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bansgaonbhim · 1 year
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शिक्षा के क्षेत्र में साकार हुआ चमत्कार का सपना : मुख्यमंत्री
शिक्षा के क्षेत्र में साकार हुआ चमत्कार का सपना : मुख्यमंत्री सीएम योगी ने किया ‘संपर्क स्मार्टशाला : स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम का शुभारंभ सरकार ने किया 1.36 लाख स्कूलों का कायाकल्प देश व समाज की मजबूती के लिए शिक्षा की नींव मजबूत होना जरूरी गोरखपुर, 4 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। 2017…
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trendingwatch · 2 years
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काबुल शिक्षा केंद्र पर आत्मघाती हमलावर, 19 की मौत
काबुल शिक्षा केंद्र पर आत्मघाती हमलावर, 19 की मौत
द्वारा पीटीआई काबुल : अफगानिस्तान की राजधानी के शिया इलाके में शुक्रवार को एक आत्मघाती हमलावर ने एक शिक्षा केंद्र पर हमला किया, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई और 27 लोग घायल हो गए, जिनमें विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा दे रहे किशोर भी शामिल हैं. तालिबान के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. केंद्र में सुबह का विस्फोट काबुल के दशती बारची पड़ोस में हुआ, जो ज्यादातर जातीय हज़ारों द्वारा आबादी वाला…
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helputrust · 9 days
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12 सितंबर 2024, लखनऊ | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के राम दरबार में नव नियुक राष्ट्रीय सहारा दैनिक समाचार पत्र के लखनऊ प्रमुख स्थानीय संपादक श्री बृजेश मिश्रा से मुलाकात कर, नए दायित्व की उन्हे बधाई एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी | इस महत्वपूर्ण भेंट के दौरान, दोनों ने जनहित के विभिन्न मुद्दों पर गहन और व्यापक चर्चा की।
श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की हालिया पहलों और योजनाओं के बारे में अवगत किया, जिनका उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में सहायता प्रदान करना है । बातचीत के दौरान, उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा की गुणवत्ता और उसके समावेशी दृष्टिकोण पर बल दिया, जिससे समाज के प्रत्येक वर्ग को लाभ हो सके।
इस चर्चा में विशेष ध्यान उन योजनाओं पर केंद्रित किया गया जो समाज के सबसे वंचित तबके तक शिक्षा और चिकित्सा सेवाएं पहुंचाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं । श्री बृजेश मिश्रा ने ट्रस्ट की प्रयासों की सराहना की और इसके सामाजिक प्रभाव को बढ़ाने के लिए मीडिया और अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस मुलाकात ने यह स्पष्ट किया कि जनहित में किए जा रहे प्रयासों और मीडिया के सहयोग से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है । श्री बृजेश मिश्रा ने इस दिशा में ट्रस्ट के योगदान की सराहना की और भविष्य में ऐसे सहयोग को और बढ़ावा देने की बात की।
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शिक्षा हमें ज्ञान देती है और Skill उस ज्ञान को अमल में लाने का विज्ञान है : कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
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शिक्षा का महत्व
शिक्षा मानव जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह हमें ज्ञान प्राप्त करने का साधन प्रदान करती है, जिससे हमारे दिमाग में नये और अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं। शिक्षा हमें समाज में स्थान बनाने में मदद करती है और हमारे व्यक्तित्व को विकसित करने में सहायक होती है।
शिक्षा और उसके प्रकार
शिक्षा कई प्रकार की होती है, जैसे की बुनियादी शिक्षा, अंतरराष्ट्रीय शिक्षा, तकनीकी शिक्षा आदि। प्रत्येक प्रकार की शिक्षा अपने स्वार्थ और महत्वपूर्णता में अलग-अलग होती है। बुनियादी शिक्षा मानवीय अधिकारों और मूल स्वतंत्रता को समझाने में मदद करती है, जबकि तकनीकी शिक्षा व्यावसायिक कौशलों का विकास करती है।
शिक्षा का सामाजिक प्रभाव
शिक्षा समाज में समानता और समरसता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षित व्यक्ति समाज के प्रति जिम्मेदारी और उसकी समस्याओं को समझने में सक्षम होते हैं, और समाज को विकास की दिशा में मदद करते हैं।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ और उनका संदेश
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ एक प्रसिद्ध सैनिक और शिक्षाविद् थे, जिन्होंने अपने जीवन में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा दिया। उनका संदेश था कि शिक्षा ही वह माध्यम है जो हमें अपने क्षमताओं का सही उपयोग करने में मदद करती है। वे समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित करते थे।
शिक्षा और Skill: एक संयोजन
शिक्षा का अर्थ होता है ज्ञान का प्राप्त करना, जबकि Skill का अर्थ होता है वह ज्ञान को अमल में लाने का कौशल। ��ह संयोजन हमें अपने कार्य में प्रवीणता प्राप्त करने में सहायक होता है। अगर हम ज्ञान अच्छे से प्राप्त करते हैं और उसे अपने कार्य में उतारते हैं, तो हमारी क्षमताएँ सुधारती हैं और हम अधिक सफल होते हैं।
विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए शिक्षा का महत्व
विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक होती है। यह हमें अपने क्षेत्र में मान्यता प्राप्त करने में मदद करती है और हमें अन्यों से अलग बनाती है। विशेषज्ञता हमारे करियर को प्रगति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हमें अपने काम में स्वावलंबी बनाती है।
समाप्ति
इस लेख में हमने शिक्षा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की है और इसके साथ ही कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी के संदेश को भी समझाया है। शिक्षा ही वह उपकरण है जो हमें जीवन में सफलता की दिशा में आगे ब
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top-leaders-in-india · 2 months
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कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का संकल्प झोटवाड़ा का हो कायाकल्प
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कर्नल राज्यवर्धन राठौड़: एक परिचय
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, झोटवाड़ा का एक प्रमुख संकल्प, एक अद्वितीय व्यक्तित्व हैं जिनका नाम गहरे समर्पण और क्षमता से जुड़ा है। उनका योगदान राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में झोटवाड़ा के विकास और प्रगति में बहुमूल्य रहा है। वे न केवल सैन्य क्षेत्र में बल्कि समाज के सभी क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं।
राज्यवर्धन राठौड़ के जीवन का संक्षिप्त इतिहास
राज्यवर्धन राठौड़ का जन्म एक सम्मानीय परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में सैन्य सेवा को अपना ध्येय बनाया और अपनी प्रेरणा से जुड़े हर कार्य में महान प्रतिभा और समर्पण दिखाया। उन्होंने अपनी शिक्षा को उच्च स्तर पर पूरा किया और फिर अपनी सेना सेवा में प्रवेश किया। उनकी नेतृत्व में झोटवाड़ा के विकास में बहुत बड़ी भूमिका रही है।
झोटवाड़ा के विकास में योगदान
राज्यवर्धन राठौड़ ने झोटवाड़ा के विकास के लिए अपने समर्पित योगदान से उच्च स्तर पर साबित किया है। उनके प्रेरणास्त्रोत से लोगों में जागरूकता और समर्थन बढ़ा है और वे अपनी समाज सेवा में पूरी ईमानदारी से योगदान दे रहे हैं। उनकी सोच और कार्रवाई न केवल झोटवाड़ा को बल्कि पूरे राज्य में उन्नति की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान हैं।
समाज सेवा में उनका योगदान
राज्यवर्धन राठौड़ ने समाज सेवा में अपने अथक संघर्ष और प्रयासों से अपना नाम रोशन किया है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स चलाए हैं जो लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मददगार साबित हुए हैं।
राज्यवर्धन राठौड़ की उपलब्धियां
इनके लम्बे सेना करियर के दौरान, राज्यवर्धन राठौड़ ने अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण ने उन्हें देश और समाज के सेवा में अनमोल योगदान के लिए प्रतिष्ठित बना दिया है।
नवीनतम परियोजनाएँ और योजनाएँ
वर्तमान में, राज्यवर्धन राठौड़ अपने संकल्प के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं को लेकर कार्यरत हैं। उनकी नई पहल के तहत झोटवाड़ा के विकास के लिए नई स्वास्थ्य केंद्रों, शिक्षा संस्थानों और सामुदायिक सुधारों की योजनाएँ चल रही हैं।
निष्कर्ष
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ एक ऐसे नेता हैं जिनका समर्पण और क्षमता
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geeta1726 · 5 months
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बृष् लग्न के नवम भाव में शनि राहु की युगति क्या दर्शता है🙏?
बृष्टि लग्न में नवम भाव में शनि और राहु की युग्मन कुछ गहरी प्राकृतिक प्रवृत्तियों और जीवन के कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर प्रभाव डालती है। यह योग कुछ मुख्य प्रभाव दिखा सकता है:
उत्तम उत्पादन क्षेत्र: शनि और राहु का योग नवम भाव में उत्तम उत्पादन क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। यह योग व्यक्ति को व्यापार और वित्तीय स्थिति में स्थिरता और सफलता प्रदान कर सकता है।
उच्च शिक्षा और धर्मिक ध्यान: नवम भाव उच्च शिक्षा, धार्मिक ध्यान और गुरु-शिष्य परंपरा से संबंधित है। इस योग का प्रभाव व्यक्ति को उच्च शिक्षा और धर्मिक ध्यान में गहराई और समझ में स्थिरता प्रदान कर सकता है।
समाजिक संबंध: शनि और राहु की युग्मन की स्थिति समाजिक संबंधों पर भी प्रभाव डालती है। इस योग का प्रभाव व्यक्ति को समाज में सम्मान और स्थिति में स्थिरता प्रदान कर सकता है।
कर्मचारी और सेवा: नवम भाव में शनि और राहु का योग व्यक्ति को कर्मचारी क्षेत्र और सेवा के क्षेत्र में स्थिरता और सफलता प्रदान कर सकता है।
इन तत्वों के साथ-साथ, इस योग का उपयोग जातक के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्थिरता, सफलता और समाजिक स्थिति में वृद्धि के लिए किया जा सकता है।
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helputrust-harsh · 4 months
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Dharohar | Stage Play Kakori Train Action | धरोहर | काकोरी ट्रेन एक्शन | Harsh Vardhan Agarwal
लखनऊ, 07.05.2023 | भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों व क्रान्तिकारियों को समर्पित नाटक 'काकोरी ट्रेन एक्शन का मंचन ऑडिटोरियम, शेरवुड कॉलेज ऑफ़ मैनेजमेंट, इंदिरा नगर, लखनऊ में किया गया । यह नाटक हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार व उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंन्द्र (NCZCC) के संयुक्त तत्वावधान में, धरोहर" थीम के अन्तर्गत आयोजित हुआ । काकोरी ट्रेन एक्शन नाटक द्वारा कलाकारों ने 09 अगस्त 1925 को काकोरी में घटित काकोरी कांड का सजीव चित्रण किया | चन्द्रभाष सिंह के लेखन एवं निर्देशन में नाटक 'काकोरी ट्रेन एक्शन' में अनुभवी व मंझे हुऐ कलाकारों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने सभागार में उपस्थित सभी दर्शकों को देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत कर दिया |
कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगान से हुआ तत्पश्चात हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अगवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, श्री एम० पी० अवस्थी, श्री अशोक कुमार जायसवाल, डॉ अलका निवेदन, श्री पंकज अवस्थी, द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया ।
सभागार में उपस्थित सभी अतिथिगणों का स्वागत करते हुऐ हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए आज यह सौभाग्य का दिन हैं कि आज अपने वीर शहीद क्रांतिकारियों को, काकोरी ट्रेन एक्शन, नाटक के मंचन के माध्यम से याद करने का, श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिला है | "काकोरी ट्रेन एक्शन" एक महत्वपूर्ण एतिहासिक घटना है, जिसने देश के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । इस घटना में, भारत के स्वाधीनता संग्राम के सैनिकों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत की थी । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए अत्यंत गर्व की बात है कि हमें देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर समय-समय पर मिला है | संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) का आभार है जिनके आर्थिक सहयोग से धरोहर थीम के अंतर्गत आज देश के महान क्रन्तिकारी वीरों को समर्पित काकोरी ट्रेन एक्शन का नाट्य मंचन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का विशेष आभार है जिन्होंने वर्ष 2021 में वीर शहीदों की शहादत को नमन करते हुए आजादी की लड़ाई के संघर्ष की धरोहर का नामकरण काकोरी ट्रेन एक्शन कर दिया, जिसे पहले काकोरी कांड कहा जाता था |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल ने देश के महान क्रांतिकारी वीरों, शहीदों, सैनिकों के सम्मान में 1 मिनट का मौन होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हम देश के समस्त 28 राज्यों में और 8 केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानी में ट्रस्ट का कार्यालय स्थापित करें | निष्पक्षता, समानता और समावेशिता ट्रस्ट की कार्यशैली हैं । ट्रस्ट सभी संस्कृतियों के सम्मान के सिद्धांत पर काम करता है । पारदर्शिता और जवाबदेही ट्रस्ट के प्रमुख तत्व हैं। ट्रस्ट रचनात्मक और प्रभावी साझेदारी को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है । प्रासंगिकता केवल लोगों और समुदाय के निरंतर सशक्तिकरण के साथ ही बनाए रखी जा सकती है । ट्रस्ट का उद्देश है जाति, पंथ या धर्म के भेद के बिना लोगों की सेवा करना । ट्रस्ट अनाथालय, वृद्धाश्रम, यूपीएस60+ क्लब, भगवद् गीता केंद्र, आध्यात्मिक संगीत अकादमी, बाल गोपाल शिक्षा योजना, स्वच्छता/स्वच्छ भारत मिशन, व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम, राष्ट्रीय एकता के लिए जागरूकता, शैक्षिक जागरूकता आदि, दान - रक्त, पुराने कपड़े, किताबें और अन्य पुन: प्रयोज्य वस्तुएं, खाने-पीने की चीजों का वितरण, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवसों पर कार्यक्रमों का आयोजन, परिवार परामर्श हेल्पलाइन, आपदा प्रबंधन, महामारी समर्थन, निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, उत्कृष्ट व्यक्तित्वों का सम्मान करना, शैक्षिक और धर्मार्थ गतिविधियों, महिला अधिकारिता कार्यक्रम, वैज्ञानिक अनुसंधान, ग्रामीण और कृषि कार्यक्रम, सीएसआर गतिविधियो और कार्यक्रमो, के क्षेत्र में प्रयत्नशील तथा कार्यरत है | ट्रस्ट एक गैर-लाभकारी संगठन है । इसका लक्ष्य लोगों और समितियों को सामंजस्यपूर्ण, सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार तरीके से संपन्न करने के लिए सशक्त बनाना है । ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के क्षेत्र में समाज के गरीब और वंचित वर्ग का समर्थन करता है । यह सभी प्रकार के मानवीय कष्टों और सामाजिक विखंडन के उन्मूलन में मदद करता है । ट्रस्ट का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता में योगदान देने वाली संवेदनाओं और धारणाओं को परिष्कृत करना है । यह कला, संस्कृति साहित्य के प्रचार के लिए भी काम करता है और पवित्र शास्त्रों की शिक्षाओं का प्रचार करता है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की गतिविधियों का समर्थन करने के लिए दान करें । आप स्वयंसेवक, सहयोगी, दान दाता, प्रायोजक बनकर हमसे जुड़ें सकते हैं और ट्रस्ट के माध्यम से समाज की सेवा कर सकते हैं | आपकी सक्रिय सहभागिता से हम अपने जनसेवा के क्षेत्र को पुरे देश में फैला सकते है |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन डॉ अलका निवेदन ने किया |
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drrupal-helputrust · 4 months
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धरोहर | नाट्य मंचन काकोरी ट्रेन एक्शन | Dharohar | Stage Play Kakori Train Action
लखनऊ, 07.05.2023 | भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों व क्रान्तिकारियों को समर्पित नाटक 'काकोरी ट्रेन एक्शन का मंचन ऑडिटोरियम, शेरवुड कॉलेज ऑफ़ मैनेजमेंट, इंदिरा नगर, लखनऊ में किया गया । यह नाटक हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार व उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंन्द्र (NCZCC) के संयुक्त तत्वावधान में, धरोहर" थीम के अन्तर्गत आयोजित हुआ । काकोरी ट्रेन एक्शन नाटक द्वारा कलाकारों ने 09 अगस्त 1925 को काकोरी में घटित काकोरी कांड का सजीव चित्रण किया | चन्द्रभाष सिंह के लेखन एवं निर्देशन में नाटक 'काकोरी ट्रेन एक्शन' में अनुभवी व मंझे हुऐ कलाकारों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने सभागार में उपस्थित सभी दर्शकों को देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत कर दिया |
कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगान से हुआ तत्पश्चात हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अगवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, श्री एम० पी० अवस्थी, श्री अशोक कुमार जायसवाल, डॉ अलका निवेदन, श्री पंकज अवस्थी, द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया ।
सभागार में उपस्थित सभी अतिथिगणों का स्वागत करते हुऐ हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए आज यह सौभाग्य का दिन हैं कि आज अपने वीर शहीद क्रांतिकारियों को, काकोरी ट्रेन एक्शन, नाटक के मंचन के माध्यम से याद करने का, श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिला है | "काकोरी ट्रेन एक्शन" एक महत्वपूर्ण एतिहासिक घटना है, जिसने देश के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । इस घटना में, भारत के स्वाधीनता संग्राम के सैनिकों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत की थी । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए अत्यंत गर्व की बात है कि हमें देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर समय-समय पर मिला है | संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) का आभार है जिनके आर्थिक सहयोग से धरोहर थीम के अंतर्गत आज देश के महान क्रन्तिकारी वीरों को समर्पित काकोरी ट्रेन एक्शन का नाट्य मंचन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का विशेष आभार है जिन्होंने वर्ष 2021 में वीर शहीदों की शहादत को नमन करते हुए आजादी की लड़ाई के संघर्ष की धरोहर का नामकरण काकोरी ट्रेन एक्शन कर दिया, जिसे पहले काकोरी कांड कहा जाता था |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल ने देश के महान क्रांतिकारी वीरों, शहीदों, सैनिकों के सम्मान में 1 मिनट का मौन होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हम देश के समस्त 28 राज्यों में और 8 केंद्र शा��ित प्रदेशों की राजधानी में ट्रस्ट का कार्यालय स्थापित करें | निष्पक्षता, समानता और समावेशिता ट्रस्ट की कार्यशैली हैं । ट्रस्ट सभी संस्कृतियों के सम्मान के सिद्धांत पर काम करता है । पारदर्शिता और जवाबदेही ट्रस्ट के प्रमुख तत्व हैं। ट्रस्ट रचनात्मक और प्रभावी साझेदारी को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है । प्रासंगिकता केवल लोगों और समुदाय के निरंतर सशक्तिकरण के साथ ही बनाए रखी जा सकती है । ट्रस्ट का उद्देश है जाति, पंथ या धर्म के भेद के बिना लोगों की सेवा करना । ट्रस्ट अनाथालय, वृद्धाश्रम, यूपीएस60+ क्लब, भगवद् गीता केंद्र, आध्यात्मिक संगीत अकादमी, बाल गोपाल शिक्षा योजना, स्वच्छता/स्वच्छ भारत मिशन,  व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम, राष्ट्रीय एकता के लिए जागरूकता, शैक्षिक जागरूकता आदि,  दान - रक्त, पुराने कपड़े, किताबें और अन्य पुन: प्रयोज्य वस्तुएं, खाने-पीने की चीजों का वितरण,  राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवसों पर कार्यक्रमों का आयोजन, परिवार परामर्श हेल्पलाइन, आपदा प्रबंधन,  महामारी समर्थन,  निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, उत्कृष्ट व्यक्तित्वों का सम्मान करना, शैक्षिक और धर्मार्थ गतिविधियों,  महिला अधिकारिता कार्यक्रम, वैज्ञानिक अनुसंधान, ग्रामीण और कृषि कार्यक्रम, सीएसआर गतिविधियो और कार्यक्रमो, के क्षेत्र में प्रयत्नशील तथा कार्यरत है | ट्रस्ट एक गैर-लाभकारी संगठन है । इसका लक्ष्य लोगों और समितियों को सामंजस्यपूर्ण, सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार तरीके से संपन्न करने के लिए सशक्त बनाना है । ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के क्षेत्र में समाज के गरीब और वंचित वर्ग का समर्थन करता है । यह सभी प्रकार के मानवीय कष्टों और सामाजिक विखंडन के उन्मूलन में मदद करता है । ट्रस्ट का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता में योगदान देने वाली संवेदनाओं और धारणाओं को परिष्कृत करना है । यह कला, संस्कृति साहित्य के प्रचार के लिए भी काम करता है और पवित्र शास्त्रों की शिक्षाओं का प्रचार करता है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की गतिविधियों का समर्थन करने के लिए दान करें । आप स्वयंसेवक, सहयोगी, दान दाता, प्रायोजक बनकर हमसे जुड़ें सकते हैं और ट्रस्ट के माध्यम से समाज की सेवा कर सकते हैं | आपकी सक्रिय सहभागिता से हम अपने जनसेवा के क्षेत्र को पुरे देश में फैला सकते है |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन डॉ अलका निवेदन ने किया |
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astrotalk1726 · 5 months
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सूर्य लग्न के 11 में बुध गुरु कितना धन हो सकता हैं?
सूर्य लग्न के 11वें भाव में बुध और गुरु की उपस्थिति का संबंध ज्योतिष और राशिफल से है। यह प्रश्न कुंडली और वैदिक ज्योतिष के संदर्भ में है, जहां 11वां भाव सामान्यतः आय, धन, लाभ, और आकस्मिक अवसरों को दर्शाता है। बुध और गुरु की उपस्थिति इस भाव में कई चीजों को इंगित कर सकती है:
बुध (मर्करी): बुध संचार, व्यापार, और तर्कशीलता का प्रतीक है। यह संकेत करता है कि आप संवाद और नेटवर्किंग के माध्यम से धन अर्जित कर सकते हैं। बुध के 11वें भाव में होने से आपके लिए व्यापार, टेक्नोलॉजी, मीडिया, या संचार के अन्य क्षेत्र में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
गुरु (बृहस्पति): गुरु ज्ञान, शिक्षा, और वृद्धि का प्रतीक है। 11वें भाव में गुरु का होना संकेत करता है कि आपके पास बड़े अवसर आ सकते हैं, और आपके लाभ के स्रोत बढ़ सकते हैं। यह शिक्षा, धर्म, या उच्च विचारों से संबंधित कार्यों से भी धन की प्राप्ति का संकेत देता है।
11वें भाव में बुध और गुरु दोनों के होने से, यह संभावना होती है कि आप विभिन्न स्रोतों से धन अर्जित करेंगे। यह एक प्रकार से सौभाग्य का संकेत हो सकता है, जहां आप नेटवर्किंग और ज्ञान के माध्यम से वित्तीय लाभ प्राप्त करते हैं।
इस बात को ध्यान में रखें कि ज्योतिष में अन्य ग्रहों की स्थिति, उनके आपसी संबंध, और दशाओं का भी प्रभाव होता है। इसलिए, किसी विशेष कुंडली के विश्लेषण के लिए कुंडली चक्र २०२२ प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर सकते है. जो आपको एक बेहतर जानकारी दे सकता है।
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helpukiranagarwal · 6 months
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भारत की पहली महिला डॉक्टर एवं शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं के लिए प्रेरणा स्रोत आनंदी गोपाल जोशी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन ।
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poojagurung · 7 months
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देहरादून के सर्वश्रेष्ठ फैशन डिजाइन के संस्थान: रोशन कर रहे हैं टैलेंट का रास्ता
“फैशन डिजाइनिंग के जरिए आप अपने सपनों को ऊंची उड़ान दे सकते हैं:”
देहरादून, उत्तराखंड के शांत और प्रकृति से भरे हुए महौल में एक नए उज्वल और प्रतिभाशाली क्षेत्र के रूप में उबर कर आ रहा है – फैशन डिजाइन। ये शहर, अब फैशन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है, जहां “ड्रीमज़ोन देहरादून फैशन डिजाइन संस्थान ” आज के युवाओं को प्रतिभाशाली और विकसित फैशन डिजाइनर बनाने में सहायक हैं।
“ड्रीमज़ोन देहरादून संस्थान के माध्यम से, देहरादून अब देश भर में फैशन डिजाइन के क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान बन चुका है। युवाओं को यहां पर शिक्षित होने का अवसर मिलता है, जिन्हें अपने सपनों को पूरा करने का अवसर मिलता है। ड्रीमज़ोन देहरादून फैशन डिज़ाइन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ संस्थान  है जिसके माध्यम से युवाओं को नए और सृजनात्मक सोच के साथ कला और व्यवसाय में नए मुकाम तक पहुंचने में मदद मिलती है।”
देहरादून फैशन इंस्टीट्यूट (ड्रीमज़ोन देहरादून)
ड्रीमज़ोन देहरादून, देहरादून के एक प्रमुख फैशन डिजाइन संस्थान है, जो प्रतिभाशाली फैकल्टी और सुंदर कैंपस के साथ-साथ अपने शिक्षकों के साथ युवाओं को फैशन डिजाइन के क्षेत्र में शिक्षित कर रहा है। ये संस्थान युवा डिज़ाइनर्स को प्रैक्टिकल तजूरबा और विशेष सुझावों के माध्यम से उनकी कला को विकसित करने में महत्तव देती है।
फैशन डिजाइनिंग एक गतिशील और रचनात्मक क्षेत्र है जिसमें कपड़ों, सहायक उपकरणों की अवधारणा, निर्माण और विकास शामिल है, और फैशन डिजाइनर शैली की गहरी समझ, कपड़े की गहरी समझ और कपड़ों के माध्यम से अपने कलात्मक दृष्टिकोण को व्यक्त करने के जुनून वाले व्यक्ति होते हैं।
"फैशन डिजाइनिंग की कला में महारत हासिल करना: रचनात्मकता की ओर एक यात्रा"
ड्रीमज़ोन देहरादून फैशन डिजाइनिंग संस्थान में आपका स्वागत है, जहां धागे कहानियां बुनते हैं, और रंग भावनाओं को चित्रित करते हैं! इस ब्लॉग पोस्ट में, हम फैशन डिज़ाइन की मनोरम दुनिया की यात्रा पर निकल पड़े हैं। स्केच से लेकर रनवे तक, हम इस कला रूप की जटिलताओं का पता लगाते हैं जिसमें संस्कृतियों को आकार देने और शैली को फिर से परिभाषित करने की शक्ति है।
अपने सपनों को हकीकत में बदलें: सर्वश्रेष्ठ फैशन डिजाइन संस्थान ड्रीमज़ोन देहरादून से जुड़े:
आपका सपना अद्भुत है! फैशन डिजाइन में रुचि होना एक बहुत ही रोमांचक और क्रियात्मक कार्य की पहल करने वाला अवसर होता है। अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए ड्रीमजोन देहरादून फैशन डिजाइन संस्थान आपको कई अवसर उपलब्ध कराता है।ड्रीमज़ोन देहरादून फैशन संकाय, अपने अभ्यर्थियों को बुनियादि ढाँचे और पूर्णता के अवसर को ध्यान में रखते हुए संस्थान में प्रवेश करने के लिए आवश्यक और उनके लक्ष्यों को प्रमुखता देता है।
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देहरादून के ड्रीमज़ोन इंस्टीट्यूट में फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा क्यों?
ड्रीमज़ोन इंस्टीट्यूट का लक्ष्य लागू और रचनात्मक तकनीकों के माध्यम से लोगों के कौशल को विकसित करना है ताकि वे निकट भविष्य में सफल वास्तविक समय के डिजाइनर बन सकें। लघु और दीर्घकालिक पेशेवर डिजाइनिंग पाठ्यक्रमों और डिप्लोमा कार्यक्रमों, फैशन डिजाइन कार्यक्रमों और आभूषण डिजाइन कार्यक्रमों दोनों के लिए आकर्षक लागत उपलब्ध है। ड्रीमज़ोन इंस्टीट्यूट द्वारा पेश किए गए सभी पाठ्यक्रम इसलिए बनाए गए हैं ताकि छात्रों को डिज़ाइन में नवीनतम प्रगति के संबंध में भारत में सर्वोत्तम शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त हो सके।इसके अतिरिक्त, ड्रीमज़ोन इंस्टीट्यूट देहरादून के सर्वश्रेष्ठ डिप्लोमा-अनुदान देने वाले फैशन डिज़ाइन स्कूलों में से एक है। चूंकि ड्रीमज़ोन इंस्टीट्यूट की अच्छी प्रतिष्ठा है और यह प्रतिष्ठित कंपनियों में बड़ी संख्या में प्लेसमेंट की पेशकश करता है, इसलिए यह फैशन डिजाइन में डिप्लोमा हासिल करने के लिए सबसे अच्छी जगह है।
भविष्य के लिए तैयार रहना:
सस्टेनेबल फैशन एक वैश्विक चलन बन रहा है और प्रधानमंत्री द्वारा खादी के उपयोग को बढ़ावा देना आगामी चलन है। उत्तराखंड खादी ग्राम उद्योग ने प्रकृति पर कार्बन पदचिह्न को कम करते हुए फैशन की भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए छात्रों को अपने क्षितिज का विस्तार करने के लिए एक मंच देने के लिए ड्रीम जोन के साथ समझौता किया है।
आपकी रचनात्मक यात्रा यहां शुरू होती है:
1.ड्रीमज़ोन इंस्टीट्यूट में पेश किए जाने वाले फैशन डिजाइनिंग पाठ्यक्रमों का अन्वेषण करें।
2.ऐसे समुदाय से जुड़ें जो रचनात्मकता, नवीनता और डिज़ाइन के प्रति जुनून को बढ़ावा देता है।
“फैशन डिजाइनिंग एक बहुआयामी क्षेत्र है जो व्यक्तियों को अपनी रचनात्मकता व्यक्त करने की अनुमति देता है,”
कपड़ों और शैलियों के साथ नवप्रवर्तन करें और फैशन की निरंतर विकसित हो रही दुनिया में योगदान दें। यह कला, प्रौद्योगिकी और व्यवसाय का मिश्रण है, जो इसे शैली और डिजाइन के शौकीन लोगों के लिए एक जीवंत और रोमांचक कैरियर मार्ग बनाता है।
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निष्कर्ष:
जैसे ही हम फैशन डिजाइन की दुनिया में इस खोज को समाप्त करते हैं, हम आपको एक ऐसी यात्रा पर शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं जहां कल्पना की कोई सीमा नहीं है। चाहे आप एक अनुभवी डिजाइनर हों या अभी अपना पहला सिलाई कर रहे हों, आइए फैशन के ताने-बाने को बुनना जारी रखें और साथ मिलकर स्टाइल को फिर से परिभाषित करें।
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tarunhuman · 1 year
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INDIAN YOUTH
जब बात अपने भविष्य की आती है तो भारत में नाबालिगों को, हर जगह के नाबालिगों की तरह, विभिन्न चुनौतियों और अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ सकता है। सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने और बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने के लिए, वे यहां कुछ महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं: शिक्षा: अपनी शिक्षा पर ध्यान दें। शिक्षा को अक्सर उज्जवल भविष्य की कुं��ी के रूप में देखा जाता है। नियमित रूप से स्कूल जाएँ, अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहें, और यदि आप किसी भी विषय में संघर्ष कर रहे हैं तो मदद लें। लक्ष्य निर्धारित करें: स्पष्ट लक्ष्य और आकांक्षाएँ रखें। लक्ष्य निर्धारित करने से आपको उद्देश्य और दिशा का एहसास हो सकता है। चाहे वह शैक्षणिक, करियर, या व्यक्तिगत लक्ष्य हों, किसी चीज़ की दिशा में काम करना प्रेरक हो सकता है। मार्गदर्शन लें: अपनी महत्वाकांक्षाओं और चिंताओं के बारे में अपने माता-पिता, शिक्षकों या गुरुओं से बात करें। वे मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर सकते हैं, जिससे आपको अपने भविष्य के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिल सकती है। स्वस्थ रहें: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आप अच्छा खाएं, नियमित व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें। माइंडफुलनेस और तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करने से आपको अच्छे मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है। सूचित रहें: कैरियर के अवसरों और शैक्षिक विकल्पों के बारे में स्वयं को सूचित रखें। अपनी रुचियों का पता लगाने के लिए किताबें पढ़ें, इंटरनेट ब्राउज़ करें और करियर परामर्श सत्र में भाग लें। कौशल का निर्माण करें: उन कौशलों की पहचान करें जिनकी नौकरी बाजार में मांग है और उन्हें हासिल करने पर काम करें। इसमें तकनीकी कौशल, संचार कौशल, या टीम वर्क और समस्या-समाधान जैसे सॉफ्ट कौशल शामिल हो सकते हैं। नेटवर्क: अपने चुने हुए क्षेत्र में साथियों, सलाहकारों और पेशेवरों का एक नेटवर्क बनाएं। नेटवर्किंग आपको बहुमूल्य अंतर्दृष्टि, सलाह और अवसर प्रदान कर सकती है। सकारात्मक रहें: सकारात्मक मानसिकता विकसित करें। समझें कि असफलताएँ और चुनौतियाँ जीवन का हिस्सा हैं। अपनी असफलताओं से सीखें और उन्हें सफलता की सीढ़ी के रूप में उपयोग करें। वित्तीय साक्षरता: वित्तीय प्रबंधन और बजट के बारे में जानें। पैसे का प्रबंधन कैसे करें, यह समझने से आपको अपने भविष्य की योजना बनाने और अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सकती है। पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लें: खेल, कला या सामुदायिक सेवा जैसी पाठ्येतर गतिविधियों में संलग्न हों। ये गतिविधियाँ आपको एक सर्वांगीण व्यक्तित्व और नेतृत्व कौशल विकसित करने में मदद कर सकती हैं। समय प्रबंधन: जानें कि अपना समय प्रभावी ढंग से कैसे प्रबंधित करें। अपने शैक्षणिक और व्यक्तिगत जीवन को संतुलित करने से तनाव कम हो सकता है और अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करना आसान हो सकता है।
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helputrust · 11 days
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आत्मार्थ जीवलोकेस्मिन को न जीवति मानव: । पर परोपकारार्थ यो जीवति स जीवति ।।
(इस जीवलोक में स्वयं के लिए कौन नहीं जीता? परंतु, जो परोपकार के लिए जीता है, वही सच्चा जीना है।)
10.09.2024, लखनऊ | श्री प्रशांत सिंह अटल, मुख्य स्थायी अधिवक्ता, उत्तर प्रदेश, माननीय उच्च न्यायालय, लखनऊ खंडपीठ, सदस्य सचिव, बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश एवं राज्य संयोजक, बीजेपी, उत्तर प्रदेश (कानूनी प्रकोष्ठ) ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के जनहित कार्यो से प्रोत्साहित होकर आर्थिक दान किया l श्री प्रशांत सिंह अटल के इस उत्कृष्ट योगदान के लिए इनकी भूरि-भूरि प्रशंसा है l हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि श्री प्रशांत सिंह अटल तथा उनके परिवार का जीवन सुख, समृद्धि एवं वैभव से परिपूर्ण हो तथा वह इसी प्रकार अनेक वर्षों तक जनसेवा के कार्यों में  संलग्न रहें l
विदित है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना वर्ष 2012 में जनहित व जनकल्याण हेतु लखनऊ, उत्तर प्रदेश में की गई । अपने स्थापना वर्ष से अब तक 12 वर्षों के समय में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने उत्तर प्रदेश में जनकल्याणकारी संस्था के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित की है । ट्रस्ट अपने आदरणीय संरक्षकों पद्मभूषण स्वर्गीय गोपाल दास नीरज, पद्मश्री स्वर्गीय अनवर जलालपुरी तथा पद्मश्री अनूप जलोटा के मार्गदर्षन में, स्वसाधनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक, सांस्कृतिक व सामाजिक उन्नयन में गतिशील है । माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्प “सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास तथा सबका प्रयास” को ध्येय मानते हुए ट्रस्ट गरीबों व असहायों की मदद हेतु वस्त्र वितरण अभियान, रक्तदान, बाल गोपाल शिक्षा योजना, जनहित के जागरूकता अभियान, सम्मान समारोह व अन्य लाभकारी योजनाओं का क्रियान्वयन निरंतर कर रहा है । विश्वव्यापी कोरोना महामारी (Covid-19) के महासंकट में ट्रस्ट ने अपने संसाधनों व हेल्प यू कोरोना वारियर्स की मदद से निराश्रित व जरूरतमंद लोगो के लिए निरंतर भोजन, मास्क, सैनेटाइजर तथा अन्य बचाव सामग्री का वितरण किया ।
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा साहित्य एवं साहित्यकारों के प्रोत्साहन के लिए, अध्यात्म एवं संस्कृति के संवर्धन एवं उत्थान के दृष्टिगत, जनहित में पुस्तकों का प्रकाशन भी कराया गया है ।
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, लखनऊ, उत्तर प्रदेश में वृद्धा आश्रम, अनाथालय, भगवत गीता सेंटर, हेल्प यू एकेडमी आफ स्पिरिचुअल म्यूजिक तथा अन्य जनहित की परियोजनाओं के क्रियान्वयन हेतु प्रयत्नशील है । साथ ही देश के सभी राज्यों की राजधानियों तथा अन्य देशों में ट्रस्ट के कार्यालय स्थापित कर जनहित के कार्यो को और विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है ।
हम जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगो की मदद कर रहें हैं । ट्रस्ट की समस्त गतिविधियों, जनकल्याण के कार्यक्रमों का सम्पूर्ण विवरण ट्रस्ट की वेबसाइट www.helputrust.orgतथा सोशल मीडिया में Facebook, Twitter, LinkedIn, Tumbler, Instagram और YouTube पर आपके अवलोकनार्थ तथा प्रमाण के लिए उपलब्ध है |
आप यदि समाजसेवा में अपना योगदान करना चाहें तो आप हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ सकतें हैं और ट्रस्ट को अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान कर, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से समाज सेवा कर सकते हैं । यह आवश्यक नही है कि आप ट्रस्ट को आर्थिक सहयोग (Donation, Sponsorship, CSR आदि) ह�� प्रदान करें बल्कि आप अपने सेवा क्षेत्र के माध्यम से हमारे सलाहकार, आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य, समन्वयक, सद्भावना राजदूत, संयुक्त तत्वावधान में आयोजन करके, भी अपना बहुमूल्य योगदान जनहित में प्रदान कर सकते हैं ।
आपसे सादर अनुरोध है कृप्या ट्रस्ट द्वारा विगत वर्षों से निरंतर किये जा रहे जनहित में समाज उत्थान व समाज कल्याण के कार्यों के दृष्टिगत, लाभार्थियों के हित में तथा ट्रस्ट को प्रभावशाली कार्य करने हेतु अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करना चाहें । #PrashantSinghAtal #Advocate #HonorableHighCourtLucknow #BarCouncilofUttarPradesh #ChiefStandingCounsel #UttarPradesh #Charity #Help #donation #donate #nonprofit #support #fundraising #donations #giveback #volunteer #ngo #fundraiser #givingback #socialgood #makeadifference #philanthropy #helpingothers #nonprofitorganization #volunteering #collaboration #sponsor #CSR #NarendraModi #PMOIndia
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vanmarkvans · 1 year
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सर सादुल सिंह जी, जिन्हें महाराजा सर सादुल सिंह बहादुर के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय इतिहास में एक प्रमुख व्यक्ति थे। वह एक सम्मानित शासक और एक प्रमुख नेता थे। उनके जन्मदिन के बारे में लिखने के लिए, हमें विशिष्ट तिथि जानने की आवश्यकता है, क्योंकि ऐतिहासिक हस्तियों के जन्मदिन हमेशा व्यापक रूप से नहीं मनाए जाते हैं। हालाँकि, मैं आपको उनके जीवन और योगदान के बारे में कुछ जानकारी प्रदान कर सकता हूँ।
सर सादुल सिंह जी का जन्म 1882 में बीकानेर रियासत में हुआ था, जो अब भारत के राजस्थान का हिस्सा है। वह बीकानेर शाही परिवार से थे और 1902 में बीकानेर के महाराजा के रूप में सिंहासन पर बैठे।
यहां उनके जीवन और शासनकाल के कुछ उल्लेखनीय पहलू हैं:
आधुनिकीकरण और विकास: महाराजा सर सादुल सिंह जी शासन के प्रति अपने प्रगतिशील और दूरदर्शी दृष्टिकोण के लिए जाने जाते थे। अपने शासन के दौरान, उन्होंने कई आधुनिकीकरण पहलों को लागू किया और अपने राज्य के विकास की दिशा में काम किया।
शिक्षा: शिक्षा के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता थी और उन्होंने बीकानेर में शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से उनके राज्य के लोगों के लिए शिक्षा तक पहुंच में सुधार हुआ।
लोक कल्याण: महाराजा सर सादुल सिंह जी अपनी प्रजा के कल्याण के लिए समर्पित थे। उन्होंने बीकानेर में स्वास्थ्य देखभाल, बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक सेवाओं में सुधार के लिए विभिन्न पहल कीं।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान योगदान: प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश युद्ध प्रयासों में सैन्य और वित्तीय सहायता देकर महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके प्रयासों को मान्यता दी गई और ब्रिटिश सरकार द्वारा उन्हें कई सम्मान और उपाधियाँ प्रदान की गईं।
विरासत: महाराजा सर सादुल सिंह जी को एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने अपने लोगों की प्रगति और कल्याण के लिए अथक प्रयास किया। शिक्षा और जन कल्याण में उनके योगदान ने क्षेत्र पर स्थायी प्रभाव छोड़ा।
उनके जन्मदिन के बारे में अधिक विशिष्ट जानकारी प्रदान करने या उनके जीवन के बारे में अधिक विस्तृत लेख लिखने के लिए, उनके जन्म की सही तारीख जानना उपयोगी होगा। यदि आपके पास वह जानकारी है, तो कृपया इसे प्रदान करें, और मैं सर सादुल सिंह जी के जन्मदिन और विरासत के बारे में एक समर्पित लेख लिखने में आपकी सहायता कर सकता हूं।
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कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ साहब का एक संकल्प झोटवाड़ा का हो कायाकल्प
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का संकल्प
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ भारतीय राजनीति में एक प्रमुख व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने अपने दृढ़ संकल्पों और कर्मठता से देश की सेवा में अपना योगदान दिया है। उनकी प्रेरणा से देशवासियों को नई ऊंचाइयों की दिशा मिली है। उनके इसी संकल्प के तहत ‘झोटवाड़ा का हो कायाकल्प’ एक महत्वपूर्ण पहल है जो लोकतंत्र और समाज के विकास को समर्पित है।
झोटवाड़ा क्या है?
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कायाकल्प की उपाधि
कायाकल्प का अर्थ होता है जीवन में नई दिशा देना। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ साहब ने अपने इस संकल्प में झोटवाड़ा को एक आदर्श स्थान देने का संकल्प किया है। इसके तहत, स्थानीय विकास को गति देने, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने और सामाजिक अन्यायों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का विशेष द्रष्टांत है।
झोटवाड़ा में शिक्षा और स्वास्थ्य
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ साहब का संकल्प झोटवाड़ा के विकास में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष महत्व दिया गया है। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ियों को ज्ञान और उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन किया है और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रसार में भी उनकी निकटता का प्रयास किया है।
नए दिशानिर्देश और उद्देश्य
कर्नल साहब अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक सुविधाजनक नेतृत्व प्रस्तुत करते हैं। उनके संकल्पों और प्रेरणाओं ने उन्हें एक प्रेरणा स्त्रोत बना दिया है जिसने न केवल उन्हें बल्कि उनके चाहने वालों को भी प्रेरित किया है। उनकी नीतियाँ और क्रियाकलाप उनके लक्ष्यों की ओर सीधे संकेत करते हैं और एक सुसंगत समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
नवाचार और प्रगति
कर्नल साहब के संकल्प ने झोटवाड़ा में एक नयी सोच और नए दिशानिर्देश स्थापित किए हैं। उनके नेतृत्व में शहर ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की है और एक नई परिभाषा दी है। उनके कार्यकाल में नए और सर्वोत्तम तकनीकी उपायों ने विकास को गति दी है और उनकी नीतियाँ ने शहर को गौरवान्वित किया है।
झोटवाड़ा के प्रति समुदाय की जागरूकता बढ़ाना
झोटवाड़ा की समस्या को समझने के लिए हमें समुदाय को जागरूक करना होगा। इसके लिए हमें शिक्षा के माध्यम से, सोशल मीडिया के जरिए, और विभिन्न संगठनों और संस्थाओं के साथ सहयोग करके समुदाय में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा। इस प्रक्रिया में, कर्नल साहब के संकल्प और उनके दृढ़ स्थान का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के सामाजिक कार्य
झोटवाड़ा में कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ साहब के सामाजिक कार्य का विशेष उल्लेख होना चाहिए। उन्होंने समुदाय के विकास के लिए अनेक पहल की हैं, जिनमें गांवीय विकास, युवा संघटनाओं का समर्थन, और महिला सशक्तिकरण शामिल है। उनकी इसी प्रेरणा से झोटवाड़ा एक विशेष स्थान पर है जो सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से विकसित हो रहा है।
समाप्ति
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ साहब के संकल्प ‘झोटवाड़ा का हो कायाकल्प’ ने एक नयी पहचान बनाई है, जो लोकतंत्र और सामाजिक समानता के माध्यम से समृद्धि की दिशा में गति दे रहा है। इस प्रयास में उन्होंने सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पहलों से सबको नई ऊँचाइयों की दिशा में प्रेरित किया है।
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helputrust-drrupal · 1 year
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भारत की पहली महिला डॉक्टर एवं शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं के लिए प्रेरणा स्रोत आनंदी गोपाल जोशी जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन।
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www.helputrust.org
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