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#कुशाल दास
007rebel · 8 days
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*बलात्कार पर फांसी का बिल पास नहीं हो रहा है, क्योंकि वर्तमान में 40 से ज्यादा BJP सांसदों पर केस चल रहे हैं*
*और ज्यादातर ढोंगी बाबा बलात्कारी हैं 👇*
1. आसाराम बापू
2. बाबा रामपाल
3. राम नारायण
4. बाबा राम रहीम
5. रामकिशोर शुक्ला
6. बाबा सियाराम
7. स्वामी चिन्मयानंद
8. स्वामी नित्यानंद
9. बाबा दयानंद
10. बाबा प्रेमानंद
11. बाबा सच्चिदानंद
12. बाबा ललितानंद
13. इच्छाधारी भीमानंद
14. निर्मल बाबा
15. फलाहारी बाबा
16. कुलदीप सेंगर
17. नारायण साईं
18. दाती महाराज
19. शांतिसागर महाराज
20. ओम जी महाराज
21. महंत सुंदर दास महाराज
22. महंत कृष्णाकांताचार्य
22. मलखान गिरी
23. ज्योति गिरी
24. कुशाल गिरी
25. गोपाल कांडा
26. लाल शर्मा
27. कर्म योगी जी
28. बाबा आशु गुरुदेव
29. नारायण दास
30. झरोखा
31. पवन गुप्ता
32. अवदीश दास
33. अमरपुरी नागा साधु
34. बालक नाथ
35. श्याम गिरी अब्दूत,
36. शैलेश भट्ट
37. अक्षय ठाकुर
38. जसवंत नई
39. धौलूनाथ
40. संजी राम
41. साधु गोविंद दास
42. दीपक खजुरिया
43. हेमराज बुंदेला
44. अज़य राजपूत
45. विजय कुमार पांडे
46. बाबाअमरपुरी
47. बाबूलाल गौर
48. विशाल जंगोत्र
49. तिलक राज
50. कम्मल बाबा
51. चुंबन बाबा
52. विशाल जंगोत्र
53. संत साधु बाबा
54. करणी सिंह
55. मोहन लाल खट्टर
56. राधेश्याम नई
57. अशोक भगत
58. मस्ताना बाबा
59. विवेक आश्रम के बाबा
60. हर देव
61.बाबा देव मुरारी बापू
62. बाबा बीरेंद्र देव दीक्षित
63. दिगंबर जैन मुनि शांतिसागर
64. विनय शर्मा
65. मुकेश सिंह
66. उमेश बाजपेयी
67. रामकिशोर त्रिवेदी
68. डोरी लाल शर्मा
69. शिवम द्विवेदी
70. हरीशंकर द्विवेदी
71. मनोज वाकरे
72. अशोक तनेजा
73. विशाल ठाकुर
*नोट:- किसी को कोई शक हो तो गूगल या यूट्यूब में देख सकते है*
*इसमें कोई मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, OBC, ST, SC क्यूँ नहीं है ⁉️
#rapeCapital
#indianGovt.
🤣🤣🤣
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newsindiaguru · 3 years
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Indian Club to Compete in AFC Women's Club Championship 2021 Pilot Tournament
Indian Club to Compete in AFC Women’s Club Championship 2021 Pilot Tournament
भारतीय महिला लीग की एक छवि (फोटो क्रेडिट: एआईएफएफ) एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप 2021 में आठ देशों की आठ टीमें होंगी जो 30 अक्टूबर से 14 नवंबर तक भाग लेंगी। न्यूज 18 स्पोर्ट्स नई दिल्ली आखरी अपडेट:04 मई, 2021, 15:42 IST पर हमें का पालन करें: 2022 दो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के साथ भारतीय महिला फुटबॉल के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष होगा – एएफसी महिला एशियाई कप 2022 और फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप…
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letshnnews · 4 years
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एशियाई कप बोली एक अलग गेंद खेल है, बड़े फुटबॉल राष्ट्रों ने बड़ी चुनौती पेश की: कुशाल दास | फुटबॉल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया कुशाल दास। (फोटो के लिए) नई दिल्ली: ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन महासचिव कुशाल दास महसूस करता है कि 2027 के होस्टिंग अधिकार प्राप्त करना देश के लिए बहुत मुश्किल होगा एशियाई कप विश्व कप के मेजबान कतर, ईरान और सऊदी अरब से भयंकर प्रतिस्पर्धा के सामने। …
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newskey21 · 2 years
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फुटबॉल दिल्ली प्रमुख ने एआईएफएफ बॉस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, प्रफुल्ल पटेल के कार्यालय ने आरोपों से इनकार किया
फुटबॉल दिल्ली प्रमुख ने एआईएफएफ बॉस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, प्रफुल्ल पटेल के कार्यालय ने आरोपों से इनकार किया
फुटबॉल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन ने अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) के प्रमुख प्रफुल्ल पटेल को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि कानूनी लागतों को पूरा करने के लिए 3 करोड़ रुपये का वार्षिक खर्च काफी अधिक था और देश में फुटबॉल की शासी निकाय के लिए उचित नहीं था। आईपीएल 2022- पूर्ण कवरेज | अनुसूची | परिणाम | ऑरेंज कैप | पर्पल कैप | अंक तालिका हालांकि, एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने आरोपों…
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liajayeger1 · 2 years
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भारतीय फ़ुटबॉल के साथ मुख्य समस्या लीग संरचना की कमी है: कुशल दास
भारतीय फ़ुटबॉल के साथ मुख्य समस्या लीग संरचना की कमी है: कुशल दास
एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने कहा कि भारतीय फुटबॉल के साथ मुख्य मुद्दा एक मजबूत लीग संरचना की कमी थी एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने कहा कि भारतीय फुटबॉल के साथ मुख्य मुद्दा एक मजबूत लीग संरचना की कमी थी अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशाल दास ने शुक्रवार को कहा कि देश में फुटबॉल के साथ मुख्य मुद्दा एक मजबूत लीग संरचना की कमी है। भारतीय पुरुष फुटबॉल लीग प्रणाली में भारतीय…
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abhay121996-blog · 3 years
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एआईएफएफ ने कोरोना के कारण एचआईडब्ल्यूएल के पांचवें संस्करण को किया स्थगित Divya Sandesh
#Divyasandesh
एआईएफएफ ने कोरोना के कारण एचआईडब्ल्यूएल के पांचवें संस्करण को किया स्थगित
नई दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने कोरोना महामारी के तीसरे लहर को ध्यान में रखते हुए भारतीय महिला लीग (एचआईडब्ल्यूएल) के पांचवें संस्करण को कुछ महीनों के लिए स्थगित कर दिया है।
एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने एएफसी के महासचिव दातो विंडसर जॉन को लिखे पत्र में लिखा, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि स्थानीय आयोजन समिति (ओडिशा स्पोर्ट्स) के साथ चर्चा करने के बाद, एआईएफएफ ने मानसून और कोरोना महामारी के तीसरे लहर को ध्यान में रखते हुए भारतीय महिला लीग (एचआईडब्ल्यूएल) के पांचवें संस्करण को कुछ महीनों के लिए स्थगित करने का फैसला किया है।”
यह खबर भी पढ़ें: मनुष्य की म्रत्यु के बाद फिर से होगा उसका पुनर्जन्म, जानिए नारद पुराण का अद्भुत रहस्य
एचआईडब्ल्यूएल का 5वां संस्करण मूल रूप से एआईएफएफ के निकट समन्वय में ओडिशा स्पोर्ट्स द्वारा भुवनेश्वर में आयोजित किया जाना था। लेकिन महामारी की दूसरी लहर के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। विकल्पों को खुला रखते हुए, लीग कमेटी ने इसे बाद में प्रस्तावित नई विंडो में स्वास्थ्य मानकों के अधीन आयोजित करने का निर्णय लिया था।
पिछले हफ्ते, श्रीनिदी डेक्कन एफसी, इस सीजन में आई-लीग में नवीनतम प्रवेश, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में लॉन्च किया गया था। आंध्र प्रदेश के खेल मंत्री मुत्तमसेट्टी श्रीनिवास राव विशाखापत्तनम स्थित फुटबॉल क्लब के शुभारंभ में मुख्य अतिथि थे।
यह खबर भी पढ़ें: अजब- गजब: इस मंदिर के सामने आते ही अपने आप रुक जाती है ट्रेन!
श्रीनिधि को इस सीजन के अंत में आई-लीग 2021-22 में खेलने का पहला अनुभव होगा। आई-लीग का 2021-22 संस्करण दिसंबर में कोलकाता में शुरू होने वाला है।
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quickyblog · 4 years
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महिला फुटबॉल: AIFF लाइसेंसिंग मानदंडों में महिलाओं की टीम को अनिवार्य बनाता है | फुटबॉल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) का लोगो NEW DELHI: अखिल भारतीय के हिस्से के रूप में एक महिला टीम को अनिवार्य कर दिया गया है फ़ुटबॉल फेडरेशन का (एआइएफएफ) क्लबों के लिए लाइसेंसिंग मानदंड, महासंघ के महासचिव कुशाल दास कहा हुआ। दास ने कहा कि फिलहाल यह केवल 'बी' स्तर से नीचे के लाइसेंस के लिए है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में इसका विस्तार किया जाएगा। …
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digimakacademy · 4 years
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विदेशी खिलाड़ियों के बिना भी आईलीग होगी:  कुशाल दास
विदेशी खिलाड़ियों के बिना भी आईलीग होगी: कुशाल दास
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अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की योजना 2020-21 आईलीग सत्र के आयोजन की है, फिर भले ही क्लबों के स्टार विदेशी खिलाड़ी कोरोना वायरस के चलते यात्रा पाबंदियों के कारण इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएं। कोविड-19 महामारी के कारण मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित हैं। बंगाल चैंबर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा सोमवार को आयोजित वेबिनार में एआईएफएफ महासचिव कुशाल दास ने कहा, ”लीग का…
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letshnnews · 4 years
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महिला फुटबॉल: AIFF महिलाओं की टीम को लाइसेंसिंग मानदंडों में अनिवार्य बनाता है | फुटबॉल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) का लोगो NEW DELHI: अखिल भारतीय के हिस्से के रूप में एक महिला टीम को अनिवार्य कर दिया गया है फ़ुटबॉल फेडरेशन का (एआइएफएफ) क्लबों के लिए लाइसेंसिंग मानदंड, महासंघ के महासचिव कुशाल दास कहा हुआ। दास ने कहा कि फिलहाल यह केवल 'बी' स्तर से नीचे के लाइसेंस के लिए है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में इसका विस्तार किया जाएगा। …
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jhorar · 5 years
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FREEDOM FIGHTER OF RAJASTHAN RAJASTHAN KE SVATANTRATA SENANI स्वामी केशवानंद (1888 - 1972 ) इनका मूल नाम बीरमा था। उदासी गुरू कुशलदास से दीक्षित। इन्होंने बीकानेर राज्य में ग्रामोत्थान विद्धपीठ संगरिया का निर्माण किया। अमरचंद बाँठिया:- यह बीकानेर निवासी था। जो ग्वालियर राजघराने में दिवान था। इसने क्रांति के दौरान लक्ष्मी बाई व तात्या टोपे को आर्थिक सहायता प्रदान की थी। अतः अंग्रेजो ने इसे फांसी की सजा दी। 1857 की क्रांति के दौरान फांसी दिया जाने वाला यह प्रथम राजस्थानी था। इसे क्रांति का भामाशाह व राजस्थान का मंगल पाण्डे कहा जाता है। गुरू गोविन्द गिरी:- राजस्थान में बांगड़ प्रदेश  भीलों के प्रथम उद्घारक व डूँगरपुर के बासिया ग्राम के निवासी थे। इन्होनें 1883 में सिरोही में सम्प सभा की स्थापना करके आदिवासी भीलों में समाज व धर्म सुधार आंदोलन चलाया। गुरू गोविंद गिरी को भीलों का प्रथम उद्घारक कहा जाता है। गुरू गोविन्द गिरी का जन्म बासिया गाँव डूँगरपुर में हुआ। भगत आंदोलन भीलों में सामाजिक उत्थान के लिए किया गया पहला आंदोलन था। 7 दिसम्बर 1908 को सम्प सभा का पहला अधिवेशन मानगढ़ धाम की पहाड़ियों ( बाँसवाड़ा)  में आयोजित किया गया। ऐसा ही वार्षिक अधिवेशन मानगढ़ में 17 दिसम्बर 1913 को आयोजित हुआ। इस अधिवेशन पर मेवाड़ भील कौर सैनिक ने गोलीबारी की जिसनें लग-भग 1500 भील मारे गये। मोतीलाल तेजावत:- उदयपुर के कौल्यारी ग्राम के श्री तेजावत ने आदिवासी भीलों को संगठित करने हेतु एकी आंदोलन चलाया। एकी आंदोलन की शुरुआत 1920-21 में मोतीलाल तेजावत द्वारा मातर्कूण्डिया चित्तौड़गढ़ में हुई। आदिवासी इन्हें बावजी कहते हैं। भीलों को अत्याचारों में शोषण से मुक्ति दिलाने में इन्होंने अपना जीवन खपा दिया तेजावत का जन्म 8 जुलाई 1986 को हुआ। विजय सिंह पथिक:- इनका जन्म 1882 ई. में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के गुठावली गांव में हुआ था यह गुर्जर जाति के थे तथा इनका मूल नाम भूपसिंह था। इंदौर में यह अपने बहन के यहां रहते हुए सचिंद्र नाथ सान्याल के संपर्क में आए सान्याल ने इनका परिचय रासबिहारी बोस से करवाया। रासबिहारी बोस व सचिंद्र नाथ सान्याल ने 1910 में क्रांतिकारी गतिविधियों के संचालन हेतु इनको राजस्थान भेजा। दिसंबर 1914 में बनारस में क्रांति दलों के प्रमुखों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 21 फरवरी 1915 को सारे भारत में क्रांति की जाए। जनवरी 1915 में क्रांति की तैयारी के लिए रासबिहारी बोस ने बनारस से लाहौर की ओर प्रस्थान किया। राजस्थान सचिंद्र नाथ सान्याल को भेजा गया। विचार विमर्श किया गया कि राजस्थान में ठाकुर कुशाल सिंह और दामोदर दास राठी को ब्यावर और अजमेर नसीराबाद करना है। यह व्यवस्था करके उन्हें क्रांति का नेतृत्व करना था। 21 फरवरी 1915 को राव गोपाल सिंह खरवा रेलवे स्टेशन  के निकट जंगल में 2000 से ज्यादा सशस्त्र सैनिकों के साथ क्रांति के लिए निश्चित संकेत की प्रतीक्षा कर रहे थे। 19 फरवरी को इस क्रांति का भेद ब्रिटिश सरकार को मिला इस कारण यह सशस्त्र क्रांति असफल हो गई। फल स्वरुप रासबिहारी बोस जापान चले गए। सरकार ने भूप सिंह व राव गोपाल सिंह को पकड़ लिया और टॉड़गढ़ के किले में नजरबंद करके रखा। मार्च 1915 में यह यहां से साधुओं के वेश में बाद में राजपूत के वेश में भाग गए और चित्तौड़ के पास औछड़ी गांव में रहने लगे जेल से फरार होकर नाथद्वारा पहुंचे यहीं पर लोगों को पहली बार विजय सिंह के नाम से परिचय दिया। 1916 में इन्होंने साधु सीताराम दास के आग्रह पर बिजोलिया किसान आंदोलन का नेतृत्व संभाला। 1917 में इन्होंने हरियाली अमावस के दिन ऊपरमाल पंच बोर्ड की स्थापना की जिसका सरपंच श्री मन्ना पटेल को बनाया गया। 1927 को विजय सिंह पथिक किसान आंदोलन से अलग हो गए। इन्होंने राजस्थान में किसान आंदोलन का जनक माना जाता है।  1919 में इन्होंने राजस्थान सेवा संघ का निर्माण वर्धा (महाराष्ट्र) में किया फिर बाद में 1920 में इसका मुख्यालय अजमेर में बनाया गया। बिजोलिया व बेगू किसान आंदोलन राजस्थान सेवा संघ के निर्देशन में  चला। तरूण समाचार पत्र के माध्यम से जनता की समस्याओं को उठाया गया। समाचार पत्र:--राजस्थान केसरी, नवीन राजस्थान    अर्जुन लाल सेठी:- जन्म 9 सितंबर 1880 ई. को जयपुर में जैन परिवार में। यह जयपुर में क्रांतिकारी चेतना जगाने वाले प्रथम व्यक्ति थे। इन्होंने 1902 में जयपुर के महाराजा कॉलेज से बीए की परीक्षा उत्तीर्ण की इन्हें चोमू (जयपुर) के जिलाधीश का पद सौंपा गया लेकिन उन्होंने यह कहते हुए पद को ठुकरा दिया कि मैं यदि अंग्रेजों की नौकरी करूंगा तो उन्हें भारत से बाहर कौन निकालेगा। इन्होंने 1905 में जयपुर में जैन शिक्षा प्रचारक सोसाइटी की स्थापना की। 1907 में इन्होंने जयपुर में जैन शिक्षा सोसाइटी की स्थापना की जो 1908 में जैन वर्धमान वि।ालय के नाम से प्रसिद्ध हुआ इसका मुख्य उद्देश्य क्रांतिकारी युवक तैयार करना था। वर्धमान वि।ालय के शिक्षक विष्णु दत्त ने अपनी 4 वि।ार्थियों मोतीचंद, मानकचंद, जयचंद,  जोरावर सिंह के सहयोग से निमेच (जिला आरा बिहार) के जैन उपासरे पर डाका डाला उपासरे का महंत भगवानदास मारा गया निमेच हत्याकांड केस में विष्णु दत्त को काला पानी की सजा (अंडमान) और मोतीचंद को मृत्युदंड दिया गया। जोरावर सिंह बारहठ ने आजीवन 17 अक्टूबर 1939 तक भूमिगत रह के जीवन व्यतीत किया। हत्याकांड षड्यंत्र की योजना बनाने के आरोप में अर्जुन लाल सेठी को बंदी बना लिया गया पहले इन्हें इंदौर जेल में बाद में जयपुर जेल में तथा इसके बाद वेल्लूर जेल (तमिलनाडु) में 7 साल रखा गया। 1922 में यह अजमेर क्षेत्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने। उन्होंने अजमेर में एक बच्चे को अरबी फारसी पढ़ाई। 1924 में हरिभाऊ उपाध्याय से हारे और कांग्रेस से अलग हो गए। इन्होंने 1 वर्ष 6 माह सिवनी (मध्य प्रदेश) जेल में भी काटा। इन्होंने अजमेर को अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाया अजमेर में ही इनका तिथि 23 दिसंबर 1941 को देहांत हो गया लोगों ने मुस्लिम समझकर दफना दिया। इनकी प्रमुख पुस्तकें - महेन्द्र कुमार (नाटक), मदन पराजय, पार्श्वयोग। इन्होनें काकोरी कांड के अभियुक्त अशफाक उल्ला खां को शरण दी थी।  केसरी सिंह बारहठ:- जन्म 21 नवंबर 1872 में शाहपुर गांव देवपुरा चारण परिवार में। पिता - किशन सिंह इस देवपुरा गांव को बारहठ जी का खेड़ा भी कहा जाता है। विवाह - 1893 में माणिक्य कंवर से  भाई - जोरावर सिंह बारहठ  पुत्र - प्रताप सिंह बारहठ http://advancestudytricks.blogspot.com/2019/12/rajasthan-ke-svatantrata-senani.html
http://advancestudytricks.blogspot.com/2019/12/rajasthan-ke-svatantrata-senani.html
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doonitedin · 6 years
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एलआईसी कर्मियों ने चलाया स्वच्छता अभियान
एलआईसी कर्मियों ने चलाया स्वच्छता अभियान
देहरादून:भारतीय जीवन बीमा निगम के स्थापना के 62 वर्ष पूर्ण करने के अवसर पर आयोजित किए जा रहे बीमा सप्ताह के तहत मंगलवार को स्वच्छ भारत अभियान एवं विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए गये। प्राथमिक विदयालय-2 तुनवाला में स्वच्छता अभियान के अंतर्गत विदयालय परिसर में निगम के कर्मचारी व अधिकारियों ने झाड़ियो एवं कूड़ा आदि की सफाई की। इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल प्रबन्धक पी० के० सक्सेना द्वारा स्वच्छता…
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mrdevsu · 3 years
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Indian Football Team Midfielder Anirudh Thapa COVID-19 Positive But CT Value Good, Retest To Be Done Soon: AIFF General Secretary | Football News
Indian Football Team Midfielder Anirudh Thapa COVID-19 Positive But CT Value Good, Retest To Be Done Soon: AIFF General Secretary | Football News
अनिरुद्ध थापा ने कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है।© इंस्टाग्राम अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशाल दास ने शनिवार को पुष्टि की कि डिफेंडर अनिरुद्ध थापा ने कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है। उन्होंने आगे कहा कि फुटबॉलर का सीटी स्कोर अच्छा है और एक या दो दिनों के समय में दोबारा जांच की जाएगी। “हाँ, अनिरुद्ध थापा कोविड पॉजिटिव है। वह आइसोलेशन में है, मुझे लगता…
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news-street · 4 years
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पूर्व कप्तान वेंकटेश शानमुगम ने घरेलू मुख्य कोच के एआईएफएफ के विचार का किया स्वागत
पूर्व कप्तान वेंकटेश शानमुगम ने घरेलू मुख्य कोच के एआईएफएफ के विचार का किया स्वागत
पूर्व भारतीय कप्तान वेंकटेश शानमुगम ने बुधवार को राष्ट्रीय टीम के लिए घरेलू मुख्य कोच की सेवाएं लेने के अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के विचार का समर्थन किया लेकिन कहा कि इसे जितना जल्द संभव को वास्तविकता में बदलना चाहिए। एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने हाल में कहा था कि महासंघ को उम्मीद है कि अगले पांच साल में राष्ट्रीय टीम को भारतीय कोच कोचिंग देगा।  भारत की सी��ियर राष्ट्रीय टीम के मौजूदा…
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abhay121996-blog · 3 years
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एआईएफएफ ने कोरोना के कारण एचआईडब्ल्यूएल के पांचवें संस्करण को किया स्थगित Divya Sandesh
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एआईएफएफ ने कोरोना के कारण एचआईडब्ल्यूएल के पांचवें संस्करण को किया स्थगित
नई दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने कोरोना महामारी के तीसरे लहर को ध्यान में रखते हुए भारतीय महिला लीग (एचआईडब्ल्यूएल) के पांचवें संस्करण को कुछ महीनों के लिए स्थगित कर दिया है।
एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने एएफसी के महासचिव दातो विंडसर जॉन को लिखे पत्र में लिखा, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि स्थानीय आयोजन समिति (ओडिशा स्पोर्ट्स) के साथ चर्चा करने के बाद, एआईएफएफ ने मानसून और कोरोना महामारी के तीसरे लहर को ध्यान में रखते हुए भारतीय महिला लीग (एचआईडब्ल्यूएल) के पांचवें संस्करण को कुछ महीनों के लिए स्थगित करने का फैसला किया है।”
यह खबर भी पढ़ें: मनुष्य की म्रत्यु के बाद फिर से होगा उसका पुनर्जन्म, जानिए नारद पुराण का अद्भुत रहस्य
एचआईडब्ल्यूएल का 5वां संस्करण मूल रूप से एआईएफएफ के निकट समन्वय में ओडिशा स्पोर्ट्स द्वारा भुवनेश्वर में आयोजित किया जाना था। लेकिन महामारी की दूसरी लहर के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। विकल्पों को खुला रखते हुए, लीग कमेटी ने इसे बाद में प्रस्तावित नई विंडो में स्वास्थ्य मानकों के अधीन आयोजित करने का निर्णय लिया था।
पिछले हफ्ते, श्रीनिदी डेक्कन एफसी, इस सीजन में आई-लीग में नवीनतम प्रवेश, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में लॉन्च किया गया था। आंध्र प्रदेश के खेल मंत्री मुत्तमसेट्टी श्रीनिवास राव विशाखापत्तनम स्थित फुटबॉल क्लब के शुभारंभ में मुख्य अतिथि थे।
यह खबर भी पढ़ें: अजब- गजब: इस मंदिर के सामने आते ही अपने आप रुक जाती है ट्रेन!
श्रीनिधि को इस सीजन के अंत में आई-लीग 2021-22 में खेलने का पहला अनुभव होगा। आई-लीग का 2021-22 संस्करण दिसंबर में कोलकाता में शुरू होने वाला है।
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quickyblog · 4 years
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एआईएफएफ योजना राष्ट्रीय शिविर कतर से पहले विश्व कप क्वालीफायर से पहले | फुटबॉल समाचार
एआईएफएफ योजना राष्ट्रीय शिविर कतर से पहले विश्व कप क्वालीफायर से पहले | फुटबॉल समाचार
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन अक्टूबर में कतर के खिलाफ 2022 विश्व कप क्वालीफाइंग दौर मैच से पहले सितंबर की शुरुआत में भुवनेश्वर में वरिष्ठ राष्ट्रीय टीम के लिए एक शिविर आयोजित करने की योजना बना रहा है। एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने कहा कि ओडिशा सरकार से राष्ट्रीय शिविर के आयोजन पर जल्द ही प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है। यदि ऐसा होता है, तो खिलाड़ियों को 8 अक्टूबर को होने वाले एशियाई चैंपियन कतर…
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jainyupdates · 4 years
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AIFF ने अर्जुन पुरस्कार के लिए झिंगन और बाला देवी के नाम भेजे
AIFF ने अर्जुन पुरस्कार के लिए झिंगन और बाला देवी के नाम भेजे
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने राष्ट्रीय टीम के सेंट्रल डिफेंडर संदेश झिंगन और महिला टीम की स्ट्राइकर एन बाला देवी के नामों की अनुशंसा अर्जुन पुरस्कार के लिए की है। इस साल के खेल पुरस्कारों के लिए नामांकन भेजने के खेल मंत्रालय के निर्देशों पर अमल करते हुए एआईएफएफ ने यह नाम भेजे।
महासंघ के महासचिव कुशाल दास ले प्रेस ट्रस्ट को बताया, ‘हमने संदेश और बाला देवी के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए…
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