train accident issue : बड़ाबंबू ट्रेन हादसे को लेकर एफआइआर दायर, खरसावां स्टेशन मास्टर ने इन धाराओं के तहत केस दायर कर जांच करने का किया आग्रह, जांच अधिकारी तैनात
खरसावां : सरायकेला खरसावां जिले के बड़ाबंबो स्टेशन मास्टर डीवी शेखर ने गुरुवार को खरसावां के थाना में ट्रेन हादसे को लेकर एक एफआइआर दायर कराया है. भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 106 (लापरवाही के कारण होने वाली मौत के अपराध), धारा 125 ए(गलत तरीके से ड्राइविंग कर जाने लेने) और धारा 125 बी (लापरवाही से परिचालन कर किसी को मारना) के तहत केस दायर किया गया है. इस मामले के लिए जांच अधिकारी खरसावां…
0 notes
ट्रेनों में भी लागू होगा हवाई जहाज वाला ये नियम, ‘गलत हरकत’ करना पड़ेगा बहुत भारी
रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाने जा रहा है.
Railway News- आदतन अपराधियों पर ट्रेन में यात्रा करने पर प्रतिबंध लग सकता है. रेलवे अपराध और शिकायत की गंभीरता के आधार पर 3 महीने, छह महीने, एक साल या फिर हमेशा के लिए प्रतिबंधित यात्रियों की श्रेणी में डाल सकता है.
भारतीय रेलवे हर यात्री के लिए रेल सफर सुरक्षित करने को अब एक बड़ा कदम उठा सकता है. हवाई यात्रा के दौरान बार-बार उद्दंडता करने…
0 notes
फर्जी पुलिसकर्मी बनकर दो लोगों ने रेलवे स्टेशन पर खड़ी महिला के साथ किया दुष्कर्म
अशोकनगर में महिलाओं के साथ अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। पिछले पांच दिन में मुंगावली शहर में लगातार महिलाओं के साथ अपराध देखने को मिल रहे हैं। बुधवार रात को ही मुंगावली एरिया के तहत आने वाले मड़ाऊ खेड़ी गांव में एक नाबालिग के साथ तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था तो वहीं शुक्रवार रात को भी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे दंपती महिला के साथ जीआरपी स्टॉफ बनकर आए लोगों ने दुष्कर्म…
View On WordPress
0 notes
जो है नहीं, वह सच लगता है... ट्रेन में साथी और 3 यात्रियों को भूनने वाले कॉन्स्टेबल को थी अजब बीमारी!
नई दिल्ली: जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस सोमवार को अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी थी। आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने अपने सीनियर के साथ तीन पैसैंजरों को मौत के घाट उतार दिया। बताया जाता है कि चेतन सिंह 'असामान्य मतिभ्रम' यानी हैल्यूसिनेशन का शिकार है। लंबे समय से उसका इलाज चल रहा था। चेतन अवसाद से घिरा हुआ था। क्या कोई हैल्यूसिनेशन में अपराध की इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है? क्या होता है हैल्यूसिनेशन? क्या यह लाइलाज है? आइए, यहां इसके बारे में जानते हैं।हैल्यूसिनेशन या मतिभ्रम इंद्रियों से जुड़ी वस्तुओं या घटनाओं की गलत धारणा है। यह भ्रम दृष्टि, ध्वनि, गंध, स्पर्श और स्वाद को लेकर हो सकता है। हैल्यूसिनेशन वास्तविक लगता है। लेकिन, ऐसा होता नहीं है। दिमाग में केमिकल रिऐक्शन या असामान्यताएं हैल्यूसिनेशन का कारण बनती हैं।क्या कहते हैं मनोचिकित्सक? मनोचिकित्सक डॉ प्रीति शुक्ला इसे समझाते हुए कहती हैं कि यह किसी चीज को वास्तविक बना लेने जैसा है जो असल में है नहीं। उदाहरण के लिए बहुत लोग देवी-देवता देखने की बातें करते हैं। कुछ लोगों को गुजरने के बाद अपना कोई बहुत सगा दिखाई पड़ता है। ऐसा बहुत सोच लेने के कारण होता है। उस व्यक्ति को वे चीजें साफ दिखती हैं जो होती नहीं हैं। यही मतिभ्रम या हैल्यूसिनेशन है। यह मनोविकृति से जुड़ा विकार है। विशेष रूप से यह सिजोफ्रेनिया का लक्षण होता है। नशा करने वालों के साथ भी ऐसा हो जाता है। जब कोई व्यक्ति सोचता है कि उसका हैल्यूसिनेशन रियल है तो इसे मनोव���ज्ञानिक लक्षण माना जाता है। हैल्यूसिनेशन कई तरह के हो सकते हैं। अक्सर ये इंद्रियों से जुड़े होते हैं। देखने, सुनने से लेकर स्पर्श और गंध तक इसका दायरा हो सकता है। क्या है हैल्यूसिनेशन और इल्यूजन में अंतर?हैल्यूसिनेशन एक धारणा है जो सेंसरी इनपुट पर आधारित नहीं है। वहीं, भ्रम यानी इल्यूजन सेंसरी इनपुट की गलत व्याख्या है। दूसरे शब्दों में मतिभ्रम में कुछ ऐसा अनुभव करना शामिल होता है जो अस्तित्व में नहीं है। भ्रम तब होता है जब आप अपने परिवेश में किसी वास्तविक चीज की गलत व्याख्या कर लेते हैं। उदाहरण के लिए आप खिड़की पर रखे काले बैग को काली बिल्ली समझने की भूल कर सकते हैं। जांच करने पर आपको पता चलता है कि यह एक बैग है, बिल्ली नहीं। यह भ्रम है। भांग के नशे से कैसे है अलग हैल्यूसिनेशन? डॉ प्रीति शुक्ला कहती हैं कि हैल्यूसिनेशन और भांग के नशे में अंतर है। भांग के नशे को मतिभ्रम नहीं कह सकते हैं। भाग के नशे में दिमाग कुछ समय के लिए एक खास तरह की अवस्था में फंस जाता है। यही कारण होता है कि लोग हंसते हैं तो हंसते ही रहते हैं। रोते हैं तो रोते ही रहते हैं। नशा उतरते ही लोग दोबारा अपनी पहले की स्थिति में आ जाते हैं। हैल्यूसिनेशन वैसा नहीं है। यह मेंटल डिस्ऑर्डर है। http://dlvr.it/St4dTP
0 notes
रायपुर : राजधानी में नशे का कला कारोबार नहीं थम रही है. यहाँ रोज नशीले पदार्थो के साथ तस्करो को Police पकड़ रही है. इसी बीच आज ट्रेन से दो गांजा तस्करों को पुलिस ने धरदबोचा है।
आरोपियों के पास से दो पिट्ठू बैग में गांजा और पिस्टल बरामद किया है। Police ने आरोपियों के खिलाफ नार्कोटिक एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाही की है।
मुखबिर से मिले सूचना के आधार पर पुलिस ने जीआरपी एंटी क्राइम टीम ने 24 जनवरी को ट्रेन 20863 पूरी अजमेर एक्स. में दो संदिग्ध व्यक्ति मो.समीर उल्ला निवासी-अहमदाबाद गुजरात व अंसारी साबिर हुसैन निवासी अहमदाबाद गुजरात के पास से दो पिट्ठू बैग के अंदर रखा हुआ
22 किलो मादक पदार्थ गाँजा और एक पिस्टल और दो ज़िंदा कारतूस व एक पिट्ठू बैग के अंदर 11 किलो मादक पदार्थ गाँजा क़ीमत 110000. जिसका कुल क़ीमत 330000 रू हैं जो अवैध रूप से परिवहन करते पाया गया. इस कार्यवाही में ज़ी आर पी थाना में नार्कोटिक एक्ट व धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबध किया गया है.
0 notes
तिहाड़ जेल में आफताब पूनावाला ने पॉल थेरॉक्स का ट्रैवलॉग मांगा
तिहाड़ जेल में आफताब पूनावाला ने पॉल थेरॉक्स का ट्रैवलॉग मांगा
दिल्ली पुलिस ने आफताब को अमेरिकी उपन्यासकार पॉल थेरॉक्स का यात्रा वृतांत (travelogue) ‘द ग्रेट रेलवे बाजार: बाय ट्रेन थ्रू एशिया’ मुहैया कराया है. सूत्रों ने कहा कि जेल अधिकारियों ने उन्हें यह किताब इसलिए दी क्योंकि यह अपराध पर आधारित नहीं है और इसमें ऐसी सामग्री नहीं है जसकी वजह से वह दूसरों को या खुद को नुकसान पहुंचा सके.
पुलिस के मुताबिक, आफताब जेल में ज्यादातर समय शतरंज खेलता है. जेल…
View On WordPress
0 notes
क्यों है अवसाद से घिरी आज की युवा पीढ़ी
निराशा- आज के परिवेश में शायद ही ऐसा कोई हो जो निराशा से ना घिरा हो। आजकल की युवा पीढ़ी अवसाद से अधिक घिरी हुई है जिसके कारण अवसाद की दवाइयां लेना और उन दवाइयों से अपने शरीर को भी नुकसान पहुंचाना । कुछ युवावस्था में प्रवेश करते बच्चे आज इतने ज्यादा इस बीमारी को खुद को ग्रसित कर रहे हैं कि कोई कारण ही समझ नहीं पा रहा ऐसा क्यों
अंधी भागदौड़ हर किसी को आगे ही जाना है पीछे कोई रहना नहीं चाहता खुद को चारों तरफ अंधकार से ढक रखा है जो उसे पीछे देखने ही नहीं देती उजाला कहां है वह उसे देखना ही नही चाहता इसी निराशा से घिर कर जाने कितने ही अपराध जन्म ले लेते हैं जिसमें एक अपराध है जिसे महा अपराध कहते हैं आत्महत्या कर लेना अपने को खत्म कर लेना। ईश्वर के यहां इससे बड़ा अपराध नहीं जिस शरीर को हमने बनाया नहीं उसे खत्म करने का अधिकार हमें कहा वह अधिकार उस परमपिता परमात्मा का है निराशा ही अवसाद का शिकार बनाती है निराशा का जन्म क्यों होता है आशा से निराशा का जन्म हुआ आशा न होती तो निराशा का जन्म कैसे होता जो व्यक्ति खड़ा है चल रहा है डर तो उसी को है कि वह गिर सकता है ठोकर खा सकता है लेकिन जो लेटा हुआ है जमीन पर उसे कोई कैसे गिरा सकता है वह तो खुद ही गिरा हुआ है उसने खुद को पृथ्वी को सौंप दिया है
पृथ्वी जो परमात्मा है जिसने खुद को परमात्मा को सौंप दिया उसे डर कैसा लेकिन आज की युवा पीढ़ी यह मानने को तैयार कहा वह कहती है ऊर्जा है यह भी सत्य है ऊर्जा ही तो परमात्मा है मगर उसने इसे विज्ञान से जोड़ दिया और इस ऊर्जा से खुद को आजाद कर लिया आजाद करते ही मैं हूं उसके ऊपर चढ़कर बैठ गया अब जो करेगा वह मैं ही करेगा परमात्मा से तो उसने खुद को आजाद कर लिया
आजाद किया परमात्मा से खुद को और अपने ऊपर इतना भरोसा कर लिया कि मैं ही हूं इसका अहम उसे कुछ सोचने कहां दे रहा है जो वह कर रहा है वही ठीक है इसमें बहुत बड़ा दोष हमारे पूर्वजों का रहा जो अपने माता-पिता से मिला उसे ही अपने बच्चों के ऊपर थोपते चले आ रहे हैं
हमारे बच्चे को क्या पसंद है वह क्या चाहता है हमें इस से मतलब नहीं तू ये बन तू ये कर दुनिया कहां से कहां जा रही है यह देख तू वहां पहुंच जहां कोई ना पहुंचा भाग आगे निकल तुझे प्रथम आना है भाग जीना सीख आगे निकल नहीं तो तू पीछे रह जाएगा
आज का बच्चा इतना परेशान है वो क्या है वो बेचारा खुद नहीं सोच पाता एक कठपुतली बन जाता है जैसे मां-बाप नचा रहे है नाच रहा है
मां-बाप कभी संस्कारों के नाम पर कभी शिष्टाचार के नाम पर बस अपने ही शिष्टाचार का पाठ पढ़ाए जा रहे हैं वो क्या चाहता है उसका मन क्या चाहता है इतनी आजादी तो हम दे ही नहीं रहे
दे रहे है अपनी आशाएं हमने तुम्हारे लिए क्या किया क्या नहीं किया पढ़ाया लिखाया अच्छा भोजन क्या कमी कर दी अपने सारे विचार उस पर इस तरह से सौंप दिए कि उसके अपने विचारों का तो दमन ही हो गया जन्म हो ही नहीं पाया और वह जीने से पहले खिलने से पहले मुरझा गया
मेरा जन्म जब हुआ दादा बोला मेरे जैसा बनेगा थोड़े बड़े होते ही पापा बोले नहीं भागो नहीं तो ट्रेन छूट जाएगी मंजिल तक कैसे पहुंचाेगे
जो सुकून घर में मां बाप के बीच मिलना चाहिए था वो बचपन दब गया
ना ही खिलखिला कर हंस पाया मै, ना ही रो पाया, जन्म मेरा क्यों हुआ इस पर ही मुझे रोना आया कोई मुझे पनहा दे दो मेरे उजले मन में कुछ खाली जगह दे दे, फूल खिलने से पहले मुझे ना तोड़ो तुम, कुछ समय तो डाल पर ही मुझे छोड़ो तुम, जी लूं थोड़ा मैं कली बनकर खिलना तो सीख लूं, अपना ही पेड़ मुझे काटे तोड़े, बताओ स्वांस कैसे मैं भरू कुछ स्वांस जी भर मैं भी ले पाऊं इतनी जगह मेरे मन में छोड़ो तुम, मैं तो पौधा था तुमने मुझे अपनी कल्पनाओं का कल्पवृक्ष बना डाला ना खिला मेरे मन का फूूल ना टहनिया ही निकली अपनी कल्पनाओं में तुमने मुझ को जला डाला जन्म मेरा जब हुआ दादा बोला मेरे जैसा बनेगा थोड़े बड़े होते ही पापा बोले नहीं भागो नहीं तो ट्रेन छूट जाएगी, मंजिल तक नहीं पहुंचागे तुम, मेरी मंजिल कहां मैं उसी से अनजान भटकता जा रहा हूं तूने मुझे कहां भेज दिया भगवान,ये जो लोग तेरे खुद को मेरा मां-बाप समझते हैं खुद को मेरा ही अपना संसार समझते हैं अपने संसार को इन्होंने मेरा संसार बना डाला मेरा कोमल मन बिखर गया जैसे कि मैं कोई भूल हूं ना पूछ भगवन मेरे साथ यहां क्या हो रहा है मैं तो तेरा ही फूल हूं मुझे मजबूर कर देते हैं ये जो तेरे ही बंदे है अवसाद मेरा घर नहीं था ।
मैं तो खिलखिलाना चाहता था आशाओं को ना अपने अंदर जगाना चाहता था मुझे पता था मैं तकदीर साथ अपनी खुद लेकर आया हूं इन्हें समझा जो समझे बैठे हैं कि मैं तेरा नहीं उनका ही साया हूं ये तेरे बंदे समझ जाएं कि तू ही बाप मेरा है जो नादान समझते हैं कि तू नहीं, मां बाप ये मेरे हैं यह मुझे जन्म देते हैं अपनी खुशियों के लिए पैदा होते ही मेरा गला जो घोट देते हैं हे खुदा तू बता ये कैसे मेरे मां-बाप हो सकते हैं सांसे लेना मेरा और छोड़ना ना मुझ पर रहा किस की कैद में तूने मुझको इस धरती पर छोड़ रहा इससे तो अच्छा था कि तू मुझे पंछी बना देता चोच मारकर तेरा ही पंछी मुझको उड़ा देता स्वांस जी भर के ले लेता झूमता तेरे गगन को और अंबर को, बैठता हर उस डाल पर और मग्न में होता जब चाहता कहीं भी उड़ के चला जाता हे भगवान तू मुझे मानव नहीं बनाता तेरी सबसे प्यारी रचना जो मानव है उसी ने मानव को क्या से क्या बना डाला थोड़ा बड़ा हो गया हूं नहीं चाहिए ऐसे मां और बाप इससे तो तेरी दी हुई तनहाई ही अच्छी जहां मैं करता हूं खुद से बात
आप सभी से हाथ जोड़कर मेरा विनम्र निवेदन है अपने बच्चों को खुलकर सांस लेने दीजिए सोचो क्यों एक गरीब मां-बाप का बच्चा ऊंचाइयों को छू पाता है वह अपनी तकदीर खुद साथ लेकर आता है ना समझो कि तुमको अपने बच्चों की तकदीर बनानी हैं थोड़ा रहम करो ये सांसे जो क्षण भर है इधर और उधर ही कहां जाना पता किसे इसकी मंजिल कहां ना डूब ऐसे कि तू सदा यहां रहने को आया है क्षणभंगुर ये जीवन है ना सदा यहां कोई रहने को आया है
परमात्मा के पंख
1 note
·
View note
नई दिल्ली स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों द्वारा महिला से सामूहिक बलात्कार, 4 गिरफ्तार
नई दिल्ली स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों द्वारा महिला से सामूहिक बलात्कार, 4 गिरफ्तार
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में कमरे की रखवाली कर रहे रेलवे इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस स्टाफ ने ट्रेन की लाइटिंग झोपड़ी में दो रेलवे कर्मचारियों के साथ मिलकर 30 वर्षीय एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया, इस बाबत दिल्ली पुलिस ने शनिवार को जानकारी दी है। शुक्रवार तड़के करीब 2.30 बजे महिला द्वारा पुलिस को फोन करने के बाद सामने आए अपराध के सिलसिले में रेलवे के चारों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया…
View On WordPress
0 notes
इस रेल रूट पर बिजली की रफ्तार से मोबाइल झपट लेते हैं झपटमार, यकीन न हो तो Video देख लें
इस रेल रूट पर बिजली की रफ्तार से मोबाइल झपट लेते हैं झपटमार, यकीन न हो तो Video देख लें
कटिहार. मोबाइल फोन या फिर सोने की चेन की झपटमारी कोई नई बात नहीं है. जमीन पर तो पुलिस भी इसे बड़ा अपराध नहीं मानती है, लेकिन आज हम आपको मोबाइल झपटमारी की ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका वीडियो देखकर आप भी चकित हो जाएंगे कि पलक झपकते ही कैसे उचक्कों ने तेज रफ्तार में चल रही ट्रेन से एक युवक का मोबाइल फोन झपट लिया. ट्रेन में सवार अधिकतर लोगों ने झपटमारों को देखा, लेकिन वे कुछ नहीं कर…
View On WordPress
0 notes
भभुआ रोड स्टेशन पर चलाया जागरूकता अभियान, चेन पुलिंग की रोकथाम को लेकर यात्रियों को दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
भभुआ रोड स्टेशन पर चलाया जागरूकता अभियान, चेन पुलिंग की रोकथाम को लेकर यात्रियों को दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
Bihar: कैमूर जिले के मोहनिया भभुआ रोड स्टेशन पर सासाराम आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के निर्देश पर जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें रेलवे सुरक्षा बल आउटपोस्ट भभुआ रोड के अधिकारी एवं जवान शामिल थे, ट्रेनों में हो रहे चेन पुलिंग की रोकथाम को लेकर यात्रियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई और बताया गया कि बिना पर्याप्त कारण के चेन पुलिंग करना ट्रेन अधिनियम के तहत अपराध है।
ns news
यात्रियों को…
View On WordPress
0 notes
मेट्रो स्टेशन में भीड़-भाड़ में शूटिंग न्यूयॉर्क की नवीनतम बंदूक अपराध घटना है | विश्व समाचार
मेट्रो स्टेशन में भीड़-भाड़ में शूटिंग न्यूयॉर्क की नवीनतम बंदूक अपराध घटना है | विश्व समाचार
न्यू यॉर्क में ब्रुकलिन मेट्रो में भीड़-भाड़ वाली शूटिंग में कम से कम 16 लोग घायल हो गए और मंगलवार को अफरा-तफरी मच गई, क्योंकि घायल और घबराए यात्री एक धुएँ से भरी ट्रेन से प्लेटफॉर्म पर भाग गए।
एम्बुलेंस 36वें स्ट्रीट सबवे स्टेशन के बाहर सड़क पर खड़े थे, जहां न्यूयॉर्क पुलिस की एक प्रवक्ता ने एएफपी अधिकारियों को बताया कि सुबह 8:27 बजे (1227 जीएमटी) गोली मार दी गई एक व्यक्ति की 911 कॉल का जवाब…
View On WordPress
0 notes
jamshedpur-tatanagar-station-चलती ट्रेन से उतरने के कारण ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच घुसा यात्री, पुलिस कर्मी ने निकाला, देखें video
jamshedpur-tatanagar-station-चलती ट्रेन से उतरने के कारण ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच घुसा यात्री, पुलिस कर्मी ने निकाला, देखें video
जमशेदपुर: जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर उस वक्त हंगामा मच गया, जब एक यात्री चलती ट्रेन से उतरने के दौरान ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच का घुसा. इस घटना के बाद स्टेशन परिसर में चीख पुकार मच गई. (नीचे भी पढ़े)
हालांकि पास ही मौजूद रेलवे के अपराध नियंत्रण व उद्भेदन दस्ता के कांस्टेबल रमेश कुमार तिवारी ने तत्परता दिखाते हुए यात्री को बाहर निकाला और ट्रेन को रोकने का इशारा किया.…
View On WordPress
0 notes
महाराष्ट्र: 16 माह की बेटी का यौन उत्पीड़न के बाद हत्या, आरोपी दंपती शव के साथ ट्रेन में पकड़ा गया - news 2022
महाराष्ट्र: 16 माह की बेटी का यौन उत्पीड़न के बाद हत्या, आरोपी दंपती शव के साथ ट्रेन में पकड़ा गया – news 2022
पीटीआई, पुणे
Published by: देव कश्यप
Updated Sat, 08 Jan 2022 12:04 AM IST
सार
प्राथमिक जांच में पता चला कि सिकंदराबाद में तीन जनवरी को अपने घर में बच्ची के पिता (26) ने उसका कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया और फिर गला घोंटकर उसे मार डाला। इस अपराध में बच्ची की मां ने अपने पति का साथ दिया।
आरोपी दंपती गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
तेलंगाना के सिकंदराबाद में…
View On WordPress
0 notes
Maharashtra में GRP ने Pushpak Train में युवती से Gangrape मामले में 8 आरोपियों को किया गिरफ्तार
Maharashtra में GRP ने Pushpak Train में युवती से Gangrape मामले में 8 आरोपियों को किया गिरफ्तार
मुंबई (महाराष्ट्र) : जी.आर.पी. के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इगतपुरी और कसारा रेलवे स्टेशनों के बीच लखनऊ-मुंबई पुष्पक ट्रेन में 20 वर्षीय एक युवती के साथ किए गए दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना शुक्रवार रात हुई थी। आरोपी मुंबई आ रही ट्रेन में इगतपुरी स्टेशन से चढ़े। यह कथित अपराध तब हुआ जब ट्रेन घाट खंड से गुजर रही थी। पुलिस अधिकारी के अनुसार आरोपियों की…
View On WordPress
0 notes
कोरोनावायरस लाइव अपडेट: बंगाल ने कोविड -19 पर अंकुश लगाया, मुंबई ने जुलाई के मध्य से मामलों में वृद्धि दर्ज की
कोरोनावायरस लाइव अपडेट: बंगाल ने कोविड -19 पर अंकुश लगाया, मुंबई ने जुलाई के मध्य से मामलों में वृद्धि दर्ज की
कोरोनावायरस लाइव अपडेट: पश्चिम बंगाल सरकार ने कोविड -19 प्रतिबंधों को 20 सितंबर तक बढ़ा दिया। बुधवार को इसकी घोषणा की गई और कोई नई छूट नहीं दी गई है। रात में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी और लोकल ट्रेन सेवाएं निलंबित रहेंगी। इस बीच, बुधवार को मुंबई में 514 नए कोविड -19 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में जुलाई के मध्य के बाद से सबसे अधिक हैं।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की…
View On WordPress
0 notes