा।
अगर किसी को अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन की एक-एक डोज लग जाए तो क्या होगा? कुछ देश एक्सपेरिमेंट के तौर पर अलग-अलग वैक्सीन लगा रहे हैं। इसका क्या नतीजा रहा? इस तरह के प्रयोग भी हो रहे हैं। अपने देश में भी गलती से ही ऐसे मामले सामने आए, लेकिन ऐसे लोगों पर अभी तक कोई खास बुरा असर देखने को नहीं मिला है। सीधे कहें तो आंकड़े आने में वक्त लगेगा। इनका नतीजा बाद में क्या होगा, इस बारे में अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता। इसलिए जिस कंपनी की पहली डोज की वैक्सीन लगी है, उसी डोज की दूसरी डोज भी लगवानी चाहिए।
नोट: अगर इन सवालों के अलावा भी कोई सवाल हो तो अंग्रेजी या हिंदी में हमारे फेसबुक पेज SundayNBT पर लिख दें। इसके अलावा हमें ईमेल भी कर सकते हैं। अपने सवाल पर बुधवार तक भेज दें। सब्जेक्ट में vaccine लिखें। हम चुने हुए सवालों के जवाब एक्सपर्ट से लेकर अपने फेसबुक पे�� पर और अखबार में भी देंगे।
एक्सपर्ट पैनल
प्रो.(डॉ.) एन. के. अरोड़ा चेयरपर्सन, ORG, नैशनल टास्क फोर्स कोविड-19, ICMR प्रो.(डॉ.) जी. सी. खिलनानी, चेयरमैन, इंस्टिट्यूट ऑफ पल्मोनरी, PSRI प्रो.(डॉ.) संजय राय कम्यूनिटी मेडिसिन और इंचार्ज कोवैक्सीन ट्रायल, AIIMS प्रो.(डॉ.) राजेश मल्होत्रा एचओडी ऑर्थोपीडिक्स, इंचार्ज कोविड ट्रॉमा सेंटर, AIIMS डॉ. अंशुमान कुमार, डायरेक्टर, धर्मशिला हॉस्पिटल
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preet26patel-blog · 4 years
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https://www.mitulkumarpatel.net/2020/09/16-2020-12-9-3-ace-of-pentacles-queen.html
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कोरोना ने मानसिक स्वास्थ को बुरी तरह से प्रभावित किया है, ऐसे में मेंटल हेल्थ सुधारने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके https://ift.tt/2LqtVzp
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इस समय पूरी दुनिया में इस बात पर रिसर्च जारी है कि कोरोना महामारी के दौरान बिगड़ते मानसिक असंतुलन पर किस तरह काबू पाया जाए। लॉकडाउन के दौरान तनाव, चिंता और घरेलू हिंसा के मामलों में हो रही बढ़ोतरी मानसिक स्वास्थ को बुरी तरह से प्रभावित कर रही है। इससे बचने के लिए कुछ उपाय अपनाएं जा सकते हैं ताकि आप शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ रह सकें।
पर्याप्त नींद लें
लॉकडाउन की वजह से हमारी दिनचर्या पूरी तरह बदल गई है। फिलहाल लोगों के सोने और जागने दोनों का समय तय नहीं है। देर रात तक जागने की वजह से दिनभर सिर भारी रहता है। इसका विपरीत प्रभाव मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है। इसलिए हमें कम से कम छह से 8 घंटे की नींद रोज लेना चाहिए। दरअसल हर व्यक्ति के शरीर में नींद की बायोलॉजिकल क्लॉक होती है। जब आप सोते हैं तो आपकी बॉडी अपने आप को रिपेयर करती है और यदि आप कम सोते हैं, तो ये प्रोसेस सही तरीके से नहीं हो पाती है।
हेल्दी खाना खाएं
आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में डाइट की मुख्य भूमिका होती है। अपने भोजन में फल, सब्जियों, साबूत अनाज और तरल पदार्थों को उचित मात्रा में शामिल करें। दिन में तीन बार मेगा मी�� खाने की बजाय छह बार मिनी मील खाएं। दिन की शुरुआत करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए ब्रेकफास्ट ऐसा करें, जिससे आपको एनर्जी मिले क्योंकि ब्रेकफास्ट ही आपके शरीर को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए आवश्यक ऊर्जा उपलब्ध कराता है। आपका सही खानपान दिमाग की ताकत बढ़ाने में भी पर्याप्त मदद करता है।
नई गतिविधि में मन लगाएं
जितना हो सके, खुद को व्यस्त रखने की कोशिश करें। कुछ नया काम करें या फिर वह काम करें, जिससे आपको खुशी मिलती है। इससे नई- नई चीजों को सीखने का अवसर मिलता है। मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए अपने शौक और पसंद को बनाए रखें। इससे आपको टाइम पास करने में भी भरपूर मदद मिलेगी।
अकेलेपन से बचें
तालाबंदी में घर पर रहना तो ठीक है। लेकिन अगर आप दिनभर अपने कमरे में अकेले ही रहना पसंद करते हैं तो इससे कुंठा की भावना घर कर लेगी। बेहतर है परिवार के सदस्यों के साथ वक्त बिताएं। हाल ही में हुए एक शोध में ��ह बात सामने आई है कि जो लोग परिवार के करीब होते हैं, वो ज्यादा खुशहाल होते हैं।
पूरे शरीर पर होता है तनाव का असर
आप तनाव में होते हैं तो हॉर्मोन्स का स्तर बढ़ जाता है। इनमें एड्रीनेलिन और कार्टिसोल प्रमुख हैं। इनकी वजह से दिल का तेजी से धड़कना, पाचन क्रिया का मंद पड़ना, रक्त का प्रवाह प्रभावित होना, नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली गड़बड़ा जाना और इम्यून सिस्टम कमजोर होने जैसी समस्याएं होती हैं।
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May: mental health awareness month: Corona has severely affected mental health, so follow these 5 ways to improve mental health
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bangtober · 5 years
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ए यूनिक एंड सस्टेनेबल तंजानिया
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यह एक समुदाय और देश में फर्क करने की कहानी है। पेट्रीसिया पैट्रिस माजुले तंजानिया का 25 वर्षीय मूल निवासी है, और एक स्थायी कंपनी है, जो एक स्थायी कंपनी है जो पुनर्नवीनीकरण अंडे कार्टन कचरे से कागज उत्पादों का उत्पादन करती है।  वह दार एस सलाम बिजनेस स्कूल के विश्वविद्यालय से लेखा में वाणिज्य में स्नातक की डिग्री रखती है। वह अफ्रीका के सबसे प्रतिभाशाली युवा उद्यमियों में से एक है, जिसका नाम फोर्ब्स 30 अंडर 30 के 30 सबसे होनहार उद्यमियों में रखा गया है।
कई जुनून इस सफल स्थायी उद्यमी को चलाते हैं। और सबसे पहले, पेट्रीसिया अपने समय और आत्मा को अपने व्यवसाय में अपने देश में गरीबी का मुकाबला करने के लिए निवेश करती है।  उनका मानना है कि रोजगार सृजन के माध्यम से वह परिवारों को आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करने में मदद कर सकते हैं और इस तरह अपने स्थानीय समुदाय में और राष्ट्रीय स्तर पर समय के साथ परिवार का आकार कम कर सकते हैं।
उसकी नजर में, गरीबी दु���िया की सभी बुराईयों की जड़ है, और वह इसका उद्देश्य न केवल नौकरियों के माध्यम से बल्कि विकलांग व्यक्तियों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए अपने चैरिटी इवेंट्स के माध्यम से इसका मुकाबला करना चाहती है। सुश्री माजुल के लिए पर्यावरणीय स्थिरता एक और महत्वपूर्ण चालक है। वह भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा करना चाहती है, और यह उसके उत्पाद सामग्री और सेवाओं में परिलक्षित होता है। ये जुनून एक उज्जवल और हरियाली भविष्य के लिए उसकी आकांक्षाओं को बढ़ाते हैं, और उन्होंने उसके व्यवसाय, अद्वितीय एहसान त्ज़ के निर्माण के लिए प्रेरित किया।
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नेताओं की आवश्यकता
तंजानिया एक खूबसूरत देश है जो पूर्वी अफ्रीका के तट पर स्थित है, जिसकी आबादी 57 मिलियन से कम है। यह लगभग कैलिफ़ोर्निया राज्य के आकार से दोगुना है और इसके समुद्र तटों, सेरेन्गेटी नेशनल पार्क, नागोरोंगो क्रेटर और माउंट किलिमंजारो के लिए प्रसिद्ध है। देश के प्राकृतिक अजूबों की प्रचुर आपूर्ति के कारण, यह थोड़ा आश्चर्य की बात है कि पर्यटन इसकी अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।  हालांकि, कृषि यहां का राजा है, जो देश के 85% निर्यात का उत्पादन करता है और इसके 65% कर्मचारियों को रोजगार देता है। तंजानिया की स्वस्थ अर्थव्यवस्था हाल के वर्षों में पूर्वी अफ्रीकी देशों के बीच दूसरी सबसे बड़ी बन गई है और पूरे अफ्रीका में बारहवें स्थान पर है।
इस सकारात्मक आर्थिक विकास ने कई सामाजिक आर्थिक सफलताओं को जन्म दिया है, जैसे कि 2014 के मुकाबले बेरोजगारी को लगभग 10% कम करना और गरीबी दर को कम करना। 2012 में 28% तक डूबने से पहले तंजानिया की गरीबी दर 2007 में 34% थी और फिर 2016 तक 26% हो गई।  हालांकि इन दरों में गिरावट जारी है, गरीबी अभी भी व्याप्त है। इस देश में कई लोग बेहतर जीवन और उज्जवल कल के लिए बेताब हैं।  इस देश को पेट्रीसिया माजुले जैसे दूरदर्शी नेताओं और उद्यमियों की आवश्यकता है।  
स्थिरता और कुछ अनोखी की शुरुआत
पेट्रीसिया, यूनीक फेवर्स टेज़ के संस्थापक और निदेशक हैं, जो तंजानिया की एक कंपनी है जिसकी शुरुआत उन्होंने 19 साल की उम्र में की थी। अनोखा एहसान Tz 2014 में स्थापित किया गया था और अपने रचनात्मक पार्टी डिकर्स, पार्टी उत्सव के सामान, साथ ही उपहार और स्मृति चिन्ह उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। यह नवोदित कंपनी निरंतर उत्पाद नवाचार के माध्यम से ग्राहकों का विश्वास और जुड़ाव अर्जित करने का प्रयास करती है।
पेट्रीसिया ने अपनी कंपनी के मिशन को लोगों पर केंद्रित बताया।   उसने कहा, "हम अपने मौजूदा ग्राहकों और संभावित ग्राहकों के साथ एक उत्कृष्ट तरीके से व्यवहार करते हैं और साथ ही अपने व्यापार के हितधारकों को कर्मचारियों से व्यापारिक भागीदारों के लिए महत्व देते हैं।" ग्राहक सेवा पर इस लेजर फोकस ने अनोखे एहसान Tz को फलने फूलने और अपने उत्पाद लाइनों का विस्तार करने की अनुमति दी है। पिछले 5 साल 
किसी भी उद्यमशीलता उद्यम के साथ, पेट्रीसिया को चुनौतियों का सामना करना पड़ा जब उसने अपना व्यवसाय शुरू किया। पूरे समय कॉलेज में जाना और एक सफल व्यवसाय शुरू करना कोई आसान काम नहीं है।  पेट्रीसिया का कहना है कि उनके सामने सबसे कठिन चुनौती उपभोक्ताओं को कम उम्र के कारण उनके व्यवसाय और उत्पादों पर भरोसा करने के लिए मिल रही थी। दृढ़ता और निरंतरता के माध्यम से, उसने इन बाधाओं को पार कर लिया और अपने ग्राहकों को साबित कर दिया कि किसी के लिए युवा शुरू करना और उसके व्यवसाय के साथ बढ़ना संभव है।
Apple और Google जैसी उच्च तकनीक कंपनियों को एक गैरेज में प्रसिद्ध रूप से शुरू किया गया था।  पेट्रीसिया के लिए, उनकी कंपनी एक बेडरूम में शुरू हुई।   पहले वर्ष के दौरान, सभी व्यावसायिक गतिविधियाँ उसी कमरे में आयोजित की जाती थीं जहाँ वह रात में सोती थी।  पेट्रीसिया का मानना है कि "दृढ़ता बड़ी उपलब्धियों की कुंजी है," और यूनिक फेवरेज़ टीज़ के उत्पादन और प्रदर्शन कार्यालय दोनों में यह बहुत पहले नहीं था।
अनियंत्रित पर्यावरण प्रदूषण में कटौती करने के लिए, अनोखा एहसान Tz एक विशेष प्रकार के कार्डबोर्ड का उपयोग करता है जो अंडे के कार्टन कचरे से बनाया जाता है। तंजानियाई लोगों को अंडे पसंद हैं, और देश भर में कई पोल्ट्री फार्म के साथ-साथ छोटे पैमाने पर उद्यमी भी हैं जो कियोस्क और बार में अंडे बेचते हैं। इन कई अंडों के डिब्बों के लैंडफिल में जाने के बजाय उन्हें रिसाइकिल करके एक नया जीवन दिया जा रहा है।  इसके अलावा, कंपनी द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी पैकेजिंग को प्लास्टिक सामग्री के बजाय कागज से बनाया जाता है, जो प्राकृतिक रूप से टूटने की क्षमता के कारण पर्यावरण के लिए बहुत बेहतर है।
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एक स्थायी व्यवसाय स्केलिंग
पेट्रीसिया और यूनिक फेवर्स Tz का शॉर्ट टर्म गोल उत्पादन को बढ़ाना है, जिसके लिए अधिक मशीनरी और ऑफिस स्पेस की आवश्यकता होती है।  अद्वितीय एहसान Tz ब्रांड का विपणन पेट्रीसिया और उसकी टीम के लिए एक और निकट अवधि का फोकस है।  मजबूत विपणन और बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता उसे अधिक व्यक्तियों को रखने और नए स्थानों पर विस्तार करने की अनुमति देगी। वह पूरे अफ्रीका में अपने कार्यों को बड़े पैमाने पर करने की उम्मीद करती है, जिससे उनकी कंपनी को नौकरी सृजन के माध्यम से स्थानीय और वैश्विक स्तर पर लोगों और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की अनुमति मिलेगी।
पेट्रीसिया ने एक अद्वितीय उत्पाद और एक दृढ़ टीम बनाई है, जो एक शक्तिशाली संयोजन है जो आने वाले वर्षों में तंजानिया के भीतर अद्वितीय एहसानों का विस्तार करने में सक्षम होगा।  मैं पेट्रीसिया माजुले से प्रेरित हूं, और मेरा मानना है कि समय और ऊर्जा के अपने निवेश के माध्यम से, इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह अपने सबसे महत्वाकांक्षी लक्ष्यों तक पहुंच और पार कर जाएगी। पेट्रीसिया हर दिन एक अंतर बना रहा है, नौकरियां पैदा कर रहा है, दान में दान कर ��हा है, और पूरे तंजानिया में लोगों और उन सभी के लिए आशा की प्रेरणा है, जिन्होंने इस ब्लॉग पोस्ट के अंत में पढ़ा है!… Read the rest
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gethealthy18-blog · 5 years
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वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग – Intermittent Fasting For Weight Loss in Hindi
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वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग – Intermittent Fasting For Weight Loss in Hindi
बढ़ता वजन कई बीमारियों जैसे – मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी रोग और लिवर डिजीज का कारण बन सकता है (1)। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जाए। इसके लिए व्यायाम, डाइटिंग और अन्य तरीकों के अलावा इंटरमिटेंट फास्टिंग का विकल्प भी कारगर हो सकता है। यह क्या है और यह कैसे आम फास्टिंग से अलग है, यह सभी जानकारी स्टाइलक्रेज के इस लेख में दी गई है। साथ ही वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग किस प्रकार मदद कर सकती है, यह भी इस लेख में बताया गया है। इसके अलावा, इंटरमिटेंट फास्टिंग में क्या खाना चाहिए और इसके नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं, यह भी इस लेख में बताया गया है।
आगे की जानकारी के लिए स्क्रॉल करें।
सबसे पहले जान लेते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या होता है?
विषय सूची
इंटरमिटेंट फास्टिंग क्‍या है – What is Intermittent Fasting in Hindi
इंटरमिटेंट फास्टिंग, स्वस्थ जीवनशैली के लिए किए जाने वाले उपवास का एक तरीका है। डाइट से अलग यह खाने का एक पैटर्न है। इसमें उपवास करने का एक निर्धारित समय होता है। व्यक्ति अपनी सुविधा अनुसार उस निर्धारित समय का चुनाव कर इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू कर सकता है। इस उपवास में क्या खाना चाहिए, इससे ज्यादा ध्यान खाने के वक्त और उपवास की अवधि का रखा जाता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे की बता करें तो यह स्वास्थ्य के लिए काफी हद तक लाभकारी हो सकती है। यह शरीर का वजन और शरीर की सूजन को कम करने के साथ-साथ अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है (2)।
जो लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग पहली बार करने जा रहे हैं, उन्हें नीचे बताई जा रही बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शुरुआती लोगों के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करने की टिप्स
जो लोग पहली बार इंटरमिटेंट फास्टिंग करने का सोच रहे हैं, वे नीचे बताई गईं बातों का पूरा ध्यान रखें।
कैलोरी का ध्यान रखें –  इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन पूरी तरह बंद नहीं किया जाता है, बल्कि उन्हें एक निर्धारित वक्त तक संतुलित मात्रा में लेने की जरूरत होती है (3)। ऐसे भोजन की मात्रा को सीमित करके या कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करके शरीर में कैलोरी को नियंत्रित किया जा सकता है।
शुरुआत करें कम वक्त के उपवास से – पहली बार इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वाले व्यक्ति शुरुआत में उपवास की अवधि को कम रख सकते हैं। साथ ही हफ्ते में एक या दो बार ही उपवास रखें। फिर धीरे-धीरे उपवास की अवधि को इंटरमिटेंट फास्टिंग की निर्धारित अवधि तक पहुंचाने का प्रयास करें।
उपवास के वक्त का ध्यान रखें – उपवास की अवधि को इस तरह से निर्धारित करें कि उस दौरान 7 घंटे की नींद मिल सके। ध्यान रहे कि सोने से तीन-चार घंटे पहले भोजन करें। उसके बाद सात से आठ घंटे की अच्छी नींद लें। इससे व्यक्ति 11 घंटे तक आसानी से उपवास कर पाएगा। अगर इस बीच उपवास की अवधि को बढ़ाना है, तो उठने के बाद एक से दो घंटे तक कुछ न खाएं।
खुद को हायड्रेट रखें – उपवास के दौरान व्यक्ति को खुद को हायड्रेट रखना भी जरूरी है। ध्यान रहे कि उपवास के दौरान सही मात्रा में पानी या अन्य पेय पदार्थों का सेवन करें। खासकर वो जो पहली बार इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं।
डॉक्टर की सलाह – उपवास के दौरान किसी भी तरह की स्वास्थ्य परेशानी से बचने के लिए अच्छा होगा कि एक बार डॉक्टर या डायटीशियन से इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे बात कर ली जाए। डॉक्टर स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर इसे करने या न करने की सलाह दे सकता है। साथ ही, इस उपवास से जुड़ी अन्य जरूरी जानकारी भी दे सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग को विस्तार से जानने के लिए आगे स्क्रॉल करें।
लेख के इस भाग में जानिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार और इसे करने का सही तरीका।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार और करने का सही तरीका – Ways To Do Intermittent Fasting in Hindi
अगर इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे लेने हैं तो इसके प्रकार और इसे करने का सही तरीका व्यक्ति को पता होना चाहिए। नीचे हम इस विषय पर जानकारी दे रहे हैं।
16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग – यह इंटरमिटेंट फास्टिंग का सबसे ज्यादा चर्चित प्रकार है। इसमें 16 घंटे तक उपवास किया जाता है और 8 घंटे का वक्त खाने के लिए रखा जाता है (2)। इस तरह के इंटरमिटेंट फास्टिंग को 8 घंटे की डाइट या समय-प्रतिबंधित आहार (Time Restricted Diet) भी कहा जाता है। उदाहरण क��� लिए, अगर कोई व्यक्ति सुबह 9 बजे अपना नाश्ता करता है, तो वो पूरे दिन का आखिरी भोजन शाम को 5 बजे कर सकता है। उसके बाद फिर व्यक्ति को अगली सुबह तक उपवास करना होता है।
5:2 इंटरमिटेंट फास्टिंग : यह भी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकारों में से एक है। इसमें सप्ताह में पांच दिनों तक बिना किसी प्रतिबंध के भोजन का सेवन करना होता है। फिर सप्ताह में किसी भी दो दिन के लिए कैलोरी युक्त आहार का सेवन कम या न के बराबर करने की सलाह दी जाती है। इसमें उपवास के दिनों में व्यक्ति को 20-25% ऊर्जा की जरूरत हो सकती है। अगर कोई व्यक्ति इस दौरान कैलोरी युक्त आहार का सेवन करना चाहता है तो वो 500 कैलोरी से अधिक न लें। इसके साथ ही ध्यान देने वाली बात यह भी है कि दो दिन का ये उपवास लगातार न हो (4)।
हर दूसरे दिन का उपवास (Alternate Fasting) – इसमें लगातार उपवास रखने के बजाय हफ्ते में हर दूसरे दिन उपवास रखा जा सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई सोमवार को भोजन कर रहा है तो वो मंगलवार को उपवास रख सकता है। भोजन करने वाले दिन व्यक्ति अपनी पसंद की चीजों का सेवन कर सकता है (4) (5)।
समय के अनुसार उपवास (Time Restricted Feeding) – इसमें एक निर्धारित समय के अनुसार खाने की अनुमति होती है। उदाहरण के तौर पर रमजान के दौरान किया जाने वाला उपवास एक अच्छा उदाहरण हो सकता है (6)। समय प्रतिबंधित भोजन (time-restricted feeding) में व्यक्ति सुबह 8 बजे से 3 बजे के बीच खाना खा सकता है और बाकी वक्त उपवास कर सकता है (4) (5)।
रमदान उपवास – रमजान के महीने में किया जाने वाला उपवास भी इंटरमिटेंट फास्टिंग की श्रेणी में आता है। इसमें सूर्योदय के पहले हल्का भोजन किया जाता है, वहीं सूर्यास्त के बाद ज्यादा भोजन का सेवन किया जाता है। इसलिए, रमजान में खाने और उपवास की अवधि लगभग 12 घंटे की होती है (4)।
24 घंटे का उपवास – इसमें व्यक्ति सप्ताह में 1 या 2 दिन के लिए 24 घंटे के उपवास कर सकता है। बेहतर है व्यक्ति अपने शेड्यूल और सुविधा के अनुसार दिन चुनें और फिर उपवास करें। उदाहरण के लिए, पहले दिन शाम 7 बजे भोजन करें और अगले दिन शाम 7 बजे तक उपवास करें। व्यक्ति अपनी इच्छानुसार समय का चुनाव कर सकता है।
36 घंटे का उपवास – यह 24 घंटे के उपवास की ही बढ़ी हुई अवधि है। उदाहरण के तौर पर इसमें व्यक्ति पहले दिन रात का खाना खाता है, अगले दिन पूरे दिन उपवास करता है और तीसरे दिन नाश्ता करता है। इस तरीके का महीने या साल में एक बार किया जा सकता है। साथ ही इसे करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
एक वक्त के भोजन से परहेज – इसमें एक वक्त का भोजन छोड़ना होता है। जैसे नाश्ते को छोड़कर दोपहर और रात का भोजन किया जा सकता है या नाश्ते के बाद सीधे रात का भोजन किया जा सकता है।
कभी-कभी न खाना – अगर किसी व्यक्ति को लगातार उपवास करने में परेशानी आ रही है, तो व्यक्ति हफ्ते में किसी एक दिन उपवास कर सकता है या पूरे दिन में एक वक्त का भोजन छोड़ सकता है। यह सब व्यक्ति की सुविधानुसार होता है। यह लंबी अवधि के इंटरमिटेंट फास्टिंग को शुरू करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है।
योद्धा या वॉरियर आहार – इंटरमिटेंट फास्टिंग के इस प्रकार में व्यक्ति को दिन में हल्का भोजन और रात में अधिक भोजन करने की सलाह दी जाती है, जिसमें प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को भी शामिल किया जाता है। साथ ही इस फास्टिंग के दौरान व्यायाम भी करना जरूरी होता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ते रहें यह लेख।
आगे जानते हैं कि वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग लाभकारी है या नहीं?
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग बढ़ते वजन को कम करने में मददगार है या नहीं?
वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग कुछ हद तक सहायक हो सकती है। दरअसल, एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इंटरमिटेंट फास्टिंग, सामान्य वजन, अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों के बीच अल्पकालिक वजन घटाने (Short Term Weight Loss) में प्रभावी साबित हो सकती है (7)। इसके अलावा, जानवरों पर किए गए शोध में इंटरमिटेंट फास्टिंग का असर लाभकारी पाया गया है। फिलहाल, इस बारे में अभी और सटीक वैज्ञानिक प्रमाण की आवश्यकता है, लेकिन व्यक्ति खुद को स्वस्थ रखने और वजन को संतुलित रखने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का सहारा ले सकता है। यह फास्टिंग न सिर्फ वजन को संतुलित रखने में असरदार हो सकती है, बल्कि इसके फायदे हृदय के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद कर सकते हैं (8)।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान किन खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है, उसके बारे में विस्तार से नीचे जानें ।
आगे जानिए इंटरमिटेंट फास्टिंग में व्यक्ति क्या-क्या खा सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग में क्या खाना चाहिए – What to eat during Intermittent Fasting in Hindi
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान जो वक्त खाने के लिए चुना गया है, ध्यान रहे कि उसमें ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार का सेवन किया जाए। जैसा कि ऊपर जानकारी दी गई है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग कई प्रकार की होती हैं, लेकिन, सभी प्रकार में एक बात सामान्य है कि इसमें उपवास का वक्त थोड़ा लंबा चलता है। ऐसे में व्यक्ति को ध्यान में रखना चाहिए कि वो पोषक आहार ले, ताकि किसी प्रकार की कमजोरी या स्वास्थ्य समस्या न हो। इस दौरान खाने की चीजों में ज्यादा रोक-टोक नहीं होती है, बस कैलोरी को सीमित कर दिया जाता है (3)। ऐसे में नीचे बताए गए खाद्य पदार्थों का सेवन इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान किया जा सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान हाई फाइबर युक्त आहार (साबुत फल, अनाज और सब्जियां) का सेवन किया जा सकता है। ये आहार पेट को लंबे समय तक भरा रखने के साथ वजन नियंत्रण में सहयोग कर सकते हैं (9)।
नाश्ते में फलों और इनके जूस का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, व्यक्ति अपनी पसंद के खाद्य पदार्थों को भी शामिल कर सकता है। ध्यान रहे, खाद्य पदार्थ पोषण से भरपूर हों और इनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक नहीं चाहिए।
इंटरमिटेंट फास्टिंग में सीमित मात्रा में कैलोरी युक्त आहार लेने की सलाह भी दी जाती है, लेकिन इसकी मात्रा 500 केसीएल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
अगर कोई वॉरियर डाइट कर रहा ���ै, तो वो डायटीशियन की सलाह पर प्रोटीन युक्त आहार (दूध, मछली, अंडा, मीट, दाल, बीन्स, चिकन और कम वसा वाले दूध उत्पाद) का सेवन कर सकता है (10)।
साथ ही इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें, जिससे शरीर में डिहायड्रेशन की समस्या न हो।
नोट –  ऊपर बताए गए इंटरमिटेंट फास्टिंग के लिए खाद्य पदार्थ अनुमान के आधार पर हैं, इसकी सही जानकारी के लिए डायटीशियन से संपर्क जरूर करें।
नीचे जानिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के लिए नमूना मील प्लान।
इंटरमिटेंट फास्टिंग में सात दिनों का मील प्लान – Sample 7 Days Intermittent Fasting Plan In Hindi
नीचे साझा की जाने वाली सूची नमूने के तौर पर दी जा रही है। व्यक्ति अपनी इच्छा और आवश्यकतानुसार इसमें मौजूद खाद्य पदार्थों में बदलाव कर सकते हैं। यह 16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग का एक उदाहरण है।
समय पहला दिन दूसरा दिन तीसरा दिन चौथा दिन पांचवा दिन छठा दिन सातवां दिन सुबह उठने से लेकर दिन के 12 बजे तक फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट दोपहर 12 बजे (पहला मील) चिकन सलाद या खिचड़ी, दही और सलाद ग्रिल्ड सब्जियां + दही और डार्क चॉकलेट का एक टुकड़ा पास्ता या सैंडविच नूडल्स ग्रिल्ड मछली और सलाद या ग्रिल्ड सब्जियां और सलाद एक सब्जी, सलाद या दही, दाल और चावल या रोटी मछली, अंडा या चिकन की करी साथ में चावल, शाकाहारी व्यक्ति के लिए अपने पसंद की कोई करी, चावल, दाल, सलाद अंतिम भोजन शाम 4 से 8 बजे के बीच पनीर और हरी सब्जियां मिलाकर एक सब्जी और जरूरत अनुसार रोटी या चावल चिकन या वेज सूप + डार्क चॉकलेट का एक टुकड़ा या सलाद, दाल, एक सब्जी और रोटी सलाद, दाल, चावल या रोटी और सब्जी चिकन टिक्का या पनीर टिक्का या मशरूम-मटर मसाला और रोटी सब्जियों के साथ पनीर या पनीर की सब्जी और चावल या नूडल्स + अपने पसंद की आइसक्रीम ग्रिल्ड चिकन, हमस और पिटा ब्रेड (बाजार में उपलब्ध) या अपनी पसंद का खाना जैसे – दाल, सब्जी या रोटी उबले हुए आलू और सलाद या अपने पसंद का कोई भी हल्का डिनर रात 8 बजे से लेकर सोने तक फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट फास्ट
जरूरी जानकारी : इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान खुद को हायड्रेट रखने के लिए पानी पीते रहे। देखा जाए तो इसमें किसी भी चीज को खाने की मनाही नहीं रहती है। हालांकि, यह व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है और इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार पर भी। अगर कोई वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करना चाहता है तो वो डायटीशियन की सलाह अनुसार डाइट अपना सकता है। हमारी सलाह यही है कि किसी भी प्रकार की इंटरमिटेंट फास्टिंग से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है। अब इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे विस्तार से नीचे पढ़ें।
अब जब इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में इतना कुछ जान गए हैं तो अब बारी आती है इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे जानने की। लेख के इस भाग में हम इसी बारे में जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के अन्य फायदे  – Other Benefits of Intermittent Fasting in Hindi
नीचे जानिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के कुछ अन्य फायदे।
ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए – इंटरमिटेंट फास्टिंग ह्रदय को स्वस्थ रखने में सहायक भूमिका निभा सकती है। यहां इंटरमिटेंट की हर दूसरे दिन की जाने वाली फास्टिंग (Alternate Fasting) लाभकारी हो सकती है।  एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए अल्टर्नेट फास्टिंग मददगार हो सकती है। इससे न सिर्फ वजन कम हो सकता है, बल्कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease- एक प्रकार का ह्रदय रोग) का जोखिम भी कम हो सकता है (11)।
हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद – इंटरमिटेंट फास्टिंग का लाभ शरीर में एलडीएल (हानिकारक कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, कुछ शोध के अनुसार इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन कम करने के साथ-साथ लिपिड प्रोफाइल में भी सुधार का काम कर सकती है।
हालांकि, लिपिड प्रोफाइल और शरीर के वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रभावों का विश्लेषण करने वाले अधिकांश अध्ययन रमजान उपवास पर आधारित हैं, जिसमें उपवास के दौरान लिए गए आहार के बारे में कुछ खास जानकारी मौजूद नहीं है (12)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin Sensitivity) में सुधार – इंसुलिन द्वारा ब्लड ग्लूकोज को प्रभावी ढंग से कम करना ही इंसुलिन संवेदनशीलता कहलाता है (13)। यहां इंटरमिटेंट फास्टिंग के लाभ देखे जा सकते हैं, क्योंकि इससे इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। इस विषय में किए गए शोध के अनुसार जिन व्यक्तियों ने पांच हफ्तों तक ‘टाइम रिस्ट्रिक्टेड फीडिंग’ (इंटरमिटेंट फास्टिंग का एक प्रकार) का पालन किया, उनमें इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार देखा गया (14)।
सेल्युलर रिपेयर और ऑटोफैगी को बढ़ावा – इंटरमिटेंट फास्टिंग कोशिकाओं को रिपेयर करने और ऑटोफैगी (Autophagy) में सुधार करने में मददगार साबित हो सकती है। दरअसल, ऑटोफैगी, कोशिकाओं से जुड़ी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें क्षतिग्रस्त कोशिकाएं साफ होती हैं और स्वस्थ कोशिकाओं का फिर से निर्माण होता है। एनसीबीआई की वेबसाइट में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, चूहों पर इंटरमिटेंट फास्टिंग से ऑटोफैगी प्रक्रिया में सुधार पाया गया है (15)। इसके अलावा, एक अन्य शोध के अनुसार, उपवास सामान्य कोशिकाओं को विषैले तत्वों से बचाव करने में मदद कर सकता है (16)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
कैंसर के लिए –  कैंसर के बचाव में  इंटरमिटेंट फास्टिंग कुछ हद तक मददगार हो सकती है। दरअसल, इससे जुड़े एक शोध के अनुसार, शॉर्ट टर्म फास्टिंग (STF-Short Term Fasting) विषाक्तता को कम करने के साथ कीमोथेराप्यूटिक एजेंट के प्रभाव को बढ़ा सकता है। साथ ही कीमोथेरेपी लेने वाले मरीजों में डीएनए की क्षति को कम करने में मदद कर सकती है (17)। इतना ही नहीं, ट्यूमर से प्रभावित जिन चूहों के आहार को कुछ समय के लिए प्रतिबंधित किया गया, उनमें जीवित रहने की क्षमता में बढ़त देखी गई (18)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
मस्तिष्क के लिए – इंटरमिटेंट फास्टिंग मस्तिष्क के लिए लाभकारी हो सकती है। इससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली बेहतर करने में मदद मिल सकती है। दरअसल, इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग सीखने की क्षमता और स्मृति में सुधार का काम कर सकती है (19)। इसके अलावा, चूहों पर किए गए शोध से पता चलता है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग, उम्र आधारित मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार का काम कर सकती है (20)।
सूजन और रक्तचाप के लिए – इंटरमिटेंट फास्टिंग, शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाने में मददगार हो सकती है, जिसमें सूजन से आराम और रक्तचाप को कम करना भी शामिल है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है (21)।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में और ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ते रहिए यह लेख।
आगे जानिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान या उसके बाद कुछ ध्यान रखने वाली बातें।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान और बाद के कुछ टिप्स
नीचे पढ़ें कुछ इंटरमिटेंट फास्टिंग के वक्त और उसके बाद के टिप्स।
जो लोग पहली बार उपवास रख रहे हैं, वो सबसे पहले किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर ��ी सलाह लें।
शुरुआत अल्प अवधि के उपवास से की जा सकती है।
फास्टिंग के दौरान खुद को हायड्रेट रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और तरल पदार्थों का सेवन करें।
उपवास के दौरान हल्के-फुल्के व्यायाम किए जा सकते हैं। अगर कमजोरी का अनुभव हो तो व्यायाम न करें।
इंटरमिटेंट फास्टिंग तोड़ने के लिए हल्की डाइट लें।
कभी भी भारी आहार से अपना उपवास न तोड़ें।
लगातार इंटरमिटेंट फास्टिंग न करें या इसकी आदत न बनाएं।
किसी को अगर स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो वो इंटरमिटेंट फास्टिंग न करें।
उपवास के दौरान और बाद में जंक फूड्स खाने से बचें।
इंटरमिटेंट फास्टिंग कब नहीं करनी चाहिए, यह जानने के लिए नीचे स्क्रोल करें।
लेख के इस भाग में जानिए कि इंटरमिटेंट फास्टिंग कब नहीं करनी चाहिए।
इंटरमिटेंट फास्टिंग कब नहीं करनी चाहिए – When to Avoid Intermittent Fasting in Hindi
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक प्रकार का उपवास है, ऐसे में इसे कब नहीं करना चाहिए, यह व्यक्ति को पता होना चाहिए। नीचे हम इसी विषय में बता रहे हैं – (22) (23)।
अगर किसी का वजन जरूरत से ज्यादा कम है, तो वो इंटरमिटेंट फास्टिंग न करें।
अगर डॉक्टर ने इंटरमिटेंट फास्टिंग न करने की सलाह दी है तो फास्टिंग न करें।
गंभीर स्वास्थ्य समस्या में यह फास्टिंग न करें।
गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं इंटरमिटेंट फास्टिंग से दूर रहें।
बच्चे और किशोर इस फास्टिंग को न करें।
अगर कोई ब्लड प्रेशर या ह्रदय रोग से संबंधित दवाइयां ले रहा है, तो इस फास्टिंग को करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
अगर इंटरमिटेंट उपवास के फायदे हैं, तो इसके नुकसान भी कई हैं। यह जानकारी हम नीचे दे रहे हैं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान – Side Effects of Intermittent Fasting in Hindi
नीचे जानिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान के बारे में (7)।
सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
कब्ज की परेशानी हो सकती है।
नहीं खाने के वजह से चिड़चिड़ाहट या मूड स्विंग हो सकता है।
खाने की इच्छा और ज्यादा बढ़ सकती है।
चक्कर आने की परेशानी हो सकती है।
कमजोरी या ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है।
उम्मीद करते हैं कि अब आप अच्छी तरह इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे जान गए होंगे। साथ ही इसके विभिन्न प्रकार और इससे जुड़ी खान-पान संबंधित बातों की भी जानकारी हो गई होगी। ऐसे में अगर आप वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के बारे में सोच रहे हैं, तो लेख को अच्छी तरह पढ़ें और डॉक्टर से भी इस बारे में बात करें। वहीं, पाठक इस बात का भी ध्यान रखें कि इंटरमिटेंट फास्टिंग कोई जादू नहीं है, ये कुछ लोगों के लिए लाभकारी हो सकती है और कुछ लोगों के लिए नहीं। ऐसे में, हमारा सुझाव यही रहेगा कि इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे के लिए इसे अपनाया जा सकता है, लेकिन इसे आदत न बनाएं। लगातार इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं। आशा करते हैं कि यह लेख आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कॉफी या चाय पी सकते हैं?
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान सामान्य चाय और कॉफी की जगह हर्बल टी का सेवन किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आप डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
क्या सेब के सिरके के सेवन से इंटरमिटेंट फास्टिंग टूट सकती है?
नहीं, इंटरमिटेंट फास्टिंग में सेब के सिरके का सेवन किया जा सकता है। वहीं, अगर किसी को इससे एलर्जी है, तो वह इसका सेवन न करें।
कितनी लंबी अवधि तक इंटरमिटेंट फास्टिंग रखनी चाहिए?
यह इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार पर निर्भर करता है कि व्यक्ति कौन सा इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहा है। इसके अलावा, यह व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है, लेकिन, हमारी सलाह यही है कि उपवास की अवधि 16 घंटे से अधिक न बढ़ाएं।
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान पानी पी सकते हैं?
हां, हमने लेख में भी इस बारे में जानकारी दी है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान व्यक्ति को हायड्रेटेड रहने के लिए नियमित रूप से पानी पीना चाहिए।
इंटरमिटेंट फास्टिंग में व्यक्ति कितना वजन कम कर सकता है?
इंटरमिटेंट फास्टिंग में व्यक्ति का वजन कितना कम हो सकता है, वो उसके वर्तमान वजन, शारीरिक स्थिति, जीवनशैली और इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार पर निर्भर करता है।
क्या महिलाओं के लिए उपवास करना अच्छा है?
सामान्य तौर पर उपवास शरीर के लिए अच्छा माना जाता है (24)। वहीं, गर्भवती, स्तनपान कराने वाली माताओं और किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहीं महिलाओं को उपवास न करने की सलाह दी जाती है (22) (23)।
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग कोर्टिसोल (Cortisol) को बढ़ाता है?
इंटरमिटेंट फास्टिंग, कोर्टिसोल को बढ़ाने में मदद कर सकती है। कोर्टिसोल, एक हॉर्मोन होता है, जो तनाव के साथ-साथ शरीर से जुड़ी कई समस्याओं में लाभदायक होता है (24)।
���प्ताह में कितने दिन इंटरमिटेंट फास्टिंग करना चाहिए?
यह व्यक्ति के वजन, उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अगर कोई पहली बार इंटरमिटेंट फास्टिंग करना चाह रहा है तो वो ओवरनाइट इंटरमिटेंट फास्टिंग से शुरुआत कर सकता है। इसके अलावा, व्यक्ति हफ्ते में एक दिन इंटरमिटेंट फास्टिंग से शुरुआत कर सकता है और जब कोई परेशानी न हो तो हफ्ते में दो बार इंटरमिटेंट फास्टिंग कर सकता है। ध्यान रहे कि इसे आदत न बनाएं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग से व्यक्ति एक महीने में कितना वजन कम कर सकते हैं?
इंटरमिटेंट फास्टिंग से व्यक्ति एक महीने में कितना वजन कम कर सकता है, यह इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार और व्यक्ति की उम्र और वजन पर निर्भर करता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान आपको कितनी देर उपवास करना चाहिए? 
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कम से कम 6 घंटे का उपवास किया जा सकता है। अगर इस दौरान कोई स्वास्थ्य समस्या न हो तो धीरे-धीरे इस अवधि को बढ़ाया जा सकता है।
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग आपको कीटोसिस में डालती है?
जैसा कि हमने अपने कीटो डाइट के लेख में जानकारी दी थी कि कीटो डाइट में लोग मध्यम मात्रा में प्रोटीन और ज्यादा मात्रा में फैट वाले आहार का सेवन करते हैं। ऐसे में इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान अगर व्यक्ति प्रोटीन और हाई फैट युक्त आहार का सेवन करता है, तो व्यक्ति कीटोसिस (Ketosis) चरण में प्रवेश कर सकता है। कीटो डाइट के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए वजन घटाने के लिए कीटो डाइट का लेख पढ़ सकते हैं।
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अर्पिता ने पटना विश्वविद्यालय से मास कम्यूनिकेशन में स्नातक किया है। इन्होंने 2014 से अपने लेखन करियर की शुरुआत की थी। इनके अभी तक 1000 से भी ज्यादा आर्टिकल पब्लिश हो चुके हैं। अर्पिता को विभिन्न विषयों पर लिखना पसंद है, लेकिन उनकी विशेष रूचि हेल्थ और घरेलू उपचारों पर लिखना है। उन्हें अपने काम के साथ एक्सपेरिमेंट करना और मल्टी-टास्किंग काम करना पसंद है। इन्हें लेखन के अलावा डांसिंग का भी शौक है। इन्हें खाली समय में मूवी व कार्टून देखना और गाने सुनना पसंद है।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/vajan-ghatane-ke-liye-intermittent-fasting-in-hindi/
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