डीयू यूजी, पीजी प्रवेश सीयूईटी 2023 के माध्यम से, महत्वपूर्ण सूचना देखें
डीयू यूजी, पीजी प्रवेश सीयूईटी 2023 के माध्यम से, महत्वपूर्ण सूचना देखें
दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में प्रवेश के संबंध में एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है। नोटिस के अनुसार, यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश अगले वर्ष सीयूईटी के माध्यम से होगा। यह नोटिस डीयू की आधिकारिक साइट entry.uod.ac.in पर उपलब्ध है। नोटिस में विविधता ने कहा कि स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए प्रवेश कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, सीयूईटी स्कोर के आधार पर आयोजित किए…
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डीयू ने दूसरे राउंड की खाली सीटें du.ac.in पर जारी कीं, आगे क्या?
डीयू ने दूसरे राउंड की खाली सीटें du.ac.in पर जारी कीं, आगे क्या?
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने दूसरे राउंड की खाली सीटों की लिस्ट जारी कर दी है। राउंड टू खाली सीटों की सूची आधिकारिक वेबसाइट- du.ac.in या entry.uod.ac.in पर उपलब्ध है।
कॉलेज लेडी श्री राम कॉलेज, हंसराज कॉलेज, हिंदू कॉलेज में शायद ही कोई सीट खाली है जबकि आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज जैसे कॉलेजों में लगभग 100 सीटें खाली हैं।
जिन उम्मीदवारों ने राउंड-1 में अपना प्रवेश सुरक्षित कर लिया है, वे 26 से 27 अक्टूबर तक…
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ट्रिपल ए की बैठक में आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम को दिये गए निर्देश
गौरा (प्रतापगढ़), 5 सितंबर 2024। प्रतापगढ़ जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गौरा के अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर सुल्तानपुर में 5 सितंबर को ट्रिपल ए की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बीएमसी नरेन्द्र कुमार मिश्र ने आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में संबंधित आशा, आंगनबाड़ी, संगिनी, एएनएम और सीएचओ ने प्रतिभाग किया।
बैठक में वीएबी सूची पर चर्चा की गयी। ड्यू लिस्ट को…
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आईवीएफ (IVF) में जन्म की तारीख (Due Date) मापने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जाता है:
1. अंडाणु पुनः प्राप्ति की तारीख से गणना
आईवीएफ प्रक्रिया में, अंडाणु पुनः प्राप्ति (Egg Retrieval) का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। जन्म की तारीख को मापने के लिए इसे आधार बनाया जाता है:
अंडाणु पुनः प्राप्ति की तारीख को नोट करें।
इस तारीख में 14 दिन जोड़ें, यह गणना गर्भधारण की तारीख (Conception Date) के रूप में होती है।
इस गर्भधारण की तारीख में 266 दिन (या 38 सप्ताह) जोड़ें।
2. भ्रूण स्थानांतरण की तारीख से गणना
अगर भ्रूण स्थानांतरण (Embryo Transfer) की तारीख ज्ञात हो, तो उसे भी आधार बनाया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित चरण अपनाएं:
भ्रूण स्थानांतरण की तारीख को नोट करें।
भ्रूण की उम्र (Day 3 या Day 5) को ध्यान में रखें:
यदि Day 3 का भ्रूण स्थानांतरित किया गया है, तो भ्रूण स्थानांतरण की तारीख में 3 दिन घटाएं।
यदि Day 5 का भ्रूण स्थानांतरित किया गया है, तो भ्रूण स्थानांतरण की तारीख में 5 दिन घटाएं।
प्राप्त तारीख को गर्भधारण की तारीख के रूप में मानें।
इस गर्भधारण की तारीख में 266 दिन (या 38 सप्ताह) जोड़ें।
3. ऑनलाइन आईवीएफ ड्यू डेट कैलकुलेटर का उपयोग
आप ऑनलाइन आईवीएफ ड्यू डेट कैलकुलेटर का भी उपयोग कर सकते हैं। इसमें आप अपनी अंडाणु पुनः प्राप्ति या भ्रूण स्थानांतरण की तारीख दर्ज कर सकते हैं, और यह स्वचालित रूप से आपकी ड्यू डेट की गणना कर देगा।
उदाहरण
मान लीजिए कि अंडाणु पुनः प्राप्ति की तारीख 1 जनवरी है:
1 जनवरी + 14 दिन = 15 जनवरी (गर्भधारण की तारीख)
15 जनवरी + 266 दिन = 8 अक्टूबर (ड्यू डेट)
या यदि भ्रूण स्थानांतरण 5 जनवरी को हुआ और 5 दिन का भ्रूण था:
5 जनवरी - 5 दिन = 31 दिसंबर (गर्भधारण की तारीख)
31 दिसंबर + 266 दिन = 23 सितंबर (ड्यू डेट)
इन चरणों का पालन करके, आप आईवीएफ में जन्म की तारीख (Due Date) माप सकते हैं।
निष्कर्ष
सही IVF क्लिनिक चुनना आपकी प्रजनन यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बेबी ब्लूम IVF क्लिनिक में, हम अपने रोगियों के लिए सर्वोत्तम संभव परिणाम प्रदान करने के लिए चिकित्सा उत्कृष्टता, उन्नत तकनीक और दयालु देखभाल को जोड़ते हैं। गुड़गांव में सबसे सफल और अग्रणी IVF क्लिनिक के रूप में, हम आपको माता-पिता बनने के अपने सपने को पूरा करने में मदद करने के लिए समर्पित हैं।
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राजीव एकेडमी की 6 एमबीए छात्राओं को मिली उच्च पैकेज पर जॉब
राजीव एकेडमी की 6 एमबीए छात्राओं को मिली उच्च पैकेज पर जॉब
मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट की 6 एमबीए छात्राओं ने अपने शुरुआती करियर में ही शानदार सफलता हासिल कर अपने शिक्षकों तथा माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। हाल ही में अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कम्पनी पेप्सिको फॉर्यूशिन के पदाधिकारियों राजीव एकेडमी की छात्राओं की कुशाग्रबुद्धि और स्किल से प्रभावित होकर उन्हें उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर प्रदान किया है। बहुराष्ट्रीय कम्पनी में मिले सुअवसर से छात्राएं ही नहीं उनके माता-पिता भी खुश हैं।
राजीव एकेडमी के ट्रेनिंग और प्लेसमेंट विभाग प्रमुख डॉ. विकास जैन ने बताया कि हाल ही में अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कम्पनी पेप्सिको फॉर्यू औन के अधिकारियों ने प्लेसमेंट प्रक्रिया के तहत छात्र-छात्राओं के बौद्धिक मूल्यांकन के लिए उनका आईक्यू टेस्ट लेने के बाद साक्षात्कार लिया। साक्षात्कार के बाद बनी मेरिट सूची में एमबीए की गौरी खण्डेलवाल, गीतांजति शर्मा, काजल खण्डेलवाल, शालिनी शर्मा, सुरभी गोयल तथा तनीशा अग्रवाल ने अपना स्थान सुनिश्चित किया। पदाधिकारियों ने इन छात्राओं को जॉब आफर लेटर प्रदान करने से पहले कम्पनी के कामकाज की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पेप्सिको फॉर्यूातन अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कम्पनी है जिसका मुख्यालय परचेज न्यूयार्क में है। 1965 में स्थापित इस कम्पनी के कई प्रकार के उत्पाद समूची दुनिया में पसंद किए जाते हैं। कम्पनी कई प्रकार के कार्बोनेटेड एवं गैर कार्बोनेटेड पेय, अनाज आधारित मीठे और नमकीन स्नैक्स तथा अन्य खाद्य पदार्थों का उत्पादन और विपणन करती है। पेप्सी ब्रांड के अलावा यह कम्पनी क्वेकर ओट्स, गेटोरेड, फ्रिटो ले, सोबे, नेकेड, ट्रॉपिकाना, कोपेल्ला, माउंटेन ड्यू, मिरिंडा और 7-अप (अमेरिका के बाहर) जैसे दूसरे ब्रांड की भी मालिक है। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने चयनित छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि करियर की शुरुआत ही बहुराष्ट्रीय कम्पनी से होना बहुत बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रबंधन का क्षेत्र बहुत विस्तृत है लिहाजा जो अवसर मिला है, उसका लगन और मेहनत से फायदा उठाना चाहिए। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने बहुराष्ट्रीय कम्पनी में उच्च पैकेज पर चयनित छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि वे करियर के प्रारम्भ में ही मिले इस प्लेटफॉर्म से कार्पोरेट जगत में अपनी एक अलग पहचान बना सकती हैं। संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि वह परिश्रम पूर्वक अपना लक्ष्य हासिल करें। उन्होंने कहा कि बहुराष्ट्रीय कम्पनियां ऐसे कई करियर लाभ प्रदान करती हैं जोकि अन्य जगह नहीं मिल सकते। डॉ. सक्सेना ने कहा कि विविधतापूर्ण कार्य वातावरण में काम करने का अलग ही आनंद है। उन्होंने कहा कि जॉब कोई भी हो उसमें अपनी काबिलियत से ही आगे बढ़ा जा सकता है।
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Post#4
काली-शाला के पास पोस्ट और टेलीग्राफ का ऑफ़िस था। माँ का बचत खाता इसी डाकघर में ही था। मेरे नाम पर पाँच रुपए महीने का रिकरिंग जमा खाता था। रक़म जमा कराने पर वहाँ का क्लर्क पीतल के दस्तेसे पासबुक में मुहर लगाता था। उसके पीछे खिड़की के क़रीब तारयंत्र पर ऑपरेटर कड़कड़ किटऽऽ की आवाज़ के साथ संदेश भेज रहा होता या फिर संदेश ले रहा होता था । पोस्ट काउंटर के इस तरफ़ लकड़ी की बेंच रखी रहती और बग़ल में लिखने के लिए लेक्टर्न होता था। लेक्टर्न के दाहिनी या बायीं ओर, गोंद रखने के लिए लकड़ी की सतह पर ही छिद्र बना रहता था। बुक किए गए ट्रंक-कॉल लगने की प्रतीक्षा में लोग बेंच पर बैठे रहते और ट्रंक-कॉल लगने पर बायाँ कान में उँगलीसे बंद और दाहिने कान पर बैकलाइट का काला रिसीवर लगाकर भाषण ठोकने जैसी ऊँची आवाज़ में बात करते थे।
चश्मे से पोस्टमास्टर की पहचान हो जाती थी। उसकी मेज़ पर आने-जाने वाली डाक के लिए दो ट्रे रखी रहती थीं। काउंटर पर बैठे क्लर्क पासबुक, नेशनल सेविंग सर्टिफ़िकेट आदि रजिस्टर के भीतर रखकर पीछे मुड़कर “इन” ट्रे में धड़ाम से डाल देते। बीच-बीच में पोस्टमास्टर उसे उठाकर एंडार्समेंट कर “आऊट” ट्रे में डाल देता था। इस रूटीन में कोई किसी से ज़्यादा बात नहीं करता था। एक ठप्पा इंक पैड पर और दूसरा छाँटे गए पत्रों पर ठापऽऽ ठूपऽऽ की लय पर ठप्पा लगाने की आवाज़, टेलीग्राफ की कडऽऽ कड कट्ट, ट्रंक कॉल पर बोलने वालों की आवाज़ का स्वर बैक-ग्राउंड में उठता रहता था। छाँटे गए पत्रों को रखने के लिए बने छोटे-छोटे खानों में बीट के नाम लिखे होते थे। बरामदेमें चटख लाल रंग की पत्र-पेटी होती थी। उस पर स्टेंसिल्स से संदेश लिखे होते थे।
पोस्ट के प्रति मुझे बचपनसेही अपनापन लगता है। आगे जब मैं बोस्निया देश के ओराशिया गाँव में गया, तब वहाँ के पोस्ट-ऑफ़िस में मोबाइल का सिम-कार्ड भी मिलते देखा। वहाँ की काउंटर क्लर्क महिला को मैंने ‘क्रासना गॉस्पॉजित्सा’ कहा, तो वह हैरत में पड़ गई और हँसने लगी थी। ‘क्रासना’ मतलब सुंदर और ‘गॉस्पॉजित्सा’ मतलब श्रीमती जी। ख़ैर...
हर साल वारकरी संप्रदाय की वारी आलंदी से पंढरपुर जाते समय सासवड़ में ज्ञानेश्वरमाऊली और तुकाराम महाराज पादुकाओं की पालकियों का मुक़ाम होता था। उस समय पालकीयाँ कंधे पर उठाकर पैदल चलते हुए ले जाई जाती थी। पादुका दर्शन करने पालकीतल पर बड़ा जमावड़ा लगता था। हालाँकि आजकल पालकी में होने वाले जमावड़े की तुलना में तब का जमावड़ा कुछ भी नहीं था। मिलिट्री ग्रीन रंग के तंबू में पालकी रखी जाती थी और क़तार में बिना धक्का-मुक्की किए दर्शन होते थे। सासवड़ से सोपानदेव महाराज की पालकी निकलती थी। पालकियों की भेंट का कार्यक्रम नियोजित होता था। सासवड़ से बड़ी संख्या में जन-समुदाय पालकीयोंके साथ जेजुरी नाका तक पैदल जाता था।
सासवड़ में हमारे घर के पास छोटी हवेली की तरह दिखने वाला एक उत्तरमुखी घर था। इस घर में शांताबाई नामक बुज़ुर्ग महिला रहती थी। घर के उत्तर, पूर्व और पश्चिम की ओर एक पुरुष भर ऊँचाई वाली मिट्टी और पत्थर की चारदीवारी थी। दक्षिण दिशा में पाँच-छः कमरों का ओसार और उसके पीछे घर का मध्य भाग हुआ करता था। हमें इस मकान में खेलने की छूट थी। छोटी हवेली जैसा यह घर आज भी मुझे याद है। क्योंकि किसी भी कहानी में महलों का ज़िक्र होने पर मेरी आँखों के सामने यह घर तैर जाता है। यहाँ तक कि मेरे स्मृति-पटल पर बादशाह अकबर का दरबार भी इसी घर में लगता था। लंका में, अशोक वाटिका में बैठी माता सीता को निशानी के तौर पर अंगूठी दिखाते हनुमान जी का प्रसंग भी, मेरे कल्पना-लोक में इसी घर में साकार होता था।
बच्चोंके लुका-छिपी के खेल को ‘स्टॉप-पल्टी’ कहा जाता था। यह स्टॅाप ॲन्ड पार्टी खेल का देहाती वर्जन था। छुपने वाले अनेक और उन्हें ढूँढनेवाला एक। ढूँढनेवाले के उपर "राज्य आया" ऐसा कहा जाता था और उसके भोज्य को छूकर आने तक अन्य लोगों को छिप जाना होता था। फिर जो कोई उसे दिखाई दे जाता उसका नाम लेकर स्टॉप कहने पर वह आउट हो जाता। यदि जिस पर राज्य आया हो, उसके स्टॉप कहने से पहले ही आउट न हुए किसी खिलाड़ी ने, उसकी पीठ पर थपकी देकर पल्टी कह दिया, तो स्टॉप किए गए सारे लोग फिर जीवित होकर खेल की दूसरी बारी होती थी। छिपते समय कभी-कभार खिलाड़ी आपस में शर्ट बदल लेते। ऐसे में शर्ट की पहचान के आधार पर राज्य झेल रहे खिलाड़ी ने ग़लत नाम लेकर स्टॉप कह दिया तो मामला ड्यू हो जाता था। सासवड़ में उसे बच्चे ‘अंडा होना’ कहते थे। अंडा होने पर फिर से सामने वाले पर राज्य आ जाता। सबको सही नाम लेकर स्टॉप करने पर ही राज्य उतरता और जिसे सबसे पहले स्टॉप किया गया हो, उस पर राज्य आ जाता था। इस खेल में घंटों कब बीत जाते, पता ही नहीं चलता था। सासवड़ में बरसाती दिनों में खुली जगहों पर तीन-चार फुट की चटक चांदनी घास उग आती थी। स्टॉप-पल्टी खेलते समय ऐसी घास में शरीर खुजलाते बच्चे छिपे रहते।
खेलने का दूसरा ठिकाना जेजुरी जकात नाका के सामने नीम के नीचे था। वहाँ कंचे-कौड़ियों का खेल चलता था। शंकर और अरुण, दोनों पक्के निशानेबाज़ थे। निशानेबाज़ शंकर बायाँ अंगूठा ज़मीन पर टिकाकर बीच की उँगली में छोटी गोटी रखता और दाएँ हाथ के अंगूठे, तर्जनी और मध्यमिका के सहारे धनुष से बाण छोड़ने की तरह गोटी मारता। अरुण निशानेबाज़ी का यही करतब दाएँ हाथ का अंगूठा ज़मीन पर बिना टिकाए करता था।
टाइम-पास करने का तीसरी जगह थी, पेंटर मामा की बाडी। उनके बेटे शामा और राजू मेरे अच्छे मित्र थे। राजू का बड़ा भाई अरविंद पेंटिंग करता था। उसे विज्ञापन रंगने का काम मिलने पर कभी-कभार, मैं भी राजू के साथ रंग के डिब्बे पकड़ने जाया करता था। दीवार पर रंगा गया तंबाकू का एक मराठी विज्ञापन मुझे आज भी याद है ̶ ‘नाव मदार्नी, जर्दा तूफ़ानी , ध्यानीमनी एकच मागणी, संभाजी जर्दा।’
लोहगाँव एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरने वाले ���ाइटर जेट्स बेहद कम ऊँचाई से कानफाड़ू शोर मचाते उड़ते थे। हमारे लिए यह उल्लास का क्षण होता था। ये विमान आकाश में कभी-कभी अलग तरह के करतब भी दिखाते थे। केंद्र सरकार में मंत्री रहे यशवंतराव चव्हाण की सभा देखने सुरेश मामा मुझे अपने साथ ले गए थे। जब हम सासवड़ के वर्तमान पी.एम.टी. स्टैंड के पास पहुँचे, तो उनका हेलीकॉप्टर हमारे सिर के ठीक ऊपर से उड़ता हुआ गया। हेलीकॉप्टर का पहला दर्शन उस जगह हुआ था। दौलत टॉकीज़ जाते समय रास्ते में नगर-निगम की पानी की टंकी पड़ती है। पानी की टंकी के सामने की खुली जगह पर सभा का आयोजन किया गया था। सुरेश मामा ने मुझे कंधे पर बिठाकर गांधी टोपी पहने हुए यशवंतराव चव्हाण को दिखाया था। इसके बाद वाघिरे कॉलेज की खुली जगह पर बने हेलीपैड और वहाँ उतरे हेलीकॉप्टर को भी दूर से दिखाया। सभा के समापन के बाद प्रचंड धूल उड़ाते हेलीकॉप्टर की रवानगी तक हम वहीं रुके थे।
इस बीच दादा ने आसपास के रावड़ी गाँव के प्राथमिक स्कूल टीचर आनंदराव के साथ हौसा बुआ का विवाह बड़ी धूमधाम से करवाया। मैं बहुत छोटा था, लेकिन मुझे याद है कि विवाह में मुंबई से पुलिस बैंड मंगवाया था। जब नानी तान्हुबाई गुज़र गईं, तब माँ आक्रोश में सुरेश मामा से कह रही थीं कि उसे जीने की इच्छा नहीं है, दवा खाकर मरना है। यह सुनकर मैं बहुत डर गया था।
-Jayant Naiknavare, IPS
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Deoghar : देवघर में होल्डिंग व ट्रेड लाइसेंस के बड़े बकायेदारों को दी गयी सात दिन की मोहलत, जमा नहीं किया बकाया तो अब होगी कार्रवाई
Deoghar : देवघर में होल्डिंग व ट्रेड लाइसेंस के बड़े बकायेदारों को दी गयी सात दिन की मोहलत, जमा नहीं किया बकाया तो अब होगी कार्रवाई
देवघर : देवघर के नगर आयुक्त सह प्रशासक के द्वारा मंगलवार को राजस्व शाखा का समीक्षा बैठक की गई। इसमें होल्डिंग टैक्स एवं ट्रेड लाइसेंस से सम्बंधित बड़े बकायादारों को चिन्हित कर उन पर झारखंड नियमावली के तहत कार्रवाई करने की बात कही गयी। सबसे पहले बताया गया कि दढ़बा नदी के पास प्रिन्स टीवीएस, खिजूरिया स्तिथ ड्यू जल के होल्डिंग और ट्रेड टैक्स दोनों जमा नहीं किया है। इनको 3 दिन के अंदर अपना टैक्स जमा…
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With due respect Meaning In Hindi | विद ड्यू रिस्पेक्ट मतलब हिंदी में
With due respect Meaning In Hindi | विद ड्यू रिस्पेक्ट मतलब हिंदी में
With due respect Meaning In Hindi : आज आप इस आर्टिकल में With due respect का हिंदी अर्थ जानेंगे। हम With due respect शब्द को वाक्यों में इस्तेमाल करके देखेंगे और उन्हें विस्तारित रूप में समझेंगे।
आपको आज की जानकारी पढ़ने के बाद With due respect Meaning In Hindi के सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए कहीं और जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
With due respect Meaning In Hindi
With due respect Meaning in…
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पारदर्शी होगा ग्राम सेवा सहकारी समितियों का कामकाज, 11 वर्ष बाद हो रहे हैं चुनाव
पारदर्शी होगा ग्राम सेवा सहकारी समितियों का कामकाज, 11 वर्ष बाद हो रहे हैं चुनाव
राजस्थान की 6834 प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों और 4746 ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव पूरे. कुल 87 हजार 60 सदस्य निर्वाचित होंगे. इसके बाद कम्प्यूराईजेशन पर जोर देगी सरकार.
राजस्थान में लंबे समय बाद हो रहा है सहकारी समितियों का चुनाव.
Image Credit source: Symbolic Images
राजस्थान सरकार ने राज्य की 16,897 निर्वाचन के योग्य एवं निर्वाचन ड्यू सहकारी समितियों में से सितम्बर, 2022 तक…
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डीयू एडमिशन 2022: स्पॉट राउंड रजिस्ट्रेशन आज से du.ac.in पर शुरू
डीयू एडमिशन 2022: स्पॉट राउंड रजिस्ट्रेशन आज से du.ac.in पर शुरू
कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) स्पॉट राउंड 1 प्रवेश के लिए खाली सीट की सूची दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा साझा की गई है। इच्छुक उम्मीदवार जिन्होंने अभी भी डीयू यूजी प्रवेश 2022 में सीट हासिल नहीं की है, वे आज, 21 नवंबर से आधिकारिक वेबसाइट du.ac.in के माध्यम से स्पॉट राउंड के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, उन्हें अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल्स जैसे रोल नंबर और जन्म तिथि का उपयोग करना होगा।…
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डीयू एडमिशन 2022: स्पॉट राउंड रजिस्ट्रेशन आज से du.ac.in पर शुरू
डीयू एडमिशन 2022: स्पॉट राउंड रजिस्ट्रेशन आज से du.ac.in पर शुरू
कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) स्पॉट राउंड 1 प्रवेश के लिए खाली सीट की सूची दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा साझा की गई है। इच्छुक उम्मीदवार जिन्होंने अभी भी डीयू यूजी प्रवेश 2022 में सीट हासिल नहीं की है, वे आज, 21 नवंबर से आधिकारिक वेबसाइट du.ac.in के माध्यम से स्पॉट राउंड के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, उन्हें अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल्स जैसे रोल नंबर और जन्म तिथि का उपयोग करना होगा।…
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आयुष्मान आरोग्य मंदिर सुल्तानपुर पर ट्रिपल ए की बैठक में हुई चर्चा
प्रतापगढ़, 1 अगस्त 2024। अगस्त माह के प्रथम गुरुवार 1 अगस्त 2024 को सीएचसी गौरा के उप केंद्र/आयुष्मान आरोग्य मंदिर सुल्तानपुर पर ट्रिपल ए बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संबंधित उपकेंद्र क्षेत्र की समस्त आशा, आंगनवाड़ी, संगिनी, एएनएम और CHO ने प्रतिभाग किया।
बैठक में VAB सूची पर चर्चा की गयी। ड्यू लिस्ट अपडेट कराया गया। सी बैक फॉर्म ऑफलाइन एवं ऑनलाइन भराया गया।बीएचएसएमसी की बैठक एवं अनटाआईड फंड…
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DU प्रवेश 2022: दिल्ली विश्वविद्यालय के नो कट-ऑफ, CUET- आधारित प्रवेश कैसे काम करेंगे?
DU प्रवेश 2022: दिल्ली विश्वविद्यालय के नो कट-ऑफ, CUET- आधारित प्रवेश कैसे काम करेंगे?
दिल्ली विश्वविद्यालय कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) पोर्टल के माध्यम से अपने संबद्ध कॉलेजों द्वारा पेश किए जाने वाले स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। साथ कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) 2022 परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा, 15 सितंबर तक डीयू ने घोषणा की है कि वह स्कोर जारी होने के बाद सीएसएएस का दूसरा चरण शुरू करेगा।
CSAS के माध्यम से DU में प्रवेश तीन चरणों…
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दिल्ली उच्च न्यायालय ने डीयू के प्रोफेसर की एचओडी नियुक्त करने की याचिका खारिज की, यौन उत्पीड़न की शिकायत पर संज्ञान लिया
दिल्ली उच्च न्यायालय ने डीयू के प्रोफेसर की एचओडी नियुक्त करने की याचिका खारिज की, यौन उत्पीड़न की शिकायत पर संज्ञान लिया
दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक विभाग के प्रमुख के रूप में नियुक्ति के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर की याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि शिक्षक का आचरण दोष मुक्त होना चाहिए। वरिष्ठ प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था और अक्टूबर में सक्षम प्राधिकारी द्वारा कदाचार के लिए चेतावनी दी गई थी।
न्यायमूर्ति वी कामेश्वर राव ने कहा कि प्रोफेसर ने आंतरिक शिकायत समिति की…
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प्रो. योगेश सिंह बने दिल्ली विश्वविद्यालय के नए वाइस चांसलर
प्रो. योगेश सिंह बने दिल्ली विश्वविद्यालय के नए वाइस चांसलर
डीयू के नए कुलपति नियुक्त: दिल्ली विश्वविद्यायल में नई तैनाती की है। दिल्ली को विश्वविद्यालय ने… …
पोस्ट अपडेट के लिए। देश के सभी क्रांति के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दो चांसलर की पर तेज हवा दी। योगेश सिंह को डीयू की नीलिमा गुप्ता को डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (मध्य मध्य प्रदेश) का नीलिमा गुप्तिका तक टिल्का
विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय विज्ञान के विज्ञान के रूप…
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#ReopenDU: Delhi University Students Demand Reopening of Colleges
#ReopenDU: Delhi University Students Demand Reopening of Colleges
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के छात्रों ने कॉलेजों को फिर से नहीं खोलने पर अपनी निराशा व्यक्त करने के लिए हैशटैग ‘ReopenDU’ के साथ ट्विटर का सहारा लिया है। दिल्ली सरकार ने 1 सितंबर से राजधानी में स्कूल और कॉलेज फिर से खोलने की अनुमति दे दी है।
कॉलेज के छात्रों में से एक ने अपने ट्विटर हैंडल पर इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई एक कहानी का स्क्रीनग्रैब साझा किया, जिसमें लिखा था, “प्रतिष्ठित कॉलेज से स्नातक…
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