दिल्ली के बादशाह सिकंदर लोदी को जलन का असाध्य रोग था जो कहीं ठीक नहीं हो रहा था। सिकंदर राजा का जलन का रोग भी कबीर साहेब के केवल दर्शन मात्र से ही ठीक हो गया था।
भगवान के लिए समय निकालना क्यों जरूरी बताया संतों ने ?
📲 अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel Visit करें।
अवश्य देखिए संत रामपाल जी का सत्संग-
🖥️ प्रतिदिन शाम 7:30 बजे साधना चैनल
🖥️ प्रतिदिन शाम 7:30 बजे Popcorn चैनल
📱 अब आप संत रामपाल जी महाराज के ऑडियो वीडियो सत्संग Sant Rampalji Maharaj App पर नि:शुल्क सुन व देख सकते हैं।
📚 संत रामपाल जी द्वारा लिखित "ज्ञान गंगा" या "जीने की राह" नि:शुल्क पुस्तक मंगवाने के लिए मिस कॉल करें-8193819381
🔹अधिक जानकारी के लिए पवित्र पुस्तक "ज्ञान गंगा" या "जीने की राह" निःशुल्क प्राप्त करें।अपना नाम, पूरा पता,मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप करें- +91 7496801823
यह पुस्तक सतगुरु रामपाल जी महाराज के प्रवचनों का संग्रह है जो कि सद्ग्रन्थों में लिखे तथ्यों पर आधारित है।
इस पुस्तक ‘‘ज्ञान गंगा’’ के माध्यम से जो हम संदेश देना चाहते हैं उसमें किसी देवी-देवता व धर्म की बुराई न करके सर्व पवित्र धर्म ग्रंथों में छुपे गूढ रहस्य को उजागर करके यथार्थ भक्ति मार्ग बताना चाहा है जो कि वर्तमान के सर्व संत, महंत व आचार्य गुरु साहेबान शास्त्रों में छिपे गूढ रहस्य को समझ नहीं पाए। परम पूज्य कबीर साहेब अपनी वाणी में कहते हैं कि - ‘वेद कतेब झूठे ना भाई, झूठे हैं सो समझे नांही।
जिस कारण भक्त समाज को अपार हानि हो रही है। सब अपने अनुमान से व झूठे गुरुओं द्वारा बताई गई शास्त्र विरूद्ध साधना करते हैं। जिससे न मानसिक शांति मिलती है और न ही शारीरिक सुख, न ही घर व कारोबार में लाभ होता है और न ही परमेश्वर का साक्षात्कार होता है और न ही मोक्ष प्राप्ति होती है। यह सब सुख कैसे मिले तथा यह जानने के लिए कि मैं कौन हूं, कहां से आया हूं, क्यों जन्म लेता हूं, क्यों मरता हूं और क्यों दुःख भोगता हूं ? आखिर यह सब कौन करवा रहा है और परमेश्वर कौन है, कैसा है, कहां है तथा कैसे मिलेगा और ब्रह्मा, विष्णु और शिव के माता-पिता कौन हैं और किस प्रकार से काल ब्रह्म की जेल से छुटकारा पाकर अपने निज घर (सतलोक) में वापिस जा सकते हैं।
यह सब इस पुस्तक के माध्यम से दर्शाया गया है ताकि इसे पढ़कर आम भक्तात्मा का कल्याण संभव हो सके। हमें पूर्ण विश्वास है कि जो पाठकजन रूची व निष्पक्ष भाव से पढ़ कर अनुसरण करेगा। उसका कल्याण संभव है
साधक अपना ही कल्याण कर सकता है। परमात्मा से परिचित जो संत हुए हैं वो कुछ डिवीजन, खंड को ही लाभ दे सकते हैं। और सतगुरु उसको जानना जो पूरे विश्व का कल्याण कर दे।
शेखतकी ने कबीर परमेश्वर को जान से मारने के लिए गंगा नदी के बीच में ले जाकर उनके हाथ पैरों को जंजीर से बांध कर शरीर पर बड़े बड़े पत्थर बांध कर नदी में डूबो दिया। लेकिन कबीर परमेश्वर नहीं डूबे। गंगा नदी में ऐसे बैठे रहे जैसे पृथ्वी पर बैठे हों।
🫴🏻 अवश्य देखें
ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00
श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00
साधना टी. वी. पर शाम 7:30
📣 Visit our YouTube channel Sant Rampal ji Maharaj
📌अधिक जानकारी के लिए PlayStore से "Sant Rampal Ji Maharaj" App Download करें ।
In Treta Yug, Kabir Sahib in the form of Munindra Rishi had drawn a line around a hill and made all the stones lighter. Later, by carving those stones, the Ram Setu bridge was built over the sea.