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hindie24bollywood · 2 years
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हर तार छाया खेसारी लाल यादव का संगीत 'दधिया बढिया लागेला'
हर तार छाया खेसारी लाल यादव का संगीत ‘दधिया बढिया लागेला’
भोजपुरी न्यू ट्रैक: भोजपुरी इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता और सिंगर का एक गाना यूट्यूब पर धमाल मचा रहा है. इस तरह खेसारी लाल का गाना जब भी रिलीज होता है हर तरफ उसकी धूम मच जाती है. हालांकि इस बार ट्रेंडिंग स्टार का गाना ‘धमाल मचा दिया’ ने धमाल मचा रखा है. यह संगीत हर जगह बोला जा रहा है। इस गाने के वीडियो में खेसारी यादव के साथ भोजपुरी एक्ट्रेस यामिनी सिंह नजर आ रही हैं. दोनों ही अपने अच्छे…
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djsongsdotorg · 3 years
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#LYRICAL लगल जहर #Khesari Lal New Song #Shilpi Raj Lagelu Jahar Bhojpuri Hit Song mp3 song download
#LYRICAL लगल जहर #Khesari Lal New Song #Shilpi Raj Lagelu Jahar Bhojpuri Hit Song mp3 song download
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Then Pankaja Munde will be the only choice for Maharashtra CM post says Pritam Munde | ...तर भाजपला पंकजा मुंडे यांनाच मुख्यमंत्रीपद द्यावे लागेल
Then Pankaja Munde will be the only choice for Maharashtra CM post says Pritam Munde | …तर भाजपला पंकजा मुंडे यांनाच मुख्यमंत्रीपद द्यावे लागेल
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बीड: महाराष्ट्रात एखाद्या महिलेला मुख्यमंत्रीपदी करायचे झाले तर भाजपसमोर पंकजा मुंडे हा एकमेव पर्याय असेल, असे वक्तव्य खासदार प्रीतम मुंडे यांनी केले. त्या गुरुवारी बीड येथील पत्रकारपरिषदेत बोलत होत्या. पंकजा मुंडे यांना महाराष्ट्राच्या पहिल्या महिला मुख्यमंत्री म्हणून संधी मिळाली तर तुम्हाला आवडेल का, असा प्रश्न यावेळी प्रीतम मुंडे यांना विचारण्यात आला. 
या प्रश्नाला उत्तर देताना प्रीतम…
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nepal123 · 7 years
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छोटो लुगाले यि सुन्दरी नायिका यसरी परिन् अप्ठ्यारोमा काठमाडौँ । अभिनेत्री कृति सेननलाई आफ्नै छोटो लुगाले तनाव दिएको छ । एक सार्वजनिक कार्यक्रममा मिनीस्कर्टमा उपस्थित भएकी कृतिले यस्तो अवस्था झेल्नुपर्यो कि नजिकै रहेका अभिनेता सुशान्त सिंह राजपुतले सहयोग नै गर्नुपर्यो । कृति र सुशान्त आउँदै गरेको फिल्म ‘राब्ता’को ट्रेलर सार्वजनिक कार्यक्रममा सँगै उपस्थिति थिए । कृति प्रिन्टेड टप र मिनीस्कर्टमा उपस्थित हुँदा सबैको आँखामा परेकी थिइन् । तर, जब कुर्सीमा बस्नुपर्ने भयो, तब उनी फस्ने अवस्थामा पुगिन् । उनको अवस्था देखेपछि आडैमा रहेका सुशान्तले तत्काल संकेत गरे र सचेत हुन सुझाए । नयाँ पत्रिकाले छापेको छ । क्यामेराको फोकसमा परिरहेकी कृति सुशान्तको संकेतपछि झसंग भइन् । कुर्सीमा बस्दा निम्तिन सक्ने सम्भावित खतरालाई ख्याल गर्दै सुशान्तले उनलाई तत्काल निर्देशकतिर लगे र कुरा गर्न लगाए । एक छिनपछि उनी आफ्नो स्कर्ट मिलाएर आरामसँग कुर्सीमा बसिन् । कृतिलाई सहज देखेपछि सुशान्त पनि आफ्नो सिटमा बसे । एकपटक समस्याबाट जोगिएकी कृतिले त्यसपछि कार्यक्रम अवधिभर स्कर्टमा ध्यान दिइरहिन् । The post छोटो लुगाले यि सुन्दरी नायिका यसरी परिन् अप्ठ्यारोमा appeared first on Etajakhabar.
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avitaknews · 4 years
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Bhojpuri Spl: ठंडा मतलब होखेला बनारसी ठंडई, गरमी भगावय क अचूक फारमूला
Bhojpuri Spl: ठंडा मतलब होखेला बनारसी ठंडई, गरमी भगावय क अचूक फारमूला
फगुनहट धीरे-धीरे बहय लगल हौ. वातावरण में गरमी भी बढ़य लगल हौ. एही के साथ बनारस में ढंडई क सुरूर भी चढ़य लगल हौ. इहां ठंडई एक अइसन शरबत हौ, जवने क तरकीब अउर तासीर शुद्ध बनारसी हौ. बनारसी ठंडई क क्लोन दूसरे जगह नाहीं मिली. बनारसी ठंडई क बड़ी खासियत इ हौ कि इ तन-मन के तर ही नाहीं करत, ताजगी अउर तंदुरुस्ती भी प्रदान करयला. गरमी भगावय क इ अचूक बनारसी फारमूला हौ. आजकल बनारसी ठंडई क बोतलबंद संस्करण भी बजार…
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दांत चियार के जीभ लप-लपाते हुए मिठाई खाये क मजा तब और बढ़ जाला जब सेती(फ्री) में सैदपुर क मिठाई मिलेला अउरु पइसा संघी क लगल हो... (at Saidpur Railway Station) https://www.instagram.com/p/CIVt433nc65/?igshid=9wtrfhtlfcb2
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shaileshg · 4 years
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ये गया है। पितृपक्ष में पितरों को तर्पण देने के लिए देश-विदेश में चर्चित शहर। इस शहर को लेकर और भी तमाम कथाएं हैं। चलिए आज हम आपको इसी गया शहर के ‘मथभुकौव्वल’ वाले स्थान का परिचय कराते हैं। डीएम ऑफिस का तिराहा। तिराहे के दक्षिण में नगर निगम की जमीन पर सालों से चल रही चाय-समोसे की दुकान। इस दुकान के पश्चिम में एसएसपी ऑफिस है और इसके ठीक पीछे नगर निगम का दफ्तर।
यहां आने वाले लोग इस जगह को ‘मथभुकौव्वल’ कहते हैं। ‘मथभुकौव्वल’ मतलब माथा खाने वाला या कह लें ‘सिर खाने वाला’...जाहिर सी बात है ऐसा नाम किसी ‘भुक्तभोगी’ ने ही ‘आजिज’ आकर दिया होगा!
दोपहर के तीन बज रहे हैं। कड़ाही के खौलते तेल में जिस तरह समोसे सफेद से सुर्ख हो रहे हैं, बगल के भगोने में खौलती चाय भी धीरे-धीरे रंग बदलते हुए कड़क हो रही है। यहां बिना देर तक खौली कड़क चाय के बात आगे ही नहीं बढ़ती। चाय के इंतजार में कुछ अधेड़ उम्र के लोगों की मंडली बातों में मशगूल है। इन बातों से निकलती ध्वनि ने मुझे भी करीब आने को मजबूर कर दिया।
उनके पास पहुंचते ही झक सफेद कुर्ता-पायजामा पहने सज्जन बोल पड़े। ‘अरे जानअ हीं, पॉलटिक्स तो सांप-सीढ़ी के खेल हो गेलई है। जइसही आगे बढ़मीं संपबा काट लेतउ। ओकरा बाद छटपटइते रहिए। देखलहीं न, चिरगवा कइसे कर देलकई। संउसे के बुद्धिए हेरा देलकई। एकरो पीछे गेम हई हो। खैर चाहे जो हो, एदम से संपबा जइसन काटलई हे। नीतीश के तो बोखार छोड़ा देलकई हे। अ ई अकेले ना हई हो, वीआईपी के सन ऑफ मल्लाह के देखहीं, उ अलगे फन उठइले हई।'
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नगर निगम दफ्तर के सामने बनी ये चाय-समोसे की दुकान चुनावी बतकही का अड्डा बन जाती है।
तभी इस सज्जन की बात काटते हुए किसी और ने मोर्चा संभाल लिया... बोला, 'जब रामविलास पासवान जिंदा हलथिन त कोई पार्टी उनका महान ना कह हलई। अब सब उनका महान कह के अप्पन-अप्पन बांह पुजबाबे मे लगल हई। अ चिराग हई कि केकरो सुनते न हई। ऊ हो पट्‌ठा पक्का राजनीतिज्ञ निकल गेलई।'
इसी बीच एक अन्य सज्जन बीच बहस में कूद पड़े- ‘जानते हैं जी, ई राजनीति के नेतवन झूठे देश सेवा कहता है और पेंशन उठाता है। पांच साल के लिए विधायक बनता है आ भर जिनगी पेंशन लेता है।’
अरे का कह रहे हैं, कहां हैं आप ! पांच साल नहीं, ढाई साल बोलिए।
अरे कहां रहेंगे, बिहार में हैं, और कहां!
त ठीक है आप याद कीजिए 2005 का राजनीतिक सीन। सरकार कुछ ही दिन बाद गिर गई थी, पता है न ! और फिर से चुनाव हुआ था कि न...कहिए! उस समय जे नेता जीता था, उसको पेंशन इस समय मिल रहा है कि नहीं… बताइये!
हां हो, भईवा ईहो बात सहिये है। सही न है तो और का! खाली माथा भुकाते हैं आप।
तभी एक अन्य सज्जन इस मथभुकौव्वल के दंगल में कूद पड़ते हैं, ‘भाई, देश सेवा 1970 के बाद से समझो कि खत्म हो गया है। अब तो देश सेवा के नाम पर खाली लूट-मार है। अब बताओ, जो नेता दो-चार करोड़ रुपया देकर टिकट लेगा, ऊ का देश सेवा करेगा।'
इसी बीच सफेद झक कुर्ता-पायजामा पहने एक दूसरा व्यक्ति उनसे मिलने आ पहुंचा और सभा में अचानक शांति पसर गई। पहले वाले सफेद कुर्ता-पायजामा पहने हुए सज्जन किनारे जाते हैं और दूसरे वाले के कान में कुछ कहते हैं... फिर धीरे से चल पड़ते हैं।
इधर, चाय दुकानदार अपने ग्राहकों की सेवा में लगा हुआ है।
झक कुर्ता-पायजामा पहने व्यक्ति का नाम!...अरे जाने दीजिये ‘नाम में का बा’...ठीक वैसे ही जैसे आजकल गाना चल रहा है... ‘बिहार में का बा’...!
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
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Chirag Paswan Nitish Kumar | Bihar Election 2020; Gaya Voters Political Debate On Nitish Kumar JDU and Chirag Paswan LJP Party
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3m0Lqa5 via IFTTT
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RSS wants whole society should be unite says Mohan Bhagwat | प्रत्येक गोष्ट संघालाच करावी लागली तर तो पराजय ठरेल
RSS wants whole society should be unite says Mohan Bhagwat | प्रत्येक गोष्ट संघालाच करावी लागली तर तो पराजय ठरेल
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संघात हिंदूराष्ट्र आणि हिंदुत्व या दोनच गोष्टी शाश्वत आहेत.
Updated: Oct 1, 2019, 09:04 PM IST
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nepal123 · 7 years
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होसियार ! तपाईको बच्चालाई पनि लाग्ला ‘माछाकत्ले’ रोग वैशाख ८ । भारतको नयाँ दिल्लीमा भर्खरै दुई वर्ष पुगेकी एक बालिकालाई छालासम्बन्धीको रोगले कुरुप बनाइदिएको छ । शरीरको छाला सबै छेपारोकोजस्तै बाक्लो र पत्र–पत्र छुट्टिएपछि मानिसहरुले उनलाई ‘छेपारो केटी’ समेत भन्न थालेका छन् । मेडिकल भाषामा ‘लमेल्लर इच्थ्योसिस्’ भनिने छालासम्बन्धी यस्तोे रोग ६ लाख बालबालिकामा एकजनालाई हुनसक्ने चिकित्सकहरुले बताएका छन् । यस्तो रोगलाई सामान्य […] The post होसियार ! तपाईको बच्चालाई पनि लाग्ला ‘माछाकत्ले’ रोग appeared first on नेपाल आज.
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quickyblog · 4 years
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1 अप्रैल से टाइम्स ऑफ़ इंडिया में लीगल एंटिटी आइडेंटिफ़ायर के उद्धरण के लिए बड़े भुगतान करने वाली इकाइयाँ https://tinyurl.com/y22cr889 #अपरल #आइडटफयर #इकइय #इडय #उदधरण #एटट #ऑफ #क #करन #टइमस #बड #भगतन #म #लए #लगल #वल #स
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onlinekhabarapp · 8 years
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थारु समुदायमा छायो ‘माघी’ को रौनक, कतै हर्ष, कतै बिलौना
फाइल तस्वीर
नेपालगन्ज, २६ पुस । माघ लहइली सुरिक सिकार खइली रे हाँ 
सखी अई हो माघ के पिली गुरी गुरी जाँर 
सकिरी गलियावामा लगल बजरिया रे हाँ सखी अई हो लानी दे हो भाटु नथिया बजार
सालिक नथिया भै ल रे महान्…’ यो गीत अहिले थारु समुदायका घरआँगन अनि बस्तीमा गुञ्जायनमान भएको छ ।
वर्षभरिको दुःख, पीडा बिर्संदै आपसमा मिलेर गीत गाउँदै, नाच्दै आफ्नो गाउँघर सिँगार्नेदेखि पारिवारिक मिलनको उत्साह र उमङ्गले नेपालका आदिवासी थारु समुदायका गाउँबस्तीमा अहिले बालबालिकादेखि वृद्धवृद्धालाई माघी पर्वको रौनकले छोपेको छ ।
पुस २९ गतेबाट सुरु हुने सप्ताहव्यापी यो पर्वमा थारु समुदायले कुटानी, पिसानी गर्ने, लत्ताकपडा किन्ने गाउँघरको सरसफाइ गर्ने काम धमाधम गरिरहेको पाइन्छ ।
माघी पर्वका अवसरमा सो समुदायले छोराछोरीको बिहे, अंशबण्डा, खेतीपातीको वार्षिक योजना बनाउनुका साथै परिवारका सदस्यको कामको बाँडफाँडसमेत गर्छन् ।
सो समुदायले माघी पर्वका अवसरमा ढिकरी, तरुल, सखरखण्ड, फर्सी उसिनेर खाने थारु अगुवा शिक्षक कालीचरण चौधरी बताउँछन् ।
उनका अनुसार, माघीको अघिल्लो रात सुँगुर काटी मासु खाने गरिन्छ, जसलाई थारु भाषामा ‘जिता मरना’ भनिन्छ । त्यस रात थारु समुदाय मासु, जाँड र ढिकरी खाएर रातभर जाग्राम बसी ‘सखिया’ नृत्यमा रमाउने गर्छन् ।
माघीको दिन (माघ १ गते) ��िहान अँध्यारो छँदै उठेर नदी, जलाशयमा गई लोटामा सिक्का राखिएको पानीले नुहाउने र नुहाइसकेपछि लोटाको सिक्का (पैसा) लुटाउने प्रचलन रहेको थारु समुदायका अगुवा विश्वराज पछलडङ्ग्याको भनाइ छ ।
माघीको अवसरमा तिलको आगो ताप्नाले वर्षभरि अन्जानवश गरिएको पाप नाश हुने थारु समुदायको धार्मिक विश्वास पनि रहिआएको छ । पर्वका अवसरमा थारु समुदायले आ–आफ्नो गाउँको बडघर (अगुवा) र चौकीदारसमेत चयन गर्दछन् । त्यस अवसरमा बर्दिया जिल्लाको ठाकुरद्वारा, बाँकेको बैजापुर गाविसस्थित भुँवरभवानी मन्दिरलगायतका धार्मिकस्थलमा ठूलो मेला लाग्ने गर्दछ ।
थारु समुदायले माघी पर्वका अवसरमा वर्षभरिको दुःख बिसाइरहेको अवस्था एकातर्फ छ भने अर्कोतर्फ सो समुदायका मुक्त कमैयाको मुहारमा अझै थुप्रै पीडा लुकेको देख्न सकिन्छ ।
कमैया मुक्ति घोषणाको सात वर्ष प्रवेशको अवधिमा पनि मुक्त कमैयाको पुनःस्थापना अझै हुन नसक्दा उनीहरु रमाउन भने सकेका छैनन् । अझैसम्म गाँसबासको समस्या झेलिरहेका मुक्त कमैयाका लागि चाडपर्व पनि उत्साहजनक हुन नसकेको उनीहरु बताउँछन् ।
सरकारले ‘कमैया मुक्ति’ घोषणा गरेर जग्गा उपलब्ध गराए पनि मुक्त कमैयाको समुचित जीवनयापन सहज हुन सकेको छैन । “जग्गा मात्र भएर के गर्ने, सरकारले उचित जीवनयापनका लागि ठोस कार्यक्रम नल्याएपछि हामी बिचल्लीमा परेका छौँ” –बर्दिया जिल्ला बबई नगरपालिका निवासी मुक्त कमैया सोहन थारुको गुनासो छ ।
जिल्ला भूमिसुधार कार्यालयले यस जिल्लाका सिफारिस गरिएका सबै एक हजार ८३६ मुक्त कमैयालाई सरकारले जग्गाधनी लालपुर्जा उपलब्ध गराएपछि विसं २०६६ ‘कमैया नभएको जिल्ला’ घोषणा गरिएको थियो ।
बाँके जिल्लालाई ‘कमैया मुक्त जिल्ला’ घोषणा गरिए पनि अधिकांश मुक्त कमैयाले अझै पनि गाँसबासको समस्या झेलिरहेको पाइन्छ, थुप्रै मुक्त कमैयाको अझै पुनःस्थापना हुन सकेको छैन ।
“जिल्लामा अझै तीन हजारभन��दा बढी मुक्त कमैया रहेकाले उनीहरुलाई पुनःस्थापना गराउन सरकारले तत्काल जग्गाको छुट लगत दिनुपर्छ” – मुक्त कमैया अगुवा फत्तु थारुको भनाइ छ ।
जिल्ला भूमिसुधार कार्यालयमा जग्गाका लागि परेको दरखास्तमध्ये ८९२ मुक्त कमैयाको दरखास्त अझै छानबिन गर्न बाँकी रहेको जनाइएको छ ।
सरकारको निर्णयअनुसार, त्यसबेला कार्यालयले जिल्लाका मुक्त कमैयालाई चार श्रेणी (जग्गा नभएका, ऐलानी जग्गामा बसेका, दुई कट्ठाभन्दा कम जग्गा भएका र दुई कट्ठाभन्दा बढी जग्गा भएका) मा विभाजन गरी कुल दुई हजार २६७ मुक्त कमैयामध्ये माथिल्लो दुई श्रेणीका मुक्त कमैयालाई मात्र पाँच धुरदेखि पाँच कट्ठासम्म जग्गा उपलब्ध गराई जिल्लालाई कमैया नभएको जिल्ला घोषणा गरेको थियो ।
जग्गा पाएका मुक्त कमैया पनि अहिले सन्तुष्ट छैनन् । “जग्गा मात्र भएर के गर्ने, सरकारले उचित जीवनयापनका लागि ठोस कार्यक्रम हाम्रो लागि नल्याएपछि हामी बिचल्लीमा परेका छौँ” – मुक्त कमैयाहरुको गुनासो छ ।
त्यसो त, त्यस बेलाको सरकारले जिल्ला भूमिसुधार कार्यालयमार्फत जग्गा प्राप्त गरेका मुक्त कमैयालाई घर निर्माणका लागि काठ र रु आठ हजार नगदसमेत उपलब्ध गराएको थियो भने उनीहरुका लागि सञ्चालन गरेको स्वरोजगारमुखी तालिमले अहिले पनि निरन्तरता दिइएको कार्यालयका प्रमुख, प्रेमबहादुर दल्यालको भनाइ छ ।
आफ्नो गाउँको छिमेकीको घरमा माघीको उन्मुक्त उत्साह देख्दा मुक्तहरु आफ्नो भाग्यलाई नै दोषी मान्छन् । “के गर्ने हजुर भाग्यमा जे छ त्यसैलाई स्वीकार्नुको अरु विकल्प के नै हुन्छ र” – बाँके जिल्ला बैजापुर धामपुरका मुक्त कमैया रामआसरे चौधरीको बिलौना छ ।
मुक्त कमैयाको सम्मानजनक गाँस, बास, कपासको व्यवस्था हुनुपर्ने, ऐलानी, जङ्गलाद, गुठी, कम्पनी, नगर विकास, बाँझो जग्गामा बसोबास गर्दै आएका आफूहरुलाई सरकारले पुनःस्थापना गर्नुपर्ने उनीहरुको माग छ ।
रासस
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lyricsstopus · 4 years
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भतीजवा के माई जाई का देवघर Bhatijwa Ke Mai Jayi Ka Devghar Lyrics In Hindi
Bhatijwa Ke Mai Jayi Ka Devghar lyrics In Hindi (भतीजवा के माई जाई का देवघर) is a Bhojpuri Bolbum song of 2020. The song is sung by Khesari Lal Yadav & Antra Singh Priyanka. Lyrics is written by Akhilesh Kashyap and music of the song is composed by Shyam Sundar. The song भतीजवा के माई जाई का देवघर is released under ‘Aadishakti Films’ music label.
Bhatijwa Ke Mai Jayi Ka Devghar Song
Song: Bhatijwa ke mai Jayi Ka Devghar
Singer: Khesari Lal Yadav & Antra Singh Priyanka
Lyrics: Akhilesh Kashyap
Music: Shyam Sundar
Music Label: Aadishakti Films
Video Director : Sushant Singh & Kumar Chandan
Bhatijwa Ke Mai Jayi Ka Devghar Lyrics In Hindi
बोल बम जय शिव बोल बम
प्रेसेंटेड बाई आदिशक्ति फिल्म्स
देवरु के संघे देवघर नाहि जाईब एकरा से नीमन जल गावं ही चढ़ाईब अरे होलिये से पागल कर के धर देले बारे देवरु के संघे देवघर नाहि जाईब एकरा से नीमन जल गावं ही चढ़ाईब कहे सहे के ना इनका सहूर बा अच्छा? बानर के लक्छण इनका में भरपूर बा तोहार लोका तोरले बानी का मन करा ता की नैहर काल भाग जाई का भऊजी के लेके न जाला का ऐ अंकल काहें सावन में राहा तारे संकल
हां?
भतिजवा के माई जाई का पूछा सा देवघर जाई का भतिजवा के मौसी जाई का पूछा सा जलवा चढ़ाई का
भतिजा तोरे माईयो जाई का का? तोर मौसीयो जाई का भतिजा तोरे माईयो जाई का तोर मौसीयो जाई का अरे गउएं से गारी जात बरी स बुक कराई का
भतीजा तोर माईयो जाई का तोर मौसियो जाई का भतीजा तोर माईयो जाई का तोर मौसियो जाई का
देवघर में मिले शंखपोला हो चला किन लिह भउजी
मनवा के साध तोहार पूरा नाही होई सुनतानी बाबाधाम जाई नाही कोई अरे सभे जाता भउजी नॉट फॉर चिंता जाये के त सभे केहू बाबा लगे जाई सुन का? दुरी ता कके मेंटेन भउजी बोल बम मुहवा में मास्क तू लगाई लिह सुन सेने का? टाइजर भी झोला में ले लेब भउजी
तोहरा कहला से गवर्नमेंट बोला मान जाई का कोरोनावा के माई मुर्दाबाद मुर्दाबाद मुर्दाबाद गाला फाड़े लगल लोग ता फाट जाये दी
भतीजा तोर माईयो जाई का तोर मौसियो जाई का भतीजा तोर माईयो ���ाई का तोर मौसियो जाई का
देवघर त अबकी जाईब जा भले पुलिस से पिटाईब जा लागे अखिलेश हो मराईल तोहार मती रहिया में पुलिस कई दिहि दुर्गति अरे कुटा जईब ऐ कश्यप त तू जुड़ा जईबू न
केहू मेहरारू लोग पर हाथ ना उठावे सुन हां? एहि से लेके तोहे जाएम भउजी बोलबम हर साल बाबा लगे हाजिरी लगवले बानी असो भी जलवा चढ़ाएम भउजी बोलबम
ऐ खेसारी तोहार देहिया दर्द झेल पायी का भईसी के दूध पीके बॉडी बनल बा चाचा टसक ना पईबा चुप तोहरा माई के मास्टरी में चार हाली नौकरी लगाओ एके पंचायत में पढाई हां
रे भतिजवा अरे उड़ के आव ऐ ब्यास रे भतिजवा भतीजा तोर माईयो जिंदाबाद पुरनके में घुसबा का ब्यास चाचा नाया गावा भतीजा तोर माईयो जाई का तोर मौसियो जाई का ओह हो
भतीजा तोर माईयो जाई का जा आदते से लाचार बाड़ा तोर मौसियो जाई का
जिंदाबाद जिंदाबाद मत करा भतिजवा भड़क जाता
मम्मी चाचा पे केस कल दा ता
Written By: Akhilesh Kashyap
भतीजवा के माई जाई का देवघर Song
You can listen to the complete Bhatijwa Ke Mai Jayi Ka Devghar song on YouTube here.
Hope you liked the Bhatijwa Ke Mai Jayi Ka Devghar lyrics In Hindi posted above. If you have any comment or suggestion, please let us know in the comments below.
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bhojpuridna1-blog · 6 years
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Lagal raha a raja ji 2 movie shooting started - look
Lagal raha a raja ji 2 movie shooting started – look
Lagal raha a raja ji 2 movie  की शूटिंग 29 जून से सुरु Shahid shams
भोजपुरी अभिनेता शाहिद शम्स जल्द ही भोजपुरी फिल्म ‘lagal raha a raja ji 2’ की शूटिंग के लिए अरुणाचल प्रदेश जाएंगे, जिसे दास गणेशया 143 entertenment बैनर के तहत बनाया जाएगा। lagal raha a raja ji 2 movie के निर्माता दिलीप सिंह राजपूत है। वह फिल्म निर्देशक रमाकांत प्रसाद की ‘लगल राह ए राजा जी 2’ के बारे में बहुत उत्साहित हैं। ईश…
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shaileshg · 4 years
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बिहार का गया शहर। शाम के आसपास का वक्त। जीबी रोड से सटे पूरब की दिशा में मीर अबू सलेह रोड का चौराहा। मौसम में उमस भरी गर्मी है। चौराहे के आसपास निजी चिकित्सकों के क्लीनिक होने की वजह से मरीजों और तीमारदारों की लगातार चहलकदमी। सड़क पर वाहनों की आवाजाही इस कोरोना काल में भी कम नहीं है।
चौराहे के निकट ही एक छोटा सा साइबर कैफे है। उसी के बाहर कुछ लोग बड़े आराम से बैठ आपस में थोड़ी ऊंची आवाज में चुनावी बहस में जुटे हैं। इनकी बहस सुन कर मैं भी फोटो कॉपी कराने के बहाने साइबर कैफे के निकट खड़ा हो जाता हूं। बहस में पहले से शामिल एक युवक हाथ में खैनी रगड़ते हुए नीतीश कुमार की प्रशंसा के पुल बांध रहा है- 'भाईजी मानो या न मानो पर ये बात तो सच है कि नीतीश कुमार की सरकार सभे वर्ग के लिए काम कर रही है। यही वजह है कि नीतीश जइसन चेहरा कोई दूसर पार्टी में नहीं है। उनके जैसा सीएम कंडिडेट कोई नहीं है।'
उसकी बात काटते हुए एक दूसरा व्यक्ति पास की दुकान से आकर बोलता है, दूसर पार्टी के तो बात ही न कीजिए। भाजपा, राजद, लोजपा सब के हालत खराब है। भाजपा के पास प्रदेश में कोई दमदार फीगर ही नहीं है। इ झूठे नीतीश से सटल चल रही है। आऊ दूसर राजनीतिक पार्टी तो अपने खानदान के झमेला में उलझल है। बाकी दूसर में कोई दमे नहीं है। भाजपा को तो नीतीश कुमार का साथ छोड़ ही देना चाहिए। अकेले चुनाव लड़ेंगे, तभिये भाजपा को फायदा होगा।
इस बीच सबसे पहले बोलने वाला युवक मोबाइल को पैंट की जेब के हवाले करते हुए बोल पड़ा- ‘भाई इसको मजबूरी कहो या कुछ और नीतीश जइसा चेहरा अभी कोई दूसरा नहीं है। अइसे में हम पब्लिक क्या करेंगे। कोई दूसरा बढ़िया नेता हो तभिए न कुछ सोचें भी।’
बहस में पहले से शामिल युवक कहता है कि ‘भाजपा और जदयू गया शहर के लिए अब तक का किया है, कुछ सोचे हैं। बीते 30 साल से भाजपा का एक ही कंडिडेट शहर से जीतता चला आ रहा है। लेकिन विकास के नाम पर शहर को अब तक क्या मिला। बताइये। 15 बनाम 15 की बात तो खूब होती है, लेकिन पहले की छोड़िये, यही बताइये कि बीते 15 साल में शहर में ऐसा क्या नया हुआ, जिसका उदाहरण दिया जा सके, बोलिये। जे हाल 15 साल पहिले था वही आजो है। है कि न सुदर्शन चाचा।'
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लोग मानते हैं कि बिहार में नीतीश की टक्कर का कोई नहीं है। भाजपा के पास भी कोई चेहरा नहीं है।
अब सुदर्शन चचा की बारी थी। काफी देर से सबकी सुन रहे सुदर्शन चचा बोल पड़े- ‘हां हो, इ बात तो सहिये तुम कह रहे हो। सरकारी स्तर पर अब तक शहर में विकास के नाम पर कुछो नया नहीं हुआ है। विकास तो खाली नालंदा शहर और उसी के आसपास सिमट के रह गया है भाई।’ तभी दूसरा युवक कहता है- ‘भाजपा के जे कंडिडेट है, ओकर जाति के लोग शहर में सबसे अधिक है। इसके बाद ही दूसर जाति (कायस्थ) का नंबर आता है। इ मालूम है कि नहीं आप लोगों को। ऐसे में जीतेगा कौन, तोहर जाति के कंडिडेट! इतना सुनते ही बहस में शामिल लोग कुछ पल के लिए चुप हो जाते हैं!
लेकिन अगले ही पल ये सारी बातें सुन रहे एक अधेड़ बोल उठते हैं- ‘अइसा नहीं है। किसी न किसी पार्टी को तो अच्छा छवि वाला नेता लाना ही होगा। तभिए जदयू-भाजपा के इ गठजोड़ का खेला बिगड़ेगा।’ वहीं खड़ा एक अन्य व्यक्ति बोल उठता है- ‘देखिये न, भाजपा में सुशील मोदी बड़का नेता बनते हैं, लेकिन आजतक पब्लिक के चहेता नहीं बन सके, काहे! खाली अपना उल्लू सीधा करने में लगल रहते हैं। उनकरा से तो अप्पन वार्ड के साफ-सफाई का काम भी न हो सका। मोहल्ला डूब गया (उनका इशारा पटना की बाढ़ की तरफ था)।
ऊ का विकास के काम करेंगे भाई। केकर नाम तू सब ले रहे हो।
सबकी बात पर विराम लगाते हुए एक बुजुर्ग ने बातें खत्म करते हुए हस्तक्षेप किया है- ‘देखो भाई लोग, जिसको जीतना है वही जीतेगा। हमलोग बस अपना काम करें, चुनाव के दिन जाके जरूर से वोट गिराएं’। इतना सुनते ही दुकान बंद कर बहस का आनंद ले रहे साइबर कैफे के मालिक (शायद शिवजलम सिंह) कहते हैं कि चल भाई लोग अब घर चले के चाही।
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Gaya (Bihar) Assembly Election 2020 Latest Update | What Gaya Voters Of Have To Say On BJP, RJD, LJP, and Tejashwi Yadav Politics
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samacharpati · 8 years
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थारु समुदायमा छायो ‘माघी’ को रौनक कतै हर्ष, कतै बिलौना
थारु समुदायमा छायो ‘माघी’ को रौनक कतै हर्ष, कतै बिलौना
नेपालगन्ज, २६ पुस । माघ लहइली सुरिक सिकार खइली रे हाँ सखी अई हो माघ के पिली गुरी गुरी जाँर सकिरी गलियावामा लगल बजरिया रे हाँ सखी अई हो लानी दे हो भाटु नथिया बजार
सालिक नथिया भै ल रे महान्…’ यो गीत अहिले थारु समुदायका घरआँगन अनि बस्तीमा गुञ्जायनमान भएको छ ।
वर्षभरिको दुःख, पीडा बिर्संदै आपसमा मिलेर गीत गाउँदै, नाच्दै आप्mनो गाउँघर सिँगार्नेदेखि पारिवारिक मिलनको उत्साह र उमङ्गले नेपालका आदिवासी…
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nepal123 · 8 years
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यौन इच्छा दबाउँदै हुुनुहुन्छ यस्तो रोग लाग्ला है यौन इच्छा दबाउँदा शारीरिक र मानसिक समस्या देखिन सक्छ । कुनै निश्चित सीमा भित्र रहेर सामाजिक मर्यादाको पालना गर्दै यौन इच्छा बिभिन्न माध्यमबाट पूरा गर्नुपर्छ । हस्तमैथुन यस्तो अवस्थामा उपयुक्त माध्यम हुन्छ । पतिमा सम्भोग इच्छा जागेको छ र पत्नीमा जागेको छैन भने समझदारी र धैर्य राख्नुपर्छ । यस्तो अवस्थामा पत्नीलाइ हस्तमैथुन गर्न लगाउने वा अन्य तरिकाले पनि यौन इच्छा पूरा गर्न सकिन्छ । यौन सम्पर्क नराख्दा यौन इच्छा घट्छ भन्ने कुरामा सत्यता पाइँदैन । तर केही समय प्रबल इच्छा भएपनि सम्भोग गर्न छोडेमा सम्भोग इच्छा भने बिस्तारै घट्दै जान्छ । पुरुषका लागि सम्भोग र चरम आनन्द यौन अनुभवसँग पनि जोडिएको हुन्छ । ज्यादै कम पुरुषले मात्र सम्भोगबाट चरम आनन्द प्राप्त गर्न सक्दैनन् । तर महिलाको हकमा भने २५ प्रतिशतले चरम आनन्द लिन सक्दैनन् । बढी मात्रामा मदिरापान गर्नाले यौन क्षमतामा प्रतिकूल प्रभाव पर्छ । मदिरापानले यौन इच्छा केही समयका लागि बढाए पनि यौनशक्ति घटाउने चिकित्सकको भनाइ छ । अर्को कुरा केही गर्भनिरोधक चक्कीले हर्मोनका कारण केही महिलामा यौन इच्छा घटाउन सक्छ । यस्तो अवस्थामा केही समय हार्मोन चक्की खान छाडेमा पुन यौनइच्छा बढ्न जान्छ । कसैलाइ मधुमेह, क्यान्सर र निद्रा लाग्ने औषधिले पनि यौन क्षमतामा प्रतीकूल असर गर्छ । चुस्त यौन जीवनका लागि यौनांगलाई सधैं सफा गर्नुपर्छ । यसबाहेक यौनका लागि मुखको सरसफाइ पनि राम्रो हुनुपर्छ । श्वास गन्हाउने समस्या भएमा यौन जीवनमा प्रतिकूल असर पर्नसक्छ । धेरै मानिसलाई मुख मैथुन अप्राकृतिक र फोहोरी लाग्छ । तर यो व्यक्तिगत सोचसँग सम्बन्धित कुरा हो । यदि राम्रो सरसफाइ र सुरक्षित भए मुख मैथुनलाई नराम्रो मानिँदैन । यदि यौन रोग र सरसफाइ राम्रो नभएमा चाहिँ मुख मैथुन हानीकारक हुन्छ । अर्को कुरा सम्भोगपछि पनि अर्काप्रति माया व्यक्त गर्नुपर्छ । यौन साथी सन्तुष्ट भए नभएको बुझ्नुपर्छ । पुरुषले चरम आनन्द लिँदैमा सम्भोग क्रिया पूर्ण भयो भन्ने सोच्नु हुँदैन । स्त्रीलाई चरम आनन्द भयो वा भएन भन्ने विशेष विचार पु¥याउनु पर्छ । कुनै स्त्रीलाई एक पटकभन्दा बढी चरम आनन्दको चाहना पनि हुनसक्छ । तुलनात्मक रुपमा पुरुषलाई भन्दा स्त्रीलाई चरम आनन्दमा पुग्न धेरै समय लाग्छ । तर स्त्रीलाई एक पल्टको सम्भोगमै ��रम आनन्द प्राप्त हुनसक्छ । त्यसैले सम्भोग क्रियामा स्त्री भन्दा पुरुष विशेष चनाखो भएर दुबैलाई मजा आउने आसन र क्रियाकलाप गर्नुपर्छ । सभोगमा स्त्रीले पनि पुरुषलाई हौसला दिनुपर्छ । आज मलाई खुब मज्जा भयो भन्ने शब्दले पुरुषलाई खुसी तुल्याउँछ । स्त्री पनि त्यस्तै कुरा सुन्न चाहेकी हुन्छिन् । कामुक आमा बाबुका सन्तान पनि कामुक हुन्छन् भन्ने बिभिन्न अध्ययनहरुले देखाएको छ । अर्को कुरा वातावरण र खानपानमा पनि यौन इच्छा ३३ प्रतिशत निर्भर गर्छ भनिन्छ । बाँकी दुई तिहाइ प्राकृतिक रूपमा प्राप्त हुन्छ । The post यौन इच्छा दबाउँदै हुुनुहुन्छ यस्तो रोग लाग्ला है appeared first on नेपाल आज.
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