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#नींद ना आने के कारण
sundartatips · 11 months
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नींद ना आने के कारण और घरेलू उपाय
नींद ना आने के कारण और घरेलू उपाय: नमस्कार दोस्तों हम आपका स्वागत करते हैं अपने नए ब्लॉग पोस्ट में और आज हम बात करेंगे,  नींद ना आने के कारण और घरेलू उपाय (neend na anne ke karan aur gharelu upay) के बारे में। जिस तरह से हमारे जीवन में खानपान का महत्व है उसी प्रकार नींद का  असर भी हमारे शरीर में होता है। एक अच्छे शरीर के लिए अच्छी नींद आना बेहद जरूरी होता है। जो लोग रात भर जागते हैं उन्हें रात का…
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helputrust · 30 days
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सभी स्कूलों और कॉलेजों में बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए-श्री नीरज सिंह
आपातकाल की स्थिति में बेसिक लाइफ सपोर्ट दूसरों की जान बचाने में मददगार है-डॉ. पियाली भट्टाचार्य
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट स्वस्थ लोग, स्वस्थ समाज पर काम कर रहा है-हर्ष वर्धन अग्रवाल
हम अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं-डॉ रूपल अग्रवाल
लखनऊ, 07.04.2024 | विश्व स्वास्थ्य दिवस 2024 के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा रामायण पार्क, सेक्टर -25, इंदिरा नगर, लखनऊ में "बेसिक लाइफ सपोर्ट" कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में डॉ. पियाली भट्टाचार्य, सलाहकार, Lucknow Academy of Pediatrics एवं बाल रोग विशेषज्ञ, एस.जी.पी.जी.आई, Lucknow Academy of Pediatrics से  डॉ निर्मला जोशी, अध्यक्ष, डॉ अमित कुमार रस्तोगी, उपाध्यक्ष तथा डॉ उत्कर्ष बंसल, सचिव ने सेक्टर 25 के निवासियों को हार्ट अटैक आने पर मरीज को दिये जाने वाले प्रारंभिक उपचार का प्रशिक्षण दिया । कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी, श्री नीरज सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही l कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान तथा दीप प्रज्वलन से हुआ |
कार्यशाला में सभी का स्वागत करते हुए हे��्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल ने कहा कि “आप सभी को विश्व स्वास्थ्य दिवस 2024 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं | विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन (WHO) की स्थापना के दिन मनाया जाता है | इस दिन लोगों को सेहत से जुड़ी समस्याओं एवं अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाता है | इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम है "मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार (My Health, My Right)” जिसके तहत आज हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बेसिक लाइफ सपोर्ट कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट लोगों को नई चिकित्सा तकनीकों के बारे में जागरूक करने और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है । ट्रस्ट द्वारा जनहित में निरंतर नि:शुल्क होम्योपैथी परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर, रक्तदान शिविर, मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर, कैंसर और स्वाइन फ्लू के लिए जागरूकता शिविर और मुफ्त नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें समाज के निर्धन, गरीब और असहाय लोगों की निरंतर मदद की जा रही है |”
कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री नीरज सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे जनहित के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि, "आप सभी को विश्व स्वास्थ्य दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट निरंतर ही जन सेवा के कार्यों में लगा हुआ है | मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल की प्रशंसा करता हूं जो सरकार द्वारा दिए गए अधिकारों का सदुपयोग करते हुए निरंतर जनहित में कार्य कर रहे हैं | बेसिक लाइफ सपोर्ट एक ऐसी ट्रेनिंग है जो हार्ट अटैक की स्थिति में अस्पताल पहुंचने तक किसी की भी जान बचा सकती है | मेरा मानना है कि बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण को हर किसी को सीखना चाहिए और हर स्कूल और कॉलेज में ऐसी कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए, खासकर युवाओं को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए | इस अवसर पर श्री नीरज सिंह ने स्वयं भी प्रशिक्षण प्राप्त किया |”
डॉ पियाली भट्टाचार्य, डॉ अमित कुमार रस्तोगी एवं डॉ उत्कर्ष बंसल ने कार्यशाला में उपस्थित सभी लोगों को बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में बताते हुए कहा कि "बेसिक लाइफ सपोर्ट (बी.एल.एस.) चिकित्सकीय देखभाल की ट्रेनिंग है जिसका उपयोग जीवन-घातक बीमारियों जैसे हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक या चोटों के पीड़ितों के लिए तब तक किया जाता है जब तक कि वह अस्पताल में संपूर्ण चिकित्सकीय देखभाल के लिए ना पहुंच जाये । बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण का उद्देश्य आम लोगों को दिल का दौरा पड़ने या दम घुटने जैसी आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार देने की सही तकनीक के बारे में जागरूक करना है । यह जीवन बचाने और हृदय, गुर्दे और मस्तिष्क जैसे महत्वपूर्ण अंगों को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। हार्ट अटैक के कारण मृत्यु दर दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है | इस आधुनिक दुनिया में लोग अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के कारण चिंता, अवसाद, नींद की कमी, अस्वास्थ्यकर भोजन के कारण मोटापे से पीड़ित हो गए हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने के मामले बढ़ रहे हैं | ऐसी स्थिति में बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग होना अत्यंत आवश्यक है जिससे हम किसी को जरूरत पड़ने पर मदद कर सकें |” प्रशिक्षकों द्वारा नवजात शिशु से लेकर बड़े बच्चों की सांस की नली में कुछ फस जाने, उनके गले में कुछ अटक जाने की स्थिति में कैसे उनकी जान बचाई जा सकती है, यह भी प्रशिक्षण के माध्यम से बताया |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल ने कार्यशाला में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद देते हुए कहा कि, “हम मुख्य अतिथि श्री नीरज सिंह का अत्यधिक आभार प्रकट करते है कि वह अपने व्यस्त कार्यक्रम में से जनहित के लिए समय निकालकर यहां आए तथा हम सबका मार्गदर्शन किया, साथ ही  इस कार्यशाला के कुशल प्रशिक्षकों एवं प्रतिष्ठित चिकित्सकों का भी धन्यवाद है जिनके सहयोग से यह कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हो सकी | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का आदर्श वाक्य है स्वस्थ लोग, स्वस्थ समाज एवं ट्रस्ट निरंतर इसी दिशा में कार्य कर रहा है |”
कार्यशाला में मुख्य अतिथि श्री नीरज सिंह, प्रशिक्षकों डॉ निर्मला जोशी, डॉ पियाली भट्टाचार्य, डॉ अमित कुमार रस्तोगी एवं डॉ उत्कर्ष बंसल को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल, ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव द्वारा प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया | कार्यशाला की समाप्ति पर सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया | कार्यशाला में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉक्टर संतोष कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पार्षद श्री भृगुनाथ शुक्ला, सेक्टर 25 के निवासियों तथा ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही |
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buzz-london · 1 year
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*हर घर में शबरी* पति के लिए जूस बनाया और जूस पीने से पहले ही पति की आंख लग गई थी। नींद टूटी,तब तक एक घंटा हो चुका था। पत्नी को लगा कि इतनी देर से रखा जूस कहीं खराब ना हो गया हो। उसने पहले जरा सा जूस चखा और जब लगा कि स्वाद बिगड़ा नहीं है, तो पति को दे दिया पीने को। सवेरे जब बच्चों के लिए टिफिन बनाया तो सब्जी चख कर देखी। नमक, मसाला ठीक लगा तब खाना पैक कर दिया। स्कूल से वापस आने पर बेटी को संतरा छील कर दिया। एक -एक परत खोल कर चैक करने के बाद कि कहीं कीड़े तो नहीं हैं,खट्टा तो नहीं है, सब देखभाल कर जब संतुष्टि हुई तो बेटी को एक एक करके संतरे की फाँके खाने के लिए दे दीं। दही का रायता बनाते वक्त लगा कि कहीं दही खट्टा तो नहीं हुआ और चम्मच से मामूली दही ले कर चख लिया। "हां ,ठीक है ", जब यह तसल्ली हुई तब ही दही का रायता बनाया। सासु माँ ने सुबह खीर खूब मन भर खाई और रात को फिर खाने मांगी तो झट से बहु ने सूंघी और चख ली कि कहीँ गर्मी में दिन भर की बनी खीर खट्टी ना हो गयी हो। बेटे ने सेंडविच की फरमाईश की तो ककड़ी छील एक टुकड़ा खा कर देखा कि कहीं कड़वी तो नहीं है। ब्रेड को सूंघा और चखा की पुरानी तो नहीं दे दी दुकान वाले ने। संतुष्ट होने के बाद बेटे को गर्मागर्म सेंडविच बनाकर खिलाया। दूध, दही, सब्जी,फल आदि ऐसी कितनी ही चीजें होती हैं जो हम सभी को परोसने से पहले मामूली-सी चख लेते हैं। कभी कभी तो लगता है कि हर मां, हर बीवी, हरेक स्त्री अपने घर वालों के लिए शबरी की तरह ही तो है। जो जब तक खुद संतुष्ट नहीं हो जाती, किसी को खाने को नही देती। और यही कारण तो है कि हमारे घर वाले बेफिक्र होकर इस शबरी के चखे हुए खाने को खाकर स्वस्थ और सुरक्षित महसूस करते हैं। हमारे भारतीय परिवारों की हर स्त्री शबरी की तरह अपने परिवार का ख्याल रखती है और घर के लोग भी शबरी के इन झूठे बेरों को खा कर ही सुखी, सुरक्षित,स्वस्थ और संतुष्ट रहते हैं। हर महिला को समर्पित सब अपने परिवार के लिये *"शबरी"* है। 🙏🙏
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gurujitmshastri · 3 months
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Today's Horoscope-
मेष (चु, चे, चो, ला, लि, लु, ले, लो, अ) :-यह समय अपने कार्य क्षेत्र को दिशा या बदलाव देने का उचित समय है। ध्यान रखे कई बार कठोर वाणी से अक्सर कुछ लोगों में नाराजगी उत्पन्न हो जाती है। इसलिए अपनी बोलचाल का लहजा नरम रखें। किसी की कही हुई बातें आपके मन को ठेस पहुंचा सकती है। आपके मित्र अपने कार्य सिद्धि के लिए आप का इस्तेमाल कर सकते हैं। संबंधों में मधुरता आने से शादीशुदा लोगों को तनाव से मुक्ति मिलेगी। पिछले कुछ समय से चल रही शारीरिक समस्या बढ़ेगी। अपने खान-पान और दिनचर्या को एकदम व्यवस्थित रखें।
वृषभ (इ, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, वो) :- घर में मेहमानों के आने से व्यस्तता बढ़ेगी। आपकी योजनाओं का लाभ कोई अन्य उठा सकता है। धन लाभ के अवसर आज मिलने के योग बनेंगे। आप अपने अंदर नई उर्जा का समावेश पाएंगे। जरूरत के सामान अथवा कपड़े इत्यादि पर धन खर्च करेंगे। किसी भी मामले में आपका स्वभाव के विपरीत जिद्दी होना नुकसानदायक हो सकता है। प्रेम संबंधों में नकारात्मक बातें अलगाव उत्पन्न कर सकती हैं। इसलिए व्यवहार करते समय स्वभाव में मधुरता बनाकर रखें।
मिथुन (का, कि, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा):- आज आपके कामों में कुछ लोग विघ्न डालने प्रयास कर सकते हैं। अपने और परायों में पहचान कराने वाला दिन साबित हो सकता है। आज आपके स्वभाव में संयम और धीरज बना रहेगा, जिसके कारण आप अपनी सभी समस्याओं का हल आसानी से ढूंढ लेंगे। तनाव और अधिक व्यस्तता से बचें। अपना ध्यान अपने काम की ओर केंद्रित रखें। कोई परेशानी चल रही है तो जल्द ही हल होगी। अपनी मेहनत में कोई कमी न होने दें। आपकी इच्छाएं जल्द पूरी होंगी। संतान के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी होगा। किसी भी विपरीत परिस्थिति में अपना मनोबल बनाकर रखें।
कर्क (हि, हु, हे, हो, डा, डि, डु, डे, डो):-आज के दिन सकारात्मक विचार ही आपके सच्चे मित्र बनेंगे। आज के दिन क्रिएटिव कार्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऑफिस का माहौल आपको प्रसन्न रखेगा। जरूरी होने पर ही यात्रा का प्रोग्राम बनाएं। आज कामकाज में सफलता मिलेगी। वैचारिक मतभेद रहेगा। स्वभाव में कुछ रूखापन रहेगा। पूरी तरह से नींद ना लेना आपके लिए तनाव का कारण बन सकता है। कुछ समय खुद को देकर मन को शांत करने का प्रयास करें।
सिंह (मा, मि, मु, मे, मो, टा, टि, टु, टे):- आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आपकी बातों को सबसे अधिक महत्व मिलेगा। आज का दिन किसी अच्छी योजना पर काम करने के लिए उपयुक्त हैं। किसी भी विषय पर तर्क-वितर्क अपने स्तर के व्यक्ति से ही करें। मित्रों द्वारा की गई व्यर्थ की बातों से मन में झुंझलाहट पैदा हो सकती है, जरूरत है बातचीत में गरिमा बनाये रखने की। आपकी क्रोध में की गई बात किसी से मतभेद उत्पन्न कर सकती है और दूसरों से रखी गई उपेक्षा भी आपके स्वयं के लिए मायूसी पैदा करेंगे।
कन्या (टो, पा, पि, पु, ष, ण, ठ, पे, पो):-प्रिय व्यक्तियों का सानिध्य प्राप्त होगा। रिश्तों में बदलाव और परिवर्तन के कारण आप चिंतित रह सकते हैं। संवेदनशीलता और असुरक्षा के भाव मन में आने से आपका आज कामकाज में मन नहीं लगेगा। आज का दिन आर्थिक दृष्टि से ठीक रहेगा। ��ए कार्यों का आयोजन आज सफल होगा। पुराने रुके हुए कार्यों को शिद्दत से पूरा करेंगे। अपनी व्यस्तता के बावजूद आप घर परिवार के साथ उचित समय व्यतीत करेंगे। मनोरंजन तथा आमोद प्रमोद के भी कार्यक्रम बनेंगे।
तुला (रा, रि, रु, रे, रो, ता, ति, तु, ते) :-आज लेन-देन के कार्यों में सावधान रहें। आज किसी को उधार न दें, क्योंकि आज दिए हुए धन को वापस आने की सम्भावना कम है। सोच-समझकर कार्य व्यवहार करें। वाणी पर नियंत्रण रखें। इधर-उधर की बातों को सोचकर आप उलझन में रहेंगे। कार्यक्षेत्र में काम का दबाव रहेगा। प्रेम प्रसंगों में गलतफहमियां दूर होकर स्नेह में वृद्धि होगी। धार्मिक स्थल की यात्रा का प्रोग्राम बन सकता है। पेट से संबंधित कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है।
वृश्चिक (तो, ना, नि, नु, ने, नो, या, यि, यु) :-आज प्रयास अथवा स्वयं कोशिश करने से प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। धार्मिक स्थल की यात्रा करने का प्रसंग उपस्थित हो सकता है। मनोरंजन कार्यों पर खर्च होगा। संघर्ष के साथ सफलता एवं धन प्राप्ति का योग है। कार्यक्षेत्र में एक नई शुरुआत करेंगे और नई योजनाओं पर काम आरंभ भी करेंगे। बदलते मौसम की वजह से खांसी, जुकाम जैसे इंफेक्शन की समस्या बनी रहेगी। अपनी दिनचर्या व्यवस्थित रखें और आयुर्वेदिक इलाज लें।
धनु (ये, यो, भा, भि, भु, धा, फा, ढा, भे) :-आज आप के मन में परिवर्तन शीघ्र आएंगे, जिससे आपका मन कुछ दुविधायुक्त रह सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतें। बिना मतलब किसी से भी ना उलझे तथा अपनी वाणी और क्रोध पर भी नियंत्रण रखने का भरपूर प्रयास करें। अन्यथा कोई वाद विवाद लड़ाई झगड़े जैसी स्थिति बन सकती है। आपके अपने नजदीकी लोग ही आपके कार्य में बाधा डाल सकते हैं। आज ग्रहों के योग बता रहे हैं कि आपका दिन कुछ कठिनाई के साथ बीतेगा और राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में तनाव की स्थिति रहेगी।
मकर (भो,जा,जि,जु,जे,जो,ख,खि,खु,खे,खो,गा,गि) :-आज ग्रहों के शुभ प्रभाव के कारण आज सुबह से ही आपका मूड अच्‍छा रहेगा और आपके सोचे हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे। सभी क्षेत्रों में बुद्धि और कौशल का प्रयोग करेंगे तो सफलता मिलेगी। आज सुख-सुविधाओं में धन खर्च होगा। अपनी सोच सकारात्मक रखें। दिन सामान्य रहेगा। कैरियर व अन्य अवसरों के लिए यह समय बहुत सकारात्मक नहीं है। आपको वांछित परिणाम मिलने में देरी हो सकती है। आप कुछ बुद्धिमान लोगों के संपर्क में आएंगे।
कुम्भ (गु, गे, गो, सा, सि, सु, से, सो, दा) :-तनाव कम होगा, मानसिक रूप से आज आप बहुत हल्कापन महसूस कर सकते हैं। अपने लक्ष्यों पर से ध्यान नहीं हटाएं और कड़ी मेहनत करना जारी रखें। आज आपको किसी से कोई उपहार अथवा आर्थिक लाभ मिलने से खुशी में वृद्धि होगी। आज धन के नये स्रोत जुड़ सकते है। आनंद की अनुभूति होगी। आप अपने अंदर एक नई ऊर्जा का समावेश पाएंगे। नये विचारों और ज्ञान से खुद को अपडेट करने के प्रयास में रहेंगे। मन में भावुकता रहेगी। आप अपने स्पष्ट विचारों से अपने सहकर्मियों को प्रभावित कर सकते हैं।
मीन (दि, दु, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, चि):-किसी के साथ भी अनावश्यक वार्तालाप से बचें। बहस करने से अच्‍छा है आप अपने काम में मन लगाएं ताकि आपको अपने हित में परिणाम प्राप्‍त हों और मन प्रसन्‍न रहे। आज यात्रा करने से बचें तो आपको लाभ होगा। प्रियजनों से तनाव की स्थिति बन सकती है। इस समय चोट-मोच लगने के योग भी बन रहे हैं। आप अपने लिए कुछ खरीदारी कर सकते हैं। व्यापारिक व नौकरी वर्ग के जातकों के लिए आज का दिन अच्छा साबित हो सकता है।
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो। समस्या चाहे कैसी भी हो 100% समाधान प्राप्त करे:- स्पेशलिस्ट- मनचाही लव मैरिज करवाना, पति या प्रेमी को मनाना, कारोबार का न चलना, धन की प्राप्ति, पति पत्नी में अनबन और गुप्त प्रेम आदि समस्याओ का समाधान। एक फोन बदल सकता है आपकी जिन्दगी। Guru Ji T M Shastri Ji Call Now: - +91-9872539511 फीस संबंधी जानकारी के लिए #Facebook page के message box में #message करें। आप Whatsapp भी कर सकते हैं। #famousastrologer #astronews #astroworld #Astrology #Horoscope #Kundli #Jyotish #yearly #monthly #weekly #numerology #rashifal #RashiRatan #gemstone #real #onlinepuja #remedies #lovemarraigespecilist #prediction #motivation #dailyhoroscope #TopAstrologer
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ragbuveer · 1 year
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल(प्रतिपदा तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
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#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-06-मई-2023
वार:-------शनिवार
तिथि :-----01प्रतिपदा:-21:52
पक्ष:-------कृष्णपक्ष
माह:-------ज्येष्ठ
नक्षत्र:------विशाखा:-21:13
योग:--------व्यतिपात:-07:31
:---------वरियान:-29:21
करण:------बालव:-10:32
चन्द्रमा:----तुला:-15:23/वृश्चिक
सुर्योदय:-------06:01
सुर्यास्त:--------19:08
दिशा शुल----------पूर्व
निवारण उपाय:---वाह्वारंग ,उडद का सेवन
ऋतु :---------ग्रीष्म-ऋतु
गुलिक काल:---06:02से 07:40
राहू काल:------09:18से10:56
अभीजित-------11:56से12:50
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
शुभ:-07:42से09:20तक
चंचल:-12:36से14:14तक
लाभ:-14:14से15:52तक
अमृत:-15:52से17:30तक
🌗चोघङिया रात🌓
लाभ:-19:08से20:26तक
शुभ:-21:48से23:10तक
अमृत:-23:10से00:32तक
चंचल:-00:32से01:54तक
लाभ:-04:38से06:00तक
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🌸आज के विशेष योग🌸
वर्ष का 46वाँ दिन, जिनवर व्रतारंभ (जैन) इष्टि, व्यतिपात पुण्य बिछुड़ो 15:22,
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🌺👉वास्तु टिपस 👈🌺
अमावस्या, द्वादशी और चतुर्दशी के दिन तुलसी को हाथ भी ना लगाएं।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*सुविचार*
हर दिन ध्यान रखे कि कल की तलाश में कही आज हाथ से ना निकल जाए।👍🏻राधे राधे
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
भैंस का दूध पीने ,कन्द खाने व अधिक भोजन करने से नींद अधिक आती हैं।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
☀️ मेष राशि :- आज आप बहुत खुश रहेंगे, आपकी खुशियों में कोई बाधा नहीं आएगी। शायद आपको पता नहीं कि आपका सकारात्मक व्यवहार आपके काम में दिखाई देगा, इससे आपके सहकर्मी भी आपसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकेंगे। आपको इस समय का पूरा फायदा उठाते हुए अपने सभी अधूरे कामों को पूरा कर लेना चाहिए।
☀️ वृषभ राशि :- आज आपके घर पर समुद्र पार से मेहमानों के आने की प्रबल संभावना है। इससे आपके घर पर खुशियां छाई रहेंगी। अगर आप काम में व्यस्त भी हैं तो भी समय निकाल कर उनके साथ का आनंद लें। आपके दोस्तों का साथ आपको बहुत खुशियां देगा।
☀️ मिथुन राशि :- आज आपको खूब पहचान मिलेगी। आज आप जिस मुकाम पर हैं वो आपकी स्पष्टता और अच्छी संप्रेषण कला की वजह से ही है। आप और अधिक सफलता पाने के अपने प्रयासों को जारी रखें और अपने अहम को अपने रास्ते में ना आने दें। इससे लोग आपका आदर करते रहेंगे।
☀️ कर्क राशि :- आज भविष्य की योजनाएं बनाने के लिए ये समय बहुत ही अच्छा है। आप में से जो लोग परेशानी को सामना कर रहे हैं उन्हें अपनी रणनीति में परिवर्तन करना चाहिए ताकि आप अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकें। ये सब करने के लिए आज से ज्यादा बेहतर दिन हो ही नहीं सकता। आपका यही कदम आपके भविष्य के लिए शुभ फल दायक रहेगा।
☀️ सिंह राशि :- आज आप उन चीजों को महत्व दें जो सच में आपके लिए महत्वपूर्ण हैं। आपको अपने परिवार, दोस्तों और काम के बीच संतुलन बनाना चाहिए। कभी-कभी आपको ये भी लगा होगा कि हर काम में सही संतुलन ना बना पाने के कारण आपकी प्राथमिकताएं पूरी नहीं हो पाई हैं। इन मुद्दों को ले कर अगर आज आप सोच-विचार करें और योजना बनाएं तो आपके दिमाग में स्पष्टता आएगी।
☀️ कन्या राशि :- आज आपका कोई प्रियजन आपके लिए कोई खुशखबरी ले कर आएगा और आपको उस पर गर्व होगा। खुशियों का उत्सव मनाने का समय है क्योंकि आपको कोई नजदीकी कुछ खास हासिल कर सकता है। उनको कोई इनाम, अच्छे अंक या फिर खूब सारी प्रशंसा मिल सकती है। उनको और अधिक प्रोत्साहन दें और शाबाशी देना बिल्कुल ना भूलें।
☀️ तुला राशि :- आज शायद आप खुद को अपनी इच्छाओं और जिम्मेदारियों के बीच झूलता हुआ पाएंगे। एक तरफ आप सामाजिक समारोह में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहेंगे और दूसरी तरफ आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि आप अपना काम भी समय पर पूरा करें। ये संतुलन बनाए रखना तो कभी भी आपकी परेशानी थी ही नहीं। तो फिर देर किस बात की है सब को खुश रखें।
☀️ वृश्चिक राशि :- आज आप अपने गुस्से पर पूरी तरह से काबू रखें। ऐसा करके आप उस शांति को कायम रखेंगे जिसका मजा आप अब तक ले रहे थे। आज जो मुद्दा आपको बड़ा लग रहा है वही बात कल आपको छोटी लगेगी। इसलिए आप इस मुद्दे को प्यार से ही सुलझाने की कोशिश करें।
☀️ धनु राशि :- आज आपको लगेगा कि आप बहुत भाग्यशाली हैं आपके आस-पास के लोगों को भी ऐसा ही लगेगा। आज आप अपने परिवार व कार्यालय के लोगों के लिए भी भाग्यशाली साबित होंगे। इस अवसर का फायदा उठाते हुए दूसरों की मदद करें। वो आपको इसके लिए सराहेंगे।
☀️ मकर राशि :- आज आप मानसिक शांति से वंचित रहेंगे। अच्छा होगा कि आप कुछ मनोरंजक गतिविधियों में भाग लें। आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ कहीं बाहर घूमने भी जा सकते हैं। अगर ना भी जा पाएं तो फोन पर ही अपने किसी प्रियजन से बात कर लीजिए। आपका दिल खुश हो जाएगा। आप ज्यादा चिंता ना करें क्योंकि आपको आपकी मानसिक शांति जल्दी ही वापस मिलेगी।
☀️ कुंभ राशि :- आज शायद आप अपने दोस्तों के साथ कहीं मौज-मस्ती करने निकल जाएं। ये यात्रा एक दिन की या लंबे समय की हो सकती है। जैसी भी हो लेकिन आप इस यात्रा पर खूब मजे करेंगे। इस यात्रा को आप हमेशा याद रखेंगे।
☀️ मीन राशि :- आज आपके आस-पास के लोग आपके मधुर व्यवहार को देख कर हैरान रह जाएंगे। आप सबकी मदद करने के लिए आगे रहेंगे। आज आप पाएंगे कि जिन्दगी के प्रति आपका नजरिया पूरी तरह से बदल गया है। ध्यान रखें कि ये बदलाव सिर्फ बाहर से ही नहीं बल्कि भीतर से भी हो।
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dainiksamachar · 1 year
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खांसी है कि जाती ही नहीं... फ्लू अटैक से पूरा देश परेशान, जानें लक्षण, कारण और निदान
नई दिल्ली: देश इन्फ्लुएंजा की चपेट में आ गया है। हालत यह है कि करीब-करीब हर चौथे-पांचवें व्यक्ति को खांसी की शिकायत है। चिंता की बात यह है कि इस समस्या से जल्दी निजात नहीं मिल पा रही है। जिसे भी खांसी पकड़ती है, वह कई दिनों तक जूझता रहता है। कई लोगों के तो सप्ताह दर सप्ताह बीत रहे हैं हैं, खांसी छूट ही नहीं रही है। खांसी भी ऐसी-वैसी नहीं, ऐसा लगता है खांसते-खांसते फेफड़ा ना फट जाए। कलेजे और पेट में दर्द उठ जाता है। रातभर रह-रहकर खांसी उठती रहती है और नींद गायब। इतना जोर-जोर से खांसते हैं कि घर वालों की नींद में भी खलल पड़ जाती है। लेकिन ऐसा हो क्यों रहा है? डॉक्टर्स इसके जवाब में बताते हैं कि कोविड के कारण लोगों की बीमारियों से लड़ने की क्षमता यानी इम्यूनिटी लेवल घट गई है। इस कारण इन्फ्लुएंजा ए वायरस (H3N2) हावी हो जा रहा है। इसे () भी कहते हैं। देश में स्प्रिंग इन्फ्लुएंजा का कहर दिल्ली एम्स के पूर्व डॉक्टर जीसी खिलनानी ने कहा कि बीते दो महीनों में इन्फ्लुएंजा इन्फेक्शन के केस तेजी से बढ़े हैं। उन्होंने कहा, 'हर दूसरा आदमी बुखार, कफ, गला बैठने और सांस उखड़ने की समस्या से परेशान है।' उन्होंने आगे बताया, 'जिन्हें खांसी की शिकायत हो रही है, उनमें कई लोगों को छींकें आ रही हैं, कुछ को नहीं। वो जांच करवाते हैं तो एच3एन2 वायरस अटैक का पता चलता है।' पश्चिमी देश भी सितंबर से जनवरी तक इसी दौर से गुजरे थे। वहां विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कई देशों में तो कोविड से पहले जैसी हालत हो गई जब इन्फ्लुएंजा का भयकंर प्रकोप हुआ करता था। सितंबर से जनवरी के बीच पश्चिम के कई देश इन्फ्लुएंजा A(H1N1)pdm09, A(H3N2) और इन्फ्लुएंजा B वायरस की चपेट में आ गए। ज्यादातर देशों में इन्फ्लुएंजा ए वायरस का ही ज्यादा प्रकोप देखा गया। ये हैं फ्लू के लक्षणयूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, के कारण श्वसन प्रणाली प्रभावित होती है। इससे मामूली या फिर गंभीर बीमारी हो सकती है और कई बार तो मृत्यु तक हो सकती है। भारत में यूं तो हर वर्ष फ्लू की वैक्सीन लगवाने की जरूरत होती है, लेकिन लोग इस तरफ कभी ध्यान नहीं देते हैं। भारत में इन्फ्लुएंजा का प्रकोप मॉनसून सीजन में जून से सितंबर के बीच होता है। फिर यह नवंबर और फरवरी के बीच दोबारा फैलता है।डॉक्टर बताते हैं कि उनके पास आने वाले मरीज जो समस्याएं बता रहे हैं उनके मुताबिक इन्फ्लुएंजा से पीड़ित व्यक्ति में ये लक्षण देखे जा रहे हैं...○ बुखार○ कंपकंपी○ गले में खरास○ खांसी○ जुकाम और छींक○ थकान○ मांसपेशियों और शरीर में जकड़न इम्यूनिटी घटने का असर जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल असोसिएशन (JAMA) ने फरवरी के शुरुआती दिनों में एक स्टडी पब्लिश हुई। इसमें कहा गया है कि इन्फ्लुएंजा के इतना ज्यादा प्रकोप का कारण लोगों में इम्यूनिटी का घटना और फ्लू वैक्सिनेशन प्रोग्राम में आई सुस्ती है। इसमें कहा गया है, 'कोविड-19 महामारी के कारण इन्फ्लुएंजा वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया में घट गया था।' इसमें कहा गया है कि 2021-2022 में इन्फ्लूएंजा के मौसम के दौरान इन्फ्लूएंजा वायरस के संक्रमण के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि हो सकती है। ऐसा इन्फ्लुएंजा संक्रमण की कम दरों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने और संक्रमण फैलाते वायरस में एंटीजेनिक बदलावों के कारण हुआ है। कैसे हो बचाव?डॉ. खिलनानी कहते हैं कि फ्लू की चपेट में आनसे बचने का सर्वोत्तम उपाय है भीड़भाड़ से दूर रहना। उन्होंने कहा कि जब लोग बीमार पड़ने लगें तो समझ जाान चाहिए कि फ्लू अटैक होने लगा है। ऐसे में अच्छे से हाथ धोने, स्वच्छ हवा में सांस लेने, फ्लू वैक्सीन लेने, बाहर निकलने पर पॉल्युशन मास्क पहनने जैसी अच्छी आदतों का पालन करें। साथ ही, सर्द-गर्म से बचने के लिए धूप से लौटकर तुरंत स्नान करने, एसी या तेज फंखे की हवा लेने, गटागट ठंडा पानी पीने से बचें। एक्सपर्ट डॉक्टर निखिल मोदी कहते हैं कि लोग मास्क पहनकर फ्लू के अटैक से खुद को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर फ्लू की चपेट में आ जाएं तो घर में ही भाप लेना और गारगल करना शुरू कर दें। फिर जितना जल्द हो सके डॉक्टर से संपर्क करें ताकि बीमारी गंभीर रूप धारण नहीं कर सके। इसके साथ ही लोगों को अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।' http://dlvr.it/SkDtRB
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shapinglives · 1 year
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ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें रात में नीेंद ना आने की समस्या का सामना करना पड़ता है. नींद पूरी ना होने के कारण कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिससे आपको 5 मिनट से भी कम समय में नींद आ सकती हैं!
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Today Horoscope-
पंचांग के अनुसार आज त्रयोदशी तिथि रहेगी. आज पुरे दिन भरणी नक्षत्र रहेगा. आज ग्रहों से बनने वाले वाशि योग, आनन्दादि योग, सुनफा योग, परिध योग का साथ मिलेगा. अगर आपकी राशि मिथुन, कन्या, धनु, मीन राशि है तो हंस योग व मेष, कर्क, तुला, मकर राशि है तो शश योग का लाभ मिलेगा वहीं चन्द्रमा-राहु का ग्रहण दोष रहेगा.
मेष राशि- सांसारिक जीवन में आनंद का अनुभव करेंगे. परोपकार की भावना रखते हुए पाप कर्मों से दुर रहें. खिलाडियों को ट्रैक पर अपना 100 प्रतिशत देने में सफल होंगे. सप्ताह की शुरुआत वासी, परिध और सुनफा योग के बनने से मिलने से बिजनेस के कार्यों में आने वाली बाधाएं स्वतः ही दूर होंगी. शुभ समाचार मिलेगा और मनोबल बढ़ेगा एवं सर्वव्यापी लाभ के प्रबल संकेत हैं. व्यवसाय में दिन आपके लिए शुभ फलदायी होने से आपके चेहरे की मुस्कान लोटेगी. लेकिन वर्कस्पेस पर किसी और की समस्या के कारण आपका काम प्रभावित हो सकता है. सेहत के मामले में आप चैन से रह सकते हैं और अच्छी नींद ले सकेंगे.
वृषभ राशि- विद्यार्थियों को अपने व्यवहार में सुधार लाना होगा. घर तथा व्यवसाय दोनों जगह उचित सामंजस्य बनाकर रखेंगे तथा व्यक्तिगत कार्यों के लिए समय निकालने की कोशिश में लगे रहेंगे. व्यक्तिगत संबंधों में घनिष्ठता लाने के लिए जुटे रहेंगे. बड़े बुजुर्गों के आशीर्वाद व स्नेह से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी. चुनावी महोल को ध्यान में रखते हुए राजनीति से जुड़े लोग के लिए अंजाने में कही गई सही बात भी आपके लिए गलत हो सकती हैं, वाणी पर नियंत्रण रखें. आध्यात्मिक व्यवहार मानसिक शांति दे सकेंगे. संतान की तबीयत खराब होने से आप और आपके जीवनसाथी थोड़े परेशान रह सकते हैं. आपका स्वास्थ्य चिंता का कारण होगा.
मिथुन राशि- वर्कस्पेस पर आपके पराक्रम में वृद्धि और धन लाभ के योग बन रहे हैं. कार्य पूर्ण होने के प्रबल आसार हैं. बिजनेस में किसी भी जगह की यात्रा आपको फिलहाल अनदेखी करनी होगी. फिर भी अगर जल्द हो तो आप प्रातः 10:15 से 11:15 और दोपहर 4:00 से 6:00 के मध्य जाएं. स्वास्थ्य अच्छा रहने से सुख और आनंद की अनुभूति होगी. स्वादिष्ट भोजन आपके दिन को आनंद पहुंचाएगा. परिवार जनों के साथ धार्मिक प्रार्थना का आयोजन कर सकते हैं. जीवनसाथी के दृष्टिकोण को समझने की आवश्यकता है. विद्यार्थियों अपने फील्ड में कुछ नया करने के प्रयास में कुछ गलत कर सकते है.
कर्क राशि- वर्कस्पेस पर आपके नए संपर्क बनेंगे जो आपके लिए लाभकारी होंगे. पेशेवर जीवन के बारे में उत्साहजनक बातें सुनेंगे. पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा. जो लोग प्यार में हैं, वे अपने रिश्ते को अंतिम रूप दे सकते हैं. विद्यार्थियों को अपने से छोटों से कड़ी मेहनत और कुछ सीखने को मिलेगा. स्वस्थ रहेंगे लेकिन शरीर में दर्द बना रहेगा. मार्केटिंग क्षेत्र से जुड़े लोग ऑनलाइन काफी व्यस्त रह सकते हैं. अचानक धन लाभ होगा. कोई नया प्रोजेक्ट का शुभारंभ करते है तो आप प्रातः 10:15 से 11:15 और दोपहर 4:00 से 6:00 के मध्य करें तो आपके लिए बेहतर रहेगा. ना आपके लिए शुभ रहेगा. एक आश्चर्यजनक वित्तीय लाभ के योग है.
सिंह राशि- विद्यार्थियों पढ़ाई में दिन-��ात एक कर देंगे लेकिन उन्हें अपनी सेहत का भी ध्यान रखना होगा. बिजनेस में दिन मिश्रित फलदायी होगा. दोपहर बाद कारोबार में बेहतरी आएगी. सरकारी क्षेत्र से लाभ मिलेगा. वर्कस्पेस पर नए संपर्क बनेंगें जो आपके करियर के लिए लाभकारी रहेंगे. कर्ज लेने और देने में सतर्क रहें. परिवार के सदस्यों के प्यार का आनंद लेंगे. प्यार फैलाने के लिए समय का आनंद लें और संवेदनशील चर्चाओं में न उलझें. आपके स्वास्थ्य सितारे खराब हैं. मुंह के छालों के संकेत हैं. लेखनादि कार्य, मेडिकल की पढ़ाई, सौंदर्य प्रसाधन, औषधि निर्माण व योजना संबंधित, आभूषण धारण, हजामत बनाना, नया जूता पहनना शुभ है.
कन्या राशि- आध्यात्मिकता के प्रति रुचि अधिक रहेगी. राजनीतिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. आपकी मां आपको समस्या से निकाल सकती है. ग्रहण दोष के बनने से बिजनेस में खर्च की अधिकता रहेगी. किसी न किसी कार�� से अनावश्यक खर्च हो सकता है. व्यर्थ की कोशिश से दूर रहें. वर्कस्पेस पर स्वयं की गलती के कारण किसी तरह की जांच से निपटना होगा. विद्यार्थियों स्वयं को कमजोर और अस्वस्थ महसूस करेंगे. आपको स्वस्थ भोजन खाने की आवश्यकता है.
तुला राशि- जीवनसाथी से प्रेम और सहयोग प्राप्त होगा. वैवाहिक जीवन में प्रेम और आनंद बढ़ेगा. बिजनेस में सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे और यात्रा प्रवास शुभफलदायक रहेगी. सुनफा और वासी योग के बनने से वर्कस्पेस पर आप जिस कार्य में हाथ डालेंगे उस कार्य में आप महारथ हासिल करने में सफल होंगे. कुल मिलाकर शुभ दिन रहेगा. विद्यार्थियों के हाथ कई अवसर लगेंगे. नए लोगों से बात करने में समय व्यतीत करेंगे. वे नए दोस्त बना सकते हैं. सेहत में आपको अपच संबंधित कुछ समस्यां का सामना करना पड़ेगा.
वृश्चिक राशि- बिजनेस के अलावा वित्तीय निवेश की योजना बनाएंगे. वासी, सुनफा और परिध योग के बनने से कुछ नए लाभ अर्जित करेंगे. काम के मोर्चे पर वास्तव में कुछ उत्साहजनक होगा. रोजगार में कुछ अच्छा करेंगे. वे एक जटिल समस्या को हल कर सकते हैं. आप अपनी माँ और बहन के कारण लाभ प्राप्त करेंगे. घर में प्रेम और सौहार्द रहेगा. चीजें सुखद और हंसमुख रहेंगी. आप स्वस्थ और उत्साहित महसूस करेंगे. विद्यार्थियों नकारात्मक विचारों से दूर रहें. बेहतर सेहत के लिए ध्यान, योग और प्राणायाम के लिए समय निकालें. पौष्टिक भोजन खाएं.
धनु राशि- बिजनेस में भाग्य का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा. वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए नए निवेश पर विचार करेंगे. वेतनभोगी लोग बिना किसी तनाव या प्रतिस्पर्धा के आत्मविश्वास के साथ काम करेंगे. अभी आप अपने बाहरी रूप को लेकर अच्छा महसूस कर रहे हैं जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में भी सहायक है. धार्मिक स्थल और अपने इष्ट, देवी-देवता के दर्शन से मनोकमाना पूर्ण होगी. मित्रों, सगे-संबंधियों और बुजुर्गों से लाभ प्राप्ति का संकेत है. विद्यार्थियों अपनी कड़ी मेहनत से मिली पहचान से संतुष्ट रहेंगे. पैरों में चोट के संकेत मिल रहे हैं.
मकर राशि- घरेलू मोर्चे पर तनाव और कठोरता रहेगी. जीवनसाथी के साथ व्यवहार करते समय आपको धैर्य रखने की आवश्यकता है. वर्कस्पेस पर आप अपनी कल्पना के अनुरूप कार्य नहीं कर पाएंगे. विद्यार्थियों आसानी से पढ़ नहीं सकेंगे. आपके स्वास्थ्य सितारे कमजोर हैं क्योंकि हड्डी से संबंधित विकार होने की संभावना है. ग्रहण दोष के बनने से व्यवसायियों के लिए दिन लाभप्रद नहीं है. स्थितियां अभी पूरी तरह आनके अनुकूल नहीं है. व्यवसाय में सुधार से भी राहत नहीं मिलेगी और नए क्षेत्रों में विस्तार के अवसर नहीं आएंगे.
कुंभ राशि- विद्यार्थियों पढ़ाई में कुछ नया करने में लगे रहेंगे. बिजनेस में उन्नति और मान-सम्मान प्राप्त होगा. पारिवारिक विरासत में हिस्सा मिलने की संभावना बन रही है. वर्कस्पेस पर विरोधी भी आपके व्यक्तित्व की तरफ आकर्षित होंगे. जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा. घर में कोई मांगलिक कार्य की Planning बना रहे हैं तो प्रातः 10:15 से 11:15 और दोपहर 4:00 से 6:00 के मध्य न करें तो आपके लिए अनुकूल रहेगा. गृहस्थ जीवन में आनंद ही आनंद होगा. आसान दिन बिताएंगे. आप अच्छे भोजन और संगीत जैसी सुख-सुविधाओं का लुत्फ उठाएँगे. आपको अपच और गैस से पीड़ित होने की संभावना है.
मीन राशि- बिजनेस में आप खाली समय का उपयोग करेंगे और सभी काम आसानी से पूरे करेंगे. कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और घर में सुख-सुविधा में वृद्धि होगी. नए संपर्क बनेंगे जो आगे जाकर आपको शुभ फल प्रदान करेंगे. घर में मौजमस्ती और मनोरंजन की प्रवृत्तियों में समय व्यतीत होगा. सामाजिक क्षेत्र में प्रभाव और सम्मान मिलेगा. जप और ध्यान से शांति अनुभव करेंगे. प्रतियोगी विद्यार्थियों अगर परीक्षा देने के लिए घर से निकल रहे हैं, तो मीठा दही अपनी मां के हाथ से खाकर अपने ईष्ट देव को याद करते हुए घर से बाहर निकलते समय अपना सीधा पैर पहले बाहर निकाले. आप घर के भोजन और निर्बाध नींद का आनंद लेंगे. आप अच्छे संगीत का आनंद ले सकते हैं.
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
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hindi-matribhasha · 2 years
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Lyrics of Rani Padmini Gora Badal Poem by Narendra Mishr
दोहराता हूँ सुनो रक्त से लिखी हुई क़ुरबानी जिसके कारन मिट्टी भी चन्दन है राजस्थानी
रावल रत्न सिंह को छल से कैद किया खिलजी ने काल गई मित्रों से मिलकर दाग किया खिलजी ने खिलजी का चित्तोड़ दुर्ग में एक संदेशा आया जिसको सुनकर शक्ति शौर्य पर फिर अँधियारा छाया दस दिन के भीतर न पद्मिनी का डोला यदि आया यदि ना रूप की रानी को तुमने दिल्ली पहुँचाया तो फिर राणा रत्न सिंह का शीश कटा पाओगे शाही शर्त ना मानी तो पीछे पछताओगे
दारुन संवाद लहर सा दौड़ गया रण भर में यह बिजली की तरक छितर से फैल गया अम्बर में महारानी हिल गयीं शक्ति का सिंघासन डोला था था सतीत्व मजबूर जुल्म विजयी स्वर में बोला था रुष्ट हुए बैठे थे सेनापति गोरा रणधीर जिनसे रण में भय कहती थी खिलजी की शमशीर अन्य अनेको मेवाड़ी योद्धा रण छोड़ गए थे रत्न सिंह के संध नींद से नाता तोड़ गए थे
पर रानी ने प्रथम वीर गोरा को खोज निकाला वन वन भटक रहा था मन में तिरस्कार की ज्वाला गोरा से पद्मिनी ने खिलजी का पैगाम सुनाया मगर वीरता का अपमानित ज्वार नही मिट पाया बोला मैं तो बहुत तुच्छ हू राजनीती क्या जानू निर्वासित हूँ राज मुकुट की हठ कैसे पहचानू बोली पद्मिनी समय नही है वीर क्रोध करने का अगर धरा की आन मिट गयी घाव नही भरने का दिल्ली गयी पद्मिनी तो पीछे पछताओगे जीतेजी राजपूती कुल को दाग लगा जाओगे राणा ने को कहा किया वो माफ़ करो सेनानी
यह कह कर गोरा के क़दमों पर झुकी पद्मिनी रानी यह क्या करती हो गोरा ��ीछे हट बोला और राजपूती गरिमा का फिर धधक उठा था शोला महारानी हो तुम सिसोदिया कुल की जगदम्बा हो प्राण प्रतिष्ठा एक लिंग की ज्योति अग्निगंधा हो जब तक गोरा के कंधे पर दुर्जय शीश रहेगा महाकाल से भी राणा का मस्तक नहीँ कटेगा तुम निश्चिन्त रहो महलो में देखो समर भवानी और खिलजी देखेगा केसरिया तलवारो का पानी राणा के शकुशल आने तक गोरा नहीँ मरेगा एक पहर तक सर काटने पर धड़ युद्ध करेगा एक लिंग की शपथ महाराणा वापस आएंगे महा प्रलय के घोर प्रबन्जन भी न रोक पाएंगे शब्द शब्द मेवाड़ी सेनापति का था तूफानी शंकर के डमरू में जैसे जाएगी वीर भवानी
जिसके कारण मिट्टी भी चन्दन है राजस्थानी दोहराता हूँ सुनो रक्त से लिखी हुई क़ुरबानी
खिलजी मचला था पानी में आग लगा देने को पर पानी प्यास बैठा था ज्वाला पी लेने को गोरा का आदेश हुआ सज गए सात सौ डोले और बाँकुरे बदल से गोरा सेनापति बोले खबर भेज दो खिलजी पर पद्मिनी स्वयं आती है अन्य सात सौ सखियाँ भी वो साथ लिए आती है
स्वयं पद्मिनी ने बादल का कुमकुम तिलक किया था दिल पर पत्थर रख कर भीगी आँखों से विदा किया था और सात सौ सैनिक जो यम से भी भीड़ सकते थे हर सैनिक सेनापति था लाखो से लड़ सकते थे एक एक कर बैठ गए सज गयी डोलियां पल में मर मिटने की होड़ लग गयी थी मेवाड़ी दल में हर डोली में एक वीर था चार उठाने वाले पांचो ही शंकर के गण की तरह समर मतवाले
बज कूच शंख सैनिकों ने जयकार लगाई हर हर महादेव की ध्वनि से दशो दिशा लहराई गोरा बादल के अंतस में जगी जोत की रेखा मातृ भूमि चित्तोड़ दुर्ग को फिर जी भरकर देखा कर प्रणाम चढ़े घोड़ो पर सुभग अभिमानी देश भक्ति की निकल पड़े लिखने वो अमर कहानी
जिसके कारन मिट्टी भी चन्दन है राजस्थानी दोहराता हूँ सुनो रक्त से लिखी हुई क़ुरबानी
जा पहुंचे डोलियां एक दिन खिलजी के सरहद में उधर दूत भी जा पहुंच खिलजी के रंग महल में बोला शहंशाह पद्मिनी मल्लिका बनने आयी है रानी अपने साथ हुस्न की कलियाँ भी लायी है एक मगर फ़रियाद उसकी फकत पूरी करवा दो राणा रत्न सिंह से एक बार मिलवा दो
खिलजी उछल पड़ा कह फ़ौरन यह हुक्म दिया था बड़े शौख से मिलने का शाही फरमान दिया था वह शाही फरमान दूत ने गोरा तक पहुँचाया गोरा झूम उठे छन बादल को पास बुलाया बोले बेटा वक़्त आ गया अब काट मरने का मातृ भूमि मेवाड़ धरा का दूध सफल करने का यह लोहार पद्मिनी भेष में बंदी गृह जायेगा केवल दस डोलियां लिए गोरा पीछे ढायेगा यह बंधन काटेगा हम राणा को मुख्त करेंगे घुड़सवार उधर आगे को तैयार रहेंगे जैसे ही राणा आएं वो सब आंधी बन जाएँ और उन्हें चित्तोड़ दुर्ग पर वो शकुशल पहुंचाएं अगर भेद खुल गया वीर तो पल की देर न करना और शाही सेना पहुंचे तो बढ़ कर रण करना राणा जाएँ जिधर शत्रु को उधर न बढ़ने देना और एक यवन को भी उस पथ पावँ ना धरने देना मेरे लाल लाडले बादल आन न जाने पाए तिल तिल कट मरना मेवाड़ी मान न जाने पाए ऐसा ही होगा काका राजपूती अमर रहेगी बादल की मिट्टी में भी गौरव की गंध रहेगी तो फिर आ बेटा बादल सीने से तुझे लगा लू हो ना सके शायद अब मिलन अंतिम लाड लड़ा लू यह कह बाँहों में भर कर बादल को गले लगाया धरती काँप गयी अम्बर का अंतर मन भर आया सावधान कह पुन्ह पथ पर बढे गोरा सैनानी पोंछ लिया झट से बढ़ कर के बूढी आँखों का पानी
जिसके कारन मिट्टी भी चन्दन है राजस्थानी दोहराता हूँ सुनो रक्त से लिखी हुई क़ुरबानी
गोरा की चातुरी चली राणा के बंधन काटे छांट छांट कर शाही पहरेदारो के सर काटे लिपट गए गोरा से राणा गलती पर पछताए सेना पति की नमकहलाली देख नयन भर आये
पर खिलजी का सेनापति पहले से ही शंकित था वह मेवाड़ी चट्टानी वीरो से आतंकित था जब उसने लिया समझ पद्मिनी नहीँ आयी है मेवाड़ी सेना खिलजी की मौत साथ लायी है पहले से तैयार सैन्य दल को उसने ललकारा निकल पड़ा तिधि दल का बजने लगा नगाड़ा दृष्टि फिरि गोरा की राणा को समझाया रण मतवाले को रोका जबरन चित्तोड़ पठाया
राणा चले तभी शाही सेना लहरा कर आयी खिलजी की लाखो नंगी तलवारें पड़ी दिखाई खिलजी ललकारा दुश्मन को भाग न जाने देना रत्न सिंह का शीश काट कर ही वीरों दम लेना
टूट पड़ों मेवाड़ी शेरों बादल सिंह ललकारा हर हर महादेव का गरजा नभ भेदी जयकारा निकल डोलियों से मेवाड़ी बिजली लगी चमकने काली का खप्पर भरने तलवारें लगी खटकने
राणा के पथ पर शाही सेना तनिक बढ़ा था पर उसपर तो गोरा हिमगिरि सा अड़ा खड़ा था कहा ज़फर से एक कदम भी आगे बढ़ न सकोगे यदि आदेश न माना तो कुत्ते की मौत मरोगे रत्न सिंह तो दूर ना उनकी छाया तुझे मिलेगी दिल्ली की भीषण सेना की होली अभी जलेगी
यह कह के महाकाल बन गोरा रण में हुंकारा लगा काटने शीश बही समर में रक्त की धारा खिलजी की असंख्य सेना से गोरा घिरे हुए थे लेकिन मानो वे रण में मृत्युंजय बने हुए थे पुण्य प्रकाशित होता है जैसे अगणित पापों से फूल खिला रहता असंख्य काटों के संतापों से वो मेवाड़ी शेर अकेला लाखों से लड़ता था बढ़ा जिस तरफ वीर उधर ही विजय मंत्र बढ़ता था इस भीषण रण से दहली थी दिल्ली की दीवारें गोरा से टकरा कर टूटी खिलजी की तलवारें
मगर क़यामत देख अंत में छल से काम लिया था गोरा की जंघा पर अरि ने छिप कर वार किया था वहीँ गिरे वीर वर गोरा जफ़र सामने आया शीश उतार दिया धोखा देकर मन में हर्षाया मगर वाह रे मेवाड़ी गोरा का धड़ भी दौड़ा किया जफ़र पर वार की जैसे सर पर गिरा हथोड़ा एक बार में ही शाही सेना पति चीर दिया था जफ़र मोहम्मद को केवल धड़ ने निर्जीव किया था
ज्यों ही जफ़र कटा शाही सेना का साहस लरज़ा काका का धड़ लख बादल सिंह महारुद्र सा गरजा अरे कायरो नीच बाँगड़ों छल में रण करते हो किस बुते पर जवान मर्द बनने का दम भरते हो यह कह कर बादल उस छन बिजली बन करके टुटा था मनो धरती पर अम्बर से अग्नि शिरा छुटा था
ज्वाला मुखी फहत हो जैसे दरिया हो तूफानी सदियों दोहराएंगी बादल की रण रंग कहानी अरि का भाला लगा पेट में आंते निकल पड़ी थीं जख्मी बादल पर लाखो तलवारें खिंची खड़ी थी कसकर बाँध लिया आँतों को केशरिया पगड़ी से रण चक डिगा न वो प्रलयंकर सम्मुख मृत्यु खड़ी से अब बादल तूफ़ान बन गया शक्ति बनी फौलादी मानो खप्पर लेकर रण में लड़ती हो आजादी
उधर वीरवर गोरा का धड़ आर्दाल काट रहा था और इधर बादल लाशों से भूदल पाट रहा था आगे पीछे दाएं बाएं जम कर लड़ी लड़ाई उस दिन समर भूमि में लाखों बादल पड़े दिखाई
मगर हुआ परिणाम वही की जो होना था उनको तो कण कण अरियों के सोन तामे धोना था अपने सीमा में बादल शकुशल पहुच गए थे गारो बादल तिल तिल कर रण में खेत गए थे एक एक कर मिटे सभी मेवाड़ी वीर सिपाही रत्न सिंह पर लेकिन रंचक आँच न आने पायी
गोरा बादल के शव पर भारत माता रोई थी उसने अपनी दो प्यारी ज्वलंत मनियां खोयी थी
धन्य धरा मेवाड़ धन्य गोरा बादल अभिमानी जिनके बल से रहा पद्मिनी का सतीत्व अभिमानी
जिसके कारन मिट्टी भी चन्दन है राजस्थानी दोहराता हूँ सुनो रक्त से लिखी हुई क़ुरबानी
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rudrjobdesk · 2 years
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बार-बार उबासी आती है तो नजरअंदाज ना करें, हो सकती हैं ये दिक्कतें
बार-बार उबासी आती है तो नजरअंदाज ना करें, हो सकती हैं ये दिक्कतें
Excessive Yawning-आमतौर पर उबासी थकान की वजह से होती है. जो एक तरह की शारीरिक प्रक्रिया है. ज्यादातर उबासी तब और भी ज्यादा आती है, जब आप इसके बारे में पढ़ रहे होते हैं या दूसरों को उबासी लेते देख रहे होते हैं. उबासी आने के कारण कई हो सकते हैं. जो बहुत सी स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़े हैं. रिसर्च के मुताबिक जब व्यक्ति की नींद पूरी नहीं होती या फिर किसी बात को लेकर थकान और तनाव होता है, तो उबासी  सबसे…
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*🚩॥सनातनपूजनसामग्रीभण्डार ॥🚩*
*🚩॥रोचक तथ्य कटु सत्य ॥🚩*
*एक मुस्लिम लेखिका द्वारा समस्त हिंदू समाज के गालों पर इस लेख के माध्यम से ऐसा थप्पड़ मारा गया है कि...*
आपकी विवाहित महिलाओं ने माथे पर पल्लू तो छोड़िये, साड़ी पहनना तक छोड़ दिया ... दुपट्टाभि गायब ?❓ किसने रोका है उन्हें?❓हमने तो तुम्हारा आद्यपतन नही किया है .. हम मुसलमान तो इस मे जिम्मेवार नही है हिंदूओ ...सही है ना ?❓❓❓
तिलक U बिंदी🔴 तो आपकी पहचान हुआ करती थी न😀 ... तुम लोग कोरा मस्तक और सुने कपाल को तो तुम अशुभ, अमंगल का और शोकाकुल😰😥😫 होने का चिह्न मानते थे न ... आपने घर से निकलने से पहले तिलक लगाना तो छोड़ा ही, आपकी महिलाओं ने भी आधुनिकता और फैशन के चक्कर में और फारवर्ड दिखने की होड़ में माथे पर बिंदी लगाना क्यों छोड़ दिया?❓यहा मुसलमान कहा जीम्मे वार है 🤣? ❓
आप लोगो ने नामकरण, विवाह, सगाई जैसे संस्कारों को दिखावे की लज्जा विहीन फूहड़ रस्मों में और जन्म दिवस, वर्षगांठ जैसे अवसरों को .... बर्थ-डे और एनिव्हर्सरी फंक्शंस में बदल दिया ... तो क्या यह हमारी त्रुटि है?🤣🤣🤣❓👊🏾👊🏾👊🏾
हमारे यहां बच्चा जब चलना सीखता है तो बाप की उंगलियां पकड़ कर इबादत/ नमाज के लिए मस्जिद 🕋🕌🕍जाता है और जीवन भर इबादत/नमाज को अपना फर्ज़ समझता 🧎🏻🧎🏻‍♀️है .... आप लोगों ने तो स्वयं ही मंदिरों🛕 की ओर देखना छोड़ दिया, जाते भी केवल ५ - १० मिनट ... तभी हो जब भगवान से कुछ मांगना हो🤦🏻‍♂️🤦🏻‍♂️ अथवा किसी संकट से छुटकारा पाना हो ... अब यदि आपके बच्चे ये सब नहीं जानते -करते कि मंदिर में क्यों जाना है ?❓, वहाँ जाकर क्या करना है ?❓ और ईश्वर की उपासना उनका कर्तव्य है .... तो क्या ये सब हमारा दोष है?❓
आप के बच्चे कान्वेंट ✝️से पढ़ने के बाद पोयमा सुनाते थे तो आपका सर ऊंचा होता था !😂 होना तो यह चाहिये था कि वे बच्चे भगवद्गीता के चार श्लोक यादकर कंठस्थ कर सुनाते तो आपको गर्व होता! .... इसके उलट जब आज वो ��हीं सुना पाते तो ना तो आपके मन में इस बात की कोई ग्लानि है, ना ही इस बात पर आपको कोई खेद है! हमारे घरों में किसी बाप का सिर तब शर्म से झुक जाता है जब उसका बच्चा रिश्तेदारों के सामने कोई दुआ नहीं सुना पाता! .... हमारे घरों में बच्चा बोलना सीखता है तो हम सिखाते हैं कि सलाम करना सीखो बड़ों से, आप लोगों ने प्रणाम और नमस्कार को हैलो हाय से बदल दिया ... तो इसके दोषी क्या हम हैं?🤣❓❓❓
हमारे मजहब का लड़का कॉन्वेंट से आकर भी उर्दू अरबी सीख लेता है और हमारी धार्मिक पुस्तक पढ़ने बैठ जाता है! ... और आपका बच्चा न रामायण पढ़ता है और ना ही गीता .... उसे संस्कृत तो छोड़िये, शुद्ध हिंदी भी ठीक से नहीं आती ... क्या यह भी हमारी त्रुटि है ?
आपके पास तो सब कुछ था-
संस्कृति, इतिहास, परंपराएं!
आपने उन सब को तथाकथित आधुनिकता की अंधी दौड़ में त्याग दिया और हमने नहीं त्यागा बस इतना ही भेद है! .... आप लोग ही तो पीछा छुड़ाएं बैठे हैं अपनी जड़ों से! हम ने अपनी जड़ें ना तो कल ��ोड़ी थी और ना ही आज छोड़ने को राजी हैं!
आप लोगों को तो स्वयं ही तिलक, जनेऊ, शिखा आदि से और आपकी महिलाओं को भी माथे पर बिंदी, हाथ में चूड़ी और गले में मंगलसूत्र - इन सब से लज्जा आने लगी, इन्हें धारण करना अनावश्यक लगने लगा और गर्व के साथ खुलकर अपनी पहचान प्रदर्शित करने में संकोच होने लग गया! ... तथाकथित आधुनिकता के नाम पर आप लोगों ने स्वयं ही सबेरे ४ - ५ बजे उठने के अपने रीति रिवाज, अपनी परंपराएं, अपने संस्कार, अपनी भाषा, अपना पहनावा - ये सब कुछ खुदही पिछड़ापन समझकर त्याग दिया!🤣🤦🏻‍♂️🤣🤦🏻‍♂️🤣🤦🏻‍♂️
आज इतने वर्षों बाद आप लोगों की ७ बजे नींद खुली है तो आप अपने ही समाज के दूसरे लोगों को अपनी जड़ों से जुड़ने के लिये कहते फिर रहे हैं!🤦🏻‍♂️🤣
अपनी पहचान के संरक्षण हेतु जागृत रहने की भावना किसी भी सजीव समाज के लोगों के मन में स्वत:स्फूर्त होनी चाहिये, उसके लिये आपको अपने ही लोगों को कहना पड़ रहा है🤦🏻‍♂️🤣🤣 .... विचार कीजिये कि यह कितनी बड़ी विडंबना है!🤣🤣🤣
यह भी विचार कीजिये कि अपनी संस्कृति के लुप्त हो जाने का भय आता कहां से है और असुरक्षा की भावना का वास्तविक कारण क्या है?❓ हम है क्या❓❓
आपकी समस्या यह है कि आप अपने समाज को तो जागा हुआ देखना चाहते हैं किंतु ऐसा चाहते समय आप स्वयं आगे बढ़कर उदाहरण प्रस्तुत करने वाला आचरण नहीं करते,🤦🏻‍♂️😫 जैसे बन गए हैं वैसे ही बने रहते हैं ... आप स्वयं अपनी जड़ों से जुड़े हुए हो, ऐसा दूसरों को आप में दिखता नहीं है,, और इसीलिये आपके अपने समाज में तो छोड़िये, आपके परिवार में भी कोई आपकी धार्मिक बाते सुनता नहीं,, 🤦🏻‍♂️🤣🤣 ठीक इसी प्रकार आपके समाज में अन्य सब लोग भी ऐसा ही आपके जैसा डबल स्टैंडर्ड वाला हाइपोक्रिटिकल व्यवहार (शाब्दिक पाखंड) 😡😡😡😡😡करते हैं। इसीलिये आपके समाज में कोई भी किसी की नहीं सुनता! ... क्या यह हमारी त्रुटि है?😡😡😡
हम ५ बार नमाज (साथमे योगासनभी) करते है ॥🧎🏻🧎🏻‍♀️🕌🕋
दशकों से अपनी हिंदू पहचान को मिटा देने का कार्य आप स्वयं ही तो एक दूसरे से अधिक बढ़-चढ़ करते रहे😥😥😥🤦🏻‍♂️🤦🏻‍♂️🤦🏻‍♂️,, और आज भी ठीक वैसा ही कर रहे हैं ... परंतु हम अपनी पहचान 🕌🕋🕍 कपडे / टोपी आज तक भी वैसे ही बनाए रखने में सफल रहे हैं,👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼 तो हमें देखकर आपको बुरा लगता है!😡😡😡 हमसे ईर्ष्या होती है!😡 हमसे घृणा करने लगते हैं❌! आप अपनी संस्कृति और परम्पराओं को नहीं संभाल पाए तो अपनी लापरवाही और विफलता का गुस्सा हमारी जड़ों को काट कर क्यों निकालना चाहते हैं❌❌❌?
दूसरों को देखकर विचलित होने के स्थान पर आवश्यकता ये सीखने की है कि कैसे अपने संस्कारों में निष्ठा रखी जाती है, कैसे उन पर गर्व किया जाता है, कैसे तत्परता से उन्हें सहेज कर उनका संरक्षण किया जाता है।
अपनी पहचान को आप खुलकर प्रदर्शित कीजिये, इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है👌🏼👌🏼👌🏼 .... किंतु अपनी संस्कृति तो आपको बचानी नहीं है✅, उसे अपने हाथों स्वयं ही नष्ट करने पर तुले हुए हो l
अपने समाज में अपनी सांस्कृतिक पहचान पर गर्व करने का और उसे अभिव्यक्त करने वाले सांस्कृतिक चिह्नों को धारण करने का कल्चर तो बनाइए पहले!
एक व्यक्ति और समाज के रूप में अपने आप को बुद्धिमान समझते हैं तो बुद्धि का उपयोग भी कीजिये ।
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mrupadhyaysworld · 3 years
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अगर रात में नींद न आये तो क्या करे ?
अगर रात में नींद न आये तो क्या करे ?
क्या आप भी नींद की गोली प्रयोग करते हैं? नींद कम या नहीं आने की आज आम शिकायत की जाती है और हमारे देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो प्रतिदिन नींद लाने वाली गोलियों का अन्धाधूंद सेवन कर रहे हैं । क्या आप उन लोगों में से तो नहीं है ? सदैव यह बात स्मरण रखें कि स्वाभाविक एवं उचित नींद वही होती है जो अपने आप आये और ठीक समय पर आये । सोने के समय आप विस्तर में घुस तो अवश्य जाते हैं, परन्तु घण्टों बेचैनी…
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ksarifanrandi · 3 years
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गरमा गरम कहानी आपके लिए
अम्मी की बुर फैला कर लंड रगड़ा अब्बू के सामने
हैल्लो मेरे प्यारे दोस्तों, आप लोगों की तरह मैं भी पिछले कुछ सालों से सेक्स कहानियों को पढ़कर उनके मज़े ले रहा हूँ. और आज मैं अपनी एक कहानी आप तक लाया हूँ, यह मेरी पहली कहानी है अतः मेरी किसी भी गलती के लिए मुझे माफ़ करे. कहानी शुरु करने से पहले मै अपने और अपने परिवार के बारे में बताना चाहूंगा. मेरा नाम अफजल (age -18) है और मै अपने अम्मी शबनम (age – 38) और अब्बू असलम (age – 40) के साथ इंदौर शहर में रहता हूं. अम्मी की बुर फैला कर लंड रगडा अब्बू के सामने.मेरे अब्बू एक pwd ऑफिसर है और अम्मी गृहणी है. हमारा पूरा परिवार खुले विचारों वाला है और हम सब एक दूसरे से एकदम फ्रैंक रहते हैं खासकर की मै और अब्बू. हां तो अब कहानी पे आते है – मैं उस दिन अपने अम्मी अब्बू के साथ उनके कमरे में सो गया था क्योंकि मेरे कमरे का a.c काम नहीं कर रहा था. कुछ देर सोने के बाद अनायास ही मेरी नींद खुल गई और मै दूसरी तरफ करवट लेकर लेट गया.तभी थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि अब्बू उठकर अम्मी के पैरों के बीच में बैठ गये और उनके पैरों को पकड़कर उनके टखनो को चूमने और चूसने लगे. अम्मी अपने पैरों को पीछे खीचना चाह रही थी, लेकिन अब्बू ने उनको बहुत ज़ोर से पकड़ रखा था, इसलिए वो ऐसा नहीं कर पाई, अब अब्बू ने अम्मी के दोनों टखनो को बारी बारी से चूमा और चूसा फिर उठकर अम्मी की कमर के पास जाकर बैठ गए.अब अब्बू ने अम्मी के पैरों को फिर जांघो को सहलाना शुरू कर दिया और फिर अचानक से अम्मी का पेटिकोट खींच कर निकाल फेंका. और फिर अपना हाथ बड़े प्यार से अम्मी की चूत पर फेरने लगे और धीरे धीरे अपने हाथ को ऊपर की तरफ ले जाने लगे. अब उनका हाथ अम्मी की कमर त��� पहुंच गया था और वह कमर पर बड़े प्यार से हाथ फेरने लगे, साथ उनकी कमर को चूमने भी लगे, उनकी नाभि को भी किस करने लगे मैं आंखे चुराकर ये सब देख रहा था और मजे ले रहा था। अब अब्बू ने अपने एक हाथ को अम्मी की चूत के ऊपर रख दिया और दूसरे हाथ से अम्मी के बूब्स को पकड़कर धीरे धीरे दबाने लगे. अम्मी ने थोड़ा बहुत विरोध किया लेकिन फिर भी अब्बू नहीं माने और उनके बूब्स से खेलते रहे और बाद में उनकी ब्लाउज उतार दिया और फिर उनकी ब्रा को भी उतार दिया. अम्मी उनको रोकती रही लेकिन फिर भी अब्बू उनके बूब्स को अपने मुहं में भरकर चूसने लगे.उसके बाद उन्होंने अम्मी को उल्टा लेटने के लिए कहा, चूंकि अब अम्मी भी गरम हो चुकी थी. तो उन्होंने ज्यादा विरोध नहीं किया और उल्टी लेट गयी और अब्बू उनकी नंगी पीठ को सहलाने लगे. और कुछ देर बाद अपना हाथ बढ़ाकर उनके बूब्स को पीछे से ही मसलने लगे और अपना मुहं नीचे की तरफ ले जाकर उनकी कमर और कूल्हों पर चुम्मा देने लगे. चूंकि अब अम्मी पूरी तरह से नंगी हो गयी थी.
तो अब अब्बू ने भी अपनी शॉर्ट और अंडरवियर को उतार फेंका और अम्मी के पैरों को फैला दिया और उनकी चूत को अपने हाथों से मसलने लगे. और अपनी उंगली उनकी चूत में डालकर अंदर बाहर करने लगे. अब्बू अम्मी की चूत में तब तक उंगली करते रहे, जब तक अम्मी की चूत से पानी नहीं निकाल गया. और इसके बाद अब्बू अम्मी की खुली हुए जांघों के बीच में पोज़िशन बनाकर अपने लंड (अब्बू का लंड लगभग 6 इंच का है) को उनकी चूत पर रख दिया, और अपनी कमर को हिलाकर अपने लंड को अम्मी की चूत के अंदर डाल दिया.
अब अम्मी भी अपनी कमर उचकाकर अब्बू का लंड अपनी चूत की गहराई में लेने की कोशिश करने लगी. अब्बू भी झटके मार मारकर अम्मी को चोदना शुरू कर दिया. मैं पास में लेटा हुआ फिर भी अब्बू अम्मी को पूरा जोर लगाकर लंबे लंबे धक्के देकर चोद रहे थे (जिस कारण बिस्तर भी हिल रहा था). इतनी जबरदस्त चुदाई से अम्मी भी अब बहुत गरम हो चुकी थी. तो वो सीधा लेट गई और अपने दोनों पैरों को उठाकर हाथो से पकड़ लिया जिससे उनकी चूत और भी खुल कर बाहर आ गई, जिसे अब्बू गहरे और जोरदार झटको के साथ चोदने लगे.
थोड़ी देर बाद अम्मी का छुटने लगा और वो अपने होंठो को भींच कर अपनी आवाज़ को दबाने की नाकामयाब कोशिश करने लगी. तभी अब्बू ने मुझे जागते हुए देख लिया और बोले अफजल तुम अभी तक सोए नहीं? (अम्मी यह सुनकर डर गई और तुरंत अपने आप को चद्दर से ढक लिया.) मैं बोला कि अचानक से नीद खुल गई, तो उन्होंने पूछा क्यों? तो मैं भी मासूम बनने की कोशिश करते हुए बोला कि आप अम्मी के साथ पता नहीं क्या कर रहे हो?तो अब्बू ने हंसते हुए पूंछा क्यों तुमको भी करना है? मैंने भी दबी जबान में हाँ कर दी और वो मुझसे पूछने लगे क्यों अफजल तुमने अपनी अम्मी से सुंदर औरत कभी देखी है? मैं चुप रहा, अब्बू कहने लगे कि मैं बहुत किस्मत वाला हूँ कि मुझे इतनी सुंदर और सेक्सी औरत मिली. अब तक अब्बू ठीक तरीके से बोल रहे थे, लेकिन इसके बाद वो जो बोले उसके लिए मै तैयार नहीं था. अब्बू कहने लगे कि तुम्हारी अम्मी एकदम टॉप क्लास माल है, इसे चोदने के लिए कॉलोनी के सभी लोग तरसते है और इसके मस्त बूब्स और चिकनी चूत देखकर कोई भी पागल हो जाए.अब अब्बू अम्मी से बोले जानेमन चद्दर थोड़ा ऊपर करो, थोड़ा हम बाप बेटे को अपनी जवानी तो दिखाओ. अरे बेटे से क्या शरमाना, अब इतना भी मत शरमाओ बहुत दिनों से तुम पूरी तरह से नंगा नहीं देखा है, अरे इसे भी अपनी जवानी दिखा दो ना. अम्मी भी अब बेशरम होना चाह रही थी. पर इस समय एक बाप अपनी पत्नी को अपने 18 साल के जवान बेटे के सामने नंगी करना चाह रहा था जिस कारण अम्मी थोड़ी हतप्रभ भी थी।अब अब्बू अम्मी से बोले तेरे बेटे ने अभी तक कोई नंगी लड़की या औरत नहीं देखी होगी, इसी के लिए हो जा जानेमन. अब अम्मी चकित होकर अब्बू की तरफ देखने लगी कि आज वो ये कैसी बातें बोल रहे है? अम्मी ने कोई भी जवाब नहीं दिया, वो एकदम चुप रही. लेकिन अब्बू उनसे बोलते रहे थे, साली हमारे सामने नंगी हो जाएगी तो घट नहीं जाएगी, हटा ये चद्दर और हम बाप बेटे को तेरी जवानी देखने दे.अब अम्मी अब्बू को देखे जा रही थी और अब्बू उनके शरीर को ��ूर रहे थे. जब अम्मी मुझे देखने लगी, दोस्तों मेरे अब्बू को अभी भी यह नहीं पता था कि मैं अम्मी की चूत देखना तो क्या चोद भी चुका हूँ. तब मै अम्मी से इशारे में हाँ बोला, जिसके बाद अम्मी ने धीरे से चद्दर की गांठ को ढीला किया और चद्दर को धीरे धीरे नीचे सरका दिया. और हम लोगों को अम्मी के बूब्स दिखाई देने लगी, लेकिन अब्बू तब भी खुश नहीं थे.
और वो अम्मी से बोले कि शबनम पूरी नंगी हो जाओ और उन्होंने अम्मी के ऊपर से चद्दर खींच कर हटा दी और उन्हें बिल्कुल नंगी कर दिया. मुझे अब्बू के ऊपर बहुत हैरानी हो रही थी कि आज वो अम्मी को कैसे यह सब करने के लिए बोल रहे है? तभी अब्बू मुझसे बोले देख बेटे तेरी अम्मी क्या मस्त माल है? तुम इतने मोटे और गोल गोल बूब्स कभी नहीं देखे होंगे, तुमने तो बस बचपन में इसको दबाया और इसका दूध पिया होगा. “अम्मी की बुर फैला”
लेकिन इसको ऐसे दबाने और मसलने में ज्यादा मज़ा आता है, और मुझे जलाने के लिए अब्बू बोले लेकिन तुम इसको कैसे दबाओगे, तुम तो बेटे हो? और बेटे को अम्मी के बूब्स नहीं दबाने चाहिए. दोस्तों मैं अपनी अम्मी को अब्बू के सामने नंगी देखकर बहुत गरम हो गया था, और मेरा लंड भी खड़ा हो गया था और मेरी बरमूडा से बाहर आने की कोशिश कर रहा था. मै अपना पैर मोड़कर अपने खड़े लंड को दबा रहा था, लेकिन अब्बू की कहानी अभी तक खत्म नहीं हुई थी.
उन्होंने अम्मी से कहा, रानी अब ज़रा अपनी चूत भी दिखा दो, इस पूरी दुनिया में तुम्हारी चूत से सुंदर कोई चीज़ नहीं है. अम्मी ने अब्बू की बात मानते हुए अपने पैरों को धीरे धीरे फैलाना शुरू कर दिया जिस से उनकी चूत पूरी तरह से खुलकर मेरे सामने आ गयी. अब अम्मी भी काफी गरम हो गई थी तो वो अपनी चूत मसलने लगी। अम्मी की ये हरकत देख अब्बू मंद मंद मुस्कुराने लगे तभी अब्बू मुझसे बोले अपनी अम्मी के पैरों को और भी फैलाओ, इससे तेरी अम्मी की बुर पूरी तरह से खुल जाएगी.
मैंने अब्बू की बात को मानते हुए अम्मी के पैरों को और भी फैला दिया. लेकिन अब्बू इससे संतुष्ट नहीं थे, वो खुद मेरे पास आकर बैठ गये और अम्मी के एक पैर को पकड़कर उन्होंने और भी फैला दिया. मैं भी अब्बू के साथ मिलकर अम्मी के दूसरे पैर को खींच लिया. अब अम्मी के पैर करीब पूरे तरह से खुल गए थे और हम लोगों को उनकी चूत के अंदर भी साफ साफ दिख रहा था. इन सब से मै बहुत गरम हो गया और मैंने अब्बू से पूछा कि अब्बू क्या मैं अम्मी की चूत छू लूं?
थोड़ी देर सोचने के बाद अब्बू बोले ठीक है तू सिर्फ़ एक बार अपनी अम्मी की इस मस्तानी और रसीली चूत को छू सकता है. अब्बू की बात को सुनते ही मैंने अपना एक हाथ अपनी अम्मी की चूत पर रख दिया. मैंने उनकी चूत को सिर्फ़ छुआ ही नहीं बल्कि उनकी चूत के दाने को अपने हाथ से रगड़ा और उनकी चूत के होंठो को भी अपनी उंगली से खींचा भी. जिसकी वजह से अम्मी उस समय बहुत छटपटा रही थी, लेकिन अब्बू की पकड़ बहुत मजबूत थी, इसलिए अम्मी अपनी जांघों को बंद नहीं कर पाई. “अम्मी की बुर फैला”
मैंने अपनी एक उंगली भी अम्मी की चूत के अंदर भी डाल दी, लेकिन सिर्फ़ एक उंगली से अम्मी की चूत का कुछ नहीं हुआ था. इसलिए मैंने दो और उँगलियों भी उनकी चूत में डाल दी और उन्होने चूत के अंदर बाहर करने लगा. दोस्तों मैं करीब दस मिनट तक अपनी अम्मी की चूत को अपनी उँगलियों से चोदता रहा, हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था. इसलिए बिना अब्बू से पूछे मैंने अम्मी की रसीली चूत पर अपना मुहं रख दिया, जिसकी वजह से अम्मी ब���ुत छटपटाई.
लेकिन मै उनकी चूत के अंदर अपनी जीभ डालकर उनकी चूत के हर हिस्से को चाटता और चूसता रहा. मैं करीब 15 मिनट तक उनकी चूत चूसता और अपनी उँगलियों से चोदता रहा. जिस वजह से अम्मी जल बिन मछली के जैसे छटपटाने लगी और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया, झड़ते ही अम्मी ने अपनी जांघें बंद कर ली. अब्बू ने अम्मी को कपड़े पहन लेने के लिए कहा लेकिन अम्मी बोली रहने दो ना असलम बाद में पहन लूंगी और वो उठकर किचन में पानी पीने चली गई.
इसके बाद मैं और अब्बू कमरे में बैठकर टी.वी. देखने लगे. उस समय अब्बू सोफे पर बैठे हुए थे और में कुर्सी पर बैठा हुआ था. थोड़ी देर बाद अम्मी नंगी ही कमरे में आई जिसे देख कर मै और भी गर्म हो गया और अब्बू से बोला कि अब्बू मैंने अम्मी की चूत का तो मज़ा ले लिया है, लेकिन अभी तक उनकी मस्ताने बूब्स नहीं दबाए. क्या मै इनको थोड़ा सा दबाकर और चूसकर इनका मज़ा ले लूँ?
और अब्बू के कुछ कहने के पहले ही मैंने अपनी नंगी घूम रही अम्मी को अपनी गोद में खींचकर बैठा लिया. अम्मी मेरी गोद में मेरी तरफ मुहं करके और अपने दोनों पैरों को मेरे दोनों तरफ करके बैठ गयी. तभी अब्बू मुझसे बोले बेटे आज तुम्हारे पास सही मौका है पूरा मज़ा ले लो, लेकिन देखो चोदना मत और चाहे जो कुछ भी कर लो, क्योंकि तू बेटा और यह तेरी अम्मी है और इसलिए तू अपनी अम्मी को चोद नहीं सकता, नहीं तो तू मादरचोद कहलाएगा, हाँ ऊपर ऊपर जो कुछ भी करना है कर ले.दोस्तों मुझसे इतना कहकर अब्बू एक बार फिर से टीवी देखने में व्यस्त हो गए. और हम लोग एक दूसरे को चूमने लगे और एक दूसरे के शरीर पर हाथ फेरने लगे. अब मैंने कुछ देर बाद अम्मी को गांड से पकड़कर थोड़ा सा ऊपर उठाया और अपने 6.5 इंच के कड़क लंड को बरमूडा से बाहर निकल लिया, जिसे अम्मी ने तुरंत पकड़कर अपनी चूत से सटा दिया. मेरा लंड जैसे ही चूत के मुहं पर गया तो मैंने अपनी कमर को हिलाकर उसको चूत के अंदर कर दिया.
और लंड चूत के अंदर जाते ही अम्मी ने एक चैन की लंबी सांस ली और अपने कूल्हों को उठा उठाकर वो धीरे मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर बाहर करने लगी. हम अम्मी बेटे बहुत ही चिपककर बैठे थे और अब्बू के रहते ही चुदाई कर रहे थे. जब भी अब्बू हम लोगों को देखते तो मै उनको अम्मी के बूब्स को या तो दबाते या चूसते हुए दिखता. अब हम लोग अपनी चुदाई को धीरे धीरे चला रहे थे और इसलिए अब्बू को कुछ समझ नहीं आया और उनके सामने ही में अम्मी को चोदता रहा और अम्मी मुझसे चुदवाती रही. “अम्मी की बुर फैला”
थोड़ी देर बाद मै और अम्मी दोनों झड़ गए और अम्मी तुरंत उठकर बाहर चली गयी. मैं भी अपना बरमूडा सही कर अब्बू के पास बैठ गया और उन्हें इस बात का धन्यवाद दिया की उन्होंने मुझे अपनी बीवी के साथ ये सब करने का मौका दिया. अब्बू ने मेरी पीठ थपथपाई और बोले – बेटा यह बात बाहर किसी से ना कहना नहीं तो बहुत बदनामी होगी। लेकिन मै अभी भी पूरी तरह खुश नहीं था मैं अब्बू के सामने उनकी बीवी यानी मेरी अम्मी की चूत चोदना चाहता था.
मैंने अब्बू से कहा कि अब्बू मैंने अम्मी को पूरा नंगा देखा भी और उसकी चूत का मज़ा भी थोड़ा बहुत लिया है, लेकिन मेरे लंड को कोई मजा नहीं मिला, इसलिए में एक बार अपने लंड को अम्मी की चूत पे रगड़ना चाहता हूँ. दोस्तों अब्बू पहले तो नहीं माने लेकिन मेरे कई बार कहने के बाद वो मान गये और बोले कि ठीक है, तू अपना लंड अपनी अम्मी की चूत के ऊपर ऊपर रगड़ सकता है, लेकिन में फिर से कहता हूँ कि चोदना मत नहीं तो तू मादरचोद कहलायेगा.
इतना सुनते ही मैंने झट से उठकर अपना टी-शर्ट और बरमूडा उतार दी और एकदम नंगा हो गया. लेकिन मेरा लंड अभी खड़ा नहीं था, क्योंकि अभी आधे घंटे पहले ही मैंने अम्मी को अपनी गोद में बैठाकर चोदा था. अम्मी इस वक़्त कमरे में ही बिस्तर पर अर्धनिद्रा में नंगी लेटी थी मैंने अम्मी को जगाकर पूछा कि चुदाई क्या होती है? अम्मी मेरे पास आई और अपने हाथों से मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी थोड़ी ही देर में उनके हाथों का स्पर्श पाकर मेरा लंड खड़ा हो गया.
फिर अम्मी ने अपने एक पैर कुर्सी पर रख दिया और अपने हाथों से मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर रगड़ते हुए बोली, जब लंड चूत के अंदर जाता है तो उसे चुदाई कहते है. दोस्तों इस वक़्त अम्मी मेरा लंड अपनी चूत पर जोर जोर से रगड़ रही थी. तो मैंने अपने लंड अम्मी की चूत में ढकेलने की कोशिश की तो अम्मी मेरा लंड छोड़ मेरे सामने बैठ गयी. और मेरा लंड पकड़ अब्बू को दिखाते हुए अपने मुहं में भर कर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी, और मै अपनी अम्मी से अपने अब्बू के सामने लंड चुसवाता रहा. “अम्मी की बुर फैला”
थोड़ी देर बाद मुझे एहसास हुआ कि अब मै झड़ने वाला हूँ तो मैंने अपना लंड बाहर खींचना चाहा, लेकिन अम्मी ने मेरा लंड और भी कसकर पकड़ लिया और मै अम्मी के मुहं के अंदर ही झड़ गया. मेरे झड़ने के बाद अम्मी ने अपना मुहं खोला तो मैंने देखा कि अम्मी के मुहं के अंदर मेरे लंड से निकला गाढ़ा गाढ़ा सफेद पानी जमा हुआ है. जिसे वो अब्बू को दिखाते हुए पी गयी और कुछ बूँद जो उनके मुहं से टपककर बूब्स पर गिर गई थी उनको अम्मी ने अपने बूब्स पर मल लिया.
अब्बू यह सब देख मुस्कुरा रहे थे तो मैंने भी अपने कपड़े पहनते हुए अब्बू को धन्यवाद किया, और कहा जब लंड को चूत पर रगड़ने पे और चुसवाने में इतना मज़ा आता है तो पूरा लंड चूत में डालने में कितना मज़ा आएगा अब्बू? अब्बू आप एक बार मुझे अम्मी को चोदने दो, मै वादा करता हूँ कि मैं अम्मी को सिर्फ़ एक बार ही चोदूंगा. अब्बू बिल्कुल चुप बैठे रहे और फिर मै अब्बू के पास बैठ गया और उनके पैर दबाने लगा. और थोड़ी देर के बाद अब्बू बोले कि बस बहुत हो गया, अब जाओ और सो जाओ.
मैं अब्बू के पैरों को छोड़ते हुए कहा अब्बू मेरा लंड पहले ही चूस चुकी है और अपनी चूत से रगड़ भी चुकी है, अब आप मुझे उसकी चुदाई भी करने दो, में किसी को नहीं बोलूँगा कि मैंने अपनी अम्मी को चोदा है. अब्बू ने मेरी बातों पर कुछ नहीं कहा. मैंने अब्बू से कई बार कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया. लेकिन तभी मेरी अम्मी भी मेरे सपोर्ट में आ गई और बोली कि असलम क्या हमेशा अकेले अकेले मजे लेते रहोगे अरे बेटा अब बड़ा हो गया है, अब उस भी थोड़े मजे लेने दो.
और फिर तुम ही तो कहते हो सेक्स रिश्ते में मजबूती लती है तो इससे हम अम्मी बेटे का रिश्ता और मजबूत हो जायेगा, और फिर मै तुम्हारी कोई जांगीर नहीं हूं। इतना सब सुनने के बाद अब्बू हमारी बात मान गये और बोले कि ठीक है, तू अपनी अम्मी को एक बार चोद सकता है, क्योंकि लगता है तेरी अम्मी भी तुझसे चुदने के लिए बेताब है जा चढ जा अपनी अम्मी पर और डाल दे अपना मूसल अपनी अम्मी की चूत में. “अम्मी की बुर फैला”
इतनी बात सुनते ही मैं अम्मी पर चढ गया, कमरे में लाईट जल रही थी और उस लाईट में अम्मी का नंगा शरीर चमक रहा था. मैंने सबसे पहले अम्मी की चूत को जमकर चूसा फिर उनकी चूत और गांड को अपनी उंगली से चोदा जिससे अम्मी बहुत गरमा गयी और उन्होंने अपने हाथों से मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत से सटा दिया. और मैंने अपना लंड कमर के एक झटके के साथ अंदर डाल दिया.
मेरा लंड अम्मी की चूत के अंदर जाते ही अम्मी मुझसे लिपट गयी और बड़बड़ाने लगी. थोड़ी ही देर में अम्मी मेरे हर धक्के का जवाब अपनी कमर उछाल उछालकर दे रही थी और अब्बू को दिखाते हुए वो खूब मज़े ले रही थी. अब हम बिस्तर पर लेट गए और अम्मी ने अपना एक पैर ऊपर उठाकर घुटनों से मोड़ लिया और अपने घुटने को हाथ से पकड़ लिया. ऐसा करने से उनकी चूत पूरी खुल गयी और मुझको धक्का मारने के लिए बहुत जगह मिल गई.
अम्मी मुझसे चुदते हुए बोली ओहह्ह्ह बहुत अच्���े साले मादारचोद, चोद साले चोद अम्मी की चूत को धक्के मार मारकर चोद, वाह तेरा लंड बहुत मस्त है मार धक्का और ज़ोर से ऊऊऊह्ह्ह्हह हाँ ऐसे ही मारते रह, आआआहह बस में अब झड़ने वाली हूँ, तू धक्का मार और ज़ोर ज़ोर से मार रुकना मत मादरचोद. थोड़ी देर के बाद अम्मी झड़कर लेट गयी, लेकिन मेरे लंड ने अभी तक पानी नहीं छोड़ा था तो मै अम्मी को पूरा ज़ोर लगा कर चोदता रहा और उनके बूब्स को मसलता रहा.
अम्मी मुझसे बोल रही थी, उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह्ह्ह अब बस कर मुझे बहुत जलन हो रही है, अब इसे बाहर निकल ले. लेकिन मैंने धक्के देना बंद नहीं किया पर थोड़ी देर के बाद मैं झड़ गया और अपना लंड बाहर निकाला लिया. मैंने देखा कि अम्मी उस समय मुझ से चुदवा कर बहुत खुश थी और अब्बू भी उस समय उनके पास में लेटे मुस्कुरा थे और बहुत खूब लग रहे थे. थोड़ी देर बाद अब्बू बोले क्यों अफजल चुदाई में मज़ा आया? “अम्मी की बुर फैला”
मै अब्बू से बोला कि हाँ अब्बू अम्मी की चुदाई करने में बड़ा मज़ा आया, अब हम लोग घर में अम्मी को नंगा ही रखेंगे. मेरी बात को सुनकर अब्बू हंसते हुए मुझसे बोले तुमको अपनी अम्मी के शरीर इतना पसंद आ गया? मैंने अब्बू से कहा कि किसको इतनी मस्त बूब्स और चूत पसंद नहीं आयेंगी ? अब तो मैं हर रोज अम्मी की चूत मारूँगा, मैंने अम्मी से पूछा क्यों अम्मी मुझसे चुदवा कर मज़ा आया कि नहीं? अम्मी सच सच बोलना मैंने ठीक तरीके से तुमको चोदा कि नहीं?
तो वो मेरे मुरझाए हुए लंड को अपने हाथों से सहलाते हुए बोली कि बेटे तुमसे चुदवा कर बड़ा मज़ा आया. आज सालो बाद मेरी चूत को इतना मज़ा आया है बड़े दिनों के बाद भरपेट लंड का धक्का खाया है. तेरा लंड बहुत मस्त और तगड़ा वाला है इसने मेरी चूत को पानी पानी कर दिया और यह चूत आज से अब तुम्हारी है, तुम्हें जब भी मन करे चोद लेना, ना में कुछ कहूँगी और ना ही तेरे अब्बू कुछ कहेंगे. हाँ एक और बात जब भी मेरी चूत को तेरे लंड की ज़रूरत होगी मै तेरे लंड अपनी चूत को खिलाऊँगी, तब मना मत करना.
थोड़ी देर के बाद हम सब गहरी नींद में सो गए (मै और अम्मी तो नंगे ही सो गए) और जब मेरी आँख खुली तो सवेरे के 5.00 बज रहे थे. मैं चुपचाप जाकर अम्मी के बगल में लेट गया और उनको बिना जगाए ही मैंने अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया. लंड का एहसास मिलते ही वो जाग गयी और वो मुझसे बोली बेटे खाली लंड अंदर डाले रहो, धक्का मत मारना. मैंने भी उनकी बात मानते हुए अपना लंड चूत के अंदर डालकर लेट गया और थोड़ी थोड़ी देर के बाद हल्का हल्का सा धक्का भी मारने लगा. “अम्मी की बुर फैला”
सुबह सुबह अम्मी की चूत बिल्कुल सुखी और टाईट महसूस हो रही थी जैसे कि किसी कुवारी लड़की की चुत हो. अम्मी अपना एक बूब्स मेरे मुहं में डाली और मेरा मुंह और गला चाटने लगी, उस समय मैं उनको बहुत धीमी ताल में देकर चोद रहा था, तो मै करीब आधे घंटे बाद झड़ गया और अम्मी उठकर बाथरूम चली गयी. उसके थोड़ी देर बाद अब्बू नीद से उठे और अम्मी से बोले, रानी एक बार अपने बेटे का लंड चूसकर दिखा दो हमारा ज़रा मनोरंजन हो जाएगा.
अम्मी तो इसके लिए हमेशा तैयार रहती है, तो वो तुंरत मेरे सामने ज़मीन पर बैठ गयी और मेरा मुरझाया हुआ लंड अपने मुहं में भरकर चूसने लगी. उनके मुहं की गर्मी से मेरा लंड थोड़ी ही देर में ही खड़ा हो गया. जैसे ही मेरा लंड खड़ा हो गया अब्बू मुझसे बोले चलो अब अच्छे बच्चे की तरह अपनी अम्मी को चोदना शुरू करो. मै भी अब्बू की बात मानते हुए अम्मी को पीछे से झुकाकर अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया और उनके दोनों कूल्हों को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारकर उनको चोदने लगा.
और वो भी अपनी कमर को हिला हिलाकर मेरा लंड अपनी चूत के अंदर बाहर करने लगी। अम्मी ज़ोर ज़ोर से बडबडा रही थी हाँ आह मार बेटे मार अपनी अम्मी की चूत मार, आहहह्ह्ह्ह अपने अब्बू के सामने अपनी अम्मी को चोद, फाड़ डाल ओह्ह्हह्ह्ह्ह आहहह्ह्ह्ह मेरी चुत आह अब मै झड़ने वाली हूँ बेटे, अब रुकना नहीं और तेज़ी से धक्के मार मेरी चूत में. अम्मी की आवाज़ दबाने के लिए अब्बू ने अपना खड़ा लन्ड अम्मी के मुंह में डाल दिया और उनका सिर पकड़ कर अपना लंड मुंह के अंदर धकेलने लगे.
लगभग 30 min बाद मै अब्बू और अम्मी तीनों झड़ गए और हांफते हुए बिस्तर पर लेट गए. अब्बू भी अपनी बीवी की चुदाई देखकर बहुत खुश थे तो वो बोले – तेरा बेटा तेरी अच्छी चुदाई करता है, जब मन करे तब तू अपने बेटे से चुदवा लिया करना. इसके बाद अम्मी कपड़े पहनने ही वाली थी कि अब्बू बोले शबनम याद नहीं कल रात तेरे बेटे ने क्या कहा था अब हम तुम्हे नंगा ही रखेंगे so no clothes. तो अम्मी नंगी ही घर के काम करने बेडरूम से बाहर चली गई.
इस के बाद मै और अब्बू सो गए और लगभग सुबह 9 बजे जागे. हम लोगो के फ्रेश होने के बाद अब्बू बोले आज सन्डे है तो क्यू न एक राउंड और हो जाए इस पर मै खुश होते हुए बोला की अब्बू इस बार क्यू ना अम्मी को थोड़े अलग तरीके से चोदा जाय. मै और अब्बू ये सब डिस्कस कर ही रहे थे कि तभी अम्मी रूम में आ गई और बोली कि किस अलग तरीके से चोदने की बात हो रही हैं. अभी पता चल जाएगा मेरी जान इतना कहते ही अब्बू ने अम्मी को अपनी गोद में खींच लिया और मुझसे बोले अब बता बेटा कैसे चोदना चाहता है अपनी अम्मी को. “अम्मी की बुर फैला”
मै बोला रुको बताता हूं और फिर मै बेड पर लेट गया और अम्मी को अपने ऊपर खींच अपना लंड उनकी गांड पर सेट किया और अचानक एक जोरदार धक्का मरा. अम्मी चीख पड़ी और बोली मादरचोद धीरे डाल मैं कोई रंडी नहीं हूं. मैंने अम्मी को सॉरी बोला और धीरे धीरे उनकी गान्ड चोदने लगा फिर अब्बू से कहा कि अब्बू अब आप अपना लंड अम्मी की चूत में डालो. यह सुनते ही अम्मी गिड़गिड़ाने लगी और बोली प्लीज़ ऐसा मत करो मै एक साथ दो लंड नहीं ले पाऊंगी.
पर अब्बू कहां मानने वाले थे वो बोले चुप साली रंडी कैसे नहीं ले पाएगी अब तो तुझे लेना ही होगा. और इतना कहते ही अब्बू न अम्मी की चूत में अपना लंड पेल दिया दर्द के कारण अम्मी की आंखो में आंसू आ गए तो हम लोग रुक गए और दर्द काम होने का इंतजार करने लगे और अम्मी को किस करने लगे. थोड़ी देर में अम्मी का दर्द काम हो गया तब मै और अब्बू ताल मिला कर धक्के मार कर चोदने लगे.और अब अम्मी को भी मज़ा आने लगा थोड़ी देर बाद अब्बू ने अम्मी को तड़पने के लिए अपना लंड उनकी चूत से निकाल लिया. जिस पर अम्मी लगभग बड़बड़ाते हुए बोली भड़वे लंड वापस अंदर डाल अभी तो मजा आना शुरू हुआ था. जिस पर अब्बू बोले क्यों अभी तो बोल रही थी कि नहीं ले पाएगी और अब 2 लंडो से चुदवाने के लिए मरी जा रही है. और हम बाप बेटे पूरे जोश से अम्मी को चोदने में लग गए. करीब 15-20 मिनट बाद हम तीनों झड़ गए और थक कर बिस्तर पर लेट गए.
थोड़ी देर बाद मैंने अब्बू से पूंछा की अब्बू आपने क्या सोच कर कल मुझे वो सब करने दिया. जिस पर अब्बू ने जवाब दिया कि तेरी अम्मी की चुत की खुजली बढ़ती ही जा रही थी ,और अपने काम की वजह से मै तेरी अम्मी को बिस्तर पर ज्यादा समय नहीं दे पा रहा था. जिस वजह से तेरी अम्मी को डिल्डो और दूसरे साधनों का प्रयोग करने को मजबूर थी जिससे मुझे बहुत बुरा लग रहा था, तो मैंने इस बारे में तेरी अम्मी से बात की और तेरा नाम suggest किया.
क्योंकि एक तो हम किसी बाहरवाले को include करने में डर रहे थे. कि कहीं वो ये बात बाहर फैला न दे जिससे हमारी बहुत बदनामी होती या हमें ब्लैकमेल ना करने लगे. और दूसरा इससे तेरी अम्मी को जब भी लंड की जरूरत होगी तो उन्हें तेरा लंड मिल जाएगा और साथ मेरी cuckold और threesome फैंटेसी भी पूरी हो जाएगी. तेरी अम्मी भी तेरा नाम सुन कर तुरंत मान गई (क्योंकि अम्मी मुझसे पहले भी चुदवा चुकी थी) और इस तरह मैं���े और तेरी अम्मी ने मिल कर रात वाला पूरा ड्रामा प्लान किया. “अम्मी की बुर फैला”
इसी प्लान के तहत मैंने तुम्हारे कमरे का a.c जानबूझकर बिगाड़ा ताकि तुम हमारे कमरे में सो जाओ और फिर तुम्हारे सोने के बाद जोर जोर से चुदाई करने लगे जिस से तुम जाग जाओ. इसके आगे की कहानी तुम जानते ही हो. वैसे एक बात बताओ काल रात की हमारी एक्टिंग कैसी लगी तुम्हे. ये सब बाते सुन मै सन्न रह गया और अम्मी अब्बू मुझे देख हंसते हुए बोले क्यों एक्टिंग अच्छी नहीं लगी थी क्या और हम सब हंस दिए.
तभी अम्मी बोली और हा अब वो सारे mom son पोर्न विडियोज डिलीट कर दे अपने कंप्यूटर से. मै खिसियाते हुए बोला आपको इसके बारे में कैसे पता वो बोली हमने तेरा कंप्यूटर देखा था. तेरा mom son पोर्न में इतना intrest भी तुझे इस चुदाई के खेल में include करने का एक कारण था. इस दिन के बाद से घर का पूरा माहौल ही बदल गया और अम्मी को कभी भी लंड की कमी महसूस नहीं हुई.
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खांसी के 10 घरेलू उपाय | 10 Home Remedies For Cough
खांसी एक प्रकार की मौसमी बीमारी है, और यह मौसम के साथ हमारे शरीर को ग्रस्त कर देती है।
यह बीमारी हमारे शरीर में फेफड़ों पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालती है, और खासी ज्यादातर सर्दी जुखाम के कारण ही होती है। सर्दी जुकाम से राहत मिलते हैं।
खासी से भी राहत मिल जाती है, लेकिन कभी-कभी खासी हमारे शरीर को ज्यादा ग्रस्त कर लेती हैं, और वह खत्म होने का नाम भी नहीं लेती है।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से खांसी से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपाय (gharelu upay) के बारे में बताएंगे जिनका उपयोग करके आप खांसी से राहत पा सकते हैं।
खांसी के 10 घरेलू उपाय (khansi ke gharelu upay hindi)
1. शहद:-
आधा चम्मच शहद लें, और उसमें कुछ नींबू का जूस डालें, और एक चुटकी इलायची को भी इसमें डाल दें। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार अवश्य ले। यह घरेलू नुस्खा खांसी के लिए काफी फायदेमंद है।
2. आंवला :-
आंवला एक प्राकृतिक फल है, और यह खांसी के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। आंवले में विटामिन सी होता है।
जो ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बनाता है। अपने खाने में आंवले को अवश्य शामिल करे,  क्योंकि आंवले से आप अपने शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट के सोर्स को बढ़ा सकते हैं, और आप की इम्युनिटी को मजबूत कर सकता हैं।
3. गर्म पानी :-
जब भी आप खांसी से ग्रस्त रहते हैं, तो उसमें ठंडे पानी का बिल्कुल भी सेवन ना करें। आप जब भी पानी पिए उस पानी को थोड़ा सा गुनगुना करके अवश्य पिए।
जिससे आपको खांसी जैसी परेशानी से राहत मिलेगी, और आपके गले में जमे कफ भी दूर हो जाएंगे।
4. गरम पानी और नमक :-
खांसी की सबसे ज्यादा सरकारी दवा आमतौर पर गर्म पानी और नमक होता है। इसके लिए आपको गर्म पानी में एक चुटकी भर नमक डालना है, और उस नमकीन गर्म पानी से गरारे करें। ऐसा करने से आपको खांसी से राहत मिलेगी, और खांसी की वजह से हुए गले में दर्द से भी छुटकारा मिलेगा।
5. हल्दी वाला दूध :-
खांसी से राहत पाने के लिए कई लोग रासायनिक दवाओं का सेवन करते हैं। जिससे ज्यादा नींद आने लगती है, और उन दवाइयों के साइड इफेक्ट भी होते हैं।
लेकिन अगर आप इनकी जगह हल्दी वाले दूध का सेवन करते हैं, तो आपको यह काफी हद तक खांसी से छुटकारा पाने में मदद करता है। हल्दी वाले दूध में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, और यह एंटी ऑक्सीडेंट जो की खासी को रोकने में मदद करते हैं।
6. अदरक और नमक :-
जैसा की आप सभी को पता है, कि अदरक और नमक दोनों खांसी के लिए मददगार होते हैं, और अगर इन दोनों को एक साथ खाया जाए। तो यह खांसी के लिए बहुत फायदेमंद भी होते हैं। इसलिए आपको अदरक के टुकड़ों पर नमक लगाकर खाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी खांसी जल्द ही ठीक हो सकती है।
7. अदरक का जूस :-
अगर आपको खांसी से ज्यादा परेशानी है। तो आप अदरक के जूस का सेवन अवश्य करें। अदरक का जूस आपको खांसी से बहुत ज्यादा फायदा दिलाएगा।
8. लहसुन  :-
लहसुन भी खांसी के लिए बहुत मददगार माना जाता है। इसलिए आपको लहसुन को घी में भूनकर उसे गरमा गरम खाना चाहिए।
9. अनार का रस :-
अनार का रस भी खांसी से राहत दिलाने में बहुत मददगार होता है, लेकिन अगर आप अनार के रस के साथ थोड़ा सा पीपली पाउडर और अदरक भी डाल दें, तो यह खांसी के लिए रामबाण बन जाता है।
10. काली मिर्च और देसी घी :-
खांसी से राहत पाने के लिए काली मिर्च तो बहुत ही फायदेमंद होती है, लेकिन अगर काली मिर्च को घी में मिलाकर उसका सही तरीके से सेवन किया जाए, तो आपको खांसी से जल्द ही राहत मिलेगी।
दोस्तों कुछ इन 10 घरेलू उपाय के माध्यम से आप खांसी से राहत पा सकते हैं, और खांसी से राहत पाने के लिए वैसे तो हर आसानी दवाइयां बहुत हैं, लेकिन उन दवाइयों का साइड इफेक्ट भी बहुत ज्यादा होता है, और उन दवाइयों का सेवन करने से आपको नींद भी ज्यादा आने लगती है।
अगर आप खांसी से राहत पाना चाहते हैं। तो इन 10 घरेलू उपाय का सेवन अवश्य करें। इन gharelu upay के माध्यम से आपको भी खांसी से राहत अवश्य मिलेगी।
यह सभी घरेलू उपाय नेचुरल है, और इन उपायों से किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसलिए आप के उपायों का बेझिझक सेवन कर सकते है।
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gurujitmshastri · 4 months
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Today's Horoscope-
मेष (चु, चे, चो, ला, लि, लु, ले, लो, अ) :-आज सुख-सुविधाओं में धन खर्च होगा। घर में आनन्द का वातावरण रहेगा। विरोधी अपनी योजनाओं में असफल होंगे। बिना मतलब किसी से भी ना उलझे तथा अपनी वाणी और क्रोध पर भी नियंत्रण रखने का भरपूर प्रयास करें। आपके अपने नजदीकी लोग ही आपके कार्य में बाधा डाल सकते हैं। आप सूझबूझ और कूटनीति से काम लेंगे तो आ रही उलझनों से पीछा छूट जाएगा। प्रेम संबंधों में नजदीकियां बढ़ेगी। यात्रा का योग भी बन सकता है।
वृषभ (इ, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, वो) :-आज आपको अपने स्वभाव के अनुरूप ही काम करने होंगे। किसी भी मामले में आपका स्वभाव के विपरीत जिद्दी होना नुकसानदायक हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कुछ बातों को लेकर मन में परेशानी उत्पन्न हो सकती है। प्रेम संबंधों में नकारात्मक बातें अलगाव उत्पन्न कर सकती हैं। इसलिए व्यवहार करते समय स्वभाव में मधुरता बनाकर रखें। संतान के व्यवहार से चिंतित रहेंगे।
मिथुन (का, कि, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा):-अपने रुके हुए कार्यों को पूरा करने के लिए डायरी में एक लिस्ट बनाएं और उसे नियमित रूप से पूरा करें इससे संतुष्टि और मन में ऊर्जा का संचार होगा। व्यवसायिक गतिविधियां पूर्ववत ही रहेंगी। नाजायज कार्यों के प्रति ध्यान केंद्रित हो सकता है, परंतु सावधान रहें इसकी वजह से कुछ मुश्किलें उत्पन्न होंगी। निकट संबंधी और मित्र अपना स्वार्थीपन व्यवहार दिखाएंगे।
कर्क (हि, हु, हे, हो, डा, डि, डु, डे, डो):-जरूरी होने पर ही यात्रा का प्रोग्राम बनाएं। संतान के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी होगा। आज कामकाज में सफलता मिलेगी। वैचारिक मतभेद रहेगा। स्वभाव में कुछ रूखापन रहेगा। पूरी तरह से नींद ना लेना आपके लिए तनाव का कारण बन सकता है। कुछ समय खुद को देकर मन को शांत करने का प्रयास करें।
सिंह (मा, मि, मु, मे, मो, टा, टि, टु, टे):- भाग्य का आपको अच्छा साथ मिलेगा। नौकरी पेशा अथवा व्यवसाय करने वाले लोगों की आर्थिक समस्याएं दूर होंगी। आप अपने मित्रों की सहायता से शत्रुओं को परास्त करेंगे। आज का दिन आपके लिए बीती बातों से आगे बढ़ने का है। अतीत को छोड़कर वर्तमान और भविष्य पर ध्यान दें।
कन्या (टो, पा, पि, पु, ष, ण, ठ, पे, पो):-प्रिय व्यक्तियों का सानिध्य प्राप्त होगा। रिश्तों में बदलाव और परिवर्तन के कारण आप चिंतित रह सकते हैं। संवेदनशीलता और असुरक्षा के भाव मन में आने से आपका आज कामकाज में मन नहीं लगेगा। आज का दिन आर्थिक दृष्टि से ठीक रहेगा। नए कार्यों का आयोजन आज सफल होगा। पुराने रुके हुए कार्यों को शिद्दत से पूरा करेंगे। अपनी व्यस्तता के बावजूद आप घर परिवार के साथ उचित समय व्यतीत करेंगे। मनोरंजन तथा आमोद प्रमोद के भी कार्यक्रम बनेंगे।
तुला (रा, रि, रु, रे, रो, ता, ति, तु, ते) :-आज लेन-देन के कार्यों में सावधान रहें। आज किसी को उधार न दें, क्योंकि आज दिए हुए धन को वापस आने की सम्भावना कम है। सोच-समझकर कार्य व्यवहार करें। वाणी पर नियंत्रण रखें। इधर-उधर की बातों को सोचकर आप उलझन में रहेंगे। कार्यक्षेत्र में काम का दबाव रहेगा। प्रेम प्रसंगों में गलतफहमियां दूर होकर स्नेह में वृद्धि होगी। धार्मिक स्थल की यात्रा का प्रोग्राम बन सकता है।
वृश्चिक (तो, ना, नि, नु, ने, नो, या, यि, यु) :-आज प्रयास अथवा स्वयं कोशिश करने से प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। धार्मिक स्थल की यात्रा करने का प्रसंग उपस्थित हो सकता है। मनोरंजन कार्यों पर खर्च होगा। संघर्ष के साथ सफलता एवं धन प्राप्ति का योग है। कार्यक्षेत्र में एक नई शुरुआत करेंगे और नई योजनाओं पर काम आरंभ भी करेंगे।
धनु (ये, यो, भा, भि, भु, धा, फा, ढा, भे) :-तनाव और अधिक व्यस्तता से बचें। लोगों को समझना और अपने लक्ष्य निर्धारित करना भी आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। अपने दिल के करीबी लोगों को समय देना न भूलें। जो भी आप करते हैं उसमे कड़ी मेहनत करें और मिलने वाले अवसरों पर विश्वास करें।
मकर (भो,जा,जि,जु,जे,जो,ख,खि,खु,खे,खो,गा,गि) :-धन सम्बन्धी समस्या आज दूर हो सकती हैं। रिश्तों में अपनेपन की कमी रहेगी। संबंधों को समय देने और एक दूसरे की भावनाओं को समझने की आवश्यकता है। प्रेम प्रसंगों के अवसर तो प्राप्त होंगे पर उनसे निश्चित दूरी बनाकर रखें। वैवाहिक संबंध सुखद रहेंगे। किसी मित्र से सहयोग व भावनात्मक संबल मिलेगा।
कुम्भ (गु, गे, गो, सा, सि, सु, से, सो, दा) :-भविष्य के लिए कोई खास योजना बन सकती है। आप अपनी सोच का दायरा बढ़ा सकते हैं। स्वभाव में गुस्से की मात्रा बढ़ेगी। आज आप के मन में परिवर्तन शीघ्र आएंगे, जिससे आपका मन कुछ दुविधायुक्त रह सकता है। आज आप दूसरों की मदद करने पर भी कुछ धन व्यय दिया करेंगे। आज आपको अपने मन में नकारात्मक ऊर्जा को आने से रोकना होगा।
मीन (दि, दु, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, चि):-आप किसी को बदल कर खुद जैसा नहीं बना सकते। कुछ बातों को इग्नोर करने का प्रयास करें। आज आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और कार्यों में रुचि बनेगी। सफलता एवं नई योजना भरा दिन है। सुख के साधनों में बढ़त होगी। सभी कार्य सरलता पूर्वक हल होंगे औ�� उनमें सफलता मिलेगी।
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
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मनचाही लव मैरिज करवाना, प��ि या प्रेमी को मनाना, कारोबार का न चलना, धन की प्राप्ति, पति पत्नी में अनबन और गुप्त प्रेम आदि समस्याओ का समाधान।
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-- सुशांत सिंह राजपूत ने लगाई फांसी।-- Video source- Bbc news हेलो, दोस्तो वेलकम to upluckNow.in news portal . If you need daily updates so you can join us on telegram by given telegram link bellow. Sushant singh sucide ka karan ---- हेडलाइन --  आज सुबह बॉलीवुड प्रसिद्ध एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने अपने घर मुम्बई बांद्रा में बैडरूम में सुसाइड कर लिए । ये बिहार के छोटे से गाँव से है। इनके दोस्तो से ये पता चला है कि ये पिछले 6 महीने से डिप्रेशन में थे और रोज सोने के लिए दवाई लेते थे। Sushant singh sucide ka karan  ---- क्या है पूरा मामला ---- बॉलीवुड प्रसिद्ध अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आज अपने घर मैं सुसाइड कर लिया हैं उन उन का घर मुंबई के बांद्रा में है वह काफी जाने-माने अभिनेताओं में से एक हैं संपर्क दोस्तों से यह पता चला है कि सुशांत से मरने से डिप्रेशन में थे । और नींद के लिए दवाई लिया करते थे और सुबह जब वे अपने बेडरूम से देर सुबह तक बाहर ना आए तो इनके नौकर ने उनके दोस्तों को खबर दी और इनके सारे दोस्त मिलकर जब दरवाजा तोड़े तो उन्होंने पाया कि सुशांत जी ने अपने बेडरूम में पंखे में रस्सी बांधकर सुसाइड कर लिए थे जो कि एक बहुत ही दुखद घटना साबित हुई है Sushant singh sucide ka karan और उनके दोस्तों से यह भी पता चला है कि पिछले 6 महीने से उसे अपने दोस्तों से कम मिला किया करते थे।  और हमेशा चिंतित रहते थे यहां तक कि उनको नींद नहीं आती थी तो नींद आने के लिए भी दवाई भी लिया करते थे और इधर-उधर घूमना भी छोड़ दिया था जुमा ने किए 6 महीने से डिप्रेशन में थे । Sushant singh sucide ka karan और आज रात जिस समय इनकी सुसाइड हुई उस समय उसी रात को उनके कई सारे दोस्त रात में इनके साथ भी थे जो कि एक अच्छी रात गुजरी लेकिन सुबह पता नहीं क्यों जब इनके नौकर ने चाय बना कर इनको देने के लिए उनका दरवाजा खटखटाया तो देर समय तक खटखटाने के बावजूद भी उन्होंने दरवाजा नहीं खोला तो उनके नौकर ने इनको दोस्तों को संपर्क किया और उनके दोस्त भी बहुत समय तक दरवाजा खटखटाया और सुनसान ना उठने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया और दरवाजा तोड़ने के बाद उन्होंने पाया कि सुशांत सर ने सुसाइड कर लिया है । Sushant singh sucide ka karan तो उन्होंने मौके पर ही पुलिस को रिपोर्ट कर दी। Sushant singh sucide ka karan  ----  कुछ अन्य जानकारी ---- पटना में जन्मे प्रसिद्ध अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की फिल्मी जीवन बहुत अच्छे से बीत रही थी लेकिन यह खबर इनके परिवार को पटना में मिलने के बाद उनके पूरे परिवार में मातम छा गया है।  यह बॉलीवुड के बहुत अच्छे अभिनेता रहे हैं और इनको अभिनय के कारण इन्हें काफी प्यार किया जाता है और वह बहुत ही मेहनती थे अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि जिन्होंने सुसाइड क्योंकि इसका कारण अभी तक किसी को भी नहीं पता चल पाया है। Sushant singh sucide ka karan और कारण पता चलते ही हम तुरंत न्यूज़ उओडते कर देंगे। Sushant singh sucide ka karan  थैंक्स। Share on facebook. Share on whatsapp. Sushant singh sucide ka karan
http://www.uplucknow.in/2020/06/sushant-singh-death-news-in-hindi.html
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