पंचायत चुनाव २०२१: पंचायत चुनव पहले चरण की वोटिंग जौनपुर में कोरोना के दौरान - यूपी पंचायत चुनाव: कोरोना के बीच कल पहले चरण का मतदान, निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को दी ये सलाह
पंचायत चुनाव २०२१: पंचायत चुनव पहले चरण की वोटिंग जौनपुर में कोरोना के दौरान – यूपी पंचायत चुनाव: कोरोना के बीच कल पहले चरण का मतदान, निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को दी ये सलाह
अमर उजाला नेटवर्क, जौनपुर
द्वारा प्रकाशित: लेखराज गौतम
Updated Wed, 14 Apr 2021 05:58 PM IST
सार
जौनपुर के डीएम और एसपी ने जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ की बैठक की।निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कोरोनावायरस से बचने की सलाह दी।
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उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का पहला चरण का मतदान 15 अप्रैल को होगा। इसको लेकर जौनपुर जिले के निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा और…
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सरकारी मशीनरी से ब्लॉक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा किया जाना जनादेश का अपमान : अखिलेश यादव Divya Sandesh
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सरकारी मशीनरी से ब्लॉक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा किया जाना जनादेश का अपमान : अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उप्र में ब्लॉक पंचायत चुनावों में सरकारी मशीनरी से ब्लॉक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा किया जाना जनादेश का अपमान है। लोकतंत्र और संविधान में भाजपा सरकार की कोई आस्था नहीं है। सत्ता के सहयोग से भाजपा ने अपने पक्ष में मतदान कराया। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवारों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का खुलेआम अपहरण किया जा रहा है। चुनाव में हो रही धांधली का विरोध करने पर उत्पीड़न हो रहा है। सभी कागज पूरा होने के बाद भी मतदान से वंचित करते हुए धमकी दी गयी।
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जनपद बस्ती में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष के घर छापा मारा गया। उन्नाव में सीडीओ ने पत्रकारों को बेरहमी से पीटा। इटावा में पुलिस अधिकारी को भाजपा के लोगों ने ही पीट दिया। संतकबीर नगर जिले में अंत्येष्टि के लिए अपने पिता का शव ले जा रहे क्षेत्र पंचायत सदस्य का अपहरण कर लिया गया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उत्तर प्रदेश को भाजपा ने युद्धभूमि में तब्दील कर दिया। यूपी की साख को खराब करने की जिम्मेदार भाजपा सरकार है।
प्रतापगढ़ के विकासखण्ड आसपुर-देवसरा, गोरखपुर के बेलाघाट, हमीरपुर के विकासखण्ड थरूआ सुमेरपुर, शाहजहांपुर के तिलहर ब्लॉक, कौशाम्बी के विकासखण्ड मंझनपुर, चित्रकूट के ब्लॉक कर्वी, मानिकपुर व पहाड़ी, कानपुर के विकासखण्ड भीतरगांव, उन्नाव, सिद्धार्थनगर, औरैया, अमरोहा के जोया ब्लॉक, चंदौली, मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना, बाराबंकी के मसौली ब्लॉक, फिरोजाबाद, अयोध्या, बहराइच, अलीगढ़, सहारनपुर, जौनपुर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों एवं उनके समर्थकों का पुलिसिया उत्पीड़न हुआ है। औरैया में जिलाधिकारी द्वारा वोटरों के साथ बलपूर्वक हेल्पर बनाकर चुनाव की निष्पक्षता को प्रभावित किया गया है। बलिया में भाजपा विधायक के समर्थकों की गुण्डागर्दी से जनता में रोष व्याप्त है।
जहां एक ओर समाजवादी पार्टी उम्मीदवारों के समर्थक क्षेत्र पंचायत सदस्यों को निर्वाचन प्रमाण-पत्र एवं मतदान के लिए पहचान पत्र होने के बाद भी वोट नहीं देने दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा उम्मीदवारों को गलत तरीके से फर्जी आईडी से मतदान कराया गया है। उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन के अधिकारी सरकार के दरबारी की भूमिका निभाते रहे हैं और सत्ता के इशारे पर जबरन सहायक लगाये गये। राज्य निर्वाचन आयुक्त उत्तर प्रदेश को समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा दिए गए ज्ञापन एवं राज्य के विभिन्न ब्लॉकों में हो रही धांधली की शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र को भाजपा ने बंधक बनाया है। जनता भाजपाइयों की अराजकता एवं हिंसा से त्��स्त है, जिसका जवाब 2022 में जनता वोट के माध्यम से भाजपा की संख्या से विदाई कर देगी।
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UP Panchayat Chunav 2021: 'जवन मजा बा प्रधानी में, उ कहां फिल्म कहानी में'; जौनपुर में ग्लैमरस चुनाव
UP Panchayat Chunav 2021: ‘जवन मजा बा प्रधानी में, उ कहां फिल्म कहानी में’; जौनपुर में ग्लैमरस चुनाव
जौनपुर: यूपी पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav 2021) में ग्लैमर का जबरदस्त तड़का देखने को मिल रहा है. खासकर पूर्वांचल इलाके के जिले जौनपुर में कुछ ज्यादा ही क्रेज देखने को मिल रहा है. एक ओर मिस इंडिया की रनर-अप रहीं दीक्षा सिंह जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में दांव लगा रही हैं. वहीं, अब खबर सामने आई है कि एक फिल्म निर्माता भी प्रधानी के खेल में किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं. आइए जानते हैं पूरा…
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#गड़ेरिया_समाज_ने_दिखाया_एकता_का_परिचय जैसा कि उत्तरप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बगुल बज चूका है, गड़ेरिया समाज के लोग जिला पंचायत सदस्य,छेत्र पंचायत सदस्य,प्रधान पद के लिए तैयारी कर रहे है। ऐसे में #जौनपुर* जिला भी अछूता नही है,यहाँ भी हर गांव से गड़ेरिया समाज के लोग तैयारी में लग गए है,एवं भावी पदों के लिए रणनीति बनानी,अपने समर्थकों को जुटाने में व्यस्त होकर लोगो से संपर्क करना सुरु कर दिए है,किसी किसी गाँव से एकही पद के लिए गड़ेरिया समाज के एक से अधिक प्रत्याशी तैयारी कर रहे है। ऐसा ही एक गांव है #सलेमपुर* जहाँ #प्रधान_पद के लिए गड़ेरिया समाज के चार प्रत्याशी चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर रहे थे,ऐसे में यह खबर #शेफर्ड_फैमिली_ट्रस्ट के महाराष्ट्र संयोजक हीराराम पाल जी को लगी,तो उन्होंने #शेफर्ड_फैमिली_ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दिलीप पाल एव राष्ट्रीय संयोजक महेंद्र पाल जी से चर्चा की एव उनके मार्गदर्शन में अपने गांव सलेमपुर के #बुद्धिजीवी_गड़ेरियों* से चर्चा की, एव आज सलेमपुर ग्राम के गड़ेरिया समाज की एक बैठक अधिवक्ता काली पाल* जी की अध्यक्षता में आयोजित की गई,सभी प्रत्याशियों को इस बैठक में समझाया गया,एव सभी प्रत्याशियों की जीत पर एकमत से सार्थक चर्चा ग्रामवाशियो ने की,एव अंत मे यह तय किया गया कि *ग्राम सलेमपुर* से सिर्फ एक *गड़ेरिया* चुनाव लड़े���ा एव सर्वसम्मति से #शेफर्ड_फैमिली_ट्रस्ट* के *युवा जौनपुर सचिव* एव ग्राम सलेमपुर में चर्चित युवा *श्री अखिलेश पाल* को *ग्राम सलेमपुर से प्रधान पद का उम्मीदवार घोषित किया गया* https://www.instagram.com/p/CMSleTWhjAE/?igshid=19x6revwxb8b
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पंचायत चुनाव 2021: जौनपुर में बूथ पंचायत चुनव में उम्मीदवारों और उनके समर्थकों के बीच झड़प
पंचायत चुनाव 2021: जौनपुर में बूथ पंचायत चुनव में उम्मीदवारों और उनके समर्थकों के बीच झड़प
अमर उजाला नेटवर्क, जौनपुर
द्वारा प्रकाशित: लेखराज गौतम
अपडेटेड थू, 15 अप्रैल 2021 03:20 PM IST
मौके पर पहुंची पुलिस।
– फोटो: अमर उजाला
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जौनपुर में पंचायत चुनाव के दौरान कई जगह पर मामूली विवादों में झड़प और मारपीट की भी घटनाएं हुईं। रेपुर के रूपचंद्रपुर में दो प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच लाठी-डंडा और ईंट-पत्थर चले। इसमें पांच लोग घायल हो गए। एक की हालत गंभीर देख रेपुर…
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पंचायत चुनाव 2021: जौनपुर में उम्मीदवारों और समर्थकों द्वारा उपद्रव के कारण एक और आधे घंटे तक मतदान रुका - यूपी पंचायत चुनाव: जौनपुर में प्रत्याशी और समर्थकों के हंगामे से डेरामुखी रुका मतदान, जानें पूरा मामला
पंचायत चुनाव 2021: जौनपुर में उम्मीदवारों और समर्थकों द्वारा उपद्रव के कारण एक और आधे घंटे तक मतदान रुका – यूपी पंचायत चुनाव: जौनपुर में प्रत्याशी और समर्थकों के हंगामे से डेरामुखी रुका मतदान, जानें पूरा मामला
अमर उजाला नेटवर्क, जौनपुर
द्वारा प्रकाशित: लेखराज गौतम
अपडेटेड थू, 15 अप्रैल 2021 02:26 PM IST
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उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में पंचायत चुनाव के दौरान प्रशासनिक अव्यवस्था हावी रही। बक्शा ब्लॉक के सड़ेरी गांव में जिला पंचायत सदस्य के 13 उम्मीदवार प्रचार कर रहे थे, जबकि मतपत्र पर दस के ही उम्मीदवार चिह्न थे। इसकी जानकारी में केवल हंगामा मच गया।
प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने…
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पंचायत चुनाव २०२१: जौनपुर में पंचायत चुनव के लिए प्रथम चरण का मतदान शुरू
पंचायत चुनाव २०२१: जौनपुर में पंचायत चुनव के लिए प्रथम चरण का मतदान शुरू
अमर उजाला नेटवर्क, जौनपुर
द्वारा प्रकाशित: लेखराज गौतम
अपडेटेड थू, 15 अप्रैल 2021 11:36 AM IST
सार
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान आज हो रहा है। इस दौरान जौनपुर जिले में चुनावी सरगमी के बीच लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। आज 1740 ग्राम पंचायतों पर चुनाव हो रहे हैं।
कास्टिंग के लिए लाइन में खड़ी महिलाएं।
– फोटो: अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश में पंचायत…
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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा- कोविड के लिए पैनल स्थापित करे सरकार Divya Sandesh
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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा- कोविड के लिए पैनल स्थापित करे सरकार
उत्तर प्रदेश। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को कोविड के इलाज में जनता की शिकायतों को देखने के लिए राज्य के हर जिले में तीन सदस्यीय एक जनमत सर्वेक्षण समिति (पीपीजीसी) गठित करने का निर्देश दिया है। पैनल ( समिति ) में एक मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) या एक न्यायिक अधिकारी, एक मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) रैंक के एक प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे।
अदालत ने मंगलवार को अपने आदेश में आगे निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिकायतें संबंधित तहसील के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) से सीधे की जा सकती हैं, जो उसी को पीपीजीसी को प्रेषित करेंगे। समिति सभी वायरल खबरों पर भी गौर करेगी।
इससे पहले राज्य सरकार के वकील ने जानकारी दी थी कि सरकार ने पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान कोविड से संक्रमण होने वालों को 30 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी, जिस पर अदालत ने राज्य सरकार को मुआवजे की राशि पर पुनर्विचार करने और इसे बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये करने को कहा था।
अदालत ने कहा, “यह ऐसा मामला नहीं है कि किसी ने चुनाव के दौरान अपनी सेवाओं को प्रस्तुत करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है, लेकिन चुनाव के दौरान अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए चुना गया था, जबकि वे अपनी अनिच्छा दिखाते थे।”
कोविड की देखभाल से संबंधित एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए, न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति अजीत कुमार की एक खंडपीठ ने कहा कि राज्य में कोविड -19 महामारी उत्तर प्रदेश के सभी जिले, दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों और लगभग सभी शहरों और कस्बों के इलाकों में हाल ही में बढ़ोत्तरी हुई है।
अपने अंतिम आदेश में भी हमने स्पष्ट कर दिया था कि जब तक सभी का टीकाकरण नहीं हो जाता, तब तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। हम आशा और विश्वास करते हैं कि राज्य सरकार अधिक से अधिक संख्या में और कम से कम टीकाकरण के लिए वांछित वैक्सीन की कई शीशियों को खरीदने और 2-3 महीने में जनसंख्या के 2/3 से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करने की कोशिश करेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार के सचिव (गृह) बदगु देवा पॉलसन द्वारा दायर हलफनामे से संतुष्ट नहीं हैं, अदालत ने कहा कि न तो आवश्यक जानकारी, जैसा कि इसके पहले के आदेश दिया गया था और न ही इसके विभिन्न निर्देशों का अनुपालन किया गया था जो पहले पारित किए गए थे।
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अदालत हलफनामे से नाखुश थी क्योंकि हलफनामे में राज्य में एम्बुलेंस की संख्या या सरकारी अस्पतालों के कोविड रोगियों को दिए जाने वाले भोजन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
अदालत ने राज्य सरकार के वकील को निर्देश दिया कि वह यह बताए कि कैसे राज्य कोविड अस्पतालों, ऑक्सीजन, बेड और जीवन रक्षक दवाओं और गैजेट्स का प्रबंधन बहराइच, बाराबंकी, बिजनौर, जौनपुर और श्रावस्ती जिलों में कर रहा है।
राज्य सरकार को अपने हलफनामे में इन जगहों (शहरी और ग्रामीण) और प्रयोगशाला में किए गए टेस्ट की संख्या का खुलासा करने के लिए कहा गया जहां से टेस्ट किया जा रहा था।
डेटा 31 मार्च, 2021 से 10 मई तक का दिया जाना है।
पीठ ने शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के टीकाकरण के बारे में भी अपनी चिंता व्यक्त की और सरकार से कहा कि वह इस बात से अवगत कराए कि वह ऐसे व्यक्तियों को टीका लगाने का प्रस्ताव कैसे लाती है जिन्हें टीकाकरण केंद्रों पर नहीं लाया जा सकता है और जो ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा सकते हैं।
अदालत ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख 17 मई तय की है।
–आईएएनएस
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शादी से कुछ दिन पहले कोरोना से हुई महिला शिक्षक की मौत Divya Sandesh
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शादी से कुछ दिन पहले कोरोना से हुई महिला शिक्षक की मौत
लखनऊ। जौनपुर जिले के एक युवा स्कूल शिक्षक की शादी के सात दिन पहले कोविड -19 की मौत हो गई।
मृतक महिला शिक्षक स्वाति गुप्ता को पंचायत चुनावों के लिए चुनाव ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना संक्रमण हुआ था।
जौनपुर जिले के मुंगरा बादशाहपुर की रहने वाली स्वाति गुप्ता बुलंदशहर में तैनात थीं। उसकी शादी 30 अप्रैल को तय हुई थी।
वह बुलंदशहर में पंचायत चुनावों के लिए प्रशिक्षण ले रही थी और उसी दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई।
पता चला है कि स्वाति गुप्ता ने जिला निर्वाचन अधिकारी को एक आवेदन भी भेजा था, जिसमें चुनाव ड्यूटी से छूट देने का अनुरोध किया गया था।
15 अप्रैल को मतदान से एक दिन पहले उनकी तबीयत बिगड़ गई और इलाज के लिए मेरठ के एक अस्पताल ले जाया गया।
उसकी देखभाल के लिए मां और भाई भी मेरठ पहुंचे। हालांकि, उसकी हालत खराब हो गई और 23 अप्रैल को उसने अंतिम सांस ली।
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इस हफ्ते की शुरूआत में, उत्तर प्रदेश में शिक्षक संघों ने राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) को पंचायत चुनाव ड्यूटी पर रहते हुए 577 मृत शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की सूची सौंपी थी।
यूपी शिक्षा महासंघ (यूपीएसएम) के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि उन्होंने 71 जिलों के 577 बेसिक शिक्षा शिक्षकों के नाम दिए हैं, जो उग्र कोविड -19 महामारी के बीच मारे गए।
सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को मतगणना प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, लेकिन निर्देश दिया कि मंगलवार सुबह तक पूरे राज्य में कर्फ्यू रहेगा और किसी ���ी तरह की रैलियों की अनुमति नहीं होगी।
इसने राज्य चुनाव आयोग से राजपत्रित अधिकारियों पर मतगणना केंद्रों पर कोविड -19 प्रोटोकॉल के पालन की जिम्मेदारी तय करने को कहा।
इस बीच, यूपीएमएसएस (उत्तर प्रदेश मध्यम शिक्षा संघ) के प्रवक्ता आरपी मिश्रा ने कहा कि चुनाव अधिकारियों को सूचित किया गया है कि जिन परिस्थितियों में मतदान हुआ था और कोविड के मानदंडों का पालन नहीं करने के कारण कई पोल कर्मचारियों में संक्रमण फैल गया और मौतें भी हुईं।
संघ ने कहा कि चुनाव ड्यूटी के दौरान कोविड -19 से मारे गए शिक्षकों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाए।
–आईएएनएस
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कोरोना के बीच यूपी में पंचायत चुनाव शुरू Divya Sandesh
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कोरोना के बीच यूपी में पंचायत चुनाव शुरू
लखनऊ। यूपी में कोरोना की दूसरी लहर उफान पर है। इसी के बीच गांव में सरकार बनाने के लिए मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर भीड़ उमड़ने लगी है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करते देखे गए। कोरोना संक्रमित लोगों को पीपीई किट पहनकर वोट डालने की अनुमति दी गई है।
18 जिलों में जिला पंचायत सदस्य के 779, क्षेत्र पंचायत के 19,313 व ग्राम प्रधान के 14,789 पदों के चयन के लिए लोग सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं। 51176 मतदान केंद्रों पर 3,16,46,162 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। चुनाव में 2,99,012 उम्मीदवारों का भाग्य मतपेटियों में बंद होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के दौरान सुरक्षा और कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन का दावा किया है। 18 जिला पंचायतों के 779 वार्डो में 11,749, क्षेत्र पंचायत के 19313 वार्डो में 71,418 उम्मीवादर चुनाव लड़ रहे हैं।
14,789 ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए 108562 और ग्राम पंचायतों के 186583 वार्डो में 107283 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। चुनाव के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 468 जोनल मजिस्ट्रेट, 2976 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
जिला पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 18 रिटर्निग अधिकारी, 78 सहायक रिटर्निग अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 212 रिटर्निग अधिकारी, ग्राम पंचायत प्रधान चुनाव के लिए 212 रिटर्निग अधिकारी और ग्राम पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 2372 सहायक रिटर्निग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
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अयोध्या, आगरा, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, प्रयागराज, बरेली, भदोही, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संतकबीर नगर, सहानपुर, हरदोई और हाथरस में मतदान हो रहा है। सुरक्षा की ²ष्टि से झांसी, सहारनपुर, कानपुर, हरदोई, गाजियाबाद व गोरखपुर को संवेदनशील माना जा रहा है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मतदान केंद्रों पर कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। मतदान केंद्र के बाहर छह-छह फीट की दूरी पर घेरे बनाने के आदेश हैं, ताकि मतदाता सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कर सकें। मतदान कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों के लिए भी बचाव उपायों का पालन कराया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के कारण पंचायत चुनाव स्थगित करने की अफवाहें बुधवार को दिनभर गर्म रहीं। सोशल मीडिया पर चुनाव स्थगित करने को लेकर तरह-तरह की अफवाहें चलती रहीं। शाम को पंचायतीराज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी चर्चाओं को फर्जी करार देते हुए कहा कि पंचायत चुनाव निर्धारित तिथियों पर ही कराए जाएंगे।
पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। चार चरण में होने वाले मतदान में पहले चरण में आज वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे चरण में मतदान 19 अप्रैल को, तीसरे में 26 और चौथे में 29 अप्रैल को होगा। दो मई को वोटों की गिनती होगी।
–आईएएनएस
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कोरोना खतरे के बीच यूपी में हो रहा पंचायत चुनाव, कहीं मतदाता का नाम गायब, तो कहीं चली लाठियां Divya Sandesh
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कोरोना खतरे के बीच यूपी में हो रहा पंचायत चुनाव, कहीं मतदाता का नाम गायब, तो कहीं चली लाठियां
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में पहले चरण के लिए 18 जिलों में मतदान हो रहा है। इस चरण में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य के 2.21 लाख से अधिक पदों के लिए 3.33 लाख से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान के दौरान कुछ अव्यवस्था भी देखने को मिली है। कहीं मतदाताओं के नाम कटे हुए हैं, तो कहीं पर ईंट- पत्थर और लाठिया चलाने की शिकायतें सामने आ रही हैं। कोरोना के खतरे के बीच चुनाव प्रत्याशियों के लिए परीक्षा तो है ही और साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग के लिए यह एक चुनौती भी है। हालांकि आयोग ने मतदान के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन का दावा किया है।
राज्य के जौनपुर में पंचायत चुनाव में भारी गड़बड़ी सामने आई है। जिला पंचायत सदस्य पद के तीन प्रत्याशियों का नाम मतपत्र में नहीं है। इसकी जानकारी हुई तो प्रत्याशियों ने हंगामा किया और मतदान रोक दिया। मामला बक्शा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सड़ेरी का है।
सहारनपुर में प्रधान पद के प्रत्याशी आपस में भिड़ गए, जिसके बाद एक कार में तोड़फोड़ कर दी गई और दूसरी में आग लगा दी गई। वहीं, महोबा जिले के जैतपुर की ग्राम पंचायत मंगरोल कला में प्रधान प्रत्याशी समेत चार लोगों पर जानलेवा हमला किया गया है। गोरखपुर में प्रधान पद के प्रत्याशी पर गोली चलाने का भी मामला सामने आया है।
संतकबीरनगर जिले में हकीमराई गांव में मतदान के दौरान जमकर ईट-पत्थर चले हैं। गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। गाजियाबाद जिले के लोनी के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र इलाइचीपुर और खुदाबक्स गांव में दो प्रत्याशियों के एजेंटों में भिड़ंत की सूचना है। रायबरेली में तीन प्रधान पदों के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। यह निर्णय प्रधान प्रत्याशियों के निधन के चलते लिया गया। इसमें हरदचंदपुर ब्लॉक के कठवारा, बछरावां ब्लॉक के पहनासा और सरेनी ब्लॉक के रामपुर कला पंचायत शामिल हैं।
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रामपुर में सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में फर्जी मतदान को लेकर हंगामा हुआ है। एक पक्ष के प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने कुछ महिलाओं को रोक लिया और फर्जी मतदान करने का आरोप लगाया। बाद में जांच-पड़ताल कर छोड़ दिया गया।
झांसी के बड़ा गांव ब्लाक के केंद्र पर तैनात एक महिला की आज सुबह मतदान प्रक्रिया के दौरान मौत हो गई। महिला अधिकारी जौरी बुजुर्ग में बूथ क्रमांक 61 पर चुनाव करा रही थी। महिला अधिकारी ने घबराहट की शिकायत की और जब तक कोई कुछ समझ पाता, उनकी मौत हो गई। महिला की पहचान निर्मला साहू (56) पत्नी रामप्रकाश साहू निवासी दतिया गेट बाहर कोतवाली के रूप में हुई है। निर्मला साहू कैंसर से पीड़ित बताई जा रही हैं। उन्हें खून की उल्टी हुई और देखते ही देखते उन्होंने दम तोड़ दिया।
गोरखपुर के मतदान केंद्र में पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में मतदान करने के लिए वनटांगिया गांव के एक मतदान केंद्र के बाहर काफी लम्बी लाइन में लगे वनटांगिया वर्ग के लोग विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में मतदान करे चुके हैं, लेकिन इनको गांव की सरकार बनाने का पहली बार मौका मिला है। ये लोग इसका पूरा लाभ लेने के प्रयास में लगे हैं।
ज्ञात हो कि पहले चरण में आज अयोध्या, आगरा, कानपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, प्रयागराज, बरेली, भदोही, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, सहारनपुर, हरदोई और हाथरस जिलों में मतदान हो रहे हैं।
–आईएएनएस
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कोरोना के बीच यूपी में पंचायत चुनाव शुरू Divya Sandesh
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कोरोना के बीच यूपी में पंचायत चुनाव शुरू
लखनऊ। यूपी में कोरोना की दूसरी लहर उफान पर है। इसी के बीच गांव में सरकार बनाने के लिए मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर भीड़ उमड़ने लगी है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करते देखे गए। कोरोना संक्रमित लोगों को पीपीई किट पहनकर वोट डालने की अनुमति दी गई है।
18 जिलों में जिला पंचायत सदस्य के 779, क्षेत्र पंचायत के 19,313 व ग्राम प्रधान के 14,789 पदों के चयन के लिए लोग सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं। 51176 मतदान केंद्रों पर 3,16,46,162 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। चुनाव में 2,99,012 उम्मीदवारों का भाग्य मतपेटियों में बंद होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के दौरान सुरक्षा और कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन का दावा किया है। 18 जिला पंचायतों के 779 वार्डो में 11,749, क्षेत्र पंचायत के 19313 वार्डो में 71,418 उम्मीवादर चुनाव लड़ रहे हैं।
14,789 ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए 108562 और ग्राम पंचायतों के 186583 वार्डो में 107283 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। चुनाव के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 468 जोनल मजिस्ट्रेट, 2976 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
जिला पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 18 रिटर्निग अधिकारी, 78 सहायक रिटर्निग अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 212 रिटर्निग अधिकारी, ग्राम पंचायत प्रधान चुनाव के लिए 212 रिटर्निग अधिकारी और ग्राम पंचायत सदस्य चुनाव के लिए 2372 सहायक रिटर्निग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
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अयोध्या, आगरा, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, प्रयागराज, बरेली, भदोही, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संतकबीर नगर, सहानपुर, हरदोई और हाथरस में मतदान हो रहा है। सुरक्षा की ²ष्टि से झांसी, सहारनपुर, कानपुर, हरदोई, गाजियाबाद व गोरखपुर को संवेदनशील माना जा रहा है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मतदान केंद्रों पर कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। मतदान केंद्र के बाहर छह-छह फीट की दूरी पर घेरे बनाने के आदेश हैं, ताकि मतदाता सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कर सकें। मतदान कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों के लिए भी बचाव उपायों का पालन कराया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के कारण पंचायत चुनाव स्थगित करने की अफवाहें बुधवार को दिनभर गर्म रहीं। सोशल मीडिया पर चुनाव स्थगित करने को लेकर तरह-तरह की अफवाहें चलती रहीं। शाम को पंचायतीराज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी चर्चाओं को फर्जी करार देते हुए कहा कि पंचायत चुनाव निर्धारित तिथियों पर ही कराए जाएंगे।
पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। चार चरण में होने वाले मतदान में पहले चरण में आज वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे चरण में मतदान 19 अप्रैल को, तीसरे में 26 और चौथे में 29 अप्रैल को होगा। दो मई को वोटों की गिनती होगी।
–आईएएनएस
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पंचायत चुनाव में ग्लैमर का तड़का लगाएंगी मिस इंडिया फाइनलिस्ट, जौनपुर से लड़ेगी चुनाव Divya Sandesh
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पंचायत चुनाव में ग्लैमर का तड़का लगाएंगी मिस इंडिया फाइनलिस्ट, जौनपुर से लड़ेगी चुनाव
लखनऊ। 6 साल पहले फेमिना मिस इंडिया की फाइनलिस्ट रहीं दीक्षा सिंह उत्तर प्रदेश में होने जा रहे जिला पंचायत चुनाव में ग्लैमर का तड़का लगाएंगी। वे जौनपुर से चुनाव लड़ने जा रही हैं। दीक्षा 2015 में फेमिना मिस इंडिया फाइनलिस्ट रहीं थीं। दीक्षा सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वह जिले के बक्शा वार्ड से चुनाव लड़ने के लिए रविवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। जौनपुर में 15 अप्रैल को मतदान होना है और 4 चरणों के बाद 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे। चुनाव को लेकर दीक्षा ने अपने वार्ड में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। दीक्षा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी।
दीक्षा ने कहा, “मैं जौनपुर के चित्तोरी गांव से हूं और तीसरी क्लास तक मैं यहीं पढ़ी हूं। इसके बाद मेरे माता-पिता मुंबई और फिर गोवा शिफ्ट हो गए, लिहाजा मेरी आगे की पढ़ाई वहीं से हुई।”
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गोवा के एमईएस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, जुराईनगर में ग्रेजुएशन के दूसरे साल में में फेमिना मिस इंडिया पेजेंट में भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में वह 21 फाइनलिस्टों में से एक रहीं थीं। साथ ही उन्होंने ‘मिस बॉडी ब्यूटीफुल’ का सब-कॉन्टेस्ट भी जीता था। फिर उन्होंने कई मॉडलिंग असाइनमेंट किए और कुछ म्यूजिक वीडियो में भी नजर आईं।
वे दर्शन रावल और नेहा कक्कड़ के गाने ‘तेरी आंखों में’, दर्शन रावल के गीत ‘रब्बा मेहर करि’ आदि के म्यूजिक वीडियो में नजर आ चुकी हैं। इंस्टाग्राम पर दीक्षा के 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
यह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित होने की घोषणा होते ही दीक्षा ने चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया था।
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