Tumgik
#शुक्रवारव्रतकामहत्त्व
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
शुक्रवार को इस विधि से पूजा करें, जरूर प्रसन्न होगी धन की देवी लक्ष्मी
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि..
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार को इस विधि से करें पूजा-अर्चना, जरूर होगी शुभ फल की प्राप्ति
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि...
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
शुक्रवार को मां संतोषी की पूजा करने से होगी सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए। संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए। इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें। Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
शुक्रवार को मां संतोषी की पूजा करने से होगी सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व मान्यता है कि शुक्रवार के दिन मात��� लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए। संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए। इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें। Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
शुक्रवार को इस तरह पूजा करके आप बन सकते हैं धनवान, जरूर बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता समर्पित है। इसके मुताबिक शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का दिन होता है। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं इस व्रत का महत्व और पूजन-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व शुक्रवार का दिन मां लक्ष्‍मी की उपासना के लिए सबसे उपयुक्‍त माना जाता है। मान्यता है कि लक्ष्मी जी की पूजा करने से व्यक्ति के घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता है। लक्ष्मी जी को हिंदू धर्म में सुख-समृद्धि, धन, वैभव तथा ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। इसके अलावा यह व्रत धन, विवाह, बच्चे और भौतिकवादी सुख प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत पूजन-विधि शुक्रवार को पूरे दिन व्रत रख शाम को स्नान के बाद माता लक्ष्मी की पूजा करें। वैभव लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र की पूजा में खासतौर पर लाल चंदन, गंध, लाल वस्त्र, लाल फूल अर्पित करें। पूजा के बाद दान का अधिक महत्व है। पूजा के बाद समृद्धि व शांति की इच्छा से इस वैभव लक्ष्मी मंत्र का यथाशक्ति जप करें- या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी। या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥ या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी। सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥ ये भी पढ़े... सुख, शांति और समृद्धि के लिए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा शनिवार के दिन इस तरह पूजन से प्रसन्‍न होंगे शनिदेव, जानिए व्रत का महत्व और पूजा-विधि मनचाही सफलता के लिए रविवार को इस विधि से करें सूर्य देवता की पूजा Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
शुक्रवार की शाम इस तरह करें माता लक्ष्मी की पूजा, दूर होगी धन से जुड़ी समस्या
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता समर्पित है। इसके मुताबिक शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का दिन होता है। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं इस व्रत का महत्व और पूजन-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व शुक्रवार का दिन मां लक्ष्‍मी की उपासना के लिए सबसे उपयुक्‍त माना जाता है। मान्यता है कि लक्ष्मी जी की पूजा करने से व्यक्ति के घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता है। लक्ष्मी जी को हिंदू धर्म में सुख-समृद्धि, धन, वैभव तथा ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। इसके अलावा यह व्रत धन, विवाह, बच्चे और भौतिकवादी सुख प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत पूजन-विधि शुक्रवार को पूरे दिन व्रत रख शाम को स्नान के बाद माता लक्ष्मी की पूजा करें। वैभव लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र की पूजा में खासतौर पर ल��ल चंदन, गंध, लाल वस्त्र, लाल फूल अर्पित करें। पूजा के बाद दान का अधिक महत्व है। पूजा के बाद समृद्धि व शांति की इच्छा से इस वैभव लक्ष्मी मंत्र का यथाशक्ति जप करें- या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी। या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥ या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी। सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥ ये भी पढ़े... सुख, शांति और समृद्धि के लिए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा शनिवार के दिन इस तरह पूजन से प्रसन्‍न होंगे शनिदेव, जानिए व्रत का महत्व और पूजा-विधि मनचाही सफलता के लिए रविवार को इस विधि से करें सूर्य देवता की पूजा Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
शुक्रवार की शाम इस तरह करें माता लक्ष्मी की पूजा, दूर होगी धन से जुड़ी समस्या
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता समर्पित है। इसके मुताबिक शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का दिन होता है। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं इस व्रत का महत्व और पूजन-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व शुक्रवार का दिन मां लक्ष्‍मी की उपासना के लिए सबसे उपयुक्‍त माना जाता है। मान्यता है कि लक्ष्मी जी की पूजा करने से व्यक्ति के घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता है। लक्ष्मी जी को हिंदू धर्म में सुख-समृद्धि, धन, वैभव तथा ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। इसके अलावा यह व्रत धन, विवाह, बच्चे और भौतिकवादी सुख प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत पूजन-विधि शुक्रवार को पूरे दिन व्रत रख शाम को स्नान के बाद माता लक्ष्मी की पूजा करें। वैभव लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र की पूजा में खासतौर पर लाल चंदन, गंध, लाल वस्त्र, लाल फूल अर्पित करें। पूजा के बाद दान का अधिक महत्व है। पूजा के बाद समृद्धि व शांति की इच्छा से इस वैभव लक्ष्मी मंत्र का यथाशक्ति जप करें- या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी। या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥ या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी। सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥ ये भी पढ़े... सुख, शांति और समृद्धि के ���िए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा शनिवार के दिन इस तरह पूजन से प्रसन्‍न होंगे शनिदेव, जानिए व्रत का महत्व और पूजा-विधि मनचाही सफलता के लिए रविवार को इस विधि से करें सूर्य देवता की पूजा Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
माता लक्ष्मी की पानी है कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि..
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
माता लक्ष्मी की पानी है कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि..
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
सुख, शांति और समृद्धि के लिए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए। संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए। इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें। ये भी पढ़े... पाना चाहते हैं लक्ष्मी माता की कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें मां की पूजा-अर्चना घर में सुख-समृद्धि पाने के लिए बुधवार को भगवान गणेश की ऐसे करें पूजा ये हैं भगवान गणेश का ऐसा अनोखा मंदिर जहां लगातार बढ़ रहा है मूर्ति का आकार Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
सुख, शांति और समृद्धि के लिए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्���वार व्रत का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए। संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए। इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें। ये भी पढ़े... पाना चाहते हैं लक्ष्मी माता की कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें मां की पूजा-अर्चना घर में सुख-समृद्धि पाने के लिए बुधवार को भगवान गणेश की ऐसे करें पूजा ये हैं भगवान गणेश का ऐसा अनोखा मंदिर जहां लगातार बढ़ रहा है मूर्ति का आकार Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
सुख, शांति और समृद्धि के लिए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए। संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए। इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें। ये भी पढ़े... पाना चाहते हैं लक्ष्मी माता की कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें मां की पूजा-अर्चना घर में सुख-समृद्धि पाने के लिए बुधवार को भगवान गणेश की ऐसे करें पूजा ये हैं भगवान गणेश का ऐसा अनोखा मंदिर जहां लगातार बढ़ रहा है मूर्ति का आकार Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
माता लक्ष्मी की पानी है कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि..
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
माता लक्ष्मी की पानी है कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि..
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
सुख, शांति और समृद्धि के लिए शुक्रवार को ऐसे करें मां संतोषी की पूजा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
Tumblr media
शुक्रवार व्रत का महत्व मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।
Tumblr media
शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए। संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए। इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें। ये भी पढ़े... पाना चाहते हैं लक्ष्मी माता की कृपा, तो शुक्रवार को इस विधि से करें मां की पूजा-अर्चना घर में सुख-समृद्धि पाने के लिए बुधवार को भगवान गणेश की ऐसे करें पूजा ये हैं भगवान गणेश का ऐसा अनोखा मंदिर जहां लगातार बढ़ रहा है मूर्ति का आकार Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार को इस विधि से करें पूजा-अर्चना, होगी शुभ फल की प्राप्ति
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक रहना तय नहीं। जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा खासतौर से करें। इस‍ दिन व्रत रखने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा-विधि..
Tumblr media
मां लक्ष्मी की पूजा-विधि- मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है। पूजा के दौरान पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, फूल, नारियल, तांबे का कलश, लाल कपड़ा और घी होना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी और गणपति बप्पा की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सबसे पहले गणपति बप्पा और फिर लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस पूजा में गणपति बप्पा और लक्ष्मीजी के साथ भगवान विष्णु की स्थापना जरूर करें। शुक्रवार के दिन भोजन और धन दान करना बेहद शुभ माना गया है। मां लक्ष्मी के विशेष स्वरूप हैं, जिनकी उपासना शुक्रवार के दिन करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े... शुक्रवार को दही खाने का होता है विशेष महत्व, जानिए वजह शुक्रवार की रात मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, इन उपायों को अपनाएंगे तो हमेशा बरसेगी कृपा गुप्‍त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी से लेकर गुरु पूर्णिमा तक, जुलाई में आने वाले हैं ये महत्वपूर्ण तीज-त्योहार   Read the full article
0 notes