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#बिहार विधान सभा
mwsnewshindi · 2 years
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बिहार शराब केस: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का सीएम नीतीश कुमार पर शराबबंदी पर बड़ा हमला
बिहार शराब केस: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का सीएम नीतीश कुमार पर शराबबंदी पर बड़ा हमला
पटना: बिहार में एक तरफ जहां जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है वहीं दूसरी तरफ नेताओं के बयान भी जारी हैं. छपरा में जहरीली शराब से मौत के बाद बिहार की सियासत लगातार गरमा रही है. सरकार पर सवाल उठ रहे हैं कि शराबबंदी कानून का ठीक से पालन नहीं हो रहा है. प्रशासन की मिलीभगत से अवैध रूप से इसका धंधा चल रहा है। इस बीच सोमवार को जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने…
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countryinsidenews · 9 days
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CIN /हिन्दी दिवस पर साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुआ समारोह, हिन्दी है भारत की भाषा शीघ्र ही हर जिह्वा पर होगी : नंद किशोर यादव
पटना, १४ सितम्बर। हिन्दी भारत की सबसे लोकप्रिय भाषा है। वह दिन दूर नहीं जब यह अपनी वैज्ञानिकता और सरसता के कारण भारत के प्रत्येक व्यक्ति की जिह्वा पर होगी। हिन्दी हमारे देश की शान और पहसचान है। यह कोई भाषा नहीं एक भाव है। यह हमारी एकता की सूत्र है। यह बातें शनिवार को हिन्दी साहित्य सम्मेलन में ‘हिन्दी-दिवस’ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह का उद्घाटन करते हुए, बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नंद किशोर…
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dainiksamachar · 2 months
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बिहार की राजीनति में पर्सनल रिश्तों का है बड़ा मोल, देवेश ठाकुर ने इसी के बूते लहराया जीत का परचम
पटना: टकराहट की राजनीत में निजी संबंधों के आधार पर चुनावी रण जीतते रहे हैं। वह चाहे की राजनीति में रहे तब या फिर जदयू की राजनीति में रहे तब। जाहिर है जीत ने इनके जिस व्यक्तित्व का विकास किया वहां सब कुछ भीतर छुपाकर रखना इनकी नियति नहीं बनी। खुला खेल फरुखावादी इनका अंदाज रहा। जब व्यक्तिगत संबंध में भी कटुता आई तो भी बिफरे। राजनीति की विसात पर इनकी चाल सीधी सीधी रही है। आइए जानते हैं इनके राजनीतिक अध्याय में टकराहट का इतिहास...। कांग्रेस की राजनीति और देवेश लोकसभा सांसद की राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से हुई। चुनावी राजनीति में 1990 में प्रवेश कारण चाहते थे। इस चाहने के पीछे आलाकमान की इजाजत भी थी। और वे किसी के इशारे पर रूनी सैदपुर से चुनाव लड़ना चाहते थे। तैयारिया भी पूरी थी। पर देवेश चंद्र ठाकुर कांग्रेस की गुटबाजी का शिकार हुए और रूनी सैदपुर की जगह बथनाहा विधान सभा से टिकट आवंटित हुआ। क्षेत्र नया था। फिर भी कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति से लड़े पर जीत नहीं मिली। तीसरे नंबर पर रहे। बीजेपी नेता ने बदल दी राजनीति की दिशा बथनाहा की हार के बाद कांग्रेस से दूरी मिली। बकौल देवेश चंद्र ठाकुर उस हार के बाद उनकी मुलाकात शुक्रवार के विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह से हुई। उन्होंने कहा हर तरफ से मजबूत शख्स आप हैं। आप स्नातक क्षेत्र से चुनाव में उतरे�� उनके सुझाव पर देवेश चंद्र ठाकुर तिरहुत स्नातक क्षेत्र से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते भी। यह वर्ष था 2002 का। इनकी जीत की दस्तक राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंची। और वे अगला चुनाव तिरहुत स्नातक क्षेत्र 2008 का चुनाव जनता दल यू से लड़ा और जीता भी। लेकिन जदयू के भीतरी राजनीति का शिकार हुए और इन्होंने जदयू से नाता तोड़ा और फिर निर्दलीय वर्ष 2014 का तिरहुत स्नातक क्षेत्र का चुनाव निर्दलीय लड़कर जीता और नीतीश कुमार के आस पास जुड़े लोगों को अपने आकार का बोध कराया। वर्ष 2020 का तिरहुत स्नातक क्षेत्र चुनाव तिरहुत स्नातक क्षेत्र 2020 के पहले जो भी मतभेद जदयू के रणनीतिकारों के साथ थे वह दूर हो गए। और फिर 2020 तिरहुत स्नातक क्षेत्र जदयू की टिकट से लड़ा और जीता भी। और फिर सभापति भी बने। 2024 लोकसभा चुनाव में नीजि संबंध भी टूटे यह पहला चुनाव होगा जिसमें देवेश चंद्र ठाकुर को नीजि संबंधों में टकराहट दिखी और अपने उन संबंधों पर वैसे बरसे जैस कोई साफ दिल का आदमी व्यक्त करता है। और कहा अब मैं यादव और मुसलमानों के लिए कोई काम नहीं करूंगा, क्योंकि उन्होंने मुझे वोट नहीं दिया है। यादव और मुसलमान अगर हमारे यहां आते हैं तो उनका स्वागत है। चाय पीजिए, मिठाई खाइए लेकिन मैं आपका कोई काम नहीं करूंगा। और अब अपनो पर बरसे जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर अपने स्वभाव के अनुकूल एक बार फिर बरसे। और अपने ही गठबंधन को धत्ता बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में हमें हराने के लिए सभी पार्टियों ने जोर लगा दिया था। हमको पता ही नहीं चला कि जेडीयू-बीजेपी हमारे आगे थी या पीछे। राजद, बीजेपी, जदयू, कांग्रेस, लिफ्ट सभी पार्टियों ने मिलकर उन्हें हराने की कोशिश की, लेकिन अपने व्यक्तिगत संबंधों के कारण वह चुनाव जीते हैं। http://dlvr.it/TBP3pG
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lallulalnews · 3 months
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#lallulal #lallulalnews @lallulalnews भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर कर दिया साफ; विधानसभा चुनाव में नीतीश ही चेहरा #bjp #nitishkumar #biharassemblyelections  #biharassemblyelections2025 #biharassemblyelections2020 #nitishkumar #nitishkumarresignation #nitishkumarmukul #nitishkumarcm Bihar : लोकसभा 2024 चुनाव के बाद अब बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कैसे चुनाव लड़ेगी। भाजपा का कहना है कि बिहार विधान सभा चुनाव भी नीतीश कुमार के साथ मिलकर लड़ेगी। nitish kumar,bihar assembly election 2020,bihar assembly elections,nitish kumar news,bihar cm nitish kumar,bihar elections,bihar elections 2020,nitish kumar jdu,nitish kumar bihar,bihar assembly election,bihar assembly election results live,nitish kumar latest news,cm nitish kumar,nitish kumar bihar election 2020,nitish kumar cm face,bihar assembly election result,nitish kumar resignation,bihar election 2020,nitish kumar bjp Lallu Lal (लल्लू लाल)- हे भैया सच्ची खबर तो लल्लू लाल ही देंगे..भारत के हर कोने से चुनी गई खबरों का संग्रह। भारत के राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर गहराई से जानकारी देना हमारा लक्ष्य है। हम यहाँ पर हर विषय को गहराई से देखते हैं, ताकि भारत के करोड़ों Online User के पास सही खबर मिले।
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nationalistbharat · 6 months
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भाजपा वाजपेयी युग से बहुत आगे,अबकी बार अकेले 370 पार 
पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले साल तीन विधान सभा चुनावों में कांग्रेस की हार और बिहार-केरल सहित पूरे देश में टूटते-बिखरते इंडी गठबंधन के बाद भी यदि जयराम रमेश 2004 की तरह कांग्रेस की सत्ता में वापसी की आस लगाये हैं, तो वे धरती पर नहीं, बल्कि मुर्खो के स्वप्न लोक (फूल्स पाराडाइज) में जी रहे हैं।   उन्होंने कहा कि आज की भाजपा वाजपेयी-युग की कमजोरियों से सबक लेकर 370…
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ourindia · 7 months
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brightattire · 7 months
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फ्लोर टेस्ट में नीतीश सरकार को मिला आरजेडी विधायकों का भी समर्थन, विपक्ष का वॉक आउट
नीतीश सरकार ने सोमवार को बिहार विधान सभा में विश्वासमत प्राप्त कर लिया. नीतीश सरकार के पक्ष में 129 वोट मिले जबकि इस दौरान विपक्ष ने वॉक आउट किया, इसलिए उसे 0 वोट मिले.
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deshbandhu · 11 months
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नीतीश के विवादित बयान को लेकर विधानसभा में विपक्ष का हंगामा जारी, कार्यवाही स्थगित |
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विवादित बयान को लेकर विधान सभा में गुरुवार को भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया, जिसके बाद सभा की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थापित कर दी गई । विधानसभा में पूर्वाह्न 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफा की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे ।
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bihar-teacher · 1 year
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Teacher Strike Patna: धरना प्रदर्शन के लिए पटना में उमड़ी भीड़! सरकार के खिलाफ शिक्षकों का हल्ला बोल!
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Teacher Strike Patna: शिक्षकों का राज्यकर्मी के दर्जे की माँग का मामला चरम पर पहुँच गया है। राज्य भर के शिक्षक राजधानी पटना में इस वक़्त मौजूद है। और अपनी मांग को लेकर अडिग हैं। शिक्षकों का कहना है की, बिना परीक्षा के ही उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा मिलना चाहिए। जिसको लेकर सरकार ने अब तक कोई अध्यादेश जारी नहीं किया है।
सरकार के फीअसले से शिक्षक नाराज़
आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से बिहार के सभी शिक्षक बिहार सरकार के फैसले से काफी नाराज हैं। और उनके खिलाफ जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल बिहार के शिक्षकों द्वारा राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग पर सरकार ने एक शर्त रखा और एक अध्यादेश जारी किया जिसमें यह साफ़-साफ़ लिखा के बिहार शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्ज़ा तभी मिलेगा जब वे BPSC परीक्षा पास करेंगे। Bihar Teacher Strike: बिहार की राजधानी पटना में शिक्षकों का जमघट! विधान सभा का करेंगे घेराव!
नौटंकी कर रही है सरकार।
इस फैसले को राज्य के लगभग सभी शिक्षकों ने नकार दिया और कहा अगर राज्य कर्मी का दर्जा नहीं देना था तो बिहार सरकार को नौटंकी करने की क्या जरूरत थी। जिसके बाद राज्य भर के शिक्षक उग्र हो गए और बिहार सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। जगह जगह प्रदर्शन के बाद भी जब सरकार का कोई बयान जारी नहीं हुआ तो बिहार शिक्षकों ने विधान सभा का घेराव करने का मन बनाया। बिहार शिक्षक की सभी ख़बरों को इस चैनल के माध्यम से देखा जा सकता है। जुड़े इस चैनल से https://youtu.be/dw67ONwQalw
विधान सभा का करेंगे घेराव
आज बिहार के पटना में हजारों की तादाद में शिक्षकों का जामवड़ा देखने को मिल रहा है। 11 जुलाई 2023 को विधान सभा का घेराव करने की तैयारी चल रही है। शिक्षकों का कहना है की अगर सरकार ने हमारी मांगे पूरी नहीं की तो सभी शिक्षक भूख हड़ताल पर बैठेंगे। साथ ही पटना पहुंचे सभी शिक्षक राज्य भर के उन शिक्षकों से पटना आने की गुजारिश की है जो अब तक पटना नहीं पहुंचे साथ ही उन्होंने कहा यह सब की लड़ाई है और हमें इसे मिल कर लड़ना होगा। इसे भी पढ़ें>>> शिक्षकों पर हुई बर्बरता से राज्य भर में गुस्से का माहौल! मुख्यमंत्री को बिहार शिक्षकों ने दिया मूर्खमंत्री का ख़िताब! Read the full article
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dailysarkariupdate · 1 year
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Bihar Vidhan Sabha Recruitment 2023 : बिहार विधानसभा में सुरक्षा गार्ड के पदों पर निकली भर्ती, यहां से करें ऑनलाइन अप्लाई
Bihar Vidhan Sabha Recruitment 2023 : बिहार विधानसभा द्वारा भर्ती के लिए एक अधिसूचना जारी की गई है. यह भर्ती यह भर्ती सिक्योरिटी गार्ड (सुरक्षा प्रहरी) के पदों भर्ती को लेकर जारी की गई है. बिहार विधान सभा सुरक्षा प्रहरी के 69 पदों पर भर्ती के लिए इच्छुक और योग्य उमिद्वारो से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए है. इन पदों शैक्षणिक योग्यता इंटर पास रखी गई है. इन पदों के लिए पुरुष और महिला दोनों आवेदन कर सकते…
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hindibits · 2 years
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सी.एम. नहीं बनने दूँगा - मनीष कश्यप ने क्यों कहा?
अपनी गिरफ्तारी को लेकर मनीष कश्यप ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर एक बहुत ही बड़ा बात अपने  ट्वीटर  प्रोफाईल से वीडियो डालकर ट्वीट किया है, कि वो तेजस्वी यादव को अगले विधान-सभा चुनाव में तेजस्वी को बिहार का सी.एम. नहीं बनने दूॉगा.
तमिलनाडु हिंसा फेक वीडियो की जांच होने और फैक्ट सामने आने के बाद, शौसल मीडिया पर गलत तरीके से फेक वीडियो और पोस्ट जारी करने के संंबंध में बिहार पुलिस ने कार्यवाई को आगे बढ़ाते हुए कुछ गिर्फतारियाॉं भी की है. इसी क्रम में यूट्यूब पर न्यूज चैनल @sachtaknews चलाने वाले मनीष कश्यप का भी नाम है, जिन्होंने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर जानलेवा हमले और हिंदी भाषियों को जान से मारने का वीडियो अपने…
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countryinsidenews · 19 days
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पटना /कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के माध्यम से कार्यकर्ताओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान होगा: तेजस्वी प्रसाद यादव
Kaushlendra Pandey /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय के कर्पूरी सभागार में में नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के ‘‘कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम’’ की तैयारी हेतु जिला अध्यक्ष, जिला प्रधान महासचिव, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक ,विधान पाषर्द, पुर्व विधान पार्षद, पूर्व प्रत्याशी विधान सभा एवं पूर्व प्रत्याशी लोकसभा की संयुक्त बैठक राजद के प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद…
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polkholposts · 2 years
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erchandanprasad · 2 years
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वर्ष 2024 के लोकसभा व 2025 के विधान सभा चुनाव में बिहार की जनता देगी जवाब, जीत भाजपा की होगी: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री Amit Shah जी
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dainiksamachar · 8 months
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नीतीश 16 के सियासी चक्रव्यूह में फंसे, सरकार में हिस्सेदारी और तेजस्वी के खेल से परेशान JDU
रमाकांत चंदन, पटना: बिहार की सियासी राजनीति के कुचक्र में जदयू की राजनीति फंसती जा रही है। राजनीतिक सूत्रों की माने तो एक तरफ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को अपने विधायकों की बाड़ेबंदी करनी है। वही दूसरी तरफ एनडीए में रह कर 16 सीटिंग सीट के लिए भी पसीना बहाना पड़ रहा है। इस दो तरफा राजनीति के बीच जनसुराज के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के इस कथन ने भी नीतीश कुमार को परेशान कर डाला है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि 2024 में नीतीश कुमार के जनता दल यू का द एंड, हो जायेगा। आरजेडी की सियासी नजर चर्चा ये है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की दृष्टि इन दिनों विधायकों के तोड़ने में लगी है। इस क्रम में वे ऐसे विधायक की तलाश कर रहे हैं जिनका महत्वाकांक्षा अभी सांसद बनने की है। या फिर वैसे विधायक जो जदयू में तो थे पर उन्हें अब इंडिया गठबंधन से ज्यादा उम्मीद बंध गई है। ऐसे लोगों की तलाश महागठबंधन के रणनीतिकारों को है। ऐसा इसलिए कि महागठबंधन से जदयू के निकल जाने के बाद जदयू के 16 सीटिंग सीटों किए सक्षम उम्मीदवार की जरूरत है। इस डिमांड के आधार पर तेजस्वी यादव अपना जाल बिछाए हुए हैं। सफल हुए तो खेला नहीं तो विपक्ष की राजनीति के साथ तो है ही। जदयू की मुश्किलें भाजपा के साथ एनडीए के शामिल दलों की हिस्सेदारी को ले कर मुश्किलें हो रही है। हिस्सेदारी का गणित अचानक से जदयू के एनडीए से जुड़ने के कारण हो गई है। सूत्र बता रहे हैं कि एनडीए गठबंधन में सीटों के संतुलित हिस्सेदारी को लेकर जदयू को 12 से 14 सीट पर तैयार किया जा रहा है। जदयू के रणनीतिकार ने तो इंडिया गठबंधन में 17 सीटें लॉक कर दी थी। अब यहां इस बात को ले कर अंडरस्टैंडिंग बनाई जा रही है। यही वजह भी है कि एनडीए के घटक दलों से भी सीट शेयरिंग पर कोई बातचीत नहीं हुई है। सीट शेयरिंग को ले कर हो रही देरी ने नीतीश कुमार की धड़कने बढ़ा दी है। स्वार्थी बिगाड़ सकते हैं खेल-बागी वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी मानते हैं चुनाव के मौके पर दल बदल की घटना होती है। लोग विधायक बनते हैं। फिर मंत्री बनने की इच्छा होती है। कभी कोई विधान सभा से लोक सभा की उम्मीद कर लेता है। लेकिन यह तभी संभव है जब उनके अनुकूल परिस्थिति बने। दल बदल के लिए निर्धारित संख्या उनके पास है या नहीं। यह काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन फिलवक्त तेजस्वी यादव की घोषणा में वह दम नहीं है। इसलिए उनका मिशन तत्काल तो संभव नहीं दिखता। अब रही एनडीए में रह जाए नीतीश कुमार का मिशन 16। इसकी भी संभावना कम दिखती है। अन्य दलों के लिए जदयू और भाजपा को बड़ा बनना होगा। नीतीश कुमार के सीएम पद की स्वीकृति के बाद अब 16 से कम लोकसभा चुनाव लड़ने पर सहमत होना नीतीश कुमार के लिए परेशानियों भरा होगा। पर रास्ता भी इन्हीं को निकालना होगा। ऐसा इसलिए कि भाजपा उन्हें सीएम पद के लिए स्वीकार कर चुकी है। http://dlvr.it/T2BGYH
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trendingwatch · 2 years
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जद (यू) के ब्रेकअवे शेक अप डायनेमिक्स के रूप में, यहां 2024 में बीजेपी और कांग्रेस के लिए स्टोर में क्या है
जद (यू) के ब्रेकअवे शेक अप डायनेमिक्स के रूप में, यहां 2024 में बीजेपी और कांग्रेस के लिए स्टोर में क्या है
बिहार में नई गठबंधन सरकार कांग्रेस के लिए खुशी का स्रोत रही है और उसने बड़ी पुरानी पार्टी को बिना अधिक राजनीतिक निवेश के सत्ता का फल काटने का मौका दिया है। कांग्रेस बिहार में जद (यू) और राजद (एक बार ��िर) के एक साथ आने के लिए समर्थन की घोषणा करने वाली पहली पार्टियों में से एक थी। इस कदम से कांग्रेस को अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा को चकमा देने का मौका मिल गया है। भाजपा के बिना नई सरकार के गठन के साथ, 243…
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