गरीब, काल डरै करतार से, जय-जय जय जगदीश | जोरा जोरी झाड़ती, पग रज डारे शीश ।। गरीब, काल जो पीस पीसना, जौरा है पनिहार । ये दो असल मजूर हैं, सतगुरु कबीर के दरबार ।।
संत गरीबदास जी परमेश्वर कबीर साहेब जी की समर्थता बताते हुए कहते हैं कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी का पिता काल (ब्रह्म) और जौरा (मौत ) तो कबीर साहेब के दरबार नौकर हैं। कबीर जी के हुक्म बिना ये कुछ भी नहीं कर सकते।
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कबीर परमेश्वर की समर्थकता आज भी वाणियां प्रमाणित सिद्ध होती है।
गरीब, काल डरै करतार से, जय-जय-जय जगदीश । जौरा जोरी झाड़ती, पग रज डारे शीश।। गरीब, काल जो पीसै पीसना, जौरा है पनिहार। ये दो असल मजूर हैं, सतगुरु कबीर के दरबार ।।
संत गरीबदास जी परमेश्वर कबीर साहेब जी की समर्थता बताते हुए कहते हैं कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी का पिता काल (ब्रह्म) और जौरा (मौत) तो कबीर साहेब के दरबार के नौकर हैं। कबीर जी के हुक्म बिना ये कुछ भी नहीं कर सकते।
संत गरीबदास ने कबीर साहेब की समर्थता बताते हुए कहते हैं कि ब्रह्मा विष्णु शिव जी का पिता काल (ब्रह्म) और जौरा (मौत) तो कबीर साहेब के दरबार के नौकर हैं। कबीर जी के हुक्म बिना ये कुछ भी नहीं कर सकते।
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