नौसेना की सोनार प्रणालियों के लिए नई परीक्षण और मूल्यांकन सुविधा
नौसेना की सोनार प्रणालियों के लिए नई परीक्षण और मूल्यांकन सुविधा की विशिष्टता विशेष रूप से डिजाइन किए गए सबमर्सिबल प्लेटफॉर्म में निहित है, जिसे समसमायिक रूप से संचालित विंच की श्रृंखला के उपयोग से 100 मीटर की गहराई तक उतारा जा सकता है।
नई दिल्ली, 11 नवंबर: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defense Research and Development Organization– डीआरडीओ) ने सोनार प्रणालियों के लिए नई अत्याधुनिक परीक्षण और मूल्यांकन सुविधा विकसित की है। ‘हल मॉड्यूल ऑफ सबमर्सिबल प्लेटफॉर्म फॉर अकूस्टिक कैरेक्टराइजेशन ऐंड इवैलुएशन (स्पेस) नामक यह सुविधा जहाजों, पनडुब्बियों और हेलीकॉप्टरों सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर नौसेना के उपयोग के लिए विकसित की गई सोनार…
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पीएम मोदी एक देशभक्त, उनके नेतृत्व में बहुत कुछ किया: रूस के व्लादिमीर पुतिन
पीएम मोदी एक देशभक्त, उनके नेतृत्व में बहुत कुछ किया: रूस के व्लादिमीर पुतिन
मास्को:
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को स्थित थिंक टैंक वल्दाई डिस्कशन क्लब में अपने वार्षिक संबोधन में गुरुवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की स्वतंत्र विदेश नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत में उनके नेतृत्व में बहुत कुछ किया गया है क्योंकि उन्होंने उन्हें एक कहा था। देश के देशभक्त, रॉयटर्स के अनुसार पूर्व के बयान का अनुवाद जो उन्होंने रूसी में कहा था।
“पीएम मोदी के नेतृत्व में…
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'मेक इन इंडिया' अभियान के आठ साल पूरे होने पर एफडीआई दोगुना होकर 83 अरब डॉलर हुआ: वाणिज्य मंत्री
‘मेक इन इंडिया’ अभियान के आठ साल पूरे होने पर एफडीआई दोगुना होकर 83 अरब डॉलर हुआ: वाणिज्य मंत्री
नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के रूप में, निवेश की सुविधा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की प्रमुख योजना आठ साल पूरे करती है, वार्षिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) लगभग दोगुना होकर 83 बिलियन अमरीकी डालर हो गया है।
मंत्रालय के अनुसार, 2014-2015 में एफडीआई प्रवाह 45.15 अरब डॉलर था जो कि 83.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो 2021-22 में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच…
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देश मेरे मुझे याद रखना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी देशभक्ति: एक समर्पित नेतृत्व-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भारत के राजनीतिक परिदृश्य पर एक विशेष स्थान रखता है। उनकी देशभक्ति, संजीवनी शक्ति और कड��ी मेहनत ने उन्हें न केवल एक प्रभावशाली नेता, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी बना दिया है। मोदी के नेतृत्व में भारत ने कई महत्वपूर्ण उन्नति और परिवर्तन देखे हैं, जो उनकी गहरी देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम की निशानी हैं। इस लेख में, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशभक्ति को विस्तृत रूप से समझेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे उनके प्रयासों ने भारत को एक नई दिशा दी है।
देशभक्ति का मूल मंत्र- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशभक्ति उनकी राजनीति का मूल आधार है। उनका जीवन एक साधारण पृष्ठभूमि से शुरू हुआ, लेकिन उनकी सोच और दृष्टिकोण ने उन्हें देश की राजनीति के उच्चतम शिखर तक पहुंचाया। मोदी का यह मानना है कि एक नेता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी अपने देश की सेवा करना और उसके उत्थान में योगदान देना है। उन्होंने हमेशा देश की समस्याओं और चुनौतियों को प्राथमिकता दी है और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
स्वतंत्रता संग्राम की यादें- प्रधानमंत्री मोदी की देशभक्ति केवल उनके राजनीतिक कार्यों तक ही सीमित नहीं है। उनका जीवन स्वतंत्रता संग्राम के योगदान की यादों को भी जीवंत करता है। वे अक्सर स्वतंत्रता सेनानियों और उनके बलिदानों की बात करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। मोदी का यह मानना है कि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की याद को संरक्षित रखना और उनके संघर्ष की महत्वता को समझाना हमारी जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री मोदी और उनके प्रमुख योजनाएं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान कई योजनाएं और पहलें शुरू की गई हैं जो देशभक्ति के प्रतीक के रूप में देखी जाती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं:
स्वच्छ भारत मिशन: इस योजना के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का लक्ष्य रखा। यह केवल एक सफाई अभियान नहीं था, बल्कि एक व्यापक सामाजिक आंदोलन था जो देशवासियों को अपने देश के प्रति जिम्मेदार और जागरूक बनाने का प्रयास था।
मेक इन इंडिया: इस पहल का उद्देश्य भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना है। प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि आत्मनिर्भरता और स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने से देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
डिजिटल इंडिया: इस योजना के अंतर्गत, मोदी सरकार ने डिजिटल प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दिया और सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन लाने का प्रयास किया। इसका उद्देश्य देश की प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाना था।
जन धन योजना: इस योजना के तहत, प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों को वित्तीय समावेशन के लाभ प्रदान किए। इससे लाखों भारतीयों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिला और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिली।
आयुष्मान भारत: इस स्वास्थ्य योजना के तहत, मोदी सरकार ने लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त चिकित्सा बीमा की सुविधा प्रदान की। यह योजना स्वास्थ्य देखभाल को हर भारतीय के लिए सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
देशभक्ति के प्रतीक- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशभक्ति का प्रतीक उनके व्यक्तिगत और सार्���जनिक जीवन में देखने को मिलता है। वे अक्सर भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों की बात करते हैं और इन्हें बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं। मोदी ने कई बार देशवासियों को भारतीय संस्कृति के महत्व की याद दिलाई है और इसे संरक्षण करने का आह्वान किया है। उनकी सार्वजनिक भाषणों में भारतीय इतिहास, संस्कृति और गौरव के अंश हमेशा शामिल रहते हैं। वे राष्ट्रीय पर्वों और महापुरुषों के योगदान को सम्मानित करते हैं और उनके प्रयासों को जनमानस में प्रोत्साहित करते हैं। उनका यह दृष्टिकोण एक मजबूत देशभक्ति की भावना को दर्शाता है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण- प्रधानमंत्री मोदी की देशभक्ति केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी देखी जा सकती है। उन्होंने भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने और देश की आर्थिक और सामरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और वैश्विक साझेदारों के साथ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। मोदी ने अपने विदेश दौरों में भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रसार किया और भारत की महानता को विश्व स्तर पर प्रस्तुत किया। उनके इन प्रयासों से न केवल भारत की वैश्विक छवि को सकारात्मक दिशा मिली, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भारत की महत्वता भी बढ़ी।
जनता के साथ जुड़ाव- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जनता के साथ सीधा जुड़ाव भी उनकी देशभक्ति की एक महत्वपूर्ण विशेषता है। वे अक्सर जनता की समस्याओं और चिंताओं को सुनते हैं और उनके समाधान के लिए योजनाएं तैयार करते हैं। मोदी ने अपने प्रशासन के दौरान जनता के बीच में जाकर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की है और उनका समाधान करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उनकी यह सक्रियता और जनसेवा की भावना जनता को प्रेरित करती है और देशभक्ति की एक नई भावना को जन्म देती है। मोदी का यह प्रयास है कि हर भारतीय को एक मजबूत और समृद्ध देश का हिस्सा बनने का मौका मिले।
निष्कर्ष- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशभक्ति उनके जीवन और कार्यों का एक अभिन्न हिस्सा है। उनके नेतृत्व में भारत ने कई महत्वपूर्ण पहल और योजनाओं के माध्यम से देश के विकास और उन्नति की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। मोदी की देशभक्ति केवल शब्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके कार्य और उनकी दृष्टि भी इस देशभक्ति को साकार करती है। उनकी योजनाएं, उनकी दृष्टि और उनकी जनसेवा की भावना ने उन्हें एक प्रेरणादायक नेता बना दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशभक्ति भारत के भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, और उनका नेतृत्व देश को एक नई दिशा और उद्देश्य प्रदान कर रहा है।
देश मेरे मुझे याद रखना - https://youtu.be/e_r9fXZVMvQ
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आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
संक्षिप्त बातमीपत्र
१७जूलै २०२४ सकाळी ११.०० वाजता
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आषाढी एकादशी आज सर्वत्र उत्साहात भक्तिभावाने साजरी होत आहे. पंढरपूरसह राज्यभरातल्या विविध विठ्ठल मंदीरांमध्ये भाविकांनी दर्शनासाठी गर्दी केली आहे. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी आषाढी एकादशीनिमित्त शुभेच्छा दिल्या आहेत. या उत्सवामुळे आपल्यामध्ये भक्तिभाव, नम्रता आणि करुणा वाढीस लागू दे, तसंच प्रामाणिकपणे सर्वांची सेवा करण्यासाठी प्रेरणा मिळू दे अशी प्रार्थना त्यांनी ट्विट संदेशाच्या माध्यमातून केली आहे.
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संत नामदेव महाराजांचं जन्मस्थळ असलेल्या हिंगोली जिल्ह्यातल्या नरसी नामदेव इथं भाविकांनी दर्शनासाठी गर्दी केली. संस्थांनचे पदसिद्ध अध्यक्ष तहसीलदार नवनाथ वगवाड यांच्या हस्ते आज महापूजा करण्यात आली.
प्रतिपंढरपूर अशी ओळख असलेल्या जालना शहरातल्या आनंदी स्वामी महाराज मंदिरात आज आषाढी एकादशीनिमित्त भाविकांनी दर्शनासाठी गर्दी केली आहे. आज सकाळी आनंदी स्वामी महाराजांच्या पालखी मिरवणुकीस सुरुवात झाली. ही पालखी नगर प्रदिक्षणा घालून रात्री मंदिरात पोहचणार आहे. विविध साहसी खेळ हे या मिरवणुकीचं वैशिष्ट्य आहे.
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मोहरम आज पाळला जात आहे. प्रेषित मोहम्मद पैंगंबर यांचे नातू हजरत इमाम हुसैन यांनी दिलेल्या बलिदानाचं स्मरण म्हणून हा दिवस पाळला जातो. यानिमित्त ताजिया मिरवणूक काढली जाते.
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भारतीय अर्थव्यवस्था, मेक इन इंडिया योजनेमुळे जागतिक स्तरावर कशी उंचावत आहे, याची एक झलक पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी समाजमाध्यमांवर प्रसारित केली आहे. यामध्ये भारतीय बनावटीच्या विविध उत्पादनांच्या निर्यातीच्या माध्यमातून जागतिक बाजारपेठेत भारताचा वाढता प्रभाव, सहभाग आणि उपस्थितीविषयी त्यांनी भाष्य केलं आहे.
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शिर्डी इथल्या साईबाबा मंदिराला सीआरपीएफ अर्थात केंद्रीय राखीव पोलीस दल किंवा सीआयएफएफ अर्थात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा दलाची सुरक्षा पुरवण्याबाबत शिफारस करण्यासाठी सात सदस्यीय समिती स्थापन करण्याचे आदेश उच्च न्यायालयाने राज्य सरकारला दिले आहेत. ३० नोव्हेंबर पर्यंत याबाबतचा गोपनीय अहवाल समितीला न्यायालयात दाखल करावा लागणार आहे.
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PSLV-C58 मिशन
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की प्रौद्योगिकी विकास निधि (TDF) योजना के तहत विकसित एक हरित प्रणोदन प्रणाली ने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV)- C58 मिशन द्वारा लॉन्च किये गए पेलोड पर ऑर्बिट में कार्यक्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है।यह भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिये एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि यह देश की रक्षा क्षमताओं में वृद्धि के लिये हरित तथा स्वदेशी प्रौद्योगिकियों की दक्षता को प्रदर्शित करता है।TDF रक्षा मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसे रक्षा तथा एयरोस्पेस, विशेषकर स्टार्टअप एवं MSME में नवाचार के वित्तपोषण के लिये "मेक इन इंडिया" पहल के तहत DRDO द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
PSLV-C58 मिशन
- ISRO के PSLV-C58 ने 1 जनवरी, 2024 को एक एक्स-किरण ध्रुवणमापी उपग्रह (X-ray Polarimeter Satellite- XPoSat) को पूर्व की ओर कम झुकाव वाली कक्षा में लॉन्च किया।
- XPoSat आकाशीय स्रोतों से एक्स-रे उत्सर्जन के अंतरिक्ष-आधारित ध्रुवीकरण माप में अनुसंधान करने वाला ISRO का पहला समर्पित वैज्ञानिक उपग्रह है।
- इस मिशन का उद्देश्य तीव्र एक्स-रे स्रोतों के ध्रुवीकरण की जाँच करना है।
- एक्स-रे, 0.01-10 नैनोमीटर की तरंग दैर्ध्य के साथ, लंबवत विद्युत और चुंबकीय क्षेत्रों द्वारा विशेषता विद्युत चुंबकीय विकिरण हैं।
- एक्स-रे ध्रुवीकरण को मापना, खगोलविदों को खगोलीय पिंडों में चुंबकीय क्षेत्र अभिविन्यास और शक्तियों का अध्ययन करने में सहायता करता है, जो पल्सर, ब्लैक होल क्षेत्रों तथा अन्य एक्स-रे-उत्सर्जक ब्रह्मांडीय घटनाओं को समझने के लिये महत्त्वपूर्ण है।
हरित प्रणोदन प्रणाली
- हरित प्रणोदन प्रणाली को बेंगलुरु स्थित स्टार्ट-अप बेलाट्रिक्स एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (विकास एजेंसी) द्वारा विकसित किया गया था।
- यह परियोजना के तहत ऊँचाई नियंत्रण तथा सूक्ष्म उपग्रहों की कक्षा के अनुवीक्षण के लिये 1N क्लास ग्रीन मोनोप्रोपेलेंट का उपयोग किया जाता है।
- इस प्रणाली में स्वदेशी रूप से विकसित प्रणोदक, फिल एंड ड्रेन वाल्व, लैच वाल्व, सोलनॉइड वाल्व, उत्प्रेरक सतह (catalyst bed), ड्राइव इलेक्ट्रॉनिक्स आदि शामिल हैं।
- इस नवोन्मेषी तकनीक के परिणामस्वरूप कम कक्षा वाले स्थान के लिये एक गैर विषैले और पर्यावरण-अनुकूल प्रणोदन प्रणाली का निर्माण हुआ है, जो पारंपरिक हाइड्राज़िन (hydrazine)- आधारित प्रणोदन प्रणालियों के विपरीत है जो खतरनाक तथा प्रदूषणकारी हैं।
- यह प्रणाली उच्च प्रणोद आवश्यकताओं वाले अंतरिक्ष अभियानों के लिये आदर्श है।
प्रणोदन प्रणाली
- प्रणोदन का अर्थ है किसी वस्तु को आगे की ओर धकेलना या चलाना। प्रणोदन प्रणाली एक म��ीन है जो किसी वस्तु को आगे धकेलने के लिये बल उत्पन्न करती है।
- प्रणोदक एक ऐसा पदार्थ है जिसे बल पैदा करने के लिये निष्कासित या विस्तारित किया जाता है। प्रणोदक गैस, तरल या ठोस हो सकते हैं।
- रॉकेट में, प्रणोदक रासायनिक मिश्रण होते हैं जो बल उत्पन्न करते हैं। इनमें ईंधन और एक ऑक्सीडाइज़र होता है।
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भविष्य के रॉकेट और उपग्रह प्रणोदन प्रणालियों में उपयोग के लिये हरित प्रणोदक विकसित कर रहा है।
- इसरो ने प्रयोगशाला स्तर पर ईंधन के रूप में ग्लाइसीडिल एज़ाइड पॉलिमर (GAP) और ऑक्सीडाइज़र के रूप में अमोनियम डी-नाइट्रामाइड (ADN) पर आधारित एक पर्यावरण-अनुकूल ठोस प्रणोदक विकसित करके शुरुआत की है, जो रॉकेट इंजनों से क्लोरीनयुक्त निकास उत्पादों के उत्सर्जन को समाप्त कर देगा।
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Make in India will make India a super power | मेक इन इंडिया देश की पहचान बन चुकी है#motivationalspeaker #treding #viral #unemployment #politcs #narendramodi ...
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आधुनिक होगा थर्मल मेगावाट प्लांट, जल्द शुरू होगा निर्माण
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'मैं मेक इन इंडिया का परफेक्ट उदाहरण...', बोले वर्ल्ड बैंक के चीफ अजय बंगा, PM मोदी की तारीफ की - Aaj Tak
http://dlvr.it/Svv9hB
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G-20 के मेहमानों के लिए तैयार किए गए चांदी सोने के सपेशल् बर्तन
कुछ इस तरह से हो रही है G-20 सम्मेलन की तैयारिया__
New Delhi G-20: देश की राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मेहमानों के खाने-पीने की व्यवस्था के भी स्पेशल इंतजाम किए गए हैं. जिसमे सोने चांदी से बने बर्तन भी सामिल है
अयिरिस कंपनी की खास नक्काशी
आइरिस कंपनी के मालिक राजीव और उनके बेटे ने बताया कि कुल 3 पीढ़ियों से वो बर्तन बनाने का काम कर रहे हैं जिसमें पूरे भारत की झलक नजर आती है. उनका मकसद विदेशी मेहमानों को भारत की एक झलक एक टेबल पर दिखाने का है. उनके बर्तनों में जयपुर, उदयपुर, बनारस से लेकर कर्नाटक को नक्काशी नजर आती है
कुल 15 हजार बर्तनों का ऑर्डर उन्हें मिला था.जिसे बनाने में कई दिन लगते हैं. इन बर्तनों की खासियत ये है कि ये पूरी तरह से 'मेक इन इंडिया' थीम के अंतर्गत आते हैं.
इन बर्तनों को बनाने वाली कंपनी के मुताबिक, उनकी कंपनी 11 होटलों में बर्तन भिजवा रही है जिसमे आईटीसी ताज भी शामिल है. इससे पहले जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जब भारत आए थे तो उन्हें खाने के साथ-साथ भारतीय क्रॉकरी इतनी पसंद आई थी कि वो उसे अपने साथ लेकर चले गए थे.
News Source: SM Hindi News
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मुंबई में I.N.D.I.A. की मीटिंग का संदेश, थोड़ा है, थोड़ी की जरूरत है
मुंबई: 28 विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की दो दिनों की मीटिंग मुंबई में हुई। इस दौरान सियासत की गतिविधियों का केंद्र मुंबई रहा। वहीं, दूसरी ओर केंद्र दो दिनों में लगातार दो फैसले लेकर उस सियासी हलचल के केंद्र को मुंबई के साथ-साथ दिल्ली भी बनाता दिखा। बैठक को विपक्षी गठबंधन ने पूरी तरह सफल बताया। लेकिन अगर नजदीक से देखें तो संकेत है कि-थोड़ा है थोड़ की जरूरत है:
रैलियों-सभााओं को लेकर स्पष्टता
मीटिंग में तय हुआ कि अगले कुछ दिनों बाद I.N.D.I.A. गठबंधन की हर महीने रैली होगी। शुरुआत इसी महीने से हो सकती है। रैली कहां होगी और इसमें क्या मुद्दे होंगे इससे भी आगे की राह तय होगी। साल के अंत में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। क्या वहां I.N.D.I.A. एकजुट रैली करेगा? क्योंकि इन राज्यों में कांग्रेस सीधे मुकाबले में है। I.N.D.I.A. गठबंधन दल के नेताओं का कहना है कि यह सियासी तालमेल लोकसभा चुनाव के लिए है। क्षेत्रीय राज्यों के चुनाव में अपने सियासी स्पेस को बचाकर रखेंगे।
सीट शेयरिंग का मामला
मीटिंग के बाद कहा गया कि अब सीट शेयरिंग की बात शुरू होगी। I.N.D.I.A. गठबंधन ने 450 सीटों पर एक कॉमन उम्मीदवार बनाने की महत्काकांक्षी योजना बनाई है। हालांकि, बैठक में भाग लेने वाले एक नेता ने कहा कि अगर वे 375 सीटों पर भी एक उम्मीदवार देने में सफल हो जाते हैं तो इससे बड़ा संदेश जाएगा। लेकिन यह अभी आसान नहीं है। उत्तर प्रदेश की 80, प. बंगाल की 42 और पंजाब-दिल्ली की 20 सीटों को लेकर असली चुनौती है। अगर इन सीटों पर गठबंधन ने रास्ता निकाला लिया तो जरूर सफलता मानी जाएगी। इस पर औपचारिक बात शुरू करने का संकेत दिया है। ऐसे में कुछ दिनों में इस मोर्चे पर स्पष्टता आ जाएगी, नेतृत्व को लेकर भी स्पष्टता लानी होगी। मुंबई मीटिंग में इसे लेकर कोई बात नहीं हुई।
कई मुद्दों पर सहमति अभी बाकी है
गठबंधन की मीटिंग विपक्ष के लिए मेक या ब्रेक मोमेंट बताई जा रही थी। कुल मिलाकर दो दिनों की मीटिंग में आगे का रोडमैप बताने की जरूर कोशिश हुई। गठबंधन की ओर से अच्छी शुरूआत का दावा किया गया। कई फैसलों का हवाला देकर बताया गया कि गठबंधन सही दिशा में बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी कुछ सवाल बाकी हैं। मसलन, गठबंधन के लिए संयोजक का चुनाव भी होना था। बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस पद के लिए सबसे आगे बताए जा रहे थे। लेकिन इस पद की नियुक्ति का ऐलान नहीं हुआ। वहीं, मुद्दों को लेकर संकेत गया कि सहमति बाकी है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें ज्यादातर दल जाति जनगणना को भी शामिल करना चाहते थे लेकिन आम सहमति नहीं बनी। अडाणी के मुद्दे पर विपक्ष में एक राय नहीं है कि इसे चुनावी मुद्दा बनाया जाए। कई दल रोजगार-महंगाई पर ही अपना पूरा फोकस रखना चाहते हैं।
गठबंधन के 'लोगो' पर भी नहीं बनी सहमति
विपक्षी गठबंधन इंडिया की दो दिवसीय बैठक शुक्रवार को मुंबई में संपन्न हो गई। 28 दलों के 63 नेताओं की कई दौर की मैराथन बैठक हुई , लेकिन गठबंधन में संयोजक पद पर सहमति नहीं बन सकी। मुंबई में बैठक से पहले चर्चा थी कि यहां संयोजक का ऐलान होगा और लोगो भी जारी किया जाएगा। लेकिन बैठक के आखिरी दिन कई कमिटियों की घोषणा हुई, लेकिन संयोजक और लोगो की घोषणा नहीं हो सकी।सूत्रों के मुताबिक गठबंधन के नेताओं के बीच संयोजक पद को लेकर कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई। कहा जा रहा है कि किसी विवाद से बचने के लिए संयोजक पद पर नेताओं ने ज्यादा जोर नहीं दिया। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन का नाम भी इस पद के लिए चर्चा में रहा। कहा यह भी जा रहा है कि हो सकता है कि गठबंधन में संयोजक का पोस्ट ही न रखा जाए। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में संयोजक की कोई जरूरत नहीं है।
ममता की नाराजगी भी रही चर्चा में
लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को हराने के लिए बनी I.N.D.I.A. गठबंधन की मुंबई बैठक पर विवादों का भी साया रहा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कांग्रेस से और कांग्रेस की कपिल सिब्बल को लेकर नाराजगी चर्चा में रही। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बात से नाराज हो गईं कि राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस में अडाणी का मुद्दा उठा दिया। ममता इतनी नाराज हो गईं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस बीच में ही छोड़कर चली गईं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि ममता ने इस बात पर नाराजगी जताई कि जब प्रेस कॉन्फ्रेंस गठबंधन की हो रही थी तो कांग्रेस ने बिना सहमति के अपना अजेंडा क्यों आगे बढ़ाया। वहीं, सूत्रों का कहना है कि गठबंधन की बैठक में पश्चिम बंगाल में चुनाव को लेकर लेफ्ट पार्टियों के साथ कांग्रेस के रुख से भी ममता नाराज हैं। http://dlvr.it/SvWTxM
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cait support government - कंप्यूटर, लैपटॉप और टैबलेट के आयात पर प्रतिबंध का कैट ने किया स्वागत, सचिव ने कहा मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने वाला कदम
जमशेदपुर : कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने लैपटॉप, कंप्यूटर और टैबलेट के आयात पर प्रतिबंध लगाने वाली सरकार के कदम की सराहना की है. इस तरह के कदम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए इन वस्तुओं के घरेलू विनिर्माण और खपत को बढ़ावा मिलेगा. कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोन्थालिया ने सरकार के इस कदम पर कहा कि अब तक विदेशी सामान विशाल भारतीय बाजार पर कब्जा…
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मोदी सरकार का बड़ा फैसला : लैपटॉप, टैबलेट और कम्प्यूटर के आयात पर लगा बैन….”मेक इन इंडिया” के लिए सरकार ने लिया कड़ा फैसला केंद्र सरकार ने लैपटॉप, कंप्यूटर और टैबलेट के आयात पर बैन लगा दिया है. इस संबंध में गुरुवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है. हालांकि नोटिफिकेशन में ये भी कहा गया है कि इन प्रतिबंधित आइटम्स का आयात वैध लाइसेंस लेने के बाद किया जा सकेगा.
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date: 12 March 2024
Time 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक १२ मार्च २०२४ दुपारी १.०० वा.
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आत्मनिर्भर भारतासाठी भारतीय रेल्वे एक सशक्त माध्यम असल्याचं, पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी म्हटलं आहे. अहमदाबाद इथं आज ८५ हजार कोटी रुपयांपेक्षा जास्त खर्चाच्या विविध रेल्वे प्रकल्पांचं उद्घाटन आणि लोकार्पण केल्यानंतर ते बोलत होते. लातूरचा रेल्वे बोगी बांधणी कारखाना, जालना इथलं गतीशक्ती कार्गो टर्मिनल, अहमदाबाद ते मुंबईत सेंट्रल वंदे भारत रेल्वेगाडी, या राज्यातल्या प्रकल्पांचा यात समावेश आहे. याशिवाय बडनेरा इथली रेल्वे बोगी दुरुस्ती कार्यशाळा, वंदे भारत कोच देखभाल दुरुस्ती कार्यशाळा, रेल्वे स्थानकावरची जनऔषधी केंद्रं, रेल कोच उपाहारगृहं, सुमारे दीडशे वन स्टेशन वन प्रॉडक्ट स्टॉल, आदी प्रकल्पांचा समावेश आहे.
गेल्या दहा वर्षात भारतीय रेल्वेत मोठा बदल झाला असून, रेल्वेचा विकास हा राष्ट्रीय लोकशाही आघाडी सरकारच्या सर्वोच्च प्राधान्यांपैकी एक असल्याचं पंतप्रधान म्हणाले. रेल्वेचं जाळं अधिक विस्तारणं, रेल्वे पायाभूत सुविधांचं आधुनिकीकरण करणं, प्रवाशांसाठी सुविधा वाढवणं आणि रेल्वे प्लॅटफॉर्मवर मेक इन इंडिया उत्पादनांच्या विक्रीला प्रोत्साहन देणं, यासाठी सरकार सातत्यानं प्रयत्न करत असल्याचं त्यांनी सांगितलं.
जालना तालुक्यातल्या दरेगाव शिवारात उभारण्यात आलेल्या 'गती शक्ती कार्गो टर्मिनल'च्या लोकार्पण सोहळ्याला केंद्रीय रस्ते वाहतूक आणि महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी, केंद्रीय रेल्वे राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे उपस्थित होते. या टर्मिनलच्या माध्यमातून जालना जिल्ह्यात आयात - निर्यात केंद्र सुरु होणार असल्याची माहिती गडकरी यांनी यावेळी दिली.
लातूर इथं रेल्वे बोगी बांधणी कारखान्याच्या उद्घाटन सोहळ्याला, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दूरदृश्य प्रणालीच्या माध्यमातून, तर खासदार सुधाकर शृंगारे, आमदार संभाजी पाटील निलंगेकर प्रत्यक्ष उपस्थित होते. लातूर शहराजवळ चिंचोलीराववाडी इथल्या नवीन औद्योगिक वसाहत परिसरात, ३५० एकरवर हा मराठवाडा रेल्वे बोगी बांधणी कारखाना आहे. मेट्रो कोच तसंच वंदे भारत कोच देखील या कारखान्यात तयार करण्यात येणार आहेत.
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दरम्यान, गुजरातच्या एक दिवसीय भेटीदरम्यान पंतप्रधान मोदी यांनी, पुनर्विकसित कोचरब आश्रमाचं उद्घाटन केलं आणि साबरमती इथल्या गांधी आश्रम स्मारकाच्या मास्टर प्लॅनचं लोकार्पण केलं.
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पंतप्रधान मोदी आज राजस्थानात पोखरण इथं भारत शक्ती, या संयुक्त आणि आत्मनिर्भरतेचं दर्शन घडवणाऱ्या तिन्ही सैन्यदलांच्या, नेमबाजी आणि लष्करी डावपेच सरावाच्या प्रदर्शनाची पाहणी करणार आहेत. भूमी, हवाई, सागरी आणि अंतराळ या सर्व क्षेत्रातून येणाऱ्या संकटांना तोंड देण्यासाठी, भारतीय सशस्त्र दलांची क्षमता आणि सिद्धता या सामर्थ्याचं दर्शन यातून घडेल.
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देशात संशोधित नागरिकत्व कायदा - सीएए लागू करण्यात आला असून, पात्र व्यक्तींना नागरिकत्वासाठी अर्ज करण्यासाठी केंद्रीय गृहमंत्रालयानं पोर्टल सुरु केलं आहे. तसंच सीएए-२०१९ हा मोबाईल ॲपही लवकरच कार्यान्वित होणार असल्याचं गृहमंत्रालयानं प्रसिद्ध केलेल्या निवेदनात म्हटलं आहे.
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महात्मा फुले नविनीकरणीय उर्जा आणि पायाभूत तंत्रज्ञान भागिदारी कंपनीच्या वतीने, राज्यात विविध जिल्ह्यातल्या पाच भव्य प्रकल्पांचा शुभारंभ आणि भुमिपूजन काल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांच्या हस्ते झालं. बृहमुंबई महानगरपालिकेच्या सहकार्याने तरंगतं सोलार, मुख्यमंत्री सौर उद्योग उत्थान कार्यक्रमाअंतर्गत ४०० मेगावॅट क्षमतेचा प्रकल्प, ठाणे जिल्ह्यात दुधनी- वापे इथं कार्बन न्यूट्रल प्रकल्प, सातारा जिल्ह्यात मोळ या ठिकाणी १०० मेगावॅट सौरऊर्जा प्रकल्प, रत्नागिरी रेल्वे स्थानक इथं एकात्मिक शितगृह प्रकल्पांचा यात समावेश आहे. ग्रीन हायड्रोजनच्या वापरास प्रोत्साहन देणारं महाराष्ट्र हे देशातलं पहिलं राज्य ठरलं असल्याचं मुख्यमंत्री यावेळी म्हणाले.
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सातारा जिल्ह्यात कराड इथं आज माजी मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण यांच्या जयंतीनिमित्त पी. डी. पाटील गौरव प्रतिष्ठानतर्फे आयोजित कार्यक्रमात उपमुख्यमंत्री अजित पवार सहभागी झाले होते. यशवंतराव चव्हाण यांचे प्रितीसंगमावरील समाधीस्थळ उर्जा आणि प्रेरणा स्त्रोत आहे. शासनाच्या माध्यमातून लोकहिताचं काम करत असताना, असे उर्जा आणि प्रेरणा स्त्रोत सहायभूत ठरतात, असं पवार यावेळी म्हणाले.
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युवा मुष्टीयुद्ध विश्वचषक स्पर्धेत भारताच्या संघानं उपविजेतेपद पटकावलं आहे. या स्पर्धेत मुलींमधे भारताच्या निकिता चंद, चंचल चौधरी, पार्थिव ग्रेवाल आणि आकांक्षा फलस्वाल यांनी विविध वजनी गटामधे सुवर्ण पदकं पटकावली. तर मुलांमधे ब्रजिश तमतानं सुवर्णपदक जिंकलं. निकिता चंदला या स्पर्धेतला उत्कृष्ट मुष्टीयोद्ध्याचा किताबही मिळाला. याशिवाय नऊ रौप्य आणि १२ कांस्य पदकासह भारतीय संघानं एकूण २६ पदकं या स्पर्धेत पटकावली.
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वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन: भारतीय रेल का अद्वितीय करिश्मा
भारतीय रेलवे हमारे देश की सबसे महत्त्वपूर्ण जीवन रेखा है। इसकी सुविधाएँ और आपूर्ति देशवासियों के लिए महत्वपूर्ण हैं जो दूसरे विधानों को संभालने के लिए यात्रा करते हैं। भारतीय रेलवे ने सदियों से अद्वितीय योजनाएँ और पहल की हैं, जो देश की सराहना के योग्य हैं। इनमें से एक है "वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन"।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सुविधाएँ:
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन एक राष्ट्रीय स्तर की ट्रेन है जो भारतीय रेलवे द्वारा संचालित की जाती है। इसे "तेज़ तारीक़े से लंबी दौड़" की भूमिका दी जाती है क्योंकि इसकी गति और सुविधाएँ अनुपम हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रे�� का मुख्य उद्देश्य देश की विभिन्न शहरों को आपस में जोड़ना है और यात्रियों को शानदार सुविधाएँ प्रदान करना है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का प्रारंभिक स्थापना प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2019 को की थी। यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच के यात्रा के लिए शुरू की गई थी। इसके अलावा इस ट्रेन की और बहुत सारी मार्गों की योजनाएँ बनी हैं जो शीघ्र ही शुरू होने की उम्मीद हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन महान उपलब्धि:
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन एक महान उपलब्धि है, क्योंकि इसे भारत की पहली "अपूर्ण रेल" के रूप में जाना जाता है। इसमें मेक इन इंडिया के सिद्धांतों का पूर्ण ध्यान रखा गया है और इसे भारत के अन्य देशों के प्रमुख ट्रेनों से तुलना करके तैयार किया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के निर्माण में एयरोनॉटिकल साइंस के तकनीकी संयोजन का भी उपयोग किया गया है।
यह ट्रेन पूर्णतः विद्युत चालित है और तेजी से चलने की क्षमता रखती है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का आपूर्ति संचालन निदेशालय द्वारा किया जाता है जिसमें विभिन्न विभागों के कर्मचारी शामिल होते हैं जो इसकी व्यवस्था, सुरक्षा, और आपूर्ति की जिम्मेदारी निभाते हैं। यात्रियों को आरामदायक सीटें, सुंदर इंटीरियर, प्रीमियम सुविधाएँ, एक प्रमुख रेस्टोरेंट, और उच्चतम गति के साथ तेज़ यात्रा का आनंद मिलता है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की एक खासता यह है कि यह अपूर्ण रेल के साथ-साथ पर्यावरण मितिगर्भित भी है। इसकी संरचना और इंजीन में प्रदूषण को कम करने के लिए उच्च गुणवत्ता के तत्वों का प्रयोग किया गया है। इसके उच्च गति के कारण इसे प्लान के मुताबिक आपूर्ण रेल से अधिक उपयोगी माना जाता है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन द्वारा भारतीय रेलवे ने अपनी संगठनात्मक क्षमता और योग्यता को एक नई ऊचाई दी है। इसकी यात्रा न केवल यात्रियों को तेजी से और आरामदायक तरीके से अपने गंतव्य तक पहुंचाती है, बल्कि यह देशवासियों के मन में भारतीय रेलवे के प्रति गर्व का भाव पैदा करती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने भारतीय रेलवे के समकक्ष ट्रेनों के साथ तुलना में एक नया मानक स्थापित किया है। इसके सुंदर डिज़ाइन, तेज़ गति, और प्रीमियम सुविधाओं के साथ यह ट्रेन एक महान उपलब्धि है। यह ट्रेन देश की विकास और उन्नति का प्रतीक है और भारतीय रेलवे की प्रगति और उद्यमिता का प्रमाण है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन:
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन भारतीय रेलवे के लिए एक महत्त्वपूर्ण मोमेंट था। यह एक प्रतिष्ठित और प्रभावी ट्रेन है जो भारतीय रेलवे को वैश्विक मानकों के साथ तुलना करने में मदद करती है। इस ट्रेन में उच्चतम सुरक्षा स्तर और उन्नत तकनीकी तत्वों का प्रयोग किया गया है, जो इसे आधुनिक दौर की ट्रेनों में एक मानदंड बनाता है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से यात्रियों को अद्वितीय यात्रा का आनंद मिलता है। इसमें आरामदायक सीटें, वाई-फाई सुविधा, विशेष प्रवेश द्वार, एक आरामदायक स्वप्न ग्रहण क्षेत्र, और उच्चतम गुणवत्ता वाली खाद्य सुविधाएँ शामिल हैं। इसकी डिज़ाइन और इंटीरियर भी आकर्षक और मनोहारी हैं, जो यात्रियों को आनंददायक और शानदार अनुभव प्रदान करते हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने भारतीय रेलवे के व्यवस्थापन में भी एक महत्त्वपूर्ण बदलाव लाया है। इसके लॉन्च के बाद से, यात्रियों की मांग और प्राथमिकताएं बढ़ गई हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में और भी राष्ट्रीय स्तर की ट्रेनें शुरू की हैं। इससे यात्रियों को और भी अधिक सुविधाएँ मिलेंगी और विभिन्न शहरों के बीच यात्रा करना आसान होगा।
उन्नत और गुणवत्ता:
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से भारतीय रेलवे ने अपने ग्राहकों को एक उन्नत और गुणवत्ता से भरपूर यात्रा अनुभव प्रदान की है। इस ट्रेन के माध्यम से हमारे देश की विकास और प्रगति की प्रतीक्षा हो रही है। इसकी सफलता और प्रभावी प्रदर्शन के बाद, भारतीय रेलवे अब और भी उन्नत ट्रेनें शुरू करने की योजना बना रही है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने भारतीय रेलवे को गर्व के साथ आगे बढ़ाया है। यह ट्रेन देशभक्ति, योग्यता, और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सफलता भारतीय रेलवे के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान है और यह आगे बढ़ती हुई भारतीय रेल उद्यमिता का प्रतीक है।
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तेलंगाना में पीएम मोदी ने दिया भाषण, KCR को कहा सबसे भ्रष्ट पार्टी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार 8 जुलाई को तेलंगाना (Telangana) के वारंगल में 6 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्गाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि तेलंगाना के लोगों की ताकत ने हमेशा भारत की ताकत बढ़ाई है. आज जब भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, तो इसमें तेलंगाना के लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने इस दौरान केसीआर सरकार (KCR Government) पर हमला बोला और इसे सबसे भ्रष्ट सरकार बताया.
पीएम मोदी का संबोधन
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, ऐसे में जब पूरी दुनिया भारत में निवेश के लिए आ रही है, तब तेलंगाना के सामने अवसर ही अवसर हैं. उन्होंने कहा, आज का भारत नया भारत है. बहुत सारी एनर्जी से भरा हुआ है. 21वीं सदी के इस तीसरे दशक में हमारे पास एक गोल्डन पीरियड आया है. हमें इस मौके के हर पल का पूरा इस्तेमाल करना है. देश का कोई भी कोना तेज विकास की संभावना में पीछे नहीं रहना चाहिए.नए लक्ष्य के लिए नए रास्ते भी बनाने पड़ते हैं. भारत का तेज विकास पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर पर संभव नहीं था. इसलिए हमारी सरकार पहले से कहीं अधिक स्पीड और स्केल पर काम कर रही है.
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने आगे कहा, आज हर प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पहले से कई गुना तेजी से काम हो रहा है. आज पूरे देश में हाईवे, एक्सप्रेसवे, इक्नॉमिक कॉरिडोर, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का जाल बिछ रहा है. पीएम मोदी ने कहा, युवाओं के लिए रोजगार का एक और बड़ा माध्यम देश में मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर बन रहा है, ‘मेक इन इंडिया’ अभियान बन रहा है. हमने देश में मैन्युफेक्चरिंग को प्रोत्साहित करने के लिए PLI योजना शुरु की है. इसका मतलब जो ज्यादा उत्पादन कर रहा है उसे भारत सरकार से विशेष मदद मिल रही है.
केसीआर सरकार पर लगाए आरोप
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने तेलंगाना सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि तेलंगाना में जो सरकार है उसने क्या किया? यहां की राज्य सरकार ने सिर्फ 4 काम किए हैं. पहला- सुबह-शाम मोदी और केंद्र सरकार को गाली देने का काम किया है. दूसरा- सिर्फ एक ही परिवार को सत्ता का केंद्र बनाने और खुद को तेलंगाना का मालिक साबित करने का काम किया है. तीसरा इन्होंने तेलंगाना के विकास को चौपट कर दिया. चौथा-इन्होंने तेलंगाना को भ्रष्टाचार में डुबा दिया. KCR सरकार यानी सबसे भ्रष्ट सरकार. ये जितनी भी परिवारवादी पार्टियां हैं, उनकी नींव भ्रष्टाचार पर खड़ी होती है.
उन्होंने आगे कहा, परिवारवादी कांग्रेस (Congress) का भ्रष्टाचार पूरे देश ने देखा है. परिवारवादी बीआरएस का भ्रष्टाचार पूरा तेलंगाना देख रहा है. कांग्रेस हो या बीआरएस दोनों ही तेलंगाना के लोगों के लिए घातक है. इन दोनों से ही तेलंगाना के लोगों को बचकर रहना है. पीएम मोदी ने कहा, यहां सत्ता में जो परिवार बैठा है, जो करोड़ों के घोटालों में लिप्त है, जिसपर जांच एजेंसियों का शिकंजा लगातार कस रहा है, जिसकी पोल तेलंगाना के लोगों के सामने खुल चुकी है, वो परिवार अब लोगों का ध्यान भटकाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहा है.
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