Kiwi Ki Kheti in Hindi | कीवी की खेती कैसे करें, यहां जानें
Kiwi Ki Kheti - कीवी इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करने के साथ ही कई और बीमारियों में भी फायदेमंद होता है। प्रसव के बाद महिलाओं में शक्ति बढ़ाने के लिए भी कीवी का इस्तेमाल किया जाता है। Read More: https://bit.ly/3W4cBma
"राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस" पर आइए हम सब मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने हेतु प्रयास करें एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूकता फैलाएं ।
पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आइये हम सब अपने आस-पास हर्बल एवं औषधीय वृक्षों का रोपण करें जिससे ये पेड़ हमारे आसपास वायु को शुद्ध करके हमारी इम्यूनिटी को और मजबूत करें ।
"राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस" पर आइए हम सब मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने हेतु प्रयास करें एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूकता फैलाएं ।
पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आइये हम सब अपने आस-पास हर्बल एवं औषधीय वृक्षों का रोपण करें जिससे ये पेड़ हमारे आसपास वायु को शुद्ध करके हमारी इम्यूनिटी को और मजबूत करें ।
"राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस" पर आइए हम सब मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने हेतु प्रयास करें एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूकता फैलाएं ।
पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आइये हम सब अपने आस-पास हर्बल एवं औषधीय वृक्षों का रोपण करें जिससे ये पेड़ हमारे आसपास वायु को शुद्ध करके हमारी इम्यूनिटी को और मजबूत करें ।
"राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस" पर आइए हम सब मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने हेतु प्रयास करें एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूकता फैलाएं ।
पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आइये हम सब अपने आस-पास हर्बल एवं औषधीय वृक्षों का रोपण करें जिससे ये पेड़ हमारे आसपास वायु को शुद्ध करके हमारी इम्यूनिटी को और मजबूत करें ।
"राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस" पर आइए हम सब मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने हेतु प्रयास करें एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूकता फैलाएं ।
पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आइये हम सब अपने आस-पास हर्बल एवं औषधीय वृक्षों का रोपण करें जिससे ये पेड़ हमारे आसपास वायु को शुद्ध करके हमारी इम्यूनिटी को और मजबूत करें ।
सर्दी-खांसी से हैं परेशान तो आयुर्वेदिक पाउडर त्रिकटु का करें इस्तेमाल, कोल्ड-कफ के साथ कॉलेस्ट्राल भी होगा कंट्रोल, जानें घर पर कैसे बनाएं?
Image Source : SOCIAL
Ayurvedic churna Trikatu for cold cough
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वो लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में बहुत तेजी से आते हैं। खासकर, ऐसे लोग अक्सर सर्दी-खांसी से परेशान रहते हैं। मौसम कोई भी हो कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग कोल्ड, कफ और खराश जैसी समस्याओं से हमेशा घिरे रहते हैं। ऐसे में ज़रूरी है अपनी इम्यूनिटी मजबूत करें। जब आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी…
4 ताकतवर एनर्जी ड्रिंक्स: शक्ति बढ़ाने और कमजोरी से छुटकारा पाने के लिए रोज़ पीएं
Energy Drinks: अपने ऊर्जा स्तर को उच्च रखने के लिए घर पर बनाएं ये हेल्दी एनर्जी ड्रिंक्स: दिनभर काम के बाद थकान दूर हो जाएगी |
घर, ऑफिस, और व्यस्तताओं से भरे हुए जीवनशैली ने हमारे जीवन को अपार तरीके से प्रभावित कर दिया है। शाम के आने पर हमें अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव होता है। इस संघर्ष को दूर करने के लिए हम एनर्जी ड्रिंक्स की तलाश में निकल पड़ते हैं, जैसे प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स। हालांकि, आप घर पर भी कुछ खास ड्रिंक्स तैयार करके अपनी एनर्जी को बढ़ा सकते हैं। ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी कमजोरी को दूर करने के साथ-साथ आपको ताकतवर बनाने में मदद करेंगे। इन ड्रिंक्स के सेवन से आप हमेशा एक्टिव और उर्जावान रह सकते हैं, इसलिए आप इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
एनर्जी ड्रिंक के फायदे
आधुनिक जीवनशैली के दौरान हमारे शरीर पर दबाव बढ़ता है और यही कारण है कि हम अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव करते हैं। इस संघर्ष से निजात पाने के लिए, एनर्जी ड्रिंक एक शक्तिशाली सहायक साबित होता है। इसके सेवन से हमें तत्परता, ऊर्जा और प्रफुल्लता की अनुभूति होती है।
घर पर बनाई गई एनर्जी ड्रिंक, जो अन्य विकल्पों के मुकाबले कम शक्कर युक्त होती है, शरीर को कोई हानि नहीं पहुंचाती है। इससे हमारी सेहत और सुरक्षा का ख्याल रखा जाता है। एनर्जी ड्रिंक सेवन से हमें शक्ति प्राप्त होती है और कमजोरी दूर होती है। यह हमें सक्रिय बनाकर संघर्षों के सामने बलवान बनाता है। एनर्जी ड्रिंक थकान को दूर करके हमें ऊर्जावान बनाता है, जिससे हम जीवन के हर क्षेत्र में सशक्त और प्रभावी रह सकते हैं।
घर पर कैसे तैयार करें होममेड एनर्जी ड्रिंक
नारियल पानी और नींबू
कई बार आपके शरीर में पानी की कमी से थकान और कमजोरी का अनुभव होता है। इससे निजात पाने के लिए, नारियल पानी एक उत्कृष्ट नैचुरल एनर्जी ड्रिंक माना जाता है। इसमें पोटैशियम और पानी की मात्रा होने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
इसके साथ ही, नारियल पानी में नींबू का रस मिलाने से इसकी शक्तिदायकता बढ़ जाती है। नींबू में विटामिन सी के साथ-साथ अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो आपको तत्परता और जीवंतता की अनुभूति कराते हैं। यह आपके लिए एक उत्कृष्ट एनर्जी ड्रिंक है, जो थकान और कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। घर पर नारियल पानी और नींबू से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
सर्वोत्तम मल्टीविटामिन
इसके लिए आप एक कप नारियल पानी लें।
इसमें 1 चम्मच शहद और 4-5 बूंद नींबू का रस मिला लें।
इसके बाद आप स्वादानुसार नमक भी डाल सकते हैं।
फिर इसे थकान और कमजोरी महसूस होने पर पीएं, और नयी ऊर्जा का आनंद लें।
आंवला और शहद
आंवला और शहद से बनी घरेलू एनर्जी ड्रिंक, सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इस ड्रिंक का सेवन न केवल ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि यह आपकी त्वचा और बालों के लिए भी आपके लिए लाभदायक साबित होता है। इसमें मौजूद आंवला और शहद से बनी एनर्जी ड्रिंक आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं को यौवन शक्ति प्रदान करती है और बूढ़े लोगों को युवा जैसी ताकत देती है।
घर पर आंवला और शहद से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
हरे आंवलों को पीसकर कपड़े से छानकर उसका रस निकालें।
अब, 15 ग्राम (तीन छोटे चम्मच) हरे आंवलों के रस में 15 ग्राम शहद को अच्छी तरह मिलाएं।
इस आंवला-शहद मिश्रण को एनर्जी ड्रिंक के रूप में रोजाना प्रात: व्यायाम के बाद सेवन करें।
इसके बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं और शारीर को आराम दें।
केला और डार्क चॉकलेट
केला और डार्क चॉकलेट एक स्वास्थ्यवर्धक जोड़ी हैं, जिनमें पोटैशियम और कैलोरी की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। इसलिए, इन्हें आप एक एनर्जी ड्रिंक के रूप में आसानी से उपभोग कर सकते हैं। यह ड्रिंक आपको तत्परता और ऊर्जा में तत्पर बनाती है। इसके साथ ही आपकी कमजोरी और थकाना भी दूर होता है।
घर पर केला और डार्क चॉकलेट से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
एक केला और एक डार्क चॉकलेट लें।
दोनों को एक गिलास दूध के साथ मैश करें।
एनर्जी ड्रिंक तैयार है!
इस ड्रिंक को पीने से तुरंत ऊर्जा मिलेगी।
चिया सीड्स और तरबूज
चिया सीड्स और तरबूज का जूस एक रिफ्रेशिंग ड्रिंक है, जिसमें विटामिन सी और आयरन की अच्छी मात्रा होती है. आप इसे और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं चिया सीड्स को भीगा कर मिलाकर पीने के लिए. चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स मौजूद होते हैं, जो दिनभर काम करने की ताकत प्रदान करते हैं.
घर पर चिया सीड्स और तरबूज ड्रिंक को बनाने की विधि है:
एक कटोरी तरबूज का रस निकालें।
दू��री कटोरी में चिया सीड्स को पानी में 15-20 मिनट भीगो दें, ताकि वे गूल जाएं।
भीगे हुए चिया सीड्स को तरबूज के रस में मिलाएं।
अब इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं और तत्परता से पीजिए।
ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी शक्ति को बढ़ाने और कमजोरी से छुटकारा पाने में मदद करेंगे। इन्हें रोज़ पीने से आप ऊर्जावान और स्वस्थ रहेंगे।
Immunity booster Herbs: कमजोर प्रतिरक्षा से हैं परेशान? इन 6 जड़ी-बूटियों से पाएं राहत
Immunity booster Herbs: आजकल की अनियमित जीवनशैली, असंतुलित आहार, और तनाव के कारण हमारी इम्यूनिटी (Immunity) कमजोर हो सकती है। इम्यून सिस्टम कमजोर होने से शरीर विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों का शिकार हो सकता है। एक मजबूत इम्यून सिस्टम न सिर्फ सर्दी जुकाम जैसी साधारण बीमारियों से सुरक्षा करता है, बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है। ऐसे में, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ…
सौंफ खाने से कब्ज अपच गैस और एसिडिटी से छुटकारा मिल सकता है सौंफ के रोजाना सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होती है.इसमें पाए जाने वाले विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी को बेहतर बनाने का काम करते हैं यही कारण है कि सौंफ खाने से शरीर कई बीमारियों और इंफेक्शन से बच सकता है
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (सप्तमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-11-अगस्त-2024
वार :------रविवार
तिथी :---07सप्तमी (अहोरात्र)
पक्ष:--------शुक्लपक्ष
माह:--------श्रावण
नक्षत्र:-----स्वाती (अहोरात्र)
योग:-----शुभ:-15:48
करण:-----गर:-18:54
चन्द्रमा:---तुला
सूर्योदय:-----06:12
सूर्यास्त:------19:13
दिशा शूल------पश्चिम
निवारण उपाय:---जौं या पान का सेवन
ऋतु :---------वर्षा ऋतु
गुलीक काल:---16:00से 17:36
राहू काल:---17:36से19:12
अभीजित---11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:---कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-07:48से09:26तक
लाभ:-09:26से11:04तक
अमृत:-11:04से12:42तक
शुभ:-14:22से16:00तक
🌗चोघङिया रात🌓
शुभ:-19:13से20:36तक
अमृत:-20:36से22:00तक
चंचल:-22:00से23:23तक
लाभ :-02:05से03:28तक
शुभ :-04:50से06:13तक
🙏आज के विशेष योग🙏 वर्ष का 125वाँ दिन, शीतला सप्तमी (सिंध प्रांत), आदित्य पूजन, भानु सप्तमी, वैधृति महापात 10:14 से14:53, कल्याणधणी डिग्गीपुरी पदयात्रा प्रारंभ (05दिन, जयपुर),
🌺👉 टिप्स 👈🌺
श्रावण मास में दही का सेवन ना करे।
सुविचार
ज़िन्दगी में मनुष्य के आँखे बन्द करने से कभी मुसीबत नही टला करती है, बल्कि उस मुसीबत का सामना करने से मनुष्य की आँखे खुला करती हैं।👍 सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*प्रदूषण से सेहत बचाने के आयुर्वेदिक उपाय -*
⚫.दिन में दो बार अदरक की चाय पीना फायदेमंद है। आधा चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच शहद मिलाकर लें। अदरक इम्यूनिटी को बढ़ाती है और सांस से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद है।
⚫. गले में खराश महसूस हो रही हो तो अदरक का काढ़ा पिएं। एक गिलास में छोटा-सा अदरक का टुकड़ा बारीक काटकर, 4-5 पत्ते तुलसी और 2-3 दाने काली मिर्च के मिलाकर दो कप पानी में उबालें। पानी आधा रह जाए तो छानकर पी लें। ऐसा दिन भर में 2-3 बार करें। इससे गले की खराश कम होगी और श्वसन तंत्र दुरुस्त होगा। अगर बलगम की शिकायत है तो उस काढ़े में थोड़ा रॉक सॉल्ट मिला लें।
*🐏🐂 राशिफल🐊🐬*
🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
सरकारी कामकाज में वृद्धि के योग हैं। बाधाएं समाप्त होंगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। जल्दबाजी से बचें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
नए मित्रों से लाभ होगा। ऐश्वर्य के साधन प्राप्त होंगे। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। धनार्जन होगा। जीवन सुखद व्यतीत होगा। व्यापार-व्यवसाय, निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
आवागमन में विशेष सावधानी रखें। चोट लग सकती है। विवाद से बचें। कार्यक्षमता में कमी रहेगी। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। दूसरों की अपेक्षाएं बढ़ेंगी। तनाव रहेगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। थकान रह सकती है। रुका हुआ धन प्राप्ति के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नए काम मिलेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। कार्य की बाधा दूर होगी। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश लाभदायक रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा।
👩🏻🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
सही बात का भी विरोध हो सकता है। हित शत्रुओं से सावधान रहें। संपत्ति का कोई बड़ा सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। प्रयास भरपूर करें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। दुष्टजनों से दूर रहें। परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
किसी रचनात्मक कार्य में सफलता प्राप्त होगी। मन में नए विचार आएंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक हो सकती है। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। किसी तरह से धनहानि के योग हैं। सावधानी रखें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। तनाव व चिंता बने रहेंगे। अप्रसन्नतादायक सूचना प्राप्त हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। भागदौड़ रहेगी। धनार्जन होगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
अचानक बड़ा खर्च होगा। यात्रा में जल्दबाजी न करें। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में धोखा खा सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यर्थ भागदौड़ से खिन्नता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से आवक बनी रहेगी।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। घर-बाहर सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। आत्मविश्वास बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। कारोबार अच्छा चलेगा। जल्दबाजी न करें।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। मित्रों के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य करने की इच्छा पूर्ण हो सकती है। घर-बाहर सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। लाभ होगा।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। पारिवारिक सहयोग से कार्य बनेंगे। जीवन सुखद व्यतीत होगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। थकान रह सकती है।
स्वस्थ रहने के लिए इम्यूनिटी यानी रोग-प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना आवश्यक है और इसका सबसे अच्छा तरीका है- संतुलित आहार। इसके लिए खाने में फल और हरी सब्जियां ज्यादा खाएं। नींबू, केला, अखरोट, नट्स, बादाम, राजमा, गुढ़, दूध, दही, पनीर, अंडा व अन्य पोषण युक्त चीजों का सेवन पर्याप्त मात्रा में करें ताकि शरीर की इम्यूनिटी सही रहे। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए, इस बारे में और विस्तार से जानना चाहते हैं, तो दिये गये लिंक पर जरूर क्लिक करें।
प्रेशर कम करने का ‘वैक्सीन’ है कोटा कोचिंग सिस्टम- डॉ.विक्रांत पांडे
एलन एलुमनी मीट-2024 ‘समानयन’ : केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव डॉ.विक्रांत पांडे ने कोटा में अपनी पढाई के अनुभव साझा किये
अरविंद
न्यूजवेव @कोटा
‘कोचिंग ऐसा टूल है जो विद्यार्थी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। रोज क्लास में उसे कंफर्ट जोन से बाहर आने का डोज दिया जाता है, जिससे उसकी इम्यूनिटी बढ़ती जाती है। पढाई करते समय प्रेशर कम करने का वैक्सीन कोटा कोचिंग सिस्टम ही देता है।' केंद्रीय गृह मंत्रालय, नईदिल्ली में संयुक्त सचिव वरिष्ठ आईएएस डॉ विक्रांत पांडे एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट की दो दिवसीय एलुमनी मीट-2024 ‘समानयन’ में भाग लेने के लिये कोटा पहुंचे। एक विशेष बातचीत में उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यहां का कोचिंग सिस्टम आपको अपनी छिपी हुई क्षमता को पहचानने की ताकत देता है। यह आप पर निर्भर है प्रेशर में कितना खिलकर बाहर आते हैं।
कोटा में पढने का अनुभव
मैने झालावाड जिले के बकानी कस्बे में हिंदी माध्यम से स्कूली पढाई की। शिक्षक पिता ने कहा कि मैं डॉक्टर नहीं बन सका, तुम कोशिश करो। उनके संस्कार लेकर मैने 1996 में कोटा आकर एलन से पीएमटी की तैयारी की। गांव से शहर में आकर अकेले किराये के कमरे में रहकर पढाई की। एलन के शिक्षकों ने मनोबल बहुत बढाया। पहले प्रयास में ही चयन हो गया। उदयपुर से एमबीबीएस करते हुये आईएएस बनने का सपना देखा। पहले प्रयास में इंटरव्यू में सफल नहीं हुआ लेकिन कोटा कोचिंग की बदलौत हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में यूपीएससी में अच्छी रैंक से चयनित हो गया। गत 19 वर्षों से सिविल सेवा में रहते हुये बलसाड, भरूच व अहमदाबाद में जिला कलक्टर रहा। इन दिनों गृह मंत्रालय, नईदिल्ली में सेवारत हूं।
चट्टान की तरह खडे रहो
एक सवाल के जवाब में डॉ. पांडे ने कहा कि हमारा पूरा जीवन एक कॉम्पिटीशन है। हर मुकाम पर लाइनें लंबी मिलेगी, आप चट्टान की तरह खडे रहो। यह मानकर चलें कि मेरी सीट तो फिक्स है। मुझे 100 प्रतिशत मेहनत करना है। मैने 2005 में यूपीएससी दी, तब 50 आईएएस के लिये 11 लाख परीक्षार्थी थे। जज्बा ऐसा हो कि मैदान में रोकने वाले कितने भी खिलाडी हों, आपको अपनी गेंद बाउंड्री के बाहर ही भेजना है। कोचिंग सिस्टम आपकी राह में वेलवेट नहीं बिछाता है, दबाव या दर्द सहने की ताकत पैदा करता है। भीतर से बहुत मजबूत बना देता है। आईएएस इंटरव्यू में भी कोटा कोचिंग से मिला आत्मविश्वास ही काम आया।
अपने बच्चों में अलख जगाओ
डॉ. पांडे ने माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चों से आशा रखें लेकिन अति महत्वाकांक्षी नहीं बनें। अपने बच्चों को प्रतिस्पर्धा में आगे निकलने के लिये अलख जगाओ। कोचिंग शिक्षक उत्प्रेरक का कार्य करेंगे, आप कूलेंट बनकर शांत रहो। जो आप नहीं कर पाये, उसकी अपेक्षा बच्चे से नहीं करें। बच्चे की मानसिकता को भांप लें। जीवन बहुत लंबा है, हर बात पर उसे दाद देते हुये कहें कि अगली बार इससे भी अच्छा होगा। किसी अन्य से तुलना कभी मत करो। पढाई के दौरान कई टेस्ट होंगे, हमें गोल पर नजरें टिकानी हैं। परीक्षायें मौज-मस्ती नहीं है, स्वाध्याय और मेडिटेशन है। परीक्षा के बाद बच्चे से मार्क्स पर नही करंे। उससे संवाद कर भावनात्मक लगाव महसूस करायें। जिस भूमि पर पानी के छींटे गिरेंगे, खाद डलेगी, वह बंजर नहीं रहेगी। कोचिंग सिस्टम भी बच्चों को वैज्ञानिक ढंग से स्मार्ट थिंकिंग देता है। उसके मस्तिष्क को उपजाऊ बना देता है।
थ्योरी पढ़ने का तरीका बदलो
एक सवाल के जवाब में वरिष्ठ आईएएस डॉ.पांडे ने कहा कि हम स्कूली पढाई में जो थ्योरी पढते हैं, उसका तरीका प्रवेश परीक्षाओं में बदल जाता है। स्कूल में नंबर आ जाते हैं लेकिन कंसेप्ट क्लियर नहीं होते हैं। कोचिंग में थ्योरी के चेप्टर के कंसेप्ट को समझाते हैं। प्रश्नों का एनालिसिस करना सिखाते हैं। इससे सोचने की सही क्षमता आ जाती है। थ्योरी के प्रत्येक चेप्टर से 100 प्रश्न हल करने की प्रेक्टिस करने पर पढाई करने का तरीका ही बदल जाता है। तेजी से प्रश्न हल करने का स्किल कोचिंग से ही मिल���ा है। हर शिक्षक थ्योरी चेप्टर को प्रवेश परीक्षाओं से जोड़कर पढाते हैं। यह आप पर निर्भर है कि प्रेशर से कितना खिलकर बाहर आते हैं। कोचिंग सिस्टम आपको दौडने का रास्ता दिखाता है, राह में कंसेप्ट क्लियर कर पत्थर हटाता है तो कठिन प्रश्न देकर पत्थर डालता भी है। जिससे आप कम्पीटिशन की बाधाओं को पार कर लक्ष्य को पा सको।
ये हैं कोटा कोचिंग की खास बातें
आज दुनियाभर में कोटा कोचिंग की अलग पहचान है। यहां के शिक्षक बच्चों के साथ कडी मेहनत कर उन्हें लक्ष्मण रेखा से बाहर निकालते हैं। बच्चे खुद का विश्लेषण करें। ओवर थिंकिग व सोशल प्रेशर से खुद को दूर रखें। जल्दी से किसी सफलता की कोशिश न करें। कोटा कोचिंग में पीयर गु्रप आपको पढने का माहौल देता है। टाइम मैनेजमेंट, कंसेप्ट समझने, समर्पित होकर पढाई करने से आप खुद को अपग्रेड करना सीख जायेंगे। कोटा कोचिंग का स्वस्थ वातावरण आपको कम्फर्ट जोन से बाहर निकालने में सक्षम है। इसलिये अपने टारगेट के आगे 1-2 साल सोशल मीडिया व स्मार्ट फोन को भूल जायें।
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इस मौसम में स्किन, बालों के साथ हेल्थ का भी विशेष तौर पर ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि इस मौसम में चलने वाली ठंडी हवाओं की वजह से आप आसानी से बीमार हो सकते हैं। इस मौसम में अधिकतर व्यक्तियों की इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती हैं। ऐसे मे इस मौसम में शरीर का ख्याल रखने के लिए डाइट में विटामिन सी फूड्स को अवश्य शामिल करना चाहिए। इन फूड्स के सेवन से मौसमी बीमारियों का खतरा कम होगा। सर्दी में अक्सर लोग अपने आसपास का, तो ख्याल रखते हैं। लेकिन कई बार जल्दबाजी में अपना ख्याल रखना भूल जाते हैं, जिस कारण कई बार वह बीमार हो जाते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी सर्दी से बचाव टिप्स के बारे में बताएंगे, जो आपको सर्दी के मौसम में बीमार होने से बचाएंगी।
ऊनी कपड़े पहनें
सर्दी में बीमार होने से बचने के लिए यह जरूरी होता हैं कि ऊनी कपड़े पहने। ऊनी कपड़े पहनने से शरीर गर्म रहता है, जिससे आप सर्दी से बच सकते हैं। सर्दी में ट्रैवलिंग के दौरान अपने साथ एक अतिरिक्त जैकेट/श्रग/कार्डिगन और एक ऊनी टोपी रखें ताकि तापमान गिरने पर आप इन्हें पहन सकें। साथ ही ध्यान रखें कि ज्यादा कपड़े भी न पहनें क्योंकि इसे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है।
हेल्दी डाइट लें
सर्दियों में स्वस्थ भोजन खाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। खासकर, ऐसा आहार जो आपको गरम रखे, यही सबसे अधिक आवश्यक है। अपने आहार में, साबुत अनाज, लीन मांस, अंडे, वसायुक्त मछली, गुड़, नट्स, और भरपूर मात्रा में ताजे फलों और सब्जियों को शामिल करें। मसाले और जड़ी-बूटियां भी इसमें शामिल होने चाहिए, जो आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देकर आपको स्वस्थ रखने में सहायक हो सकती हैं।
व्यायाम ज़रूर करें
अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए सर्दियों में अपने आपको फिट रखने के लिए अपनी दिनचर्या में किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधियों जैसे योग, वॉकिंग आदि को शामिल करें। नियमित व्यायाम आपको अधिक कैलोरी बर्न करने में मदद करेगा। यह आपको गर्म रखेगा और आपकी प्रतिरक्षा में सुधार करेगा, जिससे खांसी और सर्दी जैसी मौसमी बीमारियों से शरीर की रक्षा भी बढ़ेगी। यदि आपको अस्थमा या हृदय रोग जैसी कोई समस्या है, तो हवा में प्रदूषकों और एलर्जी से बचने के लिए बाहर जाने पर मास्क पहनें।
हाइड्रेट रहें
सुनिश्चित करें कि आप हर दिन पर्याप्त पानी पिएं। यह आपको हाइड्रेटेड रहने और हानिकारक विषाक्त पदार्थों से आपके सिस्टम को साफ करने में मदद करेगा। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में तरल पदार्थ को संतुलित करने के साथ-साथ पोषक तत्वों को शरीर की कोशिकाओं तक ले जाने में भी मदद मिलेगी। यह कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं को रोकने में भी मदद करता। पानी त्वचा को मॉइस्चराइज रखने और उसकी बनावट और उपस्थिति को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पर्याप्त नींद लें
नींद के महत्व को कम नहीं आंकना चाहिए। अच्छी नींद लेना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि व्यायाम करना और स्वस्थ भोजन करना। नींद की कमी से वजन बढ़ता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, जिससे बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। वास्तव में, नींद की कमी अवसाद और शारीरिक कमजोरी जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है, और उत्तम नींद आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है।
हाइजीन बनाए रखें
सही हाइजीन का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है। साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना, आंख, नाक और मुंह को छूने से बचना आवश्यक है। ये सभी आदतें बैक्टीरिया और कीटाणुओं के खिलाफ सबसे अच्छे बचाव के तरीकों में से एक हैं। कोविड-19 का खतरा अभी भी है, इसलिए इन सभी बातों का खास ध्यान रखें। साथ ही, सामाजिक दूरी और मास्क जैसी अन्य सुरक्षा के उपायों का भी पालन करें।
लापरवाही कर सकती है बीमार
मौसम के साथ तालमेल बनाए रखना जरूरी है, ताकि बीमारियां दूर रहें। बदलते मौसम में डाइट और फिटनेस पर खास ध्यान दें। अखरोट और बादाम जरूर खाएं। यह व्यक्ति को हेल्दी रखने में मदद करेंगे। इन दिनों मौसम में काफी उतार-चढ़ाव हो रहा है। ऐसे में सेहत प्रभावित होती है। खुली हवा में सिर और माथा ढंक कर निकलें। सुबह भर पेट नाश्ता करें, ताकि इन्फेक्शन न हो। हल्का गुनगुना पानी पिएं। सूप, हरी सब्जियां, फल और ग्रीन टी शामिल करें। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती हैं। साफ सफाई का ध्यान रखें।
निष्कर्ष
सर्दियों में सेहत का ख्याल रखना व्यक्ति के सम्पूर्ण विकास और सुखद जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मौसम में सही आहार, उचित व्यायाम, नियमित नींद, व्यस्त और सक्रिय जीवनशैली, और हाइजीन का पालन करना आवश्यक है। ये सभी उपाय सर्दियों के मौसम में बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं और व्यक्ति को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में साहायक होते हैं। सही सेहत का ध्यान रखने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
अनगिनत बीमारियों की गिरफ्त से बचाता है अंजीर का जूस, रोज ताजा अंजीर का जूस पीने से मिलते हैं इतने फायदे
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अंजीर का जूस
अंजीर सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद फल है। अंजीर को आप फल के रूप में या फिर ड्राई फ्रूट के रूप में डाइट में आसानी से शामिल कर सकते हैं। अंजीर का जूस पीने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। पोषण से भरपूर ये जूस मोटापा घटाने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। अंजीर के जूस पीने से कब्ज और पेट की समस्याएं गायब हो जाती है। जिनका पाचन खराब रहता है उन्हें अंजीर का जूस जरूर…