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🩺✨ आयुर्वेदिक दवा कोलेस्ट्रॉल के लिए - लाइफ गार्ड एडवांस!
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Bhutta Cholesterol ka Dushman
भुट्टा कोलेस्ट्रॉल का दुशमन
Hamare Yahan Sabhi Bimariyon Ka Tasalli Bakhsh Ilaj Tibbe Unani Ke Zariye Kiya Jata Hai
Raheemi Shifa Khana (RSK Herbal)
Mob: 9343712908
Ph: 080-23180000 / 080-23397836
www.raheemishifakhana.com
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Home Remedies for Cholesterol
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कोलेस्ट्रॉल क्या है?
कोलेस्ट्���ॉल क्या है?: "कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का वसा-युक्त लिपिड (लिपिड) है जो हमारे शरीर में पाया जाता है। यह तत्व शरीर के लिए आवश्यक होता है, क्योंकि इससे स्वतंत्र रूप से सेल मेम्ब्रेन और हार्मोन निर्माण की प्रक्रिया संभव होती है।
कोलेस्ट्रॉल दो प्रमुख प्रकार का होता है: एचडीएल (High-density lipoprotein, HDL) और एलडीएल (Low-density lipoprotein, LDL)।
एचडीएल (HDL): एचडीएल को अच्छा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि यह शरीर में जमा हुआ विषाणु-युक्त कोलेस्ट्रॉल को खारिज करता है। यह सेहत के लिए उपयोगी होता है और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
एलडीएल (LDL): एलडीएल को बुरा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि इसकी अधिक मात्रा में होने पर यह आराम से शरीर के अन्य हिस्सों में जमा होकर नसों को बंद कर सकता है और धमनीयों में फैट जमने का कारण बन सकता है। एलडीएल के उच्च स्तर को हृदय रोग के जोखिम के रूप में माना जाता है"
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कॅन्सर व कोलेस्ट्रॉल हे भयंकर आजार मुळापासून संपवतात या 5 भाज्या, लगेच खा व दीर्घायुषी व्हा
कॅन्सर व कोलेस्ट्रॉल हे भयंकर आजार मुळापासून संपवतात या 5 भाज्या, लगेच खा व दीर्घायुषी व्हा
कॅन्सर व कोलेस्ट्रॉल हे भयंकर आजार मुळापासून संपवतात या 5 भाज्या, लगेच खा व दीर्घायुषी व्हा थंडीचा महिना सुरु झाला आहे आणि हा तोच हंगाम आहे जेव्हा भाज्यांचे उत्पादन मोठ्या प्रमाणावर होत असते. आता भाज्या आपल्या शरीरासाठी किती उपयुक्त आणि चांगल्या आहेत हे काही तुहाला नव्याने सांगण्याची गरज नाही. भाज्यांमध्ये व्हिटॅमिन्स (Vitamins), मिनरल्स (Minerals), कॅल्शियम (Calcium), फायबर (Fiber) आणि ��्रोटीन…
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अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने के लिए 5 विशेषज्ञ-अनुशंसित खाद्य विकल्प
अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने के लिए 5 विशेषज्ञ-अनुशंसित खाद्य विकल्प
हम सभी जानते हैं कि प्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जीवनशैली से जुड़ी कई बीमारियों को जन्�� देते हैं, जिसमें शरीर के कोलेस्ट्रॉल स्तर को बिगाड़ना भी शामिल है। जबकि हम सुनते हैं कि बढ़ी हुई कोलेस्ट्रॉल सामग्री स्वास्थ्य के लिए खराब है, हमें आपको यह बताना होगा कि अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी होता है। जिन लोगों को पता नहीं है, उनके लिए कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं – एलडीएल (या खराब…
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यदि सर्दियों में बढ़ जाता है कोलेस्ट्रॉल, तो इस तरह से करें बचाव
Cholesterol Control Tips आजकल की जीवनशैली में विश्व में कई लोग कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं. इस लेख में हम आपको बतायेंगे की कोलेस्ट्रॉल को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण अन्य जानकारियां । कोलेस्ट्रॉल के प्रकार कोलेस्ट्रोल मुख्यतः दो प्रकार के होते है । गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL): गुड कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है , इसे हाई डेंसिटी…
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विंटर कोलेस्ट्रॉल डाइट: ठंड के मौसम में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं ये फल और सब्जियां
विंटर कोलेस्ट्रॉल डाइट: ठंड के मौसम में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं ये फल और सब्जियां
उच्च कोलेस्ट्रॉल: कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन, या एलडीएल, और उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन, या एचडीएल, दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, और आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के आधार पर प्रत्येक का स्तर कुछ हद तक भिन्न हो सकता है। जब आपका लीवर कोलेस्ट्रॉल का मुख्य स्रोत होता है और आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल का लगभग 85% हिस्सा होता है, तो आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर आहार का जो प्रभाव पड़ सकता…
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प्रोटीनेक्स पाउडर प्रयोग करने से पहले जन लीजिये ये 10 बातें- Protinex Powder Benefits in Hindi
दोस्तों प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में पाया जा��े वाला एक खास किस्म का स्��ास्थ्य वर्धक प्रोटीन सप्लीमेंट है। अक्सर लोग इस पाउडर का प्रयोग लोग अपने शरीर की मांसपेशियों को विकसित करने बॉडी बनाने वजन बढ़ाने और समूचे स्वास्थ्य को बूस्ट करने के लिए करते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि प्रोटीनेक्स पाउडर के क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ-Protinex Powder Benefits in Hindi हैं और इसके क्या साइड इफेक्ट्स है-
मसल्स ग्रोथ में प्रोटीनेक्स का प्रयोग- Protinex for Muscle Growth
प्रोटीनेक्स में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों और उतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है।
वर्कआउट के बाद प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी में सहायता मिलती है।
शरीर का वजन संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
बहुत से लोग बचपन से ही दुबले पतले होते हैं और अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं। शारीरिक रूप से कमजोर और दुबला पतला होना बहुत ही लज्जा जनक होता है। इसलिए लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।
प्रोटीनेक्स पाउडर में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह शरीर का वजन तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही साथ ही यदि आप शारीरिक व्यायाम करते हैं तो मसल्स ग्रोथ में बहुत सहायता देता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के साथ-साथ मिनरल्स और अमीनो अम्ल भी पाए जाते हैं। यह सभी तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
ऊर्जा और स्फूर्ति बढ़ाने के लिए प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर को त्वरित गति से उर्जा प्रदान करती है। यदि इस पाउडर का सेवन मुख्य रूप से एथलीट और सक्रिय जीवन शैली वाले लोग करते हैं तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त होते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कैल्शियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है। इस पाउडर का नियमित प्रयोग हड्डियों के नुकसान को रोकने और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
पाचन क्रिया को सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
इस पाउडर में फाइबर की अच्छी मात्रा उपलब्ध होने के कारण यह पाचन क्रिया में भी सुधार लाता है। इसके साथ ही साथ यह आंतों को भी स्वस्थ बनाता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर का नियमित सेवन करने से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त होता है और इसमें सोया प्रोटीन पाई जाती है। ��ोया प्रोटीन शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
ब्रेन फंक्शन सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में पाया जाने वाला कोलीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड ग्रीन फंक्शन को सुधारने के लिए बहुत आवश्यक तत्व माने गए हैं। इसके नियमित सेवन से याददाश्त और दिमागी कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
मधुमेह अर्थात डायबिटीज को संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो मधुमेह के रोगियों की रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। संतुलित आहार के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से रक्त शर्करा को संतुलित किया जा सकता है और मधुमेह की जटिलताओं से बचा जा सकता है।
जनरल हेल्थ सप्लीमेंट के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग
सामान्य तौर पर लोग प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग एक जनरल हेल्थ सप्लीमेंट की तरह करते हैं। सामान्य भारतीय भोजन में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की कमी पाई जाती है। जिसकी पूर्ति प्रोटीनेक्स पाउडर के सेवन द्वारा आसानी से की जा सकती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से लंबे समय तक दुरुस्त रहा जा सकता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में तीन प्रकार के उपलब्ध हैं- बच्चों के लिए प्रोटीनेक्स जूनियर, महिलाओं के लिए mama Protinex और वयस्कों के लिए सामान्य Protinex. भारतीय बाजार में 1kg protinex pack 600~700 INR तक के मूल्य में उपलब्ध है.
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हृदय स्वास्थ्य के लिए ग्रीन टी के लाभ
ग्रीन टी स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है, खासकर जब हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करने की बात आती है:
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: ग्रीन टी में कैटेचिन प्रचुर मात्रा में होता है, शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट जो कोशिका क्षति से लड़ते हैं और सूजन को कम करते हैं, जो समग्र हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार: ग्रीन टी का नियमित सेवन एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है जबकि एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है, जिससे स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल संतुलन का समर्थन होता है।
रक्तचाप कम करता है: अध्ययनों से पता चलता है कि ग्रीन टी रक्तचाप को कम करने में सहायता कर सकती है, जिससे हृदय संबंधी जटिलताओं का जोखिम कम होता है।
वजन प्रबंधन में सहायता करता है: ग्रीन टी चयापचय को बढ़ाती है, जिससे यह हृदय के अनुकूल आहार में वजन नियंत्रण में सहायता करके एक लाभकारी अतिरिक्त बन जाती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
हृदय रोग के जोखिम को कम करता है: लगातार उपयोग के साथ, ग्रीन टी ने कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और वजन पर इसके सकारात्मक प्रभावों के कारण हृदय रोग के जोखिम को कम करने में वादा दिखाया है।
रक्त प्रवाह और धमनी कार्य में सुधार: ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बेहतर रक्त प्रवाह को बढ़ावा देते हैं और धमनी कार्य को सहायता प्रदान करते हैं, जो स्वस्थ हृदय प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है।
हृदय-स्वस्थ विकल्पों पर अधिक मार्गदर्शन के लिए, Dr. Md. Farhan Shikoh, MBBS, MD (Medicine), DM (Cardiology) से सुकून हार्ट केयर, सैनिक मार्केट, मेन रोड, रांची, झारखंड: 834001 पर परामर्श लें। 6200784486 पर संपर्क करें या drfarhancardiologist.com पर जाएँ।
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धमनियों में जमे गंदे से गंदे कोलेस्ट्रॉल को सोख लेती है ये चीज, मोटापा भी करती है कंट्रोल, बस सादे पानी में मिलाकर पिएं
Image Source : SOCIAL chia seeds for bad cholesterol शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से बीपी बढ़ने लगता है जिस कारण लोग हार्ट से जुड़ी बीमारियों की चपेट में तेजी से आते हैं। दरअसल, जंक और ऑइली फ़ूड का बहुत ज़्यादा सेवन और एक्सरसाइज़ नहीं करने की वजह से धीरे धीरे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। ऑइली फूड्स से निकलने वाले फैट के कण धमनियों से जाकर चिपने लगते हैं इस वजह से नसें अंदर से संकुचित हो जाती…
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LDL Cholesterol: खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के उपाय, घर पर करें ये 5 काम और देखें कमाल
हेल्थ टिप्स : कोलेस्ट्रॉल एक ऐसा शब्द है जो आजकल हर किसी की जुबान पर है। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप घर पर ही कुछ तरीके अपनाकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं? आपको महंगी दवाओं या कठिन आहार योजना की आवश्यकता नहीं है। आइए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए किन पांच आसान तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। फाइबर युक्त भोजन…
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Bhutta Cholesterol ka Dushman
भुट्टा कोलेस्ट्रॉल का दुशमन
Hamare Yahan Sabhi Bimariyon Ka Tasalli Bakhsh Ilaj Tibbe Unani Ke Zariye Kiya Jata Hai
Raheemi Shifa Khana (RSK Herbal)
Mob: 9343712908
Ph: 080-23180000 / 080-23397836
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Home Remedies for Cholesterol
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क्या चावल खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?
क्या चावल खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?: नहीं, चावल खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की कोई सिद्धांतिक रूप से स्थापित संबंध नहीं है। चावल एक मुख्य खाद्य पदार्थ है और इसमें प्राकृतिक रूप से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं पाई जाती है। हालांकि, चावल में कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद होते हैं जो शरीर में ग्लूकोज के रूप में बदलते हैं और यदि आप इसे अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो यह शरीर के इंसुलिन का प्रभावित कर सकता है। यदि शरीर इंसुलिन को सही ढंग से प्रभावित नहीं कर पाता है, तो यह किसी के लिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को उच्च करने का कारण बन सकता है।
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Guava For Cholesterol : घाणेरडं कोलेस्ट्रॉल कमी करतोय पेरू, नसा साफ होण्यासाठी ठरतोय वरदान
Guava For Cholesterol : घाणेरडं कोलेस्ट्रॉल कमी करतोय पेरू, नसा साफ होण्यासाठी ठरतोय वरदान
Guava For Cholesterol : घाणेरडं कोलेस्ट्रॉल कमी करतोय पेरू, नसा साफ होण्यासाठी ठरतोय वरदान कोलेस्टेरॉलची वाढती पातळी ही एक गंभीर समस्या होत चालली आहे. कोलेस्टेरॉलच्या समस्येमुळे अनेकांना हृदयाशी संबंधित विविध आजारांचा सामना करावा लागतो. कोलेस्ट्रॉल हा मेणासारखा चिकट पदार्थ असून रक्ताच्या नसांमध्ये आढळतो. महत्वाच म्हणजे कोलेस्ट्रॉलची निर्मिती तुमच्या आहारातूनच होत असते. तसेच यकृतामध्ये देखील…
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फैटी लिवर के कारण, लक्षण और रोकथाम
फैटी लीवर रोग, या हेपेटिक स्टीटोसिस, तब होता है जब लीवर कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है। प्राथमिक कारणों में मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन और कुछ दवाओं के साथ-साथ मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी स्थितियां शामिल हैं। लक्षण अक्सर सूक्ष्म रहते हैं लेकिन इसमें थकान, पेट की परेशानी और बिना कारण वजन कम होना शामिल हो सकते हैं। अधिक उन्नत मामलों में, यह लिवर में सूजन, घाव या यहां तक कि सिरोसिस का कारण बन सकता
है।
फैटी लिवर का उपचार करने के लिए दवाइयो के साथ जीवनशैली में बदलाव भी आवशयक हैं जैसे कि नियमित व्यायाम और कम संतृप्त वसा और शर्करा वाले संतुलित आहार के माध्यम से स्वस्थ वजन बनाए रखना। शराब का सेवन सीमित करना और मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों का प्रबंधन करना भी महत्वपूर्ण है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ नियमित जांच से लीवर के स्वास्थ्य की निगरानी करने और किसी भी समस्या को जल्दी पक��़ने में मदद मिल सकती है, जिससे सक्रिय प्रबंधन और जटिलताओं की रोकथाम सुनिश्चित हो सकती है।
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