Bihar Murgi Palan Yojana 2023 : मुर्गी पालन से कमाएं लाखों रुपये ,ऐसे करे आवेदन
Bihar Murgi Palan Yojana 2023 : बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा मुर्गी पालन पर सब्सिडी देने के लिए एक योजना चलाई जाती है। इस योजना का नाम “बिहार पोल्ट्री फार्म योजना” है। इस योजना के तहत मुर्गी पालन के लिए पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ राज्य का कोई भी नागरिक उठा सकता है। उन्हें इस योजना का लाभ लेने के लिए बिहार पोल्ट्री…
बकरी, मुर्गी (कुकड़ी), गाय, गधा, सूअर को खाते हैं। भक्ति की (रीस) नकल भी करते हैं। ऐसे पाप करने वालों से परमात्मा दूर है। जीव हत्या करने वाले नरक के भागी।
बैकयार्ड मुर्गीपालन में कैरी निर्भीक नस्ल की क्या है ख़ासियत? क्यों बन रही मुर्गीपालकों की पसंद?
जानिए बैकयार्ड मुर्गीपालन में कैरी निर्भीक नस्ल का पालन कैसे करें
ग्रामीण इलाकों में रोज़गार और आमदनी बढ़ाने का एक बेहतरीन ज़रिया है घर के पिछवाड़े यानी बैकयार्ड में मुर्गी पालन करना। बैकयार्ड मुर्गी पालन से मुनाफ़ा बढ़ाने के लिए, वैज्ञानिक मुर्गियों की उन्नत नस्ल विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। ऐसी ही एक नस्ल है कैरी निर्भीक।
मुर्गीपालन (Poultry Farming): छोटे किसानों और ग्रामीण युवाओं की आमदनी बढ़ाने के साथ ही उनकी पोषण की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बैकयार्ड मुर्गी पालन (Backyard Poultry Farming) एक अच्छा विकल्प है। साथ ही देश में अंडे और चिकन की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भी मुर्गी पालन को बढ़ावा देना ज़रूरी है। इसलिए वैज्ञानिक लगातार इसकी उन्नत नस्ल विकसित करते रहते हैं।
ऐसी ही एक नस्ल है कैरी निर्भीक जिसे केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (CARI) ने विकसित किया है। बैकयार्ड मुर्गीपालन करने वाले किसानों के लिए ये नस्ल बहुत ही बेहतरीन है, क्योंकि ये उनकी कई समस्याओं का समाधान करके मुनाफ़ा बढ़ाने में मदद करती है।
बैकयार्ड के लिए बेस्ट
कैरी निर्भीक रंगीन और दोहरे प्रकार का देसी चिकन है, जिसका उत्पादन ख़ासतौर पर अंडे और मांस के लिए किया जाता है। इस नस्ल की ख़ासियत ये है कि ये बैकयार्ड मुर्गी पालन में आने वाली सभी समस्याओं को दूर करते है जैसे- शिकार की समस्या, प्रतिकूल जलवायु, खराब पोषण और उत्पादकता। दरअसल, ये पक्षी कठोर प्रकृति का है, इसका पंख रंगीन, शरीर हल्का, प्रतिरक्षा बेहतर और विकास दर अच्छी होने की वजह ये सभी समस्याओं से निपटने में सक्षम है। इसकी अंडे देने की क्षमता भी ज़्यादा है।
कैरी निर्भीक की अहम विशेषताएं
पक्षियों की ये नस्ल अपने उग्र और लड़ाकू स्वभाव के लिए जानी जाती है। इनका चलने का तरीका भी दूसरी मुर्गी से अलग होता है। ये शुद्ध देसी मुर्गी है। इनका रंग लाला और पीला होता है, गर्दन लंबी और टांगे मज़बूत होती हैं। सालाना ये मुर्गी 170 से 190 अंडे देती है। इसे घर के पीछे की थोड़ी सी जगह में भी पाला जा सकता है। जिन किसानों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, वो भी कम खर्च में मुर्गी पालन की शुरुआत कर सकते हैं।
murgi palan कैसे करें मुर्गी पालन कम लागत में होगा ज्यादा मुनाफा
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murgi palan की शुरुआत कैसे करें कुछ सालों पहले तक देश में खेती करना घाटे का सौदा माना जाता था लेकिन आप कई ऐसे लोग हैं । जो खेती करके ही लाखों रुपए कमा ले रहे हैं, कई लोगों ने तो नौकरी छोड़कर खेती को ही अपना पैसा बना लिया है इसी तरह इन दिनों कृषि व्यवसाय बहुत अच्छा कर रहा है। मुर्गी पालन का बिजनेस कर के कई लोग लाभ कमा रहे हैं यह उन…
अगलगी में चार मुर्गी फार्म जलकर राख, 1000 मुर्गियां सहित लाखो की संपत्ति जलकर राख
मोतिहारी। कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बखरी-कल्याणपुर पंचायत की सीमा पर स्थित बबुआवन गांव में अचानक लगी आग में चार मुर्गी फार्म जल कर राख हो गई। इस घटना में लगभग 1000 मुर्गियों के अलावा लाखो की संपत्ति जल गई। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
घटना मंगलवार की देर रात की है। फिलहाल आग लगने के कारणो का पता नहीं चल पाया है। पीड़ित मुर्गी फार्म…
असली प्रेम कहानी: जब एक आदमी ने एक मुर्गे को पिंजरे में बंद कर दिया, तो देखिए मुर्गी कैसे छूटी
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वायरल वीडियो: प्यार एक खूबसूरत एहसास है, जिसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है। असली प्रेम कहानी प्यार करने वाले इतिहास बनाते हैं। अपने प्यार को अमर बनाने के लिए लोग कुछ भी करते हैं। ताजमहल इसका जीता जागता उदाहरण है। इंसानों की तरह जानवर और पक्षी भी प्यार करते हैं। वे एक दूसरे का समर्थन भी चाहते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स ने एक…
परमात्मा कबीर जी ने कहा कि हे काजी तथा मुल्ला! सुनो, आप मुर्गे को मारते हो तो पाप है। आगे किसी जन्म में मुर्गी तो काजी बनेगा, काजी मुर्गा बनेगा, तब वह मुर्गे वाली आत्मा मारेगी स्वर्ग नहीं मिलेगा, नरक में जाओगे।
जो व्यक्ति जीवन हिंसा करतें हैं (गाय,बकरी,सुअर, मुर्गी, मनुष्य आदि किसी भी प्राणी को स्वार्थवश मारते हैं) वो महापापी है, वो कभी मुक्ति प्राप्त नहीं हो सकते हैं
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बकरी, मुर्गी (कुकड़ी), गाय, गधा, सूअर को खाते हैं। भक्ति की (रीस) नकल भी करते हैं। ऐसे पाप करने वालों से परमात्मा दूर है। जीव हत्या करने वाले नरक के भागी।
भगवान ने यह आदेश नहीं दिया कि हमें मांस खाना चाहिए!
जो लोग स्वार्थ के लिए जीवित प्राणियों (चाहे वह गाय, सुअर, बकरी, मुर्गी, इंसान या कोई अन्य प्राणी हो) के खिलाफ हिंसा करते हैं, वे महान पापी हैं और उन्हें कभी मुक्ति नहीं मिलती
कबीर-जीव हनै हिंसा करै,प्रगट पाप सिर होय। निगम पुनि ऐसे पाप तें,भिस्त गया नहिं कोय।।
जो व्यक्ति जीव हिंसा करते हैं (चाहे गाय सूअर, बकरी,मुर्गी,मनुष्य,आदि किसी भी प्राणी को स्वार्थवश मारते हैं)वे महापापी हैं,वे कभी मुक्ति प्राप्त नहीं कर सकते ।
मांस खाने का आदेश भगवान का नहीं! कबीर-जीव हनै हिंसा करै, प्रगट पाप सिर होय । निगम पुनि ऐसे पाप तें, भिस्त गया नहिं कोय ।। जो व्यक्ति जीव हिंसा करते हैं (चाहे गाय, सूअर, बकरी, मुर्गी, मनुष्य, आदि किसी भी प्राणी को स्वार्थवश मारते है) वे महापापी हैं, वे कभी मुक्ति प्राप्त नहीं कर सकते ।