प्रेग्नेंसी: समझ, देखभाल, और सुरक्षा
गर्भधारण के नुस्खे
10 ग्राम पीपल की ताजी कोमल जटा जौकूट करके 700 मि.ली. दूध में पकाएं। 200 मि.ली. शेष रहने पर उसे उतारकर छान लें। उसमें शक्कर और शहद मिलाकर पीरियड होने के 5वें या 6वें दिन से खाना शुरू करें। 10 दिन तक इस रामबाण औषधि का सेवन करें।
3 ग्राम गोरोचन 10 ग्राम गजपीपरि और 10 ग्राम असगंध-तीनों को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें। पीरियड के चौथे दिन से निरंतर पांच दिनों तक इसे दूध के साथ फांके।
महिलाओं को शतावरी चूर्ण घी और दूध में मिलाकर खिलाने से गर्भाशय की सारी विकृतियां दूर हो जाती हैं और वे गर्भधारण योग्य हो जाती हैं।
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