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chaitanyabharatnews · 5 years
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आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर
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चैतन्य भारत न्यूज दुनियाभर में कहर मचाने के बाद कोरोना वायरस अब भारत में भी धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर रहा है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 300 तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या अबतक 4 है। कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से कई हद तक मिलते-जुलते हैं। इन दोनों में फर्क करना बड़ा मुश्किल है। हालांकि, कुछ लक्षणों को अगर बारीकी से देखा या समझा जाए तो कोरोना वायरस के लक्षण आसानी से समझ आ सकते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); कोरोना वायरस के खास लक्षण विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से बहुत मिलते जुलते हैं। इस वायरस की चपेट में आने के बाद मरीज तेज बुखार आने लगता है। उसे सूखी खांसी भी होने लगती है और जुकाम की समस्या भी शुरू हो जाती है। मांसपेशियों में दर्द रहता है और थकावट महसूस होने लगती है। मौसमी फ्लू में भी इस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। मौसमी फ्लू में भी बुखार, सूखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द, थकान, सिरदर्द, गला दर्द जुकाम जैसी समस्याएं होती हैं।
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कब दिखते हैं लक्षण कोरोना के लक्षण दो से दस दिन के बीच में दिखना शुरू हो जाते हैं। चूंकि, इसके वायरस के लक्षण देर से दिखते हैं इसकी वजह से लोग बाहर से बीमार नहीं लगते और संक्रमण आसानी से फैलने लगता है। बहती नाक और खराश का मतलब क्या है? अगर आपकी नाक बह रही हो और गले में खराश हो तो इसका मतलब ये हुआ कि आपको कोरोना ने नहीं बल्कि फ्लू या कॉमन कोल्ड की दिक्कत है। इन दोनों में हमारी सांस की प्रणाली का ऊपरी हिस्सा प्रभावित होता है कम दिखने वाले लक्षण कोरोना वायरस में सिरदर्द, बलगम में खून और दस्त जैसी समस्याएं कम ही दिखती हैं। जबकि मौसमी फ्लू में भी दस्त या उल्टी जैसे लक्षण नहीं दिखते हैं। ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण अगर आपको बुखार आ रहा है साथ में सूखी खांसी हो सांस लेने में आप दिक्कत महसूस कर रहे हों मांसपेशियों में दर्द महसूस कर रहे हों साथ ही थकान आपको लगातार घेर रही हो ये भी कोरोना वायरस के संकेत हो सकते हैं आपको बलगम बनने लगे बलगम से खून आए लगातार सिर दर्द महसूस हो साथ ही पेट खराब रहे और दस्त होने लगें ये कोरोना के संकेत नहीं हैं आपकी नाक बह रही हो गले में आप भारीपन या खराश महसूस करें क्या है इलाज? अब तक कोरोना वायरस का कोई टीका, दवा या इलाज उपलब्ध नहीं है। वहीं मौसमी फ्लू और सामान्य कोल्ड के लिए कई तरह के वैक्सीन उपलब्ध हैं। कोरोना से बचने के उपाय इस वायरस से बचने के लिए हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है। आपको अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखना पड़ेगा। खांसते समय टिश्यू मुंह पर रखें। समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें। व्यक्ति को कम से कम 20 सेकंड तक अच्छे से हाथ धोना चाहिए। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सैनिटाइजर से ज्यादा साबुन बेहतर विकल्प है। ये भी पढ़े... शरीर में धीरे-धीरे बढ़ने लगते हैं कोरोना वायरस के लक्षण, आप भी हो जाइए सतर्क क्या गर्मी में भी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस? विशेषज्ञों ने दिया ये जवाब Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें Read the full article
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kaahanayurveda · 5 years
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सर्दी, जुकाम खाँसी कोरोना नहीं है जाने सच! || Coronavirus Diseases, Coro...
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chaitanyabharatnews · 5 years
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क्या गर्मी में कोरोना का खतरा कम हो जाएगा या नॉनवेज खाने से यह वायरस फैलेगा? यहां देखें कोरोना से संबंधित सभी सवालों के जवाब
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चैतन्य भारत न्यूज भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में करीब 300 लोग आ गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को देशभर में 'जनता कर्फ्यू' की अपील की है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में कई सारे सवाल हैं। दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दैनिक भास्कर समूह से बातचीत के दौरान कोरोना वायरस से संबंधित कई सवालों के जवाब दिए हैं। आइए जानते हैं- (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); ज्यादातर लोगों का यही सवाल है कि क्या जनता कर्फ्यू से कोरोना वायरस का संक्रमण रुकेगा? इसका जवाब देते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह उस दिशा में एक कदम है कि हमें कैसे घर पर रहना है। अगर हम लोगों को कई दिन तक घर पर रहने के लिए कहे तो वे इसके लिए भी तैयार रहें। खुले वातावरण, सतह पर लगे वायरस के संक्रमण पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा। क्या वायरस गर्मी आने पर खत्म हो जाएगा? इसके जवाब में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कम तापमान के दौरान वायरस वातावरण में अधिक देर तक जीवित रहता है। गर्मी आने से वायरस कम समय तक जीवित रहेगा। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी कम हो जाएगा। क्या कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए 1 दिन का बंद पर्याप्त है? इसके जवाब में उन्होंने कहा- नहीं सतह से भले वायरस खत्म हो जाए लेकिन यदि संक्रमित व्यक्ति एक दिन के बंद के बाद बाहर आता है तो वह कई लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि पूरे ठीक होने तक संक्रमित व्यक्ति घर में ही रहे। वायरस से बेहतर बचाव का तरीका बताते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा, सोशल दूरी और बार-बार हाथ धोना इसका सबसे अच्छा विकल्प है। किसी के फासले पर ड्रॉपलेट इंफेक्शन होता है तो 1 से 2 मीटर दूरी तक जाता है। संक्रमित व्यक्ति मुंह पर हाथ लगाता है तो वह उसके हाथ से किसी सतह, जगह को संक्रमित करता है। जब अन्य व्यक्ति संक्रमित वाले से हाथ मिलाता है या फिर संक्रमित सतह छूकर मुंह, नाक छूता है तो वह उसमें भी आ जाता है। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि मोबाइल, फोन, रिमोट, स्विच, दरवाजे के हैंडल की सतह पर भी वायरस लग सकते हैं। ��से सामान की सतह पर वायरस जिंदा रहता है इसलिए इसे भी साफ करना बेहद जरूरी है। कोरोना वायरस नॉनवेज खाने से नहीं फैलता है। लेकिन डॉ. गुलेरिया का कहना है कि जो भी नॉनवेज खा रहें है वह पहले उसे पूरी तरह से पका लें और फिर ही खाएं। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि कोरोनावायरस फिलहाल भारत में दूसरी स्टेज पर है और हमें इसे कम्यूनिट संक्रमण वाली तीसरे स्टेज में जाने से रोकना है। ये भी पढ़े... Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें  आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर कोरोना से बचने के लिए घर पर ही बना सकते हैं सैनेटाइजर जेल, इस विधि से करें तैयार Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर
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चैतन्य भारत न्यूज दुनियाभर में कहर मचाने के बाद कोरोना वायरस अब भारत में भी धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर रहा है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 300 तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या अबतक 4 है। कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से कई हद तक मिलते-जुलते हैं। इन दोनों में फर्क करना बड़ा मुश्किल है। हालांकि, कुछ लक्षणों को अगर बारीकी से देखा या समझा जाए तो कोरोना वायरस के लक्षण आसानी से समझ आ सकते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); कोरोना वायरस के खास लक्षण विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से बहुत मिलते जुलते हैं। इस वायरस की चपेट में आने के बाद मरीज तेज बुखार आने लगता है। उसे सूखी खांसी भी होने लगती है और जुकाम की समस्या भी शुरू हो जाती है। मांसपेशियों में दर्द रहता है और थकावट महसूस होने लगती है। मौसमी फ्लू में भी इस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। मौसमी फ्लू में भी बुखार, सूखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द, थकान, सिरदर्द, गला दर्द जुकाम जैसी समस्याएं होती हैं।
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कब दिखते हैं लक्षण कोरोना के लक्षण दो से दस दिन के बीच में दिखना शुरू हो जाते हैं। चूंकि, इसके वायरस के लक्षण देर से दिखते हैं इसकी वजह से लोग बाहर से बीमार नहीं लगते और संक्रमण आसानी से फैलने लगता है। बहती नाक और खराश का मतलब क्या है? अगर आपकी नाक बह रही हो और गले में खराश हो तो इसका मतलब ये हुआ कि आपको कोरोना ने नहीं बल्कि फ्लू या कॉमन कोल्ड की दिक्कत है। इन दोनों में हमारी सांस की प्रणाली का ऊपरी हिस्सा प्रभावित होता है कम दिखने वाले लक्षण कोरोना वायरस में सिरदर्द, बलगम में खून और दस्त जैसी समस्याएं कम ही दिखती हैं। जबकि मौसमी फ्लू में भी दस्त या उल्टी जैसे लक्षण नहीं दिखते हैं। ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण अगर आपको बुखार आ रहा है साथ में सूखी खांसी हो सांस लेने में आप दिक्कत महसूस कर रहे हों मांसपेशियों में दर्द महसूस कर रहे हों साथ ही थकान आपको लगातार घेर रही हो ये भी कोरोना वायरस के संकेत हो सकते हैं आपको बलगम बनने लगे बलगम से खून आए लगातार सिर दर्द महसूस हो साथ ही पेट खराब रहे और दस्त होने लगें ये कोरोना के संकेत नहीं हैं आपकी नाक बह रही हो गले में आप भारीपन या खराश महसूस करें क्या है इलाज? अब तक कोरोना वायरस का कोई टीका, दवा या इलाज उपलब्ध नहीं है। वहीं मौसमी फ्लू और सामान्य कोल्ड के लिए कई तरह के वैक्सीन उपलब्ध हैं। कोरोना से बचने के उपाय इस वायरस से बचने के लिए हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है। आपको अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखना पड़ेगा। खांसते समय टिश्यू मुंह पर रखें। समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें। व्यक्ति को कम से कम 20 सेकंड तक अच्छे से हाथ धोना चाहिए। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सैनिटाइजर से ज्यादा साबुन बेहतर विकल्प है। ये भी पढ़े... शरीर में धीरे-धीरे बढ़ने लगते हैं कोरोना वायरस के लक्षण, आप भी हो जाइए सतर्क क्या गर्मी में भी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस? विशेषज्ञों ने दिया ये जवाब Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर
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चैतन्य भारत न्यूज दुनियाभर में कहर मचाने के बाद कोरोना वायरस अब भारत में भी धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर रहा है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 300 तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या अबतक 4 है। कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से कई हद तक मिलते-जुलते हैं। इन दोनों में फर्क करना बड़ा मुश्किल है। हालांकि, कुछ लक्षणों को अगर बारीकी से देखा या समझा जाए तो कोरोना वायरस के लक्षण आसानी से समझ आ सकते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); कोरोना वायरस के खास लक्षण विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से बहुत मिलते जुलते हैं। इस वायरस की चपेट में आने के बाद मरीज तेज बुखार आने लगता है। उसे सूखी खांसी भी होने लगती है और जुकाम की समस्या भी शुरू हो जाती है। मांसपेशियों में दर्द रहता है और थकावट महसूस होने लगती है। मौसमी फ्लू में भी इस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। मौसमी फ्लू में भी बुखार, सूखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द, थकान, सिरदर्द, गला दर्द जुकाम जैसी समस्याएं होती हैं।
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कब दिखते हैं लक्षण कोरोना के लक्षण दो से दस दिन के बीच में दिखना शुरू हो जाते हैं। चूंकि, इसके वायरस के लक्षण देर से दिखते हैं इसकी वजह से लोग बाहर से बीमार नहीं लगते और संक्रमण आसानी से फैलने लगता है। बहती नाक और खराश का मतलब क्या है? अगर आपकी नाक बह रही हो और गले में खराश हो तो इसका मतलब ये हुआ कि आपको कोरोना ने नहीं बल्कि फ्लू या कॉमन कोल्ड की दिक्कत है। इन दोनों में हमारी सांस की प्रणाली का ऊपरी हिस्सा प्रभावित होता है कम दिखने वाले लक्षण कोरोना वायरस में सिरदर्द, बलगम में खून और दस्त जैसी समस्याएं कम ही दिखती हैं। जबकि मौसमी फ्लू में भी दस्त या उल्टी जैसे लक्षण नहीं दिखते हैं। ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण अगर आपको बुखार आ रहा है साथ में सूखी खांसी हो सांस लेने में आप दिक्कत महसूस कर रहे हों मांसपेशियों में दर्द महसूस कर रहे हों साथ ही थकान आपको लगातार घेर रही हो ये भी कोरोना वायरस के संकेत हो सकते हैं आपको बलगम बनने लगे बलगम से खून आए लगातार सिर दर्द महसूस हो साथ ही पेट खराब रहे और दस्त होने लगें ये कोरोना के संकेत नहीं हैं आपकी नाक बह रही हो गले में आप भारीपन या खराश महसूस करें क्या है इलाज? अब तक कोरोना वायरस का कोई टीका, दवा या इलाज उपलब्ध नहीं है। वहीं मौसमी फ्लू और सामान्य कोल्ड के लिए कई तरह के वैक्सीन उपलब्ध हैं। कोरोना से बचने के उपाय इस वायरस से बचने के लिए हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है। आपको अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखना पड़ेगा। खांसते समय टिश्यू मुंह पर रखें। समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें। व्यक्ति को कम से कम 20 सेकंड तक अच्छे से हाथ धोना चाहिए। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सैनिटाइजर से ज्यादा साबुन बेहतर विकल्प है। ये भी पढ़े... शरीर में धीरे-धीरे बढ़ने लगते हैं कोरोना वायरस के लक्षण, आप भी हो जाइए सतर्क क्या गर्मी में भी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस? विशेषज्ञों ने दिया ये जवाब Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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क्या गर्मी में कोरोना का खतरा कम हो जाएगा या नॉनवेज खाने से यह वायरस फैलेगा? यहां देखें कोरोना से संबंधित सभी सवालों के जवाब
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चैतन्य भारत न्यूज भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में करीब 300 लोग आ गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को देशभर में 'जनता कर्फ्यू' की अपील की है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में कई सारे सवाल हैं। दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दैनिक भास्कर समूह से बातचीत के दौरान कोरोना वायरस से संबंधित कई सवालों के जवाब दिए हैं। आइए जानते हैं- (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); ज्यादातर लोगों का यही सवाल है कि क्या जनता कर्फ्यू से कोरोना वायरस का संक्रमण रुकेगा? इसका जवाब देते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह उस दिशा में एक कदम है कि हमें कैसे घर पर रहना है। अगर हम लोगों को कई दिन तक घर पर रहने के लिए कहे तो वे इसके लिए भी तैयार रहें। खुले वातावरण, सतह पर लगे वायरस के संक्रमण पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा। क्या वायरस गर्मी आने पर खत्म हो जाएगा? इसके जवाब में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कम तापमान के दौरान वायरस वातावरण में अधिक देर तक जीवित रहता है। गर्मी आने से वायरस कम समय तक जीवित रहेगा। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी कम हो जाएगा। क्या कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए 1 दिन का बंद पर्याप्त है? इसके जवाब में उन्होंने कहा- नहीं सतह से भले वायरस खत्म हो जाए लेकिन यदि संक्रमित व्यक्ति एक दिन के बंद के बाद बाहर आता है तो वह कई लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि पूरे ठीक होने तक संक्रमित व्यक्ति घर में ही रहे। वायरस से बेहतर बचाव का तरीका बताते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा, सोशल दूरी और बार-बार हाथ धोना इसका सबसे अच्छा विकल्प है। किसी के फासले पर ड्रॉपलेट इंफेक्शन होता है तो 1 से 2 मीटर दूरी तक जाता है। संक्रमित व्यक्ति मुंह पर हाथ लगाता है तो वह उसके हाथ से किसी सतह, जगह को संक्रमित करता है। जब अन्य व्यक्ति संक्रमित वाले से हाथ मिलाता है या फिर संक्रमित सतह छूकर मुंह, नाक छूता है तो वह उसमें भी आ जाता है। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि मोबाइल, फोन, रिमोट, स्विच, दरवाजे के हैंडल की सतह पर भी वायरस लग सकते हैं। ऐसे सामान की सतह पर वायरस जिंदा रहता है इसलिए इसे भी साफ करना बेहद जरूरी है। कोरोना वायरस नॉनवेज खाने से नहीं फैलता है। लेकिन डॉ. गुलेरिया का कहना है कि जो भी नॉनवेज खा रहें है वह पहले उसे पूरी तरह से पका लें और फिर ही खाएं। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि कोरोनावायरस फिलहाल भारत में दूसरी स्टेज पर है और हमें इसे कम्यूनिट संक्रमण वाली तीसरे स्टेज में जाने से रोकना है। ये भी पढ़े... Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें  आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर कोरोना से बचने के लिए घर पर ही बना सकते हैं सैनेटाइजर जेल, इस विधि से करें तैयार Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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क्या गर्मी में कोरोना का खतरा कम हो जाएगा या नॉनवेज खाने से यह वायरस फैलेगा? यहां देखें कोरोना से संबंधित सभी सवालों के जवाब
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चैतन्य भारत न्यूज भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में करीब 300 लोग आ गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को देशभर में 'जनता कर्फ्यू' की अपील की है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में कई सारे सवाल हैं। दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दैनिक भास्कर समूह से बातचीत के दौरान कोरोना वायरस से संबंधित कई सवालों के जवाब दिए हैं। आइए जानते हैं- (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); ज्यादातर लोगों का यही सवाल है कि क्या जनता कर्फ्यू से कोरोना वायरस का संक्रमण रुकेगा? इसका जवाब देते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह उस दिशा में एक कदम है कि हमें कैसे घर पर रहना है। अगर हम लोगों को कई दिन तक घर पर रहने के लिए कहे तो वे इसके लिए भी तैयार रहें। खुले वातावरण, सतह पर लगे वायरस के संक्रमण पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा। क्या वायरस गर्मी आने पर खत्म हो जाएगा? इसके जवाब में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कम तापमान के दौरान वायरस वातावरण में अधिक देर तक जीवित रहता है। गर्मी आने से वायरस कम समय तक जीवित रहेगा। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी कम हो जाएगा। क्या कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए 1 दिन का बंद पर्याप्त है? इसके जवाब में उन्होंने कहा- नहीं सतह से भले वायरस खत्म हो जाए लेकिन यदि संक्रमित व्यक्ति एक दिन के बंद के बाद बाहर आता है तो वह कई लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि पूरे ठीक होने तक संक्रमित व्यक्ति घर में ही रहे। वायरस से बेहतर बचाव का तरीका बताते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा, सोशल दूरी और बार-बार हाथ धोना इसका सबसे अच्छा विकल्प है। किसी के फासले पर ड्रॉपलेट इंफेक्शन होता है तो 1 से 2 मीटर दूरी तक जाता है। संक्रमित व्यक्ति मुंह पर हाथ लगाता है तो वह उसके हाथ से किसी सतह, जगह को संक्रमित करता है। जब अन्य व्यक्ति संक्रमित वाले से हाथ मिलाता है या फिर संक्रमित सतह छूकर मुंह, नाक छूता है तो वह उसमें भी आ जाता है। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि मोबाइल, फोन, रिमोट, स्विच, दरवाजे के हैंडल की सतह पर भी वायरस लग सकते हैं। ऐसे सामान की सतह पर वायरस जिंदा रहता है इसलिए इसे भी साफ करना बेहद जरूरी है। कोरोना वायरस नॉनवेज खाने से नहीं फैलता है। लेकिन डॉ. गुलेरिया का कहना है कि जो भी नॉनवेज खा रहें है वह पहले उसे पूरी तरह से पका लें और फिर ही खाएं। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि कोरोनावायरस फिलहाल भारत में दूसरी स्टेज पर है और हमें इसे कम्यूनिट संक्रमण वाली तीसरे स्टेज में जाने से रोकना है। ये भी पढ़े... Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें  आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर कोरोना से बचने के लिए घर पर ही बना सकते हैं सैनेटाइजर जेल, इस विधि से करें तैयार Read the full article
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