पंचायत प्रधान का चुनाव रद्द करने के मामले में डीसी हमीरपुर तलब, जानें हाई कोर्ट ने क्या कहा
पंचायत प्रधान का चुनाव रद्द करने के मामले में डीसी हमीरपुर तलब, जानें हाई कोर्ट ने क्या कहा
Shimla News: जनवरी 2021 में हुए पंचायत चुनावों को डीसी हमीरपुर ने रद्द करने के आदेश जारी किए थे , जिसे पंचायत प्रधान रतन चंद ने हाई कोर्ट के समक्ष चुनौती दी है। न्यायाधीश संदीप शर्मा ने अपने आदेश में कहा कि इस मामले में संभावित गंभीर परिणाम वाले आदेश जारी करने से पहले जिलाधीश हमीरपुर की उपस्थिति जरूरी है।
कोर्ट ने कहा कि प्रथम दृष्टया संबंधित पंचायत चुनाव में नियमों की अनदेखी की गई। खासकर मत…
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अगर काम में ही “राजनीति” दिखाई देगी तो जस्टिस चंद्रचूड़ की ट्रोलिंग होगी ही। मणिपुर पर एक बयान में मोदी के लिए एलर्जी की पराकाष्ठा दिखाई दे गई, फिर पब्लिक प्रतिकार तो होगा ही।
अभी 2 दिन पहले एक दैनिक अख़बार के यूट्यूब चैनल पर उसका पत्रकार तड़प तड़प कर चीख रहा था कि CJI चंद्रचूड़ को सोशल मीडिया में ट्रोल किया जा रहा है और बता रहा था कि लोग उनके लिए कैसी कैसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। वो पत्रकार चीख रहा था कि चंद्रचूड़ ने तो जरूरत के अनुसार हमेशा सख्त कदम उठाए हैं और बंगाल में केंद्रीय बलों को भी पंचायत चुनाव में निगरानी के लिए भेजा।
उस पत्रकार को सबसे बड़ी आपत्ति थी कि किसी ने ट्विटर पर कोर्ट के लिए “सुप्रीम कोठा” लिख दिया जबकि उस पत्रकार को यह नहीं पता ऐसा कहने वाले एक नहीं सैंकड़ों है। अजीत भारती खुलेआम सुप्रीम कोर्ट को “कोठा” कहता है परंतु सितंबर, 2021 में उस पर अवमानना कार्रवाई शुरू करने को AG द्वारा अनुमति देने के बाद भी उस पर सुप्रीम कोर्ट अवमानना की कार्रवाई शुरू नहीं कर रहा।
सोशल मीडिया पर आखिर चंद्रचूड़ की ट्रोलिंग क्यों हो रही है, इस पर स्वयं चंद्रचूड़, उनके साथी जजों और विधिक समुदाय को सोचना होगा। केवल मणिपुर के लिए चंद्रचूड़ ने बयान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधा निशाने पर लिया जिससे उनकी नरेंद्र मोदी के प्रति एलर्जी की पराकाष्ठा साफ़ नज़र आ रह�� थी क्योंकि अन्य किसी राज्य के लिए चंद्रचूड़ ने कभी स्वतः संज्ञान नहीं लिया चाहे वहां कैसी भी आग लगती रही हो और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ हो।
राजस्थान बंगाल में हमेशा चंद्रचूड़ शांत रहे। मणिपुर पर बयान देने के बाद बंगाल के पंचायत चुनाव में महिला प्रत्याशी के साथ घिनौना काम किया ममता की पार्टी के लोगों ने। लेकिन चंद्रचूड़ को “गुस्सा” केवल मणिपुर के लिए आया।
चंद्रचूड़ की ट्रोलिंग का एक बड़ा कारण उनकी कश्मीरी हिन्दुओं पर हुई बर्बरता पर खामोश रहना था। जो लोग जांच की मांग के लिए सुप्रीम कोर्ट गए, उन्हें चंद्रचूड़ ने विज्ञापन के लिए काम करने वाले बता दिया और जांच की मांग यह कह कर ठुकरा दी कि 25 साल बाद क्या सबूत मिल सकते हैं। 5 लाख हिन्दुओं और उनकी महिलाओं की पीड़ा के लिए चंद्रचूड़ के दिल में कोई दर्द नहीं था।
आपको मणिपुर पर “गुस्सा” आए तो ठीक है लेकिन लोगों को भी तो आप और आपकी हरकतों पर “गुस्सा” आ सकता है और इसलिए ही आपकी ट्रोलिंग हुई है। आप लखनऊ में दंगा कर सरकार की संपत्ति राख करने वालों का साथ देंगे तो लोग क्या आप पर “गुस्सा” नहीं करेंगे।
“गुस्सा” तो आम जनमानस को उस दिन आया था जो “असहनीय” था जब आपकी कोर्ट के चीफ जस्टिस यूयू ललित समेत 3 जजों की बेंच ने (जिसमें एक महिला भी थी) एक 4 साल की बच्ची के बलात्कारी और हत्यारे की फांसी की सजा 20 वर्ष के कारावास में बदल दी यह कह कर कि “हर पापी का एक भविष्य है”। कोई कल्पना नहीं कर सकता कि लोग इस फैसले पर कितने “गुस्से” में थे वह भी तब, जब फैसला लिखने वाली महिला जज थी।
“गुस्सा” तो चंद्रचूड़ जी उस दिन भी लोगों को बहुत आया था जब आपकी कोर्ट के 2 जजों ने नूपुर शर्मा की आबरू भरी अदालत में तार तार कर दी थी। क्या मिला उन बेशर्म निर्लज्ज जजों को ऐसा करके जो मजे से कोर्ट जाते हैं लेकिन नूपुर को घर में बिठा दिया मगर भगवान शंकर का अपमान करने वाले मौलाना को दोनों जजों ने छुआ तक नहीं।
अभी कुछ दिन पहले दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस नजमी वजीरी ने रिटायर होने के बाद कहा है कि सोशल मीडिया पर लोगों के बोलने से जजों को कोई फर्क नहीं पड़ता। एक बार अपने साथी जजों से पूछ कर देखिए कि क्या अंदर तक हिल नहीं जाते निंदा सुन कर।
इसलिए यदि जजों के बयानों से राजनीति छलकती दिखाई देगी तो ट्रोलिंग तो होगी और उसे जजों को सहना भी होगा।
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पैसे और राजनीतिक जुनून से उमेश पाल बना टैंकर क्लीनर से करोड़पति, 18 साल में प्रॉपर्टी से बनाया करोड़ो का कारोबार
पैसे और राजनीतिक जुनून से उमेश पाल बना टैंकर क्लीनर से करोड़पति, 18 साल में प्रॉपर्टी से बनाया करोड़ो का कारोबार
प्रयागराज -- एक टैंकर क्लीनर का कार्य करने वाले कृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल, अपने राजनीतिक जुनून और पैसे कमाने की चाहत से मौजूदा समय में करोड़ों के मालिक थे। उमेश के पास सफारी, क्रेटा, इनोवा जैसी कई लग्जरी गाड़ियां होने के साथ करोड़ो की सम्पत्ति के मालिक थे। दौलत आने के बाद उमेश पाल का कदम की राजनैतिक की ओर बढ़ने लगा था। वह भी विधायकी चुनाव लड़ने की तैयारी में थे | चुनाव को लेकर उनकी चचेरी बहन विधायक पूजा पाल (राजू पाल की पत्नी) से उनकी नाराजगी भी थी।
बता दें कि धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयंतीपुर में रहने वाले उमेश पाल तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। बड़े भाई पप्पू पाल छोटे भाई रमेश पाल हैं। परिवार में उनकी बूढ़ी मां पत्नी और दो बेटे एवं दो बेटियां हैं। चायल विधायक पूजा पाल के चचेरे भाई उमेश पाल को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या से पहले तक शायद मोहल्ले वाले भी ठीक से नहीं पहचानते थे। तंगहाली और गरीबी में अपने परिवार को चलाने वाले उमेश पाल बचपन में प्रीतम नगर में रहने वाले टैंकर चालक सरदार के साथ क्लीनर का काम करते थे।
आईएमएस में स्कूल ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज की शुरुआत
उमेश की कई लोगों से चल रही थी अंदरूनी खुन्नस
राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह बनने और अपहरण में अतीक अहमद एंड गैंग पर नामजद एफआईआर दर्ज कराकर चर्चा में आए उमेश पाल ने उसी समय से अपना रसूख बढ़ाना शुरू कर दिया। वह जमीन के कारोबार में उतर गए |पहले पार्टनरशिप में प्लाटिंग शुरू की, फिर धीरे-धीरे अकेले प्रॉपर्टी का कारोबार करने लगे। कुछ लोगों का कहना है कि प्रॉपर्टी का कारोबार इस समय उमेश पाल का धूमनगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रहा था।
इसकी वजह से उनका कई लोगों से तनातनी चल रही थी। सत्ता पक्ष से जुड़े होने की वजह से सीधे उनसे कोई टकरा नहीं रहा था। लेकिन कहीं ना कहीं जमीन का विवाद भी सुलग रहा था। उनके जानने वालों का कहना है कि उमेश पाल ने अपहरण के मामले को खूब भुनाया। उसी के बूते उन्होंने जमीन के कारोबार का बड़ा साम्राज्य स्थापित कर लिया था |जो कहीं ना कहीं व्यवसाय दुश्मनी में भी तब्दील हो रहा था।
विधायक पूजा पाल और उमेश के रिश्ते में आ चुकी थी दरार
पैसा आने के बाद उनकी राजनैतिक महत्वा���ांक्षा भी बढ़ने लगी। जिसकी वजह से उनकी चचेरी बहन और चायल से सपा विधायक पूजा पाल के बीच रिश्ते में दूरी भी आ गई।नवाबगंज से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।
बसपा विधायक रहे राजू पाल की 2005 में हत्या की गई थी
इलाहाबाद पश्चिमी के बसपा विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को सुलेमसराय में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी पूजा पाल कौशांबी की चायल सीट से सपा की विधायक हैं। राजू पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद व उनके छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ समेत अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। उमेश पाल घटना का मुख्य गवाह था। वह राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की सगी बुआ का लड़का था। राजू पाल हत्याकांड की जांच CBI ने की थी। इसमें उमेश पाल मुख्य गवाह थे। यही कारण है कि उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिली थी। राजू पाल की पत्नी विधायक पूजा पाल ने भी कई बार आशंका जताई थी कि गवाही को प्रभावित करने के लिए उमेश पाल की हत्या हो सकती है। उमेश पाल ने भी अपनी जान को खतरा बताया था।
हत्याकांड का गवाह बनने के बाद 2006 में हुआ उनका अपहरण
शुरू से ही उमेश पाल की आगे पढ़ने की बहुत तमन्ना थी। पैसे कमाने की उनके अंदर जुनून सवार थी। उमेश पाल के जीवन में बदलाव विधायक और उनके चचेरे बहनोई राजू पाल हत्याकांड के बाद आया। हत्याकांड के मुख्य गवाह बने उमेश पाल का साल 2006 में धूमनगंज के झलवा इलाके से अपहरण कर लिया गया था।
उमेश पाल ने पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक मोहम्मद अशरफ और अन्य पर अपहरण कर चकिया स्थित अपनी कोठी पर ले जाकर पीटने और गवाही न देने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था। 24 फरवरी 2023 को इसी प्रकरण की गवाही के लिए उमेश पाल एमपी एमएलए कोर्ट गए थे। वहां से वापस घर पहुंचे थे, तभी उन्हें गोली मार दी गई।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करने वाले उमेश पाल का बचपन भले ही मुफलिसी में बीता हो, लेकिन इस समय वह क्षेत्र के चर्चित शख्सियत में गिने जाते थे। वह फाफामऊ विधानसभा से खुद चुनाव लड़ना चाहते थे। चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने सपा ज्वॉइन की थी।
साल 2022 में सपा छोड़ थामा था बीजेपी का दामन
साल 2017 से 2021 तक खूब प्रचार भी किया था, लेकिन 2022 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का सिराथू में सभा हुआ। इसमें उमेश पाल बीजेपी में शामिल हो गए थे। उनके जानने वालों का कहना है कि चचेरी बहन सपा में और ये बीजेपी में थे। इस वजह से भाई-बहन में रार आ गई थी।
पूजा पाल जहां निवर्तमान विधायक हैं। वहीं, उमेश पाल भविष्य में विधायक की लड़ने की तैयारी कर रहे थे। कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि वह राजू पाल हत्याकांड में गवाही देने से भी कतराने लगे थे। सिर्फ अपहरण के मामले में अतीक और अशरफ के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे थे।
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अधौरा में कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ पंचायत चुनाव निर्धारित समय में दर्ज किए गए 82% मतदान
अधौरा में कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ पंचायत चुनाव निर्धारित समय में दर्ज किए गए 82% मतदान
Bihar: कैमूर जिले के अधौरा पहाड़ी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सभी नक्सल प्रभावित बूथों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पंचायत चुनाव संपन्न किया गया, चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती रही, जहां स्थानीय मतदाता भयमुक्त होकर अपने मत का प्रयोग किए।
बूथों पर मौजूद सुरक्षा बल
अधौरा प्रखंड विकास पदाधिकारी आलोक कुमार शर्मा के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक प्रखंड…
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बिहार: पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों ने चुनावी प्रचार के लिए अपनाया अनोखा तरीका, रोबोटिक मोर बना चर्चा का विषय
बिहार: पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों ने चुनावी प्रचार के लिए अपनाया अनोखा तरीका, रोबोटिक मोर बना चर्चा का विषय
मुंगेर. बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav) को लेकर सभी प्रत्याशी जोर-शोर से अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए प्रत्याशी चुनाव प्रचार करने के लिए कुछ अलग और अनोखा अंदाज अपना रहे हैं. पंचायत चुनाव में चुनावी प्रचार का ये तरीका सभी को काफी भा रहा है. इसके अलावा ये चुनावी प्रचार के तरीके काफी सुर्खियां भी बटरो रही है. इसी कड़ी में कोई प्रचार में…
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UP Panchayat Election: पंचायत चुनाव में सुधरा RLD का प्रदर्शन, किसान आंदोलन से मिला फायदा!
UP Panchayat Election: पंचायत चुनाव में सुधरा RLD का प्रदर्शन, किसान आंदोलन से मिला फायदा!
लखनऊ। यूपी में हुए पंचायत चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने कामयाबी के साथ शानदार वापसी की है। वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के बाद रालोद गुमनामी में डूब गया था, लेकिन अब वह किसानों के आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका के साथ आगे बढ़ रही है। अब तक घोषित परिणामों के अनुसार, मेरठ में जिला पंचायत में रालोद ने आठ सीटों हासिल की हैं, जबकि सपा और बीजेपी को 6-6 सीटें मिली हैं। मुजफ्फरनगर, शामली,…
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मैनपुरी में पंचायत चुनाव से पहले Bdc कैंडिडेट की हत्या
मैनपुरी में पंचायत चुनाव से पहले Bdc कैंडिडेट की हत्या
रिपोर्टर डेस्क, अमर उजाला, मैनपुरी
द्वारा प्रकाशित: मुकेश कुमार
अपडेटेड थू, 15 अप्रैल 2021 10:51 AM IST
सार
गांव लल्लूपुरा निवासी बीडीसी उम्मीदवार राकेश कुमार बुधवार शाम को वोट मांगने गए थे। गुरुवार की सुबह उनकी सतह मिलने से सनसनी फैल गई है।
घटनास्थल पर जांच करती पुलिस
– फोटो: अमर उजाला
ख़बर सुनना
ख़बर सुनना
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जनपद में सनसनीखेज हत्या की वारदात हुई है। कोतवाली क्षेत्र के…
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पंचायत चुनाव संपन्न कराने मे निम्न सावधानी बरतें
पंचायत चुनाव संपन्न कराने मे निम्न सावधानी बरतें
पंचायत निर्वाचन से सम्बन्धित निर्देश
राज्य में पंचायतों के सामान्य निर्वाचन के सम्बन्ध में चुनाव आवश्यक बातें जानना अत्यन्त आवश्यक है जो निम्नलिखित हैं :-
Panchayat Chunav New update
Hindustan News, Panchayat Chunav 2020
UP Gram Panchayat Election 2021 update
UP gram Panchayat Election update
प्रत्येक मतदाता अपनी ग्राम पंचायत के वार्ड के सदस्य के साथ-साथ ग्राम पंचायत के प्रधान तथा अपने…
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BJP declared candidates for 20 districts for panchayat elections : भाजपा ने पंचायत चुनाव के लिए घोषित किए 20 जिलों के उम्मीदवार
BJP declared candidates for 20 districts for panchayat elections : भाजपा ने पंचायत चुनाव के लिए घोषित किए 20 जिलों के उम्मीदवार
भाजपा ने 2014 में श्रावस्ती से पार्टी के सांसद दद्दन मिश्र को जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में पार्टी का प्रत्याशी बनाया है. वह श्रावस्ती के गिलौला चतुर्थ क्षेत्र से प���र्टी के प्रत्याशी हैं.
IANS | Updated on: 02 Apr 2021, 10:50:22 PM
भाजपा ने पंचायत चुनाव के लिए घोषित किए 20 जिलों के उम्मीदवार (Photo Credit: IANS)
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यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की युद्घ स्तर पर तैयारियां चल रही…
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योजना में गड़बड़ी का आरोप लगाते ग्रामीण
योजना में गड़बड़ी का आरोप लगाते ग्रामीण
बिशनपुर।आगामी पंचायत चुनाव 2021 के लिए कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र में तैयारियां शुरू हो…
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ग्राम पंचायत चुनाव 2021 आरक्षण सूची Bihar”बिहार पंचायत चुनाव 2021 आरक्षण लिस्ट”बिहार पंचायत चुनाव 2021 नियमावली pdf Download”बिहार पंचायत चुनाव 2021 update”Bihar Panchayat Election 2021 nomination date
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चुनावी रंजिश को लेकर मारपीट में पिता-पुत्र घायल,आटा मिल में लगाई आग
चुनावी रंजिश को लेकर मारपीट में पिता-पुत्र घायल,आटा मिल में लगाई आग
Bihar Panchayat chunav 2021: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में पंचायत चुनाव 2021 संपन्न होने के उपरांत चुनाव के दौरान उत्पन्न हुए रंजिश को लेकर मारपीट का मामला सामने आया है, उक्त ग्राम नौघरा का है, जहां वार्ड सदस्य के पद पर खड़े एक युवक को एवं उनके पुत्र के साथ गांव के ही लोगों के द्वारा बुधवार की दोपहर मारपीट की गई है।
घायल पिता-पुत्र मिल में लगे आग को दिखाते हुए
इस घटना से संबंधित जानकारी…
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Gopalganj News : बिना लगन के चट ब्याह-पट मुखिया बन गई महिला, बिहार में एक 'विवाह' ऐसा भी
Gopalganj News : बिना लगन के चट ब्याह-पट मुखिया बन गई महिला, बिहार में एक ‘विवाह’ ऐसा भी
हाइलाइट्स
बिना लगन के चट ब्याह-पट मुखिया बन गई महिला
बिहार के गोपालगंज में एक ‘विवाह’ ऐसा भी
बिना लगन के 23 अक्टूबर को हुई नवनिर्वाचित मुखिया की शादी
1 नवंबर को पर्चा दाखिल, 15 को चुनाव और 17 नवंबर को मुखिया बनीं नीरा कुमारी
मुकेश कुमार, गोपालगंजगोपालगंज में नई नवेली दुल्हन के मुखिया बनने का रोचक मामला सामने आया है। नई नवेली दुल्हन की महज 3 सप्ताह पूर्व शादी हुई थी। और शादी के बाद ही वह मुखिया…
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उत्तर प्रदेश: पंचायत चुनाव का पहला चरण आज, सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी वोटिंग
उत्तर प्रदेश: पंचायत चुनाव का पहला चरण आज, सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी वोटिंग
उत्तर प्रदेश: पंचायत चुनाव का पहला चरण आज, सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा।
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पंचायत चुनाव २०२१ में गोरखपुर में गाँव के मुखिया के उम्मीदवार पर विवाद करने वालों ने गोली मारी - पंचायत चुनाव २०२१: गोरखपुर में प्रधान पद प्रत्याशी को मारी गोली, हालत गंभीर
पंचायत चुनाव २०२१ में गोरखपुर में गाँव के मुखिया के उम्मीदवार पर विवाद करने वालों ने गोली मारी – पंचायत चुनाव २०२१: गोरखपुर में प्रधान पद प्रत्याशी को मारी गोली, हालत गंभीर
{“_id”: “6077bafb8ebc3e8ca8363664”, “स्लग”: “अप-पंचायत-चुनाव-2021-विवाद-उपद्रवियों-शॉट-ऑन-उम्मीदवार-ग्राम-प्रधान-गोरखपुर”, “प्रकार”: “सुविधा” कहानी “,” स्थिति “:” प्रकाशित करें “,” शीर्षक_हन “:” यूपी पंचायत चुनाव 2021: u0917 u094b u0930 u0916 u092a u0930 _0930 u0930 u0947 _09902 u0902 ” u093e u0928 u092a u0926 u092a u094d u0930 u0924 u094d u092f u093e u0936 u0940 u0915 u094b u092e u093e u0930…
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Pratapgarh-Panchayat Election 2021: Gangster on 50 and Gunda Act on 65 : पंचायत चुनाव 2021: 50 पर गैंगस्टर तो 65 पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई, बवालियों में हड़कम्प
Pratapgarh-Panchayat Election 2021: Gangster on 50 and Gunda Act on 65 : पंचायत चुनाव 2021: 50 पर गैंगस्टर तो 65 पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई, बवालियों में हड़कम्प
प्रतापगढ़ पुलिस पंचायत चुनाव को लेकर एलर्ट पर है. पुलिस ने अभी तक 53 अवैध हथियारों को जब्त कर रखने वाले व्यक्तियों पर कार्रवाई की है. जबकि पुलिस ने 107/116 में 10226 लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
Written By : ब्रजेश मिश्रा | Edited By : Shailendra Kumar | Updated on: 14 Mar 2021, 09:36:25 PM
पंचायत चुनाव 2021: 50 पर गैंगस्टर तो 65 पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई (Photo Credit:…
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