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#sawan kab hai 2020
sandhyabakshi · 4 years
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क्या धरती को नागलोक से जोड़ता है ये कुंआ, जानें मंदिर करकोटक नागेश्वर के बारे में उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी वाराणसी में एक ऐसा मशहूर कुंआ है, जिसे नागलोक का दरवाजा बताया जाता है। ऐसी मान्यता है कि नागपंचमी के दिन यहां दर्शन करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। यहां के नवापुरा... Source link
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newshindiplus · 4 years
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Hariyali Teej: गर्भवती महिलाएं इस तरह रखें हरियाली तीज का व्रत
Hariyali Teej: गर्भवती महिलाएं इस तरह रखें हरियाली तीज का व्रत
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हरियाली तीज पर गर्भवती महिलाओं के लिए टिप्स हरियाली तीज (Hariyali Teej) : हरियाली तीज का व्रत रखते समय आपको इस बातों का ख़ास ख्याल रखना है ताकि आप और आपका शिशु सेहतमंद रहे….
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vilaspatelvlogs · 4 years
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सावन में शिव स्वरूप बिल्व को घर में लगाएं, मिलेगा पुण्य लाभ, दूर होंगे वास्तुदोष
सावन में शिव स्वरूप बिल्व को घर में लगाएं, मिलेगा पुण्य लाभ, दूर होंगे वास्तुदोष
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अनीता जैन, वास्तुविद, Updated Mon, 20 Jul 2020 06:48 AM IST
घरों में पेड़-पौधे लगाना शुभ माना जाता है। इनसे न केवल घर में खुशहाली आती है, बल्कि घर के सदस्यों की सेहत भी दुरुस्त रहती है। शिवपुराण के अनुसार बिल्ववृक्ष महादेव का ही रूप है,देवताओं ने भी इस शिवस्वरूप वृक्ष की स्तुति की है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा में बेलपत्र के प्रयोग का महत्व हर कोई जानता है लेकिन क्या आप…
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Sawan Shivratri 2020: Date, Significance and All You Need to Know Sawan Shivratri is the day when the Kanwar Yatris provide holy water from the river Ganges to Lord Shiva. Source link
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updexnews · 4 years
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Sawan Month 2020: Learn the Dates, History, Signifance & Mantras Related to the Holy Shravan Month
Sawan Month 2020: Learn the Dates, History, Signifance & Mantras Related to the Holy Shravan Month
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Image for Representation.
According to Hindu customs, Sawan is the fifth month in the religion’s lunar calendar, which is dedicated to Lord Shiva and Goddess Parvati.
News18.com
Last Updated: July 5, 2020, 7:54 AM IST
The beginning of the ‘Sawan month’ and ‘Chaturmas’ is marked by the first showers of the monsoon. In 2020, Sawan or Shraavana month will start on…
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the last 15 days of Sawan, hariyali Amavasya on 20 July, Nag Panchami on 25 july and Raksha Bandhan on 3 August, savan month 2020, raksha bandhan kab hai, nag panchami kab hai | सावन के अंतिम 15 में से 7 दिन बहुत ही शुभ, 20 जुलाई को अमावस्या, 25 को नाग पंचमी और 3 अगस्त को रक्षाबंधन पर बन रहे हैं दुर्लभ योग, 26 जुलाई को 3 शुभ योग एक साथ Hindi News Jeevan mantra Dharm The Last 15 Days Of Sawan, Hariyali Amavasya On 20 July, Nag Panchami On 25 July And Raksha Bandhan On 3 August, Savan Month 2020, Raksha Bandhan Kab Hai, Nag Panchami Kab Hai…
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gokul2181 · 4 years
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Dharm News In Hindi : Sawan Month 2020, sawan kab se hai, sawan month start date, Somnath, Mahakaleshwar, Kedarnath, rameshwaram, dvadash jyotirlinga, 12 jyotirlinga list, kedarnath dham darshan | 6 जुलाई से सावन मास; सोमनाथ, महाकालेश्वर में भक्त कर सकेंगे दर्शन, कोरोना की वजह से महाराष्ट्र के 4 ज्योतिर्लिंग बंद रहेंगे
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Dharm News In Hindi : Sawan Month 2020, sawan kab se hai, sawan month start date, Somnath, Mahakaleshwar, Kedarnath, rameshwaram, dvadash jyotirlinga, 12 jyotirlinga list, kedarnath dham darshan | 6 जुलाई से सावन मास; सोमनाथ, महाकालेश्वर में भक्त कर सकेंगे दर्शन, कोरोना की वजह से महाराष्ट्र के 4 ज्योतिर्लिंग बंद रहेंगे
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3 अगस्त तक रहेगा सावन महीना, दर्शन के लिए ऑनलाइन परमिशन होगी अनिवार्य
सिर्फ दूर से ही कर पाएंगे दर्शन; केदारनाथ में पुरोहित दर्शन शुरू करने के पक्ष में नहीं
दैनिक भास्कर
Jun 28, 2020, 06:18 AM IST
6 जुलाई से सावन मास शुरू हो रहा है। ये भगवान शिव का महीना है। हर साल इस महीने में देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन, इस साल कोरोना वायरस की वजह से 12 में से 6 ज्योतिर्लिंग भक्तों के लिए बंद रहेंगे या इनके खुलने का निर्णय अभी तक नहीं हो सका है।  
6 ज्योतिर्लिंग सोमनाथ (गुजरात), मल्लिकार्जुन (हैदराबाद), महाकालेश्वर (उज्जैन), ऊँकारेश्वर (खंडवा), काशी विश्वनाथ (बनारस), नागेश्वर मंदिर (गुजरात) में दर्शन व्यवस्था शुरू हो गई है। अगर आप भी सावन के महीने में किसी ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए जाने की योजना बना रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की है।
रजिस्ट्रेशन के बाद ही हो पाएंगे दर्शन
इन ज्योतिर्लिंगों की ऑफिशियल वेबसाइट्स पर भक्तों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए मंदिर की लाइव दर्शन ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद दर्शन के लिए जो टाइम स्लॉट मिलेगा, उसी समय में भक्त मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। 65 साल से अधिक उम्र के लोग और 10 साल से छोटे बच्चों को मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश नहीं मिल सकेगा।
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नियमों का पालन जरूरी
मंदिर में शासन द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करना होगा। सभी भक्तों को मास्क पहनना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। इन मंदिरों में भक्त सिर्फ दर्शन कर सकेंगे, यहां बैठकर पूजा करने की अनुमति नहीं होगी। अगर किसी व्यक्ति को महामारी से संबंधित कोई भी लक्षण हैं तो उसे दर्शन के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी।
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महाराष्ट्र के चारों ज्योतिर्लिंग में दर्शन रहेंगे बंद
महाराष्ट्र के पंचांग के अनुसार 21 जुलाई से सावन माह शुरू होगा। इस समय महाराष्ट्र में कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। ऐसी स्थिति में प्रदेश के सभी मंदिरों में दर्शन व्यवस्था शुरू नहीं की जा रही है। महाराष्ट्र में चार ज्योतिर्लिंग भीमाशंकर, त्र्यंबकेश्वर, वैद्यनाथ और घृष्णेश्वर स्थित हैं। ये चारों मंदिर सावन माह में भी आम भक्तों के लिए बंद ही रहेंगे। यहां सिर्फ मंदिर के पुजारियों और मंदिर समिति के लोगों को ही प्रवेश की अनुमति रहेगी।
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वैद्यनाथ को लेकर है मतभेद
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग को लेकर मतभेद भी हैं। एक वैद्यनाथ मंदिर झारखंड के देवघर में स्थित है। यहां के लोग इसे 12 ज्योतिर्लिंग में से एक मानते हैं। इस मंदिर में सावन माह में दर्शन शुरू करने के लिए सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई है। इसकी सुनवाई 30 जून को होनी है। याचिका में कहा गया है कि नियमों का पालन करते हुए मंदिर में दर्शन शुरू करना चाहिए।
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केदारनाथ और रामेश्वरम में अभी कुछ तय नहीं
केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित विनोद प्रसाद शुक्ला ने बताया कि अभी महामारी तेजी से फैल रही है, इसी वजह से केदारनाथ में दर्शन शुरू नहीं हुए हैं। उत्तराखंड के चारधामों के पुजारी और समितियां अभी दर्शन शुरू करने के पक्ष में नहीं है। यहां सावन में भी लगभग यही स्थिति रह सकती है।
तमिलनाड़ु के रामेश्वरम मंदिर में भी अभी दर्शन व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है। यहां भी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ऐसे में रामेश्वर मंदिर में दर्शन शुरू नहीं हुए हैं। सावन माह में दर्शन हो पाएंगे या नहीं, इसे लेकर अभी कुछ तय नहीं है।
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भगवान का ज्योति स्वरूप इसलिए ज्योतिर्लिंग
शिव पुराण में द्वादश ज्योतिर्लिंग बताए हैं। मान्यता है कि यहां भगवान शिव ज्योति स्वरूप में सदैव विराजमान रहते हैं। इन मंदिरों में शिवलिंग के दर्शन करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं और मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। सावन माह के स्वामी शिवजी ही हैं, इसीलिए इस माह में महादेव की पूजा करने का और मंत्र जाप करने का विशेष महत्व है।
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पहला ज्योतिर्लिंग सोमनाथ, चंद्रमा ने की थी इसकी स्थापना
सोमनाथ – बारह ज्योतिर्लिंगों में पहला ज्योतिर्लिंग सोमनाथ है। ये गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित है। चंद्र यानी सोम ने शिवजी को प्रसन्न करने के लिए तप किया था। चंद्र के नाम पर ही इस मंदिर का नाम सोमनाथ पड़ा है।
मल्लिकार्जुन – ये ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल नाम के पर्वत पर स्थित है। यहां पार्वती का नाम मलिका और शिवजी का नाम अर्जुन है। इसलिए, इसे मल्लिकार्जुन कहा जाता है।
महाकालेश्वर – ये ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। यहां की भस्मारती विश्व प्रसिद्ध है।
ऊँकारेश्वर – मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के पास स्थित है ऊँकारेश्वर ज्योतिर्लिंग। इस मंदिर के पास नर्मदा नदी है। पहाड़ी के चारों ओर नदी बहने से यहां ऊँ का आकार बनता है। यह ज्योतिर्लिंग ऊँकार यानी ऊँ का आकार लिए हुए है, इसी वजह से इसे ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है।
केदारनाथ – केदारनाथ उत्तराखंड में स्थित है। जिस तरह कैलाश पर्वत का महत्व है, वैसा ही महत्व केदारनाथ क्षेत्र का भी माना गया है। ये मंदिर हिमालय क्षेत्र में स्थित है, इसीलिए शीतकाल में बंद रहता है।
भीमाशंकर – भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पूणे जिले में सह्याद्रि पर्वत पर स्थित है। भीमाशंकर को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
काशी विश्वनाथ – उत्तरप्रदेश के वाराणसी यानी काशी में स्थित है विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग। काशी सबसे प्राचीन पुरियों में से एक है। इसे भगवान शिव का घर भी कहते हैं।
त्र्यंबकेश्वर– महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है त्र्यंबकेश्वर मंदिर। मंदिर के पास ही ब्रह्मागिरि पर्वत है। इसी पर्वत से गोदावरी नदी शुरू होती है। मान्यता है कि शिवजी को गौतम ऋषि और गोदावरी नदी के आग्रह पर यहां ज्योतिर्लिंग रूप में रहना पड़ा।
वैद्यनाथ – वैद्यनाथ 12 ज्योतिर्लिगों में नौवां है। इस मंदिर को लेकर मतभेद हैं। महाराष्ट्र स्थित वैद्यनाथ मंदिर और झारखंड स्थित वैद्यनाथ मंदिर, इन दोनों को ज्योतिर्लिंग माना जाता है। झारखंड में देवघर जिले वैद्यनाथ मंदिर स्थित है। महाराष्ट्र में परली स्टेशन के पास ही परली गांव में भी वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग स्थित है।
नागेश्वर – यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारिका में स्थित है। शिवजी नागों के देवता हैं और नागेश्वर का पूर्ण अर्थ नागों का ईश्वर है। द्वारका से भी नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 17 मील की है।
रामेश्वरम – ये ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामनाथपुरम् में स्थित है। मान्यता है कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम ने की थी। इसी वजह से इसे रामेश्वरम् कहा जाता है।
घृष्णेश्वर – घृष्णेश्वर महाराष्ट्र के औरंगाबाद के पास दौलताबाद क्षेत्र में स्थित है। इसे घृसणेश्वर या घुश्मेश्वर के नाम से भी जाना जाता है।
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sandhyabakshi · 4 years
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Hariyali Teej: गर्भवती महिलाएं इस तरह रखें हरियाली तीज का व्रत
Hariyali Teej: गर्भवती महिलाएं इस तरह रखें हरियाली तीज का व्रत
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हरियाली तीज पर गर्भवती महिलाओं के लिए टिप्स हरियाली तीज (Hariyali Teej) : हरियाली तीज का व्रत रखते समय आपको इस बातों का ख़ास ख्याल रखना है ताकि आप और आपका शिशु सेहतमंद रहे….
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sandhyabakshi · 4 years
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मृत्यु के भय को भी दूर करता है शिव का यह चमत्कारी मंत्र लेकिन सही विधि से ही करना होगा जाप सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव की मन से पूजा करने से कई परेशानियों से निजात मिलती है। यही नहीं भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु तो... Source link
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sandhyabakshi · 4 years
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Somvati Amavasya: मास, वार, तिथि और नक्षत्र का संयोग सद्कामना पूर्ति में सहायक
Somvati Amavasya: मास, वार, तिथि और नक्षत्र का संयोग सद्कामना पूर्ति में सहायक
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‘हरियाली अमावस्या’ के नाम से भी प्रसिद्ध श्रावण की अमावस्या सोमवार को है। इस वर्ष की अमावस्या तिथि को सोमवार और पुनर्वसु नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। यह सद्कामनाओं को पूरा करने में सहायक है। इस तिथि पर भगवान शिव, श्रीहरि विष्णु और पीपल वृक्ष की 108 परिक्रमा का विशेष महत्व है। 
श्रावण अमावस्या तिथि रविवार, 19 जुलाई को अर्द्धरात्रि में 12 बजकर 10 मिनट पर लग चुकी है जो  20 जुलाई को…
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sandhyabakshi · 4 years
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Aaj ka Panchang:आज है शनि प्रदोष व्रत, पढ़ें 18 जुलाई का पंचांग और राहुकाल का समय शनि प्रदोष व्रत। सूर्य दक्षिणायण। सूर्य उत्तर गोल। वर्षा ऋतु। प्रात: 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक राहुकालम्।18 जुलाई, शनिवार, 27 आषाढ़ (सौर) शक 1942, 3 श्रावण मास प्रविष्टे 2077, 26 जिल्काद... Source link
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vilaspatelvlogs · 4 years
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Sawan 2020: 19 जुलाई को सावन शिवरात्रि, राशिनुसार इस उपाय से दूर हो सकता है आपका दुर्भाग्य
Sawan 2020: 19 जुलाई को सावन शिवरात्रि, राशिनुसार इस उपाय से दूर हो सकता है आपका दुर्भाग्य
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ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, Updated Tue, 14 Jul 2020 12:29 PM IST
सावन का पवित्र महीना चल रहा है। सावन के दो सोमवार बीत चुके हैं और अब तीन सोमवार बाकी हैं। सावन का महीना भगवान शिव का महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को बहुत ही प्रिय होता है। मान्यता है कि सावन के महीने में जो शिव भक्त भोलेभंडारी को जल चढ़ाता है उसकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती है। अब कुछ ही दिनों के बाद सावन महीने की…
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sandhyabakshi · 4 years
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Pics:आज है सावन का दूसरा सोमवार, देखें शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख बाबा महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग की तस्वीरें
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Mahakaleshwar temple in Ujjain: आज सावन का दूसरा सोमवार है। शिव भक्त सुबह होते ही भोले नाथ की अराधना में जुट गए हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का पहला सोमवार व्यक्ति को उसकी समस्याओं से मुक्ति दिलाता है। जबकि दूसरा सोमवार बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करता है। माना जाता है कि सावन के दूसरे सोमवार शिव को भांग, धतूरा और शहद चढ़ाने से व्यक्ति को अच्छी सेहत का वरदान मिलता है और भोलेनाथ…
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vilaspatelvlogs · 4 years
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6 जुलाई से सावन मास; सोमनाथ, महाकालेश्वर में भक्त कर सकेंगे दर्शन, कोरोना की वजह से महाराष्ट्र के 4 ज्योतिर्लिंग बंद रहेंगे
6 जुलाई से सावन मास; सोमनाथ, महाकालेश्वर में भक्त कर सकेंगे दर्शन, कोरोना की वजह से महाराष्ट्र के 4 ज्योतिर्लिंग बंद रहेंगे
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3 अगस्त तक रहेगा सावन महीना, दर्शन के लिए ऑनलाइन परमिशन होगी अनिवार्य
सिर्फ दूर से ही कर पाएंगे दर्शन; केदारनाथ में पुरोहित दर्शन शुरू करने के पक्ष में नहीं
दैनिक भास्कर
Jun 28, 2020, 05:48 AM IST
6 जुलाई से सावन मास शुरू हो रहा है। ये भगवान शिव का महीना है। हर साल इस महीने में देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन, इस साल कोरोना वायरस की वजह से 12 में से 6…
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vilaspatelvlogs · 4 years
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the last 15 days of Sawan, hariyali Amavasya on 20 July, Nag Panchami on 25 july and Raksha Bandhan on 3 August, savan month 2020, raksha bandhan kab hai, nag panchami kab hai | सावन के अंतिम 15 में से 7 दिन बहुत ही शुभ, 20 जुलाई को अमावस्या, 25 को नाग पंचमी और 3 अगस्त को रक्षाबंधन पर बन रहे हैं दुर्लभ योग, 26 जुलाई को 3 शुभ योग एक साथ Hindi News Jeevan mantra Dharm The Last 15 Days Of Sawan, Hariyali Amavasya On 20 July, Nag Panchami On 25 July And Raksha Bandhan On 3 August, Savan Month 2020, Raksha Bandhan Kab Hai, Nag Panchami Kab Hai…
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sandhyabakshi · 4 years
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Aaj ka Panchang:आज है सावन का दूसरा सोमवार, पढ़ें 13 जुलाई का पंचांग और राहुकाल का समय
Aaj ka Panchang:आज है सावन का दूसरा सोमवार, पढ़ें 13 जुलाई का पंचांग और राहुकाल का समय
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Sawan Somvar 2020: पंचक प्रात: 11.13 बजे पर समाप्त। कालाष्टमी। श्रावण सोमवार व्रत। सूरय उत्तरायण। सूर्य उत्तर गोल। वर्षा ऋतु। प्रात: 7.30 बजे से प्रात: 9 बजे तक राहूकालम्। 
13 जुलाई, सोमवार,
22 आषाढ़ (सौर) शक 1942, 29 आषाढ़ मास प्रविष्टे 2077, 21 जिल्काद सन् हिजरी 1441,श्रावण कृष्ण अष्टमी सायं 6.10 बजे तक उपरांत नवमी, रेवती नक्षत्र, प्रात: 11.14 बजे तक तदनंतर अश्विनी नक्षत्र, सुकर्मा योग…
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