काली माता मंदिर, पटियाला: एक अद्वितीय धार्मिक स्थल | Kali Mata Mandir Patiala
महाराजा भूपिंदर सिंह ने श्री काली माता मंदिर पटियाला (Kali Mata Mandir Patiala) का निर्माण करने के लिए अपनी राजधानी में माता काली देवी के मंदिर की इमारत का वित्त प्रदान किया था और उन्होंने इसका निर्माण देखभाल किया। महाराजा भूपिंदर सिंह 1936 में पटियाला रियासत के शासक थे, और 1900 से 1938 तक उन्होंने अपने शासनकाल में इस महत्वपूर्ण श्री काली माता मंदिर पटियाला (Kali Mata Mandir Patiala) के निर्माण…
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🛕 सेवोकेश्वरी काली मंदिर - Sevokeshwari Kali Mandir #Siliguri
◉ सेवोकेश्वरी काली मंदिर आमतौर पर सेवोके काली मंदिर के रूप में जाना जाता है।
◉ देवी के दर्शन करने और ऊपर से कंचनजंगा चोटी की हल्की सी झलक पाने के लिए लगभग 107 सीढ़ियाँ चढ़नी होती हैं।
◉ नवरात्रि के दौरान देवी का हजारों फूलों से श्रृंगार किया जाता है और मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जाता है।
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✨ दुर्गा चालीसा - Durga Chalisa
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देश निराला
जो कौये रुदाली बन कर
मरघट पर जा ही मर गए,
उनकी मृत्यु पर कौन रोये?
उनकी लाशों को सफ़ेद पाषाण पर बिछा
उजड़े शब्दों से,
खारी नसों से
मैं कहानियाँ लिखती हूँ।
मैं उस देश से हूँ जहाँ महात्मा का मुखौटा लगा
खोटा सिक्का चलता है
यहाँ सत्ता "अंधों के राज्य में काना राजा"
के उसूल से चलती है,
लेकिन अगर चटनी मिल जाये
तो फिर हम दलिया भी खा लेते हैं।
यहाँ हम देश से परेशान हो
"आज तक" चला देते हैं,
फिर भारतीय हैं
४० डिग्री में भी गरम चाय पीते हैं।
यहाँ लव 'जिहाद' है
मगर मुस्लिम साले भी हैं
यहाँ केसरी रंग लहू के रंग से ऊपर है
तो जब मेरी ३ साल की बहन ने कहा
"मेरा मनपसंद रंग केसरी है"
तो मैं डर गयी।
खून का प्याला ले खड़ी देवी
को पूजते हैं लेकिन स्त्री को
'मुश्किल दिनों' में मंदिर में प्रवेश निषेध है,
काली को हैं पूजते फिर काली से हैं हटते।
आरक्षण तो हैं यहां लेकिन
कौनसी लड़की अछूत है?
लोकतंत्र में है राजवंश इस
महफ़िल में इरशाद कहो तो सर काट जाते हैं
पुलाओ और बिरयानी पर हम यूं ही बट जाते हैं।
कोयल ने पूछा काक से की
क्यों बेसुर, कर्कश है तान तुम्हारा?
काक ने पुछा कोयल से
क्यों बेसुध, विवश है गान तुम्हारा?
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Saraikela chandil accident : चांडिल में तेज़ अनियंत्रित ट्रक दुकानो में जा घुसी, 6 घायल
जमशेदपुर : मंगलवार देर रात सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल थाना अंतर्गत काली मंदिर के समीप 12 चक्का ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे झोपड़ी की दुकानों में जा घुसा. इस दुर्घटना में ओम हरी यादव और उनके भाई हरी ओम यादव बुरी तरह अंदर फंस गए थे, जिन्हें स्थानीय लोगों की सूझबूझ से बाहर निकाला गया. (नीचे देखे पूरी खबर)
इन दोनों भाइयों के अलावा राधा देवी, पूजा कुमारी, भीम यादव, कुमार यादव, ओम शंकर यादव…
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Tarakeshwar Mandir in West Bengal
तारकेश्वर मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के तारकेश्वर शहर में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें तारणनाथ के रूप में पूजा जाता है। मंदिर 1729 में राजा भरमल द्वारा बनाया गया था। यह एक अष्टछाला संरचना है जो बंगाल मंदिर वास्तुकला का एक उदाहरण है। मंदिर के सामने एक नट मंदिर है। मंदिर के पास देवी लक्ष्मी नारायण और देवी काली के मंदिर भी हैं।
मंदिर का मुख्य देवता, भगवान तारणनाथ, एक उग्र रूप है भगवान शिव का जो समुद्र मंथन के दौरान विष पीते थे। मंदिर के बारे में एक किंवदंती है कि एक बार एक गाय ने एक जगह दूध गिराया, और बाद में पता चला कि उसी स्थान पर एक शिवलिंग था। ग्रामीणों ने मिलकर वहां एक छोटा सा मंदिर बनाया। आज का मंदिर राजा भरमल द्वारा 1729 में बनाया गया था।
मंदिर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह विशेष रूप से महाशिवरात्रि के दिन, शिव के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक, के दौरान भीड़भाड़ वाला होता है। मंदिर में एक पवित्र कुआं भी है जिसे दूधकुंड कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसमें स्नान करने से लोगों की इच्छाएं पूरी होती हैं।
तारकेश्वर मंदिर एक सुंदर और ऐतिहासिक मंदिर है जो पश्चिम बंगाल के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है।
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रण में कूद पड़ी महाकाली, देखने को उमड़ी भीड़
रण में कूद पड़ी महाकाली, देखने को उमड़ी भीड़
लोनी कंचन पार्क प्राचीन श्री लाल हनुमान मंदिर में मां काली की मंदिर कमेटी द्वारा पूजा व विसर्जन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पूजा व विसर्जन में थाना लोनी पुलिस द्वारा शोभा यात्रा को सफल बनाने में पूरा योगदान दिया गया। आपको बता दे की मां काली की शोभायात्राएं धूमधाम से निकाली गई। मां काली के स्वरूप को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ लगी रही। लोगों ने मां काली का जगह-जगह स्वागत किया।
जनपद गाजियाबाद के कंचन पार्क लोनी में प्राचीन श्री लाल हनुमान मंदिर कमेटी की ओर से मां काली की शोभायात्रा निकाली गई। देवी के स्वरूप की पंडित दिवाकर शर्मा व श्यामल शर्मा ने पुजारी के रूप में माता की विधि विधान से पूजा की। शोभायात्रा प्राचीन श्री लाल हनुमान मंदिर से लेकर लोनी मैन तिराहे से होते हुए सिग्नेचर पुलिस चौकी यमुना जी पर जाकर विसर्जन कर संपन्न हुई। लोनी के थाना प्रभारी राम गोपाल ने महामैया से आशार्वाद लिया।
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Deoghar: अलग-अलग सड़क हादसे में तीन ल��ग घायल
Deoghar: देवघर में अलग-अलग स्थानों में हुई सड़क दुर्घटना में तीन लोग घायल हो गये। सभी घायलों को इलाज के लिये सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायलों में मालती देवी विलासी बरगाछ, गोविन्द शर्मा और विरू सिंह देवघर के नाम शामिल हैं।
घायल मालती देवी के परिजनों ने बताया कि वह अपने घर से पैदल बाजार जा रही थी। उसी क्रम में एक अज्ञात पल्सर सवार ने बिलासी स्थित काली मंदिर के पास लापरवाही एवं तेजगति से…
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Darbhanga Fort.... दरभंगा नरेश जी का किला, साथ ही उस किले के ऐतिहासिक धरोहर तथा किले के अंदर श्यामा मंदिर में विराजमान माता श्यामा(काली माँ, देवी तारा माँ) साथ अन्य मंदिरों के साथ - साथ ऐतिहासिक स्थलों को जानने तथा देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । #darbhanga #darbhanga_mithila #mithilapalkar #mithalanchal #darbhanga_entertainment #darbhangalover❣️ #nalanda #biharsharif #bihar #bihar #history #historical #aicwa #aicwallstreet #aicwabiharjharkhand #dprudra #dprudrafanclub #dharmprakashrudra #biharcricketassociation https://www.instagram.com/p/Cnq6n11JR4z/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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कालसर्प दोष पूजा सामग्री – उज्जैन
कालसर्प पूजा मे उपयोग होने वाली सामग्री से पहले हम यह जान लेते है, की कालसर्प दोष पूजा क्यो की जाती है। उससे पहले हम यह जान लेते है की काल सर्प दोष क्या होता है?
जैसा की हम सभी जानते है, की किसी मनुष्य की कुंडली मे सारे ग्रह राहू और केतू के बीच मे ग्रसित होते है, तब काल सर्प दोष जातक की कुंडली मे उत्पन्न होता हे।
कालसर्प दोष का कुंडली मे ह���ना काफी हानिकारक साबित हो सकता है। कालसर्प दोष के चलते हुए जातक को कई प्रकार के कष्ट उठाने पड़ सकते है। जैसे की व्यापार मे सदैव हानि होना, संतान सुख से वंचित रहना, विवाह मे कई प्रकार की समस्या आना और आर्थिक हानि होना।
अगर कालसर्प दोष की जानकारी जातक पहले पता कर ले, तो बेहतर होता है नहीं तो यह दोष जातक को जीवन भर कष्ट देता रहता है।
कालसर्प दोष पूजा सामग्री
कालसर्प दोष के दुष्प्रभावो को हम काल सर्प निवारण पूजा से सुभप्रभावों मे भी बदल सकते है, और अपने जीवन मे चल रही हर प्रकार की समस्या का समाधान कर सकते हे।
अगर किसी जातक की कुंडली मे यह दोष है, तो वह काल सर्प दोष निवारण पूजा को करा कर, अपनी कुंडली से इस दोष को समाप्त कर सकता है। इस पूजा के बाद आप अपने जीवन मे अपार सफलता प्राप्त कर अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते है।
काल सर्प पूजा के लिए मध्य प्रदेश मे उज्जैन को सर्वश्रेष्ठ स्थान बताया गया है, यदि आप भी कालसर्प दोष निवारण पूजा उज्जैन मे करवाना चाहते है, तो उज्जैन के प्रसिद्ध पंडित श्री कांता गुरु जी से संपर्क कर सकते है, पंडित जी काल सर्प दोष पूजा के विशेषज्ञ है। आप मंदिर परिसर मे पूजा सामग्री के कष्ट से बचने एवं काल सर्प दोष निवारण पूजा के सफल आयोजन के लिए पंडित जी से संपर्क कर सकते है।
कालसर्प दोष पूजा पूजा सामग्री लिस्ट
श्री फल = 1
शिवलिंग = 1
लोहे का कटोरी = 1
गोला = 1
लकड़ी की चौकी = 1
दोने = 1 पैकेट
रुई = 1 पैकेट
नवग्रह समिधा = 1 पैकेट
मिट्टी के बड़े दिये = 2
मोली = 5
फूलो की माला, फूल = 5
पान की पत्ते = 7
कपूर = 11 टिक्की
आम के पत्ते = 11 पत्ते
छोटे मिट्टी के दीपक = 11
जनेऊ = 11
सुपारी = 11
बेल पत्री = 11
सांप = 9
इलायची = 10 ग्राम
लौंग = 10 ग्राम
शहद = 50 ग्राम
कच्चा दूध = 100 ग्राम
रोली = 100 ग्राम
दही = 100 ग्राम
काली मिर्च = 100 ग्राम
साबूत उड़द दाल = 250 ग्राम
पंच मेवा = 250 ग्राम
जौ = 500 ग्राम
चीनी = 500 ग्राम
काले तिल = 1 किलोग्राम
देसी घी = 1 किलोग्राम
हवन सामग्री = 1 किलोग्राम
पंच मिठाई = 1 किलोग्राम
साबुत चावल = 1 किलो 250 ग्राम
आम की लकड़ी = 5 किलो ग्राम
तिल का तेल = 1 लीटर
सूखा बेल गीरी = 20 रु.
जटामसी = 20 रु.
भोज पत्र = 20 रु.
गूग्गल = 20 रु.
पीली सरसो = 20 रु.
लाल चंदन = 20 रु.
कमल गट्ठा = 20 रु.
पीला कपड़ा = सवा मीटर
धूप और अगरबत्ती = एक एक पैकेट
ऋतु फल = श्रद्धा अनुरूप
पूजा सामग्री लेने से पहले इन बातो का ध्यान रखना चाहिए-
श्री फल को नारियल या चिकना नारियल भी कहा जाता है।
शक्कर गुड वाली होनी चाहिए।
पंच मेवे मे काजू, किशमिश, छुवारे, बादाम और मखाने होने चाहिए।
चावल टूटे हुये नहीं होने चाहिए।
पंच मिठाई मे बूंदी के लड्डू, बर्फी, बेसन से बने हुये लड्डू या बर्फी, मिल्क केक, मावा नारियल से बनी हुई बर्फी या कोई सी भी सुखी मिठाई लेनी है।
ऋतु के अनुसार कोई से भी फल ले सकते है, किन्तु ध्यान रहे अनार एवं केले आवश्यक है। शेष तीन फल कोई से भी हो सकते है।
9 नाग कुंडली लगा के बैठे हुये हो वो ही लेने है।
आटे का घी मे चूर्ण कर ( महाप्रसाद) सूखा प्रसाद बनाना है।
भगवती शृंगार के लिए अपने हाथ की चूडियाँ, बिंदी, मेहंदी, हार, माला, कंघी, दर्पण और सैंट जो आप स्वयं इस्तेमाल करते हो।
भगवती की साड़ी काले एवं नीले रंग की नहीं होनी चाहिए।
देवी की चाँदी की मूर्ति मे सुनार से कहकर माथे पर सोने की बिंदी लगवा दे।
किसी भी प्रकार की पूजा मे लकड़ी की चौकी जरूरी होती है, चाहे आप पूजा कर रहे हो या करवा रहे हो।
यह सभी मुख्य सामग्री है, जो की काल सर्प दोष निवारण पूजा मे उपयोग की जाती है। हम आप सभी से निवेदन करते है, की यदि आप भी यह पूजा करवाते है, तो एक बार पुजारी जी से सामग्री के बारे मे जानकारी जरूर ले।
अगर आप पंडित कांता गुरु जी द्वारा कालसर्प दोष पूजन कराते है तो आपको पूजन सामग्री की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है, सारी पूजन सामग्री पंडित जी द्वारा उपलब्ध करा दी जाएगी। जिससे आपका समय बच सके, आपको केवल उज्जैन मे आकर पूजा सम्पन्न करनी है।
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माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने पहुंचे शाहरुख खान
माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने पहुंचे शाहरुख खान
जम्मू. बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के त्रिकूट पर्वत स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन किए. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि खान काली जैकेट (टोपी वाली) पहने रविवार देर रात मंदिर पहुंचे. अधिकारी ने कहा, ‘‘शाहरुख देर रात करीब साढ़े 11 बजे मंदिर में थे और दर्शन करने के बाद वहां से लौटे.’’ सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में अभिनेता (57) अपने…
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Dhari Devi Mandir: उत्तराखंड का वो मंदिर जहां मां बदलती हैं दिन में तीन रूप, जानिए यहां की रोचक कहानी
भारत में प्राचीन व रहस्यमयी मंदिरों तथा तीर्थ स्थलों की भरमार है। ऐसे ही पूजनीय रहस्यमयी मंदिरों में से एक है उत्तराखंड के श्रीनगर में विराजमान माँ धारी देवी का मंदिर [Dhari Devi Mandir]। यह मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर, श्रीनगर और रुद्रप्रयाग के बीच अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है, और माना जाता है कि धारी देवी माँ यहाँ रह कर उत्तराखंड के सभी चार धामों की रक्षा करती हैं। यह कल्याणी माता माँ काली का मंदिर है जो धारी देवी के रूप में यहाँ स्थित हैं। इस मंदिर में द्वापर युग से माता का शीश स्थापित है और माता के धड़ का हिस्सा कालीमठ में स्थित है जहाँ उन्हें माँ काली के रूप में पूजा जाता है।
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Tarapith Templep तारापीठ मंदिर: भारत के अद्वितीय शक्ति पीठ में होने वाली रहस्यमयी पूजा
तारापीठ मंदिर Tarapith Temple Tarapith लाखों लोगों के मन में सदियों पुरानी मान्यता है कि – तारा पीठ मंदिर में पूजा (पूजा) और प्रार्थना करने के बाद कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता और उनकी इच्छाएं पूरी होती हैं
काली को बंगाल की प्रमुख देवताओं में से एक माना जाता है। काली कई रूपों वाली एक शक्तिशाली और जटिल देवी हैं। ईश्वर को विभिन्न भूमिकाओं और व्यक्तित्वों के साथ कई अलग-अलग रूपों में प्रकट किया जा सकता…
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नवरात्रि विशेष - Navratri Specials 2023 [22 March - 30 March]
नवरात्रि विशेष - Navratri Specials 2023 [22 March - 30 March]
नवरात्रि कब, कैसे और क्यों?❀ चैत्र नवरात्रि ❀ घटस्थापना❀ राम नवमी❀ चेटी चंड ❀ मत्स्य जयंती
❀ नवरात्रि ग्रीटिंग
माता की आरतियाँ:❀ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी❀ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी❀ अम्बे तू है जगदम्बे काली❀ माँ दुर्गा, माँ काली
चालीसा:❀ दुर्गा चालीसा❀ विन्ध्येश्वरी चालीसा
नवरात्रि मंत्र:❀ दुर्गा पूजा पुष्पांजली❀ महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि❀ माँ दुर्गा देव्यापराध क्षमा प्रार्थना स्तोत्रं❀ सिद्ध कुञ्जिका स्तोत्रम्❀ श्री विन्ध्येश्वरी स्तोत्रम्❀ स्वस्ति / स्वस्तिक मंत्र❀ दैनिक हवन-यज्ञ विधि
नामावली:❀ श्री दुर्गा माँ के 108 नाम❀ अथ दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला - श्री दुर्गा द्वात्रिंशत नाम माला❀ श्री लक्ष्मी के 108 नाम - श्रीलक्ष्मीष्टोत्तरशतनामावलिः❀ अन्नपूर्णा स्तोत्रम् - नित्यानन्दकरी वराभयकरी
नवरात्रि भजन:❀ नवरात्रि मे माता रानी के भजन❀ तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये❀ मैं बालक तू माता शेरां वालिए❀ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा❀ चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है❀ मन लेके आया, माता रानी के भवन में❀ मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की❀ बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी❀ दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ❀ भजन: मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ जगदम्बे❀ बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए❀ सावन की बरसे बदरिया...
नवमी स्पेशल:❀ श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन❀ भए प्रगट कृपाला दीनदयाला❀ श्री राम रक्षा स्तोत्रम्❀ श्री राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे
माता के मंदिर:❀ दिल्ली मे प्रसिद्ध माता रानी के मंदिर❀ दिल्ली के प्रमुख कालीबाड़ी मंदिर❀ श्री चंद्रभागा शक्ति पीठ, सोमनाथ❀ माँ ब्रह्माणी मंदिर, इटावा❀ श्री महालक्ष्मी मंदिर, पुणे❀ श्री महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई❀ श्री मुंबा देवी मंदिर, मुंबई
ब्लॉग:❀ चैत्र नवरात्रि तिथियों में कैसे करें विधान से पूजा?❀ चैत्र नवरात्रि 2023 व्रत के आहार और लाभ❀ नवरात्रि में कन्या पूजन की विधि❀ भारत में सात शीर्ष माँ दुर्गा मंदिर❀ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नवरात्रि कैसे मनाते हैं?❀ चैत्र नवरात्रि के शुभ ज्योतिषीय उपाय
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बरेली : 551 महिलाओं द्वारा निकाली गई भव्य कलश यात्रा
बरेली : 551 महिलाओं द्वारा निकाली गई भव्य कलश यात्रा
बरेली शनिवार को मनोहर भूषण इंटर कॉलेज प्रांगण में 51 कुंडीय महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 29 अक्टूबर से लेकर 6 नवंबर तक यह कार्यक्रम जारी रहेगा, इसी संबंध में काली देवी मंदिर निकट प्रेमनगर धर्म कांटा से 551 कलश यात्रा एवं सात रथों के साथ भव्य यात्रा निकाली गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री मुक्तानंद एवं इस आयोजन के मुख्य आयोजक श्री अजयानंद महाराज एवं उनके साथ कई अन्य महात्मा,श्री…
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West singhbhum bengali samaj sammelan - कोल्हान प्रमंडल स्तरीय बंगाली समाज सम्मेलन 19 मार्च को जमशेदपुर में , बंगाल समुदाय के लोगों का होगा जमावड़ा
रामगोपाल जेना/चक्रधरपुर : 19 मार्च को जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित रीगल मैदान में आयोजित होने वाली कोल्हान प्रमंडल स्तरीय बंगाली समाज सम्मेलन को लेकर चक्रधरपुर के सुपर क्लब काली मंदिर में बंगाली समाज के लोगों की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता बापी दत्ता ने की. बापी दत्ता ने कहा कि आयोजन ऐतिहासिक होगा. इस अवसर पर कोल्हान बंग उत्सव के उपाध्यक्ष देवी शंकर दत्ता और संरक्षक मनोज सरकार ने कार्यक्रम को सफल…
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Kali Mata Mandir : इस मंदिर में माँ काली के लिए 24 घंटे चलता है AC
Kali Mata Mandir : इस मंदिर में माँ काली के लिए 24 घंटे चलता है AC
Kali Mata Mandir – माँ काली जिन्हे महाकाली कहकर बुलाया जाता है। माँ काली को सर्वशक्तिशाली देवी के रूप में पूजा जाता है। कहते है माँ का रूप जितना भयानक है माँ का दिल उतना ही कोमल है वह अपनी शरण में आये भक्तो को कभी निराश नहीं करती है। माँ काली के भक्त उनके द्वारा किये जाने वाले चमत्कारों से भली भांति परिचित होंगे। अगर आप एक बार माँ काली की शरण में आ गए तो आपको किसी भी चीज़ का भय नहीं रहता है। …
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