Tumgik
#पटरी
thebharatexpress · 1 year
Text
दो ट्रेनों के बीच आमने-सामने टक्कर: लोको पायलट की मौत, डिब्बे पटरी से उतरे; इंजन में लगी भीषण आग
दक्षिण-पूर्व रेलवे SECR के बिलासपुर रेल मंडल में बुधवार को दो मालगाड़ी के बीच आमने-सामने भिड़ंत हो गई, जिसमें एक लोको पायलट की मौत हो गई है। शहडोल सेक्शन के सिंहपुर रेलवे स्टेशन के पास सिग्नल ओवरशूट होने की वजह से दोनों मालगाड़ी आपस में टकरा गई। हादसे के बाद मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतर गए और इंजन में आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही बिलासपुर रेल मंडल के अधिकारी-कर्मचारी मौके के लिए रवाना हो गए…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
todaypostlive · 2 years
Text
पति-पत्नी ने दुध मुंहे बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर दे दी जान, लोगो की आंखे फटी की फटी रह गई
पति-पत्नी ने दुध मुंहे बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर दे दी जान, लोगो की आंखे फटी की फटी रह गई
छपरा।अहले सुबह पति- पत्नी ने दुध मुंहे बच्चे के साथ ट्रेन के नीचे कूदकर अपनी जान दे दी। ट्रेन गुजरने के बाद वहां खड़े लोगो की आंखे फटी की फटी रह गई। उनके शरीर कई टुकड़े में बिखरे थे। घटना छपरा सोनपुर रेलखंड स्थित गोल्डन गंज स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो के पास की है। जानकारी अनुसार पति पत्नी अपने मासूम बच्चे के साथ प्लेटफार्म संख्या 2 पर यात्री विश्राम कुर्सी पर बैठे थे। स्टेशन पर टहलने वाले लोग और…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
4rtheyenews · 1 year
Text
गृह मंत्री ‘हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी’ रोजगार प्रशिक्षण एवं सम्मान समारोह में हुए शामिल.
रायपुर । गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू दुर्ग जिले के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित ‘हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी’ निःशुल्क रोजगार प्रशिक्षण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी की महिलाओं ने मंत्री साहू को स्वयं से तैयार की गई खुमरी और मटपरई शिल्प भेंट किए। मंत्री ने इस मौके पर अलग-अलग विधाओं के शिल्पकारों एवं उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
rajadas111 · 3 months
Text
Tumblr media
काशी में एक लहरतारा तालाब था। गंगा नदी का जल लहरों के द्वारा नीची पटरी के ऊपर से उछल कर एक सरोवर में आता था। इसलिए उस सरोवर का नाम लहरतारा पड़ा। उस तालाब में बड़े-2 कमल के फूल उगे हुए थे। नीरू-नीमा(नि:सन्तान दम्पत्ति थे) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए गए हुए थे। वहां नीरू - नीमा को कमल कंद फूल पर शिशु रूप में कबीर परमात्मा मिले थे। उसी दिन को कबीर प्रकट दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
6 notes · View notes
unlikekalyug · 1 year
Text
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया, सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया; थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया, बे मतलब बातों को कभी सुनने ना दिया| दिल से करीब आने वालों को अपना बना दिया बीते हुए पन्ने को कभी पलटने ना दिया, खुद से खुद को प्यार होने दिया किसी के इंतजार के खुशबू को महसूस ना होने दिया| रात के अंधेरे को हमसे दूर रहने दिया, रब जो चाहता है वही होने दिया | शिकायत का मौका आया तो अपने आप को क्षमा कर दिया तमन्ना और ख्वाहिश की पटरी को कभी आपस में मिलने ना दिया।रहने दिया रहने दिया,जो होता है वह होने दिया ।।...
22 notes · View notes
9548829028 · 4 months
Text
काशी में एक लहरतारा तालाब था। गंगा नदी का जल लहरों के द्वारा नीची पटरी के ऊपर से उछल कर एक सरोवर में आता था। इसलिए उस सरोवर का नाम लहरतारा पड़ा। उस तालाब में बड़े-2 कमल के फूल उगे हुए थे। नीरू-नीमा(नि:सन्तान दम्पत्ति थे) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए गए हुए थे। वहां नीरू - नीमा को कमल कंद फूल पर शिशु रूप में कबीर परमात्मा मिले थे। उसी दिन को कबीर प्रकट दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
Tumblr media Tumblr media
2 notes · View notes
the-sound-ofrain · 2 years
Text
हाल कुछ ऐसा है की ,
ज़िंदगी पटरी पर दौड़ रही है और मैं उसी पटरी पर लेटा हूं।।
- अय्यारी
23 notes · View notes
essentiallyoutsider · 6 months
Text
जगहें
यहां आए नौ महीने पूरे हुए
बल्कि दस दिन ज्‍यादा
इतने में पनप सकता था एक जीवन
बदली जा सकती थी दुनिया
बच सकते थे बचे-खुचे जंगल
लिखी जा सकती थी एक कविता
या कोई उपन्‍यास, लंबी कहानी
पलट सकती थी सत्‍ताएं तानाशाहों की
मूर्त हो सकती थीं जिसके रास्‍ते
कुछ योजनाएं और थोड़ा बहुत लोकमंगल।
जगह बदलने से क्‍या बदल जाता है
जीवन भी और इतना कि पूर्ववर्ती जगहों
के अभाव में उपजे नए खालीपन से
घुल-मिल कर पुरानी एकरसताएं
नए भ्रम रचती हैं? क्‍या आदमी
वही रहता है और केवल धरा नचती है
दिशाएं ठगती हैं?
वैसे, हवा इधर बहुत तेज चलती है
लखपत के किले में जैसे हहराकर गोया
फंस गई हो ईंट-पत्‍थर के परकोटे में
भटकती हुई कहीं और से आकर
जबकि‍ पौधे बदल ही रहे हैं अभी पेड़ों में
जिन पर बसना बोलना सीख रहे
पक्षी सहसा चहचहा उठते हैं भ्रमवश
आधी रात फ्लड लाइट को समझ कर सूरज
और सहसा नींद उचट जाती है
अब जाकर जाना मैंने इतने दिन बाद
ठीक पांच बजे तड़के यहां भी
कहीं से एक ट्रेन धड़धड़ाती हुई आती है।
जगहें कितनी ही बदलीं मैंने पर
बनी रही मेरी सुबहों में ट्रेन की आवाज
धरती पर अलहदा जगहों को जोड़ती होंगी
शायद कुछ ध्‍वनियां, छवियां, कोई राज
मसलन, नहीं होती जहां रेल की पटरी
बजती थी वहां भी सुबह एक सीटी
जैसे गाजीपुर या चौबेपुर में पांच बजे ठीक
जबकि इंदिरापुरम में हुआ करता था
और अब शहादरे में भी काफी करीब है
रेलवे स्‍टेशन तो बनी हुई है
पुरानी लीक।
एक बालकनी है यहां भी
बिलकुल वैसी ही
खड़ा होकर जहां बची हुई दुनिया से
आश्‍वस्‍त होना मेरा कायम है आदतन
एक शगल की तरह जब तब
एक मैदान है हरे घास वाला
जैसा वहां था
और उसमें खेलते बच्‍चे भी
और कभी कभार टहलती हुई औरतें बेढब
दिलाती हैं भरोसा कि हवा कितनी ही
हो जाए संगीन बनी रहेगी उसमें सांस
हम सब की किसी साझे उपक्रम की तरह
उसे कैद करने की साजिश��ं अपने
उत्‍कर्ष पर हों जब।
देशकाल में स्थिर यही कुछ छवियां हैं
कुछ ध्‍वनियां हैं
ट्रेन, बच्‍चे और औरतें
घास के मैदान, बालकनी और बढ़ते हुए पौधे
ये कहीं नहीं जाते
और हर कहीं चले आते हैं
हमारे साथ याद दिलाते
कि हमारे चले जाने के बाद भी
कायम रहती है हर जगह
एक भीतर और एक बाहर से
मिलकर ही बनती है हर जगह
और दोनों के ठीक बीचोबीच होने के
मुंडेर पर लटका आदमी कभी भीतर
तो कभी बाहर झांकते तलाशता है अर्थ
पाने और खोने के।
दो जगहों का फर्क जितना सच है
उतनी ही वास्‍तविक हैं खिड़कियां
भीत, परदे, मुंडेर और दीवार���ं
जिनसे बनती है जगहें और
जगहों को जाने वाले।
4 notes · View notes
nainadubey · 2 years
Text
मेरी माँ और पति की तकरार
दोनों ही लोग अपने अपने छेत्र के हुनरबाज़ हैं, किंतु पटरी नहीं बैठती! माँ एक अनुशासित तरीक़े से जीवन व्यतीत करती है, सुबह जल्दी उठना, पूजा करना ,अत्यंत साफ़ सफ़ाई करना, बहुत हो ज़्यादा कर्मठी हैं इस उम्र में भी।
पति जी भी बहुत अच्छे हैं, लेकिन उनकी दिनचर्या अलग हैं। वो कर्म करने में विश्वास रखते हैं ना की अगरबत्ती जलाने में। ख़ुद को अपटूडेट रखते हैं हर विषय में, चाहे स्टॉक मार्केट हो या राजनीति ।
पिता का रोल निभाने में भी वो पीछे नी रहे। आमतौर पर पिता लोग बच्चे की पॉटी साफ़ करने में कतराते हैं, लेकिन हमारे पति हमे और सफ़ाई रखने कि लिए बच्चे कि प्रति इंस्ट्रक्शंस देते रहते हैं। की किन किन बातों का ध्यान देना चाइए।
पति आधुनिक विचार कि हैं, माँ भक्ति विचार की। बीएस वही समीकरण गड़बड़ा जाता है।
दामाद होकर भी वो चाय बना कि पिलाने से लेकर पूरा ख़ाना बनाने में वो कभी पीछे नी रहते। और ये गुण तो कुम ही पाया जाता है लड़कों में। शादी शुदा आदमी अपनी बीवी पे निर्भर रहता है हर छोटी चीज़ कि लिए।
हमारे साथ उल्टा है। वो गलती से एक काम बोल देते हैं और गुरंती है ,हम वो भी करना भूल जाते हैं।
हर छोटी चीज का ख़याल रखते है, ख़ाना बनाने निकालने से लेकर, बटन ताकने तक का टैलेंट है। फाइनेंसियल , नोन फाइनेंसियल सब संभले रहते है। मेरा मूड ठीक करना है,हमे हसन सारी ज़िम्मेदारी हमारे पति की है। और हाँ अपने माँ बाप से भी लैड जाते है मेरे लिए। जहां मेरी गलती है, वहाँ डाँट भी पड़ती है हमे।
प्रभु की महिमा इतना सुंदर जीवन देने कि लिए, और यी मानते हैं कि माँ और पति कि संबंध और खूबसूरत हों। ये ग़ुस्सा एक दूसरे के प्रति कुम हो।
दोनों ही अपनी अपनी जगह सही तो है, लेकिन विचारों का क्लेश हो ही जाता है। देखे कब वो दिन आएगा , जब दोनों लोग एक ही पटरी पे तालमेल बिठा पाएँगे।
2 notes · View notes
rightnewshindi · 3 days
Text
नैनी-दून एक्सप्रेस को पलटने की साजिश नाकाम, पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकी ट्रेन
नैनी-दून एक्सप्रेस को पलटने की साजिश नाकाम, पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकी ट्रेन #news #viral #trending #update #newspaper #breakingnews #currentaffairs #dailynews #newsletter #newspapers #newsupdate #People #Media #info #Journalism #Press
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के रामपुर में पटरी पर लोहे का खंभा रखकर नैनी-दून एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश नाकाम कर दी गई। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। यह ट्रेन उत्तराखंड के काठगोदाम से देहरादून के बीच चलती है। रामपुर SP विद्या सागर मिश्र ने बताया कि खंभे को कब्जे में लिया गया है। रात से ही पड़ताल शुरू कर दी गई है। GRP तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही…
0 notes
todaypostlive · 2 years
Text
रेल पटरी में क्रैक होने से वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस दुर्घटना होने से बची, रेलवे की-मैन की तत्परता से बड़ा रेल हादसा टला,रेल महकमा में हड़कंप
रेल पटरी में क्रैक होने से वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस दुर्घटना होने से बची, रेलवे की-मैन की तत्परता से बड़ा रेल हादसा टला,रेल महकमा में हड़कंप
बेगूसराय।  रेलवे की-मैन की तत्परता से एक बड़ी रेल हादसा टल गया। मामला बरौनी-कटिहार रेलखंड का है। यहां रेल पटरी के क्रैक होने से सहरसा से नई दिल्ली जा रही वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल बाल बच गई। मामला शुक्रवार की है। इससे सुपरफास्ट ट्रेन डेढ़ घंटे से अधिक विलंब हो गई। जानकारी अनुसार जब सहरसा से नई दिल्ली जा रही वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस अप लाइन से गुजरने वाली थी, इसी दौरान…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
100newsup · 3 days
Text
Mathura Train Accident: मथुरा में एक बड़ा रेल हादसा हो गया, आगरा-दिल्ली ट्रैक पर एक मामलगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरे
मथुरा. उत्तर प्रदेश के मथुरा में बुधवार रात एक बड़ा रेल हादसा (Mathura Train Accident) हो गया. आगरा-दिल्ली रेल ट्रैक पर कोयला लेकर जा रही मालगाड़ी वृंदावन रोड स्टेशन से 800 मीटर आगे जाकर बेपटरी हो गई. मालगाड़ी के 25 वैगन एक दूसरे पर चढ़ गए. जिसकी वजह से पटरियों पर कोयला फ़ैल जाने से दिल्ली-आगरा रूट के तीन ट्रैक बाधित हो गए. बताया जा रहा है कि रात करीब साढ़े 9 बजे यह हादसा हुआ. रेलवे और पुलिस के…
0 notes
indlivebulletin · 8 days
Text
केरल के कासरगोड में ट्रेन की चपेट में आकर तीन महिलाओं की मौत
केरल के कासरगोड जिले में कांजनगाड रेलवे स्टेशन के पास शनिवार रात को पटरी पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से तीन महिलाओं की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। मृतकों की पहचान दक्षिणी कोट्टायम जिले के चिंगवनम निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि जानकारी मिली है कि महिलाएं एक समूह का हिस्सा थी जो पास में ही एक शादी समारोह में शामिल होने आया था। पुलिस ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ जब वे…
0 notes
mahatvapoorna · 9 days
Text
दावा गलत वंदे भारत ट्रेन की विंडो का टूटा ग्लास बदलने की प्रक्रिया के तहत तोड़ा गया था इसे
रेलगाड़ियों को पटरी से उतारने की साजिश के कई मामलों की जांच जारी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर वंदे भारत एक्सप्रे से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा, जिसे लेकर चर्चाएं जारी हैं। वीडियो में नजर आ रहा है कि एक शख्स ट्रेन के कांच पर हथौड़ा चला रहा है। एक ओर जहां जनता वीडियो में नजर आ रहे शख्स की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। वहीं, दावे ये भी किए जा रहे हैं कि यह कांच बदलने की प्रक्रिया का हिस्सा है। वायरल…
0 notes
narmadanchal · 9 days
Text
9 माह के कार्यकाल में वचनपत्र पर एक कदम नहीं बढ़ाये सरकार ने, मोहन यादव पर्ची के मुख्यमंत्री
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश सरकार को घेरा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार बोले, शिवराज और मोहन यादव में पटरी नहीं बैठ रही इटारसी। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार के 9 माह के कार्यकाल में चुनाव में किये एक भी वादे पर एक कदम आगे नहीं बढ़े हैं। दो बार हमने विधानसभा सत्र में यह सवाल किया कि मुख्यमंंत्री लाड़ली बहना योजना में तीन हजार रुपए देने वचन पत्र…
0 notes
asr24news · 12 days
Text
ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार 8 सितंबर 2024 की देर रात एक गंभीर रेल दुर्घटना होने से बच गई, जब प्रयागराज-भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस पटरियों पर रखे गए एक एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। गनीमत रही कि सिलेंडर में विस्फोट नहीं हुआ और यह टकराकर दूर चला गया, जिससे ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश नाकाम हो गई। इस घटना ने रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और पुलिस ने इसे एक बड़ी साजिश मानते हुए…
0 notes