Tumgik
#मधुमेह
vedikrootsayurveda · 1 year
Text
सलासिया से मधुमेह को पूरी तरह से नियंत्रित करना संभव है!
आजकल विश्व भर में मधुमेह की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह एक खतरनाक रोग है जिसमें रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और इसका नियंत्रण रखना मुश्किल हो जाता है। बहुत सारे लोग इसे एक आम समस्या मानते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सलासिया नामक जड़ी बूटी का उपयोग करके हम मधुमेह को पूरी तरह से नियंत्रित कर सकते हैं? यह संभव है! इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि सलासिया कैसे मधुमेह के इलाज में मदद कर सकती है और इसे कैसे उपयोग करें।
Tumblr media
स्वागत करते हैं आपका इस ब्लॉग में। मधुमेह, या डायबिटीज, एक बहुत ही आम रोग है जिसमें शरीर की इंसुलिन प्रणाली कमजोर हो जाती है या पूरी तरह बंद हो जाती है। इससे शरीर में उच्च रक्त शर्करा स्तर हो जाता है और कई सारी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि दिल की बीमारियाँ, आंखों की समस्याएं, किडनी की खराबी, और नर्वस सिस्टम की कमजोरी। आपको आश्चर्य हो सकता है कि कैसे एक साधारण सी जड़ी बूटी, जिसे हम सलासिया कहते हैं, मधुमेह के इलाज में मदद कर सकती है।
सलासिया का मधुमेह पर प्रभाव
सलासिया एक जड़ी बूटी है जो पुराने समय से चिकित्सा में उपयोग होती आ रही है। इसे आयुर्वेदिक दवाइयों में एक महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है। सलासिया में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर के रक्त शर्करा स्तर को सामान्य करने में मदद करते हैं। इसके लिए, आप सालासिया के पत्तों को सूखा ले और पाउडर बना लें। फिर इस पाउडर को पानी के साथ मिश्रित करके पीने के पैटी बना लें। रोजाना इस पैटी को सुबह खाली पेट पिएँ और इसे मधुमेह के नियंत्रण में मदद के लिए उपयोग करें।
सलासिया के उपयोग के तरीके
सलासिया के पाउडर को रोजाना लेने से आपके शरीर में इंसुलिन संचार की गति बढ़ती है और रक्त शर्करा स्तर कम होता है। यह आपके शरीर को मधुमेह के संक्रमण से बचाता है और इसे पूरी तरह से नियंत्रित करता है।
स्वस्थ जीवनशैली का महत्व
सलासिया के साथ-साथ, एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। स्वस्थ खानपान, नियमित व्यायाम, और तनाव का प्रबंधन मधुमेह के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, एक अच्छा नींद का पालन करें, ज्यादा पानी पिएं, और तंबाकू और शराब का सेवन कम से कम करें।
मधुमेह के नियंत्रण के लिए सावधानियां
मधुमेह एक जीवनशैली संबंधी रोग है, जिसे ठीक से नियंत्रित किया जा सकता है। जब हम सलासिया का उपयोग करते हैं, तो हम अपने शरीर को प्राकृतिक तरीके से मधुमेह से बचाने में मदद करते हैं। इसके साथ-साथ, स्वस्थ जीवनशैली के पालन से हम मधुमेह को पूरी तरह से नियंत्रित कर सकते हैं। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उनकी सलाह पर चलें। ऐसा करने से हम सही इलाज और नियंत्रण की दिशा में सही कदम उठा सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
सलासिया से मधुमेह को नियंत्रित करने की संभावना
आखिरकार, सलासिया से मधुमेह को पूरी तरह से नियंत्रित करना संभव है। हमें इसे सही तरीके से उपयोग करना चाहिए और साथ-साथ स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जिम्मेदारी भी उठानी चाहिए। इस प्रयास में हम एक स्वस्थ और सुखी जीवन जी सकते हैं जो मधुमेह से पूरी तरह मुक्त होता है।
ध्यान रखें, आपका स्वास्थ्य आपकी जिम्मेदारी है!
0 notes
mwsnewshindi · 2 years
Text
हाई ब्लड शुगर मैनेजमेंट: लाइफस्टाइल में ये बदलाव जरूरी हैं, डॉक्टर से सलाह लें
हाई ब्लड शुगर मैनेजमेंट: लाइफस्टाइल में ये बदलाव जरूरी हैं, डॉक्टर से सलाह लें
रक्त शर्करा या मधुमेह का ऊंचा स्तर कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, और यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो वे शरीर के प्रमुख अंगों – हृदय, गुर्दे, यकृत को प्रभावित कर सकते हैं – जो घातक भी हो सकते हैं। डॉ. हरीश कुमार, क्लिनिकल प्रोफेसर और हेड, सेंटर फॉर एंडोक्रिनोलॉजी एंड डायबिटीज, अमृता हॉस्पिटल, कोच्चि ने साझा किया, “मधुमेह को नियंत्रित करने के बारे में याद रखने वाली पहली बात यह है कि आपको…
View On WordPress
0 notes
bharatlivenewsmedia · 2 years
Text
‘या’ 4 कारणांमुळे लोकांना होतो मधुमेह, तुम्हीही करताय का ही चूक?
‘या’ 4 कारणांमुळे लोकांना होतो मधुमेह, तुम्हीही करताय का ही चूक?
‘या’ 4 कारणांमुळे लोकांना होतो मधुमेह, तुम्हीही करताय का ही चूक? नवी दिल्ली – खाण्यापिण्याच्या चुकीच्या सवयी आणि खराब जीवनशैली तसेच व्यायामाचा अभाव यामुळे दरवर्षी मधुमेहाची (diabetes) प्रकरणे वाढताना दिसत आहेत. भारतात सुमारे 7.7 कोटी लोक मधुमेहाने ग्रस्त आहेत. 2025 सालापर्यंत हा आकडा 12 कोटी पर्यंत पोहोचण्याची शक्यता आहे. काळजी करण्यासारखी बाब म्हणजे लहान मुलंही या आजाराच्या विळख्यात सापडत आहेत.…
View On WordPress
0 notes
gothalokhabar · 2 years
Text
‘औषधि, खानपान र व्यायामको सन्तुलनले मधुमेह नियन्त्रणमा आउन सक्छ ’
‘औषधि, खानपान र व्यायामको सन्तुलनले मधुमेह नियन्त्रणमा आउन सक्छ ’
चितवन, २ मङ्सिर । मधुमेहका बिरामीहरूले औषधि, खानपान र व्यायामको सन्तुलन कायम गर्नसकेमा लामो आयु जिउन सक्ने चिकित्सकले बताएका छन् । स्वस्थ खानपान र नियमित व्यायामले मधुमेह रोगबाट बच्न सकिने जनाउँदै उहाँहरूले मधुमेह भइसकेपछि पनि औषधि, खानपान र व्यायामको सन्तुलन मिलाएर सहज जीवनयापन गर्न सकिने सुझाव दिनुभयो । चितवन मेडिकल कलेजका इन्डोक्राइमोलोजिष्ट (हर्मनरोग विशेषज्ञ) डा सौरव खतिवडाले मधुमेह वयस्क…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
jahnvikhurana · 5 months
Text
Tumblr media
गर्मी के दौरान मधुमेह का प्रबंधन कैसे करें? How to Manage Diabetes During Summer?
गर्मी के मौसम में मधुमेह का प्रबंधन करना आवश्यक होता है क्योंकि इस समय शरीर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है और शरीर की ऊर्जा संतुलित रूप से बनाए रखने के लिए ध्यान देना जरूरी होता है। मधुमेह[Diabetes] के मरीजों को गर्मियों में अपने स्वास्थ्य को संतुलित रखने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। यहाँ हम कुछ आसान और प्रभावी उपायों के बारे में बात करेंगे जो मधुमेह के गर्मी के मौसम में प्रबंधन [How to Manage Diabetes During Summer?]में मदद कर सकते हैं।
पर्याप्त पानी पीना: गर्मी के दौरान शरीर से पानी की गंभीर कमी हो सकती है, जिससे मधुमेह के मरीजों को उनकी स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है। इसलिए, प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सही आहार: मधुमेह के मरीजों को हमेशा स्वस्थ आहार खाना चाहिए और गर्मियों में यह बिल्कुल अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे हरे सब्जियों, फलों, अनाज, दूध और दूध के उत्पादों को शामिल कर सकते हैं और तल या मिठाई से बचने की कोशिश करें।
व्यायाम: गर्मियों में व्यायाम करने का भी ध्यान रखना चाहिए, लेकिन इसे सुबह के समय अथवा शाम के ठंडे समय में करना बेहतर होता है। यह मधुमेह को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है और गर्मी में इसका विशेष महत्व होता है।
0 notes
ruhirahi · 10 months
Text
youtube
0 notes
sachinbiher · 2 years
Text
कॉफी के बारे में 10 रोचक तथ्य
कॉफी के बारे में 10 रोचक तथ्य कॉफी: सबसे लोकप्रिय पेय में से एक। कॉफी 10वीं शताब्दी से सबसे लोकप्रिय उपभोग्य पेय में से एक है। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि दुनिया में प्रतिदिन लगभग 2.25 बिलियन कप खपत होती है। कॉफी में पाया जाने वाला प्राकृतिक पदार्थ कैफीन है। जो कॉफी के बाहरी या तरल रूप में सेवन के बाद सतर्कता को उत्तेजित करेगा। दुनिया की ज्यादातर 85% आबादी प्रतिदिन कैफीन पेय का सेवन करती है।…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
yeomanorganics · 2 years
Text
विश्व मधुमेह दिवस
#WorldDiabetesday
डायबिटीज क्या है? डायबिटीज़ के प्रकार कितने हैं ?
डायबिटीज के कारण क्या हैं ?
#डायबिटीज
#इंसुलिन
#diabetes #type #t #health #diabetic #diabetestype #diabetesawareness #stroke #diabetestipo #d #yeoman #bestpharma #company #bestpharmacompanyinindia #toppharmafranchise #pharmafranchise #bestquality #topquality #thirdpartymanufacturer #3rdpartymanufacturer #pharmamanufacturer
#cancer #insulin #asamurat #healthylifestyle #diet #kolesterol #kanker #weightloss #covid #fitness #jantung #sop #obatdiabetes #herbal #darahtinggi #salud #healthy #hipertensi #diabeteslife #healthyfood
Tumblr media
0 notes
infoscope · 2 years
Text
निक जोनास ने टाइप 1 मधुमेह का पता चलने से पहले दिखाए गए 4 लक्षण साझा किए।
निक जोनास ने टाइप 1 मधुमेह का पता चलने से पहले दिखाए गए 4 लक्षण साझा किए।
गायक निक जोनास, जिन्हें 2005 में 13 साल की उम्र में टाइप 1 मधुमेह का निदान किया गया था, ने मधुमेह का निदान होने से पहले अपने शरीर को चार लक्षण दिखाना शुरू कर दिया था। 30 वर्षीय ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया अत्यधिक प्यास, जल्दी पेशाब आनाउनके अनुसार वजन कम होना और चिड़चिड़ापन टाइप 1 डायबिटीज के सामान्य लक्षणों के रूप में पहचाना जा सकता है। “मेरे पास चार संकेत थे कि मुझे टाइप 1 मधुमेह है: अत्यधिक…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
mwsnewshindi · 2 years
Text
हाई ब्लड शुगर: क्या आपको मधुमेह है? डाइट से लेकर सेहत तक, डॉक्टर्स के 10 टिप्स - चेक करें
हाई ब्लड शुगर: क्या आपको मधुमेह है? डाइट से लेकर सेहत तक, डॉक्टर्स के 10 टिप्स – चेक करें
उच्च रक्त शर्करा नियंत्रण: क्या आपको मधुमेह हैं? यदि आपके रक्त में ग्लूकोज (रक्त शर्करा) का स्तर बढ़ा हुआ है, तो इसका मतलब है कि आपको मधुमेह है, जो एक पुरानी चयापचय बीमारी है। यदि लंबे समय तक इलाज नहीं किया जाता है, तो यह हृदय, रक्त वाहिकाओं, आंखों, गुर्दे और तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि वास्तव में मधुमेह अंधेपन, गुर्दे की विफलता, दिल के…
View On WordPress
0 notes
helputrust · 7 months
Text
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
लखनऊ, 25.02.2024 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा राणा होम्यो क्लीनिक के संयुक्त तत्वावधान में योग्य मान्यता प्राप्त चिकित्सक द्वारा "निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर" का आयोजन राणा होम्यो क्लिनिक, शॉप नं.3, गोपाल नगर कॉलोनी, झंडेवाला चौराहा के पास, जल निगम रोड, बालागंज, लखनऊ में हुआ l शिविर का शुभारंभ ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल, शिविर के परामर्शदाता चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा एवं उनकी टीम के सदस्यों राहुल राणा, संतोष राणा एवं दिनकर दुबे ने दीप प्रज्वलन व होम्योपैथी के जनक डॉ सैमुएल हैनीमेन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया |
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने बताया कि, होम्योपैथिक शिविर आयोजित करने की प्रेरणा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मंत्र - सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास से मिली है | श्री हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि, "होम्योपैथी एक सुरक्षित और सौम्य चिकित्सीय तरीका है जो कई प्रकार की बीमारियों का प्रभावी उपचार कर सकता है । इसकी आदत नहीं पड़ती है अर्थात रोगी को होम्योपैथिक दवाओं की लत नहीं लगती है । यह गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सभी के लिए सुरक्षित है । एलोपैथी की तुलना में होम्योपैथी बहुत अधिक प्रभावी है, क्योंकि यह केवल लक्षणों का उपचार करने के बजाय बीमारी को जड़ से खत्म करती है । लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए और किसी प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या होने पर तत्काल अपने डॉक्टर से सलाह लेकर उपचार करवाना चाहिए l जिससे बीमारी बढे न और जटिलता से बचा जा सके l जनहित में नियमित स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा l"
डॉ० संजय कुमार राणा ने कहा कि, "होम्योपैथी चिकित्सा रोगी की शारीरिक शिकायतों, वर्तमान और पिछला चिकित्सा इतिहास, व्यक्तित्व और वरीयताओं सहित विस्तृत इतिहास को ध्यान में रखती है । चिकित्सा की यह प्रणाली व्यक्ति की बीमारी को ही नहीं बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक करने पर केंद्रित होती है । होम्योपैथी इस विश्वास पर चलती है कि शरीर खुद को ठीक कर सकता है । इसी सिद्धांत को मानते हुए होम्योपैथिक दवाओं को तैयार किया जाता हैं जो एलोपैथी दवाओं की तरह व्यक्ति की बीमारी को नहीं दबाती बल्कि उसे जड़ से खत्म करने के लिए शरीर की सेल्फ हीलिंग क्षमता को सक्रिय करती हैं ।" 
होम्योपैथी शिविर में विभिन्न बीमारियों जैसे कि, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, सांस फूलना, ह्रदय व गुर्दे की बीमारी, मधुमेह (Diabetes / Sugar), रक्तचाप (Blood Pressure), उलझन या घबराहट होना, पेट में दर्द होना, गले में दर्द होना, थकावट होना, पीलिया (Jaundice), थाइरोइड (Thyroid), बालों का झड़ना (Hair Fall) आदि से पीड़ित 76 रोगियों का वजन, रक्तचाप (Blood Pressure) तथा मधुमेह (Sugar-Random) की जांच की गयी l डॉ० संजय कुमार राणा ने परामर्श प्रदान किया l सभी को डॉ० संजय कुमार राणा ने निःशुल्क होम्योपैथी दवा प्रदान की l महिलाएं, पुरुष, बुजुर्गों तथा बच्चों सभी उम्र के लोगों ने होम्योपैथी परामर्श लिया l
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट के स्वयंसेवकों तथा परामर्श चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा तथा उनकी टीम के सदस्यों राहुल राणा, संतोष राणा, दिनकर दुबे की उपस्थिति रही l
#homeopathy #homeopathyworks #homeopathicmedicine #homeopathyheals #homeopathic #health #Healthcare #homeopath #medicine #homeopathytreatment #wellness #homeopathicdoctor #homeopathyhealth #healthylifestyle #homeopathyworksforme #homeopathyresearch #homeopathycures #ilovehomeopathy #HelpUHomeopathyCamp #DrSanjayRana #RanaHomeoclinic
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
@HelpUTrustDrRupal
9 notes · View notes
pradhyayoga · 1 year
Text
योग क्या है ?
योग क्या है ?
हम में से ज्यादा तर लोग आज योग को मात्र शारीरिक स्वाथ्य के रूप में लेते है , कुछ आसान और शरीर की अलग अलग मुद्राओ को करना ही योग मानते है ,आधुनिक युग में योग के अलग -अलग तरीके आपको दिखाए जाते है जो की लुभावने होते है पर क्या वो आपके लिए लाभकारी है ,ये समझने के लिए पहले हमे योग क्या है ये जानना होगा -
Tumblr media
शरीर, मन और आत्मा का एकीकरण है योग
शरीर, मन और आत्मा का एकीकरण ही योग कहा गया है ,योग का अर्थ ही है जोड़ना / मिलाना ,और भी सरल शब्दों में कहा जाये तो अपने शरीर को स्वस्थ्य से ,मन को अच्छे विचारो से और अपनी आत्मा को परमात्मा से मिलाना /जोड़ना या मिलाने का प्रयास करना ही योग है ,
योग एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा के एकीकरण को समर्पित है। यह एक अद्वैत सिद्धांत है जो मनुष्य के सम्पूर्ण विकास और पूर्णता को प्राप्त करने की मार्गदर्शन करता है। योग आत्मा की अनुभूति और उसके अभिविकास को संभव बनाता है, जिससे हम आनंद, शांति, स्वस्थता और सच्ची संतुष्टि की अनुभूति कर सकते हैं।
योग का शास्त्रीय आधार पतंजलि के 'योग सूत्र' माना जाता है। पतंजलि ने योग को आठ अंगों में विभाजित किया है, जिन्हें 'अष्टांग योग' कहा जाता है। ये अष्टांग योग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि हैं। इन अंगों के माध्यम से, योगी अपने मन को नियंत्रित करते हैं, शरीर को स्वस्थ रखते हैं और आत्मा के साथ अद्वैत अनुभव करते हैं।
योग के माध्यम से हम अपने शरीर की स्थायित्वता, लचीलापन, शक्ति और स्थैर्य को विकसित करते हैं। आसनों के द्वारा हम अपने शरीर को सुव्यस्थ और लचीला बनाते हैं। प्राणायाम के माध्यम से हम अपने प्राण (श्वास-प्रश्वास) को नियंत्रित करते हैं और अपने मन को शांत करते हैं। प्रत्याहार के द्वारा हम अपने इंद्रियों को इन्द्रिय विषयों से वश में लाते हैं और मन को बाहरी विषयों से आंतरिक मंदिर में नियंत्���ित करते हैं। इस प्रकार योगी अपने मन को नियंत्रित कर अपनी चिंताओं और विचारों को स्वयं संयमित करते हैं।
Tumblr media
योग का ध्यान और समाधि अंग मन को एकाग्र करने, उसे अपनी सच्ची पहचान में ले जाने और आत्मा के साथ एकीकृत होने के लिए हैं। योगी ध्यान के माध्यम से अपने आंतरिक स्वरूप की पहचान करते हैं और समाधि में वह अपनी अस्तित्वता को भुल जाता है और परमात्मा के साथ अभिन्न हो जाता है। इस स्थिति में, योगी को सच्ची आनंद, शांति और आत्मिक समृद्धि की अनुभूति होती है।
योग आजकल एक प्रमुख ध्यान विधा के रूप में भी चर्चा में है। यहालांकि, योग केवल एक ध्यान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक पूर्ण जीवनशैली को भी दर्शाता है। योग का अभ्यास व्यक्ति को तनाव, रोग, मानसिक चिंताओं और अनियंत्रित मन के साथ निपटने में मदद करता है। योग के माध्यम से हम अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत करते हैं, स्वस्थ और खुश जीवन जीते हैं और स्वयं को संतुष्ट रखते हैं।
योग का महत्वपूर्ण अंश योगासन है, जिसमें विभिन्न शारीरिक पोज़ और आसनों को प्रदर्शित किया जाता है। योगासनों के अभ्यास से हमारे शरीर की लचीलापन, संतुलन, स्थायित्व और शक्ति में सुधार होती है। इसके अलावा, योग आसनों के द्वारा हम विभिन्न रोगों को नियंत्रित कर सकते हैं, जैसे कि मधुमेह, हृदय रोग, अस्थमा, अवसाद आदि।
योग का अभ्यास मनोरोगों में भी मदद करता है। ध्यान और मन को नियंत्रित करके हम स्वयं को शांत और स्वस्थ बना सकते हैं। योग का अभ्यास करने से मन में स्थिरता और एकाग्रता की स्थिति बढ़ती है, जिससे समस्याओं और टेंशन को नियंत्रित किया जा सकताहै।
योग का अभ्यास सिर्फ शारीरिक और मानसिक लाभों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मा के साथ एकीकृत होने की भी साधना है। जब हम योग के माध्यम से अपने मन को नियंत्रित करते हैं और अपनी आंतरिक स्वरूप को पहचानते हैं, तब हम एक ऊँचे स्तर पर उठते हैं और अपने स्वभाव के मूल्यों को समझते हैं। इस प्रकार, योग हमें सच्ची स्वतंत्रता, आनंद और मुक्ति की अनुभूति दिलाताहै।
योग हमारे शरीर, मन और आत्मा के एकीकरण को साधना करने और समर्पित होने का एक विज्ञान है। इसके माध्यम से हम अपनी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं और एक सुखी, स्वस्थ और पूर्ण जीवन जी सकते हैं। योग का अभ्यास करने से हम अपनी सामर्थ्यों को पहचानते हैं और आपातकाल में भी स्थिर रहते हैं। इसलिए, योग हमारे जीवन का अटूट हिस्सा है और हमें स्वस्थ, स्थिर और संतुष्ट बनाने में सहायता प्रदान करता है। योग का अभ्यास आपकी जीवनशैली को सुधारता है और आपको एक सकारात्मक दिशा में ले जाता है।
2 notes · View notes
aushadhiauryog1 · 2 years
Text
प्रोटीनेक्स पाउडर प्रयोग करने से पहले जन लीजिये ये 10 बातें- Protinex Powder Benefits in Hindi
Tumblr media
दोस्तों प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में पाया जाने वाला एक खास किस्म का स्वास्थ्य वर्धक प्रोटीन सप्लीमेंट है। अक्सर लोग इस पाउडर का प्रयोग लोग अपने शरीर की मांसपेशियों को विकसित करने बॉडी बनाने वजन बढ़ाने और समूचे स्वास्थ्य को बूस्ट करने के लिए करते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि प्रोटीनेक्स पाउडर के क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ-Protinex Powder Benefits in Hindi हैं और इसके क्या  साइड इफेक्ट्स है-
मसल्स ग्रोथ में प्रोटीनेक्स का प्रयोग- Protinex for Muscle Growth
प्रोटीनेक्स में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों और उतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है।
वर्कआउट के बाद प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी में सहायता मिलती है।
शरीर का वजन संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
बहुत से लोग बचपन से ही दुबले पतले होते हैं और अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं। शारीरिक रूप से कमजोर और दुबला पतला होना बहुत ही लज्जा जनक होता है। इसलिए लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।
प्रोटीनेक्स पाउडर में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह शरीर का वजन तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही साथ ही यदि आप शारीरिक व्यायाम करते हैं तो मसल्स ग्रोथ में बहुत सहायता देता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के साथ-साथ मिनरल्स और अमीनो अम्ल भी पाए जाते हैं। यह सभी तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
ऊर्जा और स्फूर्ति बढ़ाने के लिए प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर को त्वरित गति से उर्जा प्रदान करती है। यदि इस पाउडर का सेवन मुख्य रूप से एथलीट और सक्रिय जीवन शैली वाले लोग करते हैं तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त होते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कैल्शियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है। इस पाउडर का नियमित प्रयोग हड्डियों के नुकसान को रोकने और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
पाचन क्रिया को सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
इस पाउडर में फाइबर की अच्छी मात्रा उपलब्ध होने के कारण यह पाचन क्रिया में भी सुधार लाता है। इसके साथ ही साथ यह आंतों को भी स्वस्थ बनाता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर का नियमित सेवन करने से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त होता है और इसमें सोया प्रोटीन पाई जाती है। सोया प्रोटीन शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
ब्रेन फंक्शन सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में पाया जाने वाला कोलीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड ग्रीन फंक्शन को सुधारने के लिए बहुत आवश्यक तत्व माने गए हैं। इसके नियमित सेवन से याददाश्त और दिमागी कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
मधुमेह अर्थात डायबिटीज को संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो मधुमेह के रोगियों की रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। संतुलित आहार के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से रक्त शर्करा को संतुलित किया जा सकता है और मधुमेह की जटिलताओं से बचा जा सकता है।
जनरल हेल्थ सप्लीमेंट के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग
सामान्य तौर पर लोग प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग एक जनरल हेल्थ सप्लीमेंट की तरह करते हैं। सामान्य भारतीय भोजन में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की कमी पाई जाती है। जिसकी पूर्ति प्रोटीनेक्स पाउडर के सेवन द्वारा आसानी से की जा सकती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से लंबे समय तक दुरुस्त रहा जा सकता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में तीन प्रकार के उपलब्ध हैं- बच्चों के लिए प्रोटीनेक्स जूनियर, महिलाओं के लिए mama Protinex और वयस्कों के लिए सामान्य Protinex. भारतीय बाजार में 1kg protinex pack  600~700 INR तक के मूल्य में उपलब्ध है.
2 notes · View notes
astrovastukosh · 3 days
Text
Tumblr media
*🌞~ आज दिनांक - 23 सितम्बर 2024 का वैदिक हिन्दू पंचांग, सटीक गणना के साथ और कलह, धन-हानि व रोग-बाधा से परेशान हों तो...~🌞*
🙏Akshay Jamdagni ✍️🌹
*⛅दिनांक - 23 सितम्बर 2024*
*⛅दिन - सोमवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - आश्विन*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - षष्ठी दोपहर 01:50 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*⛅नक्षत्र - रोहिणी रात्रि 10:07 तक तत्पश्चात मृगशिरा*
*⛅योग - सिद्धि रात्रि 03:10 सितम्बर 24 तक तत्पश्चात व्यतिपात*
*⛅राहु काल - प्रातः 07:59 से प्रातः 09:30 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:32*
*⛅सूर्यास्त - 06:31*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:54 से 05:41 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:07 से दोपहर 12:56 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:08 सितम्बर 24 से रात्रि 12:56 सितम्बर 24 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - षष्ठी श्राद्ध, रोहिणी व्रत, सर्वार्थ सिद्धि योग (अहोरात्रि), अमृत सिद्धि योग (रात्रि 10:07 से प्रातः 06:29 सितम्बर 24 तक)*
*⛅विशेष - षष्ठी को नीम-भक्षण (पत्ती फल खाने या दातुन मुंह में डालने) से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹 कलह, धन-हानि व रोग-बाधा से परेशान हों तो...🔹*
*🔸 घर में कलहपूर्ण वातावरण, धन-हानि एवं रोग-बाधा से परेशानी होती हो तो आप अपने घर में मोरपंख कि झाड़ू या मोरपंख पूजा-स्थल में रखें ।*
*🔸 नित्य नियम के बाद मन-ही-मन भगवन्नाम या गुरुमंत्र का जप करते हुए इस पंख या झाड़ू को प्रत्येक कमरे में एवं रोग-पीड़ित के चारों तरफ गोल-गोल घुमाये ।*
*🔸 कुछ देर ‘ॐकार ‘ का कीर्तन करें-करायें । ऐसा करने से समस्त प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है तथा ऊपरी एवं बुरी शक्तियों का प्रभाव भी दूर हो जाता है ।*
*🔹 होमियो तुलसी गोलियाँ🔹*
*🔸आज की दौड़-धूपभरी जिंदगी जीनेवालों के पास इतना समय कहाँ है कि वे शास्त्रों में वर्णित विधि-विधान से पतितपावनी तुलसी का सेवन कर सकें । यह ध्यान में रखते हुए आश्रम के पवित्र वातावरण में उपजी सर्वरोगहारी तुलसी से होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धति द्वारा छोटी-छोटी मीठी गोलियों के रूप में बनायी गयी हैं ।*
*🔹इनके नियमित सेवन से -*
*🔸 स्मरणशक्ति व पाचनशक्ति में वृद्धि ।*
*🔸 हृदयरोग, दमा, टी.बी., हिचकी, विष-विकार, ऋतु परिवर्तनजन्य सर्दी-जुकाम, श्वास-खाँसी, खून की - कमी, दंत रोग, त्वचासंबंधी रोग, सिरदर्द, प्रजनन व मूत्रवाही संस्थान के रोगों में लाभकारी ।*
*🔸 कुष्ठरोग, मूत्र व रक्त विकार आदि में लाभदायी । हृदय, यकृत (लीवर), प्लीहा व आमाशय हेतु बलवर्धक ।*
*🔸 बच्चों का चिड़चिड़ापन, जीर्णज्वर, सुस्ती, दाह आदि में उपयोगी ।*
*🔸 संधिवात, मधुमेह (डायबिटीज), यौन दुर्बलता, नजला, सिरदर्द, मिर्गी, कृमि रोग एवं गले के रोगों में - लाभदायी ।*
*🔸 भारी व्यक्ति का वजन घटता है एवं दुबले-पतले व्यक्ति का वजन बढ़ता है ।*
*🔸 हर आयुवर्ग के रोगी तथा निरोगी, सभीके लिए लाभदायी ।*
*🔸 कफ व वायु की विशेष रूप से नाशक । पित्त प्रकृतिवालों को सेवन करनी हो तो २-२ गोली सुबह-शाम आधा कप पानी में घोल के लें ।*
🙏Akshay Jamdagni ✍️🌹
#akshayjamdagni #astrovastukosh #astroakshay #hindu
0 notes
sharpbharat · 3 days
Text
jamshedpur health check-up camp- साकची में रोटी बैंक का नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर 29 को
जमशेदपुर: 22 सितंबर,रविवार को रोटी बैंक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन मनोज मिश्रा की अध्यक्षता में भुइयांडीह में सदस्यों की एक बैठक हुई. इस बैठक में 29 सितंबर,रविवार को साकची गोलचक्कर के पास नि:शुल्क ब्लड प्रेशर व मधुमेह जांच शिविर लगाने का निर्णय लिया गया.श्री मिश्रा ने बताया कि इस तरह के शिविर का आयोजन हरेक माह किया जाएगा. इस शिविर में बैंक से जोड़ने के लिए सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा. उन्होंने…
0 notes
drsunildubeyclinic · 5 days
Text
Best Ayurvedic Sexologist in Patna, Bihar for entire Sexual Treatment | Dr. Sunil Dubey
क्या आप यौन क्रिया में कमजोरी महसूस करते है या इससे पीड़ित हैं? दरअसल, आपकी यौन क्रिया में कमजोरी आपके क्षमता और सहनशक्ति की कमी को दर्शाता है, इसीलिए; आपको यौन जीवन में कठिनाइयाँ हो रही हैं। आप अपने यौन क्रिया में लंबे समय तक टिके रहना चाहते हैं और अपने पार्टनर को ज्यादा से ज्यादा संतुष्ट करना चाहते हैं लेकिन आपके निम्न स्तर के परफॉर्मेंस के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है।
क्या आप जानते हैं कम यौन सहनशक्ति और प्रदर्शन में कमी का सही कारण क्या है?
विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे जो कि पटना के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट है, कहते हैं कि आम तौर पर मुख्य रूप से चार ऐसे कारण होते हैं जो पुरुषों के प्रदर्शन व क्षमता को प्रभावित करते हैं। ये चार कारण हैं:
Tumblr media
1. स्खलन का समय मायने रखता है।
2. शारीरिक थकान भी एक मुद्दा है।
3. मनोवैज्ञानिक मुद्दे मुख्य कारक है।
4. स्तंभन दोष (नपुंसकता ) बहुत हद तक।
ऊपर बताए गए चार कारण हमेशा पुरुषों की यौन क्षमता व उसके प्रर्दशन को प्रभावित करते हैं।
भारत के इस गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का कहना है कि अगर जिस व्यक्ति की सेक्सुअल लाइफ में परफॉर्मेंस का स्तर निम्न है। उसे हमेशा अपने शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और लाइफस्टाइल मुद्दों को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाने के लिए व्यायाम, मेडिटेशन, व योग ऊर्जावर्धक क्रिया है, इसीलिए; उसे प्रतिदिन व्यायाम व शारीरिक श्रम अवश्य करना चाहिए। उसे अपने जीवन से अस्वास्थ्यकर आदतों को बाहर निकालना चाहिए जैसे कि  धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन, निष्क्रिय जीवन, और नींद की दवाईयों का सेवन।
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पार्टनर्स (पति-पत्नी) को बिना किसी आरोप-प्रत्यारोप के अपने रिश्ते को सशक्त बनाने की कोशिश करनी चाहिए। यदि गुप्त व यौन रोगी को मधुमेह, हृदय संबंधी समस्याएं या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं; तो उसे समय-समय पर अपना फिजिकल टेस्ट करवाते रहने की आवश्यकता है।
Tumblr media
प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार:
प्रकृति का यह शाश्वत सत्य बात है कि आदत किसी भी व्यक्ति का दूसरा स्वभाव होता है। हम जैसा करते है, सोचते हैं वही हमारी मानसिकता और शारीरिक व्यक्तित्व पर दिखता है। यदि हम प्राकृतिक या आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार का उपयोग करें तो हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से सुधार करता है।
आयुर्वेद चिकित्सा-उपचार हमारे यौन स्वास्थ्य को प्राकृतिक तरीके से बेहतर बनाने के लिए सबसे अच्छे और सुरक्षित विकल्पों में से एक है। प्राकृतिक व आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार का शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता और कोई भी रोगी अपने यौन स्वास्थ्य का लंबे समय तक समाधान प्राप्त कर सकता है। गुप्त व यौन रोगी को इस प्राकृतिक औषधि को अपनाना व समस्याओं का जड़ से समाधान पाना प्रकृति का एक रूप होता है।
पटना में सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक व सेक्सोलॉजी क्लीनिक के बारे में:
यदि आप पटना या बिहार में कही भी रह रहे हैं, तो दुबे क्लिनिक आपके यौन स्वास्थ्य के लिए सबसे विश्वसनीय और अत्यधिक भरोसेमंद आयुर्वेदिक व सेक्सोलोजी चिकित्सा क्लिनिक है। यह आईएसओ प्रमाणित और चिकित्सकीय रूप से पंजीकृत क्लिनिक है जो अपनी आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार में हमेशा गुणवत्ता और शुद्धता बनाए रखता है। स्थानीय मरीज़ क्लिनिक के समयानुसार इस क्लिनिक से संपर्क करते हैं और इस क्लिनिक में आने के लिए अपनी नियुक्ति लेते हैं। बिहार से बाहर के गुप्त व यौन रोगी क्लिनिक में आने के लिए फ़ोन पर ही अपने अपॉइंटमेंट लेते है।
Tumblr media
डॉ. सुनील दुबे जो कि विगत तीन दशकों से बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर रहे है, हर तरह के गुप्त व यौन मरीज का अपने आयुर्वेद के व्यापक पद्धति द्वारा इलाज करते हैं। वह मरीजों के समस्या का सही कारण का पता लगाते है और उनके गुप्त व यौन समस्याओं के लिए सटीक चिकित्सा-उपचार प्रदान करते है। वह भारत के सबसे सफल आयुर्वेद चिकित्सा शोधकर्ता भी हैं और उन्होंने पुरुष व महिला गुप्त व यौन रोगियों के लिए बहुत सारी आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार की खोज की है। आज के समय में अधिकतर गुप्त व यौन रोगी उनके आयुर्वेदिक औषधियों को अपनाते हैं और अपने यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। विवाहित और अविवाहित दोनों यौन रोगी अपना अपॉइंटमेंट लेकर दुबे क्लिनिक में इलाज करवाने के लिए आते है।
यदि आप भारत में कही भी रह रहे हैं, तो दुबे क्लिनिक ऑन-कॉल के माध्यम से जुड़कर अपने गुप्त व यौन समस्याओं का निदान पा सकते है। डॉ. सुनील दुबे प्रत्येक बाहरी मरीज़ों के लिए प्रतिदिन दोपहर 16:00-18:00 बजे तक फ़ोन पर उपलब्ध रहते हैं। वास्तविक जरूरतमंद गुप्त व यौन रोगी फोन पर अपना अपॉइंटमेंट लेकर उनसे ऑन-कॉल परामर्श ले सकते हैं। परामर्श के बाद, गुप्त व यौन रोगियों को यह आयुर्वेदिक क्लिनिक अपनी दवा कूरियर के माध्यम से उपलब्ध भी करवाती है। दुबे क्लिनिक भारत और विदेश में सभी गुप्त व यौन रोगियों को दवा वितरण विशेषाधिकार प्रदान करता है।
अपने गुप्त व यौन समस्या को कभी न छुपाएं क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य और भविष्य के लिए अच्छा नहीं है। बस सबसे अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट और प्रतिष्ठित दुबे क्लिनिक से संपर्क करें। यह 100% गारंटी है कि इस क्लिनिक के चिकित्सा-उपचार के बाद आपको अपने समस्या का स्थायी समाधान मिल जाएगा।
हार्दिक सम्मान के साथ:
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350-92586
स्थल: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
0 notes