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#कोरोना की जांच
dainiksamachar · 5 months
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10 लाख लोगों में केवल सात...कोविशील्ड से कितना खतरा, क्या डरने की जरूरत है?
नई दिल्ली: एक बार फिर कोरोना की चर्चा शुरू है लेकिन वायरस नहीं बल्कि कोविड वैक्सीन की। पहले कोरोना से डर लगता था तो वहीं अब कोरोना वैक्सीन के नाम से अचानक लोगों को डर लगने लगा है। इस डर की शुरुआत हुई ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के एक खुलासे से। इस खुलासे के बाद कोरोना की वैक्सीन लेने वाले लोगों के मन में कई सवाल पैदा हो गए। वैक्सीन निर्माता ने कोर्ट में माना है कि दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस (TTS) का कारण बन सकता है। इससे खून के थक्के बन सकते हैं और प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कई गंभीर मामलों में यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। इस खुलासे के बाद भारत में भी इसकी चर्चा शुरू हो गई। एस्ट्राजेनेका का जो फॉर्मूला था उसी से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाई। भारत में बड़े पैमाने पर ये वैक्सीन लगाई गई है। लोगों के मन में कई सवाल हैं और इन सवालों के बीच भारत में अधिकांश हेल्थ एक्सपर्ट यह मान रहे हैं कि यह केवल दुर्लभ मामलों में ही हो सकता है। भारत में भी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। एक वकील की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट की जांच के लिए मेडिकल एक्सपर्ट का पैनल बनाया जाए। वैक्सीन के कारण किसी भी रिस्क फैक्टर का परीक्षण करने का निर्देश दिया जाए और यह सब सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में किया जाना चाहिए। हालांकि देखा जाए तो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने साल 2021 में इस टीके से होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में अपनी साइट पर जानकारी दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने अपनी वेबसाइट पर अगस्त 2021 में कोविशील्ड टीका लगाने के बाद होने वाले साइड इफेक्ट की जानकारी दी है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि थ्रोम्बोसाइटोपेनिया या प्लेट्सलेट की संख्या कम होने की वजह से ब्लड क्लाटिंग की समस्या हो सकती है। कंपनी ने कहा है कि यह एक लाख में से एक से भी कम लोगों में हो सकती है और कंपनी ने इसे बहुत ही दुर्लभ मामला बताया है। ICMR के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को लेकर कहा कि इसका साइड इफेक्ट टीका लेने के अधिकतम तीन से चार हफ्तों तक ही हो सकता है। वह भी केवल दुर्लभ मामलों में ही। भारत में कोविशील्ड के करोड़ों डोज लगाए गए हैं लेकिन न के बराबर मामलों में ही साइड इफेक्ट देखने को मिला। उनकी ओर से कहा गया है कि वैक्सीन लगवाने के दो-ढाई साल बाद साइड इफेक्ट का कोई खतरा नहीं है और इससे बेवजह डरने की जरूरत नहीं।ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेड़कर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि वैक्सीन के लॉन्च होने के 6 महीने के अंदर टीटीएस को एडेनोवायरस वेक्टर वैक्सीन के एक साइड इफेक्ट के रूप में पहचाना गया था। इस वैक्सीन की समझ में कोई नया चेंज नहीं है। उनकी ओर से कहा गया कि यह समझने की जरूरत है कि टीका लगवाने वाले दस लाख लोगों में केवल सात या आठ लोगों को ही खतरा है। मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा कि TTS रक्त वाहिकाओं में थक्का बना सकता है, लेकिन कुछ टीकों के इस्तेमाल के बाद इसका होना बेहद दुर्लभ होता है। जयदेवन केरल में नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष हैं। उन्होंने यह स्वीकार किया कि कोविड वैक्सीन ने कई मौतों को रोकने में मदद की है। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, 'TTS का मतलब खून के थक्के बनने से है। कम प्लेटलेट काउंट के साथ दिमाग या अन्य रक्त वाहिकाओं में इससे थक्का बन सकता है।' http://dlvr.it/T6Jt7Y
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hinduactivists · 9 months
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मालदीव ने कोरोना काल में भारतीय यात्रियों से करोड़ों की ठगी की है। कोविड के बाद जब लोग मालदीव घूमने निकले तो, मालदीव ने अपने यहाँ हर यात्री की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराई। जिसमें 60% लोगों को फर्जी पाजिटिव रिपोर्ट दी। फिर उन टूरिस्ट्स को जबरन क्वारंटाइन में रखकर डॉलर में पैसे वसूले। मालदीव के पास टापुओं के सिवा कुछ भी नहीं है। पहले इसे भारत के राजाओं ने बसाया था। जो आज मुस्लिम राष्ट्र है, हिंदू घृणा इनकी राष्ट्रनीति है। इसलिए भारत से संबंध खराब कर, अब चीन की गुलामी कर रहा है।
पाकिस्तान की आबादी 23 करोड़ है, तब भारत ने उसे घुटनों पर ला दिया। मालदीव की आबादी तो सिर्फ 5 लाख है। भारत को बस चुटकी बजाने की देर है। अच्छा है कि वहां अज्ञात लोग नहीं। बाकी आप समझदार हो।
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hindinewsmanch · 9 months
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New variant of Corona : कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली एनसीआर में गाजियाबाद के बाद अब गुरुवार को नोएडा में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। नेपाल से लौटे से एक व्यक्ति ने प्राइवेट लैब में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने पर जांच के लिए नमूने दिए थे। जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
Noida News
पड़ोसी जिले गाजियाबाद में कोरोना के मामले सामने आने के बाद नोएडा में भी एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सीएमओ डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि सेक्टर-36 में रहने वाले 54 साल के व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह गुड़गांव की एमएनसी में जॉब करता हैं। बताया जा रहा है कि वह व्यक्ति 15 दिलंबर को नेपाल से वापस भारत लौटा है।
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cgnews24 · 9 months
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छत्तीसगढ़ में मिला कोरोना का पहला मरीज…बिलासपुर में विदेश से लौटा शख्स निकला कोरोना पॉजीटिव, नए वैरिएंट की जांच के लिए सैंपल AIIMS भेजने की तैयारी देश में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या ने एकबार फिर चिंता बढ़ा दी है, महीनों बाद छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के नए मरीज की पुष्टि हुई है, बिलासपुर के तालापारा क्षेत्र में कोरोना का मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. नए वैरिएंट की
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jharexpress · 11 months
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झारखंड शिक्षक के ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) चोरी ?
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झारखंड (jharkhand) के शिक्षक (jharkhand teacher) डॉ सपन कुमार (sapan kumar) का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुका है। उनके द्वारा विकसित ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) की चोरी की गई है, जब बंगाल के एक शिक्षक ने इस मॉडल का नकल करके वर्की फाउंडेशन के द्वारा आयोजित ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए नामांकन किया है। डॉ सपन कुमार ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस मामले से अवगत कराया और मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
झारखंड के शिक्षक डॉ सपन कुमार (sapan kumar) के ब्लैक बोर्ड मॉडल की चोरी
झारखंड के प्रमुख शिक्षक (jharkhand teacher), डॉ सपन कुमार (sapan kumar), ने अपने ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) के चोरी हो जाने के मामले के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर सुचना दिया। यह मामला बंगाल के एक शिक्षक द्वारा उनके ब्लैक बोर्ड मॉडल की नकल करके वर्की फाउंडेशन की ओर से आयोजित ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए नामांकन किये जाने के बाद उठा है।
डॉ सपन कुमार (sapan kumar) और ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model)
jharkhand teacher डॉ सपन कुमार ने 2020 में कोरोना काल में अपने गांव में बच्चों को पढ़ाने के लिए अनोखे तरीके से मिट्टी के दीवारों पर ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) बनाया था। इस मॉडल को यूनेस्को और वर्की फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए जाने वाले ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए नामांकित किया गया था। यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिया जाता है और इसका इनाम एक मिलियन डॉलर है।
चोरी का मामला
बंगाल के एक शिक्षक ने डॉ सपन कुमार के ब्लैक बोर्ड मॉडल को नकल करके वर्की फाउंडेशन के ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए अपना नामांकन किया है। डॉ सपन कुमार ने इस मामले को उठाया और मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
प्रमुखमंत्री की कार्रवाई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को मामले की जांच और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
झारखंड के ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) का महत्व
डॉ सपन कुमार ने 2020 में कोरोना काल में झारखंड के आदिवासी क्षेत्र में अपने ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) की शुरुआत की थी। इस मॉडल की मदद से उन्होंने अपने गांव के बच्चों को पढ़ाने का काम किया और विद्या का प्रसार किया।
डॉ सपन कुमार (sapan kumar) का आपत्ति
डॉ सपन कुमार ने इस मामले में अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि उनके द्वारा शुरुआत की गई इस मॉडल का अनुकरण बंगाल के शिक्षक द्वारा किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके मॉडल को ज्यादा प्रमुखता दी जानी चाहिए क्योंकि वर्की फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए उनका नामांकन पहले हुआ था।
आदिवासी समुदाय की प्रतिक्रिया
आदिवासी समुदाय के लोगों और विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी इस संबंध में आपत्ति दर्ज कराते हुए चोरी करने वाले शिक्षक पर कार्रवाई करने की मांग की है।
निष्कर्ष
इस मामले में डॉ सपन कुमार (sapan kumar) की मेहनत और उनके ब्लैक बोर्ड मॉडल (black board model) की महत्वपूर्ण भूमिका है, और यह मामला उनके और उनके गांव के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा में है और इसके निष्कर्ष का इंतजार है।
ये भी पढ़ें: jharkhand rojgar mela: हेमंत सोरेन द्वारा 5132 युवक को नौकरी
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theudaipurvoice · 1 year
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उदयपुर 4 जुलाई 2023 । विज्ञान महाविद्यालय के छात्र���ेता सुरेन्द्र निनामा के नेतृत्व में छात्रों ने मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलसचिव को बी.एससी. तृतीय वर्ष का संशोधित परिणाम एवं बी.एससी. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के परिणाम की पूर्ण जांच करवाने के पश्चात जारी करवाने के संबंध में ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में सुरेन्द्र निनामा ने बताया कि दिनांक 03/07/2023 को बी.एससी. तृतीय वर्ष का परिणाम विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया, जिसमें अधिकांश विद्यार्थियों का परिणाम पूरक रहा है। इस क्रम में आपसे निम्न निवेदन है कि:-
रसायन शास्त्र, सांख्यिकी विषय में अधिकांश विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया है। उक्त विषय में संशोधित परिणाम जारी करवाने की कृपा करावें।
वर्तमान में पी.टी.ई.टी. एवं पी.जी. कॉर्सेज की प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ है। ऐसे में अधिक संख्या में विद्यार्थियों को उक्त विषयों में फेल कर दिया गया है। जिससे उनके भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है।
वर्ष 2022-23 तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों का प्रवेश कोरोना काल में हुआ था। जब कक्षाऐं भी संचालित नहीं हुयी थी एवं परीक्षा पद्धति भी भिन्न थी। ऐसे में बदली हुयी परीक्षा पद्धति से भी विद्यार्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हुई।
बी.एससी. तृतीय वर्ष के परिणाम जारी होने के साथ ही अब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बी.एससी. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष का परिणाम शीघ्र जारी किया जावेगा। ऐसे में इस प्रकार के परिणाम आने से विद्यार्थियों में भय का वातावरण उत्पन्न हुआ है। बी एससी. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष परिणाम की पूर्ण जांच के पश्चात ही परिणाम जारी करवाने की कृपा करावें।
अतिशीघ्र फैकल्टी चैयरमेन से सकारात्मक टिप्पणी प्राप्त कर विद्यार्थी हित में संशोधित परिणाम जारी करवाने की कृपा करावें।
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newsdaynight · 1 year
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'सेहत की आलतू-फालतू जांचों से बचें' जानें, हेल्थ के लिए कौन से टेस्ट हैं जरूरी
Delhi: मौजूदा समय में खुद को हेल्दी रखना बहुत बड़ा चैलेंज है। कोरोना के बाद लाइफस्टाइल में बहुत बदलाव आया है। ऐसे में हमें सही रूटीन के साथ ही बीमारियों के प्रति सजग रहना जरूरी है। इसमें ध्यान रखने की बात है कि सेहत की जांच के लिए टेस्ट के बारे भी जानकारी होनी अहम है। http://dlvr.it/SrYhK4
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prakhar-pravakta · 1 year
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_एक जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शहडोल दौरा, नेताओं और कर्मचारियों का हुआ कोविड टेस्ट
शहडोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जुलाई को शहडोल के दौरे पर आ रहे हैं और इनका यह कार्यक्रम लालपुर के पकरिया गांव में है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर काफी सुरक्षा बरती जा रही है। इसी के तहत उन अधिकारियों और नेताओं की भी कोविड जांच की जा रही है जो प्रधानमंत्री के साथ मंच पर या कि आस पास रहने वाले हैं। इसके साथ ही उन लोगों की भी कोरोना जांच कराई जा रही है जो प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम…
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nidarchhattisgarh · 1 year
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कोरोना संक्रमण के बीच इस बीमारी ने फैलाई दहशत, तेजी से बढ़ रहे मरीजों के आंकड़े
NCG News Desk खरोरा। तहसील इलाके के गांवों में लगातार हेपेटाइटिस-सी के मरीज बढ़ रहे हैं। नगर पंचायत खरोरा के कई वार्ड भी हेपेटाइटिस-सी मरीजों का गढ़ बन चुका है। यह बीमारी वायरस जन्य है, जो लीवर को सिरोसिस कर खराब करती है। डॉक्टरों की माने तो जब इस बीमारी का पता चलता है, तब तक लीवर हद तक डेमेज हो चुके होते हैं। ऐसे में खून की जांच कर इसका पता लगाया जा सकता है। नगर के अस्पतालों में आने वाले इलाके के…
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sharpbharat · 1 year
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Jamshedpur corona update - जमशेदपुर में फिर मिले 13 कोरोना पॉजिटिव, एक्टिव केस की संख्या इतनी हुई
जमशेदपुर : जमशेदपुर जिले में एक बार फिर से 13 नये मरीज मिले है. कुल 182 सैंपल की जांच की गयी है, जिसमें 13 नये मरीज मिले है. गुरुवार को जो मरीज मिले हैं, उसमें भुइंयाडीह, एग्रिको, टेल्को, साकची और कदमा के रहने वाले हैं. वहीं 23 मरीज ठीक हुए हैं. फिलहाल जमशेदपुर में एक्टिव मरीजों की संख्या 84 है. मालूम हो कि जमशेदपुर जिले में अब तक 71882 कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जिसमें से 70655 ठीक हो…
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dainiksamachar · 9 months
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सात महीने बाद गुरुग्राम में कोविड से पहली मौत, मुंबई से लौटीं दो महिलाएं कोरोना पॉजिटिव
गुड़गांव: कोरोना संक्रमण का खतरा () बढ़ रहा है। सोमवार को कोरोना संक्रमित एक महिला की मौत हो गई। उसका इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था। आयु 47 वर्ष थी। कोरोना रोधी वैक्सीन लग चुकी थी। महिला संक्रमण के साथ शुगर, हाइपरटेंशन, कोरोनरी आर्टरी डिजीज व हृदय संबंधी सहित अन्य रोगों से ग्रस्त थी। वहीं दिसंबर में कोरोना वायरस के वेरिएंट का पता लगाने के लिए भेजे गए 6 सैंपल में 3 की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई है। नए वेरिएंट जेएन1 का कोई मामला सामने नहीं आया है। 2023 दिसंबर में शहर में कोरोना के 25 मामले सामने आए थे। जिसमें 15 महिलाएं व 10 पुरुष संक्रमित हुए थे। स्वास्थ्य विभाग लगातार संक्रमितों के सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहा है। दिसंबर के शुरुआत में भेजे गए 6 सैंपल में तीन सैंपल की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पता लग गई है। इन रिपोर्ट में तीन संक्रमितों के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। तीनों फिलहाल स्वस्थ हैं।मुंबई से लौटी महिलाएं मिलीं संक्रमितसाल के पहले दिन सोमवार को शहर में दो नए संक्रमितों का पता लगा और दो के कोरोना को मात देने पर स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें डिस्चार्ज किया। संक्रमित 35 वर्षीय महिला सेक्टर- 50 की रहने वाली हैं और कुछ दिन पूर्व कनाडा से आने के बाद मुंबई गई थीं और वहां से लौटने पर यहां जांच कराने पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसी तरह 57 वर्षीय दूसरी संक्रमित महिला डीएलएफ फेस फोर की रहने वाली हैं। इनके जयपुर और मुंबई से लौटने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को मिली है। 23 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकीएक दिन में 115 कोरोना संदिग्ध मरीजों के जांच करने को सैंपल लिए गए। इसमें 60 रैपिड एंटीजन और 65 आरटीपीसीआर टेस्ट हुए। फिलहाल 23 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। फिलहाल जिले में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 5 है और सभी संक्रमित होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं। http://dlvr.it/T0rbqR
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thebharatexpress · 1 year
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CG Corona update: छत्तीसगढ़ के इस संभाग में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना, कलेक्टर ने जारी किए ये आवश्यक निर्देश
CG Corona update : जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ बस्तर संभाग में फिर से कोरोना की रफ्तार बढ़ी है सबसे ज्यादा कोंडागांव जिले में जबकि बीजापुर सुकमा दंतेवाड़ा जिलों में ना के बराबर मामले सामने आए हैं 2019 से 2022 तक बस्तर के 3 लाख से अधिक लोगों की जांच में 24142 पॉजिटिव मरीज मिले थे। CG Corona update : इस साल पिछले पखवाड़े भर के अंदर 88 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। कोरोना संक्रमित मरीज…
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vocaltv · 1 year
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कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों को बचाव और रोकथाम के लिए जारी किए दिशा-निर्देश
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों को बचाव और रोकथाम के लिए जारी किए दिशा-निर्देश #ChhattisgarhNews
राज्य शासन के स्वास्थ्य वि��ाग ने देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों को इससे बचाव और रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, विभाग ने कोरोना के संभावित मरीजों के सैंपल की जांच में तेजी लाने को कहा है, विभाग द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहारों के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए गए हैं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने सभी जिलों के…
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stackumbrella1 · 1 year
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कोरोना वायरस: देश में मॉकड्रिल के साथ नए निर्देश जारी, जाने किन-किन राज्यों में मास्क अनिवार्य..
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Corona Virus: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आज देशभर में कोरोना की तैयारियों को लेकर मॉकड्रिल की जा रही है। बता दें कि यह मॉकड्रिल 10 और 11 अप्रैल को सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में होगी।
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देशभर में मॉकड्रिल के निर्देश
Corona Virus: राजधानी दिल्ली में सभी अस्पतालों, पॉलिक्लीनिक व डिस्पेंसरियों में जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, कोरोना संक्रमण के चलते किसी भी स्थिति से निपटने के लिए देशभर में सरकारी और निजी अस्पतालों में दो दिन मॉकड्रिल होगी।
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avantimedia · 1 year
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देश में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 3  हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 1 सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी होकर 15 हजार से अधिक हो गई है। देश में शुक्रवार तक कोरोना वायरस के 7,927 एक्टिव केस थे, जो 31 मार्च को बढ़कर 15,208 हो गए है । एक सप्ताह में दैनिक कोविड संक्रमण दर भी बढ़कर 2.61 प्रतिशत हो गई है। हालांकि ठीक होने वाले मरीजों के प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो अब भी हल्का है और ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। एक दिन पहले कोरोना वायरस के 3,016 नए मामले सामने आए थे और शुक्रवार को 3,095 नए मामले सामने आए हैं। 
जीनोम परीक्षण में ओमिक्रॉन उप-प्रकार की भिन्नता की पुष्टि 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी जो जीनोम टेस्ट के नतीजे सामने आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर इस बात की पुष्टि करते हैं कि एक्स-लिंक्ड बी-सेल लिंफोमा जीन का एक ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट है। इस सब-वैरिएंट के 600 से अधिक मामलों की पुष्टि की जा चुकी है, और उनमें से अधिकांश इस प्रकार के हैं। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता का कहना है कि कोविड के मामलों की संख्या जरूर तेजी से बढ़ रही है लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है। 
अधिकांश रोगी घर पर हो रहे ठीक 
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि वायरस के ज्यादातर मामले हल्के होते हैं और इन्हें घर पर ही ठीक किया जा सकता है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों का प्रतिशत बहुत कम है, और स्थिति की लगातार निगरानी करना महत्वपूर्ण है। अगर अस्पताल में भर्ती बढ़े तो यह चिंताजनक संकेत है। हालांकि, अभी भी लोगों के लिए जरूरी है कि वे घर से बाहर जाने पर सावधानी बरतें और मास्क का इस्तेमाल करें, खासकर बुजुर्ग और अन्य बीमारियों वाले लोग।
XBB 1.16 के कुछ पचास प्रतिशत मामले दर्ज 
इस बीच शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।  XBB 1.16 वैरिएंट के 48% मामले दिल्ली में आ रहे हैं, लेकिन यह गंभीर नहीं है। हालांकि, यह टीकाकरण के बाद भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, और इसलिए इन्फ्लुएंजा और सांस की बीमारियों से पीड़ित रोगियों को मास्क पहनना चाहिए। देश में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के तीन हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और एक सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी होकर 15 हजार से अधिक हो गई है।
अरविंद केजरीवाल - आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के आदेश 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक निर्देश जारी कर कहा कि बीमारी के इलाज के दौरान अगर कोई मरीज कोरोना पॉजिटिव होता है तो उसे उसी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज दिया जाएगा। इससे मरीज को कोरोना और संबंधित बीमारी का इलाज हो सकेगा। सीएम ने इसके लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। अभी तक इलाज के दौरान अगर मरीज को कोरोना होने के बाद तुरंत कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता था, जिससे उनकी अपनी बीमारी का इलाज प्रभावित होता था।
एयरपोर्ट पर चल रही है रैंडम स्क्रीनिंग
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2 फीसदी यात्रियों की रैंडम स्क्रीनिंग की जा रही है. उनका कहना है कि सरकार की अपनी सुविधाओं पर प्रति दिन 4,000 परीक्षण करने की क्षमता है, जबकि निजी प्रयोगशालाएँ प्रतिदिन एक लाख से अधिक परीक्षण कर सकती हैं। उनका कहना है, 'अस्पताल में आने वाले सभी मरीज जो किसी भी समस्या या सांस की बीमारी के साथ आ रहे हैं, उन्हें मास्क मुहैया कराया जाएगा और उनकी कोविड जांच की जाएगी. साथ ही, अस्पताल में आने वाले इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले सभी रोगियों में से 5% का परीक्षण किया जाएगा।
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prabudhajanata · 2 years
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मुंबई : अनिल बेदाग- आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर व भारत के लीडिंग होम हेल्थ केयर सर्विस प्रोवाइडर डॉक्टर 365 द्वारा आयोजित किए जा रहे फ्री मेडिकल कैम्प में सैकड़ों डॉक्टर्स, नर्स होंगे उपस्थित, 30 हजार चश्मे और 500 व्हीलचेयर दी जाएंगी। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कुमार (Dr. Dharmendra Kumar) और क्रिएटिव आई लिमिटेड के निर्माता निर्देशक धीरज कुमार द्वारा आगामी 26 मार्च रविवार को बॉलीवुड और मीडिया के लिए मुम्बई में मुफ्त महा आरोग्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। सिनेमा के इतिहास में फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े तमाम टेक्नीशियन, मीडिया, उनकी फैमिली के लिए इस तरह का इतना बड़ा फ्री मेडिकल कैम्प पहली बार होने जा रहा है। इस संदर्भ में मुम्बई में स्थित वल्चर क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जहां भारत के लीडिंग होम हेल्थ केयर सर्विस प्रोवाइडर डॉक्टर 365 के डॉ धर्मेंद्र कुमार और धीरज कुमार के अलावा बीएन तिवारी, मनीष कुमार वर्मा, संगीता तिवारी, डॉ. दिलीप पवार, महेंद्र पोद्दार, अमित दोषी, फैशन डिजाइनर अर्चना कोचर, अविनाश राय, दिनेश चतुर्वेदी, जावेद खान, प्राची बेडेकर और सुंदरी ठाकुर सहित कई महत्वपूर्ण हस��तियां शामिल हुईं। आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री और मीडिया से जुड़े लोगों के लिए महा आरोग्य शिविर 26 मार्च को सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चित्रकूट ग्राउंड वीरा देसा�� रोड, अंधेरी वेस्ट मुम्बई में लगाया जा रहा है। उसके बाद उसी शाम को 7 बजे से फ़िल्म टेक्नीशियन और मीडिया प्रोफेशनल्स के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। फिल्म उद्योग से जुड़े टेक्नीशियन, मीडिया और उनकी फैमिली के साथ ही मुम्बई पुलिस व उनके परिवार के लाखों लोग इस निःशुल्क महा आरोग्य चिकित्सा शिविर का लाभ लेंगे।   डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने आगे कहा कि कोरोना काल के बाद इंसानों में मेंटल हेल्थ, दिल की बीमारियों सहित कई रोगों ने हमला किया है। ऐसे में तमाम लोगों की जांच होनी जरूरी है,समय पर उनका इलाज होना महत्वपूर्ण है। भारत देश के तमाम वासियों को हम स्वस्थ देखना चाहते है, इसी उद्देश्य के अंतर्गत हम मेडिकल कैम्प का आयोजन पिछले कई वर्षों से करते आ रहे हैं। डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि डॉक्टर 365 व आर.के. एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने दिसंबर 2022 तक 3,55,00,000 (तीन करोड़ पचपन लाख) से अधिक लाभार्थियों के साथ 29,000 से अधिक चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया है। मुंबई में 26 मार्च को बॉलीवुड और मीडिया बिरादरी के लिए मुफ्त महा आरोग्य शिविर में मुंबई के शीर्ष अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टर सहित 900 डॉक्टर्स दिनभर मौजूद रहेंगे। यहां हम लोगों के लिए हेल्थ चेकअप, हड्डी सम्बंधित रोग, ईसीजी टेस्ट, ईएनटी, हार्ट चेकअप, आई चेकअप, चश्मा वितरण, दवा वितरण, डेंटल चेकअप, ट्राई साइकिल वितरण और ब्लड ग्रुप चेकअप जैसी सुविधाएं प्रदान करेंगे। डॉक्टर्स जिन्हें ऑपरेशन के लिए रेफर करेंगे हम उनकी मुफ्त सर्जरी के लिए भी इंतजाम करेंगे। 30 हजार चश्मे और 500 व्हीलचेयर दी जाएंगी। इस अवसर पर सुंदरी ठाकुर ने शॉल पहनाकर धर्मेंद्र कुमार और धीरज कुमार का सम्मान किया। धीरज कुमार ने कहा कि धर्मेंद्र कुमार इस तरह के हजारों महा आरोग्य शिविर का आयोजन कर चुके हैं मगर 26 मार्च को होने जा रहे महा आरोग्य शिविर की विशेषता यह है कि यहां इंडस्ट्री से जुड़े लोगों, मीडिया, पुलिस और सबकी फैमिली के लिए हेल्थ सुविधाएं रखी गई हैं। डॉ धर्मेंद्र कुमार के जज़्बे और उनकी टीम की मेहनत को सलाम, मैं इसी वजह से इस मुहिम में शामिल हुआ। इंडस्ट्री के ढेर सारी हस्तियों ने इस पहल का सपोर्ट किया है जिनमे हेमा मालिनी, मधुर भंडारकर, शंकर महादेवन, शान, अनूप जलोटा, मधु, जॉनी लीवर, दिव्या दत्ता, सुनील पाल सहित कई नाम उल्लेखनीय है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री श्री तानाजी सावंत भी इस पहल के सपोर्ट में आगे आए हैं। लीलावती अस्पताल, जसलोक अस्पताल, सैफी अस्पताल सहित मुम्बई के कई बड़े अस्पताल इस कैम्प का सपोर्ट कर रहे हैं। मेयर ऑफ लंदन सहित कई महत्वपूर्ण हस्तियां 26 मार्च को आ रही हैं। यहां ई-श्रम कार्ड कैम्प भी रखा गया है, जिसमें ई-श्रम कार्ड रखने वालों को काफी लाभ मिलेंगे। 60 वर्ष की आयु होने के बाद प्रतिमाह 3,000 रुपये की पेंशन मिलेगी। 2,00,000 रुपये का  बीमा है। गरीब और कमजोर परिवार को अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख का लाभ मिलेगा। मैं सभी लोगों खास कर फ़िल्म इंडस्ट्री और मीडिया जगत से जुड़े लोगों से अपील करूंगा वे इस कैम्प में
अपने परिवार के सदस्यों को भी लेकर आएं और इस महा शिविर का लाभ उठाएं। साथ ही अपने दोस्तों, परिचितों को भी इस कैम्प के बारे में बताएँ।
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