On average, a medium-sized banana (about 7 to 8 inches long) contains approximately 105 calories. However, the exact calorie content can vary slightly depending on the size of the banana. Keep in mind that this is just an approximation, and the actual calorie count might differ based on factors like the specific variety of banana and its size.
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1 केले में कितनी कैलोरी होती हैं और केला स्वास्थ्य के लिए कैसा होता है। यह Nutritiontohealthes आपको विस्तृत जानकारी प्रदान करेगी जो आपको स्वस्थ खानपान के फैसलों में मदद करेगी। आइए अब जानते हैं केले के पोषक तत्वों के बारे में!
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Mom's magic biscuit in hindi: मॉम्स मैजिक बिस्किट की पूरी जानकारी।
Mom’s magic biscuit in hindi: मॉम्स मैजिक बिस्किट की पूरी जानकारी।
Mom’s magic biscuit अक्सर हम चाय के साथ खाना पसंद करते हैं इसमें काजू, बादाम, बटर आदि मिलाया जाता है जो इसे लुभावना और अमीरों की पसंद बनाता है।
mom’s magic biscuit in hindi
इसका स्वाद और बनावट आकर्षक है जिन लोगों को मीठा खाना पसंद है उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसमें बहुत अधिक मिठास होती है।
तो आज हम इसकी पैकेजिंग से लेकर कीमत, फ्लेवर, बनावट, फायदे, नुकसान सभी के बारे में…
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Gulab Jamun. Gulab Jamun is related to Persia. According to Persian terminology, a rose is made up of gul and aab. In this, Read the full recipe
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Belly Fat: दौड़ने की जरूरत नहीं, बैठे-बैठे गुब्बारे जैसा फूला हुआ पेट कम करने की तरकीब जानिए
पेट में जमा चर्बी को कम करना सबसे मुश्किल काम है। लेकिन आप बैठे-बैठे इसे कम कर सकते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि यह कैसे संभव होगा।
अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें, शारीरिक गतिविधि की कमी और थायरॉयड जैसी कुछ चिकित्सा स्थितियाँ मोटापे के लिए जिम्मेदार हैं। लेकिन पेट के पास चर्बी जमा होने का सबसे बड़ा कारण कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन है। अगर आप जितनी कैलोरी जलाते हैं, उससे ज़्यादा…
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यदि आप अपने वजन को कम करना चाहते हैं या फिट रहना चाहते हैं तो घर पर बनाएं ये स्वास्थ्यपरक और स्वादिष्ट हेल्दी होममेड ड्रिंक्स
आजकल हमारी जीवनशैली बहुत ही व्यस्त हो गई है और हम अपनी सेहत की अनदेखी कर रहे हैं। दिनभर के दौरान हमारे शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है जो हम खाने-पीने के जरिए प्राप्त करते हैं। लेकिन, कई बार हम अपनी खुराक में तेजी से आधा वजन ही आसानी से बढ़ा लेते हैं। खान-पान की बदलती जीवनशैली और बढ़ती तनाव की वजह से हमारा शरीर संक्रमणों और बीमारियों के लिए अधिक प्रभावित होता है। इसलिए आजकल हर कोई यह चाहता है कि वह सेहतमंद रहें और वजन को नियंत्रण करने के लिए विभिन्न तरीकों की कोशिश करते हैं। हालांकि, वजन को नियंत्रण करने के लिए शुरुआत में समझ नहीं आती कि कौन से ड्रिंक्स हमारे लिए बेहतर हो सकते हैं। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी हेल्दी होममेड ड्रिंक्स बताएंगे जिन्हें आप बनाकर वजन को नियंत्रण कर सकते हैं और सेहत फिट रख सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर: एप्पल साइडर विनेगर को पानी के साथ मिलाकर खाली पेट पीने से वजन के नियंत्रण में मदद मिलती है। इसमें एसिडिक गुण होते हैं, जो आपके शरीर को अधिक तरलता प्रदान करने में मदद करते हैं। यह आंतों को साफ करता है और आपके पीएच स्तर और पेट की एसिड स्थिति को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इससे चयापचय बेहतर होता है और पेट की चर्बी कम होती है। आप एक गिलास पानी में दो से तीन बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिला सकते हैं और इसे सुबह जल्दी लेना चाहिए।
ग्रीन टी : ग्रीन टी एक स्वस्थ और शक्तिशाली पेय है जो वजन घटाने में मदद कर सकता है। ग्रीन टी में मौजूद एक विशेष एंटीऑक्सिडेंट तत्व होता है जो शरीर की चर्बी को कम करने में मदद करता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है जिससे शरीर अधिक समय तक वजन को कम करने में सक्षम होता है। ग्रीन टी के नियमित सेवन से शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है जो वजन को नियंत्रण करने में मदद करता है। चाय की जगह ग्रीन टी पीने की आदत अच्छी हो सकती है।
धनिया पानी :धनिया के बीज का पानी वजन को नियंत्रण करने में एक बहुत अच्छा योगदान हो सकता है। इस पानी में मौजूद अनेक गुणों के कारण, यह आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है और वजन के प्रबंधन में भी मदद कर सकता है। धनिया के बीज में विटामिन ए, सी, एवं ई, एंटीऑक्सिडेंट्स, और फाइबर समेत कई और पोषक तत्व होते हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। धनिया के बीज का पानी बनाने के लिए, 1 चम्मच धनिया के बीज को 1 गिलास पानी में भिगो दें और रात भर के लिए छोड़ दें। सुबह इस पानी को छानकर पीने से वजन प्रबंधन में मदद मिलती है।
नींबू पानी- नींबू पानी एक बहुत ही पौष्टिक व लोकप्रिय पेय है जो वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। नींबू में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो वजन प्रबंधन में मदद करते हैं। नींबू पानी पीने से आपकी मेटाबोलिज्म दर बढ़ती है जो आपको कम खाने और ज्यादा उपयोग किए गए कैलोरी को जलाने में मदद करता है। नींबू पानी को नियमित रूप से पीने से आप अपने वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। नींबू पानी एक बहुत ही सस्ता और अच्छा तरीका है वजन घटाने के लिए।
जीरा पानी: जीरा पानी वजन के प्रबंधन में बहुत उपयोगी होता है। यह शरीर के अंदर जमा हुए विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और आपके पेट को साफ रखता है। । जीरे में पाये जाने वाले विशेष तत्व पाचन क्रिया को सुधारते हैं और मोटापे को कम करने में मदद करते हैं। जीरा पानी एक उत्कृष्ट डेटॉक्स ड्रिंक होता है जो वजन को नियंत्रित करने में सहायता प्रदान करता है। जीरा पानी को नियमित रूप से पीने से अधिकतर विसर्जित तत्वों को शरीर से बाहर निकाला जाता है जो वजन बढ़ाने का कारण बनते हैं।
आप ऊपर बताए कुछ भी ड्रिंक ले लेकिन पानी का भी पर्याप्त सेवन जरूरी है।इसके आलावा वजन को घटाने के लिए आप हर्बल सुप्प्लेमेंट्स का भी इस्तेमाल कर सकते है जिसमे Fytika Let It Melt एक अच्छा विकल्प है । इन टेबलेट्स में विभिन्न प्रकार के नेचुरल तत्वों का मिश्रण है जैसे कि ग्रीन कॉफ़ी एक्सट्रैक्ट, गार्सीनिया कैंबोगिया, त्रिफला, काली जीरी और पिपेरिन शामिल हैं जो आपको वजन नियंत्रित में मदद करते हैं।
यह आपकी भूख कम करने ��ें मदद करते हैं जिससे आप कम खाने के बाद भी भूख नहीं महसूस करते हैं। इसके अलावा, ये टेबलेट्स आपकी एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं और आपको ज्यादा एक्टिव रहने में मदद करते हैं, जिससे आप ज्यादा काम कर सकते हैं और अधिक कैलोरी जलाते हैं।
इन होम मेड ड्रिंक्स को नियमित रूप से पीने से व साथ ही Fytika Let It Melt के सेवन से आप अपनी वजन प्रबंधन की इच्छा को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
(Disclaimer: This article has been written by - Dt. Alka Kothari)
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Healthy Foods: Best Sexologist in Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey
गुप्त व यौन रोगियों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव कि वे अपने दैनिक जीवन में निम्नलिखित फल और सब्जियों को शामिल करें और अपने स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाए :-
विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य व भारत के सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में से एक डॉ. सुनील दुबे ने सभी लोगो को अपने डाइट में कुछ फल व सब्जियों को शामिल करने का सुझाव दिया है। वे एक लम्बे समय से दुबे क्लिनिक में पटना के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट के पद पर आसीन है और सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों को आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार प्रदान करते आ रहे है। दुबे क्लिनिक भारत का सबसे भरोसेमंद आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक में शीर्ष रैंक पर है। यह प्रामाणिक क्लिनिक पटना के लंगर टोली, चौराहा, के पास स्थित है।
आज का यह टॉपिक में, कुछ महत्वपूर्ण फलों और सब्जियों के महत्व से सम्बंधित हैं। ये फल और सब्जियाँ स्वस्थ शरीर और स्वस्थ यौन जीवन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि व्यक्ति इनका सेवन करें, तो वे हमेशा के लिए स्वस्थ और समृद्ध जीवन प्राप्त कर सकते है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि यदि आप प्रकृति में विश्वास करते हैं और इसके संसाधनों व साधनो का उपयोग करते हैं तो आपको हमेशा प्राकृतिक उपचार और पोषण का चयन करना चाहिए। आयुर्वेद सभी चिकित्सा-उपचारों का आधार है जो प्राकृतिक तरीको से समस्त शरीर को सुदृढ़ बनाता है। इस चिकित्सा-उपचार की खास बात यह है कि इसके सेवन से शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
चलिए जानते है उन फलों और सब्जियों के नाम व उनकी विशेषता जो निम्नलिखित है:-
1. केला
केले का वैज्ञानिक नाम मूसा पैराडाइसियाका लिन है जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, प्राकृतिक शर्करा, फाइबर, पोटेशियम और कैलोरी होता है। यह मानसिक और हृदय संबंधी स्वास्थ्य के बेहतरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें पोटेशियम होता है जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और तनाव और चिंता के स्तर को कम करने में मदद करता है। आम तौर पर, ज़्यादातर लोग केले का शेक पीना पसंद करते हैं।
2. अनानास
अनानास का वैज्ञानिक नाम अनानास कोमोसस है जिसमें विटामिन और खनिज जैसे- विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन ई, विटामिन के, कैल्शियम, फोलेट (विटामिन बी 9), आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, जिंक और एंजाइम होते हैं। यह एंजाइम और एंटीऑक्सीडेंट का उत्पादन भी करता है। यह यौन इच्छा को बढ़ाने में मदद करता है और शीघ्रपतन की समस्या को प्रबंधित करने में भी सहायक होता है।
3. गाजर
गाजर का वैज्ञानिक नाम डौकस कैरोटा है जिसमें विटामिन सी, विटामिन के1, विटामिन बी6, कैल्शियम, आयरन, बायोटिन, पोटैशियम और ल्यूटिन जैसे महत्वपूर्ण तत्व होते है। इसमें बीटा कैरोलीन और एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। यह लिंग क्षेत्र के रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। यह हमेशा शीघ्रपतन को रोकने और स्खलन से निपटने में पुरुष को मदद करता है।
4. एवोकाडो
एवोकाडो का वैज्ञानिक नाम पर्सिया अमेरिकाना है जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा (पॉलीअनसेचुरेटेड और संतृप्त), फाइबर, सोडियम और कैलोरी होती है। इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है और साथ ही सोडियम का स्तर भी कम होता है। यह लिंग क्षेत्र में रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है। यह स्खलन के लिए भी उपयोगी है। संभावित रूप से देखा जाय तो, यह शीघ्रपतन के प्रबंधन में मदद करता है। यह इष्टतम यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है और शीघ्रपतन और यौन हार्मोन के लिए चयापचय प्रोटीन में मदद करता है। आम तौर पर, इसे व्यक्ति में एक प्राकृतिक यौन बूस्टर के रूप में माना जाता है।
5. लहसुन
लहसुन एक प्रजाति है और जिसका वैज्ञानिक नाम एलियम सैटिवम है। इसमें उच्च स्तर के पोटेशियम, फास्फोरस, जस्ता, सल्फर, सेलेनियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, लोहा और कम स्तर का सोडियम होता है। यह कामोद्दीपक गुणों से परिपूर्ण होता है जो स्खलन के बिना संभोग की अवधि को बढ़ाने में मदद करता है। इस मसाले का यौगिक एलिसिन रक्त परिसंचरण में भी सुधार करता है। यह शीघ्रपतन और स्तंभन दोष के प्रबंधन में सहायक होता है।
6. शतावरी
शतावरी वसंत ऋतु में पायी जाने वाली सब्जी है जिसे आम तौर पर बगीचे में लगाया जाता है। शतावरी का वैज्ञानिक नाम शतावरी ऑफिसिनेलिस है जिसमें प्रोटीन, वसा, फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट और कैलोरी होती है। यह सब्जी खनिजों और विटामिन-सी से भरपूर होती है। यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने और रक्त की उपस्थिति को बढ़ाने में मदद करती है। यह मूत्र पथ के स्वास्थ्य और यौन स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। अधिकांश समय, यह देखा गया है कि यह शीघ्रपतन के इलाज में उपयोगी सिद्ध होता है।
7. अखरोट
अखरोट एक प्रजाति है जिसका वैज्ञानिक नाम जुग्लान्स है। इसमें मैग्नीशियम, तांबा, फास्फोरस, लोहा, कैल्शियम, जस्ता, पोटेशियम, सेलेनियम, विटामिन बी 6, फोलेट और थायमिन होता है। यह हृदय-स्वस्थ वसा से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं। अखरोट के नियमित सेवन से मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार होता है और हृदय रोग और कैंसर के खतरा कम होता है। इसका सेवन करने से शीघ्रपतन के रोगियों को अपने समय को प्रबंधन करने में भी मदद मिलता है।
8. तरबूज
तरबूज एक रसीला फल और बेल सामान आकर है जिसका वैज्ञानिक नाम सिट्रुलस लैनाटस है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी 6, पोटेशियम, बिना वसा, कोलेस्ट्रॉल या सोडियम होता है। मुख्य रूप से, यह विटामिन सी से भरपूर होता है जो कोलेजन बनाने और शरीर को आयरन को अवशोषित करने में मदद करने में एक अभिन्न भूमिका निभाता है। यह एक हाइड्रेटिंग फ़ूड भी है जो शरीर को प्राकृतिक वियाग्रा से भर देता है। यह बेहतर इरेक्शन का हमेशा समर्थन करता है और व्यक्तियों में कामेच्छा को भी बढ़ाने में मदद करता है।
9. पालक
पालक एक हरी पत्ती वाली सब्जी है जिसका वैज्ञानिक नाम स्पिनेशिया ओलेरासिया है। यह विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन और फोलेट सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह फाइबर से परिपूर्ण होता है जो वजन प्रबंधन, रक्त शर्करा विनियमन, कम कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, आंत्र कैंसर, स्वस्थ मल त्याग, हृदय स्वास्थ्य, कम हृदय रोग और बेहतर आंत स्वास्थ्य में मदद करता है। यह पुरुषों की यौन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह रक्त में फोलिक एसिड के स्तर को भी बनाए रखता है। यह लिंग क्षेत्र में रक्त प्रवाह में सुधार करता है और स्वस्थ यौन कार्य को बनाए रखता है। यह इरेक्शन के लिए एक आवश्यक यौन पोषक तत्व और प्राकृतिक भोजन है।
10. अदरक
अदरक को आमतौर पर मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है जिसका वैज्ञानिक नाम ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल है। अदरक की जड़ का उपयोग कई सामान्य बीमारियों जैसे- सिरदर्द, जुकाम, मतली और उल्टी को कम करने और इलाज के लिए किया जाता है। यह फेनोलिक यौगिकों, टेरपेन्स, पॉलीसेकेराइड्स, लिपिड, कार्बनिक अम्ल और कच्चे फाइबर जैसे विभिन्न रासायनिक घटकों में समृद्ध है। यह शरीर को ठीक करता है जिससे रक्त प्रवाह तेज़ होता है। यह कामेच्छा को भी बढ़ाता है और यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है। यह इरेक्शन को बनाए रखने में मददगार है, खासकर लिंग की मांसपेशियों में, जिससे इरेक्शन व शारीरिक मजबूती को बनाये रखती है।
11. शहद
शहद एक प्राकृतिक तरल पदार्थ है जिसमें ज़्यादातर चीनी के साथ-साथ अमीनो एसिड, विटामिन, खनिज, लोहा, जस्ता और एंटीऑक्सीडेंट का मिश्रण होता है। शहद से कामेच्छा, स्तंभन कार्य, शुक्राणुजनन, अधिवृषण शुक्राणुओं की संख्या और सामान्य शुक्राणु प्रतिशत में सुधार होता है, और मनुष्यों सहित स्तनधारी प्रजातियों में शुक्राणु सिर और पूंछ की असामान्यताओं और क्रोमेटिन क्षति के प्रतिशत को कम करता है।
12. हरा प्याज
हरा प्याज, एक सब्जी जिसे स्प्रिंग प्याज भी कहा जाता है, एक गुच्छेदार पौधा है जिसका वैज्ञानिक नाम एलियम फिस्टुलोसम है। यह विटामिन के, विटामिन ए, विटामिन सी और फोलेट (फोलिक एसिड) और पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है। स्वाभाविक रूप से, इसमें कैलोरी, वसा और सोडियम कम होता है। यह शीघ्रपतन को नियंत्रित करने के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है।
13. ऑयस्टर
ऑयस्टर एक अत्यधिक पौष्टिक शेलफिश है जिसका वैज्ञानिक नाम ऑस्ट्रेडी है जो मोलस्क की प्रजाति है। इसमें प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, जिंक, कॉपर, विटामिन बी12, आयरन और कैलोरी होती है। यह विटामिन डी, कॉपर, जिंक और मैंगनीज के स्रोत से भरपूर है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। साथ-ही-साथ, इसके नियमित सेवन से व्यक्ति का यौन स्वास्थ्य सुदृढ़ होता है।
14. मिर्च मिर्च
मिर्च को चिली या मिर्च भी कहा जाता है जो पौधों के बेरी-फल की किस्म का होता है। मिर्च का वैज्ञानिक नाम कैप्सिकम फ्रूटसेंस है। यह कैरोटीनॉयड के प्रमुख स्रोतों में से एक है, जो विटामिन ए और विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) के अग्रदूत हैं। इसमें उच्च स्तर के कैरोटीनॉयड और एल-एस्कॉर्बिक एसिड होते हैं, जिनमें प्रो विटामिन ए और विटामिन सी गतिविधि के लिए आरडीए होता है। यह रक्त वाहिकाओं के फैलाव और रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है।
15. कॉफी
कॉफी का नाम सुनते ही, कैफीन नामक पहली चीज है जो सभी के दिमाग में आती है। कॉफी का वैज्ञानिक नाम कॉफ़ी अरेबिका है जिसमें कई रासायनिक घटक होते हैं जैसे कि एल्कलॉइड, फेनोलिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स, टेरपेनोइड्स, इत्यादि। इसमें बड़ी संख्या में उपयोगी पोषक तत्व भी होते हैं, जिनमें राइबोफ्लेविन (विटामिन बी 2), नियासिन (विटामिन बी 3), मैग्नीशियम, पोटेशियम, कई फेनोलिक यौगिक और एंटीऑक्सिडेंट शामिल हैं; जो आंतरिक सूजन को कम करने और बीमारी से बचाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट रक्त वाहिकाओं की रक्षा करते हैं, परिसंचरण में सहायता करते हैं, और धीरे-धीरे लिंग क्षेत्र में रक्त के प्रवाह में सुधार करते हैं जिससे पुरुषों को इरेक्शन प्राप्त होता है और उसे बनाए रखता है।
16. डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में कोको सॉलिड, कोको शुगर और बटर होता है जबकि मिल्क चॉकलेट में कोको सॉलिड, कोको बटर, किसी न किसी रूप में दूध और शुगर भी होता है। इसमें कैफीन और ब्रोमीन जैसे उत्तेजक तत्व भी शामिल होते हैं। अच्छी क्वालिटी की डार्क चॉकलेट में फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज और कुछ अन्य मिनरल भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। मुख्य रूप से, डार्क चॉकलेट के दो तत्व जैसे एंटीऑक्सीडेंट और कैफीन रक्त प्रवाह को बढ़ा सकते हैं और यौन इच्छा को बढ़ा सकते हैं।
17. अंडे
अंडे उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन, वसा, संतृप्त वसा, आयरन, विटामिन, खनिज और कैरोटीनॉयड सहित कैलोरी का अच्छा ��्रोत हैं। अंडे का वैज्ञानिक नाम ओवम है। यह ल���यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे रोग से लड़ने वाले पोषक तत्वों का भंडार है। अगर हम इसकी समृद्धि के बारे में बात करें तो इसमें उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन, सेलेनियम, फॉस्फोरस, कोलीन, विटामिन बी12 और कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। अंडे में विटामिन ई होने से यौन हार्मोन में सुधार करके यौन प्रदर्शन और ऊर्जा को बढ़ाने में मदद मिलती है।
18. मशरूम
मशरूम को खेती की जाने वाली सफ़ेद बटन मशरूम के रूप में भी जाना जाता है। यह विटामिन बी2, विटामिन बी3, विटामिन बी5, फोलेट, विटामिन डी, फॉस्फोरस, सेलेनियम, कॉपर और पोटैशियम का अच्छा स्रोत होता है। सेलेनियम शरीर में कोशिका क्षति को रोकने में मदद करता है, विटामिन डी कोशिका वृद्धि में मदद करता है, और विटामिन बी6 शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। सभी पोषक तत्व मानव शरीर में एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह यौन इच्छा और उसके कार्यों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खासकर, यह महिलाओं में कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है।
19. दाल
मसूर दाल की एक प्रजाति है जिसका वैज्ञानिक नाम लेंस कलिनारिस है। दाल में पोटेशियम, फाइबर, फोलेट और पौधे के रसायन अधिक होते हैं और सोडियम और संतृप्त वसा कम होती है। मुख्य रूप से, यह फाइबर, फोलेट और पोटेशियम से भरपूर होता है जो हृदय और उसके रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह ऊर्जा देने वाले आयरन और विटामिन बी1 का भी अच्छा स्रोत है जो स्थिर हृदय गति को बनाए रखने में मदद करता है। प्रोटीन और आयरन से भरपूर फलियां यौन इच्छा को बढ़ावा दे सकती हैं। यह उन महिलाओं के लिए अच्छा है जो एनीमिया से पीड़ित हैं, खासकर रजोनिवृत्ति या गर्भावस्था के दौरान।
20. बादाम:
बादाम प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम और राइबोफ्लेविन से भरपूर होते हैं। यह आयरन, पोटेशियम, जिंक और विटामिन बी (नियासिन, थायमिन और फोलेट) का भी अच्छा स्रोत है। यह यौन कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करता है जैसे- यौन इच्छा और संभोग की गुणवत्ता में सुधार।
अगर आप किसी भी तरह की गुप्त या यौन समस्या से पीड़ित हैं, तो आप बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे से परामर्श कर सकते हैं। वह दुबे क्लिनिक में प्रैक्टिस करते हैं, जहाँ हर दिन चालीस से अधिक गुप्त व यौन रोगी अपनी यौन समस्याओं को ठीक करने के लिए इस क्लिनिक में आते हैं। अपने संपूर्ण यौन विकार को दूर करने के लिए पूर्णकालिक विश्वसनीय आयुर्वेदिक उपचार और दवा प्राप्त करें।
शुभकामनाओं के साथ
दुबे क्लिनिक
भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586
स्थल: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
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Anjeer Benefits: सेहत के लिए वरदान!
क्या आप जानते हैं अंजीर के फायदे? अंजीर (fig) एक ऐसा फल है जिसे हम सूखा या ताजा खा सकते हैं। इसमें इतने सारे पोषक तत्व होते हैं कि यह सेहत के लिए एक वरदान साबित होता है। चलिए, इस लेख में हम अंजीर के फायदे (Anjeer Benefits) के बारे में विस्तार से जानेंगे और जानेंगे कि यह किन समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
1. अंजीर क्या है? (What is Anjeer?)
अंजीर एक बेहद पौष्टिक फल है जिसे पका कर या सुखा कर खाया जाता है। इसमें प्राकृतिक शर्करा, फाइबर, और कई विटामिन्स और मिनरल्स जैसे कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, और आयरन होते हैं। इसका जैम भी बनाया जाता है, और इसे टुकड़ों में काट कर या दूध के साथ खाया जा सकता है। इसके स्वास्थ्य लाभों के चलते इसे सेहतमंद फलों में से एक माना जाता है।
1.1 अंजीर के पोषक तत्व (Nutritional Value of Anjeer)
कैलोरी: कम
फाइबर: अधिक
विटामिन्स: विटामिन A, K, और B6
मिनरल्स: कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम
2. पाचन समस्याओं में मददगार (Helps with Digestion Problems)
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में पेट की समस्याएं बहुत आम हो गई हैं। कब्ज, गैस, और अपच जैसी समस्याओं से परेशान लोग अंजीर का सेवन कर सकते हैं।
2.1 कब्ज और अपच से राहत (Relieves Constipation and Indigestion)
अंजीर में पाया जाने वाला फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज को दूर करने में मदद करता है। अगर आपको पेट की समस्याएं होती हैं, तो अंजीर का नियमित सेवन आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
रात को 2-3 अंजीर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे आपके पेट की समस्याओं में सुधार आएगा।
3. वजन घटाने में सहायक (Helps in Weight Loss)
वजन घटाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं, लेकिन अंजीर एक प्राकृतिक और आसान उपाय हो सकता है।
3.1 कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर (Low Calories, High Fiber)
अंजीर में कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती है, जबकि फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है। यही वजह है कि इसका सेवन आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करवाता है और आपको ओवरईटिंग से बचाता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
सुबह नाश्ते में 2-3 सूखे अंजीर खाएं या इसे सलाद में शामिल करें। इससे आपकी भूख नियंत्रित रहेगी और वजन कम करने में मदद मिलेगी।
4. मधुमेह में फायदेमंद (Beneficial in Diabetes)
मधुमेह के रोगियों को अपने खान-पान का खास ध्यान रखना पड़ता है। अंजीर मधुमेह के लिए भी फायदेमंद है, बशर्ते इसे सही मात्रा में खाया जाए।
4.1 ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद (Helps Control Blood Sugar)
अंजीर में पोटैशियम होता है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। मधुमेह से पीड़ित लोग रोजाना 2-3 भीगी हुई अंजीर खा सकते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
2-3 अंजीर रात में भिगो कर सुबह खाएं। इससे आपके शुगर लेवल में सुधार आएगा।
5. हाई ब्लड प्रेशर में राहत (Relieves High Blood Pressure)
हाई ब्लड प्रेशर आजकल एक आम समस्या बन गई है। पोटैशियम की कमी के कारण यह समस्या बढ़ जाती है, लेकिन अंजीर इस समस्या का हल हो सकता है।
5.1 पोटैशियम की भरपूर मात्रा (Rich in Potassium)
अंजीर में पोटैशियम की अधिकता होती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होता है। अगर आपको हाई बीपी की समस्या है, तो अंजीर आपके लिए काफी लाभकारी हो सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
नियमित रूप से 2-3 सूखे अंजीर का सेवन करें। इससे आपका बीपी नियंत्रित रहेगा।
6. एनीमिया और खून की कमी में सहायक (Helpful in Anemia and Blood Deficiency)
खून की कमी, जिसे एनीमिया कहा जाता है, महिलाओं में अधिक पाई जाती है। अंजीर इस समस्या को दूर करने में भी मदद करता है।
6.1 आयरन से भरपूर (Rich in Iron)
अंजीर में आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। अगर आपको एनीमिया है या हीमोग्लोबिन कम है, तो अंजीर आपके लिए एक प्राकृतिक उपाय हो सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
दिन में 2-3 अंजीर खाएं या इसे दूध के साथ लें। इससे आपके शरीर में आयरन की कमी पूरी होगी और खून की कमी दूर होगी।
7. हड्डियों को मजबूत करे (Strengthens Bones)
अंजीर कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। उम्र के साथ हड्डियों की मजबूती कम होती जाती है, और अंजीर का सेवन इस कमी को दूर करने में मदद करता है।
7.1 कैल्शियम की भरपूर मात्रा (High in Calcium)
अंजीर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए लाभदायक है।
कैसे करें इस्तेमाल:
नियमित रूप से 2-3 अंजीर का सेवन करें, खासकर दूध के साथ। इससे आपकी हड्डियां मजबूत होंगी और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी।
8. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Skin and Hair)
अंजीर सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि आपकी त्वचा और बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
8.1 चमकदार त्वचा और मजबूत बाल (Glowing Skin and Strong Hair)
अंजीर में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स आपकी त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को जवां बनाए रखने में सहायक होते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
रोजाना 2-3 अंजीर खाने से आपकी त्वचा में निखार आएगा और बाल मजबूत होंगे।
अंजीर एक सुपरफूड है जो आपके स्वास्थ्य के कई पहलुओं को सुधारने में मदद कर सकता है। चाहे आपको पेट की समस्याएं हो, वजन घटाना हो, या मधुमेह और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से राहत पानी हो, अंजीर आपके लिए एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। इसके नियमित सेवन से आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। तो आज से ही अंजीर को अपने आहार में शामिल करें और इसके अद्भुत लाभ उठाएं!
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‘‘स्वाद इंडियन बिस्ट्रो:फिनलैंड मे भारतीय का अनूठा अनुभव’’
स्वाद इंडियन बिस्ट्रो SWAD INDIAN BISTRO फ़िनलैंड का इकलौता भारतीय रेस्तरां है जो एक्सपेरिमेंटल डाइनिंग का अनूठा अनुभव प्रदान करता है। यहाँ इस्तेमाल किए जाने वाले मसाले खुद खड़े पिसे जाते हैं, जिससे खाने में एक विशेष ताजगी और स्वाद आता है। स्वाद इंडियन बिस्ट्रो पारंपरिक भारतीय रेसिपीज़ को नए और हेल्दी ट्विस्ट के साथ पेश करता है, जिससे भोजन न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि लौ कैलोरी और सेहतमंद भी बनता है। वर्ल्ड-क्लास डाइनिंग का अनुभव लेना हो, तो स्वाद इंडियन बिस्ट्रो SWAD INDIAN BISTRO एक बेहतरीन जगह है।
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क्या आप जानते हैं फूल गोभी खाने के फायदे
शरीर को र्फूल गोभी से एनर्जी मिलती है।कम होता है वजन फूल गोभी में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है। बेहतर पाचन तंत्र स्वास्थ्य समस्याओं का निदान हृदय की बीमारियों से बचाव
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How to Reduce Belly Fat: साइकिल चलाएं या स्किपिंग करें? पेट की चर्बी कम करने के लिए क्या है बेहतर https://powersmind.com/how-to-reduce-belly-fat/
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केजरीवाल ले रहे जानबूझकर कम कैलोरी|
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4 ताकतवर एनर्जी ड्रिंक्स: शक्ति बढ़ाने और कमजोरी से छुटकारा पाने के लिए रोज़ पीएं
Energy Drinks: अपने ऊर्जा स्तर को उच्च रखने के लिए घर पर बनाएं ये हेल्दी एनर्जी ड्रिंक्स: दिनभर काम के बाद थकान दूर हो जाएगी |
घर, ऑफिस, और व्यस्तताओं से भरे हुए जीवनशैली ने हमारे जीवन को अपार तरीके से प्रभावित कर दिया है। शाम के आने पर हमें अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव होता है। इस संघर्ष को दूर करने के लिए हम एनर्जी ड्रिंक्स की तलाश में निकल पड़ते हैं, जैसे प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स। हालांकि, आप घर पर भी कुछ खास ड्रिंक्स तैयार करके अपनी एनर्जी को बढ़ा सकते हैं। ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी कमजोरी को दूर करने के साथ-साथ आपको ताकतवर बनाने में मदद करेंगे। इन ड्रिंक्स के सेवन से आप हमेशा एक्टिव और उर्जावान रह सकते हैं, इसलिए आप इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
एनर्जी ड्रिंक के फायदे
आधुनिक जीवनशैली के दौरान हमारे शरीर पर दबाव बढ़ता है और यही कारण है कि हम अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव करते हैं। इस संघर्ष से निजात पाने के लिए, एनर्जी ड्रिंक एक शक्तिशाली सहायक साबित होता है। इसके सेवन से हमें तत्परता, ऊर्जा और प्रफुल्लता की अनुभूति होती है।
घर पर बनाई गई एनर्जी ड्रिंक, जो अन्य विकल्पों के मुकाबले कम शक्कर युक्त होती है, शरीर को कोई हानि नहीं पहुंचाती है। इससे हमारी सेहत और सुरक्षा का ख��याल रखा जाता है। एनर्जी ड्रिंक सेवन से हमें शक्ति प्राप्त होती है और कमजोरी दूर होती है। यह हमें सक्रिय बनाकर संघर्षों के सामने बलवान बनाता है। एनर्जी ड्रिंक थकान को दूर करके हमें ऊर्जावान बनाता है, जिससे हम जीवन के हर क्षेत्र में सशक्त और प्रभावी रह सकते हैं।
घर पर कैसे तैयार करें होममेड एनर्जी ड्रिंक
नारियल पानी और नींबू
कई बार आपके शरीर में पानी की कमी से थकान और कमजोरी का अनुभव होता है। इससे निजात पाने के लिए, नारियल पानी एक उत्कृष्ट नैचुरल एनर्जी ड्रिंक माना जाता है। इसमें पोटैशियम और पानी की मात्रा होने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
इसके साथ ही, नारियल पानी में नींबू का रस मिलाने से इसकी शक्तिदायकता बढ़ जाती है। नींबू में विटामिन सी के साथ-साथ अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो आपको तत्परता और जीवंतता की अनुभूति कराते हैं। यह आपके लिए एक उत्कृष्ट एनर्जी ड्रिंक है, जो थकान और कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। घर पर नारियल पानी और नींबू से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
सर्वोत्तम मल्टीविटामिन
इसके लिए आप एक कप नारियल पानी लें।
इसमें 1 चम्मच शहद और 4-5 बूंद नींबू का रस मिला लें।
इसके बाद आप स्वादानुसार नमक भी डाल सकते हैं।
फिर इसे थकान और कमजोरी महसूस होने पर पीएं, और नयी ऊर्जा का आनंद लें।
आंवला और शहद
आंवला और शहद से बनी घरेलू एनर्जी ड्रिंक, सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इस ड्रिंक का सेवन न केवल ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि यह आपकी त्वचा और बालों के लिए भी आपके लिए लाभदायक साबित होता है। इसमें मौजूद आंवला और शहद से बनी एनर्जी ड्रिंक आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं को यौवन शक्ति प्रदान करती है और बूढ़े लोगों को युवा जैसी ताकत देती है।
घर पर आंवला और शहद से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
हरे आंवलों को पीसकर कपड़े से छानकर उसका रस निकालें।
अब, 15 ��्राम (तीन छोटे चम्मच) हरे आंवलों के रस में 15 ग्राम शहद को अच्छी तरह मिलाएं।
इस आंवला-शहद मिश्रण को एनर्जी ड्रिंक के रूप में रोजाना प्रात: व्यायाम के बाद सेवन करें।
इसके बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं और शारीर को आराम दें।
केला और डार्क चॉकलेट
केला और डार्क चॉकलेट एक स्वास्थ्यवर्धक जोड़ी हैं, जिनमें पोटैशियम और कैलोरी की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। इसलिए, इन्हें आप एक एनर्जी ड्रिंक के रूप में आसानी से उपभोग कर सकते हैं। यह ड्रिंक आपको तत्परता और ऊर्जा में तत्पर बनाती है। इसके साथ ही आपकी कमजोरी और थकाना भी दूर होता है।
घर पर केला और डार्क चॉकलेट से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
एक केला और एक डार्क चॉकलेट लें।
दोनों को एक गिलास दूध के साथ मैश करें।
एनर्जी ड्रिंक तैयार है!
इस ड्रिंक को पीने से तुरंत ऊर्जा मिलेगी।
चिया सीड्स और तरबूज
चिया सीड्स और तरबूज का जूस एक रिफ्रेशिंग ड्रिंक है, जिसमें विटामिन सी और आयरन की अच्छी मात्रा होती है. आप इसे और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं चिया सीड्स को भीगा कर मिलाकर पीने के लिए. चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स मौजूद होते हैं, जो दिनभर काम करने की ताकत प्रदान करते हैं.
घर पर चिया सीड्स और तरबूज ड्रिंक को बनाने की विधि है:
एक कटोरी तरबूज का रस निकालें।
दूसरी कटोरी में चिया सीड्स को पानी में 15-20 मिनट भीगो दें, ताकि वे गूल जाएं।
भीगे हुए चिया सीड्स को तरबूज के रस में मिलाएं।
अब इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं और तत्परता से पीजिए।
ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी शक्ति को बढ़ाने और कमजोरी से छुटकारा पाने में मदद करेंगे। इन्हें रोज़ पीने से आप ऊर्जावान और स्वस्थ रहेंगे।
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10 ज़ीरो कैलोरी खाद्य पदार्थ
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मधुमेह (डायबिटीज) के लिए सिफारिश की गई भोजन!
इंसुलिन की कमी से या कोशिकाओं (सेल) के इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ने एवं रक्तप्रवाह में ब्लड शुगर (ग्लूकोज) के स्तर में वृद्धि के कारण मधुमेह (डायबिटीज) होता है। दुनिया भर मे लाखों लोग मधुमेह (डायबिटीज) से प्रभावित हैं। इनमें से अधिकांश निम्न-मध्यम आय वाले देशों में रहने वाले लोग हैं। समय-समय पर मधुमेह की जांच न कराने से हर साल मृत्यु दर मे बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ दशकों में प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मधुमेह मे वृद्धि के कारक:
खनपान मे बढ़ते हुए बदलाव, मोटापा, वजन बढ़ना एवं शारीरिक निष्क्रियता मधुमेह (डायबिटीज) का एक प्रमुख कारण है और यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
किस प्रकार खनपान मे परिवर्तन मधुमेह (डायबिटीज) का प्रमुख कारण बना है ?
कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन करने के बाद ब्लड शुगर (रक्तप्रवाह में ग्लूकोज) के स्तर में वृद्धि होता है। स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे ब्रेड, आलू, चावल और दूध खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। कार्बोहाइड्रेट हर किसी के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मधुमेह से क्या-क्या खतरे हैं?
समय के साथ, मधुमेह हृदय, रक्त वाहिकाओं (ब्लड वैसेल्स), आंखों, गुर्दे (किडनी) और तंत्रिकाओं (नर्वस) को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दीर्घकालिक समस्याएं और अल्प अवधि में शीघ्र मृत्यु के कारण उत्पन्न होता है।
अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया भर मे मधुमेह रोगियों की संख्या बढ़ रही है, और बच्चों मे किशोर
मधुमेह (जुवेनाइल डायबिटीज) के रूप मे यह बीमारी के विकसित होने का खतरा अधिक है।
प्रारंभिक कार्रवाई और रोगियों को शिक्षित करना आवश्यक है, लेकिन कई देशों को पर्याप्त स्वास्थ्य प्रणालियों की कमी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
मधुमेह रोगियों को अपने ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए अपने भोजन के विकल्पों पर ध्यान देने की आवश्यकता है:
निम्नलिखित के कारणों से ब्लड शुगर (रक्त मे ग्लूकोज) का स्तर बढ़ सकता है:
● कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन।
● शारीरिक गतिविधि या व्यायाम का अभाव।
● निर्जलीकरण/पर्याप्त पानी का सेवन न करना
● तनाव एक महत्वपूर्ण कारक है
● पर्याप्त नींद न आना।
● विशिष्ट (स्पेसिफिक) दवाएं, जैसे स्टेरॉयड।
यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिनका सेवन करने से आपको बेहतर एवं फर्क महसूस होता है।
1. बिना स्टार्च वाली सब्जियाँ:
बिना स्टार्च वाली सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी कम होती है एवं फाइबर अधिक होता है, जो उन्हें मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए अत्युत्तम विकल्प बनाता है।
आहार में पालक या कोई भी पत्तेदार साग, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, बेल मिर्च और खीरे या कोई भी पानी आधारित सब्जियां शामिल होनी चाहिए जिनमें स्टार्च की मात्रा कम हो और जो आपके देश में उगाई गई हो।
2. प्रोटीन:
प्रोटीन खाने से ग्लूकोज का प्रवाह धीमा होता है और ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) को स्थिर करने में मदद मिलता है। प्रोटीन ग्लूकोज को रोक उन्हें धीमा करता हैं और फिर उन्हें धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में छोड़ता हैं ताकि आपके ब्लड शुगर (रक्त मे ग्लूकोज) सामान्य सीमा में रहे। मुख्य रूप से प्रोटीन के साथ इंसुलिन शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में मदद करता है। ये ब्लड शुगर (रक्त ग्लूकोज) के स्तर को प्रभावित नहीं करता और समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने एवं वजन घटाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
3. साबुत अनाज:
हालाँकि साबुत अनाज, जौ, बाजरा आदि ( में कार्बोहाइड्रेट होता हैं) फाइबर का भी समृद्ध स्रोत हैं जो ब्लड शुगर (रक्त में ग्लूकोज) के स्तर को बनाए रखने में मदद करता हैं।
4. हेल्दी फैट:
हमें ऐसे भोजन को शामिल करना चाहिए जो रक्तप्रवाह में ग्लूकोज के अवशोषण(अब्ज़ॉर्प्शन) को धीमा करने में मदद कर सके और आपको पेट भरा हुआ महसूस कराए। जैसे: एवोकाडो, ड्राई फ्रूट्स, बीज, जैतून का तेल और अन्य वनस्पति तेल । सुबह सबसे पहले एक चम्मच घी, वर्जिन जैतून या वर्जिन नारियल जैसे वसा (फैट/तेल) का सेवन इंसुलिन स्पाइक को कम करता है और शरीर को इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है।
5. डेयरी उत्पाद:
कम वसा(फैट) वाले और बिना चीनी वाले खाद्य पदार्थ जैसे: ग्रीक दही, कॉटेज पनीर, बिना चीनी वाले बादाम या सोया दूध इत्यादि उपयुक्त है। डेयरी में मौजूद ठोस तैयब दूध में भी चीनी में परिवर्तित होने की प्रवृत्ति होती है इसलिए गैर डेयरी या दही और छाछ के रूप उपयुक्त है।
6. फल:
फलों में जामुन, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रसभरी, सेब, नाशपाती इत्यादि शामिल हैं ।
संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
7. जड़ी-बूटियाँ और मसाले:
दालचीनी, हल्दी, अदरक भोजन मे बिना कार्बोहाइड्रेट के स्वाद बढ़ाता हैं।
निम्नलिखित कदम हमारे शरीर के रक्त मे ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है:
1. अपने शरीर को सक्रिय रखने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
2. संतुलित आहार और शारीरिक गतिविधि के माध्यम से स्वस्थ शरीर का वजन बनाए रखें।
3. मीठे पेय और मिठाइयों का सेवन कम करके चीनी का सेवन कम करें।
4. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट सीमित करें
5. ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ चुनें।
6. पूरे दिन खूब सारा पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें।
7. समग्र स्वास्थ्य और हार्मोन विनियमन के लिए नींद को प्राथमिकता दें।
8. स्थिर ब्लड शुगर को बनाए रखने के लिए तनाव प्रबंधन तकनीकों जैसे योग, ध्यान, अनुलोम-विलोम योग का अभ्यास करें।
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