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#नवाज शरीफ को जमानत
dainiksamachar · 2 years
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इमरान खान 'आसमान से गिरे और खजूर पर अटके', गिरफ्तारी से बचे पर लीक ऑडियो केस की जांच में फंसे
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। एक दिन पहले ही जज को धमकाने के मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। हालांकि, इस मामले में उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। लेकिन, अब शहबाज शरीफ सरकार ने उस ऑडियो लीक की जांच शुरू कर दी है, जिसमें का प्लान बनाते हुए पकड़े गए थे। शहबाज शरीफ की कैबिनेट ने कानूनी कार्रवाई को मंजूरी देते हुए कहा कि इसकी जांच देश की शीर्ष एजेंसी कर सकती है और इससे संबंधित पूरे ऑडियो को भी रिकॉर्ड से लेकर सुन सकती है। लीक हुए ऑडियो में इमरान खान अपनी पार्टी के नेताओं शाह महमूद कुरैशी, असद उमर और उनके पूर्व प्रमुख सचिव आजम खान के साथ विदेशी साजिश पर बात करते सुनाई दिए। इसे लेकर सत्तारूढ़ दलों ने इमरान खान और उनकी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इमरान खान ने खुद बनाया था विदेशी साजिश वाला प्लान इमरान खान ने खुद को प्रधानमंत्री पद से हटाने जाने के बाद हर रैलियों में विदेशी साजिश का हवाला दिया था। उन्होंने विदेश मंत्रालय को भेजे एक राजदूत के नोट (राजनयिक सिफर) को चिट्ठी के तौर पर पेश किया था। इमरान खान ने कहा था कि यह चिट्ठी सबूत है, जिससे साबित हो जाएगा कि उनको सत्ता से हटाने के पीछे विदेशी साजिश थी। हालांकि, बाद में उन्होंने खुलकर अमेरिका का नाम लिया था। इमरान खान ने दावा किया था कि रूस से दोस्ती के कारण अमेरिका ने पाकिस्तानी राजदूत को धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अमेरिका के इशारे पर विपक्षी पार्टियों ने बहुमत परीक्षण का दबाव बढ़ाया और उनकी सरकार गिर गई। शहबाज कैबिनेट ने एफआईए से जांच की सिफारिश की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, 1 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कैबिनेट डिवीजन की बैठक में पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान, उनके राजनीतिक सहयोगियों और तत्कालीन सचिव की बातचीत के बारे में विचार-विमर्श किया गया। इस मामले में कार्रवाई की सिफारिश करने के लिए एक उप-समिति का गठन किया है। कैबिनेट ने शीर्ष जांच एजेंसी (एफआईए) को वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम का गठन करके मामले की जांच करने का निर्देश दिया। इसका उद्देश्य अन्य खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को शामिल कर अपराधियों के खिलाफ कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई करना है। कैबिनेट ने अपने सुझावों पर कार्यान्वयन रिपोर्ट भी मांगी। पीएमओ से सिफर की कॉपी गायब होने पर भी अलग से जांच बैठाई ऑडियो लीक होने के बाद जांच में पता चला कि विदेश से आए उस सिफर की एक प्रति प्रधानमंत्री हाउस रिकॉर्ड से "गायब" हो गई थी। जिसके बाद वर्तमान कैबिनेट ने बाद में एक विशेष समिति का गठन किया है जो सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का निर्धारण करेगी। इस जांच के दायरे में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव आजम खान और वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं। जारी किए गए हैंडआउट में कहा गया है कि कैबिनेट कमेटी में सरकार में गठबंधन दलों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ मंत्री भी शामिल होंगे। कैबिनेट ने कहा कि राजनयिक सिफर रिकॉर्ड की चोरी एक अक्षम्य अपराध है और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 का उल्लंघन है। मरियम नवाज बोलीं- ऐसी कार्रवाई हो, जो नजीर बने शहबाज शरीफ कैबिनेट को बताया गया कि इमरान खान और उनके सहयोगियों की मौजूदगी वाले ऑडियो ने पूर्व सरकार की आपराधिक साजिश को उजागर किया, जबकि सिफर को राजनीतिक लाभ के लिए काल्पनिक अर्थ दिया गया। बाद में धोखाधड़ी, जालसाजी के बाद इस सिफर को चुरा लिया गया। इस बीच, पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा कि सिफर केवल एक कागज का टुकड़ा नहीं है, यह पाकिस्तान से संबंधित है। जो कोई भी देश के भरोसे के साथ विश्वासघात करके राष्ट्र्रीय हितों का उल्लंघन करता है, उसे एक उदाहरण बनाया जाना चाहिए ताकि कोई भी विदेशी एजेंट राजनीतिक आड़ में देश को नुकसान पहुंचाने की हिम्मत न करे। http://dlvr.it/SZMvqr
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newsaryavart · 4 years
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पाकिस्तान: Medical Ground पर नवाज़ शरीफ को 6 हफ्ते की मिली जमानत
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल से रिहा कर दिया गया है. देश की सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले यानी मंगलवार को चिकित्सकीय आधार पर छह हफ्ते के लिए उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली थी.
69 वर्षीय नवाज़ शरीफ लाहौर की कोट लखपत जेल में पिछले साल (2018) दिसंबर से बंद थे. उन्हें…
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hppynews6 · 5 years
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पाकिस्तान: Medical Ground पर नवाज़ शरीफ को 6 हफ्ते की मिली जमानत
पाकिस्तान: Medical Ground पर नवाज़ शरीफ को 6 हफ्ते की मिली जमानत
[ad_1] पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल से रिहा कर दिया गया है. देश की सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले यानी मंगलवार को चिकित्सकीय आधार पर छह हफ्ते के लिए उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली थी.
69 वर्षीय नवाज़ शरीफ लाहौर की कोट लखपत जेल में पिछले साल (2018) दिसंबर से बंद थे. उन्हें अल-अज़ीजिया स्टीफ मिल भ्रष्टाचार मामले में सात साल कैद की सजा सुनाई गई है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़…
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abhay121996-blog · 3 years
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पाकिस्तानी अखबारों सेः अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पर भारत की जुबान बोलने का मढ़ा आरोप Divya Sandesh
#Divyasandesh
पाकिस्तानी अखबारों सेः अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पर भारत की जुबान बोलने का मढ़ा आरोप
नई दिल्ली। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने अफगानिस्तान में चल रहे सत्ता संघर्ष के दौरान पाकिस्तान की तरफ से अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को ब्लेम गेम से बाज रहने की नसीहत दिए जाने की खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान पर आरोप मढ़ना बंद करे। उनका कहना है कि अफगानिस्तान में अमन की जमानत पाकिस्तान नहीं दे सकता है।
कुरैशी का कहना है कि बातचीत नाकाम होती है तो जिम्मेदार अफगान सरकार होगी। नाकामी का ठीकरा पाकिस्तान पर डालने की कोशिश की जा रही है। भारत की जबान बोलने वालों पर दुख होता है। पाकिस्तान को सुरक्षा परिषद की बैठक के लिए दावतनामा दिया जाना चाहिए। भारत ने हमारे निवेदन को स्वीकार नहीं कर अच्छा रवैया नहीं अपनाया है। अखबारों ने अफगानिस्तान में चल रही लड़ाई के दौरान तालीबान की तरफ से 6वें राज्य की राजधानी पर कब्जा किए जाने की खबरें भी दी हैं।
अखबारों ने भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को 2 साल के लिए अबूधाबी डायलॉग की अध्यक्षता की जिम्मेदारी मिलने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि अबूधाबी डायलॉग का गठन एशियाई देशों में समन्वय बढ़ाने के लिए वर्ष 2000 में किया गया था। अबूधाबी डायलॉग में सदस्य के तौर पर भारत समेत 18 देश शामिल हैं। अखबारों का कहना है कि भारत की भरपूर लॉबिंग के बावजूद पाकिस्तान को इसकी जिम्मेदारी मिली है जो एक बड़ी कामयाबी बताई जा रही है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद का एक बयान भी अखबारों ने छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पास अब दो ही विकल्प बचे हैं। या तो वह ब्रिटेन में रहने के लिए राजनीतिक शरण लें या फिर अपने वीजा में वृद्धि के लिए अपील करें। अखबारों ने पाकिस्तान में रुपये के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने की खबरें देते हुए कहा है कि इसकी वजह से स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट दर्ज की गई है और इसकी वजह से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद का एक और बयान अखबारों ने छापा जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत और इजराइल हमारी शांति से खेलना चाहते हैं। उनका कहना है कि भारत, इजराइल और एनडीएस की साजिशों को मिलकर नाकाम बनाएंगे। अखबारों ने क्वेटा में सीटीडी की कार्रवाई में पांच आतंकवादियों के मारे जाने की खबर दी हैं। अखबारों ने डेरा इस्माइल खां में आतंकवादी हमला होने और हथियारबंद लोगों के फायरिंग में तीन कस्टम अधिकारियों के मारे जाने की खबर दी है। अखबार का कहना है कि कस्टम की मोबाइल टीम को हथियारबंद लोगों ने घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जिसमें तीन लोगों के मारे जाने की खबर है।
यह खबर भी पढ़ें: इस ग��ंव में एक भी चाय की दुकान नहीं है, दूध बेचना पाप…
अखबारों ने अफगानिस्तान में पिछले 3 दिनों की लड़ाई में 27 बच्चों के मारे जाने की खबर दी है। अखबारों ने यूनिसेफ का हवाला देते हुए कहा है कि तालिबान और अफगान फौज के दरमियान होने वाली लड़ाई में कम से कम 27 बच्चों के मारे जाने की खबर है। अखबारों ने अफगानिस्तान में चल रही लड़ाई के दौरान तकरीबन ढाई लाख लोगों के बेघर होने की भी खबर दी है। अखबारों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के हवाले से कहा है कि अफगानिस्तान में चल रही भीषण लड़ाई के दौरान लोग अपना घर बार छोड़कर भाग रहे है। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा नवाएवक्त और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं।
रोजनामा दुनिया ने राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ नारेबाजी किए जाने की खबर दी है। अखबार ने लिखा है कि संसद के करीब होने वाले इस कार्यक्रम में मुसलमानों के कत्लेआम की धमकियां खुलेआम दी गई हैं। अखबार ने लिखा है कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सामने आया है। अखबार का कहना है कि इस वीडियो में मौजूद लोगों के जरिए यह कहा जा रहा है कि ‘हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना होगा’ जैसे भड़काऊ नारे लगाए गए हैं। अखबार का कहना है कि हिंदुत्ववादी संगठनों के जिम्मेदारों की तरफ से की गई इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने अभी तक किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया है।
यह खबर भी पढ़ें: महिलाओं को पीरियड्स के समय भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये काम
रोजनामा नवाएवक्त ने एक खबर दी है जिसमें बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के चीफ जस्टिस ने कहा है कि मानव अधिकारों के सबसे ज्यादा हनन का मामला पुलिस थानों से सामने आता है। उनका कहना है कि पुलिस थाने मानवाधिकारों और मानव समाज की इज्जत के लिए सबसे बड़ा खतरा है। जस्टिस एनवी रमना ने नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी के मोबाइल ऐप के उद्घाटन अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि मानवाधिकारों की सबसे ज्यादा धज्जियां और लोगों पर होने वाले अत्याचार का सबसे ज्यादा खतरा थानों में होता है। उनका कहना है कि थानों में गिरफ्तार या हिरासत में लिए गए लोगों को कानूनी मदद नहीं मिल पाती है जबकि इसकी सबसे अधिक जरूरत पड़ती है। उनका कहना है कि देश का दबा कुचला व्यक्ति इंसाफ के दायरे से बाहर हो गया है।
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col-life23 · 4 years
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पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड एमके पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जमानत दी पाकिस्तान: नवाज शरीफ को मेडिकल ग्राउंड पर मिली 6 हफ्ते की जमानत
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड एमके पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जमानत दी पाकिस्तान: नवाज शरीफ को मेडिकल ग्राउंड पर मिली 6 हफ्ते की जमानत
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल से रिहा कर दिया गया है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एक दिन पहले यानी मंगलवार को चिकित्सा आधार पर उनकी जमानत याचिका छह सप्ताह के लिए मंजूर कर ली थी। 69 वर्षीय नवाज शरीफ पिछले साल दिसंबर (2018) से लाहौर की कोट लखपत जेल में थे। उन्हें अल-अजीजिया स्टीफ मिल भ्रष्टाचार मामले में सात साल कैद की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के…
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shaileshg · 4 years
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मोहनदास करमचंद गांधी यदि दक्षिण अफ्रीका न जाते तो क्या वह महात्मा बन पाते? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब खुद गांधी जी भी शायद ही दे पाते। भारत आने से पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद और नस्लभेद का विरोध किया। वहां रहकर उन्होंने भारतीयों ही नहीं बल्कि अन्य वंचित तबके के लोगों को भी न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया। ऐसा ही एक संघर्ष था द ग्रेट मार्च, जो महात्मा गांधी के लिए विदेश में सबसे बड़ी जीत बनकर उभरा।
मार्च 1913 में केप के सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि जो शादियां ईसाई रीति-रिवाजों के मुताबिक नहीं हुई है, वह अवैध हैं। इसका मतलब यह हुआ कि ज्यादातर भारतीयों का विवाह अवैध हो गया। जब शादी ही अवैध तो उससे हुए बच्चे वैध कैसे रहते?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर यह होता कि भारतीय बच्चे अपने पुरखों की विरासत से ही बेदखल हो जाते, तब नागरिकों में आक्रोश फैल गया। दूसरी ओर नटाल की सरकार ने भारतीयों के खिलाफ मुकदमे चलाने शुरू कर दिए जो 3 पाउंड का वार्षिक टैक्स नहीं चुका पाए थे।
तब महात्मा गांधी ने नटाल और ट्रैंसवाल में सत्याग्रह शुरू किया। 6 नवंबर 1913 को दमनकारी कानून के खिलाफ द ग्रेट मार्च निकाला। 2,000 से ज्यादा लोगों ने गांधीजी के नेतृत्व में नटाल तक मार्च किया। गांधीजी गिरफ्तार हुए। जमानत पर छूटे तो फिर मार्च में शामिल हो गए। फिर गिरफ्तार किए गए।
यह सिलसिला टूटा और गांधीजी की जीत हुई। सरकार समझौते को राजी हुई। गांधीजी एवं दक्षिण अफ्रीकी सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर जनरल जॉन स्मिट्स में बातचीत हुई। भारतीय राहत विधेयक पास हुआ और भारतीय नागरिकों को काले कानून से आजादी मिली।
अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति बने
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1860 में अब्राहम लिंकन 6 नवंबर को अमेरिका के 16वें प्रेसिडेंट बने। रिपब्लिकन पार्टी के पहले प्रेसिडेंट रहे और उन्होंने न केवल अमेरिका को गृह युद्ध से उबारा बल्कि गुलामी प्रथा को बंद कर नए अमेरिका की नींव रखी। लिंकन का जन्म गरीब परिवार में हुआ था। वहां से उठकर अमेरिका जैसे देश के प्रेसिडेंट बनने तक का लिंकन का सफर बेहद मुश्किलों भरा रहा।
एक महान विचारक के तौर पर उन्हें सदियों तक जाना जाएगा। लोकतंत्र की उनकी दी परिभाषा- जनता द्वारा, जनता के लिए जनता का शासन- आज भी सर्वमान्य है। माना जाता है कि लिंकन गरीब मुवक्किलों के केस मुफ्त में भी लड़ लेते थे। इस वजह से वे कभी सफल वकील नहीं रहे। बीस साल तक असफल वकालत के दिनों के सैंकड़ों किस्से उनकी ईमानदारी और सज्जनता की गवाही देते हैं।
भारत और दुनिया में 6 नवंबर को यह घटनाएं महत्वपूर्ण मानी जाती हैं:-
1763: ब्रिटिश फौज ने मीर कासिम को हराकर पटना पर कब्जा किया।
1813: मैक्सिको ने स्पेन से स्वतंत्रता हासिल की।
1844: स्पेन ने डाेमिनिकन गणराज्य को स्वतंत्र किया।
1903: अमेरिका ने पनामा की स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान की।
1943ः द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को साैंप दिया।
1949ः यूनान में गृह युद्ध समाप्त हुआ।
1973ः नासा के स्पेसक्राफ्ट पायोनियर-10 ने ज्यूपिटर के चित्र लेना शुरू किया।
1990ः नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने।
1999ः ऑस्ट्रेलिया ने जनमत संग्रह में ब्रितानी राजतंत्र को नहीं ठुकराने का फैसला किया।
2000ः ज्योति बसु ने लगातार 23 साल पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री रहने के बाद पद छोड़ा।
2013ः सचिन तेंडुलकर और वैज्ञानिक प्रो सीएनआर राव को भारतरत्न देने की घोषणा की गई।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
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Today History for November 6th/ What Happened Today | Mahatma Gandhi Took The Great March In South Africa | Mahatma Gandhi's Biggest Win In South Africa | Abrahom Lincoln Became President Of United States Of America
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पाकिस्तान सरकार ने अपने पूर्व पीएम 'नवाज शरीफ' को किया ‘‘भगोड़ा’’ घोषित
पाकिस्तान सरकार ने अपने पूर्व पीएम ‘नवाज शरीफ’ को किया ‘‘भगोड़ा’’ घोषित
इस्लामाबाद : पाकिस्तान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को ‘‘भगोड़ा’’ घोषित कर दिया है और उनके प्रत्यर्पण के लिये ब्रिटिश सरकार से संपर्क किया गया है। वह इलाज के लिये फिलहाल लंदन में हैं।जवाबदेही एवं आंतरिक मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार शहजाद अकबर ने कहा कि मेडिकल आधार पर शरीफ (70) की चार हफ्तों की जमानत की अवधि पिछले साल दिसंबर में समाप्त हो गई।
पाकिस्तानी अखबार के हवाले…
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sonita0526 · 5 years
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इमरान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित किया, जमानत की शर्तों का उल्लंघन का आरोप लगाया
इमरान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित किया, जमानत की शर्तों का उल्लंघन का आरोप लगाया
लाहौर।पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इमरान खान की सरकार ने बुधवार को भगोड़ा घोषित कर दिया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शरीफ ने हाईकोर्ट से मिली जमानत के नियमों का उल्लंघन किया है। 70 साल के शरीफ लंदन मेंडिल की बीमारी का इलाज कर रहे हैं। पिछले साल नवंबर में ही लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें इलाज के लिए देश को छोड़कर जाने की अनुमति दी थी। हाईकोर्ट ने शरीफ को चार सप्ताह का समय…
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shaileshg · 4 years
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मोहनदास करमचंद गांधी यदि दक्षिण अफ्रीका न जाते तो क्या वह महात्मा बन पाते? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब खुद गांधी जी भी शायद ही दे पाते। भारत आने से पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद और नस्लभेद का विरोध किया। वहां रहकर उन्होंने भारतीयों ही नहीं बल्कि अन्य वंचित तबके के लोगों को भी न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया। ऐसा ही एक संघर्ष था द ग्रेट मार्च, जो महात्मा गांधी के लिए विदेश में सबसे बड़ी जीत बनकर उभरा।
मार्च 1913 में केप के सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि जो शादियां ईसाई रीति-रिवाजों के मुताबिक नहीं हुई है, वह अवैध हैं। इसका मतलब यह हुआ कि ज्यादातर भारतीयों का विवाह अवैध हो गया। जब शादी ही अवैध तो उससे हुए बच्चे वैध कैसे रहते?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर यह होता कि भारतीय बच्चे अपने पुरखों की विरासत से ही बेदखल हो जाते, तब नागरिकों में आक्रोश फैल गया। दूसरी ओर नटाल की सरकार ने भारतीयों के खिलाफ मुकदमे चलाने शुरू कर दिए जो 3 पाउंड का वार्षिक टैक्स नहीं चुका पाए थे।
तब महात्मा गांधी ने नटाल और ट्रैंसवाल में सत्याग्रह शुरू किया। 6 नवंबर 1913 को दमनकारी कानून के खिलाफ द ग्रेट मार्च निकाला। 2,000 से ज्यादा लोगों ने गांधीजी के नेतृत्व में नटाल तक मार्च किया। गांधीजी गिरफ्तार हुए। जमानत पर छूटे तो फिर मार्च में शामिल हो गए। फिर गिरफ्तार किए गए।
यह सिलसिला टूटा और गांधीजी की जीत हुई। सरकार समझौते को राजी हुई। गांधीजी एवं दक्षिण अफ्रीकी सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर जनरल जॉन स्मिट्स में बातचीत हुई। भारतीय राहत विधेयक पास हुआ और भारतीय नागरिकों को काले कानून से आजादी मिली।
अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति बने
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1860 में अब्राहम लिंकन 6 नवंबर को अमेरिका के 16वें प्रेसिडेंट बने। रिपब्लिकन पार्टी के पहले प्रेसिडेंट रहे और उन्होंने न केवल अमेरिका को गृह युद्ध से उबारा बल्कि गुलामी प्रथा को बंद कर नए अमेरिका की नींव रखी। लिंकन का जन्म गरीब परिवार में हुआ था। वहां से उठकर अमेरिका जैसे देश के प्रेसिडेंट बनने तक का लिंकन का सफर बेहद मुश्किलों भरा रहा।
एक महान विचारक के तौर पर उन्हें सदियों तक जाना जाएगा। लोकतंत्र की उनकी दी परिभाषा- जनता द्वारा, जनता के लिए जनता का शासन- आज भी सर्वमान्य है। माना जाता है कि लिंकन गरीब मुवक्किलों के केस मुफ्त में भी लड़ लेते थे। इस वजह से वे कभी सफल वकील नहीं रहे। बीस साल तक असफल वकालत के दिनों के सैंकड़ों किस्से उनकी ईमानदारी और सज्जनता की गवाही देते हैं।
भारत और दुनिया में 6 नवंबर को यह घटनाएं महत्वपूर्ण मानी जाती हैं:-
1763: ब्रिटिश फौज ने मीर कासिम को हराकर पटना पर कब्जा किया।
1813: मैक्सिको ने स्पेन से स्वतंत्रता हासिल की।
1844: स्पेन ने डाेमिनिकन गणराज्य को स्वतंत्र किया।
1903: अमेरिका ने पनामा की स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान की।
1943ः द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को साैंप दिया।
1949ः यूनान में गृह युद्ध समाप्त हुआ।
1973ः नासा के स्पेसक्राफ्ट पायोनियर-10 ने ज्यूपिटर के चित्र लेना शुरू किया।
1990ः नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने।
1999ः ऑस्ट्रेलिया ने जनमत संग्रह में ब्रितानी राजतंत्र को नहीं ठुकराने का फैसला किया।
2000ः ज्योति बसु ने लगातार 23 साल पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री रहने के बाद पद छोड़ा।
2013ः सचिन तेंडुलकर और वैज्ञानिक प्रो सीएनआर राव को भारतरत्न देने की घोषणा की गई।
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Today History for November 6th/ What Happened Today | Mahatma Gandhi Took The Great March In South Africa | Mahatma Gandhi's Biggest Win In South Africa | Abrahom Lincoln Became President Of United States Of America
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indianscooper · 5 years
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नवाज शरीफ ने जमानत शर्तों के उल्लंघन के लिए 'फरार' घोषित किया - टाइम्स ऑफ इंडिया
नवाज शरीफ ने जमानत शर्तों के उल्लंघन के लिए 'फरार' घोषित किया – टाइम्स ऑफ इंडिया
इस्लामाबाद: इस्लामाबाद ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री की घोषणा की नवाज शरीफ एक 'फरार' जबकि एक साथ उसे जमानत देने से इनकार कर रहा था। संघीय कैबिनेट की अध्यक्षता प्रधानमंत्री ने की इमरान खान हवाल��� दिया कि शरीफ आवश्यक चिकित्सा रिपोर्ट देने में विफल रहे और जमानत शर्तों का उल्लंघन किया। सरकार ने अगले चार महीनों के लिए गैस और बिजली शुल्क फ्रीज करने का भी फैसला किया है, डॉन ने बताया। “नवाज़ शरीफ़ के…
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jainyupdates · 5 years
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जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने पर इमरान सरकार ने नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित किया
जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने पर इमरान सरकार ने नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित किया
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इमरान सरकार ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। नवाज शरीफ फिलहाल लंदन में बीमारी का इलाज करा रहे हैं। नवाज पर लंदन में इलाज कर रहे डॉक्टरों से मेडिकल रिपोर्ट पेश नहीं करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि मेडिकल रिपोर्ट पेश नहीं कर उन्होंने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है, इसलिए उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।
यह जानकारी बुधवार को स्थानीय मीडिया में दी…
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news44topmrt-blog · 5 years
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Pakistan: New Bench Of Lahore High Court Will Hear On Petition Of Maryam Nawaz On February 10 - पाकिस्तान: मरियम नवाज की याचिका पर नई पीठ 10 फरवरी को करेगी सुनवाई
Pakistan: New Bench Of Lahore High Court Will Hear On Petition Of Maryam Nawaz On February 10 – पाकिस्तान: मरियम नवाज की याचिका पर नई पीठ 10 फरवरी को करेगी सुनवाई
#news
लाहौर। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ( Former Prime Minister Nawaz Sharif ) की बेटी मरियम नवाज ( Maryam Nawaz ) की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए लाहौर हाईकोर्ट ( LHC ) ने एक नई दो सदस्यीय पीठ गठित की है।
मरियम ने याचिका में उन्हें एग्जिट कंट्रॉल लिस्ट ( ECL ) से हटाने की मांग की है। द न्यूज इंटरनेशनल की शनिवार की रिपोर्ट के अनुसार, मरियम की याचिका पर सुनवाई नई पीठ 10 फरवरी को करेगी।
मरियम…
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googleyoffer-blog · 5 years
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हॉस्पिटल के बजाए महंगे रेस्टोरेंट में नजर आए नवाज शरीफ, बेटे ने कहा- डॉक्टरों के आदेश पर कैफे ले गए
हॉस्पिटल के बजाए महंगे रेस्टोरेंट में नजर आए नवाज शरीफ, बेटे ने कहा- डॉक्टरों के आदेश पर कैफे ले गए
इस्लामाबाद/ लंदन. इलाज के लिए लंदन गए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वो एक महंगे रेस्टोरेंट में कुछ लोगों के साथ खाना खाते नजर आ रहे हैं। भाई शहबाज शरीफ भी साफ दिखाई देते हैं। इमरान सरकार के कुछ मंत्रियों ने नवाज की बीमारी को ढोंग बताया। कोर्ट से उनकी जमानत रद्द करने की मांग की। इस पर नवाज के बेटे हुसैन ने कहा- डॉक्टरों के कहने पर हम…
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kamalahmadbrh · 5 years
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नवाज को विदेश भेजने के बदले बॉन्ड की शर्त को शहबाज ने फिरौती जैसा बताया, बोले- उसे स्वीकार नहीं करेंगे
नवाज को विदेश भेजने के बदले बॉन्ड की शर्त को शहबाज ने फिरौती जैसा बताया, बोले- उसे स्वीकार नहीं करेंगे
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने इमरान सरकार के उस फैसले को फिरौती मांगने जैसा बताया है, जिसमें उसने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति देने के बदले क्षतिपूर्ति बॉन्ड की मांग की है। उन्होंने कहा कि लाहौर उच्च न्यायालय ने नवाज को जमानत देने के अलावा विदेश यात्रा की अनुमति दी है और हम किसी भी कीमत पर क्षतिपूर्ति बॉन्ड की इस शर्त…
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aapnugujarat1 · 5 years
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नवाज शरीफ को विदेश जाने की इजाजत
पाकिस्तान के मंत्रिमंडल ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इलाज कराने के लिये विदेश जाने की अनुमति देने का फैसला किया। हालांकि मंत्रिमंडल ने शर्त रखी है कि अगर वह इलाज कराकर वापस लौटने और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने का वादा करते हुए जमानत पत्र पर हस्ताक्षर करते हैं तो ही उन्हें अनुमति दी जाए। प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक ने शरीफ का नाम उन लोगों की सूची से हटा दिया है जिनके विदेश जाने पर रोक है। पाकिस्तान के रेल मंत्री राशिद अहमद ने बताया कि मंत्रिमंडल ने “शर्तों के साथ” शरीफ को विदेश जाने की अनुमति दी है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शरीफ शुक्रवार (8 नवंबर) को डॉक्टरों की सलाह और परिवार के आग्रह को मानकर उपचार के लिए ब्रिटेन जाने पर सहमत हो गए थे। उन्हें रविवार (10 नवंबर) को पाकिस्तान इंटरनेशनल एअरलाइंस (पीआईए) की उड़ान से लंदन जाना था, लेकिन वह सूची में अपना नाम होने के कारण ऐसा नहीं कर पाए। अहमद ने कहा, मंत्रिमंडल के अधिकांश सदस्यों ने उन्हें शर्तों के साथ इलाज के लिए देश से बाहर जाने देने के निर्णय का समर्थन किया। शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने सोमवार (11 नवंबर) को ट्वीट किया था कि डॉक्टरों के अनुसार, शरीफ के विदेश जाने की प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत है। औरंगजेब ने कहा कि डॉक्टरों ने पूर्व प्रधानमंत्री को विदेश यात्रा के लिए तैयार करने के वास्ते स्टेरॉयड्स की भारी खुराक दी है। किसी आपात स्थिति में इलाज के लिए शरीफ को विदेश ले जाना लगभग मुश्किल होगा। डॉक्टर पूर्व प्रधानमंत्री का प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि जब वह यात्रा करें तो उनकी तबीयत न बिगड़े। शनिवार (9 नवंबर) नौ नवंबर को शरीफ का प्लेटेलेट काउंट 20,000 था। शरीफ को बुधवार (छह नवंबर) को लाहौर में उनके जट्टी उमरा रायविंड स्थित आवास ले जाया गया था। वह दो सप्ताह तक कई बीमारियों के इलाज के लिए पाकिस्तान के एक अस्पताल में भर्ती रहे। शरीफ का प्लेटलेट काउंट अत्यधिक कम हो जाने के बाद उन्हें 22 अक्टूबर को सर्विसेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। Read the full article
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