म्हाडाचे घर भाड्याने देता येते का? घरे विकता येतात का?
Mhada flat rental process : म्हाडाची लॉटरी लागल्यावर आपले घर भाड्याने देता येते का? किंवा विकता येते का? हा प्रश्न अनेकांच्या मनात असतो. म्हाडाचे घर भाड्याने किंवा विकण्यासाठी काय नियम व अटी आहेत? याबद्दल आपण सविस्तर माहिती पाहणार आहोत.
म्हाडा लॉटरीत घर लागल्यानंतर काही लोकांना अनेक कारणांमुळे बाहेर जावे लागते. कोणाला बदली मुळे जावे लागते तर कोणाला कामानिमित्त बाहेर जावे लागते. अश्या लोकांना…
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म्हाडा के घरों की प्रतीक्षा करने वालों के लिए बड़ी खबर, मास्टर सूची वालों को मिलेगा 100 अतिरिक्त क्षेत्रफल वाले घर, पात्र आवेदकों को लॉटरी से होगा घरों का आवंटन
https://insightnewsstories.com/?p=9854/Big-news-for-those-waiting-for-MHADA-houses-those-on-master-list-will-get-100'-additional-area-houses-will-be-allotted-to-eligible-applicants-through-lottery/
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करोड़ों लोगों की तरह मेरी भी कर्मभूमि मुंबई है। मुंबई पर मेरा पारंपरिक अधिकार है, ऐसा मैं मानता हूँ। परिंचे से ११ किलोमीटर की दूरी पर स्थित वाल्हे रेलवे स्टेशन, परिंचे के लोगों के लिए बड़ा वरदान था। गठरी बांधकर चलते हुए वाल्हे पहुँच जाते। वहाँ से पैसेंजर से सीधे बोरीबंदर उतरते। किसी मूर्तिकार को उच्चकोटि का पत्थर मिल जाए और वह उसका रूपांतरण, मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रतिमा में कर दे, कुछ ऐसा ही मुंबई शहर का हाल है। अंग्रेजों को यह प्राकृतिक बंदरगाह बिल्कुल ख़ाली मिला और उन्होंने मनमाफ़िक ढंग से उसे बसाया। इस शहर के विकास में दो प्रकार के व्यापार की मुख्य भूमिका थी। पहला था, सर्वश्रुत कपास का व्यापार। मैंचेस्टर की कपड़ा मिलों को लगने वाले कच्चे कपास की गांठें, यहाँ से जातीं और वहाँ से बाज़ार में बेचने के लिए तैयार कपड़े लाए जाते। दूसरा और बेहद कम लोगों को पता व्यापार था, अफ़ीम का। अमर फ़ारूकी की किताब ‘द ओपियम सिटी’ पढ़कर अफ़ीम के व्यापार से बड़े बने लोगों के बारे में पता चलता है।
आज़ादी से पहले ही मेरे दादाजी धोंडिबा ने, वाल्हे से पैसेंजर पकड़ी और मुसाफ़िरी करने मुंबई पह���ँच गए। उस समय की ट्राम कंपनी में, जो आज ‘बेस्ट’ के नाम से प्रसिद्ध है, बतौर कंडक्टर काम करने लगे और डिलाइल रोड की बी.डी.डी. चाल में अपना संसार बसा लिया। डिलाइल रोड में ही दादा, हौसा बुआ और मारूति अन्ना का जन्म हुआ और उनकी प्राथमिक शिक्षा-दीक्षा भी यहीं से हुई। सेवानिवृति के बाद दादाजी ने मुंबई में अपनी मिल्कियत की जगह खरीदने के बजाय, १९६० के आस-पास परिवार के साथ मुंबई छोड़कर गाँव जाने का ग़लत निर्णय लिया। उन्होंने सेवानिवृति के पैसे से परिंचे में ज़मीन खरीदने, कुआं खोदने का काम कर खेती करने का असफल प्रयास किया। इसका नतीजा यह हुआ कि मेरे पिताजी को अगले बीस साल, अपने दूर के पटीदार पिराजी हवलदार के दादर के सर भालचंद्र मार्ग पर स्थित, पुलिस क्वार्टर में पेइंग-गेस्ट बनकर रहना पड़ा।
दादा दादर की टाटा मिल में नॉन ओवन विभाग में मिल कामगार की नौकरी करते थे। शायद सुरेश मामा में, ढंग से नौकरी न करने के अवगुण का संचार हमारे पिता, जगन्नाथ दादा से प्रेरणा लेकर हुआ होगा। सुरेश मामा की तरह दादा को भी नौकरी में कोई प्रमोशन नहीं मिला। हमेशा सामाजिक काम, दूसरों की समस्याओं का समाधान करने और नेतागिरी करने में पेइंग-गेस्ट ही बने रहे। दादा बीस साल तक सामर्थ्य से बाहर, आब-ओ-दाना-आशियाना ढूँढ़ते रहे। आख़िरकार १९८० में कुर्ला में म्हाडा के बनाए एल.आई.जी. टाइप के घर की लॉटरी लग गई और हमें १८,००० रुपए में, अपनी मिल्कियत का वन-रूम-किचन घर मिल गया। कुर्ला पश्चिम में विनोबा भावे नगर, एल.आई.जी. कॉलोनी, बिल्डिंग क्रमाँक २३, खोली क्रमाँक १३ हमारा पता था। सी-आकार की एक-दूसरे से जुड़ी चार मंज़िला इमारतों के पाँच क्लस्टर्स थे।
बारहवीं की परीक्षा ख़त्म होने के बाद, गाँव से छुट्टियों में कुर्ला आया था। मशहूर युनियन लिडर दत्ता सामंत ने मिल मज़दूरों की हड़ताल की थी, जिससे दादा की मिल बंद थी। दादा दिन भर न जाने कहाँ-कहाँ घूमते रहते थे। तीसरी मंज़िल पर स्थित हमारे कमरे की खिड़की पश्चिम दिशा में खुलती थी। लोकेशन बेहतरीन था। घर ख़ाली-ख़ाली दिखता था, इसलिए मेरे स्कूल दोस्त राजा शितोले दादर में फ़र्नीचर की जिस दुकान में काम करते थे, वहाँ से लोहे की चारपाई बनवाई गई।
जब पता चला की पुणे का मेरा मित्र विनायक दराडे, गोरेगाँव में अपनी बहन के पास रहता है, तो एक बार उससे मिलने गया, लेकिन वह घर पर नहीं था। उसकी बहन ने बताया कि वह कॉलेज गया है। कॉलेज का पता ले लिया। उसने विलेपार्ले में, श्री भगुभाई मफतलाल पॉलिटेक्निक (एस.बी.एम.पी.) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाख़िला लिया था। मुझे कॉलेज बहुत पसंद आया। कुछ दिन बाद बारहवीं में ५८% अंक मिलने पर, मैं मन में गिल्ट लिए मुंबई के कुर्ला स्थित घर पर, स्थायी रूप से रहने के लिए आया। दसवीं के अंकों के आधार पर विनायक के कॉलेज में डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन किया। पहली सूची में ही इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए नाम आ जाने से, मैं बेहद ख़ुश हो गया। दूसरे दिन, १३५ रुपए भर कर प्रवेश लेना था। दादा मुंबई में नहीं थे और मारूति चाचा इतने पैसे का इंतजाम नहीं कर पाए। मैं दोपहर से शाम तक बिनावजह कॉलेज में रुका रहा। डोडेचा और कांगा नामक दो शिक्षक प्रवेश प्रक्रिया का ज़िम्मा संभाल रहे थे। मैंने उनसे पैसे भरने के लिए एक दिन की मोहलत माँगी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि, यदि शाम तक पैसे नहीं भरे गए, तो दूसरे दिन वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थी को वह जगह मिल जाएगी। मैं मुंबई में अकेला था, किससे पैसा माँगा जाए? कुछ पता नहीं था। नाराज़ होकर, मैं घर आ गया और रोते हुए सो गया।
उस समय कुछ दिनों के लिए वसंत पोल और उसका बड़ा भाई राजू हमारे कुर्ला के घर रह रहे थे। राजू पोस्टमैन था, उसकी पगार हुई और मारुति अन्ना, राजू के साथ मैं लिस्ट लगने के तीसरे दिन, पैसे लेकर भगुभाई कॉलेज में हम पहुँच गये। बहुत आग्रह किया, लेकिन निर्धारित समय पर फीस न भरने के कारण प्रवेश रद्द हो गया था। हम परेशान होकर, कॉलेज के गेट के पास बने पुतले के बग़ल में बैठे थे। तभी इर्ला बीट का पोस्टमैन डाक बाँटने कॉलेज में आया। राजू ने उसे पकडा और, अपनी पहचान और मेरी समस्या उसे बताई। वह पोस्टमैन राजू को कॉलेज के कैशियर लक्ष्मण के पास लेकर गया। लक्ष्मण ने सारी समस्या सुनी और वे तीनों किसी अज्ञात स्थान पर गए।
कुछ देर बाद वे तीनों और कॉलेज में मेट्रोलॉजी पढ़ाने वाले साठे नाम के शिक्षक, हाथ में सूची लिए आए। उन्होंने पूछा, प्लास्टिक्स इंजीनियरिंग में प्रवेश मिल जाए तो चलेगा क्या? बैगर्स आर नो चूज़र्स, मुझे बस प्रवेश पाने से मतलब था। चाचा ने तुरंत १३५ रुपए भर दिए और प्लास्टिक्स इंजीनियरिंग में मेरा प्रवेश पक्का हो गया। १३५ रुपए में भगुभाई में प्रवेश लिया। पत्नी, रीना से यहीं मुलाक़ात हुई। इसी तरह ताउम्र के जिगरी दोस्त मिलिंद, महेश, मुकेश, विद्याधर, दिनेश, संजय मिले। इंजीनियरिंग में करियर नहीं बनाया, लेकिन वैयक्तिक जीवन की दृष्टि से यह सौदा सस्ता पड़ा।
-Jayant Naiknavare, IPS
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म्हाडाचे प्रलंबित प्रश्न मार्गी लावण्यासाठी राज्य शासन कटिबद्ध – उपमुख्यमंत्री अजित पवार
म्हाडाचे प्रलंबित प्रश्न मार्गी लावण्यासाठी राज्य शासन कटिबद्ध – उपमुख्यमंत्री अजित पवार
उपमुख्यमंत्री अजित पवार यांच्या हस्ते पुणे म्हाडाच्या ४ हजार २२२ सदनिकांची ऑनलाईन लॉटरी सोडत
मुंबई, दि.7 : प्रत्येकाला हक्काचे घर मिळाले पाहिजे, हे राज्य शासनाचे धोरण आहे. पुणे म्हाडाच्या ४ हजार २२२ नवीन सदनिकांची सोडत त्याच धोरणाच्या दिशेने पडलेले आश्वासक पाऊल आहे. ‘सर्वांसाठी घरे’ हा कार्यक्रम शासनामार्फत प्राधान्याने राबविणार आहे. म्हाडाचे प्रलंबित प्रश्न मार्गी लावण्यासाठी राज्य शासन कटिबद्ध…
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mhada pune lottery: घराचं स्वप्न पूर्ण करण्याची संधी! पुण्यासह ४ जिल्ह्यांसाठी म्हाडाची बंपर लॉटरी – mhada lottery 2021 for pune solapur sangli and kolhapur over 5 thousand flats म. टा. प्रतिनिधी, पुणेः पुणे विभाग गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास मंडळाकडून (म्हाडा) पुणे ( mhada pune lottery ), सोलापूर, सांगली आणि कोल्हापूर या जिल्ह्यांमध्ये पाच हजार ६४७ सदनिकांसाठी ऑनलाइन लॉटरी ( …
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मिल श्रमिकों को म्हाडा लॉटरी का इंतजार https://ift.tt/2zpl4by
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म्हाडाची १४,२६१ घरांसाठी लॉटरी; गिरणी कामगारांसाठी ५०९० घर
म्हाडाची १४,२६१ घरांसाठी लॉटरी; गिरणी कामगारांसाठी ५०९० घर
सामान्य लोकांना शहरांमध्ये परवडेल अशा दरात घरे उपलब्ध करून देणाऱ्या महाराष्ट्र गृहनिर्माण व क्षेत्र निर्माण प्राधिकरण अर्थात म्हाडाकडून लवकरच नव्या घरांसाठी लॉटरी काढण्यात येणार आहे. राज्यभरातील १४,२६१ घरांसाठी ही सोडत काढली जाईल.
यामध्ये पुण्यातील दोन हजार, नाशिकमधील ९२, औरंगाबादमधील १४८, नागपूरमधील ८९८, अमरावतीमधील १२०० आणि कोकणातील पंतप्रधान आवास योजनेतंर्गत बांधण्यात आलेल्या ५३०० घरांचा…
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गिरणीकामगारांसाठी ऑगस्टमध्ये ५ हजार ९० घरांची लॉटरी सोडत - उदय सामंत
गिरणीकामगारांसाठी ऑगस्टमध्ये ५ हजार ९० घरांची लॉटरी सोडत – उदय सामंत
सिंधुदुर्गनगरी : गिरणी कामगारांसाठी पूढील महिन्यात ऑगस्ट मध्ये ५ हजार ९० घरांची म्हाडामार्फत लॉटरी पध्दतीने सोडत काढण्यात येणार आहे. गिरीणी कामगारांच्या यादीत १ लक्ष ७४ हजार २१८ गिरणी कामगारांच्या नावांची नोंदणी झाली आहे. या सर्व कामगारांना महाराष्ट्र गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास प्राधिकरण (म्हाडा) मार्फत निश्चित घरे उपलब्ध करून देण्यात येतील, यासाठी म्हाडामार्फत नियोजन सुरू आहे असे प्रतिपादन…
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मुंबईत म्हाडातर्फे दुकानांचा मेगा लिलाव..! व्यवसाय चालू करण्याची सुवर्णसंधी
मुंबई : मुंबईत मध्यमवर्गीयांना व्यवसाय सुरू करणाऱ्यांसाठी आता सुवर्णसंधी आहे. म्हाडाच्या मुंबई मंडळाअंतर्गत 173 दुकानांच्या विक्रीसाठी, पात्र व्यक्तींसाठी 27 जून 2024 रोजी http://www.eauction.mhada.gov.in या वेबसाइटवर ऑनलाइन बोली स्वरूपात ई-लिलाव आयोजित करण्यात आला आहे. यात आपण सहभागी होऊन ऑनलाईन बोली लावू शकणार आहे.
दुकानांच्या विक्रीसाठी नोंदणी केलेल्या, आवश्यक कागदपत्रे अपलोड केलेल्या आणि…
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5 हजार घरों के लिए सिडको निकालेगा लॉटरी, नवी मुंबई में घर खरीदने के इच्छुक हो जाएं तैयार
https://insightnewsstories.com/?p=8653/CIDCO-will-conduct-lottery-for-5000-houses-be-ready-to-buy-a-house-in-Navi-Mumbai/
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मुंबई में घर की ख्वाहिश रखने वाले लोगों के लिए म्हाडा अपना पिटारा खोलने जा रहा है। म्हाडा के 1,384 घरों के लिए लगभग दो लाख लोगों ने आवेदन किया है। अब इन दो लाख लोगों में से लॉटरी के जरिए घर निकाले जाएंगे।
from मुंबई न्यूज़, Mumbai News in Hindi, Latest Mumbai News, मुंबई समाचार https://ift.tt/2QJTbVz
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म्हाडा वासियांची शिवसेनेच्या आजी-माजी नगरसेवकांनी दिशाभूल केल्याचा विक्रांत चव्हाण यांचा आरोप समूह विकास योजनेमध्ये संभ्रम निर्माण झाला असतानाच लोकमान्यनगर, सावरकरनगर मधील म्हाडा वासियांना शिवसेनेच्या आजी-माजी नगरसेवकांकडून दिशाभूल करण्याचा प्रकार उघडकीस आला आहे. विशेष म्हणजे यामध्ये ठाणे महापालिकेतील शहर विकास विभागाचे अधिकारी देखील सामील असल्याचा आरोप काँग्रेस नगरसेवक विक्रांत चव्हाण यांनी केला आहे. गेल्या आठवड्यात शिवसेना नगरसेवकांनी म्हाडा वासियांची एक बैठक बोलावली होती. या बैठकीत पालिकेचा एक उ��अभियंताही उपस्थित होता. या बैठकीनंतर म्हाडा वासियांना अर्ज करण्यास सांगण्यात आलं आहे. ही सर्व बाब म्हणजे निव्वळ फसवणूक असल्याचा आरोप विक्रांत चव्हाण यांनी केला आहे. सावरकरनगर म्हाडा ही एलआयजी मधील वसाहत असून तेथील भूखंड हे लॉटरी पध्दतीनं वितरित केले आहेत. अद्याप या चाळीतील संस्थांचे अभिहस्तांतरण ��ालेलं नाही. तसंच वसाहतीचा ले-आऊट म्हाडानं महापालिकेकडे मंजुरीसाठी सादर केलेला नाही. त्यामुळं चाळीतील रहिवाशांना वितरित केलेले भूखंड हे तीन प्रवर्गात मोडतात. त्यानुसार भूखंडापेक्षा जास्त चटईक्षेत्र निर्देशांक उपलब्ध नाही. जोपर्यंत वाढीव चटईक्षेत्र निर्देशांकाचा शासन निर्णय होत नाही आणि म्हाडा त्याबाबत महापालिकेकडे परवानगी मागत नाही. तसंच जोपर्यंत अभिहस्तांतरण होत नाही तोपर्यंत म्हाडामधील वाढीव बांधकामाचे रेग्युलेशन होऊ शकत नाही. त्यामुळं हे पत्रक तसंच घेण्यात आलेली सभा आणि त्यात नगरसेवक आणि महापालिका अधिका-यांची हजेरी ही गंभीर बाब असून म्हाडा वासियांची ही घोर फसवणूक असल्याचं विक्रांत चव्हाण यांनी म्हटलं आहे. याप्रकरणी जबाबदार अधिका-यांवर कारवाई करण्याची मागणी विक्रांत चव्हाण यांनी केली आहे.
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girni kamgar lottery I कोन, पनवेलमधील गिरणी कामगारांचे देखभाल शुल्क आता लवकरच होणार माफ
कोन, पनवेलमधील गिरणी कामगारांचे देखभाल शुल्क आता लवकरच होणार माफ
girni kamgar lottery पनवेल, कोणे येथील 900 गिरणी कामगारांना आता लवकरच म्हाडाकडून मोठा दिलासा हा मिळणार आहे. म्हाडाच्या मुंबई मंडळाने 2018 ते 2022 दरम्यान घराची विक्री किंमत भरणाऱ्या विजेत्यांना देखभाल शुल्क माफ करण्याचा प्रस्ताव ठेवला आहे. या प्रस्तावाला म्हाडाचे उपाध्यक्ष संजीव जयस्वाल यांनी मंगळवारी तत्वत: मान्यता दिली आहे. त्यानुसार या संदर्भातील अंतिम निर्णय लवकरच जाहीर करून देखभाल शुल्क माफ…
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Mhada Lottery 2024: मुंबईकरांनो! जरा थांबा; येणा-या काळात येथे मिळतील परवडणाऱ्या दरातील असे एका पेक्षा एक घरे..!
मुंबईकरांनो! जरा थांबा; येणा-या काळात येथे मिळतील परवडणाऱ्या दरातील असे एका पेक्षा एक घरे..!
Mhada Lottery 2024 मुंबई : आपल्या देशाची आर्थिक राजधानी म्हटल्या जाणाऱ्या मुंबई शहराचा अलीकडच्या काळात बराच विस्तार झाला आहे. शहराला उपनगरांशी जोडणारे विविध महामार्ग आणि नवीन सागरी पूल यामुळे, असे दिसते की जे चांगले जीवनशैली आणि आरामदायी घर शोधत आहेत त्यांच्यासाठी अनेक पर्याय उपलब्ध आहेत. या मुंबई शहरात सध्या हजारो गृहप्रकल्पांची बांधकामे सुरू आहेत.
1 एप्रिल 2023 ते 31 मार्च 2024 या वर्षभरात…
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Mhada Lottery 2024: कोणतीही संधी सोडू नका; मुंबईत मोठ्या घराची लॉटरी, ही कागदपत्रे ठेवा तयार..!
Mhada Lottery 2024 मुंबई : म्हाडाच्या मुंबई विभाग लॉटरीची वाट पाहणाऱ्यांसाठी एक आनंदाची बातमी आहे. याचे कारण म्हणजे येत्या सप्टेंबर महिन्यात सुमारे दोन हजार घरांची लॉटरी काढण्याचा म्हाडाच्या मुंबई मंडळाचा विचार आहे.
मुंबई मंडळाची शेवटची लॉटरी गेल्या वर्षी जाहीर झाली असून या सोडतीत म्हाडाची ४०८२ घरे होती. या घरांसाठी १.२२ लाख लोकांनी अर्ज केले होते. या सोडतीत घरे न मिळालेल्या लोकांना म्हाडाच्या…
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