जुलाई में जमकर बरसेंगे बदरा, कई जगह तो बाढ़ का खतरा, जान लीजिए अपने राज्य का हाल
नई दिल्ली : जून में बारिश में कमी के बाद अब जुलाई में देश के ज्यादातर हिस्सों में 'सामान्य से ज्यादा बारिश' देखने को मिल सकती है। पूर्वोत्तर, पूर्वी यूपी और पश्चिमी बिहार में ही इस महीने सामान्य से कम बारिश देखने को मिलेगी। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, जून में 1901 के बाद से उत्तर-पश्चिम भारत इस साल सबसे ज्यादा गर्म रहा। जुलाई में सामान्य से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान अच्छी खबर है क्योंकि इसी महीने में खरीफ के फसलों की बुवाई, रोपाई होती हैं। आईएमडी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को भारी बारिश का अनुमान है। दिल्ली में बारिश के साथ तूफान आने, बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है।दिल्ली में मंगलवार को भी बारिश के अनुमानमौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 2.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता 76 प्रतिशत दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, भारी बारिश को एक दिन में 64.5 से 124.4 मिलीमीटर के बीच बारिश के रूप में परिभाषित किया जाता है। दिल्ली में मंगलवार के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। आईएमडी रंगों पर आधारित चार स्तर की चेतावनियां जारी करता है जो क्रमश: ‘ग्रीन (कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं), ‘येलो’ (सतर्क रहें और जानकारी रखें), ‘ऑरेंज’ (तैयार रहें) और ‘रेड’ (कार्रवाई करें) हैं। जुलाई में हिमालयी क्षेत्रों में बाढ़ की आशंकाआईएमडी ने सोमवार को कहा कि जुलाई में भारत में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है। भारी वर्षा के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों और देश के मध्य भाग में नदी घाटियों में बाढ़ आने की आशंका है। आईएमडी ने पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने डिजिटल तरीके से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूरे देश में जुलाई की औसत बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है जो लंबी अवधि के औसत (एलपीए) 28.04 सेमी से 106 प्रतिशत अधिक रह सकती है।इन क्षेत्रों में बारिश में देखने को मिल सकती है कमीउन्होंने कहा, ‘पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों और उत्तर-पश्चिम, पूर्व और दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।’आईएमडी प्रमुख ने कहा कि सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान ‘निश्चित रूप से’ कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी वर्षा की संभावना को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘विशेष रूप से, यदि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों के अलावा पश्चिमी हिमालय की तराई को देखें तो हम सामान्य से अधिक वर्षा की उम्मीद कर रहे हैं।’महापात्र ने कहा, ‘यह वह क्षेत्र है जहां बादल फटने, भारी वर्षा के कारण भूस्खलन, बाढ़ के रूप में विनाशकारी प्रभाव हो सकते हैं। कई नदियां भी यहीं से निकलती हैं। मध्य भारत में भी गोदावरी, महानदी और अन्य नदी घाटियों में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान है। इसलिए वहां बाढ़ की आशंका अधिक है।’पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा ज्यादा रहेगानेपाल स्थित अंतर-सरकारी संगठन अंतरराष्ट्रीय एकीकृत पर्वतीय विकास केंद्र (आईसीआईएमओडी) के विशेषज्ञों ने भी बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल और पाकिस्तान सहित हिंदुकुश हिमालयी क्षेत्र के देशों के लिए मॉनसून के दौरान मौसम की चरम घटनाओं की चेतावनी दी है। आईसीआईएमओडी में जलवायु सेवा के लिए कार्यक्रम समन्वयक मंदिरा श्रेष्ठ ने कहा, ‘पिछले वर्ष हिंदुकुश हिमालयी देशों के कई इलाकों में औसत से कम वर्षा हुई थी, इस तथ्य के बावजूद हिंदुकुश हिमालय के क्षेत्रों में समुदाय कई बार विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित हुए।’उन्होंने कहा, ‘इस संदर्भ में, इस वर्ष का मॉनसून पूर्वानुमान चिंताजनक है। यह समग्र तापमान वृद्धि की प्रवृत्ति के भी विपरीत है, जिसके बारे में हम जानते हैं कि यह बर्फ और हिमनदों के अधिक पिघलने के नुकसान से जुड़ा है। बर्फ का पिघलना अक्सर विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन का एक प्रमुख कारक होता है जिसे हम इस समय अपने क्षेत्र में देख रहे हैं।’वर्ष 2023 में जुलाई और अगस्त में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तथा अक्टूबर में पूर्वी हिमालय में तीस्ता नदी में विनाशकारी बाढ़ आई थी। भारत में जून में सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। महापात्र ने जून में सामान्य से कम वर्षा के लिए मौसम प्रणालियों की कमी के कारण देश के उत्तरी और पूर्वी भागों में मॉनसून की धीमी प्रगति को जिम्मेदार ठहराया।आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी तट को छोड़कर उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा, ‘मध्य… http://dlvr.it/T930wG
'पढ़ने के लिए यह भी है और' पर हमला करने के लिए', तेज कुमार को फिर से जाने दें
‘पढ़ने के लिए यह भी है और’ पर हमला करने के लिए’, तेज कुमार को फिर से जाने दें
बिहार के बख्तियारपुर में काम करने की कोशिश की गई। अच्छी खासी बख्तियारपुर की प्रतिष्ठित सेनानी और समाजसेवी स्व. पैन. शीलाद्रा या जी जी की स्थापना में शामिल होने की कोशिश की गई थी। स्थिति पर जनता दल (आरजेजी) के विधायक तेज प्रताप यादव ने कहा। .
सुरक्षित गारंटी, सुरक्षा में चूक हुई। किसी भी व्यक्ति पर हमला करता है…
बिहार | बख्तियारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान एक युवक ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला…
जाति जनगणना: जाति जनगणना जायज मांग, होनी चाहिए: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार - The Economic Times Video
जाति जनगणना: जाति जनगणना जायज मांग, होनी चाहिए: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार – The Economic Times Video
26 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में भाग लेने के बाद, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जाति जनगणना एक वैध मांग है और इसे होना चाहिए। “यह विकास समर्थक है और नीति निर्माताओं को पिछड़ी जातियों के लिए लक्षित कल्याणकारी नीतियां बनाने में मदद करेगा। जाति जनगणना होनी चाहिए। हम इस मामले को लेकर बिहार में सर्वदलीय बैठक करेंगे. (एएनआई)
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नीतीश कुमार: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंदार हिल तक पहुंचने के लिए बांका में रोपवे का उद्घाटन किया | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
नीतीश कुमार: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंदार हिल तक पहुंचने के लिए बांका में रोपवे का उद्घाटन किया | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
२१ सितंबर, २०२१, १०:१५ अपराह्न ISTस्रोत: एएनआई
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 सितंबर को मंदार हिल पहुंचने के लिए बांका में रोपवे का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा के साथ 21 सितंबर को ओडिनी जलाशय का भी दौरा किया. इस जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.
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बख्तियारपुर का नाम बदलने की मांग को CM नीतीश ने बताया फालतू, कहा- बिना मतलब की बात करते हैं लोग
बख्तियारपुर का नाम बदलने की मांग को CM नीतीश ने बताया फालतू, कहा- बिना मतलब की बात करते हैं लोग
पाटन: बिहार की राजधानी पटना से सटे बख्तियारपुर (बख्तियारपुर) का नाम उठ रहा है। ईस्ट, बख्तियारपुर सूबे के मुखिया कुमार (नीतीश कुमार) का जन्मस्थान, बख्तियारपुर का औषधि के नाम पर लागू होगा। हालांकि, यह भी कहा गया था कि जब वे इस संबंध में थे, तो ये मत बोलिए, ये फालतू। बात करने के तरीके।
मेरा जन्मस्थान बख्तियारपुर
जन के दरबार में प्रोग्राम (जनता दरबार) अति होने के बाद मीडिया से मुख्तारपुर का नाम बदल…
जद (यू) के ब्रेकअवे शेक अप डायनेमिक्स के रूप में, यहां 2024 में बीजेपी और कांग्रेस के लिए स्टोर में क्या है
जद (यू) के ब्रेकअवे शेक अप डायनेमिक्स के रूप में, यहां 2024 में बीजेपी और कांग्रेस के लिए स्टोर में क्या है
बिहार में नई गठबंधन सरकार कांग्रेस के लिए खुशी का स्रोत रही है और उसने बड़ी पुरानी पार्टी को बिना अधिक राजनीतिक निवेश के सत्ता का फल काटने का मौका दिया है।
कांग्रेस बिहार में जद (यू) और राजद (एक बार फिर) के एक साथ आने के लिए समर्थन की घोषणा करने वाली पहली पार्टियों में से एक थी। इस कदम से कांग्रेस को अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा को चकमा देने का मौका मिल गया है।
भाजपा के बिना नई सरकार के गठन के साथ, 243…
व्हायरल व्हिडिओ : ई-स्कूल आहे का? रिकाम्या हजेरी लावायला येते... पत्रकार बनून मुलाने केला सरकारी शाळेचा पोल, लोक म्हणाले- जिवंत सिंह
व्हायरल व्हिडिओ : ई-स्कूल आहे का? रिकाम्या हजेरी लावायला येते… पत्रकार बनून मुलाने केला सरकारी शाळेचा पोल, लोक म्हणाले- जिवंत सिंह
हा व्हिडिओ बिहारमधील एका सरकारी शाळेचा आहे. मात्र, सोशल मीडिया वापरकर्त्यांचे म्हणणे आहे की, तो बिहारचा नसून झारखंडमधील गोड्डा येथील सरकारी शाळेचा आहे. हा व्हिडिओ आतापर्यंत 35 हजारांहून अधिक वेळा पाहिला गेला आहे.
पत्रकार बनून मुलाने सरकारी शाळेची पोल उघडली
प्रतिमा क्रेडिट स्रोत: फेसबुक
देशातील सरकारी शाळांची काय अवस्था आहे, ही बाब कोणापासून लपून राहिलेली नाही. अनेक शाळांमध्ये शिक्षकाविना वर्ग…
मुख्यमंत्री नितीशकुमार म्हणाले की बहुतेक लोक दारू बंदीच्या बाजूने आहेत - बिहारमधील दारू सिंडिकेट तोडण्यात सरकार अपयशी
मुख्यमंत्री नितीशकुमार म्हणाले की बहुतेक लोक दारू बंदीच्या बाजूने आहेत – बिहारमधील दारू सिंडिकेट तोडण्यात सरकार अपयशी
मुख्यमंत्री नितीशकुमार
– फोटो: फेसबुक
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बातमी ऐका
बिहारमधील दारू सिंडीकेट थांबविण्यात बिहार सरकार पूर्णपणे अपयशी असल्याचे सिद्ध होत आहे. इथे आहे ‘मृत्यूच्या दारू’ मध्ये नाचणारे राजकारण. मुख्यमंत्री नितीशकुमार म्हणाले की बहुतेक लोक दारू बंदीच्या बाजूने आहेत. पण काही लोक गोंधळ घालत आहेत.…
बिहार: सीएम, डिप्टी सीएम की फोटो लगाकर निकाली 2600 फर्जी भर्तियां, केस दर्ज फर्जी वेबसाइट बनाकर 2600 से अधिक पदों पर कमीशन के मामले सामने आने पर श्रम संसाधन विभाग ने इसके खिलाफ मुकदमा किया है। मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस बाबत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मंत्री ने कहा ... Source link
फाईव्ह-जी स्पेक्ट्रमच्या लिलावात दूरसंचार उद्योगातील कंपन्यांचा सहभाग उत्साह वाढविणारा होता. सरकारी खजिन्यात अपेक्षेपेक्षा अधिक रक्कम आली. दूरसंचार सेवा प्रदात्या कंपन्या आता फाईव्ह-जी सेवांच्या शुभारंभासाठी गुंतवणूक, आधारभूत संरचना याबरोबरीनेच जागतिक निकषांनुसार उपकरणे प्रस्थापित करीत आहेत. सरकारने आधी म्हटले होते की, भारत ऑक्टोबरपर्यंत फाईव्ह-जी सेवा सुरू करेल. दरम्यान दूरसंचारमंत्री अश्विनी वैष्णव यांनी दूरसंचार सेवा प्रदात्या कंपन्यांना फाईव्ह-जी सेवा सुरू करण्याच्या प्रक्रियेला गती देण्याचे आवाहन केले आहे. या आवाहनानंतर दूरसंचार सेवा प्रदात्या कंपन्यांना मुदतीपूर्वीच लाँचिंग करण्यासाठी तडजोड करावी लागण्याची शक्यता आहे.
स्पेक्ट्रम वितरणाची घोषणा करण्यापूर्वीच भारत फाईव्ह-जीच्या स्थापनेच्या तयारीत गुंतला होता. कोलकाता येथे एअरटेलने गेल्या वर्षी नोकिया कंपनीबरोबर करार करून कमी आवृत्ती असलेल्या ७०० मेगाहटर््झ बँडमध्ये फाईव्ह-जी चाचणी घेतली होती. ७०० मेगाहटर््झ बँडमध्ये भारतातील ही पहिलीच फाईव्ह-जी चाचणी होती. हैदराबादमध्येही एअरटेलने अशीच चाचणी घेतली. यावर्षी मे महिन्यात व्होडाफोनने पुण्यात ६ जीबीपीएसची सर्वोच्च गती प्राप्त करण्यासाठी हाय फ्रीक्वेन्सी मिड बँड स्पेक्ट्रमची चाचणी घेतली, तर जिओने आपल्या स्वत:च्या उपकरणांद्वारे ४२० एमबीपीएस डाऊनलोड आणि ४१२ एमबीपीएस अपलोड एवढी गती प्राप्त करण्यात यश मिळविले.
टेलिकॉम कंपन्या प्राथमिक स्तरावर काही प्रमुख शहरांमध्येच फाईव्ह-जी सेवा उपलब्ध करून देण्याचा विचार करीत आहेत. अर्थात फाईव्ह-जीसाठी पायाभूत संरचना उभारताना कमीत कमी ७० टक्के टेलिकॉम टॉवर फायबराईज्ड करण्याची गरज आहे, असे तज्ज्ञांचे म्हणणे आहे. असे झाले तरच या सेवेचा पूर्णांशाने वापर करता येणे शक्य आहे. सध्या सुमारे ३३ टक्के टॉवर फायबराईज्ड आहेत. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार आदी राज्यांमधील शहरांत फायबरयुक्त टॉवर्सची संख्या खूपच कमी आहे. टॉवर्सचे फायबरायजेशन केल्यानंतर कंपन्यांना चांगला वेग देण्यासाठी मदत मिळणार आहे. फाईव्ह-जीच्या यशस्वितेसाठी टॉवर फायबरयुक्त करणे हाच प्रमुख घटक आहे. भविष्यातील रेडिओ अॅक्सेस नेटवर्क, ट्रान्समिशन आणि सर्वांत महत्त्वाचे म्हणजे नेटवर्क यासाठी ३० अब्ज डॉलरची विशेषत्वाने गरज भासणार आहे. अर्थात, सरकारच्या प्रयत्नांमुळे आणि पुढाकारामुळे देशांतर्गत दूरसंचार निर्माण क्षमता अधिक सुदृढ झाली आहे. दूरसंचार क्षेत्राने हायस्पीड नेटवर्कची सातत्याने वाढणारी मागणी पूर्ण करण्यासाठी फायबर आणि वायरलेस सुविधांबरोबरच आपल्या नेटवर्क क्षमतांचा विस्तार सुरूच ठेवला आहे. इंटरनेटचा वापर वाढविणे आणि अनुकूल नियामकीय वातावरण यामुळे दूरसंचार क्षेत्रात वेगाने वाढ झाली आहे. टेलिकॉम कंपन्यांना आता फाईव्ह-जीसाठी विश्वसनीय डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर तयार करावे लागेल. ऑप्टिकल फायबर आणि अन्य सेमी-कंडक्टरवर आधारित उपकरणांचीही गरज भासेल. तसे पाहायला गेल्यास भारताने उपकरणांची निर्मिती आणि उत्पादन क्षमता मजबूत प्रमाणात वाढविली आहे.
बाजारात चीन, दक्षिण कोरिया आणि इंडोनेशिया येथे तयार होणा-या स्वस्त उपकरणांची मुळातच खूप गर्दी आहे. ही आयात केलेली स्वस्त उपकरणे आत्मनिर्भर डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर मॉडेलसाठी भारताला आपली बौद्धिक संपदा वाढविण��यासाठी उपयुक्त ठरत आहेत. डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चरवर प्रचंड खर्च केल्यास अर्थव्यवस्थेचा वेगाने विकास करणारा आणि दीर्घकालीन लाभ वाढविणारा ठरेल. फाईव्ह-जीच्या संपूर्ण क्रियान्वयनासाठी पायाभूत संरचनेव्यतिरिक्त अन्य अनेक बाबतीत चिंता आहेत आणि त्यांचे निराकरण होणे गरजेचे आहे. उदाहरणार्थ, देशांतर्गत फाईव्ह-जी आय आणि जागतिक ३जीपीपी निकष प्रतिकूल असणे. फाईव्ह-जी आय हैदराबाद आणि मद्रास टेलिकम्युनिकेशन्स स्टँडर्डस डेव्हलपमेन्ट सोसायटी आणि सेंटर ऑफ एक्सलेन्स इन वायरलेस टेक्नॉलॉजीच्या सहकार्याने विकसित करण्यात आले आहे, जो फाईव्ह-जीचा निकष आहे आणि ग्रामीण तसेच दुर्गम भागात नेटवर्क सुलभरीत्या तो पोहोचवू शकेल. त्या तुलनेत फाईव्ह-जी हे जागतिक मानक असून, ते ३ जीपीपीने तयार केले आहे. फाईव्ह-जीआय इंटरनॅशनल टेलिकम्युनिकेशन्स युनियनद्वारा (आयटीयू) डि��ेंबर २०२१ च्या करारांतर्गत फाईव्ह-जी निकषांसोबत विलीन करण्यास मंजुरी देण्यात आली आहे.
आणखी एक मुद्दा असा की, दूरसंचार कंपन्या लो मोबिलिटी लार्ज सेल (एलएमएलसी) तंत्रज्ञानाने संचालित फाईव्ह-जीआयच्या माध्यमातून चांगल्या कव्हरेजचा लाभ उठवू शकतील. एलएमएलसी तंत्रज्ञान कनेक्टिव्हिटी आणि रेंज वाढविण्यास मदत करते. त्यासाठी ऑपरेटर कंपनीला काही किलोमीटर अंतरावर बेस स्टेशन स्थापित करण्याची गरज भासत नाही आणि अतिरिक्त गुंतवणूक न करताच दुर्गम आणि ग्रामीण भागांत मोबाईल कनेक्टिव्हिटी देणे सोपे होते. दुसरीकडे, जर सरकारने फाईव्ह-जीआय लागू करण्यास अनुमती दिली, तर सरकारच्या अशा निर्णयामुळे दूरसंचार कंपन्यांना खूपच नुकसान सहन करावे लागू शकते. कारण कंपन्यांनी ग्लोबल फाईव्ह-जी सोबत आपल्या नेटवर्कच्या विकासात मोठी रक्कम गुंतविली आहे. अश��� स्थितीत आपली उपकरणे आणि नेटवर्क फाईव्ह-जीआय ला अनुकूल करण्यासाठी त्यांना स्वतंत्रपणे आणखी गुंतवणूक करावी लागेल.
-महेश कोळी,
संगणक अभियंता
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पंजाब: 'हमें उनसे सिर्फ प्यार है': पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी 'भैया' टिप्पणी पर | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
पंजाब: ‘हमें उनसे सिर्फ प्यार है’: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी ‘भैया’ टिप्पणी पर | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
फ़रवरी 17, 2022, 07:21 PM ISTस्रोत: TOI.in
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी कथित टिप्पणी ‘यूपी, बिहार के भैया को पंजाब में प्रवेश न करने दें’ पर कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज तक पंजाब में आए सभी प्रवासी कामगारों ने मेहनत की है और इसे विकास के पथ पर ले गए हैं। हमें तो सिर्फ उनसे प्यार है, इसे कोई बदल नहीं सकता।
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CM नीतीश का बड़ा बयान- राज्य स्तर पर करा सकते हैं जातीय जनगणना, पहले केंद्र सरकार से करेंगे अपील
CM नीतीश का बड़ा बयान- राज्य स्तर पर करा सकते हैं जातीय जनगणना, पहले केंद्र सरकार से करेंगे अपील
पाटन: बिहार के मेर्रीड मेटर मेनेटरी मेटर मे परिवर्तन होगा। संपत्ति के संबंध में संपत्ति पर संकट की स्थिति। इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होने के कार्यक्रम को पूरा करने के लिए.
वृहद रोग संबंधी रोग
ये थे कि वे शुरुआत में ही हों। बेहतर प्रदर्शन करने के लिए। वे राज्य में लेन-देन कर सकते हैं. ये तो बाद की बात है। पहली बार जब वे केंद्रीय स्तर से संबंधित हों।
बाहरी कुमार ने कहा, ‘ 11 बजे समय। मेरे साथ…
Video वायरल बिहार पंचायत चुनाव जीत रहे मधुमक्खी प्रत्याशी समर्थक अंधाधुंध फायरिंग nodmk8
Video वायरल बिहार पंचायत चुनाव जीत रहे मधुमक्खी प्रत्याशी समर्थक अंधाधुंध फायरिंग nodmk8
वायरल वीडियो में विजेता उम्मीदवार का एक युवा उम्मीदवार छत पर सेमी-ऑटोमैटिक राइफल से लगातार हवा में फायरिंग कर रहा है और वहां मौजूद कई लोग उसे ऐसा करते देख खुश हो रहे हैं.
बिहार समाचार: नालंदा जिले के पलतपुरा में हुए पंचायत चुनाव में सरदार पद से लेकर सरदार पद तक के अन्य सभी पदों पर एक ही प्रत्याशी के समर्थकों ने जीत हासिल की है. विजयी प्रत्याशी के समर्थकों ने रायफल से हवा में फायरिंग कर जीत का…